रविवार, 6 सितंबर 2020

चावल का ज्यादा सेवन होता है घातक

चावल का ज्यादा सेवन हो सकता है आपके लिए घातक। 


क्या चावल आपका पसंदीदा भोजन है, क्या आप चावल का सेवन रोज़ाना करते हैं ? तो यहां पर हम आपको चावल के बारे में कुछ ऐसी बात बताने जा रहे हैं, जो दिल से जुड़ी है। चावल एक ऐसा अनाज है, जिसका देश-विदेश में अलग-अलग इस्तेमाल कर डिशेस और पकवान बनाए जाते हैं। चावल का उपयोग लगभग पूरे भारत में किया जाता है। पूर्वी और उत्तरी भारत राज्यों में तो चावल जैसे डेली डायट का हिस्सा बन गया है। लेकिन क्या आज के समय में चावल का प्रतिदिन सेवन करना सेहत के लिए कितना फायदेमंद है। क्या चावल से सेहत पर कोई असर भी पड़ता है ?
अब चावल क्यों करता है नुकसान ? हर किसी के मन में ये सवाल तो जरूर आता है कि पुरानी पीढ़ियां भी लंबे समय से चावल का सेवन करती आ रही हैं, लेकिन उनकी हमसे अधिक जीवन व्यतीत करते थे  और स्वस्थ भी रहते थे। लेकिन, आज के युग में इतनी दिक्कतें क्यों आ रही हैं? बता दें की आज हमारे जीवन से कहीं न कहीं हमारा श्रम गायब हो गया है। पहले की पीढ़ियां खेती के लिए प्रतिदिन कई किलोमीटर पैदल चल कर जाया करते थे क्योंकि उस समय आने-जाने के अधिक साधन नहीं हुआ करते थे। इसलिए उनका शरीर और पाचनतंत्र अच्छे से काम करता था। जबकि पुरानी पीढ़ी की तुलना में आज की जनरेशन अधिक आलसी हो चुकी है। इतना ही नहीं  रहन-सहन, खान-पान का संतुलन भी बिगड़ गया है। कई लोग चावल का सेवन न सिर्फ दोनों समय करते हैं, बल्कि अत्यधिक मात्रा में भी चावल खाते  हैं। ऐसे लोगों चावल के सेवन पर परहेज करने की जरूरत है। चावल का अत्यधिक सेवन करने से आप में हृदय सम्बन्धी रोग होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।
आर फैक्टर… खतरा।


यदि डेली रूप से चावलों का सेवन करनेवाले लोगों में मोटापा हो और धूम्रपान की आदत भी हो तो उस व्यक्ति को हृदय रोग होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इसलिए महत्व है कि जिन लोगों को ये आदतें हैं, वो सभी इन पर ध्यान रखते हुए चावलों का कम मात्रा में सेवन करें और खुद को शारीरिक रूप से फिट रखें।               


बंदरगाहों पर सिर्फ 'मेक इन इंडिया' पोत चलेंगे

अब बंदरगाहों पर चलेंगे सिर्फ ‘मेक इन इंडिया’ पोत, सरकार ने दिए निर्देश।


नई दिल्ली। आत्मनिर्भर भारत के तहत जहाजरानी मंत्रालय ने सभी प्रमुख बंदरगाहों को सिर्फ भारत में बने पोत खरीदने या किराये पर चलाने का निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत आह्वान के तहत जहाजरानी मंत्रालय  ने देश में नौवहन को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रमुख बंदरगाहों को सिर्फ भारत में बने पोत खरीदने या किराये पर चलाने का निर्देश दिए हैं। जहाजरानी मंत्रालय ने सभी प्रमुख बंदरगाहों को उन्हीं कर्षण नावों (बड़े जहाजों को खींचने वाली मजबूत नाव) को खरीदने या किराये पर लेने का निर्देश दिया है जो केवल स्वदेशी हैं।जहाजरानी मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि नई गाइडलाइन से हमारे प्रमुख बंदरगाहों पर छोटे पोत की जरूरत ‘मेक इन इंडिया’ के तहत पूरी होगी.’ इस नई योजना से देश के 16 प्रमुख बंदरगाहों पर छोटे पोत बनाने में मदद मिलेगी और हमारे बंदरगाह आत्मनिर्भर बनेंगे।
मेक इन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
देश में 23,000 से ज्यादा पोत नियमित रूप से आते हैं और उनकी मरम्मत की भी जरूरत पड़ती है इसे देखते हुए हम यह नीति अपना रहे हैं। जहाजरानी मंत्रालय भारतीय जहाज निर्माण उद्योग को बढ़ावा देने का लक्ष्य लेकर चल रहा है और मेक इन इंडिया जहाज निर्माण के लिए कुछ अग्रणी देशों के साथ चर्चा भी कर रहा है। इस बीच, सरकार का यह निर्णय जहाज निर्माण में ‘मेक इन इंडिया’ को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
आत्म निर्भर भारत में आत्म निर्भर पोत।
केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री मनसुख मांडविया ने कहा कि सरकार पुराने शिपयार्ड को पुनर्जीवित करने और भारत में जहाज निर्माण को बढ़ावा देने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। यह भारतीय जहाज निर्माण के पुनरुद्धार और आत्म निर्भर भारत में आत्म निर्भर पोत परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। सरकार भारत में जहाज निर्माण, जहाज की मरम्मत, जहाज पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) और झंडी से सूचित करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की कोशिश करेगी। आने वाले समय में आत्म निर्भर पोत परिवहन एक प्रणाली बनने जा रहा है।
किया जाएगा समिति का गठन
भारतीय बंदरगाह संघ के प्रबंध निदेशक के अधीन एक स्थायी विनिर्देश समिति का गठन करने का प्रस्ताव है जिसमें कोचीन शिप यार्ड लिमिटेड (सीएसएल), भारतीय पोत परिवहन निगम, (एससीआई), भारतीय पोत परिवहन पंजीयन (आईआरएस) के प्रतिनिधि और शिपिंग महानिदेशक शामिल होंगे।स्थायी विनिर्देश समिति लगभग पांच रूपों / प्रकार के छोटे नावों की संक्षिप्त सूची बनाएगी और एक स्वीकृत मानकीकृत डिजाइन और विनिर्देश (एएसटीडीएस) तैयार करेगी।
यह एएसटीडीएस विनिर्देश, सामान्य व्यवस्था, बुनियादी गणना, बुनियादी संरचनात्मक चित्र, प्रमुख प्रणाली के चित्र और अन्य निर्माण मानकों आदि की रूपरेखा तैयार करेगा।इन मानकों को स्थायी विनिर्देश समिति अच्छी तरह जांच परख करेगी और इसके बाद आईआरएस इसे सैद्धांतिक तौर पर प्रमाणित करेगी और तब भारतीय बंदरगाह संघ इसे अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करेगा।जहाजरानी मंत्रालय प्रमुख बंदरगाहों को कुछ विंडो भी प्रदान करेगा ताकि निर्माण समय का लाभ उठाया जा सके।
हाल ही में सरकार के स्वामित्व वाली कोचीन शिप यार्ड लिमिटेड नार्वे सरकार से दो स्वचालित जहाजों के लिए ऑर्डर हासिल करने में सफल रही है। यह अपनी तरह के मानव रहित जहाजों में से पहला होगा। जहाजरानी मंत्रालय द्वारा लिए गए विभिन्न फैसले निकट भविष्य में जहाज निर्माण क्षेत्र को पूरी तरह से बदल देंगे।           


झांसी में बनेगा बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय

झांसी में बनेगा प्रयागराज बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय।


झांसी। माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक विनय कुमार पांडेय ने कहा कि झांसी में जल्द ही प्रयागराज बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय तैयार होगा। इसके लिए शासन को स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा जा रहा है। बुंदेलखंड की क्षेत्रीय आवश्यकता को देखते हुए यह प्रस्ताव भेजा जाएगा।
शनिवार को माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने शिक्षा भवन में निरीक्षण कर अधिकारियों के साथ मंडलीय समीक्षा बैठक की। इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय कार्यालय के होने से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को इलाहाबाद तक नहीं आना पडे़गा। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे अच्छे शिक्षकों का समूह बनाकर बेविनार कराएं। नई शिक्षा नीति का सभी अध्ययन कर नई योजनाएं बनाएं। वर्चुअल स्कूल को लेकर उन्होंने कहा कि विभाग के सभी अधिकारी और शिक्षक लगातार मेहनत कर रहे हैं। शिक्षक नवाचार का प्रयोग अधिक करें। माध्यमिक के विद्यालयों में कर्मचारियों की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती को लेकर प्रस्ताव तैयार हुआ है। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा जहां शिक्षकों की कमी है, वहां भी चयन आयोग के माध्यम से भर्ती हो रही है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में ड्रॉप बाक्स रखने को कहा गया है। ऐसे मेें जिन विद्यार्थियों के पास मोबाइल नहीं हैं, वे ड्राप बाक्स के माध्यम से शिक्षक से पढ़ाई की सामग्री प्राप्त कर सकते हैं।           


पुलिस महकमे में बड़े फेरबदल की तैयारी

पुलिस महकमे में बड़े फेरबदल की तैयारी, बदलेंगे यूपी के शीर्ष अफसर, कल जारी हो सकती है तबादला सूची।


लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे में बड़े फेरबदल की तैयारी की जा रही है। इसके लिए गृह विभाग के शीर्ष अफसर पिछले दिनों दो बार सिग्रेचर बिल्डिंग में डीजीपी के साथ मंथन कर चुके हैं। पुलिस व गृह विभाग के शीर्ष अफसर शुक्रवार को भी काफी देर तक बैठे।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री शनिवार की सुबह गोरखपुर चले जाने से इस सूची पर अंतिम निर्णय नहीं हो सका। वह सोमवार को वह लखनऊ लौटेंगे, जिसके बाद तबादला सूची जारी हो सकेगी।
तीन एडीजी, कम से कम दो आईजी बदलेंगे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस बार जिन अधिकारियों के तबादले पर मंथन हुआ है उनमें से तीन जोन के एडीजी, दो आईजी प्रमुख रूप से शामिल हैं। ये ऐसे अफसर हैं जो लंबे समय से एक ही जगह पर जमे हुए हैं। इनका कार्यक्षेत्र बदलने की कवायद की जा रही है। इस सूची में प्रमुख रूप से आगरा व गोरखपुर जोन के एडीजी के नाम शामिल हैं।
आधा दर्जन से अधिक पुलिस कप्तान फेहरिस्त में
दो साल से अधिक समय से एक ही जिले में जमे कप्तानों के नाम तबादले की फेहरिस्त में सबसे ऊपर बताई जा रही है। इनमें फिरोजाबाद में सचींद्र पटेल, अमरोहा में विपिन टाडा, कन्नौज के एसपी अमरेंद्र प्रताप सिंह, संभल में यमुना प्रसाद के अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश के दो से तीन जिलों के पुलिस कप्तानों के नाम शामिल हैं।           


हत्या से दहला जनपद, बड़ी वारदात

हत्या से दहला गोंडा सरेआम गोंडा शहर में बड़ी वारदात


गोण्डा। सरेशाम गोंडा शहर में बड़ी वारदात। सिरफिरे युवक ने जमकर मचाया तांडव।
अपने ही परिवार पर तलवार से हमला। तलवार से भाभी को उतारा मौत के घाट। मां और एक बच्चा गंभीर रूप से घायल।
बचाने आए पड़ोसी पर भी तलवार से हमला। हमले में घायल 4 लोग अस्पताल में भर्ती। दो की हालत बताई जा रही नाजुक। हत्यारोपी सिरफिरा मौके से फरार
मौके पर एसपी, एएसपी और सीओ।      
नगर और देहात थाने की फोर्स मौके पर पहुंची।
शहर के पॉश इलाके आवास विकास की घटना l


ढांचा तैयार करने की कोशिश में अमेरिका

नई दिल्ली/ वॉशिंगटन डीसी/ बीजिंग। अमेरिका-चीन को सिर्फ दक्षिण-एशिया ही नहीं, इंडो-पैसिफिक के साथ पूरी दुनिया के लिए चुनौती और खतरा मानता है। यही कारण है कि अब वह Quad देशों के संबंधों को औपचारिक रूप देने पर काम कर रहा है। Quad देश यानी भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका। जापान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के गृह विभाग के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि इन चार देशों के बीच मजबूत होते रणनीतिक संबंधों को औपचारिक रूप देने का प्लान बनाया जा रहा है ताकि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन को टक्कर दी जा सके।
'यहां NATO, EU जैसा कुछ नहीं'
गृह विभाग के उपसचिव स्टीफन बीगन ने बताया है, 'यह सच है कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मजबूत बहुपक्षीय ढांचे की कमी है। उनके पास NATO, यूरोपियन यूनियन जैसा कुछ नहीं है। यहां एक मौका है कि किसी वक्त पर ऐसे स्ट्रक्चर को औपचारिक रूप दिया जाए।' Quad यानी Quadrilateral Security Dialogue में शामिल चारों लोकतांत्रिक देश समय-समय पर समिट और सैन्य अभ्यास करते हैं। इसके साथ ही क्षेत्रीय आर्थिक और विकास में सहयोग पर चर्चा होती है। बीगन का कहना है कि भले ही अमेरिका की रणनीति चीन को हर क्षेत्र में पीछे करने की है, सिर्फ यही Quad का मकसद नहीं है।             


पारा चढ़ने पर डीएम नें लगाई फटकार

बागेश्वर। जिला सलाहकार एवं समन्वय समिति की मासिक बैठक में आधी अधूरी तैयारी से आने पर जिलाधिकारी कर्मचारियों पर भड़क गए। सभी कर्मचारियों को सख्त निर्देशित करते हुए नाराज डीएम बैठक भी छोड़ चले गए।


शनिवार को जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में शनिवार को जिला स्तरीय पुनरीक्षण सह जिला सलाहकार एवं समन्वय समिति की मासिक समीक्षा बैठक हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित हो रही जन कल्याणकारी योजनाओं के लिए ऋण उपलब्ध कराए जाने व पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने के लिए योजनावार समीक्षा की। इसके बाद संबंधित बैंकों से जानकारी ली गई। स्पष्ट जानकारी उपलब्ध न कराने पर नाराजगी जताई। उन्होने संबंधित बैंकर्स को कड़े निर्देश दिए कि बैंकों को जो भी लक्ष्य एवं आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं, उन पर की गई कार्यवाही के संबंध में स्पष्ट आंख्या लेकर बैठक में उपस्थित होना चाहिए था। बैंकर्स आधी-अधूरी जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित होने पर उन्होंने कड़ी फटकार लगाते हुए भविष्य में पूर्ण तैयारी के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए।           


चीन-लद्दाख में दिख रही है 'चालबाजी'

नई दिल्ली/ बीजिंग। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर मई महीने से सीमा विवाद जारी है। पिछले महीने 29-30 अगस्त की रात चुशूल सेक्टर के रेजांग ला में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसे भारतीय सैनिकों ने नाकाम कर दिया। महीनों से चल रहे विवाद की वजह से सैनिकों लद्दाख में लंबे वक्त तक डटे रहने का इरादा है। उन्हें साफ तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी चीनी सैनिकों के उकसावे का मुंहतोड़ जवाब दें।


सीमा पर तनाव कम करने को लेकर दोनों पक्षों में लगातार सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत का दौर भी जारी है। शीर्ष सैन्य अधिकारियों से लेकर कूटनीतिक स्तर की कई वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद तनाव पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ। हालांकि, लद्दाख में टकराव वाली कई जगहों से चीनी सैनिक पीछे गए तो तनातनी में कुछ कमी आई, लेकिन पिछले महीने के अंत में हुई घटना ने दोनों देशों के रिश्तों को वापस तनावपूर्ण बना दिया।           


अमेरिका की हालत बहुत खराब हैः ट्रंप

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली/ बीजिंग। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि वाशिंगटन लद्दाख क्षेत्र में बेहद खराब हालात से उबरने के उपायों पर भारत और चीन से बात कर रहा है, हालांकि यह पूछे जाने पर कि क्या बीजिंग का भारत के प्रति धौंस जमाने वाला रुख रहा है, तो इस बात का उन्होंनवे गोलमोल जवाब दिया। उन्होंने शुक्रवार को वाशिंगटन में एक न्यूज कॉन्फ्रेंस में कहा, हम चीन और भारत के सम्मान के लिए मदद के लिए तैयार हैं। अगर हम कुछ भी कर सकते हैं तो हमें इसमें शामिल होना होगा और मदद करनी होगी और हम दोनों देशों से इस बारे में बात कर रहे हैं।


उन्होंने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर दोनों पक्षों के बीच टकराव के बारे में कहा, यह बहुत ही बुरी स्थिति है, बहुत खराब स्थिति है। जहां भारत के अनुसार, चीन ने अपने सैनिकों की मौजूदगी और गतिविधियां बढ़ाई हैं। एक रिपोर्टर द्वारा पूछे जाने पर कि क्या चीन भारत पर धौंस जमा रहा है तो उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि ऐसा नहीं है। लोग जितना समझ रहे हैं, उससे कहीं ज्यादा वे निश्चित रूप से इस मामले में अधिक मजबूती से जा रहे हैं।


अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बुधवार को चीन पर अपने पड़ोसियों को धमकाने, धौंस जमाने का आरोप लगाया था। पोम्पियो ने कहा था, ताइवान जलडमरूमध्य से लेकर हिमालय और उससे आगे तक, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी स्पष्ट रूप से अपने पड़ोसियों को धमकाने में लगी हुई है।


ट्रंप इससे पहले, मई में मध्यस्थता की पेशकश कर चुके हैं, जिसे भारत-चीन दोनों ने ठुकरा दिया था। हालांकि, ट्रंप कई मुद्दों पर चीन के आलोचक रहे हैं और यहां तक कहा है कि यह अमेरिका के लिए एक वैश्विक खतरा है, लेकिन उन्होंने भारत-चीन संघर्ष पर एक निश्चित रुख अपनाने में संकोच किया है।दोनों (भारत-चीन) परमाणु संपन्न देशों के बीच जून से लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध जारी है।           


लड़ाकू विमान के मलबे को निकालेगा 'चीन'

बीजिंग। चीन के एक गैर सरकारी संगठन ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान झील में डूब गए एक अमेरिकी लड़ाकू विमान के मलबे को निकालने की कोशिश शुरू की है। इस विमान को 'द फ्लाइंग टाइगर्स ग्रुप' के पायलट उड़ा रहे थे। दरअसल, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान ने चीन पर आक्रमण कर दिया था। जापान का बढ़ता प्रभुत्व देखकर अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने 'द फ्लाइंग टाइगर्स' को चीन भेजा।


फ्लाइंग टाइगर्स दिसंबर 1941 से लेकर तब तक जापान के सैनिकों से लोहा लेते रहे जब तक उन्होंने आत्मसमर्पण नहीं कर दिया। इसी दौरान अभियान में लगे कर्टिस पी-40 विमान 1942 में दक्षिण पश्चिमी शहर कुनमिंग के पास दियांची झील में क्रैश हो गया। इसी शहर में द फ्लाइंग टाइगर्स का अड्डा था।               


पुलिस ने किशोर को मात्र-3 घंटे में सौंपा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी द्वारा गुमशुदा बच्चों की तलाश हेतु चलाए जा रहे ऑपरेशनखुशी अभियान के तहत थाना कोतवाली नगर द्वारा 13 वर्षीय किशोर को कड़ी मेहनत व लगन से मात्र 3 घन्टे में सकुशल बरामद कर लिया। 5 सितंबर को रुद्राक्ष उम्र करीब 13 वर्ष नामक किशोर बिना बताए घर से चला गया था। किशोर के पिता की सूचना के आधार पर थाना कोतवली पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अथक प्रयास व लगन से मात्र 3 घंटो के भीतर किशोर को थाना बादलपुर जनपद गौतमबुद्धनगर से सकुशल बरामद कर उसके परिवारीजनों के सुपुर्द किया गया। परिजनों ने पुलिस का ह्रदय से धन्यवाद किया।


बता दें कि किशोर की बरामदगी के बाद जिले में पुलिस के सराहनीय कार्य की चर्चा है, हालांकि पुलिस किसी भी गायब हुए बच्चे का पता लगाने का हमेशा भरसक प्रयास करती है।             


मृतका का नहीं हो सका 'अस्थि विसर्जन'

मोदीनगर। कोरोना पॉजिटिव महिला की मृत्यु होने पर शुक्रवार दोपहर पूरे परिवार को गाजियाबाद के अस्पताल में क्वारंटाइन कर दिया गया। दो दिन पहले ही महिला का अंतिम संस्कार हुआ था। अब शुक्रवार से पूरा परिवार क्वारंटाइन है। पितरों के दिनों में भी महिला की अस्थियां विसर्जित नहीं हो सकी हैं। घर पर ताला लगा हुआ है। वहीं क्वारंटाइन परिवार का आरोप है कि शुक्रवार शाम से उन्हें खाने-पीने के लिए कुछ नहीं मिला है। यहां शौचालयों में पानी तक नहीं है। गंदगी फैली हुई है।


गांव बिसोखर निवासी एक महिला की कुछ दिनों पहले तबीयत खराब हो गई थी। उपचार के लिए उन्हें शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत गंभीर होने के चलते उन्हें मेरठ के अस्पताल में रेफर कर दिया था, जहां उपचार के दौरान महिला की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद स्वजन शव को वापस ले आए थे और आसपास के लोगों के साथ मिलकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया था। इसके कुछ ही समय बाद मेरठ के अस्पताल से फोन आया कि मृतक महिला कोरोना पॉजिटिव थी। इसकी जानकारी स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को भी मिली तो सभी की कोरोना जांच कराना अनिवार्य किया, लेकिन बिना जांच कराए ही सभी को गाजियाबाद के क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती करा दिया गया है। स्वजन के अनुसार, शुक्रवार दोपहर गाजियाबाद सीएमओ कार्यालय से उनके पास फोन आया कि कोरोना जांच कराने के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया जाएगा। जिसके बाद मृतका के दोनों पुत्र, पुत्रवधु व पोते समेत पड़ोसी युवक को गाजियाबाद के आइडीएल सेंटर में क्वारंटाइन कर दिया गया, लेकिन शनिवार तक किसी की भी कोरोना जांच नहीं कराई गई। उनके घर पर इस समय ताला लगा हुआ। वहीं परिवार के लोगों का आरोप है कि पहले तो बिना कोरोना जांच कराए उन्हें भर्ती करा दिया गया। अब खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं दिया जा रहा है। शौचालयों में बुरी तरह गंदगी फैली पड़ी है। पानी की व्यवस्था नहीं है। उधर परिवार का कोई सदस्य घर पर नहीं होने के चलते अभी तक महिला की अस्थियां भी विसर्जित नहीं हो सकी हैं। इस बारे में मोदीनगर सीएचसी के प्रभारी डॉ. कैलाश चंद का कहना है कि क्वारंटाइन सेंटर गाजियाबाद में है। इस तरह का मामला उनके संज्ञान में नहीं है।           


गाजियाबाद में अपराध कर रहे 'बदमाश'

अवनीश मिश्र


साहिबाबाद। अनलॉक के बाद गाजियाबाद में अपराधों की बाढ़ सी आ गई है। हर दिन लूट, झपटमारी, चोरी और ठगी हो रही है। दिल्ली के बदमाश यहां अपराध कर फरार हो जाते हैं। उन्हें सलाखों के पीछे भेजकर अपराधों पर अंकुश लगाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। अनलॉक में बढ़ा अपराध: कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान जिले में लूट, झपटमारी, चोरी का ग्राफ बहुत नीचे गिरा। इस दौरान सिर्फ ऑनलाइन ठगी हुई। उसका ग्राफ भी सामान्य दिनों की अपेक्षा कम रहा। अनलॉक होते ही अपराध बढ़े। आए दिन लूट, झपटमारी, चोरी और ठगी होने लगी। सबसे ज्यादा वाहन चोरी और झपटमारी की घटनाएं हो रही हैं। दिल्ली के बदमाशों का मिला सुराग: जिले में अपराध रोकने के लिए काम कर रही पुलिस की जांच-पड़ताल में आ रहा है कि दिल्ली के बदमाश यहां सक्रिय हैं। दिल्ली के बदमाश यहां लूट, चोरी व ठगी कर रहे हैं। ऐसे कई गिरोह को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस कई गिरोह के काफी करीब पहुंच चुकी है। पुलिस की टीमें उन पर काम कर रही है। सीमाओं की सुरक्षा पर सवाल: दिल्ली की सीमाओं पर बैरियर लगे हैं। पुलिस तैनात रहती है। जांच-पड़ताल होते रहने का दावा किया जा रहा है। दिल्ली के अपराधी फर्जी नंबर प्लेट लगे वाहन और अवैध असलहा सहित सीमा पार कर वारदात को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं। गाजियाबाद या दिल्ली की पुलिस को उनकी भनक तक नहीं लग रही है। इससे सीमाओं की सुरक्षा व्यवस्था की पूरी तरह से पोल खुल रही है। दिल्ली के गिरोह सक्रिय हुए हैं। उन पर काम किया जा रहा है। हाल में ही लूट और ठगी करने वाले दिल्ली के बदमाशों को पकड़ा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही अन्य बदमाश भी पकड़े जाएंगे।             


फ्लैट की मंजिल से नीचे गिरा 'इंजीनियर'

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद के अहिंसा खंड-2 की क्लाउड-9 सोसायटी में शुक्रवार रात 11वीं मंजिल से गिरकर एक युवक की मौत हो गई। एटा के 24 साल के दीपक यहां किराए के फ्लैट में रहते थे। वह नोएडा की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। हादसे के पीछे फ्लैट की बालकनी में लगी ग्रिल के कमजोर होने की बात सामने आ रही है।


युवक के साथ ग्रिल भी निकलकर नीचे गिरी है। इसके अलावा फ्लैट में 5 दोस्तों के मौजूद होने और पार्टी करने की बात भी सामने आई है। इंदिरापुरम थाना प्रभारी संजीव शर्मा ने बताया कि ग्रिल कमजोर होने की बात जानकारी में आई है। अभी मृतक के घरवालों की ओर से तहरीर नहीं मिली है।                 


22 सूत्री मांगों को लेकर किया प्रदर्शन

मुजफ्फरपुर। 22 सूत्री मांगों को लेकर मुजफ्फरपुर जिला किसान सभा के आह्वान पर समाहरणालय के पास प्रदर्शन किया गया। इससे पहले खुदीराम बोस स्मारक स्थल से किसानों का जुलूस निकाला गया। समाहरणालय पहुंचकर धरना दिया। अध्यक्षता किसान नेता राजमंगल ठाकुर ने की। इस दौरान वक्ताओं ने बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में छह हजार रुपये नकद अनुदान शीघ्र उपलब्ध कराने की मांग की। वक्ताओं ने केंद्र व बिहार सरकार को किसान विरोधी बताते हुए विगत जून में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान विरोधी अध्यादेश को वापस लेने को कहा। संचालन राम किशोर झा ने किया। पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से मिलकर 22 सूत्री मांग पत्र सौंपा। किसानों की मांगों से राज्य व केंद्र सरकार को अवगत कराने की मांग की। सभा में जिला सचिव चंदेश्वर प्रसाद चौधरी, किसान नेता अजय कुमार सिंह, अरुण कुमार ठाकुर, राधेश्याम प्रसाद ठाकुर, विश्वनाथ ठाकुर, शम्भू शरण ठाकुर, मो.युनूस, सुनील कुमार श्रीवास्तव, संतोष कुमार पांडेय, शत्रुघ्न प्रसाद, अजीत कुमार, रघुवर भक्त, प्रो.लक्ष्मीकांत आदि थे।            


ग्रामीणों ने रुकवाया 'शौचालय का निर्माण'

अजीतमल। मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना में चयनित ग्राम पंचायत भीखेपुर में बन रहे सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य शनिवार को ग्रामीणों ने रुकवा दिया। उन्होंने निर्माण कार्य में घटिया सामग्री प्रयोग किए जाने का आरोप लगाते हुए खंड विकास अधिकारी को जानकारी दी। उन्होंने जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है।


ग्राम पंचायत भीखेपुर मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना में चयनित ग्राम पंचायत है। इसके मजरा लक्ष्मण की मडै़या में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने शनिवार को मौके पर पहुंचकर कार्य कर रहे लोगों को पुरानी ईंटों का इस्तेमाल करते देख आक्रोश प्रकट किया। गांव के बादशाह, ओमकार, रविद्र, टिकू, अमर सिंह, नीरज, सीटू, अंकुश, राजू आदि ने गुणवत्ता पर सवालिया निशान उठाते खंड विकास अधिकारी अश्वनी सोनकर को मोबाइल से सूचना दी। उन्होंने कार्य को जांच होने तक रोके जाने की गुहार लगाई। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण में नई ईंट की जगह ग्राम प्रधान द्वारा मनमानी करते हुए पुरानी ईंट का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं निर्माण में प्रयुक्त किया जाने वाले सीमेंट और मौरंग का अनुपात भी मानक विहीन है। खंड विकास अधिकारी अश्वनी सोनकर ने बताया कि कोरोना पाजिटिव होने के चलते वह अभी होम आइसोलेट हैं। मामले की सूचना मिली है, जांच कराई जाएगी। निर्माण में अनियमितता और निर्धारित मानक न पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।             


जनपद में निफा ने लगाया 'निशुल्क कैंप'

घरौंडा। सामाजिक संस्था निफा की ओर से शिक्षक दिवस पर रेलवे स्टेशन के नजदीक निशुल्क बीपी, शुगर व शारीरिक जांच शिविर लगाया गया। इसमें एक निजी अस्पताल की टीम ने सहयोग किया। कैंप में 100 से ज्यादा लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। साथ ही उन्हें जरूरी परामर्श भी दिए। निफा के घरौंडा अध्यक्ष कमलकांत धीमान ने कहा कि आज सभी को बीपी, शुगर की समस्या बढ़ रही है, जिसकी समय समय पर जांच कराना बेहद जरुरी होता है। शिविर में जांच के साथ लोगों को जरूरी परामर्श दिए गए। इस तरह के कैंप भविष्य में भी लगाए जाएंगे। इस मौके पर सौरभ जैन , सुमित वशिष्ठ, सुधांशु गुप्ता, रवि धीमान, कपिल धीमान, दिव्यम गुप्ता, राहुल धीमान, अजय मित्तल, सचिन गुप्ता, अंशुल मित्तल, रजत गोयल, निखिल वर्मा, अमन जोशी, भूपेश धीमान, मोहित धीमान, मोनू कुमार, ग्रवित शर्मा, शुभम राणा, लव जुनेजा मौजूद रहे।           


अध्यक्ष के खिलाफ हुआ जांच का विरोध

जासं/ बागेश्वर। उत्तराखंड जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक जोशी के खिलाफ जांच बैठाए जाने पर नाराज कर्मचारियों ने शनिवार को लोनिवि कार्यालय के सामने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। कहा कि यह पहले चरण के आंदोलन की शुरुआत है।


तय किया कि छह सितंबर को सांसद, विधायकों से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे। सात सितंबर को जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा जाएगा। आठ को एक दिवसीय उपवास पर रहेंगे और नौ सितंबर को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया जाएगा। लोनिवि, विकास भवन समेत तमाम विभागों में तैनात कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के अध्यक्ष केसी मिश्रा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार के जनरल ओबीसी कर्मचारी नेता दीपक जोशी के खिलाफ षड्यंत्र कारी रणनीति अपनाई जा रही है। विरोध में आज समस्त जनपदों में काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर रवि जोशी, अनिल जोशी, संतोष जोशी, मंजुल पांडे, हरीश गोस्वामी, आलोक पांडे, शंकर नायक, मीनाक्षी जोशी, पायल जोशी, शंकर काला, राम सिंह, राजू मेहता, लीलाधर चौबे आदि मौजूद थे।           


बच्चे ने निगला 'जहरीले सांप' का बच्चा

बरेली: बच्चे ने निगला जहरीले सांप का बच्चा, और फिर…


बरेली। बरेली जिले के फतेहगंज क्षेत्र के भोलापुर गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक साल के बच्चे ने घर के आंगन में खेलते हुए सांप को निगल लिया। खबरों के मुताबिक, लड़के ने सांप को थोड़ा सा काट लिया था और जब उसकी मां ने उसके मुंह में कोई वस्तु देखी तो उसने उसे आंशिक रूप से निगल लिया था। जब मां ने उसे बाहर निकाला तो देखकर हैरान रह गई कि यह एक सांप था।
लड़के को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। लड़के के पिता धरमपाल छह इंच लंबे मरे हुए सांप को अपने साथ अस्पताल लेकर गए।चिकित्सा अधिकारी हरीश चंद्र ने कहा कि लड़के को एंटी-वेनम इंजेक्शन दिया गया और उसे आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों के अनुसार, यह एक क्रेट हैचलिंग (करैत) सांप था, जो बेहद जहरीला होता है, लेकिन समय पर इलाज हो जाने के कारण बच्चा खतरे से बाहर है।
लड़के के पिता धरमपाल एक किसान हैं, उन्होंने संवाददाताओं को बताया, “मेरी पत्नी सोमवती ने देवेंद्र के मुंह में कुछ देखा और जब उसने उसे बाहर निकाला, तो वह डर से चीख पड़ी क्योंकि यह एक छोटा सांप था जो जल्द ही मर गया।”
वरिष्ठ आईएफएस (भारतीय वन सेवा) अधिकारी रमेश पांडे ने कहा कि “क्रेट हैचलिंग और आम वुल्फ सांप अक्सर समान दिखते हैं। उनकी स्किन के एक जैसे पैटर्न के कारण उनकी पहचान करना मुश्किल हेाता है। क्रेट हैचलिंग के काटने से इंसान की मौत हो सकती है लेकिन वुल्फ घातक नहीं होता है। लड़के को एंटी-वेनम देने में कोई नुकसान नहीं है, क्योंकि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।”           


'मोदी सरकार' का असंगठित क्षेत्र पर प्रहार

जीएसटी का स्वरुप बिगाड़ कर मोदी सरकार ने किया असंगठित क्षेत्र पर प्रहार: राहुल।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असंगठित क्षेत्र की बदहाली के लिए मोदी सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उस पर कड़ा हमला किया और कहा कि वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के मूल स्वरूप को बदलकर असंगठित अर्थव्यवस्था को तबाह किया गया है।             


यूपीः कांग्रेस में एक और लेटर 'बम'

उप्र: कांग्रेस में एक और लेटर ‘बम’, लिखा- ‘परिवार के मोह से ऊपर उठें’।


लखनऊ। कांग्रेस एक और ‘लेटर बम’ के साथ पार्टी में होने वाले धमाके के लिए तैयार है, इस बार यह उत्तर प्रदेश (यूपी) से है। पिछले साल पार्टी से निष्कासित नौ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि वह पार्टी को महज ‘इतिहास’ का हिस्सा बनकर रह जाने से बचा लें।
प्रियंका गांधी वाड्रा, जो कि यूपी की प्रभारी व पार्टी महासचिव हैं, उन्हें परोक्ष रूप से निशाने पर लेते हुए, चार पन्नों के पत्र में सोनिया गांधी से परिवार से ऊपर उठने का आग्रह किया गया है। पत्र में लिखा गया है, ‘परिवार के मोह से ऊपर उठें’ और पार्टी की लोकतांत्रिक परंपराओं को पुनर्स्थापित करें।
पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, भूधर नारायण मिश्रा, नेकचंद पांडे, स्वयं प्रकाश गोस्वामी और संजीव सिंह के दस्तखत वाले पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।
पत्र में कहा गया है, “इस बात की आशंका है कि आपको राज्य मामलों के प्रभारी द्वारा मौजूदा स्थिति से अवगत नहीं कराया जा रहा है। हम लगभग एक साल से आपसे मिलने के लिए अपॉइंटमेंट की मांग कर रहे हैं, लेकिन मना कर दिया जाता है। हमने अपने निष्कासन के खिलाफ अपील की थी जो अवैध था लेकिन केंद्रीय अनुशासन समिति को भी हमारी अपील पर विचार करने का समय नहीं मिला।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आगे दावा किया कि पार्टी के पदों पर उन लोगों का कब्जा है जो वेतन के आधार पर काम कर रहे हैं और पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं। पत्र में कहा गया है, “ये नेता पार्टी की विचारधारा से परिचित नहीं हैं, लेकिन उन्हें यूपी में पार्टी को दिशा देने का काम सौंपा गया है।”
इसमें आगे कहा गया है कि ये लोग उन नेताओं के प्रदर्शन का आकलन कर रहे हैं जो 1977-80 के संकट के दौरान कांग्रेस के साथ चट्टान की तरह खड़े थे। लोकतांत्रिक मानदंडों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है, अपमानित किया जा रहा है और निकाला जा रहा है। वास्तव में, हमें मीडिया से हमारे निष्कासन के बारे में पता चला था, जो राज्य इकाई में नई कार्य संस्कृति की बात करता है।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि नेताओं और पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच संवाद की कमी है। इन्होंने आगे कहा कि यूपी में एनएसयूआई और युवा कांग्रेस निष्क्रिय से हो गए हैं।
नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान से वरिष्ठ नेताओं के साथ संवाद को बढ़ावा देने का आग्रह किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर यह मौजूदा मामलों की ओर आंख मूंद लेता है, तो कांग्रेस को यूपी में तगड़ा नुकसान होगा, जो कभी पार्टी का गढ़ हुआ करता था। यह पत्र ऐसे समय में आया है जब पार्टी उत्तर प्रदेश में पहले से ही गुटबाजी, मतभेदों का सामना कर रही है।           


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