10 से 13 दिसंबर तक तेज बारिश की संभावना, बढ़ेगी ठंड
अकांंशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पिछले दस दिनों में देश ने दो तरह के चक्रवात का सामना किया है। पहले निवार और उसके बाद बुवेरी चक्रवात ने बड़ी तबाही मचाई और जनजीवन प्रभावित हुआ। अब नई खबर यह है कि अरब सागर में एक नया मौसमी सिस्टम पनप रहा है, जिसके चलते देश के कई शहरों में बारिश हो सकती है। हालांकि यह बारिश मध्यम होगी लेकिन कहीं-कहीं पर यह तेज भी हो सकती है। लगातार होने वाली संभावित वर्षा, बर्फबारी के कारण आगामी 4-5 दिनों के दौरान जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई शहर ऐसे होंगे जहां न्यूनतम तापमान गिरकर 0 से नीचे चला जा सकता है और रात के तापमान में बड़ी गिरावट दज की जाएगी। कुछ इलाकों में हिमस्खलन और भूस्खलन की भी आशंका है जिससे आवागमन अवरुद्ध होने की आशंका है। 10 दिसंबर को यानी कल पहाड़ों पर बारिश और हिमपात थमेगा। अरब सागर के दक्षिण पूर्वी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है। यह सिस्टम आगामी 24 घंटों के दौरान और प्रभावी होते हुए निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है,उसके बाद गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा। आगामी चार-पांच दिनों के दौरान एक के बाद एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में व्यापक वर्षा और हिमपात का दौर देखने को मिलेगा। स्कायमेट वेदर का अनुमान है कि 9 दिसंबर से यह नया प्रभाव सामने आ सकता है और इसके बाद 10 से 13 दिसंबर तक अलग-अलग जगहों से बारिश की खबर सामने आ सकती है। जानिये देश में कहां कैसा मौसम रहेगा।
आगामी 24 घंटों के दौरान श्रीनगर से लेकर गुलमर्ग, कुलगाम, पहलगाम, काजीगुंड, शिमला, धर्मशाला, उना, मंडी लाहौल स्पीति, केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री में व्यापक बर्फबारी देखने को मिल सकती है।
उत्तराखंड में भी मौसम इस दौरान सक्रिय रहेगा और कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी देखने को मिलेगी। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान के उत्तर तथा पूर्वी क्षेत्रों में बारिश का इंतजार खत्म होगा 11 दिसंबर को, जब इन भागों में बारिश देखने को मिलेगी। आगामी चार-पांच दिनों के दौरान एक के बाद एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के जम्मू कश्मीर से लेकर गिलगित, बालटिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में व्यापक वर्षा और हिमपात का दौर देखने को मिलेगा। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी 7 से 9 दिसंबर के बीच देखने को मिल सकती है, जिससे इन भागों में कई रास्ते बंद हो सकते हैं और सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है। दिल्ली एनसीआर के साथ आगरा, मेरठ, अलीगढ़, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद में 11 दिसंबर को गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
दिल्ली एनसीआर के साथ चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पानीपत, सोनीपत, सिरसा, हिसार, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, पलवल, फरीदाबाद में 11 दिसंबर को हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती हैं। 10 और 11 दिसंबर के बाद जब पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती सिस्टम आगे निकल जाएंगे उसके बाद ठंडी उत्तर पश्चिमी हवाएं चलनी शुरू होंगी और उत्तर भारत के मैदानी शहरों में भीषण सर्दी एक बार फिर से अपना असली रंग दिखाएगी। ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में भारी हिमपात होने की भी संभावना है। इस दौरान गुलमर्ग, पहलगाम, कुलगाम, श्रीनगर, जम्मू, उधमपुर समेत कई जगहों पर अच्छी वर्षा के आसार हैं। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की गतिविधियां हो सकती हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गिलगित, बालटिस्तान समेत लद्दाख तथा उत्तराखंड में भी तीन-चार दिनों के दौरा न बारिश का मौसम रहेगा।
दिल्ली एनसीआर के साथ राजस्थान में जयपुर, भरतपुर, अलवर, चुरू, झुंझुनू, दौसा, करौली और पंजाब में लुधियाना, पटियाला, जालंधर, पठानकोट, अमृतसर में 11 दिसंबर को हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती हैं। जिस मौसमी सिस्टम के चलते महाराष्ट्र और गुजरात में बारिश की संभावना है, वह 3-4 दिनों के ठहराव के बाद आगे बढ़ेगा क्योंकि उस दौरान उसका रास्ता साफ हो जाएगा। एक पश्चिमी विक्षोभ 10 दिसम्बर के आसपास देश के उत्तरी भागों की तरफ आएगा। साथ ही उत्तर से दक्षिण तक एक ट्रफ भी विकसित होगी। बादलों का प्रभाव गुजरात तथा महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र पर बढ़ता जाएगा। यह स्थितियाँ 10 से 13 दिसम्बर के बीच यानि 3-4 दिनों के लिए बनती हुई दिखाई दे रही हैं। अहमदाबाद, बड़ौदा, राजकोट, सोमनाथ, दीव, भावनगर, वलसाड, सूरत, मुंबई, ठाणे, पुणे, नाशिक में बारिश की गतिविधियां दर्ज की जाएंगी।
वर्तमान में बनता संयोग महाराष्ट्र और गुजरात में बारिश देने वाला है। स्काइमेट का आकलन है कि इस दौरान गुजरात का सौराष्ट्र क्षेत्र और दक्षिणी-मध्य गुजरात के साथ-साथ उत्तरी कोंकण प्रभावित होंगे। एक नया पश्चिमी चौक पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के साथ बारिश दे सकता है। दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत का मौसम शुष्क रहेगा तथा न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेंगे। एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के साथ बारिश दे सकता है। समुद्री तूफान के कमजोर पड़ने के बावजूद तमिलनाडु में अभी बारिश जारी रहेगी।