शनिवार, 18 मई 2019

72 वर्ष की उम्र में एम ए की पढ़ाई

72  वर्ष की उम्र में एम ए की पढ़ाई


फीरोज गांधी कालेज, रायबरेली


इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविवविद्यालय


इग्नू अध्ययन केन्द्र (2747)


फीरोज गांधी कालेज स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विष्वविद्यालय के अध्ययन केन्द्र में आज दिनांक 17.05.2019 को एक प्रेस वार्ता सम्पन्न हुई। मीडिया कर्मियों को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डा0 हरीष चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि इग्नू दूरस्थ माध्यम से षिक्षा प्रदान करता है। दूरस्थ एवं मुक्त विष्वविद्यालयीय षिक्षा पद्धति गैर पारम्परिक माध्यमो से षिक्षा के प्रचार एवं प्रसार में संलग्न है। डा0 श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि इग्नू के समस्त शिक्षार्थियों को देष विदेष के प्रतिष्ठित विद्वानो द्वारा तैयार की गई अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। उपरोक्त अध्ययन सामग्री सर्वग्राहय भाषा शैली में प्रस्तुत की गई हैय विषयों की व्याख्या सरल अंदाज में की गई है।


इग्नू अध्ययन केन्द्र के समन्वयक डा0 नीलांषु कुमार अग्रवाल ने बताया कि फीरेज गांधी कालेज स्थित अध्ययन केन्द्र पर वरिष्ठ प्राध्यापकों द्वारा विषयों पर अकादमिक परामर्ष दिया जाता है, जो कि छात्र-छात्राओं को परीक्षा की तैयारी में भरपूर मददगार होता है। इसके अतिरिक्त परिचय सत्र एवं शिकायत निवारण षिविर भी समय- समय पर महाविद्यालय स्थित अध्ययन केन्द्र में लगते हैं। साथ ही डा0 अग्रवाल ने सूचना दी कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विष्वविद्यालय के विभिन्न सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में जुलाई, 2019 सत्र हेतु नवीन छात्र-छात्राओं के लिए प्रवेष प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई हैं। सर्टिफिकेट कार्यक्रमों में प्रवेश की अंतिम तिथि 15 जुलाई है, अन्य सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेष की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2019 है। प्रवेश प्रक्रिया आनलाईन है तथा प्रवेष के इच्छुक अभ्यर्थी www.ignou.ac.in इस वेबसाइट पर पंजीकरण एवं लॉगिन करने के उपरान्त प्रवेष को पूर्ण करें।


महाविद्यालय में स्थित अध्ययन केन्द्र में एम0ए0 (अंग्रेजी, हिन्दी, राज0वि0, समाजषास्त्र)य समाज कार्य में स्नातकोत्तर (एम0एस0डब्लू), एम0काम0, सामाजिक कार्य में स्नातक (बी0एस0डब्लू)य कला स्नातक (बी0ए0)य वाणिज्य स्नातक (बी0काम0), कम्प्यूटर अनुप्रयोग में स्नातक (बी0सी0ए0)य ग्रामीण विकास, अनुवाद, पर्यावरण एवं स्थायी विकास, पत्रकारिता एवं जन संचार, प्रौढ़ षिक्षा में स्नातकोत्तर डिप्लोमाय पोषण एवं स्वास्थ्य षिक्षा, अंगेजी में सृजनातमक लेखन, एच0आई0वी0 एवं परिवार षिक्षा में डिप्लोमाय पर्यावरण अध्ययन, अंग्रेजी षिक्षण, एच0आई0वी0 एवं परिवार षिक्षा, भोजन एवं पोषण, पोषण एवं बाल देखभाल, ग्रामीण विकास, प्रयोगषाला तकनीक, प्राथमिक विद्यालय गणित षिक्षण में प्रमाण पत्र आदि पाठ्यक्रमों में प्रवेष के इच्छुक छात्र-छात्राएं आवष्यक परामर्ष एवं सूचना हेतु प्रत्येक कार्य दिवस में अपराह्न 03ः00 बजे से 05ः00 के मध्य सम्पर्क कर सकते है।


इग्नू अध्ययन केन्द्र की एक विषेषता यह कि शंकरगंज बाजार, रायबरेली के 72 वर्षीय श्री कृष्ण बहादुर सिंह एम0ए0 (अंग्रेजी) प्रथम वर्ष मे अध्यनरत हैं। इस प्रकार वे इग्नू की दूरस्थ एवं मुक्त षिक्षा व्यवस्था के रायबरेली जनपद में सबसे सार्थक एवं महत्वपूर्ण संदेषवाहक बन गये है।


इस प्रेस वार्ता में बी0एड0 विभाग के अध्यक्ष डा0 अरविन्द सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के संदेष श्षिक्षा मानव को बन्धनो से मुक्त करती है और आज के युग मे तो यह लोकतंत्र की भावना का आधार भी है। जन्म तथा अन्य कारणों से उत्पन्न जाति एवं वर्गगत विषमताओं का दूर करते हुए मनुष्य को इन सबसे ऊपर उठाती है। इग्नू का मूल संदेष बताया।इस अवसर पर श्री चन्द्र शर्मा, शुभेन्द्र सिंह, उमेष कुमार, मनीष कुमार उपस्थित रहें।


डा० नीलांशु कुमार अग्रवाल,   समन्वयक


गुरुवार, 16 मई 2019

त्यागी महासभा ने किया विरोध प्रदर्शन

दोषियों के विरुद्ध , त्यागी महासभा ने किया विरोध प्रदर्शन


गाजियाबाद,लोनी ! राजधानी दिल्ली के मोती नगर के बसई दारापुर गांव में बेटी पर अभद्र टिप्पणी करने का विरोध करने पर 51 वर्षीय ध्रुव त्यागी तथा उनके पुत्र 19 वर्षीय अनमोल त्यागी को मोहम्मद आलम व उनके पिता जहांगीर खान व उनकी घर के परिवार की औरतों ने मिलकर निर्मम हत्या कर दी तथा पिता को बचाने आए 19 वर्षीय पुत्र अनमोल त्यागी को चाकू से बुरी तरह घायल कर दिया जो आज आईसीयू में मौत और जिंदगी से जूझ रहा है भर्ती है और मौत से लड़ रहा है आरोपियों को शीघ्र फांसी की सजा दिलाने इस निर्मम हत्या कांड का विरोध करने और प्रशासन एवं सरकार से पीड़ित परिवार को अधिक से अधिक सहयोग दिलाने के लिए आज सरकार से मांग है गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए फांसी से कम सजा हमें नहीं है मंजूर ध्रुव त्यागी के हत्यारों को फांसी दो फांसी दो ध्रुव त्यागी को न्याय दो न्याय दो ऐसे आक्रोशित नारे लगाते हुए सरकार से मांग की क्योंकि ध्रुव त्यागी एकमात्र इस परिवार के पालन-पोषण करने के मुखिया थे अब कोई सहारा नहीं बचा है हमारी मांग है त्यागी महासभा अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी के नेतृत्व में लोनी थाना बॉर्डर से लेकर डिपो तक विरोध प्रदर्शन करते हुए पैदल मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया उसके बाद दिल्ली जंतर मंतर पर कैंडल मार्च निकालने के गये !


इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से महेश त्यागी जी सुबोध त्यागी जी शिव कुमार वशिष्ठ जी विश्वनाथ सिंह बृजेश चौधरी राजवीर त्यागी सुनील त्यागी राम पाल त्यागी जी उदित त्यागी जी उमेश त्यागी जी ओमपाल शर्मा जी कमल त्यागी जी डॉ राहुल त्यागी जी आनंद त्यागी जी अनुज त्यागी जी सचिन त्यागी जी भाजपा युवा नेता नितिन त्यागी जी अमित त्यागी जी प्रदीप कुमार त्यागी सुनील कुमार त्यागी रचना वाले सतीश त्यागी जी मुनेश त्यागी जी नरेंद्र त्यागी जी आदि सैकड़ों की संख्या में लोग विरोध प्रकट करने पर मौजूद रहे


लोकतांत्रिक गरिमा को ठेस पहुंचा रहे राजनेता


लोकतांत्रिक मूल्यों एवं मर्यादाओं को तार तार करती राजनीति और पश्चिम बंगाल की घटनाओं पर सख्त चुनाव आयोग पर 



आजादी के बाद लोकतंत्र की स्थापना इसलिए की गई थी कि जनता का अपना राज होगा और जनता जिसे चाहेगी उसे अपना राजा बनाएगी और अपने राजा अथवा अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए उसे मताधिकार दिया गया था और राजनीति को इस को माध्यम बनाया गया था। राजनीति के तहत राजनीतिक दलों के गठन की व्यवस्था प्रजातांत्रिक व्यवस्था लागू करने के समय की गई थी और सभी जानते हैं कि राजनीति का मतलब जनता की सेवा करके उसकी जुबान बनकर उनकी अपेक्षाओं का प्रतिनिधित्व करना होता है। लोकतंत्र में निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए चुनाव आयोग का गठन किया गया था। जिन लोकतांत्रिक मूल्यों एवं मर्यादाओं को मद्देनजर रखते हुए राजनीति की स्थापना आजादी मिलने के पहले की गई थी वह आजादी के बाद धीरे धीरे वोट की गंदी राजनीति के चलते समाप्त हो रही है और राजनीतिक दलों के राजनेता जनता का प्रतिनिधि बनकर सत्ता तक पहुंचने के लिए सारी अपेक्षाओं को तार-तार कर रहे हैं। गंदी राजनीति का ही फल है कि आज समाज एवं परिवार ख़़डित एवं देश विरोधी तत्वों को संरक्षण मिलने लगा है और जनता के मताधिकार पर डाका डाला जा रहा है। लोकतांत्रिक राजनीति के परिणाम स्वरूप आज चाहे जम्मू कश्मीर चाहे पश्चिम बंगाल हो देश विरोधी ताकतों के अड्डे बनते जा रहे हैं और जनप्रतिनिधि बनने के लिए हिंसा का सहारा लिया जा रहा है। इस समय हो रहे लोकसभा चुनाव जम्मू कश्मीर एवं पश्चिम बंगाल दोनों चर्चा का विषय बने हुए और दोनों स्थानों पर राजनीति के नाम हिंसा का सहारा लिया जा रहा है। इस समय हो रहे चुनाव में पश्चिम बंगाल चर्चा का विषय बना हुआ है जहां पर सत्ता तक पहुंचने के लिए लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तार-तार किया जा रहा है। लोकतांत्रिक मर्यादाओं को कायम रखने के लिए बनाया गया चुनाव आयोग इन राजनेताओं के सामने बेबस होता जा रहा है। लोकसभा चुनाव के अंतिम दौर में पश्चिम बंगाल हो रही बदजुबानी और हिंसा चर्चा का विषय बनी हुई है। चुनाव आयोग लाख प्रयास के बावजूद इस बदजूबानी पर ताला नहीं लगा पा रहा है। चुनाव आयोग के सख्त रुख के बावजूद ममता बनर्जी जैसी राजनेता अपनी जुबान पर लगाम नहीं लगा रही हालांकि जबकि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के राजनीतिक माहौल को देखते हुए सख्त कदम उठाए हैं और निष्पक्ष शांतिपूर्ण चुनाव कराने के जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए चुनाव प्रचार को समय से 2 दिन पहले बंद करने के निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय स्वागत योग्य है।वैसे तो चुनाव की शुरुआत होने के बाद से ही हमेशा की तरह पश्चिम बंगाल में हिंसा मारपीट कर मतदाताओं से आतंक पैदा करने की कोशिश की जा रही है लेकिन दो दिन पहले तो सारी हद़े उस समय पार हो गई जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की रैली पर हमला कर दिया गया और वहाँ की पुलिस मूकदर्शक बनी रही।फलस्वरूप रैली बीच में ही स्थगित नही रूक गई बल्कि बंगाल के सुप्रसिद्ध समाज सुधारक समाजसेवी ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की कालेज के अंदर लगी मूर्ति को भी तोड़ दिया गया।भाजपा का कहना है कि इसी कालेज के अंदर से टीएमसी कार्यकर्ताओं ने अमित शाह के रोड शो पर हमला किया था और मुर्ति को तोड़ दिया गया जबकि टीएमसी का कहना कि सबकुछ भाजपा द्वारा किया कराया गया है।इसकी शिकायत कल चुनाव आयोग से की गई थी इसके बाद आयोग ने वहाँ पर निर्धारित समय से पहले चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाकर वहाँ के गृह सचिव एवं डीजीपी समेत कई जिम्मेदार लोगों को हटा दिया गया है। डरा धमका कर मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने का प्रयास करना, चुनाव जीतने के लिये हिंसा आगजनी एवं बदजूबानी करना लोकतांत्रिक संवैधानिक व्यवस्था की हत्या करने के प्रयास जैसा गंभीर अक्षम्य अपराध है!


भोलानाथ मिश्र


केदार में ध्यान लगाएंगे मोदी

केदारनाथ में बनी गुफा में ध्यान करेंगे प्रधानमंत्री मोदी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 मई को केदारनाथ पहुंचने के बाद केदारनाथ में बनी गुफा में ध्यान करेंगे। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री केदारनाथ में आने के बाद गुफा में ध्यान करने जाएंगे। इसी को देखते हुए प्रशासन, पुलिस और एसपीजी केदारनाथ में पीएम की तैयारियों में जुटी है।


ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम की ऊंचाई समुद्र तल से 11700 फीट है। जबकि मंदिर परिसर से डेढ़ किमी दूर बनी ध्यान गुफा की ऊंचाई करीब 12250 फीट है। केदारनाथ के विकास का जिम्मा संभालने के बाद प्रधानमंत्री ने ही केदारनाथ में गुफा बनाने के निर्देश दिए थे। बीते साल बनी गुफा का संचालन इस साल से विधिवत शुरू हो गया।


इस साल महाराष्ट्र के जय शाह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुफा में रुकने वाले दूसरे मेहमान होंगे। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री केदारनाथ पहुंचने के बाद सांय गुफा में मेडिटेशन करेंगे। इसके लिए तैयारियां भी की जा रही है। एसपीजी, जिलाधिकारी, एसपी ने भी बुधवार को गुफा का निरीक्षण किया।


 


लोनी में निकाली गई भव्य कलश यात्रा

लोनी में निकाली गई भव्य कलश यात्रा


रहा !लोनी विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा ने संगम विहार स्थित माता दुर्गा मंदिर पर विधि विधान से मूर्ति स्थापना की एवं भव्य कलश यात्रा में भाग लिया! इस दौरान सैकड़ों की तादात भगवान भक्त उपस्थित रहे!


राजनाथ की रैली में आ रही, बस पलटी

 रैली के लिए आ रही बस पलटी, सात घायल


केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की कुल्लू में होने वाली रैली के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं से भरी निजी बस हादसे की शिकार हो गई। बस में 45 यात्री सवार थे इनमें सात लोग घायल हुए हैं। घायलों को बंजार अस्पताल पहुंचाया गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरु कर दी है। अन्य सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं।


जिला कुल्लू के बंजार उपमंडल में नागणी के पास निजी बस पलट गई। यह हादसा उस समय हुआ जब बठाहड और आसपास के क्षेत्र के लोग कुल्लू में होने वाली राजनाथ सिंह की रैली के लिए बस में सवार हो कर आ रहे थे। नागणी के पास बस अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। इस बस में करीब 45 लोग सवार थे, जिनमें से 7 लोग जख्मी हुए हैं जबकि बाकि सभी सुरक्षित हैं। हादसे का कारण ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है।


हादसे की सूचना मिलती ही बंजार पुलिस (Police) मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू कर दी है। घायलों में हेमा ठाकुर बठाहड, कृष्णा देवी, बबली,उत्तम राम, प्रतिभा, काजल, नेहा शामिल है। सभी घायलों को बंजार अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया है।


 


एयरपोर्ट पर चेहरा पहचानने पर रोक

एयरपोर्ट पर चेहरा पहचानने वाली तकनीक पर सैन फ्रांसिस्को में पाबंदी


भारत सहित कई देशों के एयरपोर्ट में चेहरे की पहचान करने वाली टेक्नोलाॅजी अपनाई जा रही है। यह टेक्नोलॉजी अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से शुरू हुई थी, लेकिन बुधवार को इस पर वहीं पाबंदी लगा दी गई। पाबंदी इसलिए लगाई गई क्योंकि इसके जरिए चेहरों की गलत पहचान हो रही थी। साथ ही सामूहिक निगरानी के लिए इसका ज्यादा दुरुपयोग हो रहा था।


पुलिस और जांच एजेंसियां इस बात को लेकर परेशान थी कि इस तकनीक के कारण लोगों की निजी जानकारियां सार्वजनिक हो रही थीं। पुलिस और जांच एजेंसियों के खिलाफ रोजाना दो से तीन मुकदमे दर्ज हो रहे थे। पिछले महीने ही गलत पहचान के कारण ऑस्मेन बेह नाम के एक युवक ने चोरी के आरोप में फंसाने पर एपल कंपनी के खिलाफ 6,900 करोड़ रुपए का मुकदमा दर्ज करवाया था।


 


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...