सोमवार, 15 अप्रैल 2019

भड़की जया ना हटूगीं ना डरूंगी

 भड़कीं जया, ना हटूगीं ना डरूंगी


रामपुर ! समाजवादी पार्टी नेता आजम खान के आपत्तिजनक बयान पर जया प्रदा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके लिए ये कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव नहीं लड़ने दिया जाना चाहिए। समाज में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं होगी। क्या मुझे मर जाना चाहिए? आपको क्या लगता है मैं रामपुर छोड़ दूंगी, ऐसा नहीं होगा।जया प्रदा ने कहा कि आपको याद होगा कि मैं 2009 में उनकी पार्टी की उम्मीदवार थी, जब मेरे खिलाफ टिप्पणी करने के बाद किसी ने भी मेरा समर्थन नहीं किया था। मैं एक महिला हूं और मैं वह नहीं दोहरा सकती जो उन्होंने कहा। पता नहीं मैंने क्या किया है, जो वो ऐसी टिप्पणी कर रहा है।उन्होंने कहा कि उसे चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। क्योंकि अगर यह आदमी जीत गया, तो लोकतंत्र का क्या होगा? समाज में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं होगी। हम कहां जाएंगे? क्या मुझे मर जाना चाहिए, तब आप संतुष्ट होंगे? आप सोचते हैं कि मैं डर जाऊंगी और रामपुर छोड़ दूंगी? लेकिन मैं नहीं छोड़ूंगी।universalexpress.page


 


सत्ता बदलने दो उल्टा लटका दूंगा: शेखावत

 सत्ता बदलने दो, उलटा लटका दूंगा: शेखावत


जोधपुर ! राजस्थान के पोकरण में चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की जुबान फिसल गई।  चुनाव प्रचार में शेखावत ने प्रशासनिक अधिकारियों को धमकी तक दे डाली।उन्होंने कहा, ''यह मेरा आखिरी चुनाव नहीं है, पांच साल बाद राज बदल जायेगा, तो सब को दिखाउंगा, सबकी जन्मपत्री मेरे आंखों के सामने रखी हुई है। उल्टा नहीं लटका दूं, तो मेरा नाम गजेंद्र सिंह नहीं है।''दरअसल, केंद्रीय मंत्री और जोधपुर लोक सभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार गजेंद्र सिंह शेखावत चुनाव कार्यालय का उद्धाटन करने पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद उन्होंने एक सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने यह विवादित बयान दिया। वहीं, गजेंद्र सिंह का यह बयान अधिकारियों को खास पसंद नहीं आ रहा है।universalexpress.page


 


सुप्रीम कोर्ट ने राहुल को नोटिस जारी किया

सुप्रीम कोर्ट ने राहुल को जारी किया नोटिस


सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने राहुल गांधी को राफेल मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी 'चौकीदार चोर है' मामले में नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की याचिका पर राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। उच्चतम न्यायालय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनकी टिप्पणी पर 22 अप्रैल तक जवाब मांगा है।सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में 22 अप्रैल को सुनवाई होनी है। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगई की पीठ ने कहा कि कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की, इसका मतलब है कि राहुल गांधी का बयान गलत है। कोर्ट ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा शीर्ष अदालत की टिप्पणी को गलत तरह से पेश किया गया है।उच्चतम न्यायालय ने कहा कि कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की थी। कोर्ट ने राफेल मामले को लेकर कुछ दस्तावेजों की स्वीकार्यता तय की थी। गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार को भाजपा की सांसद मीनाक्षी लेखी ने उच्चतम न्यायालय में राहुल गांधी के खिलाफ राफेल मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई टिप्पणी 'चौकीदार चोर है' को लेकर अवमानना याचिका दायर की थी।universalexpress.page


 


सुप्रीम कोर्ट को आखरी आपत्तिजनक बयान बाजी

 सुप्रीम कोर्ट को अखरी, आपत्तिजनक बयान बाजी


सुप्रीम कोर्ट ने राजजनेताओं के आपत्तिजनक बयान पर कड़ा एक्शन नहीं लेने वाले चुनाव आयोग के प्रति असंतुष्टि जताई है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मामले में आयोग के प्रतिनिधि को मंगलवार को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा है।जाति और धर्म को लेकर राजनेताओं और पार्टी प्रवक्ताओं के आपत्तिजनक बयानों पर राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर जनहित याचिका दायर की गई थी। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने गंभीरता दिखाई।लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बसपा सुप्रीमोे मायावती और अन्य नेताओं के आचार संहिता के खिलाफ दिए गए बयानों को लेकर नाराजगी जताई है और आयोग के पास सीमित अधिकार होने के प्रति असंतुष्टि जताई है।universalexpress.page


 


मोदी के भाषण के दौरान मंच के नीचे लगी आग

 मोदी के भाषण के दौरान मंच के नीचे लगी आग


अलीगढ़ ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान मंच के नीचे शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गयी। हालांकि आग को कुछ ही पलों में बुझा लिया गया। मामले में तीन लोगों के खिलाफ लापरवाही के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान उनके लिए बनाए गए मंच में एयर कंडीशनिंग सर्किट के तार के ज्यादा गर्म होने की वजह से उसने आग पकड़ ली। हालांकि सुरक्षा स्टाफ ने आग पर तुरंत काबू भी पा लिया जिसकी वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ।


उन्होंने बताया कि इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी का भाषण लगातार जारी रहा और सुरक्षा स्टाफ ने बेहद खामोशी से आग पर काबू पा लिया, जिसकी वजह से किसी को फौरन कुछ पता नहीं लग सका। कुलहरि ने बताया कि इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं और तीन कर्मियों के खिलाफ लापरवाही के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।universalexpress.page


 


रविवार, 14 अप्रैल 2019

जनहित और जागृति( संपादकीय)

जनहित और जागृति
संपादकीय
लोकतांत्रिक व्यवस्था स्वयं में एक संपूर्ण व्यवस्था है! जहां जनता के हितों को ध्यान में रखकर सभी निर्णय निर्धारित किए जाते हैं ! जिसकी वजह से विधिवत ढंग से सभी विभागों को अधिनियम की एक श्रृंखला में पिरोया गया है ! अधिनियमो का निर्माण जनता के संपूर्ण हितों को ध्यान में रखकर किया गया है, जो स्वयं प्रभावी ढंग से कार्यरत भी हैं ! इस संपूर्ण व्यवस्था के उपरांत भी गणराज्य में समस्याओं का अंबार हैं! जिसमें मूल आवश्यकताओं की प्राथमिकता के आधार पर समीक्षा नहीं की जाती है! इसकी ठीक-ठीक जानकारी भी किसी के पास नहीं है !जिसका दंड निर्दोष जनता को भुगतना पड़ता है !जनता मूल आवश्यकताओ कि अधिकारी होने के बाद भी इस अधिकार से वंचित क्यों है ?यह एक बहुत गंभीर सवाल है ,जिस पर मंथन और चिंतन की अत्यंत आवश्यकता है! मान लिया जाए लोकतंत्र में संघीय शक्तियों की जागृति पूरी तरह कार्य नहीं कर पा रही है, जिसकी वजह से वास्तविक जागरण जनता से अभी भी दूर है ! प्रेस और मीडिया निश्चित विषयों पर अध्ययन कर रहे हैं ,और बहुत सारी समस्याओं का चित्रण भी करते रहते हैं! लेकिन उसके उपरांत भी प्रेस और मीडिया को विषयात्मक परिभाषा व निरंतर गहन अध्ययन करने की सख्त आवश्यकता बनी रहती है! जिसके परिणाम अपेक्षाकृत सिद्ध होते रहते हैं !परंतु यथावत स्थिति के विपरीत जन जागरण का अधिक प्रभाव समय की आवश्यकता प्रतीत हो रहा है ! इस विषय पर हम सबको नीजी दृष्टिकोण के द्वारा आयामों का आकलन करना चाहिए! यह बात भी बिल्कुल सही है ,प्रत्येक व्यक्ति अपनी ही समस्या को प्राथमिकता देने का प्रयास करता रहता है !जबकि कई समस्याओं का संबंध एक ही विषय से होता है! संभवतः परिणाम भी विषय सगंत रहते हैं! परंतु सच यह है कि हमारा जनसंचार अत्याधिक सीमित है जिसका उपयोग हम अपने निजी कार्य, रोजमर्रा के कार्य और सीमित व्यापार से अधिक नहीं कर पा रहे हैं! जनसंचार के माध्यम गति का उपयोग कुल आबादी का 7% भाग ही कर पा रहा है हम संसार की वास्तविकता से पिछड़ रहे हैं !जिसके परिणाम स्वरुप हमें स्थिरता की परिधि के बाहर आना होगा! विश्व में भारत का अग्रणी बना रहना और विश्व में भारतीयों की मनस्वी धारणा समय-समय पर चरितार्थ होती रहती है! जिसका एक माध्यम संचार है और संचार के सामान्य ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास हमें करना चाहिए!universalexpress.page


महापुरुषों को सीमाओं में नहीं बांधना चाहिए

महापुरुषों को सीमाओं में नहीं बांधना चाहिए 


लोनी - भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के 128 वे जन्मोत्सव पर बलराम नगर कालोनी में आयोजित सभा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए भाजपा नेता ईश्वर मावी ने कहा कि महापुरुषों को दलों की सीमा में नहीं बांधना चाहिए महापुरुष सभी दलों व व्यक्तियों के लिए सम्मानित होते हैं।
बलराम नगर कॉलोनी में डॉ बी आर अंबेडकर जन शिक्षा कल्याण समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाजपा नेता ईश्वर मावी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए यहां समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह जसवंत सिंह कृष्ण पाल विजय कुमार रविंद्र कुमार राजू गुर्जर हेमलता चौधरी व अरविंद कुमार आदि ने फूल माला पहनाकर मुख्य अतिथि ईश्वर मावी का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा नेता ईश्वर मावी ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ईश्वर मावी ने कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने शिक्षित बनो संगठित रहो वह संघर्ष करो का सूत्र दिया।
इस अवसर पर सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।universalexpress.page


'राष्ट्रपति' ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी

'राष्ट्रपति' ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी  अखिलेश पांडेय  मॉस्को। कजाकिस्तान विमान हादसे के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुति...