मीट कारोबारियों के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा उत्पीड़न किए जाने को लेकर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा
मुरादाबाद ! ऑल इंडिया कुरैशी वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन कर कुरैशी समुदाय के समक्ष उत्पन्न रोजगारी एवं भुखमरी की समस्या के समाधान के संदर्भ में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा! जनपद मुरादाबाद की लगभग 20 लाख की आबादी है ! जिसमें लगभग 55 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है ! जो कि खानपान में मुख्यता कटरे का मीट इस्तेमाल करते हैं। 55 प्रतिशत मुस्लिम आबादी में लगभग 1 लाख 50 हज़ार की तादाद कुरैशी समुदाय की है ! जिनका मुख्य पेशा कटरे का मीट खरीीद-फरोख्त का है !ज्ञात हो कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मीट व्यापारियों के रोजगार को दृष्टिगत रखते हुए! राज्य सरकारों को समय-समय पर मार्डन स्लॉटर हाउस बना कर दिए जाने हेतु निर्देशित किया गया है ! परंतु राज्य सरकारों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है! इसके विपरीत उत्तर प्रदेश की निवर्तमान सरकार ने वर्ष 2013-14 में जनपद मुरादाबाद में लगभग 100 वर्ष से संचालित असलतपुरा थाना गलशहीद क्षेत्र अंतर्गत स्थित स्लाटर हाउस को मार्डन स्लाटर हाउस में तब्दील करने के आश्वासन पर बंद कर दिया था। स्लाटर हाउस बंद होने के बाद कुरैशी समुदाय के मीट व्यापारियों के सामने बेरोजगारी के हालात पैदा हो गए थे ! जिस पर तत्कालीन राज्य सरकार ने व्यापारिक वर्ग को बेरोजगारी से बचाने हेतु वैकल्पिक तौर पर स्वयं निर्मित स्लाटर हाउस से मीट व्यापार को संचालित रखने की बात कही थी! तब से लेकर आज तक कुरैशी समुदाय के मीट व्यापारी उसी प्रकार से अपने अपने व्यापार को करते आ रहे थे! इस संबंध में उच्च न्यायालय इलाहाबाद में भी कुरैशी समुदाय की ओर से रिट याचिका दायर की गई ! जिसमें एक रिट याचिका गुफरान कुरैशी बनाम उत्तर प्रदेश राज्य जिसका नंबर 44064 / वर्ष 2014 में दायर की गई ! एक रिट याचिका मोहम्मद अज़ीम कुरैशी बनाम उत्तर प्रदेश राज्य जिसका नंबर 29313 / वर्ष 2018 में दायर की गई ! जिसमें उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा राज्य सरकार को शीर्घ मार्डन स्लाटर हाउस बना कर देने तथा रोजगार प्रभावित ना हो, आदेश दिया! तब तक वैकल्पिक व्यवस्था अपनाकर रोजगार को संचालित रखने हेतु निर्देशित किया गया ! परंतु ना तो निवर्तमान राज्य सरकार और ना ही वर्तमान सरकार द्वारा मॉडर्न स्लाटर हाउस बना कर दिया गया है,और ना ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था अब तक की गई है! इसके विपरीत स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा मीट में व्यापार से जुड़े कुरैशी समुदाय के लोगों का आर्थिक व मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। कुरैशी समुदाय के लोगों से स्थानीय पुलिस प्रशासन मीट कारोबार संचालित करने के नाम पर अवैध धन की वसूली कर रहा है ! मांग पूरी ना करने पर फर्जी मुकदमों में जेल भेजा जा रहा है ! उल्लेखनीय है कि भारतीय संविधान द्वारा भारत के प्रत्येक नागरिक को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है ! ना कि रोजगार से वंचित करने की,यह भी विचारणीय है कि देश के राजा का दायित्व होता है कि वह अपनी प्रजा को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए ! न कि रोजगार से वंचित किया जाए ! ऐसी स्थिति में हम प्रार्थी गण आपसे करबद्ध अनुरोध करते हैं कि कुरैशी समुदाय के समक्ष उत्पन्न बेरोजगारी एवं भुखमरी की समस्या का समाधान शीर्घ-अतिशीर्घ किया जाना अति आवश्यक है। जिससे कि कुरैशी समुदाय के परिवार का पालन पोषण हो सके। इस दौरान शहर इमाम सैय्यद मासूम अली, हाजी शमशाद, हजरत रिज़वान, अजीम, एडवोकेट फईम, हाजी अजीम, इरशाद अली, मौलाना शारिक, नौशाद अली, अनीस, वारिस, मुशीर, बब्लू, वसीम आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।