गुरुवार, 13 जून 2019

प्राइवेट एक्सपर्ट्स बन सकेंगे सरकारी अधिकारी

मोदी सरकार का नया प्लान, 40 प्राइवेट एक्सपर्ट्स को देंगे अफसर बनने का मौका


 नई दिल्ली ! मोदी सरकार जीत के बाद अपनी नई सत्ता को मजबूत करने के लिए कई बड़े फेरबदल कर रही है। केंद्र सरकार ने एक नया प्लान बनाया है, जिसके तहत निजी क्षेत्र के 40 विशेषज्ञों को ब्यूरोक्रेसी में शामिल किया जाएगा। नए प्लान के तहत अब आईएएस लॉबी में निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ भी एंट्री कर सकेंगे। इन विशेषज्ञों को भी वहीं पद, वेतन, सुविधाएं और अधिकार रहेंगे, जो अफसरों के होते हैं।


अंतर इस बात का है कि निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर तीन साल के लिए होगी. और अगर इनका प्रदर्शन अचछा रहता है तो इस कॉन्ट्रैक्ट को पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। इनकी नियुक्ति सलाहकार के रूप में होगी। फिलहाल कार्मिक मंत्रालय इस पर एक मसौदा तैयार कर रहा है। फिलहाल ऐसे 40 विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाएगी।


इनको फिक्सड टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर रखा जाएगा। नीति आयोग भी ऐसे विशेषज्ञों को उप सचिव से लेकर के संयुक्त सचिव के पद पर रखेगी। फिलहाल सरकार ऐसे लोगों को सलाहकार के पद पर नियुक्त कर रही है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) इस बारे में जल्द ही एक विज्ञापन को जारी करेगा। इससे पहले अप्रैल में नौ व्यक्तियों को संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्त किया था। संयुक्त सचिव पर ज्यादातर आईएएस, आईपीएस या फिर अन्य प्रमुख सेवाओं के लोगों को नियुक्त किया जाता है।


एएन-32 में सवार 13 लोगों के शव बरामद

एएन -32 विमान में सवार सभी 13 लोगों के शव बरामद


एएन-32 विमान में सवार सभी 13 जवान के शव बरामद कर लिए गए हैं। अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनास्थल से अब शवों को लाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली जाएगी। बता दें कि आज ही वायुसेना ने 3 जून से लापता विमान एएन 32 में सवार 13 लोगों की मौत की पुष्टि की थी। वायुसेना ने कहा कि आज आठ सदस्यों की टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंची। एयरफोर्स को दुख है कि एएन 32 की दुर्घटना में कोई भी नहीं बचा है।


वायुसेना ने ट्वीट कर कहा था, ''एएन 32 विमान की दुर्घटना में विंग कमांडर जीएम चार्ल्‍स, स्‍क्‍वाड्रन लीडर एच विनोद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंती, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एमके गर्ग, वारंट ऑफिसर केके मिश्रा, सार्जेंट अनूप कुमार, कॉरपोरल शेरीन, लीड एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंह, लीड एयरक्राफ्ट मैन पंकज, नॉन काम्‍बटेंट कर्मचारी पुतली और नॉन काम्‍बटेंट कर्मचारी राजेश कुमार का निधन हुआ है।''


वायुसेना ने इस बड़े नुकसान पर दुख प्रकट किया है और इन्हें एयर वॉरियर कहा है। साथ ही जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। वायुसेना का विमान एएन 32 इसी महीने 3 जून को लापता हो गया था। विमान ने असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के शि-योमि जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी और करीब आधे घंटे बाद विमान का संपर्क नियंत्रण कक्ष से टूट गया था।


इजराइल ने मोदी को कहा, धन्यवाद

यूएन में भारत ने किया इजरायल का समर्थन, नेतन्याहू ने पीएम मोदी को कहा- धन्यवाद


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र में भारत ने इजरायल के पक्ष में मतदान किया था। इजरायल ने फिलिस्तीन के गैर सरकारी संगठन शहीद को सलाहकार का दर्जा दिए जाने पर आपत्ति जताई थी। इसी के पक्ष में भारत ने इजरायल के लिए वोट किया था।


भारत ने फिलिस्तीनी गैर-सरकारी संगठन 'शहीद' को पर्यवेक्षक का दर्जा देने से इनकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद में इज़राइल के पक्ष में मतदान किया। इज़राइल ने कहा कि संगठन ने हमास के साथ अपने संबंधों का खुलासा नहीं किया है । नेतन्याहू ने 6 जून के वोट के लगभग एक हफ्ते बाद बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को समर्थन के लिए धन्यवाद, यूएन में इजरायल के साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद।


दरअसल, भारत ने अपने अब तक के रुख से हटते हुए संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद में इजरायल के एक प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया है। जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रस्ताव के समर्थन में 28 देशों ने वोटिंग की थी जिनमें अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और जापान भी शामिल हैं। वहीं, विरोध में चीन, ईरान, पाकिस्तान और सऊदी सहित 14 देशों ने वोट डाला था।


भाजपा की बैठक में वसुंधरा का जलवा फीका


भाजपा की बैठक में वसुंधरा राजे का जलवा फीका रहा।
पर अमित शाह ने दिया सम्मान।


 नई दिल्ली ! नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व दोबारा से सरकार बनने के बाद 13 जून को दिल्ली में भाजपा की बैठक हुई। इस बैठक मे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और संगठन महासचिवों को खासतौर से बुलाया गया। हालांकि बैठक में भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को नहीं बुलाया, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया। इस नाते राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी उपस्थित रही। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी और संगठन महासचिव चन्द्रशेखर के चेहरे पर जो चमक थी, वैसी चमक राजे के चेहरे पर देखने को नहीं मिली। अलबत्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह ने सम्मान देते हुए दीप प्रज्ज्वलन के लिए राजे को मंच पर बुलाया। संभवत: यह पहला अवसर रहा जब भाजपा की राष्ट्रीय बैठक में वसुंधरा राजे की चमक देखने को नहीं मिली। असल में राजस्थान में विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाकर प्रदेशों की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन राजे ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का कामकाज नहीं संभाला। राजे की रुचि राजस्थान में ही बनी रही। लोकसभा चुनाव में भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने जो रणनीति अपनाई उसका परिणाम रहा कि भाजपा को सभी 25 सीटों पर जीत हासिल हुई। राजे ने न तो प्रदेशभर में दौरा किया और न ही अन्य प्रदेशों में जाकर भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में कोई सभा की। राजे का अधिकांश समय अपने पुत्र दुष्यंत सिंह के झालावाड़ संसदीय क्षेत्र में लगा रहा। कुछ स्थानों पर दिखाने के लिए राजे ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता भी मानते हैं कि जो भूमिका विधानसभा चुनाव में थी, वो भूमिका लोकसभा चुनाव में देखने को नहीं मिली। भाजपा के कुछ उम्मीदवारों ने तो राजे के नकारात्मक व्यवहार की शिकायत राष्ट्रीय नेतृत्व को की है। चाहे आरएलपी के नेता हनुमान बेनीवाल को नागौर से उम्मीदवार बनाने का मामला हो या फिर गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को भाजपा में शामिल किया जाना हो। इन सभी निर्णयों में राजे की अनदेखी की गई। लोकसभा चुनाव के दौरान ही प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि यदि 21 सीटे मिल जाती है तो फिर राजस्थान में भाजपा के नेतृत्व में बदलाव होगा। परिणाम बताते हैं कि भाजपा को सभी चौबीस सीटों के साथ साथ नागौर की सीट भी हासिल हुई। ऐसे में अब राजस्थान में भाजपा की राजनीति में वसुंधरा राजे का बहुत कम महत्व रह गया है। राजे का दारोमदार अब राष्ट्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है। सब जानते हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय नेतृत्व ने राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की सलाह दी थी, लेकिन गजेन्द्र सिंह की नियुक्ति पर वसुंधरा राजे अड़ गई। बाद में समझौते के तहत मदनलाल सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। हालांकि भाजपा ने राजे के नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ा। इसकी वजह से भाजपा को सरकार भी गवानी पड़ी। लेकिन अब राजस्थान के हालात बदल चुके हैं। वसुंधरा राजे के बगैर ही लोकसभा के चुनाव में भाजपा ने सभी सीटों पर जीत हासिल की है। जीत भी लाखों मतों की रही है।
एस.पी.मित्तल


समाचार पत्र संकलन मोदी को दी बधाई

विभिन्न भाषाओं के 520 समाचार पत्र संकलन करके दी पीएम मोदी को अनूठी बधाई


पीलीभीत जिले के एक शख्‍स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार सरकार बनाने पर अनोखे तरीके से बधाई दी है। कलीम अतहर खान नाम के इस शख्‍स ने प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह वाले दिन के समाचार छपे हुए विभिन्न भाषाओं के 520 समाचार पत्रों का संग्रह करके उन्‍हें बधाई देने का अनूठा तरीका अपनाया है।


हॉबीज हैरिटेज इंडिया सोसायटी के संस्थापक सचिव कलीम के इस संग्रह में हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, कन्नड़, मलयालम, उडि़या, तेलुगू, बंगाली, असमिया, उर्दू आदि भाषाओं के विभिन्न समाचार पत्र हैं, जिनमें नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण की खबरें छपी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन सारे समाचार पत्रों के संकलन की सूचना के साथ उन्हें बधाई संदेश भी भेजा है।


अपने बधाई संदेश में कलीम ने लिखा है, 'ऐतिहासिक जीत के लिए प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं। आपके नेतृत्‍व में देश और विकासशील नहीं बल्कि विकसित देश बनेगा।' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने समाचार पत्रों और विभिन्न विषयों से संबंधित संग्रह से भी अवगत कराया है।


 


मोदी ने शी जिनपिंग को दी जन्मदिन की बधाई

पीएम मोदी ने शी जिनपिंग को दी जन्मदिन की अग्रिम बधाई, कहा- मिलकर आगे बढ़ सकते हैं


 शंघाई ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिश्केक में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की। पीएम मोदी ने शी जिनपिंग को जन्मदिन की अग्रिम बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि मिलकर दोनों देश आगे बढ़ सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा, "सबसे पहले तो 15 जून को आपका जन्मदिन है, इसलिए मेरी तरफ से और भारत के लोगों की तरफ से आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।


भारत में चुनाव नतीजे के बाद आपका मुझे संदेश मिला, आपने मुझे बधाई दी। आज आपने मुझे दोबारा बधाई दी जिसके लिए आपका बहुत-बहुत आभार। जैसा कि आपने कहा कि आगे आने वाले दिनों में बहुत सारे विषयों में पर हम आगे बढ़ सकते हैं। हम दोनों एक समान कार्यकाल मिला, एक तरह से मिलकर काम करने के लिए।


पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शि जिनपिंग को भारत आने का भी न्यौता दिया। मसूद अजहर मामले पर शुक्रिया कहा। इससे पहले, पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के लिए गुरुवार को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे। मोदी लोकसभा चुनाव में दोबारा जीतने के बाद पहले बहुपक्षीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।


 


कांग्रेस पदाधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया


अजमेर नगर निगम में कुछ भी हो सकता है। कांग्रेस प्रत्याशी रहे महेन्द्र सिंह रलावता के भाई को वार्डों की परिसीमन कमेटी का नोडल अधिकारी बनाया।


अजमेर ! नगर निगम की आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल ने एक आदेश निकाल कर निगम के उपायुक्त (विकास) गजेन्द्र सिंह रलावता को वार्डों के परिसीमन कमेटी का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। कमेटी के सभी छह सदस्य सप्ताह में एक बार रलावता को रिपोर्ट पेश करेंगे। निगम में अभी तक 60 वार्ड थे, लेकिन 80 वार्ड बनाए जाने है, इसलिए वार्डों के क्षेत्रों में बदलाव भी होगा। राजनीतिक दृष्टि से यह कार्य महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता अपने अपने नजरिए से वार्डों का परिसीमन करवाने के इच्छुक होंगे। चूंकि यह कार्य प्रदेशभर में हो रहा है, इसलिए सभी की नजर लगी हुई है। लेकिन अजमेर में रलावता को परिसीमन कमेटी का नोडल अधिकारी बनाए जाने के साथ ही राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। रलावता के बड़े भाई महेन्द्र सिंह रलावता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं और हाल ही में उन्होंने शहर के उत्तर क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में भी रलावता कांग्रेस की ओर से उत्तर क्षेत्र के प्रभारी थे। रलावता भले ही विधानभा का चुनाव हार गए हों, लेकिन कांग्रेस की सरकार में रलावता को ही विधायक के तौर पर माना जाता है। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार वासुदेव देवनानी ने आरोप लगाया था कि गजेन्द्र सिंह रलावता अपने सरकारी पद का दुरुपयोग कर अपने भाई के समर्थन में चुनाव कार्य कर रहे हैं। तब जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा ने रलावता के विरुद्ध कार्यवाही भी की। हालांकि तब रलावता केकड़ी नगर पालिका में ईओ के पद पर कार्यरत थे। कांग्रेस का शासन आने पर रलावता फिर से अजेमर नगर निगम में नियुक्त हो गए।
चार्जशीट भी: अजमेर के बहुचिर्चित 13 कॉमर्शियल नक्शों की दोषपूर्ण स्वीकृति देने के मामले में गजेन्द्र सिंह रलावता को चार्जशीट भी जारी हुई है। राज्य सरकार के निर्देश पर अब इस मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कर रहा है। दो दिन पहले ही निगम की आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल ने 13 फाइलों को एसीबी को सौंपा है। उल्लेखनीय है कि रलावता ने विवादित 13 कॉमर्शियल नक्शों की स्वीकृति जारी की है एक ओर रलावता की भूमिका को लेकर एसीबी जांच कर रही है तो दूसरी ओर परिसीमन का महत्वपूर्ण कार्य रलावता को ही सौंपा गया है।
सर्वदलीय बैठक की मांग:शहर भाजपा के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा ने कहा है कि वार्डों के परिसीमन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वार्डों का परिसीमन निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ होना चाहिए।
एस.पी.मित्तल


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...