बुधवार, 9 सितंबर 2020

सबका ख्वाब होता है ऐसी कामयाबी पाना

नई दिल्ली। इंस्टाग्राम पर इस पोस्ट के साथ ही करिश्माई खेल व कप्तानी और बेमिसाल मिजाज वाले 39 वर्षीय महेंद्र सिंह धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। यह ऐसे अध्याय को अंत था, जिसके पन्ने ऐसी कामयाबियों से भरे हैं जो दुनिया के किसी भी क्रिकेटर का ख्वाब हो सकता है। अप्रत्याशित फैसलों से विरोधी टीमों को चौंकाने वाले धोनी के इस ऐलान ने फैंस को चौंकाया कम, मायूस ज्यादा किया। खेल को पढ़ने की उनकी महारत के कारण डिसिजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) को धोनी रिव्यू सिस्टम कहा जाता था, जाहिर है संन्यास का फैसला लेते हुए भी उन्होंने ऐसी ही धोनी का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर जब खत्म हो चुका है। तो पीछे मुड़कर देखने पर पता चलता है कि रांची के इस राजकुमार ने कैसे शून्य से शुरूआत कर शिखर को चूमा।


धोनी के तकरीबन 15 साल के अंतर्राष्ट्रीय करिअर ने छोटे शहरों के नौजवानों की आंखों को एक बड़ा सपना दे दिया। महानगरों से आने वाले खिलाड़ियों के वर्चस्व वाले खेल को धोनी ने नये व्याकरण और मुहावरे तो दिए ही, कप्तान रहते भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदलकर रख दिया। पूरे दमखम से आखिरी क्षणों तक विरोधी टीमों से जूझने, नौजवान खिलाड़ियों में भरोसा दिखाने जैसी सौरव गांगुली की क्रिकेट विरासत को नया अर्थ और आयाम देते हुए धोनी ने उसे विराट कोहली तक बेहतर ढंग से पहुंचाया। इस दौरान भारतीय क्रिकेट टीम कीर्तिमान-दर-कीर्तिमान बनाती गयी। धोनी दुनिया के ऐसे इकलौते कप्तान बन गए जिनकी झोली में आईसीसी के तीनों टूर्नामेंट की खिताबी जीत है। टी-20 विश्वकप, चैम्पियंस ट्रॉफी और एकदिवसीय विश्वकप। ये सभी धोनी की कप्तानी के कौशल को बयान करते हैं। इतना ही नहीं सितारों से सजी रहने वाली भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम भी धोनी की कप्तानी में 2009 में पहली बार नंबर वन बनी।


वह भी तब जबकि टेस्ट की रंगत क्रिकेट की अंकतालिकाओ से कहीं परे है। क्या वह गर्व और खुशी का क्षण किसी गणना या तालिका में समा सकता है कि 2007 में टी-20 वर्ल्डकप जब पहली बार आयोजित किया गया तो वह खिताब भारत के नाम रहा। वह भी ऐसे खिलाड़ी की अगुवाई में जो महज तीन साल पहले टीम में आया ही था। चयनकर्ताओं ने युवराज सिंह की जगह धोनी को इस युवा टीम का कप्तान बनाने का दांव खेला। इस टीम में सचिन, सौरव और द्रविड़ जैसे सितारे नहीं थे। जोगिंदर शर्मा जैसे लगभग गुमनाम से गेंदबाज ने धोनी के हौसले की बदौलत फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी क्षणों में ऐसा कमाल दिखाया कि पाकिस्तानी खिलाड़ी मैदान पर ठगे से रह गए।


भारत के नाम यह खिताब आया. 2007 में जिस अप्रत्याशित ढ़ंग से धोनी को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया और 2008 में भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था। उतने ही अप्रत्याशित लहजे में धोनी ने कप्तानी छोड़ भी दी वह भी तब जबकि इस पद पर बने रहने के लिए उनके पर जोर आजमाइश का तर्क था। धोनी ने 2014 में अचानक टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ी और 2017 के शुरुवात में वन डे और टी 20 की कप्तानी छोड़कर विराट कोहली के लिए रास्ता साफ कर दिया। धोनी को कप्तानी दिया जाना एक प्रयोग था जिसमें टीम इंडिया को नई राह दिखाई।


कश्मीर में 2 संदिग्ध आतंकी किए अरेस्ट

श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर के कुलगाम जिले में जवाहर टनेल के पास सुरक्षा बलों ने दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को ये जानकारी दी।


भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया जिसमें ये गिरफ्तारी हुई। सेना ने एक बयान में कहा, जवाहर टनेल के पास दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को विशेष सूचना मिली थी जिसके आधार पर ये ऑपरेशन लांच किया गया। जो हथियार बरामद किए गए हैं उनमें एके-47 राइफल के साथ दो मैगजिन, एक एम-4 यूएस कार्बाइन के साथ तीन मैगजिन और 6 चीनी पिस्टल 12 मैगजिन के साथ शामिल हैं।                 


वायु सेना का अभिन्न हिस्सा होगा राफेल

अकाशुं उपाध्याय

नई दिल्ली। बहुचर्चित राफेल विमान आधिकारिक रूप से कल वायु सेना में शामिल हो जाएंगे। इस मौके पर रक्षा मंत्री समेत कई अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

वायुसेना दुनिया के अत्याधुनिक पांच राफेल लड़ाकू विमानों को गुरुवार को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर औपचारिक रूप से अपने बेड़े में शामिल करेगा। इस दौरान आयोजित होने वाले समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली और तमाम सैन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। भारत और फ्रांस के रक्षा मंत्री इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और सुरक्षा सहयोग के मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे।राफेल को वायु सेना में आधिकारिक रूप से शामिल करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए फ्रांसीसी रक्षा मंत्री खुद भारत आ रही हैं। वे गुरुवार सुबह अंबाला पहुंच जाएंगी। गौरतलब है कि भारत ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए समझौता किया है। फ्रांसीसी विमानन कंपनी दसाल्ट एविएशन द्वारा उत्पादित इन विमानों को अभी औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल नहीं किया गया है।                 

मृत्युदंड जैसा साबित हुआ 'लॉकडाउन'

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि कोरोना महामारी को लेकर बिना सोचे समझे लॉकडाउन का फैसला किया गया।  उन्होंने लॉकडाउन को लेकर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला है। 


राहुल गांधी ने बुधवार को जारी किए अपने चौथे वीडियो में कहा कि अचानक किए गए इस लॉकडाउन से गरीब, मजदूर एवं एमएसएमई बिजनेस करने वाले काफी प्रभावित हुए हैं। यह असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ। ‘लॉकडाउन की बात’ शीर्षक से जारी चौथे वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना के नाम पर अचानक लगा लॉकडाउन असंगठित क्षेत्र पर नोटबंदी औरजीएटी के बाद तीसरा वार है। बिना सोचे-विचारे लगा यह लॉकडाउन छोटे दुकानदार, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस वालों पर, किसान और मजदूरों के हितों पर हमला है। लोग रोज कमाते रोज खाते हैं। छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापार के साथ भी ऐसा ही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि कोरोना से 21 दिन की लड़ाई होगी, लेकिन इस 21 दिन में असंगठित क्षेत्र के रीड की हड्डी ही टूट गई। हालांकि कोरोना अब भी विकराल मुंह खोले खड़ा है। उन्होंने कहा कि भूख और विस्थापन से मौत, उद्योगों पर ताला और बेहिसाब बेरोजगारी मोदीजी का मास्टरप्लान है। किसान, मजदूर और लघु व मध्यम वर्ग के उद्योगों ने भारत की अर्थव्यवस्था को खड़ा किया, जिसे बर्बाद कर इस सरकार ने अर्थव्यवस्था को गर्त में डाला है। अपने इस वीडियो में राहुल गांधी ने एक बार फिर कांग्रेस के ‘न्याय’ योजना की तरफदारी की। उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन के बाद खुलने का समय आया तो कांग्रेस ने कई बार सरकार से कहा कि वो गरीबों की आर्थिक मदद करें। इसके लिए ‘न्याय’ जैसी एक योजना लागू करनी पड़ेगी, बैंक के अकाउंट में सीधा पैसा डालना पड़ेगा लेकिन सरकारी ने ऐसा नहीं किया। यहीं नहीं कांग्रेस ने छोटे एवं मध्यम वर्ग के व्यापारियों के लिए पैकेज तैयार करने को कहा ताकि उन्हें बचाया जा सके। यहां भी सरकार चुप रही। गरीब जरूरतममंदों की मदद के बजाय सरकार ने गिने-चुने अमीर बिजनसमैनों का लाखों करोड़ों रुपये टैक्स माफ किया।


लॉकडाउन के लिए सरकार को दोषी ठहराते हुए राहुल ने वीडियो के आखिर में फिर कहा कि यह ‘लॉकडाउन’ कोरोना पर नहीं बल्कि हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण था। हमारे युवाओं के भविष्य पर आक्रमण था। लॉकडाउन मजदूर किसान और छोटे व्यापारियों पर आक्रमण था। हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था। ऐसे में हमें इस बात को समझना होगा और इस आक्रमण के खिलाफ सबको एक साथ मिलकर खड़ा होना होगा।               


बिजली बंद करने की अपीलः यादव

लखनऊ। विपक्षी दल बढ़ती बेरोजगारी को मुद्दा बनाते हुए भाजपा को घेरने में जुटे हैं। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोगों से आज रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की बिजली बंद करने की अपील की है।
अखिलेश ने बुधवार को युवाओं का आह्वान करते हुए ट्वीट किया, ‘मुट्ठियां जब बंध जाती हैं नवजवानों की, नींद उड़ जाती है ‘जुल्मी हुक्मरानों’ की। उन्होंने कहा​ कि आइए युवाओं व उनके परिवार की बेरोजगारी-बेकारी के इस अंधेरे में हम आज रात 9 बजे, 9 मिनट के लिए बत्तियां बुझाकर क्रांति की मशाल जलाएं, उनकी आवाज में आवाज मिलाएं।समाजवादी पार्टी लगातार बेरोजगारी, युवाओं के मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर बनी हुई है। अखिलेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश को देश में दूसरा स्थान मिलने पर भी सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने अनियोजित लाॅकडाउन और गलत आर्थिक नीतियों की वजह से अर्थव्यवस्था के पटरी से उतरने का आरोप लगाया है। इस वजह से फैक्टरियों के बंद होने, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, विनिर्माण, संचार, होटल आदि व्यवसाय पूरी तरह से चौपट होने का आरोप लगाते हुए बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा है।
नीट-जेईई परीक्षा के आयोजन को लेकर भी पार्टी ने प्रदेश में प्रदर्शन किया। इससे पहले पार्टी की युवा इकाई बढ़ती बेरोजगारी के विरोध में थाली बजाकर भी प्रदर्शन कर चुकी है। इसमें भाजपा के शासनकाल में प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर होने और रोजगार नहीं मिलने के कारण नवजवानों में निराशा का भाव बढ़ने की बात कही गई। निजीकरण को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा गया। 
अखिलेश यादव ने कहा है कि युवाओं ने युवा व छात्र विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ जगह-जगह संघर्ष छेड़ दिया है। युवाओं के गुस्से के तूफान से भाजपा के झूठे दावों के तम्बू उखड़ गये हैं। भाजपा के लोग युवा आक्रोश से बचने के लिए मुंह छिपाए बैठे हैं। सपा सरकार से युवाओं, छात्रों, परीक्षार्थियों व अभ्यर्थियों की समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए ‘यूथ-चार्टर’ जारी करने की भी मांग कर चुकी है।               


खुद तय करें मालिक कौन ? 'विश्लेषण'



पिछले छह सात सालों में सत्तर सालों में जो कुछ भी नागरिकता के नाम पर हमें लड़ भिड़कर मिल पाया था वह सब बेहद क्रूर चालाकियों द्वारा हमसे छीन लिया गया है। जैसे कि हमारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, इस बारे में डा. कफील का उदाहरण सामने है। हमारे मीडिया का वह भरोसेमंद चरित्र जिसे अब भाँड़मंडली में बदल दिया गया है। हमारे न्यायालय, हमारी सी बी आई, जिसे पहले ये ही लोग तोता कहते थे, अब उस तोते को केन्द्रीय सरकार के मुखौटे में बदल दिया गया है। वे सारी नागरिकताएँ जिन पर हमें अपने आजाद नागरिक होने का गर्व और भरोसा था, वह सब भरोसाहीन कर दिया गया है।


इतना ही क्यों अब तो सांसदों से कोरोना के बहाने सवाल पूछने का हक भी छीन लिया गया गया है। याद करिए हमारा वह लाल किला, जिसे शाहजहाँ ने बनवाया था, अब किसी ठेकेदार के हवाले कर दिया गया है। हमारी वह रेल जो हमारे द्वारा चुकाए गए कर से बनी थी,उसके सारे विकास में हमारा पैसा लगा था, अब बेची जा रही है। जनता की संपत्ति को पूँजीपतियों के हवाले की जा रही है। जनता की कमाई से बनाई गईं इन राष्ट्रीय संपदाओं को प्राइवेट कंपनियों के हवाले कर हमें एक ऐसी व्यवस्था की ओर ले जाया जा रहा जिसमें हमारी सुविधाएं ही नहीं, हमारी नौकरियों के उन अधिकारों को भी छीना जा जा रहा जिनमें हमारे जीने और मरने को चंद पूँजीपति और उनके मैनेजर तय करेंगे। तब पेंशन भी मिलेगी या नहीं, हम अपने देश के स्वतंत्र अधिकार प्राप्त नागरिक रह भी पाएँगे या नहीं यह आप सोचें। एक ओर एक दो सालों तक सांसद रहकर आजीवन पेंशन कबाड़ेंगे दूसरी ओर तीस पैंतीस साल की सेवा कर चुकने के बाद भी पेंशन पाने का हक हमारा नहीं बचेगा।


सोचें कि इन सांसदों और मंत्रियों को क्या हमने यही कारनामे करने के लिए चुना और भेजा था या अपने अधूरे रहे सपनों को पूरा करने के लिए? यह कहते हुए बेहद पीड़ा महसूस कर रहा हूँ कि ये हमारे चुने हुए प्रतिनिधि हैं या हमारे देश और समाज के मालिक? और हम इनकी बेबस प्रजा।तय करिए कि मालिक हम हैं या हमारे ये प्रतिनिधि?


अफसोस इन दिनों मध्यवर्ग के सुविधाजीवी समूहों को भयानक आत्ममुग्धता घेरे हुए है। पेट भर खाने पीने ,ऐशो आराम से जीने को ही ये परमपुरुषार्थ मान बैठे हैं। अपना चेहरा ही इन्हें दुनिया का सबसे खूबसूरत चेहरा और सामाजिक सच समझ में आ रहा। और उधर हमसे हमारा स्वदेश और हमारी वे स्वाधीनताएँ छीनी जा रहीं जिन्हें पूज्य लोकमान्य तिलक ने हमारा जन्मसिद्ध अधिकार कहा था और हम बेखबर हैं।





(विजय बहादुर सिंह हिंदी के प्रसिद्ध लेखक हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)               


'भूख हड़ताल' पर कर्मियों का टेंट उखाड़ा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियबाद। कोरोना काल की फीस माफ करने व अन्य मांगों को लेकर गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अनिश्चित-कालीन भूख हड़ताल के आठवे दिन प्रशासन ने धरनास्थल पर लगाए गए टेंट को उखाड़ दिया। साथ ही विरोध कर रहे एसोसिएशन के पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने प्रशासन पर तानाशाही रैवया अपनाने का आरोप लगाते हुए अभिभावकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सीमा त्यागी हालत बिगड़ने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं।


उल्लेखनीय है कि दो सितम्बर से कोरोना काल के दौरान की फीस माफी व अन्य मांगों को लेकर गाजियाबाद पैरेंटस एसोसिएशन की तीन महिला पदाधिकारी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। लेकिन तीनों की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद अनेक लोग धरने पर बैठ गए। बुधवार को आठवां दिन था। आज कुछ लोग वहां पहुंचे और जिला प्रशासन का आदेश बताते हुए उनसे धरना समाप्त करने को कहा लेकिन प्रदर्शकारी नहीं माने तो उनका टेंट जबरन हटा दिया गया और धरनारत लोगों को वहां से खदेड़ दिया गया।मौके पर पहुंची पुलिस एसोसिएशन के पांच लोगों को हिरासत में पुलिस लाइन ले गई। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, कर्णी सेना समेत तमाम राजनीतिक दलों व समाज सेवी संगठनों ने धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन देने की घोषणा की है। वहीं पदाधिकारी विवेक त्यागी ने कहा है कि भूख हड़ताल का आज आठवां दिन था लेकिन प्रशासन ने आंदोलन को खत्म करने की नीयत से धरना स्थल पर लगाए गए टेंट आदि को तोड़ दिया और सारा सामान नगर निगम के वाहन में रखकर ले गए। पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। त्यागी का कहना है कि प्रशासन का यह दमनात्मक रैवया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आंदोलन को समाप्त नहीं किया जाएगा बल्कि और मजबूती के साथ चलाया जाएगा।             


अगवा कर कैद में मासूम से सामूहिक रेप

गढवा। देश में लगातार रेप के मामले बढ़ते ही जा रहे है ,रोज़ाना कही न कही से ऐसी खबरें आती ही है। इसी बीच झारखंड के गढ़वा में एक नाबालिग लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया है। बलात्कारी ने लड़की को रातभर अपने घर में कैद रखा। इस संबंध में विशुनपुरा थाना में अपनी शिकायत में नाबालिग लड़की ने बताया कि शनिवार 5 सितंबर की शाम खेत में घास लेने गई थी। इस दौरान गांव के ही रितेश सिंह उर्फ रीतू सिंह अपने दो साथियों के साथ उसे पकड़कर जंगल ले गया और उसके हाथ बांधे फिर बलात्कार किया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बताया कि इतना ही नहीं दरिंदों ने उसे अपने घर ले जाकर घर में रात भर बंद रखा। सुबह आरोपी के दादा ने पीड़ित के घर जाकर बताया कि तुम्हारी बेटी हमारे घर पर है। इसके बाद मेरे पिता जी मुझे आकर ले गए। मैंने अपने साथ हुई घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी।



थाना प्रभारी चुनवा उरांव ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। घटना में शामिल दो नाबालिग आरोपियों को हिरासत में लिया है लेकिन घटना का मुख्य आरोपी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। इस घटना से लड़की के घर में मातम का माहौल है परिवार से सभी लोग परेशान हैं। इस संबंध में दिलीप खलखो, एसडीपीओ, नगर उंटारी, गढ़वा ने बताया कि घटना में दो नाबालिग लोगों को गिरफ्तार कर जुबेनाइल कोर्ट रांची भेज दिया गया है, जबकि मुख्य अभियुक्त के खिलाफ छापेमारी जारी है। उसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।


48 घंटे चला सहयोग सत्याग्रह आंदोलन

शशांक तिवारी की रिपोर्ट


लखनऊ। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उत्तर प्रदेश के केंद्रीय नेतृत्व के आवाहन पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध तथा जूनियर इंजीनियर संवर्ग की न्यायोचित/ लंबित मांगों / समस्याओं के समाधान हेतु आज पूरे प्रदेश में संगठन के पदाधिकारी व सदस्य ( अवर अभियंता व प्रोन्नत अभियंता ) प्रातः 10:00 बजे से लगातार 48 घंटे तक सहयोग सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं जिसमें आज झांसी जनपद में प्रत्येक अवर अभियंता व प्रोन्नत साथी अपने विद्युत उप केंद्र व कार्यालयों मैं अगले 48 घंटों तक लगातार कार्य कर रहे हैं व उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करने व किसी शिकायत का तत्काल निस्तारण करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। आज देश में कोविड-19 के प्रकोप से ग्रसित होने के बावजूद अवर अभियंता , प्रोन्नत अभियंता कोविड-19 के भीषण संक्रमण होने से परवाह किए बिना प्रत्येक दिन क्षेत्रों में क्षमता से अधिक कार्य कर रहे हैं इसके बाद भी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का निजीकरण किए जाने का प्रयास व संवर्ग की न्यायोचित मांगों /समस्याओं का निस्तारण ऊर्जा प्रबंधन द्वारा नहीं किया जा रहा है इस प्रकार एक रचनात्मक आंदोलन करके संगठन द्वारा आम उपभोक्ताओं तक अपनी आवाज पहुंचानी है की हम विभाग की बेहतरी ओर बेहतर उपभोक्ता सेवा के लिए कार्य करते है किन्तु उसके बाद भी प्रबंधन अपनी गलत नीतियों व मैनेजमैन्ट के कारण विभाग में घाटा दिखाकर बिभाग को निजी घरानों को बेचने का जो प्रयास कर रहा है वह स्वीकार योग्य नहीं है । यदि ऊर्जा प्रबंधन /उत्तर प्रदेश शासन ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का निजीकरण किए जाने हेतु प्रक्रियाधीन कार्रवाई पर तत्काल रोक नहीं लगाई तो संगठन आगामी दिनों में आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा जिससे होने वाली किसी भी औद्योगिक अशांति की समस्त जिम्मेदारी ऊर्जा प्रबंधन व उत्तर प्रदेश शासन की होगी।             


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 सितंबर 10, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-27 (साल-02)
2. बृहस्पतिवार, सितंबर 10, 2020
3. शक-1943, अश्विन, कृृष्ण-पक्ष, श्राद्ध पक्ष, तिथि- अष्टमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:29, सूर्यास्त 07:09


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


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मंगलवार, 8 सितंबर 2020

90 वर्षीय वृद्ध महिला से दुष्कर्म-मारपीट

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली के छावला, नजफगढ़ इलाके से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जिसमें एक 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला के साथ दुष्कर्म कर मारपीट की गई। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376/323 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी सोनू (33) को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह गांव रेवला खानपुर का रहने वाला है। पीड़ित महिला से मिलने के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने मंगलवार को कहा,“ छह महीने की बच्ची से लेकर 90 वर्ष की बुज़ुर्ग महिला तक कोई भी सुरक्षित नहीं है। इस उम्र में इन महिला को इस प्रकार की प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। यह साफ दिखाता है कि इन घटनाओं को अंजाम देने वाले लोग इंसान नहीं जानवर हैं। मैं बुज़ुर्ग महिला से मिली हूं, इनको न्याय दिलवाने की जंग में हम इनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलेंगे। हर हाल में इस मामले में आरोपी को छह महीने में फांसी होनी ही चाहिए।”


दिल्ली महिला आयोग की टीम घटना की सूचना मिलने के वक्त से ही पीड़ित महिला के साथ है एवं उनकी मदद कर रही है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल और सदस्य वंदना सिंह ने शाम को महिला से उनके घर पर जाकर मुलाकात की।


उन्होंने कहा कि बुज़ुर्ग महिला के अनुसार शाम को करीब पांच बजे अपने घर के बाहर दूध वाले के इंतज़ार कर रही थी। उसी वक्त एक अनजान व्यक्ति ने उन्हें आकर कहा कि दूधवाला आज नहीं आया है और वो उन्हें दूध वाले के पास ले जाएगा। व्यक्ति बुज़ुर्ग महिला को लेकर रेवला खानपुर फार्म ले गया और वहां महिला के साथ जबरन दुष्कर्म किया। जब महिला ने अपना बचाव करना चाहा तो उनके साथ मारपीट भी की गई।


महिला दर्द में रोती रही और उस आदमी से रहम की भीख मांगती रही। उसे याद दिलाती रही की वो उसकी दादी के उमर की है पर उसने एक न सुनी। महिला की आवाज़ सुनकर गांव के कुछ लोगों को पता चल गया और उसकी मदद के लिए पहुंचे। लोगों ने आरोपी को धर-दबोचा और पुलिस को बुलाया। वहां से पीड़िता को अस्पताल ले जाया गया और मेडिकल जांच कराई गई। महिला की मेडिकल जांच रिपोर्ट में साफ़ तौर से उनके शरीर और गुप्त अंगों में चोटों की बात दर्ज है।                   


हटकेः पानी से बाहर आया 'विचित्र' जीव

लंदन। ब्रिटिश समुद्र तट पर विचित्र समुद्री जीव नजर आए। 47 साल के मार्टीन ग्रीन अपने परिवार के साथ छुट्टी पर थे, जब वे उत्तरी वेल्स में कैर्नारफॉन के तट पर थे तो उनको अजीबोगरीब चीज नजर आई। ग्रीन और उनके परिवार ने, पहली बार में, सोचा था कि यह सिर्फ एक अजीब दिखने वाला टुकड़ा था. स्कॉटिश सन की खबर के मुताबिक, जब उन्होंने पास जाकर देखा तो ड्रिफ्टवुड का टुकड़ा वास्तव में हज़ारों की संख्या में समुद्री जीवों के साथ कवर किया गया था।


उन्होंने फेसबुक पर जो फुटेज शेयर किया है, उसमें भयानक जीवों को उनके सफेद गोले से निकलते हुए देखा जा सकता है, जिसे उन्होंने “देखने के लिए मंत्रमुग्ध” बताया।         


यूपी में लॉकडाउन पूरी तरह हुआ खत्म

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश में लॉकडाउन अब पूरी तरह खत्‍म हो गया है। अब रविवार को भी दुकानें खुलेंगी। अब बाजारों की साप्‍ताहिक बंदी की पूर्व निर्धारित व्‍यवस्‍था ही लागू रहेगी। बाजार सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक खोले जाएंगे। अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने इसके निर्देश अफसरों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में जो भी विकास की योजनाएं चल रही हैं, उन्हें गति दी जाए। मुख्‍यमंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाया जाना चाहिए।


होटल-रेस्‍टोरेंट भी खुलेंगे: उन्‍होंने कन्‍टेंनमेंट जोन को छोड़कर अन्‍य स्‍थानों पर सभी होटलों और रेस्‍टोरेंटों को शुरू कराने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही कहा कि इन गतिविधियों के संचालन में संक्रमण से सुरक्षा के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कन्‍टेनमेंट जोन में सभी लोगों का कोविड-19 टेस्‍ट कराया जाए। 


तहसील दिवस और थाना दिवस भी होंगेे शुरू:  मुख्‍यमंत्री ने तहसील दिवस और थाना दिवस भी कोविड-19 गाइड लाइन के अनुसार संचालित करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्‍होंने अफसरों को निर्देश दिया कि वे सभी विभागाध्‍यक्षों और कार्यालयाध्‍यक्षों, कर्मचारियों की उपस्थिति की नियमित जांच करें। उन्‍होंने कहा कि 'ईज ऑफ लिविंग' की दिशा में भी कार्ययोजना बनाकर प्रयास किए जाने की आवश्‍यकता है। इससे लोगों के जीवन में परिवर्तन आएगा। 


जीएसटी कलेक्‍शन बढ़ाने का निर्देश: मुख्‍यमंत्री ने उत्‍तर प्रदेश में जीएसटी कलेक्‍शन बढ़ाने का भी निर्देश अफसरों को दिया है। उन्‍होंने किसानों की मदद के लिए जीरो बजट खेती के लिए ज्‍यादा से ज्‍यादा प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही मुख्‍यमंत्री ने जोर देकर कहा कि 'मुख्‍यमंत्री निराश्रित और बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना' के तहत  गौ आश्रय स्‍थलों से कुपोषित बच्‍चों के परिवार के लोगों को गाय उपलब्‍ध कराई जाए। उन्‍होंने नगर निकायों में अमृत योजना के कार्यों में तेजी लाने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों को पूर्णतया गड्ढामुक्‍त बनाने का निर्देश दिया।             


मीडिया को अब ग्लोबल होने की जरूरत

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज जब हम आत्मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं, जब लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं, तब हमारा मीडिया इस संकल्प को एक बड़े अभियान की शक्ल दे रहा है। हमें आत्मनिर्भर भारत के विजन को और व्यापक करने की जरूरत है


प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से जयपुर में पत्रिका गेट का लोकार्पण करते हुए कहा, भारत के लोकल प्रोडक्ट्स ग्लोबल हो रहे हैं। भारत की आवाज भी अब ज्यादा ग्लोबल हो रही है। दुनिया भारत को अब और ज्यादा ध्यान से सुनती है। भारत की हर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूत उपस्थिति है। ऐसे में भारतीय मीडिया को भी ग्लोबल होने की जरूरत है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्रिका गेट को राजस्थान की संस्कृति को प्रतिबंबित करने वाला बताया। उन्होंने राजस्थान पत्रिका के गुलाब चंद्र कोठारी की पुस्तक ‘संवाद उपनिषद’ और ‘अक्षर यात्रा’ का विमोचन करते हुए कहा कि यह देश की भावी पीढ़ी को अतीत के साथ संवाद करने के लिए प्रेरित करता है। पुस्तकें साहित्य और संस्कृति के लिए अनुपम उपहार हैं। इस वर्चुअल कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी हिस्सा लिया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान लेखन और साहित्य पर चर्चा करते हुए कहा, हमारे देश में तो लेखन का निरंतर विकास भारतीयता और राष्ट्रीयता के साथ हुआ है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लगभग हर बड़ा नाम, कहीं न कहीं से लेखन से भी जुड़ा था। हमारे यहां बड़े-बड़े संत, बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी लेखक और साहित्यकार रहे हैं।


प्रधानमंत्री ने कहा, किसी भी समाज में समाज का प्रबुद्ध वर्ग, समाज के लेखक या साहित्यकार ये पथप्रदर्शक की तरह होते हैं, समाज के शिक्षक होते हैं। स्कूली शिक्षा तो खत्म हो जाती है, लेकिन हमारे सीखने की प्रक्रिया पूरी उम्र चलती है, हर दिन चलती है। इसमें बड़ी अहम भूमिका पुस्तकों और लेखकों की भी है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कर्पूर चंद्र कुलिश ने भारतीयता और भारत सेवा के संकल्प को लेकर ही पत्रिका की परंपरा को शुरू किया था। पत्रकारिता में उनके योगदान को तो हम सब याद करते ही हैं, लेकिन कुलिश ने वेदों के ज्ञान को जिस तरह से समाज तक पहुंचाने का प्रयास किया, वो सचमुच अद्भुत था।               


'विश्व बैंक' की मदद से सुधरेगी सड़के

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विश्व बैंक की मदद से कोर रोड नेटवर्क डेवलपमेंट परियोजना के तहत करीब 3269 करोड़ रुपये की लागत से 500 किमी सड़कों का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का काम जारी है।


मुख्य सचिव राजेन्द्र कुामर तिवारी की अध्यक्षता में मंगलवार को सम्पन्न प्रोजेक्ट गवर्निंग बोर्ड की बैठक में बताया गया कि परियोजना के अंतर्गत करीब 500 किमी सड़कों का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य कराया जा रहा है, जिसमें करीब 3269 करोड़ रुपये का व्यय संभावित है। इसके अलावा सड़क सुरक्षा के विभिन्न कार्यों पर करीब 630 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है।


बैठक में बताया गया कि सड़क चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के चार कार्य कुल लम्बाई 258.355 किमी अनुमानित लागत 1415.02 करोड़ रुपये विभिन्न चरणों में प्रगति पर हैं। गरौठा-चिरगांव रोड जनपद झांसी सड़क लम्बाई 49.145 किमी लागत 227.17 करोड़ रुपये का 99 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है तथा अवशेष कार्य 30 सितम्बर तक पूर्ण कर लिया जायेगा।


प्रवक्ता ने बताया कि हमीरपुर-राठ रोड जनपद हमीरपुर सड़क लम्बाई 72.785 किमी, लागत 349.46 करोड़ रुपये का 70 प्रतिशत कार्य 15 नवम्बर तक पूरा हो जायेगा जबकि जुलाई 2021 तक शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। गोला-शाहजहांपुर रोड, जनपद शाहजहांपुर व लखीमपुर सड़क लम्बाई 57.300 किमी, लागत 418.48 करोड़ रुपये का कार्य प्रगति पर है तथा नवम्बर तक कार्य पूरा हो जायेगा। इसके अलावा बदायूं-बिल्सी रोड अमरोहा व संभल सड़क लम्बाई 79.125 किमी लागत 419.91 करोड़ रुपये का कार्य भी प्रगति पर है तथा इसके भी नवम्बर 2021 तक पूर्ण हो जाने की संभावना है। उन्होने बताया कि इसके अलावा सड़क चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के छह नये कार्य चिन्हित किये गये हैं, जिनकी कुल लम्बाई 260.10 किमी एवं लागत 1952.90 करोड़ रुपये है। इन कार्यों की डीपीआर तैयार कराई जा रही है।


हमीरपुर-राठ-गुरसराय-झाँसी सड़क लम्बाई 35 किमी लागत 250 करोड़ रुपये, मुरादाबाद-हरिद्वार-देहरादून सड़क लम्बाई 36 किमी लागत 356.40 करोड़ रुपये, गढ़-स्याना-बुलंदशहर सड़क लम्बाई 49.50 किमी लागत 499.20 करोड़ रुपये, बहराइच-गोण्डा-अयोध्या सड़क लम्बाई 60.10 किमी0 लागत 365 करोड़ रुपये, हामिदपुर-खुच्वसर रोड सड़क लम्बाई 47.50 किमी लागत 289.20 करोड़ रुपये तथा बाँसी-मेंहदावल-खलीलाबाद रोड लम्बाई 32 किमी लागत 193.10 करोड़ रुपये है। उक्त सभी कार्यों की डीपीआर तैयार कराई जा रही है। मुख्य सचिव सभी कार्य निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी कार्यों का गहन पर्यवेक्षण सुनिश्चित कराया जाये तथा कार्यों की गुणवत्ता का सतत निरीक्षण व परीक्षण भी अवश्य हो। उन्होंने कहा कि चिन्हित छह नये कार्यों की डीपीआर भी समय से सब्मिट हो जाये। बैठक में वित्त, लोक निर्माण विभाग, गृह, परिवहन आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।              


एलआईसी को बेचना पीएम का नया प्रयास

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार की नीतियों को लेकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एलआईसी को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मोदी जी ‘सरकारी कंपनी बेचो’ मुहिम चला रहे हैं। खुद की बनाई आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की संपत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है। जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पर रखकर एलआईसी को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है।”                     


आईएएस, आईपीएस दोषी, होगी कार्रवाई

उन्नाव रेप केस, सीबीआई ने तत्कालीन डीएम आदित्य सिंह समेत दो आईपीएस, अपर पुलिस अधीक्षक समेत चार को सेंगर मामले में माना दोषी, कार्यवाही की सिफारिश।


बृजेश केसरवानी 


लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के बहुचर्चित माखी रेप कांड की जांच के बाद सीबीआई की टीम ने उन्नाव की तत्कालीन डीएम आदित्य सिंह व उस कांड के समय जिले के पुलिस कप्तान रहे दोनों आईपीएस अधिकारियों की भूमिका की जांच के दौरान पूरे मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ उनकी भूमिका संदिग्ध पाए जाने के बाद जांच में दोषी मानते हुए सचिव को पत्र लिख विभागीय कार्यवाही की सिफारिश की है बता दे इसी केस में मांखी कोतवाली के तत्कालीन एसएचओ मामले में दोषी पाए गए थे जो वर्तमान में जेल में है।
उत्तर प्रदेश बहुचर्चित उन्नाव दुष्कर्म कांड में (बर्खास्त बीजेपी विधायक) कुलदीप सेंगर के दोषी करार दिए जाने के बाद पूरे मामले में सीबीआई ने उन्नाव की तत्कालीन डीएम आदित्य सिंह जो वर्तमान में हापुड़ की जिला अधिकारी है।
दो एसपी जिसमें नेहा पांडे व पुष्पांजलि के साथ अपर पुलिस अधीक्षक रहे अष्टभुजा प्रसाद सिंह को घोर लापरवाही बरतने के आरोप में दोषी माना गया है।
सीबीआई ने अपनी जांच में इन चारों अधिकारियों को पूरे मामले में लापरवाही बरतने का दोषी पाते हुए चारों के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्यवाही की सिफारिश करते हुए यूपी सरकार को अपनी रिपोर्ट भेजी है बता दे सीबीआई ने दुष्कर्म के आरोप सिद्ध होने के बाद बांगरमऊ के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जो वर्तमान में जेल में है। के मामले में जांच करते हुए रिपोर्ट में कहा है कि उन्नाव की तत्कालीन डीएम आदित्य सिंह जो वर्तमान में हापुड़ की जिला अधिकारी हैं एसपी नेहा पांडे जो वर्तमान में एसपी रेलवे गोरखपुर पर पुष्पांजलि जो वर्तमान में आईबी की केंद्रीय प्रतिनिधि है। उनके साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक रहे अष्टभुजा प्रसाद सिंह जो वर्तमान में पीएससी फतेहपुर में कमांडेंट है को घोर लापरवाही बरतने के मामले में कड़ी कार्यवाही किये जाने की विभागीय सिफारिश करते हुए रिपोर्ट यूपी सरकार को सौंपी है। बता दे पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को उन्नाव दुष्कर्म केस मामले में कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाते हुए पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में 10 साल की सजा सुनाई है।
बता दे पूरे मामले में घटना के बाद पीड़िता ने तत्कालीन उन्नाव की डीएम 2 आईपीएस अधिकारी के साथ अपर पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की। लेकिन पूरे मामले में मिलीभगत से लीपापोती करते हुए इन अधिकारियों पर बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को बचाने के गंभीर आरोप के मामले में सीबीआई जांच के बाद दोषी पाया गया है इस मामले में सीबीआई ने चारों के खिलाफ विभागीय जांच की कड़ी कार्यवाही की सिफारिश की है बताते चलें 24 जनवरी 2016 से 26 अक्टूबर तक आदित्य सिंह उन्नाव की डीएम रही थी वही नेहा पांडे 2 फरवरी 2016 से 26 अक्टूबर 2017 तक उन्नाव की एसपी पुष्पांजलि सिंह 27 अक्टूबर 2017 से 30 अप्रैल 2018 तक उनकी एसपी रही वर्तमान समय में आदित्य सिंह हापुर की जिलाधिकारी है पुष्पांजलि सिंह रेलवे गोरखपुर की एसपी है जबकि नेहा पांडे केंद्रीय प्रतिनिधित्व से आईवी में है उस समय के अपर पुलिस अधीक्षक अष्टभुजा सिंह पीएससी फतेहपुर में कमांडेंट के पद पर तैनात है। इन चारों को सीबीआई ने पूरे मामले में दोषी पाते हुए कड़ी विभागीय कार्यवाही की सिफारिश की है।
क्या है उन्नाव दुष्कर्म कांड का मामला।
पूरा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे उन्नाव जिले की माखी कोतवाली क्षेत्र का है जहां विधायक कुलदीप सेंगर अपने साथियों के साथ 2017 में एक महिला की मदद से नाबालिग को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया, पीड़िता जिले की कप्तान लेकर एसी तक लगातार चक्कर लगाती रही। लेकिन विधायक के आगे कहीं भी सुनवाई नहीं हुई दूसरी तरफ विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारे पर पीड़िता के पिता व चाचा पर झूठे मामले दर्ज कर प्रताड़ित किया जाने लगा इसके बाद जेल में निर्मम हत्या कर दी गई। पूरे मामले ने जब तूल पकड़ा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मामला उत्तर प्रदेश से दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में चलाया गया वहां सुनवाई के बीच सीबीआई ने पूरे मामले में अपनी जांच सौंपी आरोपियों ने पीड़िता को एक्सीडेंट के रूप में खत्म करने की नाकाम कोशिश की, उस एक्सीडेंट में पीड़िता की चाची समेत अन्य रिश्तेदार मारे गए पूरे मामले में पीड़िता को सुरक्षा दे इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में ट्रांसफर किया गया। जिसके बाद तीस हजारी कोर्ट में 20 दिसंबर 2019 को आरोपी कुलदीप सेंगर को तीस हजारी कोर्ट ने दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाते हुए 2500000 रुपए का जुर्माना लगाया। जिसके बाद यूपी सरकार ने उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी। वही कोर्ट ने कुलदीप सिंह सेंगर पर पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में 10 साल की सजा सुनाई जबकि उनके भाई अतुल सेंगर को पीड़िता के परिवार को ₹1000000 मुआवजा देने का आदेश दिया।             


आश्रम में साध्वी के साथ किया दुष्कर्म

गोड्डा। झारखंड में गोड्डा जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में एक साध्वी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि संतसेवी आश्रम की दीवार को फांदकर सोमवार देर रात अपराधियों ने आश्रम में प्रवेश किया और वहां मौजूद लोगों के साथ मारपीट कर सभी को अलग-अलग कमरे में बंद कर दिया। इसी दौरान अपराधियों ने एक साध्वी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।


जानकारी के अनुसार, साध्वी फरवरी माह में प्रवचन करने के लिए आश्रम आई थी लेकिन लॉकडाउन के कारण वह अपना आश्रम नहीं लौट सकी। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इस सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।                    


अरुणाचल में 5 लापताओं की पुष्टिः चीन

ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांच युवक चीन के क्षेत्र में मिले हैं। इसकी पुष्टि खुद चीनी सेना ने की है। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने मंगलवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। केंद्रीय युवा मामलों एवं खेल मंत्री रिजिजू ने एक ट्वीट में कहा, “भारतीय सेना की तरफ से भेजे गए हॉटलाइन संदेश पर चीन की पीएलए ने जवाब दिया है। उन्होंने पुष्टि की है अरुणाचल प्रदेश से लापता युवा उनकी तरफ पाए गए हैं। उन्हें अधिकारियों को सौंपे जाने की आगे की आपौचारिकताओं पर काम किया जा रहा है। जब इस संबंध में ऊपरी सुबनसिरी जिले के पुलिस अधीक्षक तारू गुसर ने कहा कि वह घटनाक्रम को लेकर बहुत व्यस्त हैं और फिलहाल मीडिया से बात नहीं कर सकते। इससे पहले मंगलवार सुबह गुसर ने कहा था कि पांच लापता व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों, जिन्हें कई संदिग्ध चीनी पीएलए सैनिकों द्वारा अपहरण कर लिया गया था, ने पुलिस को सूचित नहीं किया है।


गुसर ने बताया, “इस क्षेत्र के लोग शिकार के लिए जंगल में जाते हैं, जो इस क्षेत्र के आदिवासियों के बीच एक पारंपरिक प्रथा है। मैं तब तक कुछ भी नहीं कह सकता, जब तक कि मुझे वह जानकारी नहीं मिल जाती कि असल में क्या हुआ था।” इससे पहले दिन में लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से अरुणाचल प्रदेश के पांच युवाओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया था। गौरव गोगोई ने राजनाथ सिंह को लिखा, “मैं आपको अरुणाचल प्रदेश के उन पांच युवकों की स्थिति के बारे में अपनी गंभीर चिंता दर्ज करने के लिए लिख रहा हूं, जो एक शिकार अभ्यास के दौरान ऊपरी सुबनसिरी जिले से लापता हो गए हैं। उनके परिवार के सदस्यों ने बयान दिया है कि उनका अपहरण कर लिया गया है और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी इस घटना के लिए जिम्मेदार है।”


रिजिजू ने पहले कहा था कि भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश के पांच व्यक्तियों के कथित अपहरण के बारे में पीएलए को एक हॉटलाइन संदेश भेजा है।


राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय ने पहले ट्वीट किया था, “अरुणाचल सरकार ऊपरी सुबनसिरी जिले के नाचो गांव में पांच लापता लड़कों के मामले की बारीकी से निगरानी कर रही है। जिला प्रशासन को सभी संबंधित एजेंसियों को लापता लड़कों का पता लगाने में सहायता करने का निर्देश दिया गया है।” अरुणाचल प्रदेश में स्थानीय मीडिया ने यह भी बताया है कि अपहरण ऊपरी सुबासिरी जिले के नाचो के पास एक वन क्षेत्र में हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगवा किए गए व्यक्तियों में टोच सिंगकम, प्रसाद रिंगलिंग, डोंगटू इबिया, तनु बेकर और नार्गु डिरी शामिल हैं। ये सभी तागिन समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। यह लोग जंगल में गए थे। दो अन्य ग्रामीण, जो अपहरित व्यक्तियों के साथ गए थे और किसी तरह भागने में कामयाब रहे, उन्होंने लोगों को घटना के बारे में बताया। भारत-चीन सीमा ऊपरी सुबासिरी जिले के मुख्यालय दापोरिजो से लगभग 170 किलोमीटर दूर है, जो राज्य की राजधानी ईटानगर से 280 किलोमीटर दूर है। अरुणाचल प्रदेश के दूरदराज और पहाड़ी क्षेत्रों में ग्रामीण हमेशा पैदल ही जाने पर मजबूर होते हैं, क्योंकि वहां कोई उचित सड़क नहीं है। अरुणाचल प्रदेश की चीन के साथ 1,080 किलोमीटर की सीमा लगती है। प्रदेश की म्यांमार के साथ 520 किलोमीटर और भूटान के साथ 217 किलोमीटर की सीमा लगती है।              


हिमाचल में 98 मामले सामने आए






शिमला। हिमाचल में आज अब तक कोरोना के 98 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, 41 कोरोना पॉजिटिव  ठीक हुए हैं। कोरोना मृत्यु के आंकड़ा में तीन का इजाफा हुआ है। शिमला जिला में तीन कोरोना पॉजिटिव ने दम तोड़ा है। मौत का कुल आंकड़ा 57 पहुंच गया है। हिमाचल में आज अब तक कांगड़ा व हमीरपुर में 20-20, ऊना में 13, सिरमौर में 11, मंडी, शिमला व सोलन में सात-सात, बिलासपुर में 6, कुल्लू में पांच व चंबा में दो मामले सामने आए हैं। वहीं, सिरमौर के 20, बिलासपुर, चंबा व हमीरपुर के सात-सात कोरोना पॉजिटिव ठीक हुए हैं। प्रदेश में कोरोना का कुल आंकड़ा 7758 पहुंच गया है। अभी 2288 एक्टिव केस हैं। अब तक 5404 कोरोना पॉजिटिव ठीक हो चुके हैं। 


सिरमौर में कोरोना की रफ्तार जारी, 11 नए मामले मिले


सिरमौर में कोरोना का कहर जमकर बरप रहा है। मंगलवार को 11 नए मामले सामने आए हैं। मेडिकल कॉलेज से मिली रिपोर्ट के मुताबिक कुल 181 सैंपल, जिसमें 153 नए और 28 फॉलोअप सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें 36 नए और 20 फॉलोअप सैंपल नेगेटिव मिले हैं। जबकि 11 नए और 6 फॉलोअप सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा 106 नए और 2 फॉलोअप सैंपल की जांच जारी है। रिपोर्ट के मुताबिक पॉजिटिव 11 मामलों में 6 मामले नाहन से संबंध रखते हैं, जबकि 3 पांवटा साहिब और एक-एक मामला शिलाई और पच्छाद से संबंधित है। नाहन क्षेत्र की पुलिस कॉलोनी से 39 वर्षीय पुरुष, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से 38 वर्षीय पुरुष, नाहन के चकरेड़ा से 34 वर्षीय पुरुष, बिरोजा फैक्ट्री नाहन से 30 वर्षीय महिला, जमटा से 64 वर्षीय महिला और रानी का बाग नाहन से 19 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। इसके अलावा पांवटा साहिब के कोलर से 28 वर्षीय पुरुष, मालवा कॉटेज पांवटा साहिब से 48 वर्षीय पुरुष और पांवटा साहिब 36 वर्षीय, शिलाई के कमरऊ से 35 वर्षीय पुरुष और पच्छाद के सराहां से 39 वर्षीय पुरुष कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला सिरमौर डॉ. केके पराशर ने नए मिले 11 पॉजिटिव मामलों की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 20 लोग कोरोना से स्वस्थ भी हुए हैं।


ऊना में बैंक और स्वास्थ्य कर्मी सहित 13 पॉजिटिव


ऊना से सोमवार को कोविड जांच के लिए भेजे गए 100 सैंपल में 13 पॉजिटिव, 87 नेगेटिव हैं। वहीं 09 संक्रमितों के फॉलोअप सैंपल भेजे गए थे जिसमें से एक पॉजिटिव, 07 नेगेटिव और एक सैंपल रिजेक्ट हुआ है। उपमंडल हरोली की 25 वर्षीय महिला पत्रकार संक्रमित के संपर्क में आने से पॉजिटिव पाई गई है। वहीं कोरोना काल में सेवाएं देने वाली एक 32 वर्षीय महिला स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित पाई गई है। उपमंडल अंब के अंदौरा की दिल्ली से लौटी 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है। गगरेट उपमंडल के कलोह का 38 वर्षीय युवक संक्रमित के संपर्क में आने से कोरोना संक्रमित पाया गया है।
ऊना उपमंडल के खानपुर की 25 वर्षीय युवती भी कोरोना पॉजिटिव हुई है। यह एचडीएफसी बैंक की कर्मी है। संक्रमित के संपर्क में आने के चलते इसका सैंपल हुआ था। वहीं संतोषगढ़ की 43 वर्षीय महिला और उसका 16 वर्षीय बेटा भी कोरोना संक्रमित हुए हैं। इनके परिवार का सदस्य पहले कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उपमंडल बंगाणा के थानाकलां का 26 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने से पॉजिटिव हुआ है।


वहीं बंगाणा उपमंडल के ही प्रोइयां का 38 वर्षीय युवक भी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने के बाद कोविड 19 पॉजिटिव हुआ है। ऊना (Una) उपमंडल के रक्कड़ कॉलोनी की ग्रीन एवेन्यू में रहने वाली बीडीओ कार्यालय अंब में तैनात 47 वर्षीय महिला कर्मी और उसकी 62 वर्षीय ननद भी संक्रमित हुई है, यह संक्रमित के संपर्क में आने से ही पॉजिटिव हुई है। वहीं नगर परिषद ऊना में तैनात 53 वर्षीय कर्मी और उसकी 49 वर्षीय पत्नी पॉजिटिव हुई है, यह ऊना शहर के ही गोपाल नगर के रहने वाले हैं। यह भी संक्रमित के संपर्क में आए थे। जिला में संक्रमितों की कुल संख्या 637 हो गई है, जिसमें से 408 रिकवर और 224 एक्टिव केस हैं, जबकि पांच संक्रमितों की मृत्य हो चुकी है। वहीं जिला में माइग्रेटेड इस के भी तीन नए मामले आए है, जिसमें पहला मामला ऊना उपमंडल के जखेड़ा का है जिसमें 28 वर्षीय युवक की नंगल पंजाब में रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दूसरा माइग्रेटेड इन ऊना उपमंडल के संतोषगढ़ का 75 वर्षीय बुजुर्ग है। इसकी भी नंगल में रिपोर्ट पॉजिटिव हुई है। वहीं तीसरा पीजीआई से उपचार करवाकर लौटा 54 वर्षीय व्यक्ति पॉजिटिव हुआ है। पीजीआई में इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पीजीआई और नंगल से तीनों की रिपोर्ट आने के समय यह अपने अपने घरों पर ही थे। माइग्रेटेड इन के तीन मामले आने के बाद जिला में माइग्रेटेड इन की संख्या 25 हो गई है, जिसमें से 19 रिकवर और 06 एक्टिव केस हैं।







सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं

सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं  संदीप मिश्र  गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शनिवार सुबह गोरखनाथ...