साले ने शराब के नशे में लड़ते हुए किया था जीजा के हत्या का जिक्र
पुलिस की पड़ताल में सामने आयी यह सच्चाई पढ़े चौंकाने वाली मर्डर मिस्ट्री
कोरबा ! छत्तीसगढ मे कोरबा स्थित सुदूर पसान के दर्रीपारा इलाके में हुई युवक की हत्या और फिर शव को गुप्त तरीके से दफनाए जाने के मामले को पूरी तरह सुलझाने में पुलिस को कामयाबी मिली है! करीब डेढ़ माह तक चले आरोपियों की खोजबीन के बाद अनिल चौधरी के हत्यारे साले राजकुमार चौधरी, सुखसेन, जमुना बाई और एक अन्य फूलमती को हिरासत में ले लिया गया है!
दरअसल मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के रहने वाला दुर्गेश के भाई अनिल चौधरी ने प्रेम विवाह किया था! शादी के बाद वह घर जमाई बनकर पसान के दर्रीपारा में रह रहा था! डेढ़ माह पहले जब वह दर्रीपारा पहुंचा तो उसे उसका भाई अनिल चौधरी लापता मिला! पूछताछ में उसे बताया गया कि अनिल कमाने खाने रायपुर गया हुआ है! इस जवाब से असंतुष्ट दुर्गेश ने जब दूसरे लोगो से पूछताछ की तो उसे कुछ और ही कहानी पता चली! इसी बीच उसे घर के बाहर एक लाश जमीन में दफन हालात में दिखी! उसने इस पूरे मामले की सूचना पसान पुलिस को दी!
जिसके बाद नायाब तहसीलदार गुरुदत्त पंचभाई की अगुवाई में अनिल के शव को कब्र से निकाला गया और पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी की गयी थी! इस दौरान पसान थाना के प्रभारी रमेन्द्रसिंह बी सदल बल मौजूद थे! जानकारी के मुताबिक़ अनिल के शव के प्राथमिक परिक्षण से ह्त्या की पुष्टि हो चुकी थी! डॉक्टर्स की माने तो अनिल के सर की हड्डी टूटी हुई थी! आशंका जताई जा रही थी की अनिल के सिर पर हत्यारे ने किसी भारी चीज से वार किया और उसकी हत्या की!
पसान पुलिस इस लाश के सम्बंध में उसकी पत्नी और ससुरालियों से कुछ पूछताछ कर पाती सभी घर छोड़कर फरार हो गए थे! करीब डेढ़ माह तक चले खोजबीन के बाद पुलिस ने पत्नी फूलमती, नानी सास जमुना बाई, ससुर सुखसेन, और बड़े साले राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया है! पकड़ में आये राजकुमार ने अपने जीजा के हत्या का अपराध स्वीकार कर लिया है!
आपको बता दे कि मृतक के भाई दुर्गेश को अनिल के गायब होने की खबर आसपास के लोगो ने ही दी थी! उनके अनुसार एक बार जब अनिल के साले राजकुमार और दूसरे साले रवि शराब के नशे में झगड़ रहे थे !तब राजकुमार ने रवि को भी अनिल की तरह ही मारकर जमीन में दफन करने की बात कही थी! पड़ोसियों को तभी से अनिल के लापता होने के मामले में संदेह था और पूछे जाने पर इसका जिक्र दुर्गेश के आगे कर दिया था!
सत्या साहू