शनिवार, 27 जून 2020

भूटान ने भारत को राहत भरी खबर दी

नई दिल्ली/ थिंपू। पड़ोसी देशों से चल रहे तनाव के बीच भूटान ने भारत को राहत भरी खबर दी है। असम में भूटान की तरफ से नदियों का पानी रोके जाने की खबरों को खारिज करते हुए भूटान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर भारत को आश्वस्त किया है। भूटान के विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज से स्पष्टीकरण दिया है। इसमें कहा गया है, “ये परेशान करने वाला आरोप है और विदेश मंत्रालय स्पष्ट करना चाहेगा कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। इस मुश्किल वक्त में पानी रोकने की कोई वजह ही नहीं है। भूटान और असम के दोस्तों के बीच गलतफहमी पैदा करने के लिए ऐसी सूचनाएं फैलाई जा रही हैं।


भूटान सरकार ने कहा, असम के बक्शा और उदलगिरी जिले कई सालों से भूटान के पानी का इस्तेमाल करते आ रहे हैं और जब हम कोरोना महामारी का सामना कर रहे हैं और एक मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं तो भी ये सहयोग जारी रहेगा।भूटान के विदेश मंत्रालय ने कहा, “कोरोना वायरस महामारी में लागू प्रतिबंधों की वजह से असम के किसान भूटान में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं जिससे उन्हें सिंचाई के लिए पानी लाने में दिक्कतें हो रही हैं. हालांकि, असम के किसानों की मुश्किलों को समझते हुए समद्रूप जोंगखार जिले के अधिकारियों और लोगों ने सिंचाई चैनलों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है ताकि असम की तरफ पानी के बहाव में कोई समस्या ना हो।असम के चीफ सेक्रटरी कुमार संजय कृष्ण ने एएनआई से बताया, सिंचाई का पानी भूटान की पहाड़ियों से बहते हुए असम में आता है लेकिन रास्ते में कुछ पत्थरों की वजह से बहाव रुक गया था। हमने भूटान से बातचीत की और तुरंत रास्ता क्लियर कराया। इसे लेकर कोई विवाद नहीं है और ये कहना गलत है कि भूटान ने असम की तरफ आने वाला पानी रोक दिया। इसी सप्ताह, असम के कई ग्रामीणों ने सिंचाई के लिए जल-आपूर्ति बाधित होने को लेकर भूटान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारी किसानों ने केंद्र सरकार से मांग की थी कि जल्द से जल्द भूटान सरकार के साथ बातचीत कर इस मुद्दे को सुलझाया जाए।


सेना प्रमुख ने की रक्षा मंत्री से मीटिंग

लद्दाख। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास चीनी सैनिकों की हलचल बढ़ने के बाद सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने रात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। बैठक में कहा गया कि ड्रैगन बातचीत की आड़ में घुसपैठ बढ़ाने की साजिश रच रहा है लेकिन भारत भी उनके मंसूबों से निपटने के लिए तैयार है। चीन को किसी भी हाल में सबक सिखाने को लेकर रक्षा मंत्रालय में सहमति बनी है। बैठक में वायुसेना प्रमुख आर. के. सिंह भदौरिया भी उपस्थित थे। दोनों दलों के प्रमुखों ने चीन की तुलना में भारतीय सेना और वायुसेना दल की ताकत की जानकारी सिंह को दी।


उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प को लेकर अब तक खुलासा नहीं हो पाया है।चीनी सैनिकों की वास्तविक नियंत्रण रेखा को चार किलोमीटर बदलने की साजिश को भारतीय जवानों ने नाकाम कर ड्रैगन को उसकी औकात दिखा दी है। इसके पहले भी नरवणे ने गलवान घाटी में तैनात अधिकारियों से चर्चा की थी। उस चर्चा से सामने आई जानकारी के आधार पर रक्षा मंत्री के साथ हुई इस बैठक में रणनीति तय की गई। रणनीति के तहत रूस से जल्द ही लड़ाकू विमानों की खरीदी की जाएगी। आगामी 15 दिनों में हवाई गश्त भी बढ़ाई जाएगी।


हालांकि, चीन अब भी बातचीत की रट लगाए हुए है। चीन ने उसके सैन्य अधिकारियों की ओर से बेसिर-पैर के दावों के साथ विदेश मंत्रालय की ओर सकारात्मक चर्चा का प्रस्ताव पेश करने की कुटिल नीति अपनाई है। भारत अब चीन के बातचीत के झांसे से गुमराह नहीं होगा। गलवान घाटी और पैंगोंग नदी परिसर में बड़ी संख्या में सेना तैनात है अक्तूबर तक इसमें और बढ़ोत्तरी की जाएगी। फिलहाल उस इलाके में सैनिकों के लिए जरूरी सुविधाओं वाले कैंप बनाए जाएंगे।कड़ाके की ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों की खरीदी की जाएगी। लड़ाकू नौकाएं खरीदने का प्रस्वात तैयार किया जाएगाः सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए जल्द ही फिलीपींस, इंडोनेशिया, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से लड़ाकू नौकाएं खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। आर्थिक झटका चीन को सबसे पहली आर्थिक चुनौती मिली है ऊर्जा मंत्रालय से. सौर ऊर्जा उपकरणों के कलपुर्जों के निर्यात पर ऊर्जा मंत्रालय ने निर्यात शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है। इस वर्ष 15 फीसदी जबकि अगले वर्ष इसे बढ़ाकर 40 फीसदी तक कर दिया जाएगा. इसके पीछे का मकसद भारतीय उद्यमियों को बढ़ावा देकर चीन पर निर्भरता कम करना है। केंद्रीय मंत्री आर. के. सिंह ने इस फैसले की घोषणा की। ‘लोकमत’ ने 22 जून को इस संदर्भ में खबर प्रकाशित की थी। उन्होंने यह भी बताया कि चीन पर निर्भरता कम करने के लिए नई सौर ऊर्जा नीति तैयार की जाएगी।


किन्नर में मुख्यमंत्री योगी से लगाई गुहार

गुड्डी किन्नर ने मुख्यमंत्री से लगायी गुहार....

हमलावरों पर पुलिस नही कर रही कार्रवाई

कुशीनगर। एक पखवाड़े पूर्व जनपद के रामकोला थाना क्षेत्र मे बधाई मांग रही किन्नरो पर जानलेवा हमला करने वाले दुसरे गुट के किन्नरो के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं किये जाने को लेकर क्षेत्र के किन्नर समाज मे आक्रोश व्याप्त है। किन्नरो की गुरु गुड्डी किन्नर ने रामकोला व पडरौना कोतवाली पुलिस पर हमलावरो से घूस लेकर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। और यह भी चेतावनी दी है कि न्याय नही मिलने पर पुरा किन्नर समाज पुलिस प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होगा।

मुख्यमंत्री को भेजे गये अपने शिकायत पत्र मे किन्नर गुरु गुड्डी ने रामकोला थानाध्यक्ष और पडरौना कोतवाल पर हमलावर किन्नरो से घूस लेकर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे गुरु किन्नर सीमा मिश्रा द्वारा अपना उत्तराधिकारी घोषित कर कुशीनगर जनपद का सम्पूर्ण क्षेत्र से बधाई लेने का अधिकार मुझे वरासत किया है। पडरौना कोतवाली क्षेत्र के बलुचहा गांव निवासी गुड्डी किन्नर का कहना है कि 13 मई को वह अपने चेलो के  साथ रामकोला थाना क्षेत्र के परसौनी गांव मे बधाई लेने गयी हुई थी इस दौरान पडरौना नगर की निवासी राजकुमारी किन्नर अपने अन्य साथी किन्नरो मुसा उर्फ अनिता, पूजा, सोनी, दीपा आदि के साथ (इसमे ज्यादातर नेपाली किन्नर शामिल है) पहुंचकर अवैध रूप से मेरे क्षेत्र मे अपना अधिकार जताते हुए हमारे किन्नर साथियो को लाठी-डंडा से मारने पीटने करने लगी। इसमे रामजीत किन्नर, चांदनी किन्नर, बेनी किन्नर, दामोदर तथा ढोलकिया मोहर बुरी तरह से जख्मी हो गया। गुड्डी किन्नर कहा कि हमलावरों ने उसके जख्मी किन्नर साथियो के सिर मुडवा दिये। गुड्डी ने कहा जिला अस्पताल मे अपने साथियो का उपचार कराने के बाद मेडिकल रिपोर्ट के साथ रामकोला थाने पर नामजद तहरीर दी है। लेकिन रामकोला पुलिस उन हमलावरों को गिरफ्तार करने के बजाय मुझे प्रताड़ित कर समझौता करने का दबाब बना रही है। गुड्डी किन्नर ने पडरौना कोतवाल पवन सिंह पर हमलावर किन्नरो से घूस लेने का आरोप लगाया है। सीएम को भेजे पत्र मे गुड्डी ने कहा कि घटना से पूर्व तीन बार पडरौना कोतवाल को पत्र देकर विरोधी किन्नर राजकुमारी द्वारा अवैध अधिकार जताने के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी थी किन्तु कोतवाल पवन सिंह ने कोई कार्रवाई नही किया जिसके बाद यह घटना घटित हुई। गुड्डी ने कहा की घटना रामकोला थाना क्षेत्र के परसौनी गांव मे हुआ। हमारे साथियो को बुरी तरह से मारा पीटा गया। मेडिकल के साथ नामजद तहरीर हमने दिया। और पडरौना कोतवाल आधी रात को हमारे घर झापेमारी कर हम लोगो को भद्दी-भद्दी गाली देकर समझौता करने दबाब बना रहे है। किन्नर गुरु गुड्डी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजे गये अपने शिकायत पत्र मे कहा है कि न्याय नही मिलने की सूरत किन्नर समाज पडरौना कोतवाल पवन सिंह और रामकोला थानाध्यक्ष के खिलाफ सड़क पर उतरने के लिए विवश होगा।

अब आपके खाने में आई लाल भिंडी

नारायण सिंह रावत
सितारगंज। काले, नीले, पर्पल गेहू व काला, लाल चावल के बाद तिगड़ी फ्रॉम बिजट्टी के बराड़ फ्रॉम के किसान अनिलदीप सिँह महाल ने लाल रंग की भिंडी की सब्जी की पैदावार की लोगों में खासी चर्चा है। मालूम हो कि भारतीय लोग द्वारा भिंडी की सब्जी को बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। इसकी तरी वाली सब्जी के अलावा


प्याज के साथ सूखी सब्जी ज्यादातर लोगों की मनपसंद सब्जी है और कलौंजी वाली भरवां भिंडी की तो अपनी अलग पहचान है। ऐसे में हरी भिंडी की जगह लोग अपने स्वाद को और बेहत्तर बनाने के लिए लाल भिंडी का उपयोग कर सकेंगे।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि भारत में लगभग हर प्रदेश में भिंडी की सब्जी लोगों को बहुत प्रिय है। इसे तरी के साथ सुखी सब्जी के रूप में भी ​इस्तेमाल किया जाता है। कुल मिला कर शादी विवाह जैसे समारोहों तक की शान बनने वाली भिंडी की मांग साल भर बरकरार रहती है। आप लोगो ने भिंडी तो खाई ही होगी और उसका रंग हरा होता है यह भी जानते होगे, लेकिन क्या आपने कभी लाल भिंडी खाई है? अगर नहीं, तो जल्द ही आपको लाल भिंडी की बेहतरीन किस्म मिलने वाली है, क्योंकि वाराणसी के भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान ने कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार भिंडी की नई प्रजाति ‘काशी लालिमा’ विकसित कर ली है जिसका रंग बैगनी-लाल है, इसकी लम्बाई सामान्य भिंडी जैसी ही है।
तिगड़ी फ्रॉम बिजट्टी के बराड़ फ्रॉम के किसान अनिलदीप सिँह महाल ने बताया कि भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक डॉक्टर बिजेंद्र जी के नेतृत्व में लाल भिंडी की प्रजाति पर वर्ष 1995-96 में शोध कार्य प्रारम्भ हो गया था। इसके बाद काशी लालिमा का विकास शुरू हुआ। इसमें डॉ. एस के सानवाल, डॉ. जी पी मिश्रा और तकनीकी सहायक सुभाष चंद्र ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस नई प्रजाति ‘काशी लालिमा’ विकसित लाल रंग की यह भिंडी एंटी ऑक्सीडेंट, आयरन और कैल्शियम सहित अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है खास बात तो यह है कि ये भिंडी गर्भवती महिलाओं के लिए तथा शुगर और दिल की बीमारियों के लिए सबसे ज्यादा स्वास्थ वर्धक है। महिलाओं के गर्भ में जो शिशु पलता है, उसके मस्तिष्क के विकास के लिए ये बहुत उपयोगी है गर्भवती महिलाएं इस लाल भिंडी का सेवन करें तो उनके अंदर जो फोलिक एसिड की कमी है वो दूर हो जाती है।
किसान अनिलदीप सिँह महाल ने लाल भिंडी के बारे में बताया कि पहले छत्तीसगढ़ के कुछ जनजाति इलाकों में छात्र लाल भिंडी पैदा कर रहे हैं लेकिन सबसे पहले भारत में इसको परिष्कृत रूप में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी में उगाया गया है। इससे पहले अमेरिका के क्लीमसन विश्व विद्यालय में भी लाल भिंडी को उगाया जा चुका है अमेरिका में इस लाल भिड़ी की पैदावार हुई, पर भारत में यह पैदा नहीं हो पाया था लाल रंग की भिंडी अभी तक पश्चिमी देशों में ही उगाई जा रही है और यह भारत में आयात होती है। इसकी विभिन्न प्रजातियों की कीमत 150 से 600 रुपये किलो तक है। इसके बाद 1995 से भिंडी की नयी प्रजाति पर रिसर्च चल रहा था और पिछले कुछ वर्षों में हमने लाल भिंडी पर विशेष ध्यान दिया और इसे विकसित किया है।
अब इस देशी प्रजाति के विकसित होने के बाद भारत के किसान भी इसका उत्पादन कर सकेंगे। संस्थान में इसका बीज आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा। पोषक तत्वों से भरपूर इस भिंडी के उत्पादन से भारतीय किसानों को फायदा मिलेगा। इसकी मांग अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में भी है भारत के साथ ही अमेरिका, मिस्र, मोरक्को, अफ्रीका, में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। महाल के अनुसार इस भिंडी का रंग बैगनी और लाल रंग का होता है इस भिंडी की लंबाई 11-14 सेमी और व्यास 1.5 और 1.6 सेमी होती है और यह 130 से 140 क्विंटल प्रति हेक्टेयर ये उपज देती है। भविष्य में शहरी क्षेत्र में इसकी भारी मांग होगी और इसका उत्पादन करने वाले किसानों को बहुत लाभ होगा। तिगड़ी फ्रॉम बिजट्टी के बराड़ फ्रॉम के किसान अनिलदीप सिँह महाल ने इस लाल रंग की भिंडी का अपने बराड़ फार्म में उत्पादन कर तहलका मचा दिया है। मालूम हो कि इसस पूर्व अनिलदीप सिंह महाल काले, नीले, पर्पल गेहू व काला, लाल चावल की भी बड़े पैमाने पर खेती कर रहे हैं। महाल एक इलाके के एक वैज्ञानिक सोच पर कृषि करने वाले किसान है। जो हर रोज कुछ नया करने का जज्बा रखते हैं। तमाम लोग भिंडी की लाल फसल को देखने उनके फार्म हाउस पर आ रहे हैं। 


विदेशी पूंजी भंडार 2 अरब डॉलर घटा

मुंबई। भारत का विदेशी पूंजी भंडार 19 जून को समाप्त सप्ताह में 2.078 अरब डॉलर घट गया। आरबीआई के साप्ताहिक पूरक आंकड़े के अनुसार, सकल विदेशी पूंजी भंडार 12 जून को समाप्त सप्ताह के 507.644 अरब डॉलर से घटकर 505.566 अरब डॉलर हो गया। भारत के विदेशी पूंजी भंडार में विदेशी मुद्रा भंडार (एफसीए), स्वर्ण भंडार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारतीय भंडार शामिल होते हैं। विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार साप्ताहिक आधार पर 1.698 अरब डॉलर घटकर 467.039 अरब डॉलर पर आ गया। इसी तरह देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 35.80 करोड़ डॉलर घटकर 32.815 अरब डॉलर हो गया। इसके अलावा एसडीआर का मूल्य 60 लाख डॉलर नीचे फिसल कर 1.447 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में देश का भंडार 1.60 करोड़ डॉलर घटकर 4.264 अरब डॉलर पर आ गया।


यूपी बोर्ड के परिणाम किए सार्वजनिक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद शनिवार दोपहर साढ़े बारह बजे दसवीं और बारहवीं कक्षा के नतीजे घोषित हो गए। 56 लाख विद्यार्थियों का इंतजार खत्म करते हुए सूबे के उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा लखनऊ स्थिति लोक भवन में प्रेस वार्ता के जरिए दसवीं और बारहवीं कक्षा के परिणाम जारी करेंगे। 10वीं और 12वीं कक्षा के नतीजे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होंगे। इस साल दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं 18 फरवरी में शुरू हुई थीं और 6 मार्च तक चली थी। बोर्ड की परीक्षाएं कोरोना वायरस के कहर से पहले ही पूरी हो गई थीं। लेकिन कोरोना वायरस से रोकथाम के लिए लगे लॉकडाउन की वजह से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन प्रक्रिया में देरी हुई थी। जिसकी वजह से इस साल रिजल्ट की घोषणा में भी देरी हुई है। दूसरी बात इस साल ऐसा पहली बार हो रहा है, जब यूपी बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के नतीजे प्रयागराज की बजाय लखनऊ से जारी होंगे। परिणाम की घोषणा भी माध्यमिक शिक्षा निदेशक की जगह माध्यमिक शिक्षा मंत्री जारी करेंगे।


15685 लोगों की मौत, 508253 संक्रमित

नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 5,08,953 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 18,552 मामले बढ़े वहीं 384 लोगों की मौत हुई। बीते 24 घंटे में 10,244 लोग ठीक हुए हैं। ICMR के अनुसार देश भर में अब तक 79,96,707 लोगों की जांच हो चुकी है। बीते 24 घंटे में 2,20,479 सैंपल्स की जांच हुई।स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में फिलहाल 1,97,387 एक्टिव केस, 2,95,880 लोग डिस्चार्ज और 15,685 लोगों की मौत हो गई है। भारत में कुल जांच किये गये सैंपल्स में से अब तक 5,08,953 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में देश में पॉजिटिविटी रेट 8.41 फीसदी है. वहीं एक्टिव केस और डिस्चार्ज्ड लोगों की संख्या में 98,493 मामलों का अंतर है। मंत्रालय द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार अंडमान निकाबोर द्वीप में 72, आंध्र प्रदेश में 11,489, अरुणाचल प्रदेश में 172, असम में 6607, बिहार में 8716, चंडीगढ़ में 425, छत्तीसगढ़ में 2545, दादरा नगर हवेली और दमन दीव में 163, दिल्ली में 77,240, गोवा में 1,039, गुजरात में 30,095, हरियाणा में 12,884, हिमाचल प्रदेश में 864, जम्मू-कश्मीर में 6,762, झारखंड में 2290. कर्नाटक में 11,005, केरल में 3876, लद्दाख में 946, मध्य प्रदेश में 12,798, महाराष्ट्र में 1,52,765, मणिपुर में 1075, मेघालय में 47, मिजोरम में 145, नागालैंड में 371, ओडिशा में 6,180, पुड्डुचेरी में 502, पंजाब में 4957, राजस्थान में 16660, तेलंगाना में 12,349, तमिलनाडु में 74,622, सिक्किम में 86, त्रिपुरा में 1325, उत्तराखंड में 2725, उत्तर प्रदेश में 20,943 और पश्चिम बंगाल में 16,190 मामले पुष्ट पाए गए हैं। वहीं शनिवार के आंकड़ों में 8023 मामले राज्यों को रिअसाइन किए गए हैं। आंकड़ों के अनुसार अंडमान निकाबोर द्वीप में 29, आंध्र प्रदेश में 6145, अरुणाचल प्रदेश में 129, असम में 2339, बिहार में1896, चंडीगढ़ में 84 , छत्तीसगढ़ में 618 , दादरा नगर हवेली और दमन दीव में 122, दिल्ली में 27,657, गोवा में 667, गुजरात में 6294, हरियाणा में 4657, हिमाचल प्रदेश में 353, जम्मू-कश्मीर में 2591, झारखंड में 635. कर्नाटक में 3909, केरल में 1846, लद्दाख में 587, मध्य प्रदेश में 2448, महाराष्ट्र में 65, 844, मणिपुर में 682, मेघालय में 4, मिजोरम में 115, नागालैंड में 209, ओडिशा में 1741, पुड्डुचेरी में 306, पंजाब में 1634, राजस्थान में 3218, तेलंगाना में 7346, तमिलनाडु में 32808, सिक्किम में 47, त्रिपुरा में 269, उत्तराखंड में 866, उत्तर प्रदेश में 6730 और पश्चिम बंगाल में 5039 मामले एक्टिव हैं। मंत्रालय के अनुसार अंडमान निकाबोर द्वीप में 0, आंध्र प्रदेश में 148, अरुणाचल प्रदेश में 1, असम में 9, बिहार में 58, चंडीगढ़ में 6 , छत्तीसगढ़ में 13 , दादरा नगर हवेली और दमन दीव में 0, दिल्ली में 2492, गोवा में 2, गुजरात में 1771, हरियाणा में 211, हिमाचल प्रदेश में 9, जम्मू-कश्मीर में 91, झारखंड में 12, कर्नाटक में 180, केरल में 22, लद्दाख में 1, मध्य प्रदेश में 546, महाराष्ट्र में 7106, मणिपुर में 0, मेघालय में 1, मिजोरम में 0, नागालैंड में 0, ओडिशा में 417, पुड्डुचेरी में 9, पंजाब में 122, राजस्थान में 1380, तेलंगाना में 237, तमिलनाडु में 957, सिक्किम में 0, त्रिपुरा में 1 , उत्तराखंड में 37, उत्तर प्रदेश में 630 और पश्चिम बंगाल में 616 लोगों की मौत हो चुकी है।


विदेश मंत्री ने फौज बढ़ाने का ब्यान दिया

नई दिल्ली/ बीजिंग। भारत-चीन में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव के बीच जैसे ही अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने चीन से निपटने के लिए फौज बढ़ाने का बयान दिया, वैसे ही चीन के सुर बदल गए। चीन को ये डर सताने लगा कि अगर हिंद-प्रशांत में भारत और अमेरिका मिल गए तो उसकी मुश्किल बढ़ जाएगी. लिहाजा, चीन का मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स अब भारत की तारीफ कर रहा है। उसका कहना है कि भारत अमेरिका के साथ नहीं जाएगा क्योंकि वो कूटनीतिक स्वतंत्रता पसंद करता है। अमेरिका के ताजा बयान के बाद भारत के साथ लद्दाख में भिड़े चीन को इस बात की चिंता सताने लगी है कि कहीं भारत और अमेरिका उसके खिलाफ लामबंद ना हो जाएंं। चीन के इस डर को फाइनेंशियल टाइम्स के एक स्तंभकार गिडोन रैचमैन ने बढ़ा दिया है। उन्होंने लिखा कि भारत ने नए शीत युद्ध में एक पक्ष को चुन लिया है। ये चीन की मूर्खता है कि वो अपने प्रतिद्वंद्वी को अमेरिका के पाले में डाल रहा है। इस बयान से चीन तिलमिला गया. उसे एहसास हो गया कि अमेरिका की एक चाल से पूरा समीकरण उसके खिलाफ बनने लगा है।उसका सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स इस दलील को खारिज करने में जुट गया।


ग्लोबल टाइम्स में लिखा गया है कि एक वक्त था जब भारत-चीन के बीच तनाव एक बड़ा खतरा था। भारत उस वक्त भी किसी देश पर निर्भर नहीं हुआ इसलिए ये तर्क बिल्कुल गलत है कि मौजूदा सीमा तनाव में भारत किसी एक गुट के साथ जाने के लिए मजबूर हो जाएगा। चीन की पूरी कोशिश है कि भारत किसी भी सूरत में अमेरिका से हाथ ना मिलाए। चीन को अच्छी तरह मालूम है कि भारत और अमेरिका साथ आए तो दक्षिण एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में वो बुरी तरह घिर जाएगा। चीन को भारत और अमेरिका की दोस्ती का डर इस कदर सता रहा है कि वो उसमें दरार डालने के लिए रूस का जिक्र कर रहा है। चीन के सरकारी मुखपत्र का कहना है कि रूस से हथियारों का सौदा कर भारत ने अमेरिका को बता दिया है कि वो उसे कितनी अहमियत देता है। यही नहीं उसने यहां तक कह दिया कि भारत और अमेरिका एक दूसरे का महज इस्तेमाल करते हैं। भारत पाकिस्तान पर काबू पाने के लिए अमेरिका से करीबी बढ़ाता है दूसरी तरफ अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की नकेल कसने के लिए भारत का इस्तेमाल करता है।भारत-अमेरिका की दोस्ती में दरार डालने की बेचैनी में चीन के सरकारी मुखपत्र ने यहां तक लिख दिया कि भारत को अच्छी तरह मालूम है कि अमेरिका उसके लक्ष्य को पूरा करने में उसकी मदद नहीं करेगा। साफ है कि चीन अब अपने आप को बेहद असुरक्षित महसूस करने लगा है। एक तरफ भारत ने रूस के साथ हथियारों की डील कर चीन की चिंता बढ़ा दी है तो दूसरी तरफ भारत समेत अपने मित्र देशों के समर्थन में अमेरिका के ऐलान ने उसकी नींद उड़ा दी है।


1 बार फिर डब्लूएचओ ने आगाह किया

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण को लेकर एक बार फिर WHO ने लोगों को आगाह किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस की दूसरी लहर आई तो लाखों लोगों की मौत हो सकती है। WHO के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल रनीरी गुएरा ने अंदेशा जाहिर किया है कि वायरस अभी भी काफी देशों में कहर बरपाएगा। उन्होंने स्पेनिश फ्लू का जिक्र करते हुए कहा कि महामारी सितंबर-अक्टूबर के ठंडे मौसम में बढ़ गई थी। ऐसे में कोरोना वायरस का प्रभाव भी इस मौसम में दिखाई दे सकता है। रनीरी गुएरा ने कहा कि करीब 100 साल पहले आए स्पेनिश फ्लू की दूसरी लहर में करोड़ों लोगों की मौत हो गई थी। उनके मुताबिक स्पेनिश फ्लू भी कोविड की तरह ही बर्ताव कर रहा था। इस दौरान गर्मियों में उसका संक्रमण घट गया था। लेकिन बाद में ठंड आने पर बढ़ गया।यूरोपियन सेंट्रल बैंक के प्रमुख क्रिस्टीन लगार्डे ने भी कहा था कि अगर हमने 1918-19 के स्पेनिश फ्लू से कुछ भी सीखा है तो निश्चित तौर से कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है।


इससे पहले कुछ स्टडी में ये बात सामने आई थी कि अधिक गर्मी में कोरोना वायरस का प्रसार धीमा हो जाता है, लेकिन ये इतना कम नहीं दिखाई दिया कि संक्रमण रुक गया हो.खासकर भारत जैसे देश में जहाँ गर्मी में तापमान 45 से लेकर 49 डिग्री तक कई इलाकों में दर्ज किया गया था। इसके बावजूद भी बढे तापमान में कोरोना का संक्रमण तथावत रहा। उधर महामारी रोग विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर को लेकर कोई तय परिभाषा नहीं है। फ़िलहाल दुनियाभर में कोरोना के 97.7 लाख मामलों की पुष्टि हो चुकी है। जबकि इससे दुनियाभर में 4.9 लाख लोगों की मौत दर्ज की गई है। जानकारों को अंदेशा है कि कई देशों में इसकी दूसरी लहर भी खतरनाक साबित हो सकती है।


घरों में प्रदान करने की सुविधा 'मुहैया' करायी

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के छात्र-छात्राओं और आमजनों को एक बड़ी राहत देते हुए अब जाति और निवास प्रमाण पत्र उनके घरों में ही प्रदान करने की सुविधा मुहैया करायी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जाति और निवास प्रमाण पत्र के वितरण को सरलीकरण करते हुए प्रमाण पत्रों को आवेदकों के घर पहुंच सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश सभी जिला कलेक्टरों को जारी किया गया है। जारी आदेश के तहत जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी होने के पश्चात संबंधित आवेदकों से डाक रजिस्ट्री शुल्क लेकर प्रमाण पत्र उनके घर के पते पर भेजा जाएगा। इसके लिए लोक सेवा केन्द्रों तथा तहसील कार्यालयों द्वारा आवेदकों से डाक रजिस्ट्री व्यय शुल्क लेकर और व्यय शुल्क की पावती देते हुए आवेदकों के निवास के पते पर प्रमाण पत्र भेजने की सुविधा दी जाएगी।


30 साल की महिला जांच में पुरुष निकली

मनोज सिंह ठाकुर

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने मेडिकल साइंस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। यहां 30 साल की एक महिला दरअसल में जांच के बाद पुरुष निकली।

बीरभूम जिले की 30 वर्षीय एक विवाहित महिला को पेट में दर्द की शिकायत पर अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच करने के बाद डाक्टर भी हैरान रह गए। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि जिसे लोग महिला समझ रहे थे वह वास्तव में ‘पुरुष’ है और उसके अंडकोष में कैंसर है। ये एक विशेष बीमारी से ग्रसित है जो कि सिर्फ कई हजार लोगों में से किसी एक को होती है।

दरअसल, ये महिला पिछले नौ साल से शादीशुदा है और कुछ महीने पहले पेट में दर्द की शिकायत लेकर शहर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अस्पताल गई थी। यहां डॉक्टरों ने जब उसकी मेडिकल जांच की तो उसमें यह तथ्य सामने आया कि वह महिला असल में पुरुष है। डॉक्टरों के मुताबिक, वह देखने में महिला है। आवाज, स्तन, सामान्य जननांग इत्यादि सब कुछ महिला के हैं। मरीज एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है।

जो कि 22,000 लोगों में से एक में पाई जाती है। जिसमें व्यक्ति जेनेटिकली पुरुष होता है लेकिन उसके शरीर के सभी बाह्य अंग महिला के होते हैं। 

जेल में छापे से प्रशासन में मचा हड़कंप

राम कुमार मौर्या


रुड़की। जेल में वीडियो वायरल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अभी जेल अधीक्षक द्वारा जांच पूरी हुई ही थी कि आईजी जेल के देर शाम जेल में छापा मारने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जहां उन्हें बड़े पैमाने पर खामियां मिली। इस दौरान उन्होंने रूडकी जेलर को भी जमकर फटकार लगाई।
गौरतलब है कि 21 जून को जेल के अंदर का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमे बंदी जेल प्रशासन पर मारपीट और नशे के इंजेक्शन देने के गंभीर आरोप लगाते दिखाई दे रहे थे। इतना ही नहीं जेल प्रशासन के खिलाफ भी बंदियों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए थे, जिसमें कुख्यात चीनू पंडित के साथ-साथ अन्य बंदी भी वीडियो में नज़र आ रहे हैं।
आई जी जेल के मीडिया में सुर्खियों में आने के बाद ज़िलाधिकारी ने आनन फानन में पूरे मामले की जांच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल को सौंप दी थी, जिसके चलते जेल अधीक्षक की जांच में बंदियों के बीच मारपीट का होना नहीं पाया गया था। वीडियो वायरल के बाद देर शाम आईजी जेल डॉ. पीवीके प्रसाद अचानक रूडकी जेल में पहुंच गए। जहां उन्होंने खामियां मिलने पर जेलर को भी जमकर फटकार लगाई। वहीं जेल की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों और कुछ बंदियों के भी उन्होंने बयान दर्ज किए। इतना ही नहीं आईजी जेल ने जेल परिसर का बारीकी से मुआयना किया। इस दौरान आईजी जेल पीवीके प्रसाद ने बताया कि जेल में दो बंदियों के गुटों का विवाद था जिसकी जांच की जा रही है। जेल में बंद चीनू पंडित को जल्द ही दूसरी जेल में शिफ़्ट किया जाएगा।
हालांकि रूडकी जेल के बाद जेल आई जी हरिद्वार जेल का निरीक्षण करने भी पहुंचे। दरअसल रूडकी जेल के बंदियों का वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन में लगातार हड़कंप मचा हुआ था जिसमें आई जी जेल के आने की संभावनाएं बढ़ गईं थीं।


मरीजों का आरोपः बार-बार लिया सैंपल

नई दिल्‍ली। दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में कोविड के इलाज के लिए एडमिट कुछ मरीजों का आरोप है कि उनका बार-बार सैंपल लिया जा रहा है। मगर, हर बार रिपोर्ट में कुछ नहीं आता। इस वजह से उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी नहीं मिल रही है। गुरुवार को योगेश शर्मा और इंस्पेक्टर जय नारायण ने यह आरोप लगाया था, अब एक और मरीज के. विजय ने ऐसा ही आरोप लगाया है।


व‍िजय का आरोप है कि वह 35 दिनों से अस्पताल में एडमिट हैं। अब तक उनका सात बार सैंपल लिया गया है। शुरू में दो सैंपल पॉजिटिव आया और उसके बाद पांच बार और सैंपल लिया गया, लेकिन हर बार उन्हें बताया जाता है कि उनकी रिपोर्ट न तो पॉजिटिव है और न ही निगेटिव। शुक्रवार को आरएमएल अस्पताल में एडमिट के. विजय ने फोन पर बताया कि वह कोविड की वजह से 21 मई को एडमिट हुए। 35 दिन हो गए और अभी तक एडमिट हैं। शुरू में फीवर और खांसी थी। अब सब ठीक है। अब तक 7 बार सैंपल लिया जा चुका
उन्होंने कहा कि अब तक 7 बार सैंपल लिया जा चुका है। पहले दो बार सैंपल पॉजिटिव आया और उसके बाद 5 बार सैंपल में कुछ नहीं आ रहा है। तीन दिन पहले भी सैंपल लिया गया था, उसमें भी कुछ नहीं आया। आज फिर सैंपल लिया गया है। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से ठीक हैं। अभी सिर्फ विटामिन-सी की सुबह शाम एक-एक गोली दी जाती है। मरीजों का यह भी आरोप है कि सैंपल तुरंत लैब में नहीं पहुंचाए जाते। वह बाहर ही पड़ा रहता है। एक मरीज ने कुछ फोटो और विडियो भी शेयर किया है, जिसमें कुछ सैंपल दिख रहे हैं। हालांकि, यह पता नहीं चल रहा है कि इसमें कोविड का सैंपल है या नहीं। अस्पताल की प्रवक्ता स्मृति तिवारी ने कहा कि बाहर कोविड सैंपल नहीं है। मरीज की रिपोर्ट इनडिटरमिनेट है। इसमें जब इन्फेक्शन बॉर्डर लाइन पर होता है तो ऐसी रिपोर्ट आती है। उन्होंने कहा कि मरीज योगेश सीवियर स्थिति में एडमिट हुए थे, अभी स्टेबल हैं। रिपोर्ट निगेटिव आए बिना उन्हें कैसे छुट्टी दी जा सकती है। के. विजय के बार में भी ऐसा ही जवाब था। इंस्पेक्टर जय नारायण के बारे में प्रवक्ता ने कहा कि वह 19 जून को एडमिट हुए हैं, अभी उन्हें ठीक होने में समय लगेगा।
बिना निगेटिव रिपोर्ट के भी मिल सकती है छुट्टी

एलएनजेपी की माइक्रोबायोलॉजी की एचओडी डॉक्टर सोनल सक्सेना ने बताया कि जब कोविड की शुरुआत हुई थी, तब मरीज को छुट्टी देने से पहले दो बार निगेटिव रिपोर्ट जरूरी थी। अब ऐसा नहीं है। अब आईसीमएआर ने रूल चेंज कर दिया है। मरीज ठीक महसूस कर रहा है, क्लिनिकली फिट है तो बिना निगेटिव रिपोर्ट आए भी छुट्टी दी जा सकती है। खासकर मॉडरेट मरीजों को बिना रिपोर्ट के छुट्टी दी जा सकती है। इनडिटरमिनेट रिपोर्ट पर उनका कहना था कि इसका मतलब यह है कि मरीज में वायरस का लोड बहुत कम है। उसके अंदर डेड आरएनए हैं। जांच में ऐसा आता रहेगा। उन्होंने कहा कि जब संक्रमण बहुत पुराना होता है तो ऐसी स्थिति बनती है।


ड्राइविंग लाइसेंस के नियमों में किया बदलाव

ड्राइविंग लाइसेंस के नियमों में परिवहन मंत्रालय ने किया बड़ा बदलाव, अब कलर ब्लाइंड लोगों को भी मिलेगा लाइसेंस

नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय नेरंग नेत्रहीनता से हल्के या मध्यम स्तर पर प्रभावित लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस देने के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 के फौर्म 1 तथा फौर्म 1ए में संशोधन के लिए एक अधिसूचना जारी की है। दिनांक 24 जून 2020 का जीएसआर 401 (ई) मंत्रालय द्वारा प्रकाशित एक सामाजिक तथा सुगमकारी विनियमन है।

मंत्रालय दिव्यांगजनों को परिवहन संबंधित सेवाओं, विशेष रूप से, ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने से संबंधित सेवाओं को प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए कई प्रकार के कदम उठाता रहा है।

दिव्यांगजनों को ड्राइविंग लाइसेंस की प्राप्ति सुगम बनाने के संबंध में परामर्शी जारी की जा चुकी है तथा इसके अतिरिक्त मोनोकलर विजन वाले व्यक्तियों के लिए पहले भी एक परामर्शी जारी की जा चुकी है।

मंत्रालय को अभ्यावेदन प्राप्त हुआ कि रंग नेत्रहीन नागरिक ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने में सक्षम नहीं हैं क्योंकि शारीरिक फिटनेस ( फॉर्म 1) या चिकित्सा प्रमाणपत्र ( फॉर्म 1ए) में इस बारे में घोषणा करने की आवश्यकता उनके लिए इसे कठिन बना देती है।

 

इस मुद्वे को चिकित्सा विशेषज्ञ के समक्ष उठाया गया तथा उनसे सलाह मांगी गई। जो अनुशंसाएं प्राप्त हुईं, उनके अनुसार रंग नेत्रहीनता से हल्के या मध्यम स्तर पर प्रभावित लोगों को ड्राइव करने की अनुमति दी जानी चाहिए और केवल बहुत अधिक रंग नेत्रहीनता वाले व्यक्तियों को ही प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। दुनिया के दूसरे देशों में भी इसे अनुमति दी गई है। तदनुरुप टिप्पणियों एवं सुझावों को आमंत्रित करने के लिए एक प्रारूप अधिसूचना जारी की गई।

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प्रताप सिंह सुवाणा

कम पैसों में करें अपना व्यवसाय

कम पैसो में शुरू करे अपना व्यवसाय ..स्वयं के साथ अन्य को भी दे रोजगार

बहुत ही कम लागत और निवेश में शुरू किए जा सकने वाले बिज़्नेस की कड़ी में आपके लिए हम लाए है कु़छ और चुनिन्दा बिज़्नेस जिनसे आप ना केवल अपना बल्कि दूरसो को भी रोजगार दे सकते है। रिक्रूटमेंट फर्म- रिक्रूटमेंट फर्म एक बहुत अच्छा और कम निवेश में शुरू किया जाने वाला बिज़नस आइडिया है। आप इस बिज़नस को अपने निवास स्थान से ही शुरू कर सकतें है, आपको इसके लिए केवल कुछ फोन कनेक्शन की आवश्यकता होगी, जो कि आजकल बहुत ही आसानी से और ना के बराबर निवेश में उपलब्ध है।

ऑनलाइन वेबसाइट- आज के समय में वेबसाइट बनाना एक छोटा और बहुत अधिक संभावनाओं वाला बिज़नस है। इससे अच्छा खासा लाभ कमाया जा सकता है। और इसे आप अपने पास उपलब्ध सिस्टम की सहायता से बिना किसी इनवेस्टमेंट के शुरू कर सकते है।

फ्रीलांसिंग – आप अपना स्वयं का फ्रीलांसिंग का व्यापार कभी भी शुरू कर सकते है, इसके लिए आपको किसी तरह से पैसों की आवश्यकता नहीं होती। इसके लिए आपको अपना रिज्यूम किसी फ्रीलांसिंग वेबसाइट पर डालना होगा, अगर आपके पास कोई पुराना अनुभव हो, तो उसे भी आप अपने रिज्यूम में जोड़े।

पर्सनल ट्यूटर –अगर आपके पास पढ़ाने का हुनर है, तो बिना किसी निवेश के शुरू किया जाने वाला यह सबसे अच्छा बिज़नस है। इस बिज़नस में सबसे अच्छी बात यह है कि इसमे कभी मंदी नहीं आती, यह हर समय एक जैसे चलने वाला व्यापार है और आपके अनुभव बढ़ने के साथ आपके व्यापार में तरक्की होना तय है, और आगे जा कर आप कोचिंग सेंटर भी खोल सकते है।

इंटीरियर डिजाइनर –इंटीरियर डिजाइनर का व्यापार शुरू करना एक बहुत अच्छा बिज़नस आइडिया है, यह एक तरह का सर्विस प्रदान करने वाला बिज़नस है, जिसमे किसी निवेश की आवश्यकता नहीं होती। परंतु इसके लिए आपके पास एक खास ज्ञान और क्रिएटिविटी की आवश्यकता होती है।

मैच मेकिंग और वैडिंग प्लानर का व्यापार –आज कल ज़्यादातर शादी में प्रबंध के लिए मैच मेकर और वैडिंग प्लानर की आवश्यकता होती है। हालांकि हो सकता है कि इस व्यापार के लिए आपको कुछ निवेश करना पड़े, परंतु आज के समय में यह बहुत फायदे का व्यापार है।

रियल एस्टेट ब्रोकर या कंसल्टेंट का व्यापार –आप अपना स्वयं का रियल एस्टेट का व्यापार बिना किसी निवेश के शुरू कर सकते है। परंतु इसके लिए आपके पास कुछ संपत्ति खरीदने वालों और बेचने वालों के संपर्क होना आवश्यक है। आज के समय में अगर कोई व्यक्ति मकान किराए पर भी लेना चाहता है, तो उसे मध्यस्थ के रूप में रियल एस्टेट एजेंट की आवश्यकता होती है और इसमें भी आप पैसा कमा सकते है।

इन्शुरेंस कंसल्टेंट और एजेंट –आजकल कई लोगों को इन्शुरेंस से संबंधित जानकारी की आवश्यकता पढ़ती है, इसलिए यह आपके लिए व्यापार का अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। परन्तु इसके लिए आपको उचित ज्ञान और डिग्री की आवयश्यकता होगी।

सिक्योरिटी एजेंसी –आज के समय में सिक्योरिटी एजेंसी लोगों का महत्वपूर्ण मुद्दा है, लोग आज कल इसके लिए पैसे खर्च करने के लिए भी तैयार है। अगर आप यह व्यापार शुरू करना चाहते है, तो आपको इसके लिए कुछ व्यक्ति का प्रबंध करके उन्हे जरूरत की जगह सुरक्षा के लिए भेजना होगा और इसके जरिये आप मुनाफा कमा सकते है।

डांस, म्यूजिक और ड्राइंग क्लास –अगर आप इनमे से किसी चीज में पारंगत है, तो आपके लिए यह व्यापार का अच्छा विकल्प होगा। और आपके लिए यह व्यापार भी बिना किसी निवेश के उपलब्ध होगा।

कुकिंग क्लास का व्यापार –अगर आप पाक कला में माहिर है, तो कुकिंग क्लास आपके लिए अच्छा व्यापार का आइडिया है, हालांकि बड़ी-बड़ी कुकिंग क्लास में अच्छा-खासा निवेश होता है, परंतु अगर आप छोटे स्तर पर इसे शुरू करना चाहते है तो आप बिना किसी निवेश के अपनी रसोई से ही इसे शुरू कर सकते है।

फिटनेस और योगा टीचर –अगर आपको योग और फिटनेस का ज्ञान है, तो आपके लिए यह व्यापार योग्य होगा। आप चाहे तो उद्यानों या अपने घर पर ही अपनी योगा क्लासेस शुरू करके कमाई कर सकते है।

बेबी सिटिंग –आजकल कामकाजी महिलाओं की संख्या बढ़ने के कारण यह बिज़नस एक फायदे का सौदा है। इसके लिए आपको कोई निवेश की आवश्यकता नहीं है, आप इसे अपने घर से ही शुरू कर सकते है।

टिफिन सेंटर –अपने घर से अपने रोजाना के खाने के साथ अन्य व्यक्तियों के लिए कुछ एक्सट्रा खाना बनाकर आप अपना टिफिन सर्विस सेंटर व्यापार शुरू कर सकते है।

बुक बाइंडिंग का व्यापार –अगर आपको बूक बाइंडिंग करते आती है, तो यह आपके लिए एक फायदे का सौदा हो सकता है, क्योंकि यह व्यापार आप घर बैठे ही और ना के बराबर निवेश में शुरू कर सकते है।

एडवोकेट प्रताप सिंह सुवाणा

संबंधों को किस दिशा में ले जाएगा 'चीन'

नई दिल्ली/बीजिंग। भारत ने चीन को दो टूक कहा है कि ये पूरी तरह से चीन पर निर्भर है कि वो द्विपक्षीय संबंधों को किस दिशा में ले जाना चाहता है। चीन को इस पर सावधानी से विचार करना चाहिए। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव न हो इसका एक मात्र उपाय ये है कि चीन LAC पर नए निर्माण करना तुरंत बंद करे।


समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ एक इंटरव्यू में विक्रम मिस्री ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि चीन इस बाबत अपने दायित्वों को समझेगा और एलएसी पर तनाव को दूर करेगा और वहां से पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि चीन को बॉर्डर पार कर भारत की सीमा में आने और भारतीय जमीन पर निर्माण करने की अवैध हरकत को तुरंत बंद करना चाहिए।


गलवान पर दावा कर कोई फायदा नहीं


भारत के राजदूत ने गलवान घाटी पर चीन के किसी भी तरह के दावे को खारिज करते हुए कहा कि गलवान घाटी पर चीन की ओर से संप्रभुता का दावा बिल्कुल ही असमर्थनीय है और इस तरह बढ़ा चढ़ाकर दावा करने से चीन को किसी तरह का फायदा नहीं होने वाला है।


LAC पर यथास्थिति बदलने का असर द्विपक्षीय रिश्तों पर


विक्रम मिस्री ने ये साफ कर दिया कि एलएसी पर यथास्थिति बदलने की चीन की कोशिश का असर दोनों देशों के बीच के वृहद द्विपक्षीय संबंधों पर हो सकता है।


अपनी हरकतों से रिश्तों में दरार पैदा कर चुका है चीन


भारतीय राजदूत ने यह भी कहा कि भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती आए, इसके लिए ये जरूरी है कि सीमा पर शांति और सौहार्द्र कायम रहे। उन्होंने कहा कि चीनी सेना की हरकतों ने द्विपक्षीय संबंधों में अच्छी खासी दरार पैदा कर दी है, अब चीनी सेना को भारत की सेना की सामान्य पेट्रोलिंग गतिविधियों के लिए बाधा बननी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा अपनी सीमा में ही किसी प्रकार की गतिविधि की है।


4,96,796 की मौतें, 53.57 लाख ठीक


  • दुनिया में अब तक 4 लाख 96 हजार 796 लोगों की मौत, जबकि 53.57 लाख ठीक हुए

  • अमेरिका में अब तक 1 लाख 27 हजार 640 लोगों की मौत, यहां 10.68 लाख ठीक हुए


वॉशिंगटन। दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक 99 लाख 03 हजार 774 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 53 लाख 57 हजार 153 लोग ठीक हुए हैं। वहीं, 4 लाख 96 हजार 796 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन में एक बार फिर मामले बढ़ने लगे हैं। शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 घंटे में यहां 21 नए मामले सामने आए। ये सभी राजधानी बीजिंग के बताए जाते हैं। दूसरी तरफ, ब्राजील में एक ही दिन में 46 हजार से ज्यादा केस सामने आए। 


चीन : स्थानीय मामले बढ़े
यहां शुक्रवार को कुल 21 नए मामलों की जानकारी दी गई है। खास बात ये है कि ये सभी मामले स्थानीय हैं। एक रिपोर्ट के मुातबिक, चीन में स्थानीय मामलों का बढ़ना इस बात की तरफ इशारा है कि यहां संक्रमण पर काबू पाने के दावे पूरी तरह सही नहीं हैं। 21 में 17 मामले राजधानी बीजिंग के हैं। हालांकि, इस दौरान किसी मौत की जानकारी सामने नहीं आई। बीजिंग के लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने शुक्रवार को कहा कि राजधानी के होलसेल मार्केट खोलने पर अब तक कोई विचार नहीं किया गया है।  


बीजिंग की एक लेक के किनारे मौजूद लोग। चीन में शुक्रवार को 21 नए मामले सामने आए। इनमें से 17 बीजिंग के हैं। लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि होलसेल मार्केट दोबारा खोलने पर विचार नहीं किया गया है।


ब्राजील : एक दिन में फिर सबसे ज्यादा केस
ब्राजील में शुक्रवार को 46 हजार 860 मामले सामने आए। इसी दौरान 990 लोगों की मौत हो गई। जेयर बोल्सोनोरो की सरकार पर डब्ल्यूएचओ का दबाव बढ़ रहा है। सरकार ने मास्क तो जरूरी किया लेकिन कम्युनिटी ट्रांसमिशन रोकने के उपाय नहीं किए। इस बीच, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर ब्राजील ने जल्द ही संक्रमण रोकने के लिए सख्त कदम नहीं उठाए तो इसका देश की अर्थ व्यवस्था पर गंभीर असर हो सकता है।  


फिलिस्तीन : 207 नए मामले 
फिलिस्तिन में शनिवार को 207 नए मामले सामने आए। यहां अब कुल मामले 1795 हो गए। हेल्थ मिनिस्टर माई अल कैला ने एक बयान में कहा- पांच मार्च के बाद एक दिन में सामने आया संक्रमितों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। उन्होंने कहा कि हेब्रोन जिले में सबसे ज्यादा मामले हैं। अब तक कुल 620 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, पांच की मौत हो चुकी है।


अमेरिका : 16 राज्य ज्यादा प्रभावित
अमेरिका में शुक्रवार को 40 हजार 870 नए मामले सामने आए। देश के 50 में 16 राज्यों में हालात ज्यादा खराब हैं। अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हुए प्रदर्शनों को इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। फ्लोरिडा और टेनेसी में संक्रमण की रफ्तार बाकी राज्यों की तुलना में ज्यादा है। कोरोना टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर एंथोनी फौसी ने माना है कि कुछ राज्यों में संक्रमण पर काबू पाने में ज्यादा कामयाबी नहीं मिल सकी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। 


 टेनेसी के स्प्रिंगफील्ड में शुक्रवार को एक मरीज का टेस्ट करने के पहले डॉक्टर। अमेरिका के 16 राज्यों में संक्रमण की रफ्तार ज्यादा है। इनमें भी फ्लोरिडा और टेनेसी आगे हैं। 


सऊदी अरब : तेजी से बढ़ा संक्रमण
तमाम उपायों के बावजूद सऊदी अरब में संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा है। सीएनएन के मुताबिक, पिछले महीने दी गई ढील के बाद राजधानी रियाद और उसके पास के इलाकों में संक्रमण तेजी से फैला है। यहां बाद में फिर पाबंदियां लगाई गईं लेकिन, तब तक नुकसान हो चुका था। पिछले 24 घंटों में 3,938 नए मामले सामने आए। कुल संख्या 1 लाख 74 हजार 577 हो गई। इसी दौरान 46 लोगों की मौत हुई। मरने वालों का कुल आंकड़ा 1474 हो गया।


ईयू : तीन देशों के यात्रियों पर रोक लगाने की तैयारी
यूरोपीय यूनियन यानी ईयू महामारी को देखते हुए अमेरिका, ब्राजील और रूस से आने वाले पैसेंजर्स पर रोक लगा सकता है। इस बारे में आखिरी फैसला 1 जुलाई को लिया जा सकता है। एक डिप्लोमैट के मुताबिक, यूरोपीय देशों में संक्रमण काबू में आ रहा है लेकिन, अमेरिका, ब्राजील और रूस में यह तेजी से फैल रहा है। शुक्रवार को एक मीटिंग में फैसला किया गया है कि 18 देशों से आने वाले पैसेंजर्स पर कोई रोक नहीं होगी। चीन से लोग आ सकेंगे लेकिन, उनकी पूरी जांच की जाएगी।  


दिल्ली में संक्रमण के साथ रिकवरी रेट बड़ा


  • मई में दिल्ली में कोरोना से 473 मौतें हुई थीं, लेकिन 15 जून तक कुल 1400 लोग इस संक्रमण के चलते मारे गए हैं, जून में ही 50 हजार मरीज बढ़े

  • मरीजों का रिकवरी रेट भी 41% से बढ़कर 58% पर आया, मरीजों की वृद्धि दर भी 5.8 फीसदी से घटकर 4.9 फीसदी हो गई


नई दिल्ली। दिल्ली और मुंबई के बीच कोरोना के बढ़ते आंकड़ों की ऐसी रेस चल रही है जिसे कोई भी जीतना नहीं चाहेगा। यही दो महानगर हैं जो कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। देश भर में कोरोना के जो कुल मामले सामने आए हैं, उनमें से लगभग 30 प्रतिशत सिर्फ इन दो शहरों से ही हैं।


दिल्ली में कोरोना का पहला मामला 2 मार्च को सामने आया था। वहीं, मुंबई में पहला मामला इसके 9 दिन बाद दर्ज किया गया, लेकिन फिर यह संक्रमण बेहद तेजी से फैला। स्थिति यह बन पड़ी कि मई के आखिर तक मुंबई में कुल 39,686 मामले दर्ज हो चुके थे। जबकि इस वक्त तक दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 19,844 थी। यानी मुंबई की तुलना में लगभग आधी। यह वो समय था जब तक देशभर में लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो रहा था। लेकिन, जून आते-आते लॉकडाउन में ढील दिए जाने की आवाजें तेज होने लगी थीं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इनमें मुख्य थे जो लॉकडाउन को खत्म करने की जोर-शोर से पैरवी कर रहे थे। लेकिन लॉकडाउन का हटना सबसे घातक दिल्ली के लिए ही साबित हुआ है। 26 जून तक दिल्ली में कुल 2 हजार 429 लोग कोरोना के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं।


आरजेडी को लगा एक और तगड़ा झटका

आराह। अभी-अभी बड़ी खबर आ रही है। खबर सियासी गलियारे से हैं। आरजेडी को एक और तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के एक प्रदेश उपाध्यक्ष ने पद से इस्तीफा दे दिया है। पांच विधान पार्षदों के पार्टी  छोड़ कर जेडीयू में शामिल होने और पार्टी उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह के पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक विजेंद्र यादव ने पद और पूर्ण रूप से पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। विजेंद्र यादव लालू यादव के काफी करीबी माने जाने वाले नेताओं में शुमार हैं।विजेन्द्र य़ादव के इस्तीफे से भोजपुर में आरजेडी को तगड़ा झटका लगा है। भोजपुर इलाके में वे राजद के कद्दावर नेता के तौर पर जाने जाते हैं। बताया जा रहा है कि विजेन्द्र यादव पार्टी से काफी दिनों से नाराज चल रहे थे। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही आरजेडी को दोहरा झटका लगा था। राजद के पांच विधान पार्षद पार्टी छोड़कर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल हो गए वहीं, राजद के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था । एमएलसी संजय प्रसाद, कमरे आलम, राधाचरण सेठ, रणविजय सिंह और दिलीप राय आरजेडी छोड़ कर जेडीयू में शामिल हो गये थे।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


  जून 28, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-320 (साल-01)
2. रविवार, जूूून 28, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- अष्टमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 26+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.। तेज हवाओं के साथ बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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संपर्क सूत्र :-935030275


(सर्वाधिकार सुरक्षित)


शुक्रवार, 26 जून 2020

व्यपार के लिए जागरूकता जरूरीः हर्षवर्धन

 नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ सेवन और तस्करी निरोध दिवस पर शुक्रवार को कहा कि इस दिवस का उद्देश्य मादक पदार्थों के दुरूपयोग के साथ-साथ इनके व्यापार के खिलाफ लड़ाई के लिए जागरुकता बढ़ानी जरूरी है।


हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा, “हमें इस दिवस पर नशे से पीड़ित लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए जागरुक करने का संकल्प लेना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने ट्वीट करते हुए अपील की कि इस दिवस पर हम सब मादक पदार्थों का सेवन न करने और इनसे दूर रहने का संकल्प लें। जिम्मेदार बनें, सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें।


सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं

सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं  संदीप मिश्र  गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शनिवार सुबह गोरखनाथ...