नई दिल्ली ! ज़िंदगी यूं हुई बसर तन्हा.. काफ़िला साथ और सफर तन्हा। गीतकार गुलजार की लिखी लाइनें भारत नगर में बुजुर्ग भाई-बहन की जिंदगी पर सटीक हैं। दरअसल, चमनलाल के पड़ोसी ने बताया कि पुश्तैनी कोठी होने की वजह से भाई-बहन ने कभी घर नहीं छोड़ा। 1957 में बनी कोठी से दोनों को गहरा लगाव था। एक-दूसरे का खयाल रखते थे। पड़ोसियों से ज्यादा वास्ता नहीं रखते थे। काफी समय से चमनलाल को पड़ोसियों ने नहीं देखा।
राजकुमारी ही घर से बाहर सामान लेने निकलती थीं। अक्सर पड़ोसी उन्हें बस दरवाजे पर दूध लेने के लिए निकलते हुए देखते थे। पड़ोसियों का कहना है कि आनंद विहार में रहनेवाले चमन के भाई-भतीजे ही फोन करके हालचाल पूछते रहते थे। बता दें कि भारत नगर में एक घर में दो बुजुर्गों की लाशें मिली थीं।
छानबीन कर रही पुलिस को किसी बाहरी के घर में एंट्री के सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस जब मौके पर पहुंची, घर के लाइट पंखे चल रहे थे। राजकुमारी का फोन भी चार्जिंग पर लगा था। चमन के घर का सामान भी सुरक्षित मिला। पुलिस को मौत के पीछे किसी तरह का अंदेशा फिलहाल दिखाई नहीं दे रहा। दोनों के शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं।
आसपास के लोगों के मुताबिक, राजकुमारी ने रविवार सुबह आखिरी बार दूध लिया था। उसके बाद दूधवाला घर पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला। वह बिना दूध दिए ही लौट गया। अंदेशा है कि रविवार को ही किसी समय राजकुमारी की मौत हो गई। उसके बाद गर्मी, भूख और प्यास से किसी दिन चमनलाल की भी मौत हो गई। क्राइम टीम ने घर की जांच की है। तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस चमन के भाई और भतीजों से पूछताछ कर रही है।
सीनियर सिटिजन सेल में नहीं थे रजिस्टर्ड
पुलिस अफसरों ने बताया कि बुजुर्ग भाई-बहन ने खुद को दिल्ली पुलिस की सीनियर सिटिजन सेल में रजिस्टर्ड भी नहीं कराया था। कई बार पुलिसकर्मियों और बीट स्टॉफ ने उनसे मिलने की कोशिश की। उन्होंने खुद को रजिस्टर्ड कराने से मना कर दिया था। उसके बाद भी बीट स्टाफ उनका हालचाल लेने घर आता-जाता रहता था। वहीं, पड़ोसी इससे इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि दोनों के घर कभी किसी भी पुलिसकर्मी को आते-जाते नहीं देखा। हो सकता है कि फोन पर हालचाल ले लेते होंगे।
शुक्रवार, 14 जून 2019
बहन के बाद, बुजुर्ग भाई ने भी दम तोड़ा
गुरुवार, 13 जून 2019
एमआरआई के लिए बुलाया, महिला की मौत
अस्पताल में भर्ती महिला को एमआरआई के लिए ढाई महीने बाद बुलाया, मौत
नई दिल्ली ! दिल्ली के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सफरजंग हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। 47 साल की विमला कोमा में थीं और सफदरजंग में भर्ती थीं। वो जिंदगी और मौत से जूझ रही थीं। उनके ब्रेन का MRI होना था। भर्ती होने के बावजूद एमआरआई के लिए उन्हें 26 अगस्त का टाइम दिया गया।
खराब हालत के चलते विमला इतना लंबा इंतजार कर नहीं पाई और उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जांच के अभाव में इलाज प्रभावित हुआ, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। यही नहीं ऐेसा ही एक और मामला सामने आ रहा है जब अन्य महिला मरीज को एमआरआई के लिए 12 नवंबर की डेट मिली है।
आपको बता दें कि विमला सफदरजंग के न्यूरॉलजी विभाग में ऐडमिट थीं। परिजनों का आरोप है कि वह बोल तक नहीं पा रही थीं, कोमा वाली स्थिति में थीं। उन्होंने कहा कि इलाज करने वाले डॉक्टर ने खुद एमआरआई ब्रेन की जांच कराने को लिखा था, बावजूद इसके अस्पताल के रेडियॉलजी विभाग ने 26 अगस्त का समय दिया था।
परिजनों ने बताया कि हमें तो यही डर था कि बिना जांच के इलाज कहीं इस कदर प्रभावित न हो जाए कि हमें इसका बड़ा खामियाजा हमें भुगतना पड़े। रिश्तेदार ने एक अखबार से बातचीत में बताया कि जब मरीज ऐडमिट हो जाता है तो उसके इलाज की जरूरत के अनुसार जल्दी जांच होती है, ताकि इलाज सही तरीके से हो सके। यहां तो ऐडमिट मरीज को भी ओपीडी की तरह डेट दी जा रही थी।
समस्या को लेकर की गई प्रेस वार्ता
ज्वलंत समस्याओं को लेकर ब्रजेन्द्र पाठक ने किया प्रेस वार्ता
संवाददाता-विवेक चौबे
कांडी(गढ़वा) ! बिजली की ज्वलंत समस्याओं को लेकर भाजपा नेता-ब्रजेन्द्र पाठक ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ब्रजेन्द्र पाठक ने कांडी प्रखंड की जनता को लोकसभा चुनाव में बीडी राम को वोट देने व सांसद बनाने के लिए आभार प्रकट किया। कहा कि भाजपा का चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय मंत्री-नितिन गडकरी से मिलकर तीनों प्रखंड-कांडी,बरडीहा व मझिआंव के ज्वलंत समस्याओं को दूर करने के लिए मांग करेंगे।साथ ही श्री पाठक ने कहा कि मझिआंव-सुंडिपुर रोड, मझिआंव-कांडी रोड व मझिआंव-विशुनपुरा रोड में बिना भूमि अधिग्रहण किए ही सड़क का निर्माण कर दिया गया।उक्त रोड में भूस्वामियों को मुवावजा आज तक नहीं मिला।साथ ही बुलंद आवाज में उन्होंने कहा कि मंत्री से इसी वितीय वर्ष में श्रीनगर में पुल निर्माण की शुरुवात अविलम्ब कराने के लिए मांग किया जाएगा।साथ ही मझिआंव में बाई पास रोड व प्रसिद्ध सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल को पर्यटक स्थल का दर्जा देने के लिए मांग किया जाएगा।झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री व बिजली विभाग के एमडी को सतबहिनी में ग्रिड निर्माण की स्वीकृति देने के लिए धन्यवाद दिया।कहा कि उक्त तीनों प्रखंड की जनता बिजली के लिए त्रस्त है।लोग प्राचीन समय के तरह आज भी ढिबरी युग मे रहने पर विवश हैं।मौके पर-पूर्व जिला बिस सूत्री सदस्य-विनोद चौधरी,सत्येन्द्रनाथ तिवारी,सुशील कुमार दुबे,मोहन सोनी,अजमेर चौबे,नरेश रजक सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
भारत-न्यूजीलैंड का बारिश ने बिगाड़ा खेल
भारत-न्यूजीलैंड मैच रद्द, बारिश ने बिगाड़ा खेल
नॉटिंघम ! भारत-न्यूजीलैंड के बीच गुरुवार को खेले जाने वाला विश्व कप का 18वां मुकाबला खराब मौसम के चलते रद्द हो गया। नॉटिंघम के ट्रेंटब्रिज मैदान में रुक-रुककर हो रही लगातार बारिश के चलते मैदान बेहद गीला था, इसलिए भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे मैच को रद्द करने की अधिकारिक घोषणा कर दी गई। बारिश के कारण बिना टॉस हुए ही मैच रद्द करना पड़ा। दोनों टीम के बीच 1-1 अंक बांट दिए गए।मैच नहीं होने से दर्शकों को खासी निराशा झेलनी पड़ी। दर्शक मैच में कुछ देर का खेल होने की उम्मीद को लेकर मैदान पहुंचे थे, लेकिन बारिश के कारण एक भी बॉल नहीं फेंकी जा सकी और दर्शकों को निराश होकर घर लौटना पड़ा।
गौतरलब है कि विश्वकप में यह चौथा मैच है जो बारिश की वजह से नहीं हो सका है । इससे पहले 4 जून को कार्डिफ में श्रीलंका-अफगानिस्तान के मैच के लिए 41-41 ओवर ही निर्धारित किए जा सके। 7 जून को ब्रिस्टल में पाकिस्तान और श्रीलंका का मैच रद्द करना पड़ा।इस मैच में तो टॉस तक नही हो पाया। 10 जून को साउथैम्प्टन में साउथ अफ्रीका-वेस्टइंडीज का मैच 7.3 ओवरों से आगे खेला नहीं जा सका। 11 जून को बारिश की वजह से ब्रिस्टल में श्रीलंका और बांग्लादेश मुकाबले का टॉस हो नहीं पाया।
चोटिल शिखर धवन की अनुपस्थिति में भारतीय टीम की वैकल्पिक व्यवस्था की गुरूवार को न्यूजीलैंड के दमदार आक्रमण के सामने कड़ी परीक्षा होनी थी, लेकिन यह लगातार खराब चल रहे मौसम के रुख बदलने पर ही संभव हो पाया। दोनों टीमों के बीच विश्व कप में 16 साल बाद टक्कर होती।
आरक्षक से लेकर एसपी बन सकते हैं टीचर
रायपुर: पुलिस पब्लिक स्कूल के लिए भर्तियां.. पीएचक्यू ने जारी किया सभी पुलिस यूनिट को पत्र.. एसपी से लेकर आरक्षक बन सकते है टीचर
रायपुर ! टीचर बनने की हसरत लेकर जिन्होंने जनसुरक्षा का जिम्मा सम्हाल लिया उन्हें उनके ही विभाग ने उन्हें टीचरशिप का एक अनोखा और सुनहरा मौका दिया है! राजधानी स्थित पुलिस पब्लिक स्कूल में शैक्षणिक कार्य के लिए पुलिस मुख्यालय रायपुर की तरफ से टीचरशिप के लिए आवेदन मंगाए गए है ! इस कार्य हेतु पुलिस विभाग के एसपी से लेकर आरक्षक स्तर के पुलिसकर्मी पात्र होंगे. डीजीपी की तरफ से जारी पत्र के मुताबिक हायर क्वालिफाइड पुलिस अधिकारी और कर्मी शैक्षणिक कार्य के लिए सम्बद्ध कर दिए जाएंगे ! पत्र के मुताबिक इच्छुक अभ्यर्थी (पुलिस अधिकारी/कर्मी) 15 दिवस के भीतर अपने समस्त दस्तावेज पीएचक्यू में जमा कर सकते है!
सत्या साहू
पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच वार्ता
बिश्केक में पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच वार्ता
शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे हैं। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव का नाम शामिल है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ समिट से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से वार्ता की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक गए हैं। जहां पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान पीएम मोदी और हसन रुहानी के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
प्राइवेट एक्सपर्ट्स बन सकेंगे सरकारी अधिकारी
मोदी सरकार का नया प्लान, 40 प्राइवेट एक्सपर्ट्स को देंगे अफसर बनने का मौका
नई दिल्ली ! मोदी सरकार जीत के बाद अपनी नई सत्ता को मजबूत करने के लिए कई बड़े फेरबदल कर रही है। केंद्र सरकार ने एक नया प्लान बनाया है, जिसके तहत निजी क्षेत्र के 40 विशेषज्ञों को ब्यूरोक्रेसी में शामिल किया जाएगा। नए प्लान के तहत अब आईएएस लॉबी में निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ भी एंट्री कर सकेंगे। इन विशेषज्ञों को भी वहीं पद, वेतन, सुविधाएं और अधिकार रहेंगे, जो अफसरों के होते हैं।
अंतर इस बात का है कि निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर तीन साल के लिए होगी. और अगर इनका प्रदर्शन अचछा रहता है तो इस कॉन्ट्रैक्ट को पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। इनकी नियुक्ति सलाहकार के रूप में होगी। फिलहाल कार्मिक मंत्रालय इस पर एक मसौदा तैयार कर रहा है। फिलहाल ऐसे 40 विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाएगी।
इनको फिक्सड टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर रखा जाएगा। नीति आयोग भी ऐसे विशेषज्ञों को उप सचिव से लेकर के संयुक्त सचिव के पद पर रखेगी। फिलहाल सरकार ऐसे लोगों को सलाहकार के पद पर नियुक्त कर रही है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) इस बारे में जल्द ही एक विज्ञापन को जारी करेगा। इससे पहले अप्रैल में नौ व्यक्तियों को संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्त किया था। संयुक्त सचिव पर ज्यादातर आईएएस, आईपीएस या फिर अन्य प्रमुख सेवाओं के लोगों को नियुक्त किया जाता है।
न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन
न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन भानु प्रताप उपाध्याय मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...
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