अम्बाला। फ्रांस से खरीदा गया अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल गुरुवार को औपचारिक रूप से वायु सेना के लड़ाकू विमानों के बेड़े में शामिल हो गया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ खुद फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फरोरेंस पार्ले भी मौजूद थे। हरियाणा के अंबाला स्थित वायु सेना स्टेशन में एक शानदार समाराेह में पांच विमान वायु सेना के गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा बने। ये विमान गत 27 जुलाई को भारत आये थे। इससे पहले सर्वधर्म पूजा की गई और रफाल ने भारत के अन्य लड़ाकू विमानों के साथ अपनी ताकत और जौहर का आसमान में प्रदर्शन किया। समारोह में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी, रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीप लर्निंग से क्या-क्या संभव है ये समझने के लिए GPT-3 एक बढ़िया उदाहरण है। दरअसल ये पूरा आर्टिकल GPT-3 से लिखवाया गया है। ज़ाहिर है आप जानना चाहेंगे ये GPT-3 क्या है, कैसे काम करता है और किस तरह से इस रोबोट से आर्टिकल लिखवाया गया है। सैन फ़्रैंसिस्को की एक कंपनी है – Open AI, इसी ने GPT 3 सॉफ़्टवेयर तैयार किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप लर्निंग पर आधारित है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इसके बारे में साधारण शब्दों में कहें तो, AI एक प्रोग्राम है जिसे इंसानों जैसे ही काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जो नैचुरल इंटेलिजेंस इंसानों में होती है वैसे ही मशीन से हासिल किया जाता है। अब बात करते हैं GPT 3 के बारे में जिसने द गार्डियन का OpEd (ओपिनियन आर्टिकल) है। GPT 3 यानी जेनेरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफ़ॉर्मर 3. ये सॉफ़्टवेयर डीप लर्निंग यूज करके इंसानों जैसा ही टेक्स्ट लिखता हैं।