रतन सिंह चौहान
पलवल। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. महावीर सिंह ने बताया कि जिला पलवल में जो टिड्डी का दल आया था और वह हसनपुर के रास्ते उत्तर प्रदेश में चला गया था। जोकि सोमवार को पुन: बडी भारी संख्या में हसनपुर के रास्ते से होडल की ओर आया। बरसात होने के कारण यह टिड्डी दल कुछ छोटे-छोटे समूहों में अलग-अलग बट गया और अलग होकर यह गांव बंचारी, सौन्दहद, लोहिना के पास-आस के खेतों, जंगल, नहर के किनारे के बडे-बडे पेडो पर जाकर बैठ गया तथा शेष मेवात जिले में चला गया।
कृषि विभाग ने प्रशासन के निर्देशानुसार होडल के एसडीएम अमरदीप सिंह की अध्यक्षता में खोजते हुए उसकी वास्तविक स्थिति का अवलोकन किया। खराब मौसम होने के कारण इस टिड्डी के दल पर रात में किसी भी तरह की कार्यवाही, स्प्रे करना संभव नही था। जिसके उपरान्त विभाग ने मंगलवार को प्रात: 5 बजे से दमकल की गाडियों, ट्रेक्टरों और भारत सरकार की गाडियों के माध्यम से इस टिड्डïी के विभिन्न दलो पर अलग-अलग स्थानो पर छिडक़ाव कराया गया। इसके उपरान्त दोपहर लगभग 1 से 1:30 बजे तक यह टिड्डïी का दल पलवल जिला की सीमा को पार करते हुए मेवात जिले की सीमा में चला गया, जिसकी पूरी वास्तविक स्थिति का अतिरिक्त उपायुक्त वत्सल वशिष्ठï ने हथीन में जाकर अवलोकन किया। इस टिड्डी दल ने केवल ऊंचे पेडो की पत्तियो को खाया, परन्तु किसानों की ज्वार, कपास अथवा धान की फसल में किसी भी प्रकार का नुकसान नही किया।
कृषि विभाग पूरी सर्तकता बरत रहा है, क्योकि ये टिड्डी दल कभी भी वापिस आ सकता है। इसलिए सभी किसानों से अपील की है कि यदि उन्हें इस टिड्डी दल की कोई सूचना मिले तो वे कृषि विभाग के कार्यालय में तुरन्त सूचित करे व अपने खेतो आदि में थाल, थाली, पीपा इत्यादि बजाकर उसे अपने खेतो से भगाए। यदि किसी के खेतो में फिर भी कुछ रह जाता है तो किसान 500-600 एमएल क्लोरोप्यरीफोस 20 प्रतिशत ईसी दवाई को 200 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे कर सकते हैैं, जिससे टिड्डी दल को काबू में किया जा सकता है।