रविवार, 7 अप्रैल 2019

यूनिवर्सल एक्सप्रेस समाचार पत्र

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मर्यादाओं की परीक्षा

मर्यादाओं की परीक्षा
संपादकीय
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की निर्धारित तिथि अब बहुत दूर नहीं रह गई है ! जैसे- जैसे तारीख नजदीक आ रही है ,वैसे- वैसे ही राजनेताओं की बेचैनी बढ़ रही है !चुनाव प्रचार बहुत तेज और आक्रामक को चला हैं ! राजनीतिक दल एक दूसरे पर विभिन्न प्रकार के आरोप मढ़ रहे हैं, जिसमें झूठ और सच कोई मायने नहीं रखता है ! बल्कि ,कई बार तो मर्यादित भाषा और टिप्पणियों से भी कोई गुरेज नहीं किया जा रहा हैं, शब्दों के भाव और उनके अर्थ का वास्तविक चित्रण नहीं किया जा रहा है !अर्थ का अनर्थ करने में किसी प्रकार की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है! एक राजनेता में यह क्षमता होनी चाहिए वह जनता को संतुष्ट कर सके, उनकी आवश्यकता, अपेक्षाओं और वास्तविक समस्याओं को समझ सके! एक इमानदार नेता वही होता है जो एक बार बिकने के बाद दोबारा खरीदा ना जा सके, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ भी नहीं है !यहां इसके विपरीत कोई भी नेता किसी बात को गंभीरता से नहीं लेता है, यहां तक वह अपनी ही बातों पर भरोसा नहीं करता है और सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि जो भी कह रहा है ,उस पर जनता कैसे विश्वास कर लेती है ?जबकि स्पष्ट बात है कि वह अपनी बातों पर विश्वास नहीं करता है! उसके बावजूद जनता उस पर विश्वास किस प्रकार करती हैं !वास्तविकता से दूर जनता को इस प्रकार के विश्वास से बचना चाहिए !वास्तविकता में झांकने का प्रयास करना चाहिए ,वास्तव में जनता के हित और विकास की समझ रखने वाले दल अथवा राजनेता को भी समर्थन करने से पहले विचार- विनिमय करना आवश्यक होता है ! हालांकि यह केवल मत प्राप्त करने के अपने -अपने तरीके- विचार हैं !जो भी राजनेता इस समय चुनाव समर में अपने बल और विवेक तर्क शक्ति का उपयोग कर रहे हैं !वह हारने और जीतने के बाद कई बार एक ही मंच पर नजर आएंगे केवल जनता को भ्रमित करने के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जाते हैं! नीचा दिखाने का प्रयास किया जाता है! इसलिए प्रत्येक भारतवासी को इस बात से पुष्ट होने की सख्त आवश्यकता है कि वह लोकसभा चुनाव में हिस्सेदार हैं ,और उसे अपने मत का उचित उपयोग करने का पूरा अधिकार है !उसको यह करना भी चाहिए ,उसकी जिम्मेदारी भी है!मर्यादाओं की परीक्षा
संपादकीय
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की निर्धारित तिथि अब बहुत दूर नहीं रह गई है ! जैसे- जैसे तारीख नजदीक आ रही है ,वैसे- वैसे ही राजनेताओं की बेचैनी बढ़ रही है !चुनाव प्रचार बहुत तेज और आक्रामक को चला हैं ! राजनीतिक दल एक दूसरे पर विभिन्न प्रकार के आरोप मढ़ रहे हैं, जिसमें झूठ और सच कोई मायने नहीं रखता है ! बल्कि ,कई बार तो मर्यादित भाषा और टिप्पणियों से भी कोई गुरेज नहीं किया जा रहा हैं, शब्दों के भाव और उनके अर्थ का वास्तविक चित्रण नहीं किया जा रहा है !अर्थ का अनर्थ करने में किसी प्रकार की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है! एक राजनेता में यह क्षमता होनी चाहिए वह जनता को संतुष्ट कर सके, उनकी आवश्यकता, अपेक्षाओं और वास्तविक समस्याओं को समझ सके! एक इमानदार नेता वही होता है जो एक बार बिकने के बाद दोबारा खरीदा ना जा सके, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ भी नहीं है !यहां इसके विपरीत कोई भी नेता किसी बात को गंभीरता से नहीं लेता है, यहां तक वह अपनी ही बातों पर भरोसा नहीं करता है और सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि जो भी कह रहा है ,उस पर जनता कैसे विश्वास कर लेती है ?जबकि स्पष्ट बात है कि वह अपनी बातों पर विश्वास नहीं करता है! उसके बावजूद जनता उस पर विश्वास किस प्रकार करती हैं !वास्तविकता से दूर जनता को इस प्रकार के विश्वास से बचना चाहिए !वास्तविकता में झांकने का प्रयास करना चाहिए ,वास्तव में जनता के हित और विकास की समझ रखने वाले दल अथवा राजनेता को भी समर्थन करने से पहले विचार- विनिमय करना आवश्यक होता है ! हालांकि यह केवल मत प्राप्त करने के अपने -अपने तरीके- विचार हैं !जो भी राजनेता इस समय चुनाव समर में अपने बल और विवेक तर्क शक्ति का उपयोग कर रहे हैं !वह हारने और जीतने के बाद कई बार एक ही मंच पर नजर आएंगे केवल जनता को भ्रमित करने के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जाते हैं! नीचा दिखाने का प्रयास किया जाता है! इसलिए प्रत्येक भारतवासी को इस बात से पुष्ट होने की सख्त आवश्यकता है कि वह लोकसभा चुनाव में हिस्सेदार हैं ,और उसे अपने मत का उचित उपयोग करने का पूरा अधिकार है !उसको यह करना भी चाहिए ,उसकी जिम्मेदारी भी है!universalexpress.page


लोनी नगर के भ्रष्टाचार पर टिकी सबकी नजर

लोनी नगर के भ्रष्टाचार पर टिकी सबकी नजर
लोनी ! नगर पालिका परिषद लोनी के भ्रष्टाचार का सच जनता के सामने दर-परत-दर खुलता जा रहा है !जनता इस बात में जितनी ज्यादा रुचि ले रही है ,उसका भ्रष्टाचारियों पर सीधा प्रभाव पड़ता देखा जा रहा है! वहीं यह खुला भ्रष्टाचार अब प्रशासन की आंखों में भी रड़कने लगा है !जिस प्रकार झूठ का स्वयं का अस्तित्व नहीं होता है ,ठीक उसी प्रकार अपराध का परिणाम प्रत्येक दशा में मिलना ही होता है !आप सभी सोशल साइट्स ,यूट्यूब चैनल और समाचार पत्र के माध्यम से यह बात सभी भली-भांति जानते हैं कि नगरपालिका के विकास कार्यों पर खर्च होने वाले रुपयों की खुलेआम कमिशन खोरी की जा रही है !जिसमें चेयरमैन और अधिशासी- अधिकारी बराबर के दोषी हैं ,यह बात नगर पालिका के पंजीकृत ठेकेदार और कर्मचारी ही कह रहे हैं, इसकी पुष्टि कर रहे हैं! हालांकि, चेयरमैन और अधिशासी-अधिकारी के विरुद्ध अभी तक कोई संवैधानिक कार्यवाही सार्वजनिक नहीं हुई है! क्योंकि आदर्श आचार संहिता और निकटवर्ती मतदान की व्यस्तता के चलते अभी तक अपेक्षाकृत कार्रवाई नहीं हो पाई है! यदि इसे जिला प्रशासन की उदारता समझा जाए तो यह पूरी तरह अनुचित है !भ्रष्टाचार में लिप्त और जिम्मेदार लोगों को इसके निर्धारित परिणाम का सामना करना ही होगा !संपूर्ण प्रक्रिया अपनी निर्धारित गति से, अपने निर्धारित लक्ष्य की तरफ बढ़ रही है !जनता के अधिकार से जुड़ा हुआ मामला है !पूरे नगर में किसी प्रकार की कोई जल- निकासी नहीं है! जनता की मूल समस्याओं पर किसी का कोई ध्यान नहीं है !जो भी कार्य विकास के नाम पर किया जा रहा है सब भ्रष्टाचार की बैसाखी के सहारे चल रहा है !जिस सड़क को जनता बहुत अच्छा समझती है, यदि उस सड़क पर कुल लागत का 60 प्रतिशत भी खर्च किया गया होता तब परिणाम हैरान करने वाला होता ! लेकिन ऐसा इसलिए नहीं हो पा रहा है, क्योंकि चेयरमैन और अधिशासी-अधिकारी दोनों ही पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त है !जनता शायद इस बात को अब बेहतर ढंग से समझ रही है !जिसके बहुत ही बेहतर परिणाम भी होंगे!universalexpress.page


धूमधाम से मनाई महर्षि कश्यप जयंती

धूमधाम से मनाई ऋषि कश्यप जयंतीuniversalexpress.page
लोनी ! समय-समय पर समाज का मार्गदर्शन करने के लिए अनेकों महापुरुष संसार में अवतरित हुए हैं! जिनमें एक महऋषि कश्यप भी थे !उन्होंने समाज को उचित दिशा और दशा प्रदान करने का महत्वपूर्ण प्रयास किया है! उनका योगदान सदा सदा के लिए स्मरण रखा जाएगा!
गत सप्ताह इंदिरा पुरी स्थित शहीद भगत सिंह पार्क में कश्यप समाज के लोगों के द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया! जिसकी अध्यक्षता रामकुमार कश्यप के द्वारा की गई, मुख्य अतिथि के रूप में जनरल वीके सिंह और मंच संचालन जितेंद्र कश्यप के द्वारा किया गया! महर्षि कश्यप के संदर्भ में बात करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया और उनके आदर्श को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी गई! इस अवसर पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर, चेयरमैन रंजीता धामा ,पूरन सिंह कश्यप, धर्मवीर कश्यप, रण सिंह कश्यप आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहेuniversalexpress.page


यूनिवर्सल एक्सप्रेस न्यूज डेली अपडेट

जनता को अंसमझंस से बाहर आना होगा


गाजियाबाद ! लोकसभा चुनाव की निर्धारित तिथि कुछ ही दूर हैं !लेकिन जनता अभी भी चुनाव से काफी दूर लग रही है! जनता द्वारा ही किसी एक प्रत्याशी की संसद भेजना है !जहां लोकसभा क्षेत्र के भाग्य का निर्माण होना है!गाजियाबाद के लोगों और क्षेत्र का विकास ध्यान में रखकर अपने प्रत्याशी का चुनाव करना जनता के हित-साधने का एकमात्र तरीका है! जनता को
असमंजस छोड़ना होगा ! अपने मन-विचार से कार्य क्षमता और व्यवहार शीलता का आंकलन करना चाहिए! राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप और भाई भतीजा-वाद अभी खत्म नहीं हुआ है ! कई बार क्षेत्रवाद के चलते तो राजनेता, राजनीति के मायने ही बदल देते हैं ! जनता का एकमात्र यही अधिकार है जो उसको जनार्दन बना देता है! यदि हमें कोई अधिकार मिला हुआ है, उसका सदुपयोग करना हमारा दायित्व बनता हैं ! वायदे और बेकाबू की सच्चाई पर पहुंचने का प्रयास करें प्रत्याशी की अक्षमता और अपनी अपेक्षाओं की समीक्षा करनी चाहिए ! आपके मतदान से ही हम देश को प्रधानमंत्री प्रदान करेंगे !देश के सभी सांसदों का चुनाव होगा !ऐसी स्थिति में गाजियाबाद से हमें हमारा प्रतिनिधित्व करने वाला संसद में हमारी समस्याओं को प्राथमिकता से लेकर चल सकें! मैदान में खड़े सभी प्रत्याशियों के विषय में विचार अवश्य करना चाहिए ! हमारी तर्क शक्ति हमें कैसे संतुष्ट करती है ! यह हम सब को अपने दिमाग से ही करना होगा ! ज्यादातर लोग ऐसा करते भी हैं ,जो किसी दल अथवा पार्टी से सरोकार नहीं रखते हैं कुछ लोग दलगत विचारधारा के प्रति निष्ठावान होते हैं !जो ज्यादा गहमा-गहमी के पचड़े में नहीं फंसते हैं! जनता को चुनाव में खूब दिलचस्पी रख कर एक दूसरे का उत्साह बढाना चाहिए !


 


 


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संसद भवन में हमारी आवाज बन सके


बुधवार, 3 अप्रैल 2019

चेन्नई के खिलाफ रोहित शर्मा को अच्छे प्रदर्शन की दरकार



  • वानखेड़े स्टेडियम पर आज मुंबई और चेन्नई के बीच मुकाबला

  • आईपीएल के इस संस्करण में मुंबई 3 में से 1 मैच ही जीत पाई


रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। वे रणनीतिक रूप से बेहतरीन हैं। उनकी इस खासियत की गवाही मुंबई को मिले तीन आईपीएल खिताब भी देते हैं। वे खुद भी अच्छी फॉर्म में हैं, लेकिन उन्हें अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की जरूरत है, खासकर स्पिनर्स से।


टीम चुनते समय भावनाओं में नहीं बहें


शायद टीम चयन में उन्हें भावनाओं को अलग रखना होगा। यही वह जगह है जहां चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) अन्य टीमों से अलग नजर आती है। अगर टीम संतुलन के लिए किसी खिलाड़ी की जरूरत होती है तो सीएसके फाफ डुप्लेसिस जैसे दिग्गजों को भी बाहर कर देती है। नॉकआउट की हड़बड़ाहट को दूर रखने के लिए मुंबई इंडियंस को अगले कुछ मैच में बड़ी जीत की दरकार है।


10 दिन में ही सब पर भारी दिख रही चेन्नई की टीम


टूर्नामेंट के इस सीजन को शुरू हुए अभी महज दस ही दिन हुए हैं और अन्य टीमों ने सीएसके की ओर देखना शुरू कर दिया है कि ये टीम आखिर क्या चीज सही कर रही है। अगर आप खिलाड़ी दर खिलाड़ी चेन्नई की टीम पर नजर डालें, उनके मौजूदा रिकॉर्ड देखें और उनके करियर को देखें तो पाएंगे कि ये खिलाड़ी और ये टीम ऐसी नहीं है जो अजेय हो या जिसे हराया नहीं जा सके।


धोनी की कप्तानी की बात निराली


मगर एलेक्स फर्ग्युसन की मैनचेस्टर यूनाइटेड की तरह ही महेंद्र सिंह धोनी की सीएसके भी जीत के लिए कोई न कोई रास्ता तलाश ही लेती है। मैंने जान-बूझकर इन नामों का जिक्र किया है। मैं पहले भी कहता रहा हूं कि किसी टी-20 टीम में एक कप्तान दो खिलाड़ियों के बराबर की अहमियत रखता है।


वोट ही नहीं, नोट, राशन और ईंधन भी मांग रहे आप उम्मीदवार, दिलीप पांडेय का अनूठा अंदाज


पूर्वी दिल्ली।। लोकसभा चुनाव में ताल ठोंक रहे आम आदमी पार्टी के उत्तर-पूर्वी दिल्ली उम्मीदवार वोट के साथ नोट ही नहीं, राशन व ईंधन भी मांग रहे हैं। दिलीप पांडेय ने क्राउड फंडिंग का अनूठा अंदाज आजमाया है। कोशिश दैनिक इस्तेमाल में आने वाली हर चीज इकट्ठा करने की है जिसे आम मतदाता आसानी से देने को तैयार हो जाते हैं। बाद में पार्टी कार्यालय व कार्यकर्ताओं के बीच इसका इस्तेमाल कर लिया जाता है। दूसरी तरफ दक्षिणी व पूर्वी दिल्ली में भी पार्टी उम्मीदवार अपने तरीके से चुनाव खर्च जुटा रहे हैं। दरअसल, पर्याप्त फंड न होने से आप ने अपने उम्मीदवारों से कह रखा है कि वह अपने स्तर पर भी चुनाव खर्च का इंतजाम करें। इसके तहत आप उम्मीदवारों ने अपने-अपने स्तर पर इसकी रणनीति तैयार की है। सबसे दिलचस्प तरीका उत्तरपूर्वी दिल्ली में दिखा है। यहां पैसे के अलावा मतदाता से सीधे जज्बाती ताल्लुकात बनाने की भी कोशिश आप उम्मीदवार की है। मसलन, अगर कोई परिवार नकदी में चंदा नहीं दे पाता तो उससे दूध, साइकिल, गैस चूल्हा, कंबल जैसी दैनिक इस्तेमाल में आने वाली जिस भी वस्तु को दे देता है, उसे ले लिया जाता हैबाद में उसका इस्तेमाल पार्टी कार्यालय में होता है। पार्टी रणनीतिकार मान रहे हैं कि जो वोटर नोट समेत दूसरी कोई वस्तु खुशी- खुशी देने को तैयार है, वह वोट भी दे सकता है। पूर्वी व दक्षिणी दिल्ली में भी चल रही कोशिश पूर्वी दिल्ली से आप उम्मीदवार आतिशी भी क्राउड फंडिंग पर काम कर रही हैं। लोगों से पैसा लेने के साथ वह अपने कॉलेज की एल्युमनी एसोसिएशन से भी मदद मांग रही हैं। जबकि दक्षिणी दिल्ली से उम्मीदवार राघव चड़ा भी अपने स्कूल के एल्युमनी एसोसिएशन से संपर्क किया हैइसके अलावा चार्टर्ड अकाउटंस की संस्था से भी मदद की उन्हें उम्मीद है।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...