गुरुवार, 20 जून 2019

एसएसपी अमित पाठक का जलवा कायम

मुरादाबाद ! मुरादाबाद के नये एसएसपी अमित पाठक ने सबसे पहले शहर को अतिक्रमण मुक्त करने का वादा शहर के लोगो से किया है।और उस वादे का असर देखने को भी मिल रहा है।अगर शहर में सबसे ज़्यादा अतिक्रमण ग्रस्त थाने व चौकी की बात करें तो उनकी हालत कुछ प्रतिशत सुधरी है।


कोतवाली सदर क्षेत्र।


इम्पीरियल तिराहे से टाउनहॉल तक बुधबाज़ार में दोनों साईट अतिक्रमण मौजूद है।ताड़ीखाने चौराहे से GMD रोड शराब गोदाम , विकास मंज़िल तक दोनों साईट में अतिक्रमण मौजूद है।टाउनहॉल से चौराहे से मानपुर , संभल वाले लड्डू वालो की दुकानों के आगे 3-3 फ़ीट अतिक्रमण मौजूद है।इम्पीरियल तिराहे से काशीपुर बस स्टैंड तक ठेले का अतिक्रमण है।बर्तन बज़ार में शाही मस्जिद के सामने प्रकाश आइसक्रीम वाले का बड़ा काउंटर आज भी एसएसपी साहब के आदेश का प्राप्त न होना दर्शा रहा है।


थाना मुगलपुरा क्षेत्र।


पहले ही झटके में 20 % अतिक्रमण हुआ साफ़।


शाम को प्रिंस रोड पर हाफ़िज़ बनने की पुलिया तक रेस्टोरेंट में आने वाले वाहनों का जाम तो वही गुलशन ए करीम होटल ने बिजली के खम्बे की आड़ में किया पुनः फ्राई कॉंटर लगा कर किया पुनः अतिक्रमण किया।मंडी चौक चौराहे से पान दरीबा जाने वाले रोड पर रोज़ शाम को चाट पकोड़ी वालो का जाम, तो दोपहर 12 बजे तक फ्रूट व सब्ज़ी वालो का सड़क के दोनों साईट अतिक्रमण से भयंकर जाम।


थाना गलशहीद क्षेत्र।


पहले ही आदेश में प्रिंस रोड पर गलशहीद चौराहे से चड्ढा सिनेमा तक 30 % जाम मुक्त,


गलशहीद चौराहे से CO कटघर के कार्यलय तक अतिक्रमण, CO कटघर के कार्यलय से मिली सरकारी स्कूल की दीवार से मिलाकर खड़ी होती हैं खनन कर रेता लाने वालो कि बैलगाड़ी।प्रिंस रोड से इस्माईल रोड होते हुये लंगड़े की पुलिया के चौराहे पर जाने वाली सड़क पर कबाड़ियों द्वारा अतिक्रमण कर सड़क का वजूद मिटा दिया गया है।थाना गलशहीद के बाहर चंद मीटर पर ही हलवाई का क़ब्ज़ा, फ्रूट वालो का क़ब्ज़ा, अवैध व नियम विरुद्ध बनी मार्किट की पार्किंग सड़क पर होना, लगभग 60 % थाना गलशहीद में तैनात पुलिसकर्मियों का पसंदीदा नॉनवेज बनाने वाले मारूफ़ चिकन सेंटर का नाली से बाहर लगे टेलीफोन के ख़राब खंभे की आड़ में 5 फ़ीट से ज़्यादा बाहर निकली दुकान अतिक्रमण में बहुत बड़ा योगदान दे रही है।


थाना कटघर कोतवाली।


अतिक्रमण 15 प्रतिशत कामयाब।दस सराय चौकी से आबिद मार्किट तक दोनों साईट अतिक्रमण मौजूद है।थाना कटघर के सामने नये बस अड्डे के बाहर अतिक्रमण मौजूद है।


नागफनी थाना।


05% अतिक्रमण साफ़ हुआ है।


मुरादाबाद के लोगो को अगर आईपीएस अमित पाठक साहब पर कोई शक़ हो तो वो आगरा में अपने किसी परिचित को कॉल कर उनके बारे में जान लें, ये सच वाले दबंग आईपीएस हैं फ़िल्म वाले नही।पाठक जी जो बोलते हैं उसे पूरा भी करतें हैं, अमित जी ट्रांसफ़र से घबरातें भी नही हैं।तो आप लोग जल्द अपनी आदत बदल लें, दो पहिया वाहन पर हेलमेट ज़रूर लगाएं, कार में सीट बेल्ट भी लगाए।


डीएम ने अपराध नियंत्रण के लिए मांगा फीडबैक

 


जनपद में वर्तमान तक चल रहे 32 गुण्डे जिला बदर, डीएम ने माॅगी जनता से फीडबैक।


गौतम बुद्ध नगर ! कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों पर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के माध्यम से संयुक्त रूप से निरंतर कार्रवाई की जा रही है। जिला मजिस्ट्रेट गौतम बुद्ध नगर ब्रजेश नारायण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 32 गुण्डे वर्तमान तक जिला बदर चल रहे है। जिसमें योगेश उर्फ योगी पुत्र सुखपाल सिंह, लोकेश उर्फ लाला पुत्र कालू राम यादव निवासी ग्राम इटैडा थाना बिसरख, दुर्गेश पुत्र हरेन्द्र निवासी छिजारसी थाना फेस 3 नोएडा, भगवान शाह पुत्र चिंरजी शाह निवासी चोटपुर कालोनी 25 फुटा रोड थाना फेस 3 नोएडा, जोगेन्द्र पुत्र वीजन सिंह निवासी ग्राम फलैदा थाना रबूपुरा, दिनेश पुत्र जयपाल निवासी ग्राम कानीगढ़ी थाना जेवर, टोनी पुत्र तेजपाल निवासी ग्राम मोतीपुर मढैया थाना इकोटेक-1, रमेश उर्फ बिटू पुत्र श्रीचन्द निवासी ग्राम दुजाना थाना बादलपुर, पुष्पेंद्र पुत्र सुखबीर निवासी ग्राम गुलावली थाना नॉलेज पार्क, मोनू पुत्र ओमप्रकाश निवासी मोहल्ला लिखी लठान कस्बा जहांगीर पुर थाना जेवर, इस्तकार पुत्र मुन्तियाज निवासी मौ0 मेवातियान दादरी, देवेन्द्र सिंह मुखिया पुत्र कर्ण सिंह निवासी ग्राम बिसरख, बिल्लु पुत्र जगदीश निवासी ग्राम दुजाना थाना बादलपुर, मुकेश पुत्र डूगंर सिंह निवासी ग्राम रामगढ़ थाना दादरी, मंगते पुत्र रामपाल निवासी ग्राम कामबक्शपुर थाना नाॅलेज पार्क, नितिन पुत्र श्री विजय निवासी ग्राम बढपुरा थाना दादरी, शकील पुत्र मौसम निवासी ग्राम नूरपुर थाना जारचा, तसलीम पुत्र वयाब निवासी ग्राम नूरपुर थाना जारचा, विशाल उर्फ लाल निवासी-मौ0 बड़ा कस्बा बिलासपुर थाना दनकौर, जितेन्द्र भाटी पुत्र फिरेराम निवासी-मकौड़ा थाना सूरजपुर, राजू उर्फ इमरान पुत्र खुर्शीद नि0 किला काॅलोनी कस्बा व थाना जेवर, भंवरी उर्फ भंवरपाल पुत्र मलखान नि0 ग्राम रानौजी थाना रबूपुरा, राहुल पुत्र यादराम नि0 ग्राम बसई थाना सैक्टर-58 नोएडा, विक्की पुत्र प्रेमपाल नि0-गली नं0-05 छलेरा सदरपुर सैैक्टर-45 थाना-39 नोएडा, अरूण पुत्र फतेह सिंह नि0-मौहला जाटवान कस्बा जहाॅगीरपुर थाना जेवर, श्याम शर्मा पुत्र महेश शर्मा नि0-ग्राम रूपवास थाना दादरी, राजेन्द्र सिंह पुत्र करण सिंह नि0-बिसरख थाना बिसरख जिला गौतमबुद्धनगर, कुशलपाल उर्फ पोपी पुत्र मिश्रीलाल निवासी मौ0 माडलपुरिया थाना जेवर, नवीन पुत्र रघुनाथ निवासी ग्राम खटाना थाना जारचा, अमित पुत्र रोशन निवासी डी-29 अल्फा -2 थाना कासना, नवीन पुत्र सत्यवीर निवासी कटहेड़ा थाना दादरी, जुगनू पुत्र शर्मा यादव निवासी गढ़ी चैखण्डी थाना फेज-3 नोएडा, जिला गौतमबुद्धनगर सम्मलित है।


जिला मजिस्ट्रेट ने इस संबंध में जनसामान्य का आह्वान करते हुये कहा कि जिला प्रशासन के संज्ञान में आ रहा है कि जो गुण्डे जिला प्रशासन की ओर से जिला बदर किये गये है, वह जनपद में प्रवास कर रहे है। जिला मजिस्ट्रेट ने जिला बदर गुण्डों के सम्बन्ध में जनता से फीडबैक चाही है, और अपेक्षा की है कि यादि उपरोक्त समस्त जिला बदर जनपद में कही पर भी प्रवास करते हुये पाये जाये तो उनके संबंध में संबंधित थाना, संबंधित उप जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में सूचित कर सकते हैं। जानकारी देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा।


शोषित महिला श्रमिकों के गर्भाशय निकाले


मासिक चक्र के दिनों में कमजोरी न आए, इसलिए पांच हजार महिला श्रमिकों के गर्भाशय निकाले।
बिहार में चमकी बुखबार से अब तक 150 बच्चों की मौत।
आखिर हम किधर जा रहे हैं?

 नई दिल्ली ! 20 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। अपने संबोधन में केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान करने में महामहिम राष्ट्रपति ने कोई कसर नहीं छोड़ी। मोदी सरकार ने अच्छा कार्य किया, इसलिए तो देश की जनता ने दोबारा चुना है। हम चन्द्रमा पर जा रहे हैं और हमारे पास अंतरिक्ष में दुश्मन के सैन्य सैटेलाइट को ध्वस्त करने की क्षमता है। हम अमरीका जैसे ताकतवर देश के सैटेलाइट अंतरिक्ष में स्थापित करते हैं। पूरी दुनिया भारत का लोहा मानती है। आने वाले पांच वर्षों में तो भारत की उपलब्धियां आसमान की ऊंचाइयों को छूएंगी। इतनी उपलब्धियों के बीच ही दो ऐसी खबरें हैं जो मानवता को झकझोर देती हैं। मीडिया खबरों में कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के मराठवाडा के बीड़ जिले में गन्ने के खेतों पर काम करने वाले पांच हजार महिला श्रमिकों के गर्भाशय निकाल दिए गए हैं। गर्भाशय इसलिए निकाले गए, ताकि मासिक चक्र के तीन चार दिनों में शरीर में कमजोर नहीं आए। शरीर में कमजोरी की वजह से महिला श्रमिक काम कम करती हैं, जिससे ठेकेदार को नुकसान होता है। जब ठेकेदार का नुकसान होता है कि वह महिला श्रमिक की मजदूरी की राशि में से कटौती करता है। यानि निर्दयी ठेकेदार तीस दिन में तीन दिन भी कम काम को बर्दाश्त नहीं कर सकता। जब महिला के शरीर में गर्भाशय ही नहीं रहेगा तो फिर मासिक चक्र का झंझंट भी नहीं रहेगा। यानि न बांस होगा और न बांसूरी बजेगी। इस खबर को पढऩे से ही शरीर कांप जाता है। भेदभाव देखिए सरकारी दफ्तरों में काम करने वाली महिलाओं को बच्चे के जन्म पर नौ माह तक का मातृत्व अवकाश मिलता है और दूसरी ओर गन्ना श्रमिकों के मासिक चक्र से मुक्ति पाने के लिए गर्भाशय निकाले जा रहे हैं। शर्मनाक बात तो यह है कि गर्भाशय निकालने का कार्य निजी अस्पतालों में हुआ है। क्या ठेकेदार और अस्पताल के मालिकों चिकित्सकों को फांसी नहीं होनी चाहिए? गर्भाशय निकालने का आरोप किसी विपक्षी दल ने नहीं बल्कि महाराष्ट्र और केन्द्र में भाजपा की सरकार को समर्थन देने वाली शिवसेना ने लगाया है। महाराष्ट्र सरकार ने अब जांच कराने की बात कही है। जांच के क्या परिणाम होंगे, सबको पता है।
चमकी बुखार:
बिहार में भी भाजपा और जेडीयू के गठबंधन वाली सरकार चल रही है। भीषण गर्मी से उत्पन्न चमकी खुबार से अब तक बिहार में लगभग 150 बच्चों की मौत हो गई है। सबसे ज्यदा मौते मुजफ्फपुर के सरकारी अस्पताल में हुई है। यह माना कि चमकी बुखार मौसमी है, लेकिन सवाल उठता है कि जो बच्चे अस्पताल आ गए उनका इलाज क्यों नहीं हुआ? सरकारी अस्पताल में बच्चों की मौत की जिम्मेदारी पूरी तरह सरकार की है। आज अस्पताल के एक पलंग पर दो बच्चे लेटे हैं। अस्पतालों में चिकित्सा कर्मियों की टीम के साथ-साथ दवाईयों का भी अभाव है। सीएम नीतिश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी खामोश हैं। जिस देश में चमकी बुखार से दम तोड़ते बच्चों को दवाईयां तक नहीं मिल रही है उस देश में सरकार की उपलब्धियां क्या मायने रखती है?
एस.पी.मित्तल


डिनर पार्टी में शामिल नहीं होगी आरजेडी

पीएम मोदी की डिनर पार्टी में शामिल नहीं होगी आरजेडी


 नई दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी सांसदों को रात्रि भोज पर आमंत्रित किया है। जिसके बाद कई विपक्षी पार्टियों के नेता भी मौजूद होंगे। हालांकि, कुछ ऐसे में विपक्षी दल हैं जिन्होंने इस भोज में जाने से खुद को और पार्टी को दूर रखा है। आरजेडी ने भी इस भोज से खुद को दूर रखा है।


आरजेडी की सांसद और लालू यादव की बेटी मीसा भारती ने कहा है कि पीएम मोदी के द्वारा किए जा रहे रात्रि भोज में वह शामिल नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि वह इसका हिस्सा नहीं बन सकती और न ही उनकी पार्टी के कोई भी लोग इसमें शामिल होंगे।


मीसा भारती ने कहा कि बिहार के मुजफ्फरपुर में सैकड़ो बच्चों की मौत हुई है। पूरे बिहार में करीब 150 बच्चों की मौत हो गई है, ऐसे में डिनर पार्टी में शामिल होना सही नहीं है। वह प्रदेश के इस तरह की घटना से काफी दुखी हैं। इसलिए वह डिनर पार्टी में शामिल होना सही नहीं समझती।आपको बता दें कि, बिहार में अब तक 147 बच्चों की मौत चमकी बुखार से हो गई है। वहीं, मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक बच्चों की मौत हुई है। ऐसे में विपक्ष लगातार केंद्र और राज्य सरकार का विरोध कर रही है। और सरकार से इस्तीफे की मांग कर रही है।


गोल्ड पॉलिसी पर अहम बैठक होगी कल

पीएम मोदी की गोल्ड पॉलिसी पर अहम बैठक कल


 नई दिल्ली ! गोल्ड पॉलिसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहम बैठक लेंगे। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ अहम बैठक में पीएम मोदी गोल्ड पॉलिसी पर बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री पहली बार इस मुद्दे पर बैठक ले रहे हैं।


इस बैठक में डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स की एक प्रेजेंटेशन दिया जाएगा कि गोल्ड पॉलिसी में हम क्या करना चाहते हैं। इसका ड्राफ्ट वित्त मंत्रालय ने जारी कर दिया है। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि अगर इसको प्रधानमंत्री से हरी झंडी मिल जाती है तो हो सकता है कि 5 जुलाई को पेश होने वाले बजट में सरकार गोल्ड पॉलिसी का ऐलान कर दे।


गोल्ड पॉलिसी लाने का क्या है सरकार का मकसद-गोल्ड पॉलिसी का सबसे प्रमुख मकसद ये है कि गोल्ड को एक फाइनेंशियल एसेट के तौर पर विकसित किया जाए। यानी घरों में जो सोना पड़ा है, अनप्रोडक्टिव है उसको सिस्टम कैसे लाया जाए ताकि उसकी ज्यादा उत्पादकता बढ़ाई जाए।


हरिओम उपाध्याय


गहलोत हो सकते हैं कांग्रेस के नएअध्यक्ष

अशोक गहलोत हो सकते हैं कांग्रेस के नए अध्यक्ष


खबर है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को राहुल गांधी की जगह पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है!जानकारी के अनुसार पार्टी ने अशोक गहलोत के नाम पर मोहर लगा दी है और अब औपचारिक ऐलान होना बाकी है ! राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत को इसके लिए तैयार रहने को कहा गया है !


हालांकि, ये बात साफ नहीं है कि अशोक गहलोत अकेले कांग्रेस अध्यक्ष होंगे या दो-तीन और नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाएगा !लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी !राहुल के इस्तीफा देने की बात पर अड़ जाने के बाद से ही पार्टी को नए अध्यक्ष की आवश्यकता है!


हरे-भरे वृक्ष काटने का जिम्मेदार कौन?

 


दिनदहाड़े चल रहा है हरे वृक्ष काटने का कारोबार,पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से जंगल का दायरा सिमटता जा रहा है।


 चित्रकूट ! विभाग के जिम्मेदार उच्चाधिकारियों की लापरवाही की वजह से ग्रामीण जनों के हौसले रहते हैं बुलंद! शिकायत के बावजूद भी नहीं हो रही है कोई कार्यवाही!सरकार एक तरफ पेड़ लगाने के लिए प्रेरित कर रही है और हर वर्ष वृक्षारोपण करवाने के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन वहीं जंगलों की सुरक्षा में लगे कर्मचारियों की मिलीभगत से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। कल्याणपुर,लक्ष्मणपुर,रामपुर,नागर,करौंहा, निही, चरैया, कोडारिया, कौबरा,रानीपुर, चमरौहां,सकरौंहॉ,बगदरी,सहित वनक्षेत्र के गांवों के जंगलों में तस्करों की आरी-कुल्हाड़ी चल रही है। यहां पर लगे बेशकीमती पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर दी गई है। वन परिक्षेत्र का मुआयना किया तो नजारा हैरान करने वाला था। जी हाँ..इन जंगल में सैकड़ों पेड़ काटे जा चुके हैं।आसपास के लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कुछ तस्कर शाम ढलते ही यहां पहुंच जाते हैं और पेड़ काट कर ले जाते हैं।यह खेल पिछले कई सालों वा दिनों से चल रहा है। वहीं, वन विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से परहेज करते नजर आए।


इन जंगलों में बड़ी संख्या में सागौन, छेवला,शीशम,आँवला, महुआ, तेंदू, जैसे बेशकीमती पेड़ हैं।कुछ वर्ष पहले आसपास के जंगल में घने सागौन के पेड़ नजर आते थे, लेकिन अंधाधुंद पेड़ों की कटाई से जंगल साफ होते जा रहे हैं।


पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से जंगल का दायरा सिमटता जा रहा है।गौरतलब है कि पौधारोपण के नाम पर हर साल विभाग को करोड़ों रुपए के बजट के साथ पौधों को लगाने के साथ सुरक्षा का जिम्मा रहता है। पौधे लगाने के बाद विभाग के अधिकारी इनकी तरफ मुड़कर नहीं देखते,औपचारिकता निभाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों भी साल भर में एक दो कार्रवाई कर खानापूर्ति कर लेते हैं। क्षेत्र से लगे जंगल की इस तरह से हो रही बेखौफ कटाई से वन विभाग एवं आला अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर उंगली उठ रही है।


चित्रकूट-अजय पाण्डेय


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...