हरियाणा कैबिनेट के विस्तार की संभावनाएं तेज, जानिये कौन-कौन बन सकते हैं मंत्री ?
राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। हरियाणा में भाजपा और जजपा गठबंधन की कैबिनेट के विस्तार की संभावना हो गई है। दोनों पार्टियों की तऱफ से इसको लेकर लॉबिंग शुरु हो गई है। मंत्री पद को लेकर नेताओं के बीच आपसी बातचीत बढ़ गई है वहीं जजपा की तरफ से भी एक मंत्री बनना है।
हरियाणा में पिछले काफी समय से मंत्रीमंडल विस्तार की संभावनाएं है लेकिन कभी कोई वजह तो कभी कोई वजह होने के चलते यह मामला आगे टलता जा रहा है। इससे पहले बरोदा उपचुनाव और अब किसान आंदोलन के चलते मंत्रीमंडल विस्तार नहीं हो पा रहा है, ऐसे में अब किसान आंदोलन के बाद मंत्रीमंडल में विस्तार होना तय है।
भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की नई टीम को लेकर संभावनाएं तलाशी जा रही है, वहीं मंत्री पद की दौड़ में शामिल नेताओं ने लॉबिंग शुरु कर दी है। नेताओं की तरफ से अपने वरिष्ठ नेताओं के आसपास देखा जा रहा है , वहीं निर्दलीय विधायक भी मंत्री पद के लिए जबरदस्त लॉबिंग में लगे हुए हैं।
मनोहर सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार में भाजपा की सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी के कोटे से एक मंत्री शामिल किया जाना है वहीं भाजपा के कोटे से भी एक मंत्री शामिल होना है। अब किसान आंदोलन के चलते मंत्रीमंडल विस्तार में देरी हो रही है।
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में 14 मंत्री बन सकते हैं। इस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत 12 मंत्री हैं। यानी एक मंत्री भाजपा व एक मंत्री जजपा के कोटे से बनना है। वहीं मंत्रीमडंल से दो राज्यमंत्रियों की छुट्टी हो सकती है।
हरियाणा के एक कैबिनेट मंत्री पर भी तलवार लटकी नजर आ रही है। दक्षिण हरियाणा के नांगल चौधरी से भाजपा विधायक डा. अभय सिंह यादव को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की चर्चा है। निर्दलीय विधायकों में से एक विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल करने की संभावना बताई जा रही है। कुछ भाजपा विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होने को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का भरोसा जीतने की पुरजोर कोशिश में हैं।
जजपा कोटे से गुहला चीका के विधायक चौधरी ईश्वर सिंह अथवा टोहाना के विधायक देवेंद्र सिंह बबली को मंत्री बनाया जा सकता है। नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम पर बगावत की मुहर लग चुकी है। लिहाजा पार्टी अब उन्हें गंभीरता से नहीं लेती है। इसलिए जजपा विधायक भी मंत्री बनने की चाह में ज्यादा उछल-कूद मचाने की स्थिति में नहीं हैं।