गुरुवार, 27 जून 2019

घुमंतू 6 गायों पर फेंका तेजाब

 घुमंतू गोवंश पर तेजाब फेंका


गौतमबुद्ध नगर,दादरी ! घुमंतू और आवारा गाय-सांड और  बछड़े किसानों के लिए थोड़ी समस्या तो पैदा जरूर कर रहे हैं !लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि किसान इतना निर्दय हो सकता है ! जो गाय और गाय वंश पर तेजाब फेंकने जैसा  नीच कृत्य करें! बादलपुर थाना क्षेत्र में आज सुबह 6  गायों पर तेजाब फेंक दिया गया है! जिससे गाय पूरी तरह झुलस गई है ! यह कार्य जिसने भी किया है !सोच समझ कर किया गया है !स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ अज्ञात गिरोह सक्रिय है! जो गोवंश का वध करते हैं! इसी प्रकार के किसी गिरोह ने तेजाब फेंक कर गोवंश को यह जख्म दिए है! गोरक्षा हिंदू दल ने छह जख्मी गायों को चिकित्सालय पहुंचाया है! जहां उनका उपचार किया जा रहा है! स्थानीय पुलिस को  घटना में जरा भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए! जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए ! दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए!


नाबालिक युगल प्रेमियों केे शव बरामद

प्रेमी युगल की लाश मिलने से फैली सनसनी,


 


ऑनर किलिंग की भी जताई जा रही है आशंका


आगरा ! थाना क्षेत्र का का रोल के नगला गौरव  क्षेत्र  का मामला है ! खेत में मिली युगल प्रेमियों के सबों ने क्षेत्र में सनसनी फैला दिया ! हर किसी की जुबान पर  प्रेमी युगल की घटना  ही सुनाई देती है!  विश्रामपुर माइनर  स्थित खेतों में  नाबालिक युगल प्रेमियों के  शव बरामद हुए ! मृतक के पिता ने आरोप लगाया है कि  उनके बेटे को घर से बुलाकर  मारा गया है ! उन्होंने आत्महत्या नहीं की है उनकी हत्या की गई है ! स्थानीय पुलिस ने दोनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ! पुलिस मामले की जांच में  जुट गई है और हत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है!


देवेन्द्र कुमार वघेल


क्रिकेट टीम की भगवा जर्सी पर सियासत


टीम इंडिया की भगवा जर्सी पर सियासत शुरू, सपा-कांग्रेस ने जताई आपत्ति


 मुंबई! इंग्लैंड में चल रहे विश्व कप में टीम इंडिया की भगवा जर्सी की चर्चा चारों ओर है। बता दें कि सामान्य तौर पर भारतीय टीम की जर्सी का रंग नीला होता है लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले में टीम इंडिया भगवा जर्सी में नजर आने वाली है। जिसका भारत में विरोध शुरू हो चुका है। क्रिकेट वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की भगवा जर्सी पर राजनीति शुरू हो गई है। महाराष्ट्र के मुस्लिम विधायकों ने टीम इंडिया की भगवा रंग की जर्सी पर आपत्ति जताई है।


टीम इंडिया के इंग्लैंड के खिलाफ मैच में भगवा जर्सी पहने जाने का कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने विरोध किया है। कांग्रेस नेता नसीम खान ने कहा, 'मोदी सरकार जब से आई है तब से भगवा राजनीति शुरू हो गई है। तिरंगे का सम्मान होना चाहिए लेकिन यह सरकार हर चीज के भगवाकरण की तरफ बढ़ रही है।' महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश को भगवा रंग में रंगना चाहते हैं। झंडे को रंग देने वाला मुस्लिम था। तिरंगे में और भी रंग हैं, सिर्फ भगवा ही क्यों? तिरंगे के रंग में उनकी जर्सी हो तो बेहतर होगा।'


वहीँ दूसरी तरफ बीजेपी ने कहा है कि विपक्ष कभी भगवा आतंकी का मुद्दा उठाता है तो कभी भगवा रंग का मुद्दा उठाता है। बीजेपी नेता राम कदम ने कहा है कि भगवा रंग को लेकर विपक्ष को क्या आपत्ति है? कभी भगवा आतंकी का मुद्दा होता है तो कभी भगवा रंग का मुद्दा होता है। खेल से इसे दूर रखना चाहिए। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए यह रंगों की राजनीति कर रही है। बता दें कि विश्व कप में भारत और इंग्लैंड के बीच 30 जून को बर्मिंघम में मुकाबला खेला जाना है!


मोबलीचिंग के खिलाफ 80 शहरों में प्रदर्शन

मॉब लिंचिंग के ख़िलाफ़ देश के क़रीब 80 शहरों में एक साथ प्रदर्शन, तबरेज़ को इंसाफ़ न मिलने पर जल्द ही किया जाएगा भारत बंद का ऐलान


नई दिल्ली ! देश में बढ़ रही मॉब लिंचिंग की वारदातों के ख़िलाफ़ एवं झारखंड के सरायकेला में लिंच किए गए तबरेज़ अंसारी के इंसाफ़ के लिए आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया गया! ख़बर है कि ठीक इसी वक़्त ऐसा ही प्रदर्शन देश के क़रीब 80 से अधिक शहरों में एक साथ किया गया!


बुधवार शाम बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा और बुजुर्ग जंतर-मंतर पर पहुंचने लगे. इन लोगों में डीयू, जेएनयू व जामिया के छात्रों व टीचरों की संख्या अधिक थी! अधिकतर के हाथों में अपने-अपने प्ले कार्ड थे, जिस पर ये साफ़ संदेश था कि अब ये देश राम के नाम पर और मॉब लिंचिंग बर्दाश्त नहीं करेगा!


शाम पांच बजे से जंतर-मंतर शुरू हुए विरोध-प्रदर्शन का संचालन युवा नेता उमर ख़ालिद कर रहे थे. इस मौक़े से कई सांसद, छात्र नेता, एक्टिविस्ट व शिक्षाविद्ध मौजूद थे!सांसद कुंवर दानिश व इ.टी. बशीर, ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान, प्रोफ़ेसर अपूर्वानंद, सीपीआई नेता कन्हैया कुमार समेत कई वक्ताओं ने इस प्रदर्शन को संबोधित किया और मांग रखी कि झारखंड के मुख्यमंत्री इस्तीफ़ा दें! साथ ही तबरेज़ अंसारी के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए!


बता दें कि देश के 80 शहरों में एक साथ होने वाले इस प्रदर्शन का असल कारण सोशल मीडिया है! सोशल मीडिया पर सबसे इस बात की चर्चा हुई कि दिल्ली के जंतर-मंतर कैंडल मार्च किया जाए! देखते ही देखते हर शहर के युवाओं ने ये ऐलान करना शुरू कर दिया कि उनके शहर में भी ये धरना-प्रदर्शन व कैंडल मार्च आयोजित की जा रही है! अब सोशल मीडिया पर चर्चा है कि अगर सरकार इनकी मांगें नहीं मानी और तबरेज़ अंसारी के साथ इंसाफ़ नहीं हुआ तो जल्द ही भारत बंद का ऐलान किया जाएगा!


वित्तीय संकट:बीएसएनल हो सकता है बंद

काफी गंभीर वित्तीय परेशानी से गुजर रहा है बीएसएनएल
हो सकती है बंद बीएसएनएल

नई दिल्ली । एक समय था, जब बीएसएनएल भारत में काफी मुनाफा कमाने वाले टेलिकॉम ऑपरेटर्स में से एक था। ऑपरेटर को वार्षिक 10,000 करोड़ रुपए का लाभ हो रहा था। अब समय की घड़ी तेज चलाकर 2019 में ले आएं तो बीएसएनएल अब काफी गंभीर वित्तीय परेशानी से गुजर रहा है। कंपनी लगभग Rs 13,000 करोड़ के कर्जे में है। बात यहां तक आ पहुंची है कि कई बार कंपनी के बंद होने तक की खबरें आ चुकी हैं।
टेलिकॉम बाजार में रिलायंस जियो के आने के बाद से कंपनी की हालत खराब होती गई। अपने प्रतिस्पर्धियों के सामने कंपनी काफी पीछे रह गई है। इस समय जब सभी कंपनियां 5जी की तैयारी में लगी हुई है, तब बीएसएनएल देश में 4जी की टेस्टिंग कर रहा है। अब प्रश्न ये हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि बीएसएनएल इतने गर्त में आ गया? अब कंपनी का आगे क्या होगा? क्या कंपनी बंद होने से बच पाएगी या नहीं?
कंपनी काफी वित्तीय परेशानी से गुजर रही है और यह परिस्थिति इतनी गंभीर होती जा रही है कि बीएसएनएल के पास अपने कर्मचारियों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं हैं। यहां तक कि कंपनी ने सरकार से मदद की मांग भी की है।
सरकार कैसे करेगी बीएसएनएल की मदद?
सरकार से अपने कर्मचारियों को जून महीने की सैलरी देने के लिए 850 करोड़ रुपए के लोन की मदद मांगी गई है। इससे कंपनी आने वाले कुछ और महीने ठीक से चल पाएगी। इसी के साथ 2,500 करोड़ रुपए के लोन की बात भी कही गई है।
क्या लोन से बीएसएनएल आगे ठीक से चल पाएगी?
2,500 करोड़ रुपए की मदद मिल जाने के बाद भी कंपनी अगले 6 महीने तक की आसानी से चल पाएगी। हालांकि, अभी यह लोन भी पास नहीं हुआ है। इसी के साथ 13,000 करोड़ का पहले से मौजूद कंपनी पर कर्जा, बैंक्स को किसी भी तरह की वित्तीय मदद से रोक सकता है।
बीएसएनएल इस परिस्थिति में है क्यों?
रिपोर्ट्स के अनुसार बीएसएनएल नया इंफ्रास्ट्रक्चर ना आने और बुरी सरकारी नीतियों के कारण पिछले 10 साल से मुश्किल में है। कंपनी का इंफ्रास्ट्रक्चर इसका मुख्य कारण है। यहां तक की डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस ने भी बीएसएनएल से बैंक से और लोन लेने के लिए कहा था।
क्या बीएसएनएल बना रहेगा या नहीं? इस सवाल का जवाब तो फिलहाल कोई भी नहीं दे सकता। बीएसएनएल इतने कर्जे में है की यह बताना मुश्किल है की कंपनी इतना लोन उतारेगी कहां से? मांगे गए लोन मिल जाने के बाद भी कंपनी कुछ ही महीनों के लिए ठीक रहेगी, उसके बाद फिर से कंपनी पर वित्तीय संकट आ जाएगा।
क्या करें बीएसएनएल के ग्राहक?
अभी के लिए तो कंपनी ठीक से कार्य कर रही है। अगर आपके पास बीएसएनएल कनैक्शन है तो फिलहाल आपको कोई परेशानी नहीं होगी। हालांकि परिस्थिति खराब हो रही है तो आप चाहे तो किसी और टेलिकॉम नेटवर्क में स्विच भी कर सकते हैं।


पात्र लोगों तक नहीं पहुंच रही है सरकारी योजनाएं

कुशीनगर ! जनपद के नेबुआ नौरंगिया ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत नेबुआ रायगंज के निबुआ टोला में रामअवतार पुत्र पूरनमासी चौहान की 3 वर्ष पहले मौत हो जाने के बाद! ग्राम पंचायत से कोई भी सुविधा आज तक नहीं मिली! इस गरीब की माली हालत ठीक नहीं है ! आज तक ग्राम पंचायत से आवास नहीं मिला ।दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर राम अवतार की पत्नी झोपड़ी में अपने दो छोटे छोटे बच्चों के साथ किसी तरह जीवन यापन करती है। विधवा पेंशन भी नहीं मिल पा रही है ! कोई सरकारी सुविधाएं उपलब्ध नहीं  कराई  गई है! ब्लॉक स्तर के सभी अधिकारी मौन हैं !सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के अनुसार और सुविधा  के अनुसार इस गरीब को हर सुविधा मिलनी चाहिए !जो कि नहीं है, संबंधित अधिकारियों को मौका मुआयना करके, सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने का प्रयास करना चाहिए!


बार काउंसलिंग अध्यक्ष मर्डर केस कौशांबी

बार काउंसिल के अध्यक्ष दरवेश यादव और उसके साथी मनीष शर्मा हत्याकांड की कराई जाए सीबीआई जांच 


कौशांबी! बार काउंसिल उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेश यादव और उसके साथी मनीष शर्मा हत्या कांड साजिश से भरा है! जिस मनीष शर्मा के नाम हत्या कांड की कहानी गढ़ कर इस दोहरे हत्याकांड पर पर्दा डाल कर हत्यारो को बचाने का प्रयास उत्तर प्रदेश पुलिस कर रही है! उस मनीष शर्मा एडवोकेट ने नही बल्कि किसी तीसरे ब्यक्ति ने योजनाबद्ध तरीके से दोनों अधिवक्ताओं की हत्या की है!


मॉडल डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन कौशांबी के अध्यक्ष नरनारायण मिश्रा ने बार काउंसिल उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष और सचिव को पत्र भेजकर कहा है कि जिस निर्मलता पूर्वक बार काउंसिल के अध्यक्ष दरवेश यादव अधिवक्ता और अधिवक्ता मनीष शर्मा की हत्या की गई है! वह बेहद निंदनीय है और बार काउंसिल के इतिहास में यह कलंक का दिन साबित होगा!


कौशांबी जनपद के मॉडल डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता नारायण नारायण मिश्रा ने कहा कि ऐसी स्थिति में माननीय उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के द्वारा बार काउंसिल के सम्मानित सदस्यों की एक समिति बनाकर अथवा सीबीआई द्वारा इसकी जांच कराई जाए! जिससे इस दोहरे हत्याकांड की वास्तविकता का पर्दाफाश हो सके और इस दोहरे हत्याकांड के दोषी लोग दंडित हो सके! मिश्र ने कहा कि अधिवक्ताओं के सुरक्षा व्यवस्था को ठोस कदम उठाए जाएं तथा बार काउंसिल के निर्वाचित अध्यक्ष उपाध्यक्ष तथा निर्वाचित सदस्यों को शासन से स्थाई सुरक्षा व्यवस्था निर्वाचित होने के दिन से ही व्यवस्थित की जाए! मिश्र ने कहा कि दरवेश यादव के बार काउंसिल उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद यदि उन्हें सुरक्षा व्यवस्था दी गई होती तो हो सकता है यह घटना घटित नहीं होती।


इस हत्याकांड में मनीष शर्मा एडवोकेट की जिस पिस्टल का इस्तेमाल किये जाने की बात की जा रही है! वह पिस्टल घायल होने के बाद मनीष शर्मा के पास पड़ी नही मिली है! बल्कि वह पिस्टल घायल मनीष शर्मा एडवोकेट से दूर मेज पर थी !इस लिए यह दोहरा हत्याकांड पूरी तरह साजिस से भरी कहानी है और दोहरा हत्याकांड संदिग्ध है! इस दोहरे हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच करा कर हत्यारो को बेनकाब करने की जरूरत है! जिस चश्मदीद ने कहा कि पहली गोली मनीष ने उसे मारी और वह बच गया! लेकिन वह गोली यदि चली थी! तो कही दीवार फर्श आदि किसी स्थान में गोली निशान छोड़ती मौके पर इस तरह का कोई निशान भी नही मिला!जिससे वह चश्मदीद भी इस दोहरे हत्याकांड की घटना में संदिग्ध दिखाई पड़ रहा है!


जिस मनीष को दरवेश का बिरोधी बताया जा रहा है!वह दरवेश यादव की जीत से खुश था और जीत पर जश्न मना रहा था घटना के वक्त कचहरी परिसर खाली था! क्योकि वहाँ की अदालत एक बजे के बाद प्रतिदिन बन्द हो जाती है! यह दोहरा हत्याकांड साजिश से भरा है! और इलाके की पुलिस भी दोहरे हत्याकांड में कही दोषी दिख रही है! जिससे वह खुद पूरे प्रकरण पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है! इस दोहरे हत्याकांड की उच्च स्तरीय समिति बनाकर जांच करा कर हत्यारो को बेनकाब किया जाए, जिससे उन्हें दंड मिल सके!


सुशील केशरवानी 


कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...