सोमवार, 17 जून 2019

चमकी ने ली सैकड़ों जान,मंत्री मैच में मस्त

पटना ! बिहार में चमकी बुखार के प्रकोप से अब तक 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भारत-पाकिस्तान के बीच हो रहे क्रिकेट मैच की चिंता थी! रविवार 16 जून को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की उपस्थिति में जब एसकेएमसीएच की बैठक हो रही थी तो इस दौरान वह मैच का स्कोर पूछ रहे थे!


इस दौरान उन्होंने पूछा कितना विकेट हुआ. किसी ने सामने से जवाब दिया.. चार विकेट. फिर कुछ देर तक उन्होंने मैच की स्थिति पर चर्चा की! न्यूज एजेंसी एएनआई ने स्वास्थ्य मंत्री का यह वीडियो शेयर किया है! वीडियो में स्वास्थ्य राज्य मंत्री और बिहार के बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे भी दिखाई दे रहे हैं!


१33 बच्चों की हो चुकी है मौत, बता दें कि चमकी बुखार से बिहार में अब तक एईएस के चलते 133 बच्चों की मौत हो चुकी है !मौत के बढ़ते आंकड़े बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे इंतजाम के पोल खोल रहे हैं!


एक के 51पाएं, बिना कुछ करें?

आप अगर चाहें तो एक क्लिक में 51 रुपए कमा सकते हैं। अब हम आपको बताते हैं कैसे, और यह कोई फेक या गतल तरीका नहीं है। गूगल आपको एक क्लिक के 51 रुपए दे रहा है, जी हां 51 रुपए वो भी बिना कुछ कराए। इसके लिए आपको पहले कोई फीस या कुछ और नहीं देना है। आपके मोबाइल या आपके किसी दूसरे डेटा से भी कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। इसक लिए आपको यहां क्लिक करके बस गूगल पे ऐप अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करना है। ऐप इस्टॉल करके आपको यहां अपनी कुछ डिटेल्स गूगल के साथ साझा करनी है जैसे अपना मोबाइल नंबर आदि। हालांकि आप यहां जिन डिटेल्स को गूगल के ऐप गूगल पे में देने जा रहे हैं यह डिटेल्स गूगल के पास पहले से ही मौजूद हैं, क्योंकि आप एक एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह डेटा गूगल के पास पहले से ही मौजूद है, यहां आपको भरना मात्र है बस।
कैसे मिलेंगे रुपए: सबसे पहले आपको यहां क्लिक करके अपने फोन में गूगल पे इंस्टॉल करना है। इसमें मांगी गईं जरूरी डिटेल्स भरकर आपको अपना रजिस्ट्रेश कर लेना है। अब अपने किसी भी बैंक के अकाउंट को इससे लिंक कर लेना है। ध्यान रहे गूगल पे में वही अकाउंट यूपीआई के साथ जोड़ा जा सकता है जिसमें मोबाइल नंबर वही होगा जो गूगल पे में दिया गया है। अगर बैंक में कोई दूसरा अकाउंट नंबर है।
गूगल पे इंस्टॉल करने के बाद आप जब किसी भी बैंक खाते या दोस्त को 1 रुपया भी भेजेंगे तो आपके खाते में 51 रुपए अपने आप आ जाएंगे। इस तरह आप एक रुपया भेजकर 51 रुपए पा सकते हैं। अगर आप गूगल पे को पहले से इस्तेमाल कर रहे हैं तो कोई बात नहीं आपका दोस्त या घर का कोई दूसरा सदस्य नहीं कर रहा है तो उसके फोन में भी डाउनलोड करके उसी नंबर पर 51 रुपए पा सकते हैं।


मोनालिसा के अब लाखों फॉलोर्ष है

रोहतास !भोजपुर एक्ट्रेस मोनालिसा के लाखों फॉलोअर्स हैं जिनकी संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मोनालिसा सोशल मीडिया पर बोल्ड और खूबसूरत तस्वीरें शेयर करती हैं। हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी एक तस्वीर शेयर की जिसमें वो काफी खूबसूरत लग रही हैं।


मोनालिसा ने जो तस्वीर शेयर की है उसमें वो लाल रंग का बिना स्लीव्स का सूट पहने नजर आ रही हैं। इसके साथ उन्होंने लाल रंग की बिंदी और लिपस्टिक लगाई हुई है। इन तस्वीरों में मोनालिसा ने बालों को खुला रखा है और इन फोटोज में काफी अच्छी लग रही हैं। इन तस्वीरों को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, 'खुशियां अपने आप में ही खिलती हैं।


काले हिरण केस में सलमान बरी

जोधपुर ! अदालत ने सोमवार को ऐक्टर सलमान खान को अदालत में एक झूठा हलफनामा जमा करने से जुड़े मामले में बरी कर दिया। राजस्थान सरकार ने वर्ष 2006 में सलमान खान पर एक फर्जी हलफनामा जमा करने का आरोप लगाते हुए एक याचिका दायर की थी। ग्रामीण अदालत के सीजेएम अंकित रमन ने राज्य सरकार की याचिका को खारिज कर दिया।


साल 1998 में सलमान खान पर फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान काले हिरण के शिकार में तीन अलग-अलग मामलों में मामला दर्ज किया गया था। इनमें से एक मामले में उन्हें शस्त्र अधिनियम मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की सुनवाई के दौरान उनसे अपने शस्त्र का लाइसेंस जमा करने को कहा गया था।


सलमान खान ने अदालत में एक हलफनामा दायर किया था, जिसमें दावा किया गया था कि वह अपना हथियार लाइसेंस खो चुके हैं, जब वास्तव में वह इसके नवीनीकरण के लिए गए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने आरोप लगाया था। अभियोजन पक्ष ने 2006 में खान के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 340 के तहत कार्रवाई करने के लिए कहा।


हालांकि, बचाव पक्ष के वकील हस्तीमल सारस्वत ने दलील दी कि सलमान खान का अदालत को गुमराह करने का इरादा नहीं था। उनका लाइसेंस वास्तव में उस समय गायब था, जब उन्हें पेश करने को कहा गया। उनके खिलाफ कोई भी कार्यवाही अनुचित होगी। हस्तीमल सारस्वत ने कहा, 'सलमान खान के शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किए जाने के तुरंत बाद हमने उनसे अपने हथियार का लाइसेंस भेजने के लिए कहा था। सलमान खान ने अपने घर में लाइसेंस को खोजा, लेकिन नहीं मिला क्योंकि इसे मुंबई पुलिस आयुक्त के कार्यालय में नवीनीकरण के लिए जमा किया गया था।


हस्तीमल सारस्वत ने यह भी कहा, 'सलमान खान यह बात भूल गए थे। उन्होंने बांद्रा पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। हमने अदालत में दूसरे दस्तावेजों के साथ लाइसेंस गुम होने की रिपोर्ट जमा की है। हालांकि, डीसीपी ने बाद में नवीनीकृत लाइसेंस भेजा, इसके बाद अभियोजन पक्ष ने सलमान खान पर फर्जी सर्टिफिकेट अदालत में जमा करने का आरोप लगाया।


हस्तीमल सारस्वत ने कहा, 'हमने दलील दी कि उनका ऐसा कोई गलत इरादा नहीं था। एक व्यक्ति कभी-कभी भूल जाता है कि उसने अपने दस्तावेज कहां रखे हैं। इस मामले में उन्हें तंग नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि उनकी मंशा को ध्यान में रखा जाना चाहिए। सलमान द्वारा दिए गए सभी बयान मेल खाते हैं और इसमें कोई विरोधाभास नहीं है और इसलिए उन्हें मुक्त कर दिया गया।


डॉक्टर्स की हड़ताल, जनता बेहाल

अहमदाबाद ! पश्चिम बंगाल में दो डॉक्‍टरों पर हुए हमले के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा आहूत हड़ताल के समर्थन में गुजरात में सोमवार को लगभग 28 हजार डॉक्‍टरों ने कार्य का बहिष्कार किया जिससे गैर-आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हुई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।


उन्होंने बताया कि जूनियर डॉक्टरों और प्रशिक्षु डॉक्‍टरों ने अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, जामनगर और राज्य के अन्य प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शन किया। वे विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों के बाह्य मरीज विभागों (ओपीडी) में काम पर नहीं आए। आईएमए के गुजरात चैप्टर के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के लगभग 28 हजार डॉक्‍टर 24 घंटे की इस हड़ताल में शामिल हुए जिसमें अहमदाबाद के नौ हजार डॉक्‍टर शामिल हैं।एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं कुछ हद तक प्रभावित रहीं जबकि आपातकालीन सेवाएं प्रभावित नहीं हुई। इस बीच जूनियर डॉक्टरों और चिकित्सा छात्रों ने राज्य के सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों के बाहर प्रदर्शन किया और मरीजों के परिवार के सदस्यों द्वारा डॉक्टरों पर किए जाने वाले हमलों को रोकने के लिए कड़े कानून की मांग की।


बता दें कि कोलकाता में एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गई थी जिसके बाद उसके रिश्तेदारों द्वारा कथित रूप से किए गए हमले में दो डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर 11 जून से हड़ताल पर हैं। इन डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाते हुए देशभर के डॉक्‍टरों ने काम नहीं करने का फैसला किया और रोगियों को मझधार में छोड़ दिया।


एक मंच पर कब आएंगे पत्रकार?

जय बद्रीविशाल पत्रकारों के न हों बुरे हाल



 देश की आजादी से लेकर आज तक मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।परंतु अपने अहम के लिए बनाए गए संघठन ने सब के साथ संवाद हीनता के कारण सबको कमजोर होने का चोला पहना दिया।आज पत्रकार को जो चाहे वह अपने गुस्सा उनके उपर उतारने लगता है।


डॉक्टर देश मे एक हो सकते हैं सफाई कर्मी ,वकील एक होसकते परन्तु पत्रकार कुकरमुत्तों की तरह कई संगठनों को बनाने के कारण अपनी अहम में चूर हैं एक नहीं हो रहे है ।रस्सी पूरी जलकर अब उसकी गांठ जलने को रह गई है


सरकार समाचार कवरेज करने वाले पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार करने वाले को सरकारी कार्य मे बाधा उत्पन्न करने वाली धाराओं से भी कठोर बना कर उसकी जमानत उच्चतम न्यायालय से एक लाख जुर्माना किये जाने का प्रविधान किया जाय।
साथ ही सरकार जबतक पत्रकार को सामाजिक सुरक्षा के लिए 5साल के मान्यता प्राप्त पत्रकारिता करने के बाद10000 हजार रुपये महीना जिस दिन देना सुरु करेगी उस दिन आपकी सबसे बड़ी इज्जत समाज में आमजन करने लगेंगे।
इस के लिए देश के प्रत्येक जिले में रोज 1 घन्टे का धरना जिलाधिकारी कार्यलय में दिया जाय।पत्रकार कल्याण कोष का गठन कर उद्योगपतियों के फण्ड से 50 अरब के कोष बनाया जाय!पत्रकार का विमारी का पूर्ण व्यय सरकार कल्याण कोष दें।
हवाई यात्रा की सुविधा निशुल्क उपलब्ध की जाय।


पत्रकार का बीमा20 लाख दिया जाय
पत्रकार के मृत्यु पर परिवार को 10 लाख रुपये अनुग्रह राशि दी जाय।इसके लिए मरे 70वें वर्ष के प्रवेश माह में मेरे नेतृत्व में पत्रकार जागो यात्रा श्री बद्रीनाथ धाम हिमालय से दिल्ली राजघाट तक 29 जून के बाद मोटरसाइकिल से निकालने जारहे हैं।
देश के मा0प्रधानमंत्री,अन्य नेताओं को ,राष्ट्रपति ,लोकसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष ,राज्यसभा स्पीकर ,मा0 सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को ज्ञापन दिया जाएगा। सरकार चौथे स्तंभ को कानूनी रूप से अधिकार दे।
ताकि देश के मीडिया अपने अधिकारों को पाने के लिए तैयार हो सके।इस यात्रा को प्रत्येक राज्य के पत्रकार 29 के बाद सुरु कर दिल्ली तक जासकते हैंइसकी पहल तो हमे ही करनी होगी आपके सुझाव सादर आमंत्रित हैं।उनको स्मृति पत्र में सम्मिलित किया जाएगा।


जीतमणि पैन्यूली 


बहुजन समाज के लोग आएंगे छत्र के नीचे

संवाददाता-विवेक चौबे


बरडीहा, गढ़वा! प्रखंड के उच्च विद्यालय के मैदान परिसर में सोमवार को बहुजन समाज पार्टी का बैठक किया गया।बैठक की अध्यक्षता-अजय चौधरी ने की।मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व प्रत्याशी-राजन मेहता थे।राजन मेहता के साथ पार्टी के सहयोगी कार्यकर्ता-धर्मेंद्र ठाकुर भी उपस्थित थे।पूर्व प्रत्याशी-राजन मेहता ने उपस्थित गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बहुजन का अर्थ किसी जाति सम्प्रदाय से नहीं है,बल्कि बहुजन का शाब्दिक अर्थ है बहु+जन।इस शाब्दिक अर्थ से प्रमाणित होता है कि असंख्य लोगों का जमावड़ा।साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी की मजबूती काफी जोर-शोर से मजबूत हो,जिससे कि आगामी विधानसभा का चुनाव विश्रामपुर में अच्छा परिणाम मिल सके।उक्त बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन की मजबूती प्रदान करने हेतु ! जोन स्तरीय डालटनगंज टाउन हॉल में 1 जुलाई को भारी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर बैठक की गई।साथ ही प्रखंड स्तरीय कमिटी भी गठित की गई।गठित कमिटी के प्रखंड अध्यक्ष-दिनेश राम,उपाध्यक्ष-बिरजू रजवार,सचिव-दिनेश राम(सेमरी),कोषाध्यक्ष-सुमंत पासवान,महासचिव-अखलेश प्रजापति सहित अन्य सदस्यों की नियुक्ति उपस्थित लोगों के सर्वसम्मति से की गई।मौके पर-कांडी प्रखंड अध्यक्ष-श्रवण पासवान,उपाध्यक्ष-राजन राम,महासचिव-बब्लू खलीफा,नरेश मेहता,संत कुमार मेहता,लवकेश राम,अमित कुमार,मुन्ना राम,विक्की कुमार सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-370, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. सोमवार, दिसंबर 23, 2024 3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथ...