लखनऊ । यूपी में 25 करोड़ पौधा लगाने के महाअभियान शुरू हो चुका है। वन महोत्सव सप्ताह के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने रविवार को राजधानी के कुकरैल वन क्षेत्र में उन्होनें पौधे लगाये। और कहा कि कोरोना काल में हमें प्रकृति ही बचाये हुए है, ऐसे में हमारा भी दायित्व है कि हम भी प्रकृति का ध्यान रखें। मुख्यमंत्री कुकरैल वन क्षेत्र में हरिशंकरी का पौधा लगाकर अभियान की शुरूआत की है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु पूर्णिमा पर्व के साथ वन महोत्सव का यह अद्भुत संगम आज 25 करोड़ पौधे रोपने के लक्ष्य के साथ प्रारंभ हुआ है। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भी हैं हम उसके बचाव के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस महाभियान में भागीदार बन सकते हैं, वृहद पौधारोपण अभियान उसका साक्षी बन रहा है। सभी जिलों में इसके लिए जोश और जुनून दिख रहा है।
5.3 करोड़ पौधे प्रदेश में अभी तक लगाये गये
इस दौरान मुख्यमंत्री ने सबसे बड़ी जानकारी यह दी कि अभी तक अलग-अलग जिलों में 5.3 करोड़ पौधारोपण हो चुका है। यह कार्यक्रम कोविड-19 से पहले, उसके दौरान और उसके बाद की परिस्थितियों में आने वाले बदलावों का एक चित्र भी प्रस्तुत करेगा।
पिछले साल लगाये गये 22 करोड़ पौधे
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले वर्ष इस अभियान के तहत प्रदेश में 22 करोड़ पौधे लगाए गए। उनमें से प्रत्येक की जियो टैगिंग की गई। पौधे सुरक्षित रहें, इसकी समीक्षा बराबर होती रही। जो पौधे जीवित नहीं रह पाए, अगले साल उनकी जगह नए पौधे रोपित किए गए। पिछले 3 वर्षों में प्रदेश में पौधारोपण का अभियान लगातार बढ़ता गया। उसी के तहत आज हम 25 करोड़ पौधारोपण के साक्षी बन रहे हैं।
सबसे उर्वर भूमि हमारे प्रदेश में
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सबसे उर्वर भूमि हमारे प्रदेश में है और सबसे बड़ी आबादी भी। इतनी बड़ी आबादी के बाद भी विकास के जो नए प्रतिमान उप्र ने स्थापित किए हैं, यह कार्यक्रम उसी सिलसिले का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान प्रदेश में 30 लाख से ज्यादा परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर दिए गए।
यह भी प्रयास किया गया कि इनमें से प्रत्येक परिवार अपने घर पर सहजन का एक पौधा लगाए। ज्यादातर लोगों ने सहजन के पौधे लगाए। तीन वर्ष में यह पौधा जब वृक्ष के रूप में फली देने लगेगा तो कई तरह के कुपोषण से मुक्ति मिलेगी।
प्रकृति के सभी संशाधनों को बचाने का लक्ष्य
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि हमको प्रकृति के सभी संसाधन को बचाना है। इसी क्रम में हमारा पौधारोपण अभियान आगे बढ़ रहा है। पौधारोपण के इस अभियान से हम सृष्टि को काफी बचा सकते हैं। देश के कोरोना वायरस संक्रमण काल खंड में हमको प्रकृति ही बचा रही है। इस दौर में काढ़ा हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ा रहा है, काढ़ा भी हमको वन तथा वृक्षों से मिल रहा है। जिनको हमारे ऋषि-मुनियों ने तोहफे के रूप में दिया है।
गंगा, गोमती किनारे अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस पीएम पैकेज की घोषणा की है, उसके तहत कृषि क्षेत्र के लिए भी बड़ी घोषणा हुई है। इसी घोषणा के तहत हर्बल पौधे रोकने का कार्यक्रम भी बना है। साथ ही गंगा और गोमती नदी के तटवर्ती क्षेत्र में फलदार प्रजातियों के पौधे लगाकर हम इन नदियों की अविरलता और निर्मलता को बनाने के लिए भी संकल्पबद्ध हैं।
हर जिले में होगा पौधारोपण
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वन महोत्सव सप्ताह के अंतर्गत हर जनपद में विशिष्ट वाटिका वृक्षारोपण के अन्तर्गत- स्मृति वाटिका, पंचवटी, नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वाटिका, हरिशंकरी का रोपण कराया जाएगा। वन विभाग की पौधशालाओं एवं वृक्षारोपण के लिए निराश्रित गौ वंश आश्रय स्थलों से कम्पोष्ट के क्रय की व्यवस्था की गई है। वृक्षारोपण अभियान कुपोषण निवारण, जैवविविधता संरक्षण, जीवामृत के उपयोग तथा गंगा व सहायक नदियों के किनारे वृक्षारोपण पर केंद्रित है।
200 से ज्यादा प्रजातियों के रोपे जायेंगे पौधे-दारा सिंह चौहान
वहीं वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया कि इस बार 200 से ज्यादा प्रजातियों के पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें 36 प्रकार के औषधीय प्रजातियों के पौधे भी शामिल हैं। वहीं कुपोषण से लोगों को बचाने के लिए सहजन सहित 25 फलदार प्रजातियों के पौधे भी। उन्होंने कहा कि गंगा के दोनों ओर 10 किलोमीटर के तटवर्ती क्षेत्र में सवा दो करोड़ पौधे रोकने का लक्ष्य है।