शुक्रवार, 1 जनवरी 2021

बहराइच: युवा समाज सेवा संघ की बैठक हुई संपन्न

राहुल कुमार 
बहराइच। सार्वजनिक युवा समाज सेवा संघ के द्वारा मिहीपुरवा के लौकहिया मे बैठक आयोजित हुई। वर्ष 2020 की अंतिम बैठक में संघ के सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया। जिसमें आगामी नूतन वर्ष 2021 की कार्यकारिणी की योजनाओं पर मंथन हुआ। जिसमें अति पिछड़े समाज और वंचितों के उत्थान हेतु महत्वपूर्ण योजनाओं पर संघ के सभी पदाधिकारियों ने अपनी सहमति जताई और 2021 में संघ की सेवाओं के विस्तार करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी सेवा प्रदान करने पर विशेष बल दिया गया। वर्ष 2020 में सार्वजनिक युवा समाज सेवा संघ के लोगों की छोटी-छोटी मदद करके अपने वृहद अस्तित्व में आई जो क्षेत्र के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुई।
संघ के पदाधिकारियों ने आगामी वर्ष 2021 में संघ का विस्तार और अपनी सेवाओं को ज्यादा से ज्यादा पात्र लोगों तक पहुंचाने की उम्मीद जताई और नए संकल्प के साथ संघ की सभा को समाप्त किया जिसमें सार्वजनिक युवा समाज सेवा संघ के संरक्षक केदार नाथ कुशवाहा, बसंत सिंह, गोविन्द,शान्तनु मौर्य , अविनाश, महेश, विजय,सालिक राम, छोटेलाल, योगेश,आदि लोग उपस्थित रहे।

जीएसटी संग्रहित राजस्व ने सारे रिकॉर्ड तोड़े

अकाशुं उपाध्याय  
नई दिल्ली। देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था लागू किये जाने के बाद दिसंबर 2020 में अब तक सबसे अधिक 115174 करोड़ रुपये का जीएसटी राजस्व संग्रहित हुआ है। जो दिसंबर 2019 में इसी महीने में संग्रहित 103184 करोड़ रुपये की तुलना में 12 फीसदी अधिक है।इससे पिछले महीने नवंबर 2020 में यह राशि 104963 करोड़ रुपये रही थी। लॉकडाउन के बाद दिसंबर 2020 लगातार तीसरा महीना है जिसमें जीएसटी राजस्व संग्रह एक लाख करोड़ रुपये के पार रहा है।

इससे पहले अक्टूबर 2020 में यह राशि 105155 करोड़ रुपये रही थी। इससे पहले अप्रैल 2019 में अब तक का सबसे अधिक 113866 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रहित हुआ था।

यूपी: तापमान में तेजी से गिरावट, आर्द्रता बढ़ीं

विनय कुमार श्रीवास्तव
सोनभद्र। जिला कृषि रक्षा अधिकारी, सोनभद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में तापमान मेें तेजी से गिरावट के कारण वातावरण में आर्द्रता बढ़ गई है। जिससे गेंहूं की फसल में पीली गेरूई। आलू की फसल में अगेती एवं पछेती झुलसा, चना, मसूर एवं मटर में सेमीलुपर, फली बेधक,पत्ती धब्बा रोग के साथ-साथ राई/सरसों में माहू/लीफमाइनर तथा तुलासिता एवं अल्रनेरिया, पत्ती धब्बा के प्रकोप की संभावना बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि पीली गेरूई रोग के प्रकोप का लक्षण प्रायः पत्तियों पर पीले पाउडर की धारियोें के रूप में दिखाई देते हैं इस रोग के लक्षण मुख्यतः ऊपरी पत्तियों तथा अत्यधिक प्रकोप की दशा में तने पर भी इसके धब्बे दिखाई देते हैं। पीली धारियाॅ पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में बाधक बनते हैं। जिसके कारण उत्पादन प्रभावित होता है। प्रकोप की दशा में प्रोपिकोनाजोल 25प्रतिशत ई0सी0 की 500 मिली मात्रा को 600-700 लीटर पानी में घोकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। राई/सरसो – माहू एवं लीफमाइनर पत्ती संरंगक- से बचाव के लिए जैव कीटनाशी एजाडीरैक्टिन 0.15 प्रतिशत ई0सी0 2.5 लीटर अथवा रसायनिक कीटनाशी डाईमेथोएट 30 प्रतिशत ई0सी0 अथवा आक्सीडिमेटान मिथाइल 25प्रतिशत ई0सी0 1.0 लीटर मात्रा को प्रति हे0 की दर से लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए। तुलासिता एवं अल्टरनेरिया पत्ती धब्बा- इस रोग के नियंत्रण के लिए मैंकोजेब 75 प्रतिशत डब्ल्ू0 पी0 अथवा जिनेब 75 प्रतिशत की दो किलो ग्राम मात्रा प्रति हे0 की दर से 600-700 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए। चना/मटर/मसूर-सेमी लूपर- 50-60 वर्ड पर्चर प्रति हे0 की दर से लगाना चाहिए जिस पर चिड़ियाॅ बैठकर सूडियों को खा सके। इस कीट के जैविक नियंत्रण के लिए बैसिलस थ्यूरिजिनेसिस बी0टी0 एक किलो ग्राम अथवा एजाडीरैक्टिन 0.15 प्रतिशत ई0सी0 2.5 लीटर लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर प्रति हे0 की दर से छिड़काव करना चाहिए। रासायनिक नियंत्रण के लिए मैथियान 50 प्रतिशत दो लीटर की मात्रा को 500-600 लीटर पानी में घोलकर प्रति हे0 की दर से छि़ड़काव करना चाहिए। फली भेदक कीट – एनपीवी (एच0) 250 एल0ई0 प्रति हे0 की दर से लगभग 250-300 लीटर पानी में घोलकर सायंकाल छिड़काव करें। बैसिलस थ्यूरिजियेनसिस बीटी एक किलो ग्राम को 500-600 लीटर पानी में घोलकर प्रति हे0 की दर से छिड़काव करना चाहिए। एस्कोकाइटा ब्लाइट (पत्ती धब्बा रोग) – चने की फसल में इस रोग के नियंत्रण के लिए मैंकोजेब 75 प्रतिशत डब्लू0पी0-2.0 किलोग्राम अथवा कापरआॅक्सी क्लोराइड 50प्रतिशत डब्लू0पी0 2.5 किलोग्राम मात्रा प्रति हे0 की दर से 500-600 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए। आलू- आलू की फसल में अगेती/पछेती झुलसा रोग का प्रकोप होने पर पत्तियों पर भूरे एवं काले रंग के धब्बे बनते हैं तथा तिव्र प्रकोप होने पर सम्पूर्ण पौधा झुलस जाता है रोग के प्रकोप की स्थिति में रसायनों में से किसी एक को प्रति हेक्टेयर की दर से लगभग 600-800 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। कापरआक्सी क्लोराइड 50प्रतिशत डब्लू0पी0-2.5 किलोग्राम। मैंकोजेब 75 प्रतिशत डब्लू0पी0-2.0 किलोग्राम। जिनेब 75प्रतिशत डब्लू0पी0-2.0 किलोग्राम। उक्त जानकारी सूचना विभाग के नेसार अहमद ने दी।

सेवानिवृत पुलिसकर्मियों की ससम्मान विदाई की

रायबरेली। पुलिस अधीक्षक रायबरेली श्लोक कुमार द्वारा आज दिनांक 31 दिसंबर 2020 को पुलिस विभाग से अपनी अधिवर्षता/ऐच्छिक आयु पूर्ण कर सेवानिवृत हुए कर्मचारियों को पुलिस कार्यालय स्थित बहुउद्देशीय किरण हाल में फूल माला व शाल पहनाकर सम्मानित किया तथा पुलिस विभाग में उनके द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान व उत्कृष्ट कार्य एवं उनकी कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की गयी। महोदय एवं अन्य अधि0/कर्मचारीगणों द्वारा उनके उज्ज्वल भविष्य एवं स्वस्थ जीवन की कामना के साथभावभीनी विदाई दी गयी। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक रायबरेली श्री विश्वजीत श्रीवास्तव. क्षेत्राधिकारी नगर श्री अंजनी कुमार चतुर्वेदी, प्रतिसार निरीक्षक श्री बृजेन्द्र सिंह एवं अन्य अधि0/कर्मचारीगण उपस्थित रहे। सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों का विवरण निम्नवत् है।

विकास के नाम पर धन का किया गया बंदरबांट

सीतापुर। ग्राम प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है।ग्राम प्रधान रमेश राजवंशी व सिकरेटरी के द्वारा विकास के नाम पर सरकारी धन को लूट दोनों हाथों से लूटने का काम जारी है। ताजा मामला है, कि विकासखंड एलिया की ग्राम पंचायत खगेसियामऊ का जहां पर सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन की तहत बनाए जाने वाला शौचालय जो मानक के अनुसार न बनकर किसी भी तरह सही नही है। जो एक जांच का विषय हैं। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत खगेसियमऊ की ग्राम प्रधान रमेश व सिकरेट्री द्वारा ग्राम पंचायत में बनाये गए सार्वजनिक शौचालय में ढांचा खड़ा करने में मानक विहीन ईंट का प्रयोग किया गया है।जबकि निर्माण में नंबर एक की ईंट प्रयोग करना चाहिए तथा अंदर के पार्टीशन हेतु कड़ा पीला का प्रयोग किया गया है। जो चुनाई से लेकर प्लास्टर तक मैं मानक के अनुसार मसाले का प्रयोग नहीं किया गया छत जो पड़ी हैं। वो देखते ही मामला समझा जा सकता है इसके अतिरिक्त लोगो के शौचालय में टैंक खुद प्रार्थी ने बनवाया पूरा पैसा प्रधान ने निकाल लिया। विजय शुक्ल के मकान से जिया लाल के मकान तक खड़ंजे का निर्माण पुरानी इंटों द्वारा करवाया जा रहा है। गांव वालों का आरोप है। पात्रो के आवास कटवा कर अन्य लोगो के आवास बनवा कर वसूली की गई प्रधान की लापरवाही के कारण इस ठंडक के मौसम में बुद्धि,इंद्र पाल गुप्ता,सोनू राजवंशी आदि लोग पल्ली या तिरपाल डाल कर रह रहे हो जो कि योगी सरकार की योजनाओं में पलीता लगाने के समान है। इन पांच वर्षों में प्रधान की आय से अधिक संपत्ति का केस खुला बन रहा है इन वर्षों में खुली लूट किया है इन पांच सालों में प्रधान ने अकूत संपति खुले हांथो से बनाई है जो एक जांच का विषय हैं।

रायबरेली: अवैध स्मैक के साथ 1 अभियुक्त गिरफ्तार

रायबरेली। पुलिस अधीक्षक रायबरेली के निर्देशन में तथा अपर पुलिस अधीक्षक रायबरेली के कुशल नेतृत्व व क्षेत्राधिकारी सलोन के निकट पर्यवेक्षण में अवैध मादक द्रव्यों की बिक्री/तश्करी के विरुद्ध कृत कार्यवाही के अन्तर्गत दिनांक 31 दिसम्बर 2020 को थाना नसीराबाद पुलिस टीम द्वारा संदिग्ध व्यक्ति/वाहन चेकिंग के दौरान मुखबिरखास की सूचना पर अभियुक्त तौफिक पुत्र निजाम निवासी ग्राम धनई का पुरवा थाना नसीराबाद जनपद रायबरेली को 100 ग्राम अवैध स्मैक के साथ थाना क्षेत्र केडीघा चौराहा से नियमानुसार गिरफ्तार किया गया। जिसके विरूद्ध थाना स्थानीय पर मुकदमा अपराध संख्या-326/2020 धारा 8/21 एनडीपीएस अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।

कोरबा स्थित विद्युत ताप संयंत्र का सूरज अस्त हुआ

रायपुर। नए साल के उदय के साथ ही प्रदेश के कोरबा स्थित विद्युत ताप संयंत्र का सूरज अस्त हो गया। 2021 के आगाज के साथ ही गुरूवार रात 12 बजे से प्लांट को बंद कर दिया गया। इसकी वजह रही प्लांट से हो रहे प्रदुषण। इसे लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने भी राज्य सरकार से इसे बंद करने की सिफारिश की थी।प्लांट के 50-50 मेगावाट की 4 यूनिट को 2 साल पहले ही बंद किया जा चुका है। वहीं अब 120-120 मेगावाट की युनिट पर भी ताला जड़ दिया गया है। भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के सहयोग से 1976 और 1981 में कोरबा में विद्युत ताप संयंत्र की 120-120 मेगावाट की दो इकाइयों स्थापित की गई थीं। इसके बाद ही कोरबा को ऊर्जा नगरी के रूप में पहचान मिली। अपने 45 साल के इस सफर में प्लांट ने न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि अन्य राज्यों को भी सेवाएं दी। अब दोनों इकाइयों से औसतन 90-90 मेगावॉट ही बिजली का उत्पादन हो रहा था।

नया साल: सोने-चांदी की कीमतों में आया बदलाव

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। साल 2021 के पहले दिन सोने चांदी के भाव में तेजी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार सोने का हाजिर भाव 50 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चल रहा है। देशभर में सर्राफा बाजारों में शुक्रवार को 43 रुपये प्रति 10 ग्राम की मामूली बढ़त के साथ 50245 रुपये पर खुला। वहीं चांदी की बात करे तो 383 रुपये सस्ती होकर 67000 रुपये प्रति किलो पर खुली। बता दें इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन द्वारा जारी इस रेट और आपके शहर के भाव में 500 से 1000 रुपये का अंतर आ सकता है।

टिकट होने के बावजूद मजदूरों को ट्रेन से किया बाहर

टीटीई का कारनामा: कंफर्म टिकट होने के बावजूद मजदूरों को ट्रेन से किया बाहर, कहा- तुम्हारी औकात नहीं है की

कोडरमा। कोडरमा में एक टीटीई की गुड़ागर्दी देखने को मिली है। टीटीई ने मजदूरों को टिकट कन्फर्म होने के बाद भी ट्रेन से नीचे उतार दिया। इस दौरान कोच में बैठे लोग देखते रहे मगर किसी ने टीटीई की गुंड़ागर्दी का विरोध नहीं किया. मजदूरों का आरोप है। कि टीटीई ने कहा तुम सब छोटा आदमी हो, तुम्‍हारी औकात नहीं है। राजधानी एक्‍सप्रेस ट्रेन में सफर करने की। ज्‍यादा बोलोगे तो पांच हजार रुपये का जुर्माना लगा देंगे।
टीटीई के खिलाफ यह शिकायत है। उन दो मजदूरों की, जो राजधानी एक्‍सप्रेस ट्रेन से वैध टि‍कट पर भुवनेश्‍वर जा रहे थे। दोनों मजदूरों ने कोडरमा स्टेशन की शिकायत पुस्तिका में इस मामले की लिखित शिकायत की है। दोनों मजदूर नई दिल्ली भुवनेश्वर राजधानी एक्‍सप्रेस के बी2 कोच में सफर करने के लिए चढ़े थे। उन्‍होंने मामले में टीटीई पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मजदूरों ने बताया कि बुधवार को अहले सुबह 5. 22 बजे वे लोग कन्फर्म टिकट लेकर कोडरमा से भुवनेश्वर जाने के लिए ट्रेन में सवार हुए थे। लेकिन टीटीई ने उन्हें यह कहते हुए धक्का देकर उतार दिया कि तुम लोग मजदूर हो तुम्हारी औकात नहीं है। इस ट्रेन में सफर करने की ज्यादा बोलोगे तो ₹5000 का फाइन काट देंगे. इसके बाद वे लोग कोडरमा स्टेशन मास्टर के कार्यालय में गए और वहां शिकायत पुस्तिका में कम्प्लेन दर्ज कराई।
शिकायत करने वाले मजदूर रामचंद्र यादव और अजय यादव ने बताया कि दोनों विजयवाड़ा में पोकलेन ऑपरेटर का काम करते हैं। दोनों बरही के बरसोत के निवासी हैं। कोडरमा से भुवनेश्वर जाने के लिए बुधवार को ट्रेन में सवार हो रहे थे। इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन टिकट बुक कराया था। इस संबंध में बात करने पर कोडरमा स्टेशन प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि दोनों यात्रियों की शिकायत धनबाद रेल मंडल के वरीय अधिकारियों के पास भेज दी गई है।

कोयले वाली अंगीठी की गैस से दो लोगों की मौत

सोलन कच्चे कोयले की अंगीठी की गैस से दो व्यक्तियों की मौत हो गई। मामला सोलन जिला के पर्यटन क्षेत्र बड़ोग क्षेत्र का है। पुलिस को सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंच आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस थाना धर्मपुर की चौकी डगशाई के तहत पर्यटन क्षेत्र में दिल्ली के रहने वाले एक व्यक्ति की कोठी में मेहमान आए हुए थे। उनके साथ ड्राइवर व कुक भी थे। यह दोनों (ड्राइवर व कुक) 30 दिसंबर को कोठी के सर्वेंट क्वाटर में सोने चले गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने कोयले की अंगीठी भी जला रखी थी। 31 दिसंबर को जब यह दोनों (ड्राइवर व कुक) दोपहर तक रूम से बाहर न आए, तो उनके मालिक ने उन्हें जाकर देखा और पाया कि यह दोनों बेसुध पड़े है, जिनकी मौत हो चुकी है। इसकी सूचना कोठी मालिक ने तुरन्त पुलिस को दी। पुलिस ने तुरन्त मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया।
इस मामलें की पुष्टि थाना प्रभारी धर्मपुर दयाराम ठाकुर ने की है। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आगामी कार्रवाई की जा रही है।

पाक: महिला व पुरुष एक साथ बैठकर पीते हैं शराब

दुनिया की रहस्मयी विश्व दुनिया की रहस्मयी आबादी महिलाएं और पुरुष एक साथ बैठकर पीते हैं। शराब मौत पर मनाते हैं। खुशी, जाने और भी अजीब बातें 

इस्लामाबाद। कोरोना वायरस महामारी ने साल 2020 में दुनियाभर के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग सिखा दी, लेकिन पाकिस्तान की एक जनजाति कई दशकों से ये कर रही है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बॉर्डर पर फैली हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला पर रहने वाले कलाश जनजाति के लोग अपनी अनोखी परंपराओं और तौर-तरीकों के लिए जाने जाते हैं। गौरतलब है कि कलाश जनजाति के लोग ये मानते हैं। कि हिंदू कुश पर्वत पर रहने के कारण ही उनकी संस्कृति और परंपराएं बची हुई हैं। क्योंकि हम बाकी समाज से दूर रहते हैं। पाकिस्तान में कलाश जनजाति के लोगों की संख्या लगभग 4,000 है। और ये एक ग्रुप में रहते हैं. इनका बड़ा त्योहार त्योहार चेमॉस है।
हिंदू धर्म जैसी हैं। कलाश जनजाति की परंपराएं जान लें कि कलाश जनजाति की कई परंपराएं हिंदुओं से मिलती-जुलती हैं। ये अनेकदेववाद को मानते हैं। इसका मतलब एक से ज्यादा देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। कलाश जनजाति में बलि देने की परंपरा भी है। हिंदू कुश पर्वत पर रहने के कारण ये बाकी दुनिया से लगभग कटे रहते हैं। हालांकि कई बार खबरें सामने आईं कि पाकिस्तान में इन लोगों का धर्म परिवर्तन करवाकर मुसलमान बनाने की कोशिश भी की गई।
3 साल पहले पाकिस्तान की जनगणना में किया गया शामिल कलाश जनजाति के लोग पहली बार साल 2018 में हुई पाकिस्तान की जनगणना में अलग जनजाति के तौर पर शामिल हुए। पाकिस्तान की 2018 की जनगणना के मुताबिक, वहां कलाश जनजाति के कुल 3,800 लोग रहते हैं। ये लोग अफगानिस्तान और पाकिस्तान की बहुसंख्यक आबादी से अपनी सुरक्षा के लिए पारंपरिक हथियारों के साथ अत्याधुनिक बंदूकें भी अपने पास रखते हैं।

दुनिया में नेताओं को पछाड़कर मोदी बने नंबर-1

दुनिया के सभी नेताओं को पछाड़कर मोदी फिर बने नंबर 1
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। 2021 के पहले दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके शुभचिंतकों के लिए अच्छी खबर आई है। विश्व के नेताओं की उनके कार्यकाल में स्वीकृति पर नजर रखने वाली डाटा फर्म मॉर्निंग कंसल्ट के सर्वे के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 55 फीसदी स्वीकृति के साथ विश्व नेताओं में शीर्ष पर हैं। मॉर्निंग कंसल्ट के सर्वे के मुताबिक, 75 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया, जबकि 20 फीसदी ने उन्हें स्वीकार्य नहीं किया। जिससे उनकी कुल स्वीकृति रेटिंग 55 रही है। जो दुनिया के अलग-अलग देशों के नेताओं में सबसे अधिक है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की स्वीकृति रेटिंग 24 प्रतिशत रही।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की स्वीकृत रेटिंग नकारात्मक रही है। जिसका मतलब है। कि उनका समर्थन करने वालों के मुकाबले विरोध करने वालों की संख्या अधिक है। मॉर्निंग कंसल्ट के मुताबिक भारत में सर्वेक्षण के दौरान नमूने का आकार 2,126 रहा और इसमें गलती की संभावना 2.2 फीसदी है।

शीत मरूस्थल बर्फ पर पर्यटकों ने मनाया जश्न

पर्यटकों ने पहली बार मनाया नववर्ष का जश्न लाहौल-स्पीति के सिस्सू में मनाया       

पंकज कपूर  

शिमला। बर्फ से लदे शीत मरुस्थल लाहौल-स्पीति में पर्यटकों ने पहली बार नववर्ष का जश्न मनाया। कुल्लू मनाली में पर्यटकों का सैलाब उमड़ पड़ा। जिला के सभी छोटे-बड़े होटल पैक हो गए। मनाली में बंद पड़े होटल खुलने के बाद भी सैलानी कमरे तलाशते दिखे। बाहरी राज्य से आने वाले पर्यटक वाहनों ने दिसम्बर महीने के अंतिम सप्ताह से अभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं।दिसम्बर महीने के अंतिम सप्ताह में साढ़े 15 हजार पर्यटक वाहनों ने कुल्लू मनाली में दस्तक दी। वीरवार सुबह से ही मनाली की सड़कों में पर्यटक(tourist)वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। सुबह से देर शाम तक सड़क में वाहन कछुआ गति से चलते रहे। ट्रैफिक जाम को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने पहली बार ड्रोन का सहारा लिया। हालांकि वाहनों की चाल कछुआ गति की तरह बहुत धीमी रही लेकिन बेहतर व्यवस्था के चलते क्रिसमस वाले दिन की बजाय आज ट्रैफिक में सुधार दिखा।

शीत मरुस्थल लाहौल घाटी सहित जिला कुल्लू के पर्यटन नगरी मनाली, सोलंगनाला, फातरु, अंजनी महादेव, कोठी, हामटा, नग्गर, मणिकर्ण ,कसोल व जीभी पर्यटन स्थल में रौनक अधिक देखने को मिली। मनाली के कुछ एक बड़े होटलो ने प्रशासन से अनुमति लेकर कोविड के नियमों का पालन करते हुए सैलानियों के लिए नववर्ष के जश्न की व्यवस्था की। दिनभर पर्यटक अटल टनल को निहारने के बाद बर्फ की खेलों का आनंद लेते रहे। शाम को मनाली माल रोड पर्यटकों से भर गया। वीरवार को लगभग 4 हजार पर्यटक वाहनों ने अटल टनल आर-पार की।

लाहौल-स्पीति के एसपी मानव वर्मा ने कहा कि पर्यटक वाहनों के लिए सिस्सू हैलीपैड में पार्किंग की व्यवस्था की थी। उन्होंने कहा कि पर्यटकों ने बर्फ का खूब आनंद उठाया। वहीं, एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने कहा कि ट्रैफिक सुचारू रखने को ड्रोन का सहारा लिया गया है। सैलानियों के नववर्ष के जश्न को शांति पूर्वक बनाने के लिए जगह-जगह पुलिस जवान तैनात किए हैं। उन्होंने कहा कि जिलाभर के सभी पर्यटन स्थलों में सैलानी नववर्ष का जश्न मना रहे हैं।

अवैध शिकार के मामले में 8 आरोपी अरेस्ट किए

रायपुर। गरियाबंद वनमंडल के अंतर्गत मैनपुर वनपरिक्षेत्र में बाजा घाटी के पास एक नर चीतल के अवैध शिकार के मामले में आरोपी को जेल भेजा गया है। आरोपी रामसिंह ग्राम बेहराडीह को वन विभाग की टीम ने 48 घंटे के भीतर पकड़कर जेल भेजा है। साथ ही चीतल के अवैध शिकार में संलिप्त 7 अन्य आरोपियों को भी पकड़ा गया है। सभी के खिलाफ वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) पीव्ही. नरसिंग राव के मार्गदर्शन में मुख्य वन संरक्षक रायपुर जेआर नायक के निर्देशानुसार वनमंडलाधिकारी गरियाबंद मयंक अग्रवाल के नेतृत्व में गठित टीम ने कार्रवाई की है। वनमंडल गरियाबंद के अंतर्गत मैनपुर परिक्षेत्र में विगत 27 दिसंबर को एक नर चीतल को मृत पाया गया था। उसी स्थान पर एक तीर-कमान भी था। इसके आधार पर वन विभाग की टीम ने  खोजबीन कर आरोपियों को पकड़ा। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जारी है। वन विभाग की टीम ने परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर अनिल साहू और परिक्षेत्र अधिकारी इंदगांव योगे रात्रे सहित विभागी अमले का सराहनीय योगदान रहा।

चीन में भी मिला वायरस के नए वेरिएंट का मामला

खतरनाक। चीन में भी मिला कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पहला मामला, ब्रिटेन से लौटीं महिला हुईं संक्रमित

नई दिल्ली/ बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट (प्रकार) के पहले मामले की पुष्टि हुई है। वायरस के इस नए वेरिएंट का पहली बार ब्रिटेन में पता चला था। अब ये भारत, अमेरिका और पाकिस्तान समेत दुनिया के कई देशों में पहुंच चुका है। कोरोना का ये नया वेरिएंट तेज़ी से फैलता है, इसलिए ये पहले वाले वेरिएंट से खतरनाक माना जा रहा है। एएफपी के मुताबिक चीन में नए वेरिएंट से संक्रमित होने वाली महिला शंघाई की हैं। और उनकी उम्र 23 साल है। चाइनीज़ सेंटर फोर डिसीज़ कंट्रोल ने बताया है। कि महिला पिछले साल 14 दिसंबर को ब्रिटेन से लौटी थीं। उन्होंने बताया कि चीन आने के बाद महिला में हल्के लक्षण नज़र आए, जिस वजह से वो अस्पताल में भर्ती हुईं।
चाइनीज़ सेंटर फोर डिसीज़ कंट्रोल ने कहा कि ब्रिटेन से लौटने और न्यूक्लिक एसिड परीक्षण परिणामों में असामान्यताओं के चलते 24 दिसंबर को महिला के टेस्ट सैंपल का जेनेटिक सिक्वेंसिंग कराया गया था। उन्होंने बताया कि मरीज़ में ऐसे स्ट्रेन पाए गए जो शंघाई और वुहान में मिले स्ट्रेन से अलग थे। आगे और टेस्ट किए जिससे इसकी पुष्टि हो गई कि ये वही वेरिएंट है जिसे B.1.1.7 के नाम से जाना जाता है। और ब्रिटेन में अक्टूबर से फैल रहा है। आपको बता दें कि साल कोरोना वायरस की शुरुआत चीन से ही हुई थी। चीन के वुहान शहर में कोरोना का पहला मामला आया था। जिसके बाद ये देखते ही देखते दुनिया के तमाम देशों में फैल गया। लेकिन अब इसके नए वेरिएंट ने चीन में दस्तक दे दी है। जिससे वहां के स्वास्थ्य अधिकारी सतर्क हो गए हैं।

नौसेना में आठवें एलसीयू पोत की आपूर्ति हुई

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली/कोलकाता। रक्षा उत्पादन करने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम जीआरएसई ने भारतीय नौसेना को आठवें एवं अंतिम लाइट क्राफ्ट यूटिलिटी (एलसीयू) पोत की आपूर्ति कर दी है जिससे देश की रक्षा तैयारियों को और मजबूती मिली है। कंपनी के शीर्ष अधिकारी के यह जानकारी दी।जीआरएसई के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रियर एडमिरल (अवकाश प्राप्त) वीके सक्सेना ने बताया कि इस अभयचर (जल एवं थल पर चलने में सक्षम) पोत को रणनीतिक रूप से अहम अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के पास तैनात किया जाएगा, जो दक्षिण चीन सागर की ओर जाने वाले अहम समुद्री रास्ते के करीब है।

उन्होंने बताया कि इसे खासतौर पर सबसे अधिक दुर्गम तटीय इलाकों में सैन्य अभियान को अंजाम देने के लिए तैयार किया गया है। सक्सेना ने बताया कि कोविड-19 महामारी और इसकी वजह से लागू लॉकडाउन की चुनौतियों के बावजूद कोलकाता स्थित गार्डन रिच शिप बिल्डर्स ऐंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) ने सफलतापूर्वक आठ एलसीयू पोत निर्माण के कार्य के तहत आखिरी पोत की आपूर्ति भारतीय नौसेना को कर दी है। एलसीयू पोत में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है और कंपनी ने 90 प्रतिशत स्वदेशी पुर्जों से इसका निर्माण किया है।उन्होंने बताया कि यह पोत विश्वस्तरीय डिजाइन और श्रेणी के मामले में खास है। इसे भारतीय नौसेना की विशेष जरूरतों को ध्यान में रख कर बनाया गया है। यह 15 नॉट की गति के साथ उथले तटीय इलाकों में बखूबी काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पोत जवानों के साथ-साथ युद्धक टैंक, व्यक्तिगत वाहन एवं अन्य सैन्य वाहनों को भी तट पर पहुंचा सकते हैं। पोत को 216 सैनिकों के रहने के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें दो स्वदेशी सीआरएन 91 तोपें लगी हैं जो सैन्य अभियान के दौरान दुश्मन पर गोले दाग सकती हैं।

नए साल पर आम आदमी को लगा बडा झटका

हरिओम उपाध्याय  

नई दिल्ली। साल 2021 के पहले दिन ही लोगों के लिए एक झटके की खबर आ गई है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडर की कीमत में इजाफा कर दिया है।हालांकि, ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर उपभोक्‍ताओं को राहत दी है। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में इजाफा नहीं किया गया है। यानि 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस की कीमत जो है वह बरकरार है। सिर्फ कमर्शियल उपभोक्‍ताओं को झटका देते हुए कमर्शियल LPG सिलेंडर को महंगा किया गया है। 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में 17 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। राजधानी दिल्ली में 19 किलो वाले एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर कीमत 1,332 रुपये से बढ़कर अब 1,349 रुपये हो गई है और 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 694 रुपये है। आमतौर पर ऑयल मार्केटिंग कंपनिया प्रत्‍येक माह की पहली तारीख को गैस सिलेंडर की कीमत में संशोधन करती हैं और उनकी जानकारी भी सार्वजनिक करती हैं। लेकिन पिछले महीने तेल मार्केटिंग कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में दो बार में 100 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की थी। कंपनी ने पहले 2 दिसंबर को 50 रुपये बढ़ाए और इसके बाद 15 दिसंबर को दोबारा 50 रुपये बढ़ा दिए थे। हालांकि, अब जनवरी महीने और साल के पहले दिन तेल कंपनियों (HPCL, BPCL, IOC) ने बिना सब्सिडी वाले गैस 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं की है और इसकी कीमत 694 रुपये पर स्थिर रखी है। बतादें कि सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर की सब्सिडी को बंद कर दिया है। सरकार की ओर से पूर्व में गैस सिलेंडर लेने पर सब्सिडी भी दी जाती थी लेकिन बीते कई महीनों से सब्सिडी बंद है। इससे लोगों को दोहरी महंगाई की चपत लग रही है। कोलकाता में 19 किलो वाले एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1,387.50 रुपये से बढ़कर 1,410 रुपये पर आ गई है। यहां कीमतों में 22.50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई है। यहां घरेलू गैस की कीमत 720.50 रुपये है। वहीं मुंबई में 19 किलो वाले एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1,280.50 रुपये से बढ़कर 1,297.50 रुपये प्रति सिलेंडर पर पहुंच गई है। यहां कीमतों में 17 रुपये प्रति सिलेंडर का इजाफा हुआ। 14.2 किलोग्राम रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 694 रुपये है। चेन्नई में 19 किलो वाले एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1,446.50 रुपये से बढ़कर 1,463.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है। यहां कीमतों में 17 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई है। यहां 14.2 किलोग्राम रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 710 रुपये है।

बागपत: घने कोहरे के चलते कई गाड़ियां टकराई

गोपी चंद सैनी  
बागपत। घने कोहरे के कारण ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर बड़ा हादसा हुआ है। बागपत में कोहरे के कारण 18 से ज्यादा गाड़ियां आपस में टकरा गई हैं। इस हादसे में कई लोग घायल हैं, जिन्हें बागपत के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर प्रशासन की टीम पहुंच गई है और एक्सप्रेस-वे को खाली कराने की कवायद की जा रही है।वहीं, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर 8 गाड़ियां आपस में टकरा गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को पीजीआई सैफई में भर्ती कराया गया है। हादसे को लेकर एक डीसीएम मालिक पर केस दर्ज किया गया है।
आपको बता दें कि कई इलाकों में नए साल के पहले दिन ठंड ने टॉर्चर देखने को मिला। दिल्ली में पारा 1.1 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में सुबह घना कोहरा भी छाया रहा। घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी शून्य हो गई और यातायात की रफ्तार भी प्रभावित हुई।
मौसम विभाग ने दिल्ली में 3 से 5 जनवरी के बीच बारिश का अनुमान जताया है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालयन रीजन में बर्फबारी का भी अनुमान है। विभाग ने मैदानी इलाकों में शीतलहर का अनुमान व्यक्त किया है।

12वीं कक्षा के 50,000 छात्रों को फोन दिया

अमित शर्मा  
अमृतसर। मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में राज्य के स्कूल शिक्षा ढांचे को समय अनुकूल बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत आज राज्य के सरकारी स्कूलों के 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को नववर्ष का तोहफा देते स्मार्ट कुनैक्ट स्कीम के अंतर्गत राज्य के 50 हजार के करीब विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन बांटने के ऑनलाइन उद्घाटन करने के साथ यह मुहिम सफल हो गई। इस मुहिम के तीसरे पड़ाव के अंतर्गत आज जिले के 11 विधानसभा हलकों में हुए फोन वितरित समागम में 60 सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूलों के 4357 विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन वितरित किए गए। स्थानीय सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल माल रोड के आंगन में डी.ई.ओ. सतिन्दरबीर सिंह और कंवलजीत सिंह के संयुक्त नेतृत्व नीचे हुए जिला स्तरीय समागम में मुख्य मेहमान के तौर पर पहुंचे डिप्टीप कमिशनर गुरप्रीत सिंह खैहरा द्वारा फोन बांंटने की रस्म अदा की। इसको पहले दो पड़ावों में जिले के अलग-अलग स्कूलों के 9560 विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन बांटे गए थे।

जिक्रयोग्य है कि पंजाब सरकार द्वारा 88 करोड़ रुपए की लागत के साथ राज्य के 12वीं कक्षा में पढ़ते 175448 विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन और 4 करोड़ रुपए की लागत के साथ 3500 के करीब टेबलेट स्कूलों को बांटे गए है। इस मौके पर अरुण पप्पल चेयरमैन माॢकट समिति अमृतसर, विकास हीरा एस.डी.एम. अमृतसर, अर्चना शर्मा नायब तहसीलदार, हरभगवंत सिंह, रजेश कुमार (दोनों उप जिला शिक्षा अधिकारी), प्रिंसीपल मनदीप कौर माल रोड आदि मौजूद थे।

वैक्सीन को लेकर एक्सपर्ट कमेटी की बैठक जारी

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन को लेकर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की आज अहम बैठक शुरू हो गई है। इसमें ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनेका की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को इमरजेंसी अप्रूवल देने पर विचार होगा। अब कमेटी की दो बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों में वैक्सीन कंपनियों से कुछ और जानकारी मांगी गई थी। इस बैठक से अच्छी खबर आते ही कुछ घंटों के भीतर आपको पहली वैक्सीन लगने की खबर भी मिल जाएगी। भारत ने कोरोना को हराने की तैयारी पूरी कर ली है। पूरा एक्शन प्लान तैयार है। भारत में कोरोना को हराने के लिए टीके लगाने की मुहिम भी इतनी व्यापक होगी कि दुनिया को इस पर हैरत होगी ये तय है।
ड्राई रन की तैयारी शुरू
वहीं, 2 जनवरी से देश के हर राज्य में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा। इसकी तैयारियों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की अगुवाई में एक बैठक चल रही है। इससे पहले पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन किया गया था, जिसके रिजल्ट काफी सकारात्मक आए थे।

30 करोड़ लोगों को दिया जाना है टीका

प्राथमिकता के आधार पर 30 करोड़ लोगों को पहले वैक्सीन दी जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के इन फौलादी इरादों के पीछे ठोस तैयारी है। वैक्सीन को लेकर भारत अब अपनी मुहिम को अंजाम तक पहुंचा चुका है। आपको बताते हैं कि भारत में वैक्सीन किस हाल में है।

योगी के 20 बदलावो से बदली दिशा और दशा

संदीप मिश्र  

लखनऊ। चुनौतियों को अवसर में बदलना उनकी फितरत है। साधारण परिस्थितियों में भी असाधारण फैसले लेना उनकी पहचान है। अगर हालात असाधारण और चुनौतियां बेशुमार हों तो तब उनकी उर्जा, लगन और निर्णय आम आदमी को हतप्रभ करने वाले होते हैं। वैश्विक संकट कोरोना में उन्होंने अपने तमाम फैसलों से इसे साबित भी किया। बात आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हो रही है। अपने पिता के अंतिम संस्कार में न जाकर उन्होंने साबित किया कि कोरोना के अभूतपूर्व संकट में उनके लिए प्रदेश की 23 करोड़ जनता का हित सर्वोपरि है।

इसके अलावा भी जब 2020 में कोरोना के कारण पूरी दुनिया में सब कुछ स्याह दिख रहा था उस समय भी यूपी के मुख्यमंत्री के कई फैसलों की देश और दुनिया में सराहना हुई। गुजर रहे साल में ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण फैसलों पर एक नजर।

वक्त कठिन था और चुनौती सबसे मुश्किल। साल 2020 दुनिया में कोरोना लेकर आया। विकराल संकट से जूझती सरकारों के सामने लोगों की जान बचाने के साथ विकास का पहिया पटरी पर बनाए रखने की दोहरी और बेहद कठिन चुनौती थी लेकिन योगी सरकार की तैयारी हर मुश्किल पर भारी पड़ी। इस दौरान बिना थके, लगातार उन्होंने विकास, तरक्की, रोजगार, शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व और अकल्पनीय काम किए। उनके साहसिक फैसलों ने जहां एक तरफ कोरोना को मात दी वहीं दूसरी तरफ विकास के पहिये को भी गति। उनकी अगुआई में इस दौरान रोजगार, व्यापार, शिक्षा, सुरक्षा, निवेश, उद्योग, गोसंरक्षण, महिला, युवा, गरीब, किसान और मजदूरों के लिए सबसे ज्यादा काम किया।

एक से एक बड़े फैसले लेकर न सिर्फ उत्तर प्रदेश में विकास की गति तेज की बल्कि देश और दुनिया के सामने कोरोना से लड़ने और जीवन को गतिमान रखने का नया माडल भी पेश किया। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से लेकर दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनाने के फैसले तक योगी सरकार ने 2020 में 20 ऐसे बड़े फैसले किए जिन्होंने उत्तर प्रदेश की दशा और दिशा बदल दी।

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