रविवार, 16 जून 2019

भाजपा को मिले 80 लाख वोट ज्यादा


राजस्थान में लोकसभा चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से 80 लाख वोट ज्यादा मिले। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को डेढ़ लाख वोट ज्यादा मिले थे। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की दर्शनीय उपस्थिति।



 जयपुर! राजस्थान भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक जयपुर में तोतुका भवन में सम्पन्न हुई। इस बैठक में भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद भी उपस्थित रहे। केन्द्रीय संसदीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल दिल्ली में व्यस्त रहने की वजह से नहीं आए, लेकिन केबिनेट मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और राज्यमंत्री कैलाश चौधरी पूरे उत्साह और उमंग के साथ उपस्थित रहे। बैठक की कमान प्रदेश संगठन मंत्री चन्द्रशेखर के हाथों में थी। लोकसभा चुनाव में सभी 25 सीटों पर जीत से चन्द्रशेखर भी उत्साहित थे। बैठक में प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि लोकसभा का यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि आजादी के बाद यह पहला अवसर रहा जब राजस्थान में भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले में 80 लाख वोट ज्याद मिले हैं। इसका श्रेय कार्यकर्ताओं की मेहनत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा है। 80 लाख वोटों की जीत बताती है कि राजस्थान में भाजपा कितनी मजबूती के साथ खड़ी है। आंकड़े बताते हैं कि भाजपा को 200 में से 150 विधानसभा क्षेत्रों में जीत मिली है। कटारिया जब पूरे उत्साह के साथ लोकसभा चुनाव के आंकड़े बता रहे थे, तब बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी उपस्थित थीं, लेकिन उनके चेहरे पर खुशी का कोईभाव नहीं था। सब जानते हैं कि पांच माह पहले विधानसभा का चुनाव भाजपा ने राजे के नेतृत्व में ही लड़ा था और भाजपा को हार का समना करना पड़ा। विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुकाबले कांगे्रस को मात्र डेढ़ लाख मत ज्यादा मिले थे। विधानसभा चुनाव में डेढ़ लाख मतों की हार और लोकसभा चुनाव में 80 लाख मतों की जीत राजस्थान की राजनीति को बयां करती है। सवाल उठता है कि पांच माह में ऐसा क्या हो गया जो हार और जीत का इतना बड़ा अंतर रहा। असल में विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वसुंधरा राजे का और लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी का चेहरा सामने रखा। यदि विधानसभा चुनाव में भी नरेन्द्र मोदी का चेहरा सामने रखा। यदि विधानसभा चुनाव में भी नरेन्द्र मोदी का चेहरा सामने रखा जाता वो आज राजस्थान में भाजपा की सरकार होती। भाजपा के नेता माने या नहीं लेकिन विधानसभा चुनाव में सिर्फ वसुंधरा राजे की वजह से भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। प्रदेश की जनता ने तो जनवरी 2018 में हुए अजमेर और अलवर में हुए लोकसभा के उपचुनाव में ही इशारा कर दिया था, लेकिन वसुंधरा राजे और भाजपा के नेताओं के बुरी तरह हारने के बाद भी मतदाताओं का इशारा नहीं समझा। उल्लेखनीय है कि लोकसभा के उपचुनाव में भाजपा को दोनों संसदीय क्षेत्रों के सभी 16 विधानसभा क्षेत्रों में हार का सामना करना पड़ा था।
राजे की दर्शनीय उपस्थिति:
इसे राजनीति और समय का चक्र ही कहा जाएगा कि जिन वसुंधरा राजे के बगैर राजस्थान में सरकार और संगठन में पत्ता भी नहीं हिलता था, उन्हीं वसुंधरा राजे की 16 जून को भाजपा को प्रदेश कार्य समिति की बैठक में दर्शनीय उपस्थिति रही। हालांकि विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया था, लेकिन राजे को मोह अभी भी प्रदेश की राजनीति से कम नहीं हुआ है। यह बात अलग है कि लोकसभा चुनाव में राजे की कोई प्रभावी भूमिका नहीं थी। कुछ स्थानों को छोड़ कर राजे ने प्रदेशव्यापी दौरा भी नहीं किया। यदि 16 जून जैसे ही हालात रहे तो भाजपा की बैठकों में भी राजे की कोई प्रांसगिता नहीं रहेगी। जोधपुर से गजेन्द्र सिंह शेखावत, बाड़मेर से कैलाश चौधरी, बीकानेर से अर्जुन मेघवाल, राजसमंद से दीयाकुमारी आदि भाजपा उम्मीदवारों ने राजे की भूमिका के बारे में भाजपा के बड़े नेताओं को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है।
एस.पी.मित्तल


बसपा की बैठक संपन्न, करेंगे मंडल सम्मेलन

संवाददाता-विवेक चौबे


कांडी, गढ़वा ! प्रखंड के ढबरिया गांव में बहुजन समाज पार्टी की एक बैठक संपन्न हुई। जिसमें आगामी 1 जुलाई को डालटनगंज में आयोजित बसपा के जोनल स्तरीय सम्मेलन अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की रणनीति बनाई गई। बैठक को संबोधित करते हुए बसपा नेता राजन मेहता ने कहा कि पलामू व चतरा लोकसभा क्षेत्र को मिलाकर बसपा द्वारा एक जोनल स्तरीय सम्मेलन किया जा रहा है , सभी कार्यकर्ता अपनी जिम्मेवारी समझते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारी करें। बैठक में लिए गये निर्णयों पर प्रकाश डालते हुए बसपा नेता ने बताया कि पलामू व चतरा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत जितने भी विधानसभा क्षेत्र है सभी पर बसपा चुनाव लड़ेगी व जीत दर्ज करेगी। बताया कि क्षेत्र में व्याप्त बिजली की समस्या और नीलगाय की समस्या सहित अन्य समस्याओं के लिए चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। बताया कि बसपा का प्रखंड स्तर पर पुनर्गठन किया जा रहा है, उसी के तहत कांडी में नये कमीटी का चुनाव किया गया ,जिसमें सर्वसहमति से कांडी प्रखंड के लिए अध्यक्ष के रूप में श्रवण पासवान , महासचिव नन्द कुमार मेहता , उपाध्यक्ष राजन राम , सचिव बबलू खलिफा , उप सचिव संतोष कुमार राम , कोषाध्यक्ष कुंदन पासवान व मीडिया प्रभारी हनी सिंह को चुना गया। मौके पर रामनरेश मेहता, नागेंद्र मेहता , रामप्यारे मेहता , रामचंद्र मेहता, नंदु राम , लक्ष्मण मेहता सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।


सामाजिक स्वतंत्रता के विपरीत

हमीरपुर ! राकेश त्रिपाठी । प्यार , मोहब्बत और इश्क़ के ज्यादातर मामले अब रेप या शारीरिक शोषण के आरोपों में तब्दील होने लगे हैं । यह तब्दीली पुलिस प्रशासन के लिए परेशानी का कारण बन रही है और शासन के प्रति प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है ।उम्र के तक़ाज़े के साथ भावनाओं में वह उठाया गया क़दम,  आशिकों को आरोपी के रूप में कानून के कठघरे में खड़ा कर रहा है ।
आज़ कल नगर क्षेत्र , आस पास और दूर दराज़ के क्षेत्रों से रेप की घटनाओं की बाढ़-सी आ गई है । ऐसी खबरों से न केवल पुलिस प्रशासन की थू-थू हो रही है ! बल्कि शासन सत्ता के ऊपर भी प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं । इन खबरों से चारों ओर हाय-दईया मचा है । जब कि अंदरूनी सच कुछ और है । मीडिया भी अन्दर का सच न बताकर कौवा-कान ले गया की तर्ज पर नमक-मिर्च मिला कर इन खबरों के माध्यम से पुलिस और सत्ता की किरकिरी कर, वाह-वाही हासिल कर रहा है ।
पुलिस भी ऐसी घटनाओं का सच जानते हुए पीड़िता के बयान पर निर्दोष आरोपी के विरुद्द कार्यवाही करने को विवश है । कानून से यह पुलिस की लाचारी है ।
पुलिस में ऐसी घटनाओं की तहरीर देने के बाद मामले में सुलह हो जाने रिपोर्ट दर्ज न होना या कानूनी कार्रवाई के बाद पीड़िता का अदालत में बयान बदल देना सब कुछ स्पष्ट कर देता है । यौवन के जोश में इश्क़ से शुरुवात हुई संबंधों की कहानी उस समय मोड़ ले लेती है जब लालच या स्वार्थ की भावना युवक युवती में से किसी भी एक में आ जाती है । प्यार के खेल में भावनाओ में आकर बनाये गये फ़ोटो या वीडिओ ब्लैक मेलिंग का आधार बनते हैं । अथवा जब युगल में अनबन हो जाती है तो यह कार्रवाई बदले की भावना से होने लगती है । फ़िर पुलिस की मुसीबत और आशिक की आफत शुरू होती है । दो दिलों में उपजा प्यार या नादानी में उठाया गया क़दम किसी भी युवक को बलात्कारी बनाने के लिए पर्याप्त होता है ।
कहते हैं कि गेहूं के साथ घुन भी पिसता है । सो ऐसे मामलों में युवक के सहयोगी जब लपेट में आते हैं तो मामला गैंग रेप का हो जाता है । ऐसी कुछ घटनाओं में ऐसा भी प्रकाश में आया है कि प्रेमी प्रेमिका की भावनाओ में बेईमानी नहीँ थी लेकिन जब लड़की के परिजनों की संज्ञान में मामला आया तो उनकी नियत खराब हो गयी । लड़के ने मुंह मांगी मुराद पूरी कर दी तो ठीक , नहीँ तो कटघरे में । लड़की बेचारी बेबस होकर वफ़ा नहीँ कर पाती ।


मैनहोल में उतरे दो मजदूरों की मौत

 मैनहोल में उतरे दो मजदूरों की जहरीली गैस से मौत, ठेकेदार फरार


 बरपेटा !फैजाबाद रोड स्थित डीपी बोरा पेट्रोल पंप के पास शनिवार को प्राइवेट सीवर लाइन में सफाई करने उतरे दो मजदूरों की मैनहोल में जहरीली गैस से दम घुटने से मौत हो गई। असोम के बरपेटा जिला, गांव बक्सा गोवर्धन निवासी रैबुल खान (17) और शहाबुद्दीन (34) डालीगंज में गोमती नदी के किनारे झुग्गी बस्ती में रहते थे। दोनों ठेकेदार तुमेज खान के साथ फैजाबाद रोड पर शनिवार सुबह 11 बजे से सीवर लाइन की सफाई कर रहे थे। दोनों अन्य मजदूरों के साथ सफाई करते हुए दोपहर 12 बजे के करीब डीपी बोरा पेट्रोल पंप के सामने पहुंचे। पहले रैबुल खान सफाई के लिए मैनहोल में उतरा और जहरीली गैस से बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए शहाबुद्दीन भी मैनहोल में उतरा। वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया। घटना के बाद ठेकेदार भाग निकला।मौके पर पहुंचे दमकल और पुलिसकर्मी चार घंटे की मशक्कत के बावजूद दोनों मजदूरों को मैनहोल से बाहर नहीं निकाल सके। इसी दौरान उधर से गुजर रहे डालीगंज निवासी गोताखोर मोनू कश्यप की नजर पड़ी और उसने जान की परवाह किए बगैर शाम चार बजे के करीब रस्सी के सहारे सीवर लाइन में उतरकर दोनों को बाहर निकाला। इसके बाद दोनों को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।मजदूरों के घरवालों ने आरोपित ठेकेदार समेत लापरवाही बरतने वाले अन्य लोगों के खिलाफ चिनहट कोतवाली में तहरीर दी है। इंस्पेक्टर चिनहट के मुताबिक मुकदमा दर्ज करके पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। रैबुल खान अपने भाई गुलाल खान के साथ रहता था। उसकी शादी नहीं हुई थी। शहाबुद्दीन के परिवार में पत्नी रोमिशा व दो बेटे जलालुद्दीन, कमालुद्दीन तथा एक बेटी शाहिदा है।


भारत और वर्मा ने किया संयुक्त सर्जिकल स्ट्राइक

भारत और म्यांमार की आर्मी ने मिलकर की 'सर्जिकल स्ट्राइक', ध्वस्त किए कई आतंकी ठिकाने


 नई दिल्ली !भारत और म्यांमार की सेनाओं ने मणिपुर, नगालैण्ड और असम में सक्रिय विभिन्न उग्रवादी समूहों को निशाना बनाते हुए अपने-अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में 16 मई से तीन सप्ताह तक समन्वित अभियान चलाया। रक्षा सूत्रों ने रविवार को बताया कि 'ऑपरेशन सनराइज' का पहला चरण भारत-म्यामां सीमा पर तीन महीने पहले चलाया गया था। इस दौरान पूर्वोत्तर स्थित उग्रवादी समूहों के कई ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था।


म्यांमार भारत के रणनीतिक पड़ोसियों में से एक है और उग्रवाद प्रभावित मणिपुर तथा नगालैण्ड सहित पूर्वोत्तर राज्यों से इसकी 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। भारत सीमा रक्षा के लिए दोनों देशों की सेनाओं के बीच गहरे समन्वय पर जोर देता रहा है।


सूत्रों ने बताया कि 'ऑपरेशन सनराइज-2' के दौरान उग्रवादी समूहों के शिविरों को नष्ट करने के लिए दोनों देशों की सेनाओं ने एक-दूसरे का सहयोग किया। जिन उग्रवादी संगठनों को निशाना बनाया गया, उनमें कामतापुर लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन (केएलओ), एनएससीएन (खापलांग), उल्फा (1) और नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) शामिल हैं।


उन्होंने जानकारी दी कि अभियान के दौरान कम से कम छह दर्जन उग्रवादियों को दबोच लिया गया और उनके कई ठिकाने तबाह कर दिए गए। सूत्रों ने बताया कि दोनों देश खुफिया सूचनाओं और जमीनी स्थिति के आधार पर अभियान का तीसरा चरण भी शुरू कर सकते हैं। अभियान में भारतीय सेना के साथ ही असम राइफल्स के जवान भी शामिल थे।


जीत के लिए की गई विशेष पूजा

पाकिस्‍तान पर भारत की जीत के लिए वाराणसी और गोरखपुर में की गई विशेष पूजा


 गोरखपुर-वाराणसी !भारत और पाकिस्‍तान के बीच रविवार को मैनचेस्‍टर के ओल्‍ड ट्रेफर्ड में हाई प्रोफाइल मैच होना है। भारतीय फैंस आस लगाए हुए हैं कि विराट के धुरंधर विश्‍व कप 2019 के 22वें मैच में पाकिस्‍तान को पटखनी दे ताकि विश्‍व कप इतिहास में भारत की बढ़त 7-0 हो जाए। भारत में क्रिकेट को धर्म की तरह माना जाता है। इसी के चलते भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के लिए वाराणसी, गोरखपुर में विशेष 'आरती' व 'हवन' किया जा रहा है।


बनारस और गोरखपुर में यह आरती व हवन भारतीय टीम की जीत के लिए की गई। भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के लिए लोग सुबह से ही पूजा-हवन कर रहे हैं। वाराणसी में विशेष आरती के लिए भव्य आयोजन किया गया। हालांकि, क्रिकेट फैंस चाहेंगे कि आज का मैच पूरा हो ताकि वह इसका भरपूर आनंद उठा सकें क्‍योंकि मुकाबले में बारिश का खतरा मंडरा रहा है।


डीलर ने दो महीने से राशन वितरित नहीं किया

डीलर पर दो महीने का राशन नहीं दिए जाने का आरोप


संवाददाता-विवेक चौबे



कांडी, गढ़वा ! प्रखंड में जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की मनमानी बढ़ता ही जा रहा है।रविवार को लमारी कला पंचायत के हरिगावां गांव के लाभुकों ने जन वितरण प्रणाली के दुकानदार-राम नारायण साह पर ससमय व प्रत्येक महीने राशन व किरोसिन तेल नहीं दिए जाने को लेकर गोलबन्द हो कई आरोप लगाया।ग्रामीणों ने बताया कि डीलर राम नारायण साह के द्वारा मई व जून दो महीने का राशन नहीं दिया गया है। जब लाभुकों ने गोदाम से जानकारी प्राप्त किया तो पता चला कि डीलर द्वारा 4 मई को राशन का उठाव कर लिया गया है।डीलर द्वारा राशन उठाव करने के बावजूद भी लाभुकों के बीच वितरण नहीं किया गया। जिससे साफ तौर पर स्पष्ट होता है कि उक्त डीलर ने राशन ब्लैक कर दिया। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि डीलर आठ मई से मेडिकल छुट्टी पर है।हालांकि मशीन में किसी लाभुकों का अंगूठा का निशान नहीं लगाया गया है।ग्रामीणों ने बताया कि मनमानी का आलम है कि डीलर द्वारा साल में दो या तीन माह का राशन ब्लैक कर दिया जाता है ।साथ ही ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि तीन लीटर केरोसिन तेल के जगह पर दो लिटर ही 55 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से दिया जाता है।आक्रोशित ग्रामीणों ने उक्त जन वितरण प्रणाली के दुकानदार राम नारायण साह पर कार्रवाई की मांग किया है।साथ ही कहा कि 2 माह का राशन मई व जून का बकाया है।राशन हम लोगों को शीघ्र दिलवाया जाए। उक्त समस्या के संदर्भ में आक्रोशित ग्रामीणों ने डीलर पर मनमानी का आरोप लगाते हुए उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर शिकायत करने का निर्णय लिया। साथ ही एक-एक प्रतिलिपि प्रखंड विकास पदाधिकारी कांडी, प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष,विधायक प्रतिनिधि व प्रखंड प्रमुख को भेजने का निर्णय लिया। कहा कि पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से आग्रह है कि हम लोगों को दो महीने का राशन व केरोसिन तेल दिलवाया जाए और जन वितरण प्रणाली के दुकानदार-राम नारायण साह पर कार्रवाई का मांग किया।मौके पर-गोपाल ठाकुर,शिव शंकर राम, विजय मिश्रा,सतीश कुमार मिश्रा,दिनेश मिस्त्री,प्रवेश मिश्रा,पारसनाथ राम, प्रदीप मिश्रा,सरयू साह,मीना देवी,दुर्गा देवी,पानकली देवी,पार्वती देवी,उमा कुवंर, धनौती देवी,माना देवी, शकुंतला देवी,प्रमिला देवी,पानपति देवी, सरिता देवी सहित काफी संख्या में आक्रोशित लाभुक उपस्थित थे।


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...