नंबर वन की स्थिति में पहुंचे सुरेश बंसल।
अकरम सैफी
लोनी।विधानसभा क्षेत्र से गठबंधन प्रत्याशीयो ने अपने अपने कार्यकर्ताओं से वार्ता कर गाजियाबाद लोकसभा चुनाव के प्रचार अंतिम दिन5बजे समाप्त कराया गया।लेकिन चुनावी भागम भाग अभी सभी,प्रत्याशियों की बाकी है।जिसमें सभी प्रत्याशी गुप्त तरीके से लोगों के संपर्क में रहेंगे ऐसे में ही लोनी विधानसभा की जनता से संपर्क करने पर लोनी में जनरल वी के सिंह का भारी विरोध दिखाई दे रहा है।लेकिन कुछ जनप्रतिनिधि जिन्होंने जनरल वी के सिंह की आंखों पर वोटों की पट्टी बंधी हुई है।वहीं उन्हें क्षेत्रीय जनता का विरोध नहीं दिखने दे रहे हैं वह जनरल वीके सिंह को झूठी जीत का आश्वासन दिए हुए हैं।जबकि वीके सिंह के लिए सबसे बड़ी समस्या जो उनके हिंदू वोट बैंक को से लगाती हुई है वह डोली शर्मा ब्राह्मण वोटों पर अपना कब्जा बनाए हुए बैठी है।डॉली शर्मा,वीके सिंह की हिंदू वोटों पर जंप लगा कर अपना राजनीतिक दांव बैठाने के चक्कर में है।
जबकि लोनी से सूत्रों की माने तो गठबंधन गुपचुप रूप से मुस्लिम जाट अवश्य यादव फोटो पर अपना समीकरण बनाते हुए नंबर वन की स्थिति में चल रहा है। जनता की माने तो वीके सिंह को पिछले5साल देकर मूर्ख बनकर देख लिया है।लेकिन इस बार लोनी क्षेत्र की जनता यह गलती नहीं करेगी।नंदकिशोर गुर्जर व मनोज धामा के चुनावी प्रचार में ताकत झोंकने के बाद भी चिंता का यह मानना है।कि नंदकिशोर गुर्जर मनोज धामा क्षेत्रीय नेता
है।उनके चुनाव में जनता उनके
साथ है।लेकिन वीके सिंह चुनाव जीतकर फिर5साल के लिए गायब हो जाएंगे उसकी
जिम्मेदारी कौन लेगा इसलिए क्षेत्र की जनता लोकल प्रत्याशी को ही अपना चुनावी दावेदार मान रही है।जिसमें डोली शर्मा और सुरेश बंसल अपनी मज़बूत चुनौति पेश कर रहे हैं।जनता का मानना है। कि गठबंधन प्रत्याशी बहुत ही मजबूत स्थिति में निकल कर जनता के समूह अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।जबकि डोली शर्मा लोनी देहात के एक या दो गांव में ही अपनी पकड़ बना पाई है। जबकि लोनी मुस्लिम चेहरों में डोली शर्मा का कोई रुझान देखने को नहीं मिल रहा है।अगर बात करें जातीय समीकरण की तो भाजपा के साथ जो उसका कार्यकर्ता वोट बैंक है।सिर्फ वही भाजपा के खेमे में दिखाई दे रहा है।लेकिन जो लोनी से ब्राह्मण और त्यागी का वोट बैंक कट कर वीके सिंह के खाते से डोली शर्मा के पक्ष में आ रहा है।व भाजपा को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। लेकिन मुस्लिम जाट जाटव यादव वैश्य समीकरण के चलते सुरेश बंसल लोनी विधानसभा से जीतकर गाजियाबाद जा रहे हैं। वहीं उनकी स्थिति गाजियाबाद में भी मजबूत बताई जा रही है। क्योंकि सुरेश बंसल व्यापारी वर्ग में भी अपनी अच्छी खासी पकड़ रखते हैं।लोनी विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेवारी संयुक्त रूप से पूर्व विधायक हाजी जाकिर अली पूर्व विधायक प्रत्याशी राशिद मलिक पूर्व राज्य मंत्री असद अली मुखिया राजू जफर उम्मेद पहलवान हाजी बाबू कुरैशी जैसे मजबूत दिग्गजों ने ली हुई है।
ऐसे मे हिंदू वोट बैंक में कांग्रेस प्रत्याशी की सेंध व भाजपा प्रत्याशी वी के सिंह का भारी विरोध के चलते क्या नंदकिशोर गुर्जर व मनोज धामा कुछ कर पाएंगे।universalexpress.page