बुधवार, 15 सितंबर 2021

किसान महापंचायत का सीएम ने समर्थन किया

दुष्यंत टीकम        
रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजिम में 28 सितंबर को प्रस्तावित किसान महापंचायत का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा- किसान नेता यहां आ रहे हैं, उनका स्वागत है। अगर वे लोग समर्थन मांगते हैं तो निश्चित रूप से समर्थन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री दुर्ग के उतई रवाना होने से पहले रायपुर में मीडिया से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- दिल्ली में जो आंदोलन चल रहा था, उसको सबसे पहले हमारे राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी ने शुरू किया। पंजाब और हरियाणा में उन्होंने ट्रैक्टर से यात्राएं की। प्रियंका गांधी ने भी लगातार उत्तर प्रदेश और राजस्थान में किसान महापंचायत की। किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने देशव्यापी आंदोलन खड़ा किया है। किसान नेता छत्तीसगढ़ में आ रहे हैं तो उनका स्वागत है। छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ ने भगत सिंह की 125वीं जयंती और मजदूर नेता शंकर गुहा नियोगी की शहादत दिवस पर 28 सितम्बर को किसान महापंचायत का आयोजन किया है। इसमें दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नेताओं में से राकेश टिकैत, डॉ. दर्शनपाल सिंह, योगेंद्र यादव, मेधा पाटकर और डॉ. सुनीलम जैसे किसान नेताओं को बुलाया है। इसको लेकर प्रदेश की किसान राजनीति गर्म है।
जुटेंगे 10 हजार से ज्यादा किसान किसान नेता जागेश्वर जुगनू चंद्राकर ने बताया था, किसान महापंचायत के लिए सभी सहयोगी संगठन जोर लगा रहे हैं। उन लोगों ने अभी तक आसपास के 100 से अधिक गांवों में बैठक कर ली है। किसान नेताओं का कहना है, इस महापंचायत में 10 हजार से अधिक किसानों की भीड़ जुट सकती है।
आयोजकों ने बैठक कर तय की रणनीति
किसान महापंचायत के आयोजक मंडल में शामिल तेजराम विद्रोही, गौतम बंद्योपाध्याय, पारसनाथ चंद्राकर, जागेश्वर जुगनू चंद्राकर, शत्रुघ्न साहू जैसे नेताओं ने सोमवार को रायपुर में बैठक की।
इस दौरान पंचायत के आयोजन से जुड़ी रणनीति पर चर्चा हुई। किसान नेताओं ने बताया, राजिम मंडी परिसर में तैयारी शुरू कर दिया गया है।

भारत में तीसरे चरण के ब्रिजिंग ट्रायल की मंजूरी

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। भारत में जारी टीकाकरण के बीच रूसी वैक्सीन स्पूतनिक लाइट को भारत में तीसरे चरण के ब्रिजिंग ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारतीय आबादी पर टीके के परीक्षण को हरी झंडी दे दी है।
बता दें कि इससे पहले जुलाई में सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ऑफ द सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन  ने स्पूतनिक लाइट को इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन देने से इनकार कर दिया था। सीडीएससीओ ने रूसी वैक्सीन के स्थानीय ट्रायल को जरूरी बताया था।
कमेटी ने पाया था कि स्पूनतिक लाइट स्पूतनिक वी के कंपोनेंट-1 डेटा के ही समान थी, साथ ही भारतीय आबादी में इसका सेफ्टी और इम्युनोजेनिसिटी डेटा पहले ही ट्रायल में प्राप्त किया जा चुका था। डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेटरी ने बीते साल रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के साथ भारत में स्पूनतिक वी के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए करार किया था।

हाल ही में लैंसेट में प्रकाशित एक स्टडी बताती है कि कोविड-19 के खिलाफ स्पूतनिक लाइट ने 78.6-83.7 फीसदी की प्रभावकारिता दिखाई है। यह दो डोज वाली कई वैक्सीन उम्मीदवारों की तुलना में ज्यादा है। यह स्टडी अर्जेंटीना में कम से कम 40 हजार बुजुर्गों पर की गई थी।

बारिश के चलते देश के कई राज्यों में तबाही मचीं

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। भारी बारिश के चलते देश के कई राज्यों में तबाही मची हुई है। लगातार नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। काफी संख्या में लोगों की जान भी चली गई है। पहाड़ी इलाकों से तो भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। वहीं ओडिशा में तो स्थिति प्रत्येक दिन बिगड़ रही है। यहां पर भारी बारिश के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है।
भारतीय मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के मौसम का पूर्वानुमान करते हुए बताया है कि बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुए डिप्रेशन की वजह से उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तरी ओडिशा पर बना डिप्रेशन अगले छह घंटों में पश्चिम, उत्तर-पश्चिम के राज्यों की ओर बढ़ जायेगा। जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ और उसके पड़ोसी राज्यों में बारिश होगी।मौसम विभाग ने 15 तारीख के लिए जो पूर्वानुमान किया है उसके अनुसार छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और गुजरात में भारी बारिश की संभावना है. इन राज्यों के लिए विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. जबकि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, यानी यहां कुछ इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। झारखंड के लोगों को 15 तारीख से बारिश से राहत मिल सकती है, हालांकि पिछले 48 घंटों से यहां लगातार बारिश हो रही है. वहीं 16 सितंबर को उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि मध्यप्रदेश, गुजरात के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में बारिश की संभावना है और मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।17 सितंबर से मौसम में सुधार होगा और उत्तर भारत के कुछ राज्यों को छोड़कर अधिकतर राज्यों में मौसम खुशनुमा रहेगा। 18 सितंबर को ओडिशा में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इधर पिछले 24 घंटों से गुजरात के राजकोट और जामनगर जिलों में लगातार बारिश हो रही है जिसकी वजह से यहां जल प्रलय जैसी स्थिति है। अबतक 200 लोगों को रेसक्यू किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है कि बाढ़ के कारण जामनगर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा सौराष्ट्र क्षेत्र के राजकोट, जामनगर और जूनागढ़ जिलों से गुजरने वाले 18 राज्य राजमार्गों को बंद कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 24 घंटे में सीतापुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, बिजनौर, एटा, बरेली, बलिया, कन्नौज, जालौन, प्रतापगढ़, बांदा, वाराणसी, बागपत और हापुड़ जिलों में बारिश की सूचना है।

स्वास्थ्य: हल्दी को पानी में मिलाकर पीने का फायदा

हल्दी कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है। ये तो आप सभी जानते हैं। लेकिन इस गुणकारी हल्दी का इस्तेमाल लोगों ने कोरोना की पहली वेब से अपनी डाइट में ऐसे शामिल किया कि इसकी उन्हें आदत ही पड़ गई है। हल्दी का इस्तेमाल खाने में रंगत लाने के अलावा सेहत को दुरुस्त रखने के लिए भी खूब किया गया। कुछ लोगों ने हल्दी को दूध में मिलाकर पिया तो कुछ लोगों ने हल्दी को एक गिलास पानी में मिलाकर पिया। हल्दी में प्राकृतिक रूप से एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर साबित हुआ। आज हम आपको हल्दी को पानी में मिलाकर पीने से सेहत को क्या फायदा होता है ये बताएंगे।
ज्यादातर लोग दिल से संबंधित बीमारी से परेशान हैं। ऐसे में हल्दी वाले पानी को पीना आपके लिए लाभदायक होगा। जिन लोगों को हार्ट की समस्या होती है उन्हें हल्दी वाले पानी को जरूर पीना चाहिए। ये खून को गाढ़ा होने से बचाती है। जिससे हार्ट अटैक की आशंका कम होती है।
जिन लोगों को जलन या फिर शरीर के किसी हिस्से में सूजन है तो वो अपनी डाइट में हल्दी वाले पानी को शामिल करें। हल्दी कई औषधीय गुणों से युक्त होती है। हल्दी में पाया जाने वाला कुर्कुमिन तत्व सूजन और जोड़ों में होने वाले दर्द में असरदार है। इसलिए रोज सुबह एक चुटकी हल्दी को पानी में डालकर जरूर पिएं।
अगर आपको डाइजेशन की दिक्कत है तो आप रोजाना एक गिलास हल्दी वाले पानी का सेवन करें। हल्दी में एंटी ऑक्सीडेंट्स, एंटी इंफ्लेमेटी तत्व पाए जाते हैं। जो कि आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
लिवर की समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों को हल्दी का पानी पीने से आराम मिलेगा। हल्दी के पानी में मौजूद टॉक्सिस लिवर सेल्स को फिर से ठीक करता है। इसके साथ ही हल्दी और पानी में मिले हुए गुण लिवर को संक्रमण से बचाने का काम करते हैं।आजकल ज्यादातर लोग बढ़े वजन की समस्या से परेशान हैं। अगर कोई मोटापे की समस्या से जूझ रहा है तो वो एक चुटकी हल्दी को पानी में डालकर पी लें। ये शरीर में आसानी से घुल जाता है। इसके साथ ही फैट बढ़ाने वाले टिश्यू को बनने से रोकता है।

पुलिस विवेचना में खामियों को देख फैसला सुनाया

हरिओम उपाध्याय     
बिलासपुर। हाईकोर्ट ने पॉक्सो एक्ट, रेप और अपहरण के एक आरोपी को जमानत पर छोड़ दिया। इस मामले में पीड़िता के पिता ने जमानत का विरोध किया था, मगर हाईकोर्ट ने पुलिस विवेचना में खामियों को देखते हुए अपना फैसला सुनाया।
यह मामला कोरबा जिले के बालको नगर इलाके से जुड़ा हुआ है, जहां रहने वाले युवक का इस युवती के साथ प्रेम संबंध है। 27 जनवरी 2021 को लड़की के पिता ने थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और अपनी बेटी को नाबालिग बताया। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध अपहरण, पॉक्सो एक्ट व रेप का मुकदमा दर्ज किया। आरोपी को एक माह बाद गिरफ्तार कर लिया गया और लड़की को उसके पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
इस मामले में आरोपी युवक ने निचली अदालत में जमानत की अर्जी लगाई, जो खारिज हो गई। इसके बाद उसने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। कोर्ट में अभियुक्त के अधिवक्ता की ओर से बताया गया कि पुलिस ने जिसे पीड़िता बताया है वह बालिग है और अपनी मर्जी से युवक के साथ गई थी। दोनों एक माह तक दिल्ली व पटना में साथ रहे हैं। एक दूसरे से दोनों प्रेम करते हैं और शादी करना चाहते हैं।
पीड़िता बालिग है और वह नहीं चाहती इस मामले में कोई कार्रवाई हो। जस्टिस आरसीएस सामंत की कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए युवती का पक्ष सुना गया। पीड़िता ने यह बात दोहराई और कहा कि वह आरोपी युवक के साथ शादी करना चाहती है। इधर युवती के पिता ने जमानत का विरोध यह कहते हुए किया कि उसकी बेटी अभी नाबालिग है। कोर्ट के संज्ञान में यह बात लाई गई कि पुलिस ने लड़की के उम्र के निर्धारण के लिये केवल सरपंच द्वारा एक जारी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है जिसकी वैधानिकता नहीं है। विवेचना में पीड़िता की उम्र को लेकर चूक बरती गई है।
गौरतलब है कि नाबालिगों के मामले में पीड़िता की उम्र की पुष्टि के लिए वैध दस्तावेजों की जरुरत पड़ती है। अमूमन स्कूल की अंकसूची को आधार बनाया जाता है, अन्यथा अनपढ़ होने की स्थिति में डॉक्टर के द्वारा बोन टेस्ट के आधार पर जारी प्रमाण पत्र की जरुरत होती है। मगर इस मामले में सरपंच द्वारा पीड़िता को नाबालिग बताते हुए उसकी उम्र का प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया, जबकि वह बालिग थी।

शुल्क के लिए राशि तय करने का प्रस्ताव बनाया

दुष्यंत टीकम    
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकारी स्कूलों में प्रवेश शुल्क के लिए राशि तय करने का प्रस्ताव बनाया गया है। जिसके मुताबिक हाई स्कूल के बच्चों से 380 रुपए और उच्चतर माध्यमिक स्कूल के बच्चों से 415 रुपए शुल्क लिया जाएगा। लोक शिक्षण आयुक्त ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को यह प्रस्ताव भेजा है। बता दें कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्रवेश शुल्क लेने पर रोक लगा दी गई थी। अब रोक हटाते हुए प्रवेश शुल्क लेने के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया है।
लोक शिक्षण संचालनालय से जारी पत्र के मुताबिक़ शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए थे। जिसके बाद लोक शिक्षण संचालनालय ने पत्र जारी कर शिक्षण संस्थान बंद रहते तक किसी भी छात्र से कोई शुल्क नहीं लिए जाने के लिए आदेश जारी किया गया था। लेकिन स्कूल 26-7-2021 प्रदेश से सभी विद्यालयों को खोल दिया गया है। इसलिए अब शुल्क लेने के लिए निर्धारित कर प्रस्तावित कर दिया गया है।
पत्र के मुताबिक़ हाई स्कूल के विद्यार्थियों से निर्धारण छात्र सहायता निधि, विज्ञान क्लब निधि, बाल निधि, रेडक्रॉस निधि, क्रीडा शुल्क, विज्ञान क्लब, विज्ञान प्रयोग शुल्क और परीक्षा शुल्क को मिलाकर 380 रुपए लिया जाएगा। वही उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों से 415 रुपया शुल्क प्रस्तावित किया गया है।

पटरियों के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला

हरिओम उपाध्याय    
बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में आटामांडा रेलवे स्टेशन के पास पटरियों के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। घंटों शव के पड़े रहने के बाद भी न तो जीआरपी को इसकी सूचना थी न ही सिविल पुलिस को। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब उन्होंने सुबह शव को पड़ा हुआ देखा तो उन्होंने स्टेशन मास्टर को सूचना दी थी। मगर जीआरपी का कहना है कि उन्हें किसी भी तरह की कोई सूचना ही नहीं मिली।
खजुआ जागीर का रहने वाला बताया जा रहा 
स्थानीय लोगों को भी उस युवक की पहचान नहीं हो पा रही है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि वह आटामांडा के ही पास के गांव खजुआ जागीर का रहने वाला है। तो कुछ लोग किसी दूसरे गांव का बता रहे है। मगर असल में युवक का नाम पता क्या है अभी तक किसी को सटीक जानकारी नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस और जीआरपी दोनों मौके पर पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि आटामांडा रेलवे स्टेशन के आस-पास का क्षेत्र सिविल पुलिस के अंडर आता है। इसलिए सभी कार्रवाई सिविल पुलिस ही करेगी।

सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों के लिए अनुमति दी

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण विभाग (डीडीएमए) ने एक आदेश जारी कर, बृहस्पतिवार से दिल्ली में सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों के लिए अनुमति दे दी है। कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर लगे लॉकडाउन के कारण दिल्ली में सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों पर रोक लगा दी गई थी। प्राधिकरण ने बुधवार को जारी किए गए एक आदेश में कहा कि शहर में 16 सितंबर से व्यापार से लेकर उपभोक्ता प्रदर्शनियों को अनुमति दी जाएगी।
‘बैंक्वेट हॉल’ में ऐसी प्रदर्शनियों और मेलों को आयोजित करने की अनुमति होगी। आदेश में कहा गया है कि आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए दिल्ली के स्कूल अभी बंद रहेंगे। प्राधिकरण ने कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया का सभी हितधारकों द्वारा सख्ती से पालन करने पर ही प्रदर्शनियों और मेलों की अनुमति दी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा पहले जिन अन्य गतिविधियों पर रोक लगाई या जिनकी अनुमति दी गई, वे आदेश 30 सितंबर और एक अक्टूबर की मध्यरात्रि तक जारी रहेंगे।

नाकामियों से उबरकर इतिहास रचने में मदद मिली

बेंगलुरू। भारतीय महिला हॉकी टीम की डिफेंडर उदिता का मानना है कि वर्तमान पर फोकस करने से उनकी टीम को टोक्यो ओलंपिक में शुरूआती नाकामियों से उबरकर इतिहास रचने में मदद मिली। भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही जिसने क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया को हराया ।उदिता ने हॉकी इंडिया की एक विज्ञप्ति में कहा ,” मुझे लगता है कि पहले तीन मैचों में मिली हार के बाद वर्तमान पर फोकस करने से ही हम वापसी कर सके । इससे हमें आस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराने में भी मदद मिली और हमने टोक्यो में इतिहास रच डाला । ”
अपने ओलंपिक अनुभव के बारे में उन्होंने कहा ,” एक युवा खिलाड़ी के तौर पर हमने इस ऐतिहासिक अभियान से बहुत कुछ सीखा । हमने जाना कि दबाव का सामना कैसे किया जाता है और कैसे वर्तमान पर फोकस करने से मदद मिलती है ।” हिसार में जन्मी यह खिलाड़ी इस समय बेंगलुरू के भारतीय प्राधिकरण केंद्र में सीनियर महिला टीम की 25 संभावित खिलाड़ियों के शिविर में है।

एनटीए ने जेईई मेन 2021 के नतीजे जारी किए

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। नेशनल टेस्ट एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन 2021 के नतीजे जारी कर दिए। जिसमें कुल 44 उम्मीदवारों को 100 फीसदी अंक मिले हैं।
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से मंगलवार देर रात यह जानकारी दी गई है। कुल 44 उम्मीदवारों को सौ फीसदी अंक मिले हैं जबकि 18 उम्मीदवारों को टॉप रैंक मिला है। 
उन्होंने कहा कि टॉप करने वाले 18 उम्मीदवारों में आंध्र प्रदेश से चार, राजस्थान से तीन, दिल्ली से दो, उत्तर प्रदेश से दो, तेलंगाना से दो, महाराष्ट्र से एक, पंजाब से एक, चंडीगढ़ से एक, बिहार से एक और कर्नाटक से एक छात्र शामिल है।

पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे भूपेंद्र के नए मंत्री

अहमदाबाद। गुजरात में भूपेंद्र पटेल सरकार के नए मंत्री आज यानी बुधवार को दोपहर बाद पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। भाजपा की राज्य इकाई के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता यमल व्यास ने बताया कि नए मंत्रियों के नाम अभी घोषित नहीं हुए हैं, ये मंत्री राजधानी गांधीनगर में दोपहर दो बजे के बाद शपथ लेंगे।
मुख्यमंत्री पद से विजय रूपाणी के गत शनिवार को अचानक इस्तीफा देने के बाद सोमवार को केवल भूपेंद्र पटेल (59) ने शपथ ली थी। भारतीय जनता पार्टी की गुजरात इकाई के प्रमुख भूपेंद्र यादव नए मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले लोगों के नाम तय करने के लिए पिछले दो दिनों से गांधीनगर में लगातार बैठकें कर रहे हैं।
ऐसी अटकलें हैं कि पटेल अपने मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को शामिल करेंगे और कई पुराने नेताओं को युवा नेताओं के लिए जगह खाली करनी पड़ सकती है। पटेल को रविवार को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था और सोमवार को गांधीनगर में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई थी। पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है।
उन्हें मुख्यमंत्री बनाये जाने के पीछे यह भी एक कारण माना जा रहा है। ऐसे में जब दिसंबर 2022 में राज्य विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है, भाजपा ने चुनाव में जीत के लिए पटेल पर भरोसा जताया है, जो कि एक पाटीदार हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य विधानसभा की 182 सीटों में से 99 सीटें जीतीं थी, जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं।

138 देशों में 9,657 जानकारियों को शामिल किया

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारत में उच्च इंटरनेट पहुंच दर, सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल और उपयोगकर्ताओं में इंटरनेट साक्षरता की कमी के कारण कोविड-19 के संबंध में सोशल मीडिया पर सबसे अधक गलत जानकारी दी गई। एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है। अध्ययन का शीर्षक ‘प्रिवलेंस एंड सोर्स एनलाइसिस ऑफ कोविड-19 मिसइंर्फोमेशन इन 138 कंट्रीज’ था, जो ‘सेज इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ लाइब्रेरी एसोसिएशंस एंड इंस्टीट्यूशंस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ।
अध्ययन में 138 देशों में प्रकाशित 9,657 गलत जानकारियों को शामिल किया गया। विभिन्न देशों में गलत सूचना के प्रसार और स्रोतों को समझने के लिए 94 संगठनों ने इनके तथ्यों की जांच की। अध्ययन में कहा गया, ”सभी देशों में से, भारत में सोशल मीडिया पर सबसे अधिक 18.07 प्रतिशत गलत जानकारी दी गई, जिसका कारण शायद देश की उच्च इंटरनेट पहुंच दर, सोशल मीडिया के इस्तेमाल में वृद्धि और उपयोगकर्ताओं में इंटरनेट साक्षरता की कमी है।”
परिणामों के आधार पर, अध्ययन में कहा गया है, ऐसा माना जाता है कि कोविड-19 संबंधी गलत सूचना के प्रसार का वैश्विक महामारी की स्थिति के साथ संबंध हो सकता है। अध्ययन में कहा गया, ”सोशल मीडिया सबसे अधिक 84.94 प्रतिशत गलत जानकारी फैलाता है और इंटरनेट कोविड-19 संबंधी गलत जानकारी देने के लिए 90.5 प्रतिशत जिम्मेदार है।
इनके अलावा, सोशल मीडिया मंचों में केवल फेसबुक के जरिए ही 66.87 प्रतिशत गलत जानकारी दी गई ।” इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चेतावनी दी थी कि कोविड-19 के संबंध में गलत जानकारी फैल रही है और यह लोगों को खतरे में डाल रही है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों से आग्रह किया था कि वे जो कुछ भी सुनते हैं, उसकी विश्वसनीय स्रोतों से दोबारा जांच करें।

24 से शुरू होगा आईफोन 13 प्रो मैक्स का ऑर्डर

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारत में प्रीमियम मोबाइल फोन एप्पल के दीवाने 24 सितंबर से आईफोन 13, आईफोन 13 मिनी, आईफोन 13 प्रो और आईफोन 13 प्रो मैक्स हासिल कर सकेंगे, जिनकी शुरुआती कीमत 69,900 रुपये से शुरू है। एप्पल ने एक बयान में कहा, ”ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, जर्मनी, भारत, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और 30 से अधिक अन्य देशों तथा क्षेत्रों के ग्राहक आईफोन 13 प्रो और आईफोन 13 प्रो मैक्स का प्री-ऑर्डर दे सकते हैं, जिसकी आपूर्ति 24 सितंबर शुक्रवार से शुरू होगी।”
एप्पल ने कहा कि ग्राहक आईफोन 13 प्रो को 1,19,900 रुपये (से लेकर) में और आईफोन 13 प्रो मैक्स को 1,29,900 रुपये (से लेकर) में ऐपल के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं। आईफोन 13 की कीमत 79,900 रुपये और आईफोन 13 मिनी की कीमत 69,900 रुपये है।
एप्पल ने हाल में बताया था कि भारत और लैटिन अमेरिकी जैसे बाजारों में उसने दो अंकों की मजबूत वृद्धि हासिल की है। इसके साथ ही जून तिमाही में कंपनी की आय बढ़कर 81.4 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई, जो एक रिकॉर्ड है।
एप्पल ने जून 2021 तिमाही में 21.7 अरब डॉलर की शुद्ध आय हासिल की, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 11.2 अरब डॉलर था। इस दौरान कंपनी की कुल बिक्री 59.6 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 81.4 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई। ये वैश्विक आंकड़े हैं और अलग-अलग देशों के आधार पर वित्तीय आंकड़े पेश नहीं किए।

1 सैकड़ा से भी अधिक इंस्पेक्टरों के तबादले किए

हरिओम उपाध्याय     
मेरठ। मेरठ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक ने तबादला एक्सप्रेस चलाते हुए एक सैकड़ा से भी अधिक इंस्पेक्टरों के तबादले कर दिए हैं। थोक के भाव किए गए इंस्पेक्टरों के इन तबादलों से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
बुधवार को मेरठ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार की ओर से पिछले काफी समय से एक ही जनपद में जमा सौ से भी अधिक इंस्पेक्टरों के तबादले किए गए हैं। बड़े पैमाने पर किए गए इंस्पेक्टरों के तबादलों से विभाग में अफरा-तफरी की फैल गई है। पुलिस महानिरीक्षक ने जनपद मेरठ में तैनात इंस्पेक्टर अंजु सिंह को बागपत, अवधेश कुमार माहोर को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्र को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार को मेरठ से हापुड, इंस्पेक्टर अशोक कुमार को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार सिंह को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार कुशवाहा को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर भरत लाल शाह को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर धनुष कुमारी को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह राठौर को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर जनक सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर किरण पाल सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर मुकेश कुमार को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर मनीष बिष्ट को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर नरेंद्र प्रसाद को मेरठ से हापुड़, इंस्पेक्टर नजीर अली खां को मेरठ से हापुड़, इंस्पेक्टर प्रहलाद सिंह यादव को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा को मेरठ से बुलंदशहर, प्रदीप ढोडीयाल को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार को मेरठ से हापुड़, इंस्पेक्टर ऋषि पाल शर्मा को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर रघुराज सिंह गुर्जर को मेरठ से हापुड़, इंस्पेक्टर राम संजीवन को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार त्यागी को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार यादव को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर संध्या वर्मा को मेरठ से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर सत्यवीर सिंह को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर को मेरठ से बागपत, इंस्पेक्टर योगेंद्र पाल को मेरठ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर संदीप कुमार सिंह को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर संजीव कुमार शर्मा को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर उमेश पंवार को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर राजेश चतुर्वेदी को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह को गाजियाबाद से हापुड, इंस्पेक्टर लक्ष्मण वर्मा को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर अनिल कुमार शाही को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर विष्णु कुमार कौशिक को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर अशोक पाल सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर दलीप सिंह को गाजियाबाद से हापुड़, इंस्पेक्टर बबीता तोमर को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर राजीव कुमार को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर रण सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर ओमप्रकाश सिंह को गाजियाबाद से बागपत, इंस्पेक्टर मदन पाल को गाजियाबाद से बागपत, इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप सिंह को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर संजय कुमार पांडे को गाजियाबाद से हापुड़ इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह बेचारे को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह को गाजियाबाद से हापुड़, इंस्पेक्टर सुनीता राणा को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर मोहम्मद असलम को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह बिष्ट को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर हरिओम सिंह को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर ओम प्रकाश आर्य को गाजियाबाद से बागपत, इंस्पेक्टर प्रतिभा सिंह को गाजियाबाद से मेरठ, इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार को गाजियाबाद से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर शैलेंद्र मुरारी दीक्षित को गाजियाबाद से बागपत, इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार उपाध्याय को गाजियाबाद से हापुड़, इंस्पेक्टर अल्ताफ अंसारी को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर आनंद कुमार गौतम को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार शर्मा को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर नरेश कुमार शर्मा को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर राजेश कुमार रोहिल्ला को बुलंदशहर से गाजियाबाद, जितेंद्र कुमार तिवारी को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार गौड़ को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर महेश राठौर को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर ब्रजकिशोर को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर जयवीर सिंह को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र शर्मा को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार शर्मा को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर अवधेश कुमार त्रिपाठी को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर राज किशोर को बुलंदशहर से हापुड़, इंस्पेक्टर योगेंद्र कुमार को बुलंदशहर से हापुड़, इंस्पेक्टर विवेक शर्मा को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर बच्चन सिंह को बुलंदशहर से हापुड़, इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर वेद राम को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर कटार सिंह को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर रमाकांत यादव को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर रामवीर सिंह को बुलंदशहर से मेरठ, इंस्पेक्टर योगेंद्र मलिक को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर दीक्षित कुमार त्यागी को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर धनेंद्र कुमार यादव को बुलंदशहर से हापुड़, इंस्पेक्टर ध्रुव भूषण दुबे को बुलंदशहर से हापुड, इंस्पेक्टर राजेश कुमार यादव को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर सचिन कुमार को बुलंदशहर से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार को बागपत से मेरठ, इंस्पेक्टर शिव प्रकाश सिंह को बागपत से मेरठ, इंस्पेक्टर चमन प्रकाश शर्मा को बागपत से मेरठ, इंस्पेक्टर संजीव कुमार को बागपत से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर मुनेंद्र पाल सिंह को बागपत से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर अवधेश कुमार को बागपत से मेरठ, इंस्पेक्टर अजय कुमार शर्मा को बागपत से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर संतोष कुमार को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर कौशलेंद्र यादव को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह को हापुड़ से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर दिनेश सिंह यादव को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर आदेश गौड को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर उत्तम सिंह राठौर को हापुड़ से मेरठ, इंस्पेक्टर राजपाल सिंह को हापुड से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार को हापुड से बुलंदशहर, इंस्पेक्टर योगेश बालियान को हापुड से गाजियाबाद, इंस्पेक्टर अजय कुमार को हापुड़ से गाजियाबाद तथा इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह को हापुड से तबादला करते हंए बुलंदशहर भेजा गया है।

कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ा

रांची। महिला सशक्तीकरण के दौर में महिलाओं में कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। वे स्वावलंबी हो रही हैं और इससे पारिवारिक आर्थिक ढांचे में सुधार भी हो रहा है। मगर इसका खमियाजा महिलाओं की सेहत को भुगतना पड़ रहा है। दिल्ली, मुंबई समेत देश के सात बड़े शहरों में किए गए एक सर्वे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। 'द इंडियन विमिन हेल्थ'  की वर्ष 2021 की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में कामकाजी महिलाओं की सेहत ठीक नहीं है। करीब 67 प्रतिशत महिलाएं अपनी सेहत से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा करने से भी हिचकती हैं। नि:संदेह वे घुट-घुटकर अपनी व्याधियों और रोगों से मुकाबला कर रही होंगी।
 59% महिलाएं सेहत संबंधी समस्याओं से छोड़ देती हैं नौकरी
रिपोर्ट के अनुसार 22 से 55 वर्ष की उम्र की 59 प्रतिशत कामकाजी महिलाएं अपनी सेहत संबंधी परेशानियों के कारण नौकरी छोड़ देती हैं। दूसरा कारण बॉस का अच्छा व्यवहार नहीं होना। 90% महिलाओं को पारिवारिक दायित्व के कारण परेशानी होती है। 52% प्रतिशत महिलाओं के पास नौकरी और फैमिली रिस्पांसिबिलिटी के साथ खुद को स्वस्थ रखने का समय नहीं मिलता।
रिपोर्ट के अनुसार देश में महिलाएं वर्कप्लेस पर सेहत से जुड़ी समस्याओं - पीरियड्स ब्रेस्ट कैंसर गर्भाशय समेत कई समस्याओं पर बात करने से हिचकी जाती है। महिलाओं का कहना है कि जब हमारी सेहत की बात आती है, तो 80 फ़ीसदी पुरुष सहयोगी संवेदनशील नहीं होते हैं।
दोहरा बोझ झेल रही हैं कामकाजी महिलाएं।
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ भाग्यश्री कर का कहना है कि सिर्फ लाइफस्टायल डिसॉर्डर ही नहीं बल्कि कामकाजी महिलाएं अन्य बीमारियों की चपेट में जल्दी आ जाती हैं। सेहत के प्रति लापरवाही भी इसके लिए जिम्मेदार है। लापरवाही की बात को नकारते हुए कविता दास नौकरी और घर के बीच सामंजस्य को मुश्किल मानती हैं। उनके अनुसार, "खुद के सेहत के लिए समय निकाल पाना मुश्किल है। खासतौर पर जब सास ससुर भी साथ रहते हैं।
 डॉ भाग्यश्री के अनुसार देश में महिलाओं में पॉलीसिस्टिस ओवेरिन सिंड्रोम यानी पीसीओएस की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. यह समस्या कामकाजी महिलाओं में ज्यादा पायी जाती है. वे कहती हैं कि पीसीओएस से ग्रस्त हो जाने पर मरीज बार-बार बीमार पड़ता है। इससे महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। दोहरी जिम्मेदारियों की बोझ के चलते तनाव एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घिर चुकी महिलाओं को अब अपने लिए समय निकालने की जरूरत है।
महिला सशक्तीकरण के दौर में महिलाओं में कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। वे स्वावलंबी हो रही हैं और इससे पारिवारिक आर्थिक ढांचे में सुधार भी हो रहा है। मगर इसका खमियाजा महिलाओं की सेहत को भुगतना पड़ रहा है। इस सीजन में दूसरी बार खोला गया कांके डैम का फाटक, खतरे के निशान पर पहुंचा पानी।
इस मानसून सीजन में कांके (गोंदा) डैम का फाटक दूसरी बार खोला गया। इसके पहले 29 जुलाई को डैम का लेबल 27 फीट क्रॉस करने पर खोला गया था। बुधवार को अहले सुबह डैम का लेबल 27.8 फीट हो जाने पर तीनों फाटक खोल दिया गया। फिलहाल डैम का लेबल 27.2 फीट पर स्थिर बना हुआ है।  डैम की क्षमता 28 फीट है, मगर साढ़े 27 क्रॉस करने पर इसे सुरक्षा के लिहाज से खोल दिया जाता है।

रोहित शर्मा को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से लिमिटिड ओवर्स क्रिकेट में विराट कोहली की कप्तानी को लेकर सवालों का दौर चल रहा है। बीसीसीआई हालांकि कोहली के कप्तान बने रहने की बात कह चुका है। लेकिन भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी मदन लाल ने कोहली की बजाए रोहित शर्मा को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया है। मदन लाला का दावा है कि इस कदम से विराट कोहली का दबाव कम होगा।
मदन लाल ने कहा कि रोहित शर्मा के पास कप्तानी का अच्छा अनुभव है। उन्होंने कहा, ''यह एक अच्छा विकल्प होगा। हम लोग फिलहाल बेहतर स्थिति में हैं। हम लोग भाग्यशाली हैं कि हमारे पास रोहित शर्मा हैं और जब भी विराट कोहली को लगे कि वह एक या दो फॉर्मेट में ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, उस वक्त रोहित आ सकते हैं और उनके पास काफी अनुभव है।
मिलने की बात कही है. पूर्व खिलाड़ी ने कहा, "मुझे लगता है कि इससे भारत को फायदा मिलेगा। मैंने पढ़ा है कि कोहली शायद वनडे और टी20 की कप्तानी छोड़ेंगे क्योंकि वह अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं जो अच्छी योजना है। मुझे नहीं पता यह महज अफवाह है या क्या है लेकिन विभाजित कप्तानी की योजना भारत को फायदा पहुंचाएगी। यह निर्भर करता है कि कोहली फिलहाल क्या सोच रहे है। भारत एक टीम के रूप में अच्छा कर रही है और यह हमने हाल ही में इंग्लैंड में देखा है। देखना होगा क्या होता है।
कोहली के टी20 वर्ल्ड कप के बाद लिमिटिड ओवर्स से कप्तानी छोड़ने का दावा किया गया था। लेकिन बीसीसीआई ने इन खबरों को खारिज कर दिया। बीसीसीआई ने कहा जब तक टीम विराट कोहली की अगुवाई में अच्छा प्रदर्शन कर रही है तब तक कप्तान बदलने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।

बॉलीवुड में कमबैक करने जा रहे अभिनेता फरदीन

कविता गर्ग        

मुंबई। जाने-माने अभिनेता फरदीन खान बॉलीवुड में कमबैक करने जा रहे हैं। फरदीन खान काफी समय से फिल्मों से दूर हैं। फरदीन बॉलीवुड में कमबैक करने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि फरदीन ने अपनी अगली फिल्म भी साइन कर ली है। फरदीन की इस कमबैक फिल्म को संजय गुप्ता बनाने जा रहे हैं। इस फिल्म का नाम 'विस्फोट' होगा और इसमें फरदीन के साथ रितेश देशमुख भी नजर आएंगे। इससे पहले फरदीन खान वर्ष 2010 में प्रदर्शित फिल्म 'दूल्हा मिल गया' में नजर आए थे। फरदीन की यह कमबैक फिल्म वेनुजुएला की 2012 में रिलीज हुई फिल्म 'रॉक, पेपर, सिजर्स' का ऑफिशल हिंदी रीमेक है।

अफगानिस्तान पर नियंत्रण से चिंता में हैं सऊदी

नई दिल्ली/ रियाद/ काबुल। भारत के सहयोगी दो बड़े खाड़ी देश सऊदी अरब और यूएई तालिबान के अफगानिस्तान पर नियंत्रण से चिंता में हैं। ये मसला सऊदी अरब के लिए कितना अहम है कि इस हफ्ते के अंत में सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैजल बिन फरहान के भारत का दौरा करने की उम्मीद है।

दरअसल, ये देश अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के गठन और उसे कानूनी मान्यता देने में कतर की भूमिका को लेकर परेशान हैं। सऊदी अरब का मानना है कि तालिबान के आने के बाद क्षेत्र में सिक्युरिटी से जुड़े मसले पैदा हो सकते हैं।

दोनों खाड़ी देश अफगानिस्तान में कतर, पाकिस्तान और तुर्की की सक्रिय भूमिका को लेकर चिंता में है। पाकिस्तान ने अपनी कमर्शियल फ्लाइट्स का संचालन काबुल के लिए शुरू कर दिया है। काबुल एयरपोर्ट के टेक्निकल ऑपरेशन का जिम्मा कतर संभाल रहा है, जबकि तालिबान सरकार सिक्युरिटी का जिम्मा तुर्की आर्मी को देने के बारे में सोच रही है।  

राजनीति: इजरायल ने ईरान पर लगाया बड़ा इल्ज़ाम

येरूशलम। इजरायल ने ईरान पर बड़ा इल्ज़ाम लगाया है। इजरायल ने कहा है कि ईरान, इशफहान शहर के करीब स्थित एक एयरबेस पर विदेशी लड़ाकों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दे रहा है। इजरायल के रक्षा मंत्री की तरफ से यह आरोप ईरान पर ऐसे समय में लगाया गया है। जब एक महीने पहले ही तेहरान पर ओमान में इजरायली टैंकर पर ड्रोन हमले का शक किया गया था।

इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज के ऑफिस की तरफ से उनके बयान को नया खुलासा करार दिया गया है। गैंट्ज ने रविवार को कहा था कि ईरान काशान एयरबेस का प्रयोग कर रहा है। उनका कहना था कि इशफहान के उत्तर में स्थित इस एयरबेस पर यमन, इराक, सीरिया और लेबनान के आतंकियों को ईरान के बने ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा है कि ईरान इस बात की जानकारी भी दे रहा है कि गाजा पट्टी पर यूएवी को मैन्युफैक्चर करने की मंजूरी कैसे मिलेगी।

गैंट्ज ने तेल अवीव के करीब राशमैन यूनिवर्सिटी में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही है। गैंट्ज के ऑफिस की तरफ से कुछ सैटेलाइट तस्वीरों का हवाला दिया गया है। जिसमें काशान के रनवे पर कुछ यूएवी नजर आ रहे हैं। अभी तक ईरान ने इस पर कोई भी टिप्पणी नहीं की है।  

सिद्धार्थ ने फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी की

कविता गर्ग         

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी कर ली है। सिद्धार्थ मल्होत्रा ने आरएसवीपी और गिल्टी बाय एसोसिएशन मीडिया की आने वाली जासूसी थ्रिलर फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी कर ली है। सिद्धार्थ मल्होत्रा इस फिल्म में ​​​एक रॉ एजेंट की भूमिका निभाएंगे, जो पाकिस्तानी धरती पर भारत के गुप्त ऑपरेशन का नेतृत्व करते हैं।

फिल्म निर्माता अमर बुटाला ने कहा, "इस चुनौतीपूर्ण समय में शूटिंग करने के बावजूद, हमें बेहद खुशी है कि हमने सिद्धार्थ के हिस्से की शूटिंग अपने निर्धारित समय में पूरी की है। सिड के साथ काम करके बेहद खुशी हुई है और उन्होंने इस फिल्म को अपने तरीके से बेहद खास बना दिया है।"

गौरतलब है कि रॉनी स्क्रूवाला, अमर बुटाला और गरिमा मेहता (गिल्टी बाय एसोसिएशन मीडिया) द्वारा निर्मित फिल्म मिशन मजनू को, परवेज़ शेख, असीम अरोरा, और सुमित बठेजा ने लिखा है। शांतनु बागची निर्देशित इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और रश्मिका मंदाना ,शारिब हाशमी और कुमुद मिश्रा नजर आएंगे।

यूके: पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की

पंकज कपूर     
देहरादून। मौसम विभाग ने 15 सितंबर को कुमाऊं मंडल के अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की है। जिसमें नैनीताल, बागेश्वर व पिथौरागढ़ ,बागेश्वर जनपदों में कहीं कहीं तीव्र बौछार व भारी बारिश हो सकती है। 16 को पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तीव्र बौछार, भारी बारिश हो सकती है। 17 सितंबर को कुमाऊं एवं गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। जिनमें पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं तीव्र बौछार व भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा।

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...