मंगलवार, 18 मई 2021

केंद्र ने 13 राज्यों को भेजी 10,000 टन ऑक्सीजन

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। कोरोना काल में अपनी विशेष ऑक्सीजन एक्सप्रेस को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही भारतीय रेल ने अब तक 269 ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिए दस हजार टन से ज्यादा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की है। सोमवार को गुजरात में तूफानी हवाओं के बीच रेलवे ने लगभग 150 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन वाली दो ट्रेनों को का भी सफल संचालन किया है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस की गति बढ़ाई गई है और इनकी औसत गति 75 किलोमीटर प्रति घंटे है। रेल बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सुनीत शर्मा ने कहा है कि ऑक्सीजन प्राणवायु है और रेलवे की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। इसलिए उनके दिमाग में इसके परिवहन पर आने वाली लागत है ही नहीं। यह सेवा का काम है, जिसमें पूरे देश के साथ रेलवे भी शामिल है। शर्मा ने बताया कि गुजरात में सोमवार को तूफान के बावजूद रेलवे ने वहां से तेज हवाओं के बीच अपनी दो ऑक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन किया है। 
18 अप्रैल से रेलवे ने अपनी विशेष ऑक्सीजन एक्सप्रेस की शुरुआत की थी और अब तक 10302 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है। रेलवे ने 13 राज्यों को यह ऑक्सीजन आपूर्ति की है। इसके लिए उसे 269 ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलानी पड़ी है, जिनके जरिए 634 टैंकरों को विभिन्न राज्यों में पहुंचाया गया है। इनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश को 197, दिल्ली को 191, महाराष्ट्र को 34, हरियाणा को 83 और मध्य प्रदेश को 38 टैंकर शामिल है।
इस समय 1005 विशेष मेल एक्सप्रेस ट्रेन :- कोरोना संक्रमण को रोकने और यात्रियों की संख्या में आई कमी को देखते हुए रेलवे इस समय 1005 विशेष मेल एक्सप्रेस ट्रेन यात्री ट्रेनों का संचालन कर रही है। उपनगरीय सेवाओं में भी कमी आई है और इनकी संख्या इस समय 3893 है। इसके अलावा सवारी गाड़ियों की संख्या भी कम होकर 517 रह गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी तक 4.32 लाख कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है।

भारतीय क्षेत्र में क्यों आते हैं भयानक समुद्री तूफान

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्‍ली। अरब सागर में आए जबरदस्‍त चक्रवात टाक्‍टे कर्नाटक, गोवा, महाराष्‍ट्र के बाद अब गुजरात की तरफ जा पहुंचा है। जहां-जहां से ये गुजरा है वहां पर इसने तबाही के निशान भी छोड़े हैं। सही समय पर उठाए गए कदमों की बदौलत इस चक्रवात से जानमाल के अधिक नुकसान होने से बचा जा सका है। भारतीय नौसेना ने इसमें फंसे दो जहाजों से करीब करीब 132 लोगों को बचाया है। इस काम में भारतीय नौसेना के आइएनएस कोच्चि और आइएनएस कोलकाता जुटे हुए हैं। इस चक्रवात का असर उत्‍तर भारत के कई राज्‍यों में भी देखा जा रहा है। 
गौरतलब है कि हाल के कुछ वर्षों में भारतीय क्षेत्र में चक्रवातों के बनने का सि‍लसिला बढ़ा है। विश्व मौसम संगठन (डब्लूएमओ) के विशेषज्ञों की राय में इसकी बड़ी वजह जलवायु परिवर्तन है। जलवायु परिवर्तन की वजह से समुद्र का तापमान बढ़ रहा है। इस तापमान के बढ़ने का व्‍यापक असर समुद्र में बनने वाले चक्रवातों पर भी पड़ा है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि चक्रवातों के बनने की शुरुआत समुद्र के गर्म क्षेत्र में ही होती है। यहां से चलने वाली हवा गर्म होकर कम वायु दाब का क्षेत्र बनाती हे। गर्म हवा तेजी से ऊपर आती है जहां उसको नमी मिलती है जो बाद में घने बादल का निर्माण करती है। इस वजह से खाली हुई जगह को भरने के लिए नम हवा तेजी से नीचे जाकर फिर ऊपर की ओर उठती है। ऐसे में जब हवा तेजी के साथ इसके ऊपर चक्‍कर काटती हे तो घने बादल कड़कती बिजली के साथ बारिश करते हैं। इसका बड़ा रूप ही चक्रवात बनता है, जो अपने साथ-साथ तेज हवाएं और बारिश लेकर आता है। अरब सागर में तेज होते चक्रवात वैज्ञानिकों की चिंता का सबब बने हुए हैं। 
विशेषज्ञों का मानना है कि ये सभी कुछ जलवायु परिवर्तन और समुद्र के तापमान के बढ़ने से हो रहा है। विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि इससे निपटने के लिए प्रयास तेज करने होंगे, क्‍योंकि इस तरह के चक्रवात तटीय इलाकों में कई बार भारी तबाही मचाते हैं। जानकारों की मानें तो पहले अरब सागर का तापमान इतना नहीं था जितना कि आज है। बदलते दौर के साथ ये ये गर्म पानी का विशाल कुआं बन गया है, जो तीव्र चक्रवातों का जन्‍म देता है। इन जानकारों के मुताबिक उष्‍णकटिबंधीय चक्रवात गर्म पानी से अपनी ऊर्जा प्राप्‍त करते हैं और इसी कारण वे गर्म पानी के ऐसे इलाकों में बनते हैं जहां का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है। जानकारों के मुताबिक 1980 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब लगातार चार बार 2018-2021 में मानसून सीजन के दौरान चक्रवातों का सामना करना पड़ा है। 
बीते वर्ष ही भारत ने एम्‍फान, निसर्ग और निवार चक्रवाती तूफान का सामना किया था। भारत की ही बात करें तो यहां पर अधिकतर चक्रवात मई से अक्‍टूबर के बीच आते हैं। इनमें से अधिकतर बंगाल की खाड़ी में आते हैं। इनका असर बंगाल से लेकर दक्षिण के राज्‍य तमिलनाडु तक दिखाई देता है। जानकारों की राय में भारतीय क्षेत्र में आने वाले ताकतवर चक्रवाती तूफानों की ताकत हर वर्ष 8 फीसद की दर से बढ़ रही है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बीते एक दशक के दौरान अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवाती तूफानों की संख्या में 11 प्रतिशत वृद्धि हुई है। जानकार मानते हैं कि समुद्री सतह का तापमान बढ़ने से चक्रवात अधिक शक्तिशाली हो जाते हैं। टोक्‍टे के समय में अरब सागर का तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों की मानें तो जैसे जैसे समुद्र का तापमान बढ़ता जाएगा चक्रवातों की शक्ति भी उतनी ही तेजी से बढ़ती जाएगी।

ओली ने शपथ में ईश्वर शब्द को छोड़ा, विवाद बड़ा

 हरिओम उपाध्याय   
काठमांडू। नेपाल के उच्चतम न्यायालय में सोमवार को चार रिट याचिकाएं दायर की गईं जिसमें प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली को फिर से शपथ दिलाने का अनुरोध किया गया है। याचिकाओं में कहा गया है कि ओली ने शपथग्रहण समारोह के दौरान बोले गए सभी शब्दों को नहीं दोहरा कर राष्ट्रपति के पद का अपमान किया है। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन शीतल निवास में आयोजित एक समारोह में ओली को प्रधानमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी थी। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान, जब राष्ट्रपति ने शब्द ”शपथ के अलावा “भगवान के नाम पर” बोला तो कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल (यूएमएल) के 69 वर्षीय अध्यक्ष ओली ने उन शब्दों को छोड़ दिया। राष्ट्रपति भंडारी ने जब ”ईश्वर, देश और लोगों का उल्लेख किया तो तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बनने वाले ओली ने कहा, ”मैं देश और लोगों के नाम पर शपथ लूंगा।” काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, सभी चार रिट याचिकाकर्ताओं में अनुरोध किया गया है कि ओली एक बार फिर पद और गोपनीयता की शपथ लें क्योंकि शुक्रवार को ली गई शपथ अवैध थी।वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रकांता ग्यावली और अधिवक्ता लोकेंद्र ओली और केशर जंग केसी ने एक संयुक्त रिट याचिका दायर की है जबकि अधिवक्ता राज कुमार सुवाल, संतोष भंडारी और नवराज़ अधिकारी ने इसी मुद्दे पर अलग-अलग रिट याचिका दायर की हैं। खबर के अनुसार याचिकाकर्ताओं ने अदालत से अनुरोध किया है कि वह ओली से फिर से शपथ लेने का निर्देश दे और उनके फिर से शपथ लेने तक उन्हें प्रधानमंत्री के तौर पर काम करने से रोके।

इजराइल व फिलिस्तीन के बीच हवाई हमले जारी

गाजा। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हवाई हमले दूसरे हफ्ते भी जारी हैं। इजरायल ने मंगलवार को गाजा पर किए हवाई हमले में एक छह मंजिला इमारत को गिरा दिया तो वहीं फिलिस्तीन आतंकियों की ओर से भी लगातार दर्जनों हमले किए गए हैं। इजरायल के हमले में काहिल नाम की इमारत क्षतिग्रस्त हुई। इस इमारत में लाइब्रेरी और इस्लामिक यूनिवर्सिटी से जुड़े एजुकेशनल सेंटर थे। हालांकि, रात भर चले हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या का अभी तक पता नहीं लगा है। दूसरी तरफ, इजरायल ने यह दावा किया है कि उसने मंगलवार को जॉर्डन से सटी सीमा के पास एक यूएवी को गिराया है। हालांकि, अभी तक यह नहीं बताया गया कि यह यूएवी किस देश का था। बता दें कि इजरायल और गाजा के बीत 10 मई से ही हवाई हमले जारी हैं। इजरायली पुलिस ने अल अक्सा मस्जिद में बड़ी संख्या में लोगों को जुटने से रोकने के लिए 12 अप्रैल को बैरिकेड्स लगा दिए थे। रमजान के महीने में फिलीस्तीनी मुस्लिम यहां बड़ी संख्या में जुटते हैं। कुछ दिनों बाद ही इजरायल ने अल-अक्सा मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए लोगों की संख्या सीमित कर दी। वहीं, हजारों की संख्या में आए फलीस्तीनियों को वापस भेज दिया गया। इसके बाद से इजरायल और फिलीस्तीन के चरमपंथी समूह हमास के बीच संघर्ष तेज हो गया।इजरायली सेना ने मंगलवार को बताया कि उसने अब तक हमास 65 ठिकानों पर 100 से ज्यादा हथियार दागे हैं, इनमें रॉकेट लॉन्चर भी शामिल हैं। इजरायली सेना ने बताया कि अभी तक अभियान में 60 से ज्यादा लड़ाकू विमान शामिल किए गए हैं। सेना ने यह भी बताया कि फिलिस्तीन की ओर से 90 रॉकेट दागे गए, जिनमें से 20 गाजा में ही गिर गए।गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक,  बीते हफ्ते हुए हवाई हमलों में 212 फिलिस्तीनियों की जान गई है। इसमें 61 बच्चे और 36 महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं, हमलों में 1400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दूसरी तरफ, इजरायल में 10 लोगों की जान गई है, जिनमें 5 साल के लड़के के साथ ही एक सैनिक भी शामिल है।

गाजा पर बनी सुरंगें हमास के लिए अहम हथियार

विकास कुमार   

नई दिल्‍ली। गाजा पर बनाई गई सुरंगें (टनल) हमास के लिए बेहद अहम हथियार हैं। 2014 में इजरायल के साथ जंग के बाद से लड़ाके इन्हें हथियार लाने-ले जाने, दुश्मन देश में दाखिल होकर सैनिकों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल करते रहे हैं। गाजा का ऐसा ही टनल नेटवर्क मिस्र की ओर भी था। 2009 में यहां से आवाजाही रोकने के लिए अंडरग्राउंड बैरियर लगाए गए। हालांकि, 2011 में मिस्त्र ने पाबंदियों पर ढील देते हुए आवाजाही की छूट दे दी। इसके बाद फलस्तीनियों को बार्डर पार करने की आजादी मिल गई, लेकिन फिर 2013-2014 में मिस्त्र की सेना ने करीब 1,200 सुरंगे नष्ट कर दी थीं।
वर्ष 2007 में बनी थी पहल टनल
गाजा पट्टी और मिस्र के बीच पहली टनल 2007 में बनाई गई थी और इसका इस्तेमाल तस्करी के लिए किया जाता था। इससे पहले भी इस तरह के ढांचों से काम लिया जाता था। बाद में इन्हें इजरायल के खिलाफ इस्तेमाल किया जाने लगा।
जमीन के ऊपर से पता करना मुश्किल
इन सुरंगों का जमीन के ऊपर से पता लगाना मुश्किल है। इनकी छत कंक्रीट से बनी हैं। इन्हें बनाने में तीन से नौ करोड़ डॉलर की लागत आई है। इसका इस्तेमाल हमास के अलावा फलस्तीन में इस्लामिक जिहाद मूवमेंट भी करता है।
इजरायली सैनिक का किया था अपहरण
इन्हीं टनल का प्रयोग करके हमास ने 2006 में इजरायली सैनिक जिलाद शालित का अपहरण किया था और पांच साल तक बंदी बनाकर रखा था। इजरायल इन्हें खत्म करने की कोशिश लंबे वक्त से करता रहा, लेकिन पूरी तरह कामयाबी नहीं मिली है।
यह रहा है इतिहास

  • वर्ष 2014 में हुए युद्ध के दौरान इजरायल ने 30 सुरंगों को नष्ट कर दिया था।
  • वर्ष 2007 के बाद से हमास ने 1300 टनल बनाई हैं। इन पर करीब सवा अरब डालर का खर्च आया है।
  • वर्ष 2014 में गाजा युद्ध के दौरान हमास ने सुरंग में चलते सैनिकों का वीडियो जारी किया था।
  • एक दौर में करीब 22 हजार फलस्तीनी 2500 टनल के जरिये दोनों देशों के बीच अपना काम करते थे।

तेल भी किया जाता था आयात
इन टनल्स से तेल का आयात भी होता है। गाजा के अकेले पावर प्लांट को चलाने के लिए आयात कर लाए गए तेल पर ही निर्भर रहना पड़ता है। 2013 में जब मिस्त्र ने सैकड़ों की संख्या में टनल खत्म कर दीं तो तेल की कमी के चलते गाजा का ये अकेला पावर प्लांट भी बंद हो गया था।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-276 (साल-02)
2. बुधवार, मई 19, 2021
3. शक-1984, बैसाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- अष्टमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:00, सूर्यास्त 07:07।
5. न्‍यूनतम तापमान -11 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.। तेज हवाओं के साथ बरसात की संभावना बनी रहेगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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सोमवार, 17 मई 2021

इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष, साझा बयान पर रोक

वाशिंगटन डीसी/ जेरूसलम। अमेरिका ने एक हफ्ते में तीसरी बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष पर साझा बयान जारी करने से रोक दिया है। इजरायली मीडिया ने मामले से जुड़े राजनयिकों के हवाले से ये रिपोर्ट छापी है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रविवार को हुई आपात बैठक के बाद नॉर्वे, ट्यूनीशिया और चीन ने बयान पेश किया जिसमें दोनों पक्षों से सीजफायर की मांग की गई थी। लेकिन अमेरिका ने इसे जारी नहीं होने दिया। हालांकि, अमेरिकी दूतावास की तरफ से इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं आई है। 

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने दलील दी कि अमेरिका कूटनीतिक चैनलों के जरिए इस संघर्ष को खत्म करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। अमेरिकी प्रतिनिधि हैदी आमर शुक्रवार को तेल अवीव पहुंचे हैं और सीजफायर कराने के लिए इजरायली-फिलिस्तीनियों के अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं।

यूके: सरकार ने कोविड कर्फ्यू को 25 मई तक बढ़ाया

पंकज कपूर              

देहरादून। सोमवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर विचार के बाद ये फैसला लिया गया। जिसके बाद प्रदेश में अब कोविड कर्फ्यू को 25 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल के अनुसार कुछ नए प्रतिबंधों के साथ कफ्र्यू को आगे बढाया गया है। कर्फ्यू के दौरान परचून की दुकानें अब 21 मई को सुबह सात से 10 बजे तक खुलेंगी। इसके अलावा नई गाइडलाइन में विवाह समारोह में शामिल होने के लिए आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। बैंक अब सुबह 10 से दो बजे तक खुलेंगे। इसके अलावा अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए ई-पास अनिवार्य किया गया है।

संक्रमण: खुले में दिखाईं दें रहीं फेंकी हुई पीपीई किट

अश्वनी उपाध्याय              
गाज़ियाबाद। जिले में आजकल कई जगहों पर खुले में फेंकी हुई पीपीई किट दिखाई दे रहीं हैं। आपको बता दें कि कड़े प्रदूषण नियंत्रण क़ानूनों की वजह से छोटे नर्सिंग होम से लेकर बड़े अस्पतालों ने अपने यहाँ मेडिकल वेस्ट को डिसपोस ऑफ करने के इंतजाम किए हुए हैं। ऐसे में ये किट किसी निजी अस्पताल द्वारा फेंका जाना बहुत मुश्किल है। सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थिति काफी भिन्न है। सरकारी काम होने के कारण यहाँ लापरवाही होना संभव है। वैसे माना जा रहा है कि लोग कोरोना संक्रमित से मारे गए व्यक्तियों के अंतिम संस्कार के लिए पीपीई किट खरीदते हैं और संस्कार से वापस जाते समय उन्हें ऐसे ही खुले में फेंक देते हैं। बहरहाल, चाहे वजह कुछ भी हो, ये पीपीई किट अब संक्रमण फैलाने का कारण बन सकते हैं।

पूर्व सांसद कपिलमुनि की जमानत अर्जी खारिज की

बृजेश केसरवानी                 

प्रयागराज। पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत नहीं मिली। कोर्ट ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के मामले में उनकी अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि इस मामले के संबंध में अब तक न तो नियमित जमानत मांगी गई और न ही उसके लिए अर्जी दी गई है। याची इस मामले में न्यायिक हिरासत में है और उस पर बी वारंट का तामीला भी हो चुका है। यदि किसी मामले में कोर्ट से पेरोल के निर्देश का अनुपालन नहीं किया जा रहा है, तो यह संभवतः अग्रिम जमानत देने का आधार नहीं बन सकता।

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गत 13 मई को बेटी के विवाह के लिए पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया, पूर्व विधायक उदयभान करवरिया एवं पूर्व एमएलसी सूरजभान करवरिया का पेरोल मंजूर किया था। इस आदेश पर उदयभान करवरिया व सूरजभान करवरिया को नैनी जेल से रिहा कर दिया गया था। लेकिन मंझनपुर थाने के इस मामले में जमानत न होने के कारण कपिलमुनि करवरिया की रिहाई नहीं हो सकी थी।

मंत्रियों के विभागों का फैंसला करेंगें सीएम विजयन

तिरुवनंतपुरम। केरल में पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली दूसरी सरकार 20 मई को शपथ ग्रहण करेगी और मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या 21 होगी। यह जानकारी एलडीएफ के संयोजक एवं माकपा के कार्यवाहक राज्य सचिव ए विजयराघवन ने सोमवार को यहां दी।विजयराघवन ने एलडीएफ की राज्य समिति की बैठक के बाद यहां कहा कि नयी वाम सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कोविड​​​​-19 स्थिति को देखते हुए सादगी से होगा जिसमें सीमित संख्या में लोग आमंत्रित होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रियों के विभागों का फैसला मुख्यमंत्री करेंगे। 

विजयराघवन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”चूंकि एलडीएफ को विधानसभा चुनावों के दौरान लोगों के हर वर्ग से अपार समर्थन मिला है। अत: हम एक ऐसी सरकार बनाना चाहते हैं। जिसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व हो और जो सभी की उम्मीदों पर खरा उतर सके।” माकपा नेता ने कहा, ”फिलहाल, 21 सदस्यीय सरकार बनाने का फैसला लिया गया है।”उन्होंने कहा कि एलडीएफ में सबसे बड़े गठबंधन सहयोगी माकपा के नए मंत्रिमंडल में 12 सदस्य होंगे जबकि दूसरी सबसे बड़ी पार्टी भाकपा के 4 सदस्य होंगे। वहीं केरल कांग्रेस (एम), जनता दल (एस) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से एक-एक प्रतिनिधि होंगे। उन्होंने कहा कि चूंकि मंत्रिमंडल में 21 से अधिक सदस्य शामिल हो सकते हैं। एलडीएफ ने अपने चार सहयोगियों, जिनके पास एक विधायक हैं, को बारी बारी के आधार पर मंत्री पद साझा करने का फैसला किया है।


मामलों में कमी आने से शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी

कविता गर्ग              

मुंबई। कोविड-19 के नये मामलों में कमी आने से घरेलू शेयर बाजारों में आज जबरदस्त तेजी देखी गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 848.18 अंक यानी 1.74 प्रतिशत उछलकर 49,580.73 अंक पर बंद हुआ जो 29 अप्रैल के बाद का उच्चतम स्तर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 245.35 अंक यानी 1.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ एक सप्ताह के उच्चतम स्तर 14,923.15 अंक पर पहुंच गया। गत 30 मार्च के बाद पहली बार बाजार में इतनी बड़ी तेजी रही है। चौतरफा लिवाली के बीच मझौली और छोटी कंपनियों में भी निवेशकों ने जमकर पैसा लगाया। बीएसई का मिडकैप 1.63 प्रतिशत चढ़कर 20,842.20 अंक पर और स्मॉलकैप 1.61 प्रतिशत की मजबूती के साथ 22,558.92 अंक पर बंद हुआ। केंद्र सरकार के आज सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में कोविड-19 संक्रमण के 2.81 लाख नये मामलों की पुष्टि हुई है।

जनता के साथ खड़े होने में विफल रहने का आरोप

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र सरकार पर कोरोना संकट से निपटने और जनता के साथ खड़े होने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा समय में बहुत सारे लोग व्यक्तिगत स्तर पर अपनी सेवा के माध्यम से दुनिया को दिखा रहे हैं कि भारत के क्या मायने हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ”भारत सरकार न सिर्फ कोविड संकट से निपटने में विफल रही, बल्कि लोगों के साथ खड़े होने में भी नाकाम रही। रोजाना शक्ति और परमार्थ की कई व्यक्तिगत कहानियां सामने आ रही हैं।” राहुल गांधी ने कहा, ”उन नायकों का बहुत आभार है जिन्होंने दूसरों की सेवा के लिए खुद को सपर्पित किया है और दुनिया को यह दिखाया है कि भारत के क्या मायने हैं।”

दिल्ली में कोरोना के कुल मामलें 13.93 लाख हुएं

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। दिल्ली में बीते एक हफ्ते में कोरोना वायरस से 91,500 से ज्यादा मरीज उबरे हैं। जबकि इस अवधि में कोविड-19 के 70,000 नए मामले आए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, कुल मामले नौ मई को 13.23 लाख से बढ़कर 16 मई को 13.93 लाख हो गए। इस अवधि में संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की सख्या 12.17 लाख से बढ़कर 13.09 लाख हो गई। आंकड़ों के अनुसार, आठ मई के बाद से संक्रमण के नए मामलों की तुलना में संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या अधिक रही। दिल्ली में रविवार को 9706 लोग संक्रमण से उबरे जबकि शनिवार को 11,592, शुक्रवार को 14,140, बृहस्पतिवार को 15,189, बुधवार को 14,071, मंगलवार को 13,583 और सोमवार को 13,306 लोगों ने संक्रमण को मात दी।

हापुड़: मुठभेड़ के बाद 4 बदमाशो को गिरफ्तार किया

अतुल त्यागी            
हापुड़। थाना हाफिजपुर क्षेत्र में सिपाही से हुई लूट के मामले में पुलिस की सुबह तड़के बदमाशों से मुठभेड़ हुईं। सर्विलांस टीम की सूचना पर एसओजी टीम-बी व सिम्भावली थानाध्यक्ष राजीव बालियान ने घेराबंदी करते हुए मुठभेड़ के बाद चार बदमाशो को गिरफ्तार किया। दो बदमाशों के पैर में गोली लगीं। गिरफ्तार बदमाशों पर दर्जनों से अधिक अपराधिक मुकदमे दर्ज है। सिपाही से लूटी हुई नकदी व समान सहित तीन तमंचे व कार की बरामद।

पंचायत चुनाव हारने पर जनसेवा को आधार बनाया

सहारनपुर। जीते हुए प्रधान तो सरकार के आदेश पर अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों में सैनिटाइजेशन का कार्य करा ही रहे हैं। लेकिन रामपुर ब्लाक के गांव कल्लरपुर गुर्जर में गौरव पंवार एक ऐसे प्रत्याशी हैं जो हार कर भी अपने गांव में सैनिटाइजेशन का कार्य करा रहे हैं। गौरव पंवार की अपने लोगों के प्रति सेवा यही संदेश देती है कि उन्होंने चुनाव में मात्र प्रधान बनने के लिए हिस्सेदारी नहीं की थी बल्कि जनता की सेवा के लिए वह चुनावी मैदान में उतरे थे।

गौरव पंवार का कहना है कि आज समय बहुत कठिन है। लोग कोरोनावायरस महामारी से जूझ रहे हैं। भले ही जनता ने उन्हें प्रधान के रूप में नहीं चुना लेकिन इसके बावजूद अपनी जनता-अपने ग्राम वासियों के प्रति उनका प्यार कम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस आपदा में वह अपने हर ग्रामीण के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं और हारने के बावजूद वह 24 घंटे अपने लोगों का जीवन बचाने के लिए जी जान से उनके साथ खड़े हुए हैं।

विपिन चौधरी/संजय चौधरी

तेज हवा व भारी बारिश का अलर्ट जारी: हिमाचल

श्रीराम मौर्य   
शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट ले रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है आगामी दो दिनों तक मौसम को देखते हुए लोग अनावश्यक अपने घरों से बाहर न निकले। मौसम विभाग ने हिमाचल में भारी और भारी से भारी बारिश, गरज के साथ बिजली गिरने व तेज हवाएं चलने के लिए आॅरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान हवाओं की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे रहने का अनुमान लगाया गया है।लाहुल स्पीति, किन्नौर, चंबा, कुल्लू, मंडी, शिमला व सोलन और सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में भारी और भारी से भारी बारिश के लिए आॅरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही यहां पर ओलावृष्टि, गरज के साथ बिजली गिरने के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। शिमला, मंडी, कुल्लू, चंबा के सिहुंता, चुवाड़ी, चंबा शहर, सोलन, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा में 18 और 21 मई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यह दो दिन उक्त क्षेत्रों की अलग अलग जगहों पर गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा 19 व 20 मई, 2021 को मंडी जिले के कई स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है । उन्होंने भारी बारिश की चेतावनी को ध्यान में रखते सभी नागरिकों से नदी-नालों के किनारे न जाने व भूस्खलन संभावित क्षेत्रों तथा अधिक उंचाई और निम्न तापमान वाले इलाकों में जाने से बचने का आग्रह किया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि खराब मौसम में अनावश्यक तौर पर घरों से न निकलें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं ।उन्होंने समस्त पंचायत प्रधानों, गैर सरकारी संगठनों एवं नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि वे इस बारे अधिक से अधिक लोगों तक इस संदेश को पहुंचाएं ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके । उपायुक्त ने बताया कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा/घटना की स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र के दूरभाष नम्बर 01905-226201, 202, 203, 204 अथवा टोल फ्री 1077 नम्बर पर सूचित करें।

हिमाचल: 2,392 नए मामले, 4,974 मरीज ठीक

श्रीराम मौर्य   
शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। हिमाचल में आज 2,392 नए मामले आए हैं। वहीं, 4,974 कोरोना पॉजिटिव ठीक हुए हैं। आज रिकॉर्ड 70 लोगों की जान गई है। हिमाचल में कुल आंकड़ा एक लाख 60 हजार 254 पहुंच गया है। अभी 36 हजार 923 एक्टिव केस हैं। अब तक एक लाख 20 हजार 990 ठीक हुए हैं। कोरोना डेथ का आंकड़ा 2,311 है। कांगड़ा जिले में कोरोना से 30 मौतें और 801 मामले आए हैं। बिलासपुर में दो महिलाओं की मौत हुई है जबकि 26 बच्चों समेत कोरोना के 113 नए मामले सामने आए हैं। कुल्लू में कोरोना से दो की मौत और 80 नए मामले आए हैं। लाहौल-स्पीति में एक मौत और 23 नए पॉजिटिव पाए गए हैं। हमीरपुर में 4 की मौत और 145 नए मामले सामने आए हैं। सिरमौर में 10 मामले आए हैं।
चंबा में 1 मौत और 181 नए पॉजिटिव पाए गए हैं। ऊना में 4 की मौत और 150 नए पॉजिटिव पाए गए हैं। सोलन में 6 की मौत और 333 नए मामले सामने आए हैं। शिमला में 12 की मौत और 133 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 160240 पहुंच गया है। सक्रिय मामले 36909 हैं जबकि बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 4974 संक्रमित ठीक हुए हैं। कांगड़ा में 1643, मंडी में 680, शिमला में 560 और सोलन में 505 संक्रमितों ने कोरोना को मात दी। 
चंबा: उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने  जानकारी देते हुए बताया कि कोविड के मामलों की वृद्धि को ध्यान में रखते  हुए  पूर्वोक्त आदेश द्वारा लगाए गए कोरोना कर्फ्यू को 26 मई 2021 को सुबह 6 बजे तक बढ़ाया गया है। उन्होंने बताया कि  “कोरोना कर्फ्यू” 17 मई 2021 की सुबह 6 बजे से 26 मई 2021 को सुबह 6 बजे तक रहेगा।  उपयुक्त चंबा डीसी राणा ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि विवाह में अधिकतम 20 व्यक्तियों की उपस्थिति पर लगाए गए प्रतिबंध जारी रहेंगे। विवाह के प्रयोजन के लिए किसी भी सामुदायिक भवन या टेंट का उपयोग नहीं किया जाएगा  तथा किसी भी बाहरी खानपान और डीजे -बैंड का उपयोग भी  नहीं किया जाएगा और बारात  की अनुमति भी नहीं होगी।

सीएम ने हालात की समीक्षा की, दिशा-निर्देश दिए

भानु प्रताप उपाध्याय   
मुजफ्फरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुजफ्फरनगर पहुंचकर जिले में कोरोना के हालात की समीक्षा की तथा अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए। सीएम योगी ने जिले के गांव रामपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने कोरोना वायरस संक्रमण में जुटी रेपिड रेस्पांस टीम की सदस्य आशा कार्यकत्रियों से वार्ता की। मीडिया से बातचीत में सीएम योगी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर का यूपी ने पूरी तैयारी के साथ सामना किया। प्रदेश सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद मुजफ्फरनगर को एक बडी सौगात देने का ऐलान किया, जिसका जिले के लोग पिछले काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे। 
सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कलक्ट्रेट में नवनिर्मित कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल का जायजा लेने पहुंचे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार उनका हेलीकाप्टर पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर सुबह 11.10 मिनट पर उतरा। केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव तथा चार विधायकों ने उनका स्वागत किया। कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण कर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल सहित विधायकों तथा डीएम व एसएसपी सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों संग बैठक की।
मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोन महामारी के विरुद्ध प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लड़ाई जारी है। आबादी के हिसाब से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। लेकिन प्रदेश ने पूरी तैयारी के साथ कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का सामना किया। अप्रैल माह में कोरोना के प्रदेश में जहां एक लाख से अधिक केस आ रहे थे। वहीं उस पर पूरी तरह से अंकुश लगाते हुए कमी लाई गई। कहा कि 30 अप्रैल तक उत्‍तर प्रदेश में तीन लाख पाजिटिव केस मिले, लेकिन अब पाजिटिविटी में काफी गिरावट आ गई है।सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के सर्वाधिक टेस्ट हुए हैं और रिकवरी रेट भी 90 प्रतिशत पर पहुंच गया है। 18 प्लस के चार लाख से अधिक युवाओं को वैक्सीन लग चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन तथा रेमडेसिविर के लिए लोगों में होड़ लग गई थी। आपदा के समय धैर्य हमारा मित्र होता है।

उन्होंने कहा कि जब जनता के लोगों का मनोबल बढाना चाहिए था उस समय कुछ लोगों ने भ्रांति फैलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि एक समय अव्यवस्था की स्थिति बनी लेकिन उस पर पूरी तरह से कंट्रोल कर लिया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संकमण की दूसरी लहर पर काबू करने की तैयारी पूरी की जा रही है। सभी आवश्यक कार्यवाही कर ली गई हैं। 

मेरठ: महामारी नियंत्रण का मंडलीय निरीक्षण किया

मोमीन अहमद   

मेरठ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आयुक्त सभागार मंे कोरोना महामारी नियंत्रण के कार्यांे की मण्डलीय समीक्षा करते हुये कहा कि टेस्ट, ट्रेस व ट्रीट को ध्यान में रखकर कार्य करें। टीम-9 की तर्ज पर हर जिले में टीमें गठित हो। प्रत्येक कोविड अस्पताल की माॅनिटरिंग सीसीटीवी कैमरो के माध्यम से की जाये। जनप्रतिनिधियों को सत्यापन के लिए कोराना मरीजो, होम आईसोलेट व्यक्तियों व सेनेटाईजेषन, फागिंग कार्यों की सूची उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि जनता के प्रति संवेदना दिखाने का व उनका मनोबल बढाने का समय है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 15 करोड लोगो को तीन माह तक मुफ्त राषन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने कहा कि कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जाये, प्रदेष में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। आदित्यनाथ जी ने कहा कि वह प्रदेष के विभिन्न जनपदों में जाकर कोरोना नियंत्रण की तैयारियों की समीक्षा स्वयं कर रहे है यह उनकी नवीं कमिष्नरी में बैठक है। उन्होने कहा कि टेस्टिंग को बढाना होगा। उन्होने कहा कि वर्तमान स्थिति में दोहरी चुनौतियां है लेकिन अधिकारियों को जागरूक रहकर कार्य करना होगा। उन्होने कहा कि आरटीपीसीआर एवं एंटीजन को दोगुना करना होगा। उन्होने कहा कि गत एक सप्ताह में 20 हजार से ज्यादा एक्टिव केस कम हुये है तथा बेडो की संख्या में बढोत्तरी हुयी है।

उन्होने कहा कि प्रदेष में आॅक्सीजन प्लांट बढाये जाने पर भी कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि कोरोना की पहली लहर में अक्टूबर-नवंबर में 01 लाख कोरोना मरीजो के होने की आषंका व्यक्त की गयी थी लेकिन परस्पर टीमवर्क के साथ कार्य करते हुये इसको अपेक्षाकृत काफी कम ही रोकने में उप्र सफल रहा है। उन्होने कहा कि हर जिले में अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग टीमे गठित हो तथा टीम-9 की तर्ज पर हर जिले में टीमें गठित हो। उन्होने कहा कि हमें भविष्य की चिन्ता करनी है, कार्यों का विकेन्द्रीकरण करना है तथा अलग-अलग कार्यों को अलग-अलग टीम के माध्यम से कराना है और उनको जिम्मेदारी निर्धारित करनी है। उन्होने कहा कि पुलिस भी अलग-अलग जिम्मेदारियों का वहन सुनियोजित ढग से करें। उन्होने कहा कि प्रत्येक कोविड अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हो तथा प्रत्येक अस्पताल की माॅनिटरिंेग उन सीसीटीवी कैमरो के माध्यम से की जाये तथा प्रत्येक अस्पताल में यह देखा जाये कि वहां समय पर भोजन व दवा मरीजो को उपलब्ध है अथवा नहीं, साफ सफाई की व्यवस्था, टीकाकरण व अन्य सुविधाओं की व्यवस्थाओं को भी जांचा जाये। उन्होने कहा कि प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी एक बैठक एकीकृत कमाण्ड कंट्रोल सेन्टर में करें तथा एक बैठक किसी कोविड अस्पताल में करे। उन्होने कहा कि इससे चीजो के नियंत्रण में सफलता मिलेगी।

उन्होने कहा कि बेड की संख्या बढानी पडेगी। उन्होने कहा कि कोविड अस्पताल में लगे स्वास्थ्य कर्मियों के 25 प्रतिषत मानदेय बढाने के निर्देष दिये गये है। उन्होने कहा कि होम आईसोलेषन में रह रहे मरीज को मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाये तथा उसके निरंतर संपर्क में रहा जाये। उन्होने कहा कि निगरानी समितियां स्क्रीनिंग का कार्य करें तथा बिना देर किये मरीज को मेडिकल किट उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि निगरानी समितियां मरीजो की सूची प्रत्येक दिन आईसीसीसी को उपलब्ध कराये तथा आईसीसीसी उसका सत्यापन करें।

उन्होने कहा कोरोना मरीजो की सूची जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी उनकी कुषल-क्षेम व उनको दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ले सके और यदि मरीज को कोई परेषानी है तो उसका निस्तारण भी करा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आईसोलेषन में रह रहे व्यक्तियों की विधानसभावार सूची जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी उनसे अपने कार्यालय के माध्यम से काॅल कराकर फीडबैक ले सके। उन्होने कहा कि ग्रामों व शहरो में सघन सेनेटाईजेषन के कार्य कराये जायें तथा इसके लिए मा0 जनप्रतिनिधियों को जिन गांवो में व शहर के विभिन्न स्थानों पर सेनेटाईजेषन व फांिगंग आदि का कार्य कराया जाना है इसकी सूची उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी अपने स्तर से इसका सत्यापन कर सके।

उन्होने कहा कि रैपिड रेस्पान्स टीम (आरआरटी) की संख्या दुगुना व तिगुना की जाये। उन्होने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए पैसे की किल्लत नहीं होनी चाहिए, प्रषासन को पैसे की किल्लत होेने पर या अन्य कारणो से मरीज का अंतिम संस्कार न होने के कारण बिना देरी किये कोरोना से मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार उसकी परंपरा व आस्था के अनुरूप कराया जाये।

उन्होने कहा कि जनता के प्रति संवेदना दिखाने का समय है उनका मनोबल बढाने का समय है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 15 करोड लोगो को तीन माह तक मुफ्त राषन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने कहा कि अगर किसी जरूरतमंद का कार्ड नहीं बना है तो उसकी जांच कर 24 घंटे में कार्ड बनाते हुये उसको मुफ्त राषन अवष्य उपलब्ध कराया जाये। जनप्रतिनिधियों की संस्तुति पर भी त्वरित कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि प्रदेष सरकार ने ठेला-खोमचा आदि लगाने वालो व अन्य के लिए रू0 01 हजार भरण-पोषण भत्ता देने का निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जाये तथा इसके माध्यम से मरीज के परिजन व अन्य जरूरतमंदो को दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराया जाये। उन्होने कहा कि प्रदेष में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। उन्होने कहा कि कंटेनमेंट जोन में सख्ती की जाये तथा वहां डोर स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था की जाये। औद्योगिक इकाईयो के लिए भी सप्लाई चेन की व्यवस्था व राॅ मैटिरियल के लिए भी मदद की जाये।

उन्होने कहा कि मंडल में टीकाकरण की प्रगति अच्छी है। उन्होनें कहा कि 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के लिए भारत सरकार व 18 से 44 वर्ष तक के व्यक्तियों के लिए उ0प्र0 सरकार मुफ्त में टीका उपलब्ध करा रही है। उन्होने कहा कि सरकारी अस्पतालों में टेस्टिंग, इलाज व अन्य सुविधाएं निःषुल्क है। उन्होने कहा कि टीकाकरण पर ध्यान दिया जाये तथा काॅल सेन्टर के माध्यम से टीकाकरण के लिए एक से दो घंटे का स्लाॅट व्यक्तियों को आवंटित किया जाये ताकि उन्हें लाईन में ज्यादा देर के लिए खडा न होना पडे और सुगमता से उनका टीकाकरण हो जाये।

उन्होने कहा कि यह मानवता की सेवा है इसलिए पूरी प्लानिंग व गंभीरता से कार्य करे। उन्होने कहा कि महामारी से लड रहे है इसलिए अपना मनोबल व सबल ऊंचा रखें। उन्होने कहा कि सावधानी व सतर्कता बनाये रखने की आवष्यकता है, सभी टीमवर्क के साथ कार्य करे, हर जिले में महिलाओं व बच्चो के लिए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल हो यह सुनिष्चित किया जाये। उन्होने कहा कि अगर कोरोना मरीज को डायलेसिस की आवष्यकता है तो उसे वह सुविधा उपलब्ध करायी जाये।

उन्होने कहा कि जो निजी अस्पताल ओवरचार्ज करते है उनको चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि जनप्रतिनिधियो के साथ बेहतर संवाद रखे तथा सप्ताह में एक बार उनके साथ जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी वर्चुअल संवाद जरूर करें। उन्होने कहा कि रिकवरी रेट बढेगा और पाजिटीव रेट कम होगा। मा0 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेडिकल कालेज में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा को दुगुना करने के निर्देष दिये गये है।

जनप्रतिनिधियो ने अपने अनुभव व सुझाव मुख्यमंत्री के समक्ष साझा किये। सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि एलएलआरएम मेडिकल कालेज में 1200 बेड की क्षमता है वह अपनी पूर्ण क्षमता के साथ संचालित हो तथा नाॅन कोविड यूनिट को कोविड यूनिट में बदलने पर विचार करें। उन्होने कहा कि डीआरडीओ 200 बेड का अस्पताल मेरठ में स्थापित करें तो इससे मेरठ व आसपास के जनपद के लोगो को सुविधा होगी।

सांसद विजय पाल सिंह तोमर ने कहा कि मेडिकल कालेज में आॅक्सीजन प्लांट स्थापित हो तथा प्रधानो से भी वर्चुअल संवाद किया जाये। मा0 संासद श्रीमती कांता कर्दम ने कहा कि महिलाओं व बच्चो के लिए अलग से कोविड अस्पताल बनाया जाये। मा0 संासद बागपत श्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना नियंत्रण में प्रदेष में अच्छा कार्य हुआ है।

मा0 विधायक श्री सोमेन्द्र तोमर ने कहा कि मेडिकल कालेज में सुधार हो तथा निजी अस्पतालो पर ठीक माॅनिटरिंग व सख्ती हो। मा0 विधायक श्री दिनेष खटीक ने कहा कि निगरानी समितियों के माध्यम से कोरोना नियंत्रण में मदद मिली है। मा0 विधायक श्री सत्यवीर त्यागी ने कहा कि उन्होने बूथ अध्यक्ष को आॅक्सीमीटर व डिजिटल थर्मामीटर उपलब्ध कराया है। मा0 विधायक श्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि कोरोना नियंत्रण में अच्छा कार्य हुआ है ग्रामीण क्षेत्र में विषेष ध्यान देने की आवष्यकता है।

मा0 विधायक श्री सत्य प्रकाष अग्रवाल ने कहा कि अच्छा कार्य हुआ है अभी और सजगता व सतर्कता की आवष्यकता है। मा0 एमएलसी श्रीमती सरोजिनी अग्रवाल ने कहा कि आॅक्सीजन की किल्लत कम हुई है। उन्होने कहा कि हर जिले में आरटीपीसीआर टेस्टिंग की सुविधा होनी चाहिए। मा0 एमएलसी अश्वनी त्यागी ने एल-3 अस्पताल बढाये जाने के लिए कहा।

आयुक्त मेरठ मंडल श्री सुरेन्द्र सिंह ने मंडल की प्रगति आख्या रखते हुये कहा कि आक्सीजन की किसी अस्पताल में कमी नहीं है। मंडल में 479 आॅक्सीजन कंसन्टेªटर है, 95 गत सप्ताह बढाये गये है, 400 और जल्द मिलने की संभावना है। उन्होने बताया कि मंडल में 1309 रैपिड रेस्पान्स टीम कार्यरत है, जिसमें 514 शहरी क्षेत्र में व 795 ग्रामीण क्षेत्रो में कार्यरत है। उन्होने कहा कि मंडल में 10 आॅक्सीजन प्लांट है जिसमें से 04 मेरठ में है। उन्होने कहा कि 35 नये प्रस्ताव आये है, जिसमें से 13 पर वर्कआर्डर जारी किया गया है और 03 क्रियाषील हो गये है। उन्होने बताया कि मंडल में 3937 निगरानी समितियां है, मंडल में 4258 कंटेनमेंट जोन है तथा 13057 रेमडेसिवर इंजेक्षन उपलब्ध है। उन्होने कहा कि आॅक्सीजन सिलेण्डर की दर रू0 400 निर्धारित की गयी है तथा इसकी सप्लाई को विकेन्द्रीकृत किया जा रहा है।

नवरात्रि का पहला दिन मां 'शैलपुत्री' को समर्पित

नवरात्रि का पहला दिन मां 'शैलपुत्री' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय   शैलपुत्री (शैलपुत्री), पर्वत राजा हिमावत की पुत्री हैं और हिंदू ...