शुक्रवार, 21 जून 2019

विधायक ने बताया योग का महत्व और उपयोग

 


 गाजियाबाद, लोनी !अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जनता के बीच लगाया आसन, कहा योग से स्वस्थ्य शरीर के साथ खत्म होती है मनुष्य के अन्दर की नकारात्मकता


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोनी इंटर कॉलेज में सुबह सूरज निकलते ही भारी संख्या में योग प्रेमी इकट्ठा हुए ! एक साथ योग कर लोगों को योग अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान विधायक नंदकिशोर गुर्जर और पार्टी के पदाधिकारियों ने भी जनता के बीच आसन लगाकर योग किया। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने क्षेत्रवासियों के साथ तड़ासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, सुखासन और सूर्य नमस्कार के जरीए शरीर का स्वस्थ्य और चुस्त रखने का संदेश देते हुए कहा कि जीवन में निरोगी काया का आधार ही योग है। वहीं विधायक ने लोनी इंटर कॉलेज में लगाए गए योग शिविर के बाद, ट्रोनिका सिटी, साहिबाबाद और गिजयाबाद के कविनगर में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित योग शिविरों में भी पहुंचकर योग कर लोगों को योग के प्रति जागरूक किया। जिला प्रशासन द्वारा विधायक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। इस दौरान प्रदेश सरकार मे राज्यमंत्री अतुल गर्ग, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह सहित जिला के सभी जनप्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारी, एसएसपी, सीडीओ ने भी योगासन कर लोगों को योग के प्रति जागरूक किया।


गाजियाबाद में भारी संख्या में एकत्र हुए योग प्रेमियों को संबोधित करते हुए लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि भारत देश में योग का प्राचीन समय से ही अहम स्थान है। पतंजलि योग दर्शन में कहा गया है कि - योगश्चित्तवृत्त निरोधः अर्थात् चित्त की वृत्तियों का निरोध ही योग है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो हृदय की प्रकृति का संरक्षण ही योग है। जो मनुष्य को समरसता की और ले जाता है। हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व को योग के प्रति एकजुट किया है आज संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी सदस्य देशों में बड़े ही उत्साह के साथ योग दिवस मनाया गया है। योग भारत द्वारा विश्व को दिया गया एक अनुपम भेंट है और भविष्य में यह माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को विश्वगुरू बनाने की तरफ उठाए गए कदमों में से एक होगा। योग मनुष्य की समता और ममता को मजबूती प्रदान करता है। योग शरीर को तो स्वस्थ्य रखता ही है इसके साथ-साथ मन और दिमाग को भी एकाग्र रखने में अपना योगदान देता है। योग मनुष्य में नए-नए सकारात्मक विचारों की उत्पत्ति कर नकारात्मक प्रवृति में जाने से रोकता हैं। योग को हिन्दू धर्म, बौध्द धर्म और जैन धर्म में आध्यात्मिक दृष्टि से देखा जाता है। आज भागती दौड़ती जिंदगी में योग मनुष्य को अनेक बीमारियों से बचाता है और योग से हम कई बीमारियों का इलाज भी कर सकते हैं। श्रीमद्भागवत गीता में कई प्रकार के योगों का उल्लेख किया गया है। भगवद गीता का पूरा छठा अध्याय योग को समर्पित है।


 योग को भारत के जन-जन से विश्व के मन तक पहुंचाने में देश के योग गुरूओं और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहम योगदान रहा है जिससे ने केवल भारतवर्ष बल्कि पूरे विश्व में योग के प्रति लोगों की रूचि बढ़ी है। योग मनुष्य में सकारात्मकता तो बढाता है ही, साथ ही साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढाता है। इसलिए लोगों को इस तनाव भरे जीवन से मुक्ति पाने के लिए योग करना चाहिए। और दूसरे लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए। जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।


लोनी नगर पालिका ने मनाया योग दिवस

 गाज़ियाबाद ! लोनी नगर पालिका के द्वारा बलराम नगर स्थित लोनी इण्टरकालिज मे आयोजित योग शिविर मे भाग लिया ।इस अवसर पर रंजीता धामा ने कहा कि स्वस्थ एवं आरोग्य जीवन के लिए योग का विशेष महत्व है। पिछले कुछ वर्षों में योग लोगों के दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बना है ! वैश्विक स्तर पर भी इसके महत्व को स्वीकार किया गया है। इसके लिये प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है ।
योग दिवस के अवसर पर सभी को ढेरों शुभकामनाएं देते हुये रंजीता धामा ने कहा योग अनुशासन है, समर्पण है और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत -पंथ ,अमीरी-गरीबी ,प्रांत ,सरहद के भेद से परे हैं ।
योग सबका है सब योग के हैं ।
हम सभी को नियमित रूप से योग करना चाहिए। योग शरीर के लिये बेहद ही नितांत आवश्यक है। आज के समय मे जिस तरह से बिमारियों से हमारा शरीर घिर चुका है मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को पता भी नही चलता कब हमारे शरीर को घेर लेती है योग के दुारा अनेकों बिमारियों मे फायदा होता है । शास्त्रों मे भी योग का महत्व बताया गया है विभिन्न प्रकार के आसनों का उल्लेख हमारे शास्त्रों मे किया गया है ।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी,
योगेन्द्र मावी, अधिशासी अधिकारी ,एसडीएम, पुलिस क्षेत्राधिकारी,अधिशासी अभियंता, तप्सी बाबू, प्रणव बाबू, नगरपालिका के समस्त कर्मचारी, अधिकारी, व सैकड़ों की संख्या में लोनी के सम्मानित व्यक्ति उपस्थित रहे।


बेपरवाह सरकार,लाइलाज 'चमकी'


आसमान छूता आधुनिक चिकित्सा विज्ञान एवं लाइलाज चमकी बुखार और बेपरवाह बिहार सरकार पर विशेष



 संपादकीय, 


मनुष्य की जब मौत होती है तभी वह मरता है, लेकिन यह भी सही है कि कभी-कभी मनुष्य की मौत प्रकृतिक मौत के पहले ही हो जाती है! जिसे अकाल मौत कहा जाता है। अकाल मौत का मतलब होता है कि मनुष्य अपनी स्वाभाविक मौत से नहीं बल्कि किसी शारीरिक खराबी अथवा आकस्मिक घटना-दुर्घटना के चलते, समय पर स्वास्थ्य सुविधा न मिल पाने के कारण आदि से मर जाता हैं। देश व प्रदेश की सरकार का यह परम दायित्व होता है कि वह अपने नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराकर उन्हें बेमौत मरने से बचाए। आज हम भले ही चांद पर पहुंच गये हो एवं दुनिया में एक महाशक्ति के रूप में उभर रहे हो! लेकिन दुख की बात है इसके बावजूद आज भी देश में हजारों लोग चिकित्सा सुविधा उपलब्ध न होने के कारण मर रहे हैं ! हम चाहकर भी कुछ कर नहीं पा रहे हैं। मनुष्य का जीवन बहुत कीमती माना गया है जिसकी कोई कीमत नहीं होती है तथा वह अनमोल होता है इसलिए इसे बचाना खुद का और सरकार का सर्वोच्च धर्म होता है। आज हम स्वास्थ्य के क्षेत्र में किसी से पीछे नहीं रह गए हैं और देश में खुले विभिन्न रिसर्च सेंटर एवं बड़े बड़े एम्स मेडिकल कॉलेज जैसे अस्पताल खुले हुए हैं।ऐसी कोई बीमारी नहीं है जिसका इलाज चिकित्सा विज्ञान में असंभव हो।इसके अलावा देश में हजारों छोटे बड़े सरकारी अस्पतालों के साथ प्राइवेट चिकित्सा संस्थान खुले हुए हैं जिन पर करोड़ों अरबों रुपये खर्च हो रहा है।चिकित्सा विभाग किसी को बेमौत न मरने देने का दावा कर रहा है इसके बावजूद विभिन्न क्षेत्रों पिछले कई दशकों से बच्चों बूढ़ों की जान की दुश्मन बनी विभिन्न बीमारियों की पहचान करके स्थाई निदान नहीं कर पा रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार में एक लम्बे अरसे से साल में एक बार अजब बीमारी महामारी का रूप धारण कर मौत का तांडव करती है और सैकड़ों बच्चों बूढ़ों की अकाल मौत हो जाती है।यह बीमारी अक्सर गर्मी के मौसम में बुखार बनकर आती है और मौसम बदलने तक अपना तांडव करती है जिसे इंसफ्लिट्स दिमागी जपानी चमकी बुखार आदि कहते हैं।इन बुखारों का पता लगाकर इसकी पहचान करने के प्रयास दशकों से किये जा रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।इस समय चमकी बीमारी पिछले वर्षों की तरह इस बार भी बिहार में तबाही मचाये हुये और डेढ़ सौ से ज्यादा बच्चों की देखते ही देखते अबतक मौतें हो चुकी हैं।स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि लोग गाँव घर छोड़कर भागने लगे है। हमेशा की तरह हमारा चिकित्सा विज्ञान इस बीमारी के कारणों का पता लगाकर इसकी पहचान नहीं कर पा रहा है।इस प्राणघातक बीमारी की पहचान करने के देशी विदेशी चिकित्सकों वैज्ञानिकों को बुलाया जा चुका है फिर इस बीमारी का पता नहीं लग सका है।इस बार अकेले मुजफ्फरपुर एवं बैशाली में अबतक सैकड़ों बच्चों की मौत इस अज्ञात चमकी बीमारी से हो चुकी है।बड़े शर्म की बात है कि हर बार की तरह इस बार भी हमारे वैज्ञानिक इस मौत की आँधी बनी बीमारी की पहचान नहीं कर पा रहे हैं और इस बार भी उसे चमकी नाम दे रखा गया है।मुजफ्फरपुर के जिला अस्पताल में इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की भीड़ लगी हुयी है लेकिन मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। न तो पर्याप्त चिकित्सक है न तो दवाएं बिस्तर और न ही अन्य सुविधाएं समय पर उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।महीनों से इस अस्पताल में मौत डेरा डाले तांडव नृत्य कर रही है और चीखने चिल्लाने एवं अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। मौतों का सिलसिला जारी है लेकिन शासन प्रशासन कान में तेल डालें बैठा हुआ था और समुचित व्यवस्था नहीं कर पा रहा है।चिकित्सा सुविधाओं का अभाव एवं चिकित्सकों की मनमानी नागरिकों के आक्रोश को बढ़ा रही है।जनाक्रोश आसमान पर पहुंचने में बाद स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखने आ सके हैं! असहाय बनकर वापस जा चुके हैं। अकाल हो रही इन मौतों एवं सरकारी व्यवस्था एवं सरकार की लापरवाही से वहां पर बगावत जैसी स्थित पैदा होने लगी है और मुख्यमंत्री के पहुंचने पर गो बैक सहित विभिन्न तरह के विरोधी नारों का सामना करना पड़ चुका है। पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार में हर साल अज्ञात बीमारी से होने अकाल मौतों का स्थाई विकल्प चिकित्सा सुविधा के रूप में उपलब्ध कराना सरकार का नैतिक दायित्व बनता है। लोकतंत्र में जनता की सरकार होती है और सरकार जनता के लिए काम करती है। जनता मरती हो और सरकार मौज मस्ती करती हो? ऐसी सरकार को प्रजातांत्रिक सरकार नहीं बल्कि राजतंत्र से भी बदतर अलोकतांत्रिक सरकार ही कहा जा सकता है। बिहार में फैला मौत का तांडव अभी भी जारी है ! स्वास्थ्य विभाग एवं सरकार दोनों 'हाथ पर हाथ'धरे घुटने टेके असहाय से खड़े देख रहे हैं। इस बीमारी के सामने सारा चिकित्सा विज्ञान फेल दिखने लगा है।चिकित्सा विज्ञान से जुड़े देशी विदेशी सभी वैज्ञानिकों को चाहिए कि वह तुरंत इस बीमारी का पता लगाकर हर साल होने वाली बेमौत मौतो को होने से बचाए। 


भोलानाथ मिश्र


जिला संगठन ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

गाजियाबाद ! भाजपा संगठन द्वारा अंतराष्ट्रीय योग दिवस साहिबाबाद विधानसभा स्थित चंद्रशेखर पार्क, शालीमार गार्डन मे मनाया गया! जिसमे कार्यक्रम की अध्य्क्षता राजयसभा सांसद विजय पाल तोमर , विधायक सुनील शर्मा , रीना भाटी  (चेयरमैन) के द्वारा की गई l कार्यक्रम मे सहयोगी पार्षद सरदार सिंह भाटी, पवन रेड्डी, रवि भाटी, कालीचरण पहलवान,राजन आर्या,कैलाश यादव,सोमनाथ चौहान,योगेश भाटी, योगेश त्रिपाठी, नीरू शर्मा, प्रहलाद दुआ, अनीता शर्मा रहे l साँसद विजयपाल तोमर ने बताया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विचार भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली में भाषण देने के दौरान प्रस्तावित किया गया था। 21 जून को उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है ! दुनिया के विभिन्न हिस्सों में विशेष महत्व रखता है। नरेंद्र मोदी ने ही 21 जून को ''अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस'' के रूप में मनाने का सुझाव दिया। योग दिवस का लोगो मानवता के प्रति सद्भाव और शांति का प्रतिक है, जो योग की प्रकृति को दर्शाता है। योग दिवस के दिन दुनिया भर में कई कार्यक्रम होते हैं। इस दिन सभी देशों में योग, ध्यान, वाद-विवाद और विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक प्रदर्शनों का आयोजन किया जाता है! ताकि इसके जरिए योग दिवस के संदेश और अर्थ का पूरी दुनिया में प्रचार-प्रसार किया जा सके। विधायक सुनील शर्मा ने बताया प्राणायाम को एक अनुष्ठान की तरह करना और प्राणों का आदान करते-करते प्रभु की सम्पूर्ण दिव्यताओं का अपने भीतर आदान करना।प्राणायाम के महत्व को आप सभी जाने और दूसरों को इसके बारे में बताएं ताकि वो सभी अपनी दिनचर्या में प्राणायाम को शामिल करें और स्वस्थ रहें।पार्षद सरदार सिंह भाटी ने योग करने के फायदे बताए की हर दिन अपने दिन की शुरुआत सूर्यनमस्कार से करें। यदि आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं, तो अपने व्यस्त कार्यक्रम में से कुछ समय निकालकर कुछ सांस लेने के व्यायाम करें और रोजाना कुछ मिनट के लिए योग करें। रोजाना योग करने से आप अपनी ध्यान क्षमता बढ़ा सकते हैं। इससे याददाश्त और प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है।योग के जरिए आपकी मांसपेशियों में होने वाला दर्द दूर होता है। आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में यह मदद करता है। यह आपके शरीर को मजबूत बनाने और रीढ़ को स्थिर करने में मदद करता है। इससे पीठ दर्द, तनाव और अवसाद को दूर कर सकते हैंl योग गुरु आचार्य सतेन्द्र पाण्डेय ने सभी को योगासन कराये जिसमे अनेक प्रकार के योग जैसे अर्ध-चक्रासन,,उत्थित-पद्मासन, उष्ट्रासन, गोमुखासन, चक्रासन, ताड़ासन, धनुरासन, पद्मासन, पवन-मुक्त आसन, पश्चिमोत्तानासन, भुजंग आसन, योग मुद्रा, वक्रासन, वज्रासन, सूर्य-नमस्कार, सेतुबंधासन, हंसासन, हलासन निम्न प्रकार के योग कराये जो सभी महानगर संगठन,मोर्चा,प्रकल्प,प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों एवम कार्यकर्ताओं व शालीमार गार्डन एवम साहिबाबाद विधानसभा के क्षेत्रवासियों, स्वंमसेवको, माताएं बहनो और युवाओं ने बढ़ चढ़ कर अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर व्यायाम कर योग दिवस मे मनाया l


पीएम को जान से मारने की धमकी

पीएम मोदी को मिली जान से मारने की धमकी,


500 रुपए के नोट पर मलयालम में लिखा


 त्रिशूर ! पूरी दुनिया में आज पांचवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने झारखंड के रांची में 40 हजार लोगों के साथ योग किया। लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पीएम मोदी को जान से मारने की धमकी दी गई है। ये धमकी 500 रुपए के नोट पर लिखकर दी गई है।


त्रिशूर के गुरुवायूर मंदिर देवासओम ऑफिस को एक लिफाफा मिला। इस लिफाफे में एक पांच सौ रुपये का नोट था। नोट पर धमकी लिखी थी, 'पीएम मोदी को मार दिया जायेगा, उनका गला काट दिया जायेगा।'


पीएम मोदी को मारने की धमकी मलयालम भाषा में लिखी हुई थी। इस मामले के सामने आने के बाद खुफिया और सुरक्षा एजेंसियो में हडकंप मच गया है। खुफिया एजेंसियो की जांच जारी है ! यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह पत्र कहां से आया था।


श्रीलंका और इंग्लैंड में होगी टक्कर

लीड्स! पांच मैचों में चार अंक लेकर अंक तालिका में छठे स्थान पर बैठी हताश श्रीलंका आज आईसीसी विश्व कप-2019 के अपने अगले मैच में मजबूत टीम और खिताब की होड़ में आगे बढ़ रही मेजबान इंग्लैंड का सामना करना है। दोनों टीमें हेडिंग्ले मैदान पर आमने-सामने होंगी। श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही थी, लेकिन उसे फायदा दो रद्द मैचों से मिला है जो बारिश की भेंट चढ़ गए थे। इन दोनों मैचों से उसे एक-एक अंक मिला अन्यथा श्रीलंका का जो प्रदर्शन है उसे देखकर उससे जीत की उम्मीद बमुश्किल ही की जा सकती है।
अपने पिछले मैच में उसे आस्ट्रेलिया से 87 रनों से मात खाने वाली श्रीलंका को अगर इंग्लैंड को हराना है तो उसे कुछ हैरतअंगेज प्रदर्शन ही करना होगा! क्योंकि इंग्लैंड की जो फॉर्म है !उसे देखकर लगता है कि वह वह श्रीलंका की टीम से मात खा जाएगी। इंग्लैंड ने इस मैच से पहले अफगानिस्तान के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन कर विशाल स्कोर खड़ा किया था। अफगानिस्तान की गेंदबाजी श्रीलंका की गेंदबाजी से थोड़ी बेहतर है और उसके पास श्रीलंका से बेहतर स्पिनर हैं, लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने स्पिन के खिलाफ अपनी कमजोरी को बैकफुट पर रखा और फ्रंटफुट पर आकर राशिद खान जैसे कंजूस गेंदबाजी की बख्खियां उधेड़ी थीं।


युद्ध के संकेत,दुनिया बटी दो हिस्सों में

वॉशिंगटन ! अमेरिका द्वारा ईरान को धमकी देने के बाद अब युद्ध का खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में दुनिया के कई देश खुलकर अमेरिका के साथ या विरोध में आ गए है। रूस ने चेतावनी दी है कि ईरान के खिलाफ अमेरिका ने हमला किया तो भारी तबाही मचेगी। वहीं, सऊदी अरब ने अमेरिका के सुर में सुर मिलाते हुए कहा है कि ईरान ने गल्फ में गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। आपको बता दें कि ईरान ने अमेरिका के एक शक्तिशाली ड्रोन को मार गिराया है। उसका कहना है कि US ड्रोन ईरान में घुस आया था जबकि पेंटागन का कहना है कि यह घटना अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में घटी। इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सख्त लहजे में कहा है कि ईरान ने बहुत बड़ी गलती कर दी है।


ट्रंप ने ईरान को चेताया, बहुत बड़ी गलती की


पुतिन ने US को किया आगाह
मेल ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को आगाह किया है कि ईरान पर आक्रमण करने से भारी तबाही मचेगी। रूसी राष्ट्रपति पुतिन तेहरान सरकार के करीबी हैं। उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन के द्वारा किसी प्रकार के फोर्स का इस्तेमाल क्षेत्र में हिंसा को बढ़ावा देगा और फिर नुकसान की भरपाई कर पाना काफी मुश्किल होगा। दरअसल, US ने ईरान की कार्रवाई को अकारण हमला करार दिया है।


ओमान की खाड़ी में भारतीय युद्धपोत तैनात


सऊदी भी आगे आया, ईरान को घेरा
रूस के आगे आने के बाद अमेरिका का प्रमुख सहयोगी सऊदी अरब भी इस मामले में कूद पड़ा है। सऊदी ने गल्फ के हालात को बिगाड़ने के लिए सीधे तौर पर ईरान के आक्रामक रवैये को जिम्मेदार ठहराया। सऊदी ने कहा कि वह इस बारे में परामर्श कर रहा है कि आगे कौन से कदम उठाए जाएं। सऊदी के विदेश मंत्री अदेल अल-जुबेर ने आगाह किया कि हॉर्मूज जलडमरूमध्य के करीब तेल टैंकरों पर हमले ने वैश्विक स्थिरता पर चोट की है। आपको बता दें कि इस रास्ते से दुनिया की तेल आपूर्ति का पांचवां हिस्सा जहाजों से होकर गुजरता है।


अमेरिका-ईरान युद्ध हुआ तो तेल में लगेगी आग!


'दुनिया के हर व्यक्ति पर असर'
सऊदी मंत्री ने कहा, 'जब आप इंटरनैशनल शिपिंग में दखल देंगे तो इससे ऊर्जा की आपूर्ति पर प्रभाव पड़ेगा। इससे तेल की कीमतें भी प्रभावित होंगी और फिर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका असर होगा।' उन्होंने कहा कि ऐसे में दुनिया के हर व्यक्ति पर इसका असर पड़ता है। 


यूएस का ड्रोन गिरा ईरान बोला, हम जंग को तैयार


'हिंसा बढ़ेगी और शरणार्थियों की संख्या भी'
एक फोन-इन सेशन में पुतिन ने चेतावनी देते हुए कहा, 'अमेरिका ने कहा है कि वह फोर्स के इस्तेमाल से इनकार नहीं कर सकता! यह क्षेत्र में तबाही लाएगा। इससे न केवल हिंसा बढ़ेगी बल्कि शरणार्थियों की संख्या में भी भारी इजाफा होगा।आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ओबामा के समय में ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से अलग हो गए हैं। इसके बाद भी ईरान ने 12 महीने से समझौते का पालन किया है। अमेरिका ने धीरे-धीरे उस पर प्रतिबंध फिर से लगा दिए हैं। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। ट्रंप प्रशासन द्वारा ईरानी तेल के आयातकों को प्रतिबंधों से मिली छूट खत्म करने के बाद अप्रैल में ईरान ने धमकी दे दी थी कि वह हॉर्मूज जलडमरूमध्य को बंद कर देगा। दरअसल, अमेरिकी प्रतिबंधों से ईरान की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो रहा है।मई में इसी क्षेत्र में दो तेल टैंकरों पर हमले हुए। इस महीने फिर से हमले हुए। अमेरिका ने फुटेज जारी कर दावा किया है कि हमले में ईरान का हाथ था जबकि तेहरान ने इससे इनकार किया है।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...