गुरुवार, 25 जून 2020

महेश का 'राष्ट्रपति' को पत्र, खतरा बताया

पालूराम


अहमदाबाद। गुजरात में राज्‍यसभा चुनाव का बहिष्कार करने वाले भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो विधायक छोटूभाई वसावा व महेश वसावा ने राष्‍ट्रपति को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है। वसावा पिता-पुत्र का दावा है कि सामंतवादी व विघटनवादी ताकतें उनके सामाजिक समानता व आदिवासी अधिकार के आंदोलन को कुचलना चाहते हैं।


राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में भरुच झगडिया से विधायक छोटूभाई वसावा तथा नर्मदा के डेडियापाडा विधानसभा से विधायक उनके पुत्र महेश वसावा ने बताया कि भारतीय ट्राइबल पार्टी ने राज्‍यसभा चुनाव में संविधान की 5वीं सूची का अमल तथा आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार कर दिया था। उनका कहना है कि वे लंबे समय से सामाजिक न्‍याय की आवाज उठा रहे हैं, समाज में विघटन जैसा माहौल बन रहा है।


असमानता व सामंतवादी सोच के लोग उनके सामाजिक न्‍याय के अभियान को पसंद नहीं करते हैं तथा उसे खत्‍म कर देने की इच्छा रखते हैं। इससे समाज में विघटन के हालात हैं तथा उनकी जान को भी जोखिम है। राज्‍य पुलिस ने पहले भी ऐसे असामाजिक तत्‍वों के साथ मिलकर फर्जी मुठभेड़ की घटनाओं को अंजाम दिया था, भविष्‍य में इनके फिर होने की आशंका है। मीडिया भी तनाव व राजनीतिक खबरें चलाकर उनकी छवि को बिगाड़ने का प्रयास कर रहा है। दोनों विधायकों ने खुद पर जानलेवा हमले की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की है, ऐसा नहीं होने पर किसी भी तरह की घटना होने पर प्रशासन की जिम्‍मेदारी रहेगी।


 



 


गौरतलब है कि बीटीपी के इन दोनों विधायकों ने गत 19 जून को हुए राज्‍यसभा चुनाव के दौरान मतदान से खुद को अलग कर लिया था। इन दोनों विधायक ने आदिवासियों के अधिकार तथा पांचवीं अनुसूची का अमले कराए जाने की मांग को लेकर प्रतीक धरना भी दिया। कांग्रेस व भाजपा नेता राज्‍यसभा चुनाव के दौरान इनके संपर्क में थे, लेकिन खुद को धर्मसंकट में फंसता देख दोनों विधायाकों ने मदातन से ही खुद को अलग कर लिया था। 


स्‍टेच्‍यू ऑफ यूनिटी का विरोध


भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के विधायक व आदिवासी नेता छोटू वसावा ने चाइनीज वस्‍तुओं के बहिष्‍कार के साथ स्‍टेच्‍यू ऑफ यूनिटी का विरोध फिर शुरू कर दिया है। वसावा का कहना है कि प्रतिमा के निर्माण में चाइना में बनी ब्रोंज प्‍लेट का उपयोग हुआ है। बीटीपी ने चाइना के राष्‍ट्रपति का पुतला दहन भी किया। भरुच के झगडिया गांव में भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक छोटू वसावा व उनके कार्यकर्ताओं ने चाइना के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला दहन कर चाइनीज वस्‍तुओं के बहिष्कार का एलान किया। यहां वसावा ने कहा कि चाइना की हर वस्‍तु का बहिष्कार होना चाहिए। साथ ही, उन्‍होंने कहा कि लौहपुरुष सरदार पटेल की प्रतिमा के निर्माण में चाइना में बनी ब्रोंज प्‍लेट का उपयो‍ग किया गया है। इनकी देखरेख के नाम पर बार बार चाइनीज लोग उनके आदिवासी इलाके में आते हैं। गौरतलब है कि स्‍टेच्‍यू ऑफ यूनिटी का निर्माण आदिवासी बहुल इलाके में हुआ है, जो बीटीपी का राजनीतिक गढ़ है।


दक्षिण कोरिया को पीएम की शुभकामनाएं

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरिया युद्ध के 70 साल पूरे होने पर संदेश जारी कर दक्षिण कोरिया के लोगों को शुभकामनाएं दीं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस विशेष अवसर पर मैं कोरियाई प्रायद्वीप में शांति के बलिदान करने वाले सभी बहादुरों को सलाम करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरिया के लोगों ने युद्ध के बाद एक महान राष्ट्र का निर्माण किया है। मैं कोरियाई प्रायद्वीप में शांति को बनाए रखने और बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रपति मून जे इन द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना करता हूं। बता दें कि कोरियाई युद्ध 1950 से 53 तक चला था। इसकी शुरुआत 25 जून, 1950 को उत्तरी कोरिया से दक्षिणी कोरिया पर आक्रमण के साथ हुआ। यह शीत युद्ध काल में लड़ा गया सबसे पहला और सबसे बड़ा संघर्ष था।



पहली बार मज़दूरों का सुख-दुख जानेंगे

नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी लॉकडाउन के बाद पहली बार मज़दूरों से बात करेंगे और उनका सुख-दुख जानेंगे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी वीडियो कांफ्रेंस से जुड़े रहेंगे। 26 जून को मोदी यूपी के कुछ ख़ास लोगों से उनके मन की बात जानेंगे। ये वैसे लोग हैं जो लॉकडाउन में बेरोज़गार हो गए थे। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो महाराष्ट्र और गुजरात में काम करते थे। जब वहां फैक्ट्ररियां बंद हुईं तो अपने घर लौट आए।


लेकिन यूपी सरकार की मदद से इन्हें काम मिल गया है। योगी सरकार का दावा है कि 1 करोड़ 25 लाख लोगों को लॉकडाउन के समय से ही रोज़गार मिल गया है। शुक्रवार को सुबह 11 बजे छह ज़िलों के कुछ लोगों से मोदी बातचीत करेंगे। ये पहला मौक़ा होगा जब प्रधान मंत्री लॉकडाउन के बाद सीधा संवाद करेंगे। लॉकडाउन के दौरान बाहर से लोगों को अपने यहां लाने की शुरुआत सबसे पहले योगी आदित्यनाथ ने की थी। हरियाणा बस भेज कर उन्होंने मज़दूरों को घर बुलवाया था। इसके बाद तो कुछ और राज्यों में भी बसें भेजी गई थीं। जब श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलने लगे तो लाखों लोग यूपी आए. क़रीब 36 लाख प्रवासी लोग यूपी में अपने घर लौटे. तब सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था ये लोग हमारी ताक़त हैं। हमारी पूंजी हैं।


सीएम योगी ने वादा किया था ऐसे लोगों के उनके घर के पास ही रोज़गार देने की कोशिश की जाएगी। इसके लिए देश में पहली बार यूपी में स्किल मैपिंग का काम शुरू हुआ। डाटा तैयार किया गया कि कौन लोग किस तरह का काम करते हैं।जैसे बढ़ई, लुहार, सोनार, दर्ज़ी, कंप्यूटर रिपेयर करने वाले, गाड़ी की मरम्मत का काम करने वाले, राज मिस्त्री जिनके पास कोई हुनर नहीं है उनमें से कुछ को मनरेगा का काम दिया गया. कुछ लोगों को रियल एस्टेट में काम मिला। इसके लिए रियल एस्टेट डेवलपरों के संगठन नरडेका से समझौता किया गया. इसे रोज़गार अभियान नाम दिया गया है। राज्य के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी बताते हैं कि शुरूआत में 31 ज़िलों में ये योजना शुरू की गई है।


 


अहमदाबाद से राजकुमार साहनी मई के शुरूआत में ही अपने घर गोरखपुर आ गए थे। वे जिस फ़ैक्ट्री में काम करते थे, बंद हो गया था। अब आगे क्या करते, परिवार कैसे चलाते? यूपी सरकार की मदद से उन्हें घर के पास ही काम मिल गया। वे बोरे बनाने की फ़ैक्ट्री में काम कर रहे हैं. अहमदाबाद में भी वे यही काम किया करते थे। कुछ ऐसा ही कहानी गुजरात से लौटे विजेंद्र पाल की भी है। उन्हें भी काम मिल गया है। यूपी में क़रीब 90 लाख छोटे और लघु उद्योग हैं। योगी सरकार का दावा है कि अगर इनसे एक भी आदमी को जोड़ दिया गया तो 90 लाख को रोज़गार मिल जाएगा। नोएडा में गार्मेंट्स की क़रीब 3500 फ़ैक्टरियाँ हैं। जिनमें दो लाख लोगों की ज़रूरत थी। स्किल मैपिंग में प्रवासी लोगों में से 64000 दर्ज़ी पाए गए। यूपी में एमएसएमई के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल बताते हैं कि हमने गार्मेंट्स कंपनियों को उनकी ज़रूरत के हिसाब से लोग दे दिए हैं। वे कहते हैं कि जिसको जिस काम का अनुभव है, उसे हम उसी सेक्टर में काम दिलाने में लगे हैं. जो लोग अपना काम धंधा खुद करना चाहते हैं, उन्हें बैंकों से कम ब्याज पर लोन दिया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ कह चुके हैं कि बाहर कमाने वाले जो लौटे हैं उन्हें अब फिर बाहर नहीं जाने देंगे। सीएम योगी ने कहा था कि वे पीएम नरेन्द्र मोदी के संकट को अवसर में बदलने के मंत्र को सच साबित कर दिखाएंगे।


संघर्षियों के बलिदान को भूल नहीं पाएगें

आपातकाल के 45 साल पूरे होने पर गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने वालों को याद किया और कहा कि उनके बलिदान को देश भूल नहीं पाएगा। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ''आज से ठीक 45 वर्ष पहले देश पर आपातकाल थोपा गया था। उस समय भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया, यातनाएं झेलीं, उन सबको मेरा शत-शत नमन! उनका त्याग और बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा।''


पीएम मोदी ने ट्वीट के साथ मन की बात का अंश शेयर किया, जिसमें वह आपातकाल के बारे में बता रहे हैं। पीएम मोदी इसमें कहते हैं, ''जब देश में आपातकाल लगाया गया तो उसका विरोध केवल राजनीतिक दायरे तक सीमित नहीं रहा था, जेल की सलाखों तक आंदोलन सिमट नहीं गया था, जन-जन में आक्रोश था। खोए हुए लोकतंत्र की एक तड़प थी।''


पीएम मोदी ने कहा, ''जब समय पर खाना खाते हैं तो भूख क्या होती है इसका पता नहीं होता है। ठीक उसी तरह सामान्य जीवन में लोकतंत्र के अधिकारों का क्या मजा है, वह तब पता चलता है जब कोई लोकतांत्रिक अधिकारों को छीन लेता है। आपातकाल में देश के हर नागरिक को लगने लगा था कि उसका कुछ छीन लिया गया है। जिसका उसने जीवन में कभी उपयोग नहीं किया था वह भी छिन गया है तो उसका दर्द उसके दिल में था।'' पीएम मोदी कहते हैं, ''समाज व्यवस्था को चलाने के लिए संविधान की भी जरूरत होती है, कायदे कानून और नियमों की भी आवश्यकता होती है। अधिकार और कर्तव्य की भी बात होती है। लेकिन भारत गर्व के साथ कह सकता है कि हमारे लिए लोकतंत्र हमारा संस्कार, संस्कृति और विरासत है। हम इसके साथ पले बढ़े लोग हैं। देश ने अपने लिए नहीं एक पूरा चुनाव अपने लिए नहीं लोकतंत्र की रक्षा के लिए आहूत कर चुका था। शायद दुनिया के किसी देश में वहां के जन-जन ने लोकतंत्र के लिए अपने बाकी हकों और आवश्यकतओं की परवाह किए बिना मतदान किया हो तो इस देश ने 1977 में देखा था।'' इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला और आरोप लगाया कि एक परिवार के हित दलीय व राष्ट्रीय हितों पर हावी हो गए हैं। उन्होंने साथ ही सवाल किया कि ''आपातकाल की मानसिकताक्यों आज भी कांग्रेस में मौजूद है। आपातकाल के 45 साल पूरे होने पर शाह ने एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट किए और दावा किया कि कांग्रेस के नेता अब अपनी ही पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं। उनके मुताबिक जनता से विपक्षी पार्टी की दूरी बढ़ती जा रही है। देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 के बीच 21 महीने की अवधि तक आपातकाल लागू रहा। इंदिरा गांधी उस समय देश की प्रधानमंत्री थीं।


पैदा हुए 3 बच्चे मिले कोरोना पॉजिटिव



भारत समेत पूरी दुनिया के लिए कोरोना वायरस एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है। अब तक इसका इलाजा नहीं ढूंढा जा सका है। इस बीच कोरोना के नए-नए लक्ष्ण और इससे जुड़े मामले सामने आ रहे हैं। मेक्सिको में एक हैरान करने देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक साथ पैदा हुए तीन बच्चे कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। हैरानी की बात ये है कि इन बच्चों के माता-पिता को कोरोना वायरस नहीं है। इस मामले के सामने आने के बाद डॉक्टर भी हैरान हैं। मेक्सिकों के स्वास्थ्य अधिकारी इस बात का पता लगाने में जुट गए हैं कि आखिर ऐसा केसा हुआ। वहीं, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इससे पहले ऐसा कोई भी केस नहीं देखा है, जिसमें बच्चे संक्रमित पैदा हुए हों और मां-बाप को संक्रमण न हो। इन तीन बच्चों में एक लड़की और दो लड़के हैं। पैदा होने के चार घंटे बाद सान लुइस पोटोसी में इनका कोरोना वायरस टेस्ट कराया गया, जहां इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, शुरू में उन्हें लगा कि हो सकता है बच्चों की मां कोरोना पॉजिटिव हो और उनसे कोरोना बच्चों में फैल गया हो। बच्चों की रिपोर्ट आने के बाद माता-पिता का भी टेस्ट कराया गया, लेकिन दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई। बच्चों की देखभाल करने वाले डॉक्टर ने बताया कि 17 जून को पैदा हुए तीनों बच्चों में से दो पूरी तरह स्वस्थ थे और इनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। तीसरे बच्चे को निमोनिया की शिकायत थी, लेकिन वो भी अब ठीक है। मेक्सिको की स्वास्थ्य सचिव कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बच्चों के माता-पिता के कोरोना वायरस टेस्ट नेगेटिव आए और हमारा पूरा ध्यान इस पर है। उन्होंने कहा कि हमने विशेषज्ञों से इस मामले की जांच करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि फिलहाल तीनों बच्चे डॉक्टरों की निगरानी में अस्पताल में हैं। मैक्सिको में कोरोना वायरस के 1,90,000 से भी ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। यहां पर अब तक कोरोना से 23,377 लोगों की जान जा चुकी है।




भैंस के आगे बीन बजाकर जताया विरोध

सपा ने भैंस के आगे बीन बजाकर पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों पर जताया विरोध


 गोरखपुर। पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों के विरोध में बुधवार समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गोरखपुर के रेलवे लोको ग्राउंड में अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने अनोखे अंदाज में भैंस के आगे बीन बजाई और फिर कार्यकर्ता भैंस के पीछे बीन बजाते दौड़ते रहे और भैंसे आगे भागती रही।


वैश्विक महामारी कोरोना के बीच पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों के कारण सरकार की खूब किरकिरी हो रही है। आम और खास हर तबका पेट्रोल और डीजल के दामों में लगी आग के कारण बढ़ी महंगाई से त्रस्त है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकार को अनोखे अंदाज में भैंस के आगे बीन बजा कर आईना दिखाने की कोशिश की है। सपा के पूर्व जिला सचिव आफताब अहमद के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने यह अनोखा प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता भैंस के पीछे पीछे बीन लेकर बजाते रहे और भैंस से आगे-आगे भागती रही।


इस दौरान कार्यकर्ता हाथ में अलग-अलग स्लोगन लिखे पोस्टर भी ले रखे थे। पोस्टर पर लिखित स्लोगन बरबस ही ध्यान आकर्षित करते रहे। एक स्लोगन पर लिखा गया कि आने वाले समय में ‘पेट्रोल और डीजल के दाम बताने के लिए पेट्रोल पंप पर जुमला ‘अक्कड़ बक्कड़ बंबे बोल 80-90 पूरे 100’ लिखा रहेगा। जो यह बताएगा कि पेट्रोल और डीजल के दाम अब ₹100 हो गए हैं। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला सचिव आफताब अहमद ने कहा कि लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के कारण आमजन का जीना मुश्किल हो गया है। पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में रोजमर्रा की जरूरत के सामानों के दामों में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है। जिस कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने जो जनता से वादे किए थे, वह वायदे पूरे होते दिखाई नहीं दे रहे हैं।


उन्होंने सरकार की निद्रा तोड़ने के लिए यह अनोखा प्रदर्शन किया है। वह भैंस के आगे बीन बजा कर सरकार को नींद से जगाना चाहते हैं। उन्हें उम्मीद है कि सरकार की नींद टूटेगी। नहीं तो वे इससे भी बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला सचिव जयप्रकाश यादव ने कहा कि इस सरकार में छात्र, नौजवान, बेरोजगार, बुजुर्ग महिलाएं हर तबका त्रस्त है। उन्होंने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार की नींद को तोड़ने के लिए उन लोगों ने ही अनोखा प्रदर्शन किया है। वह भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार को नींद से जगाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ‘अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो, 80, 90, पूरे 100 पेट्रोल के बढ़ते दामों पर सरकार पर तंज है। उन्होंने कहा कि सरकार को नींद से जागना होगा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का दिन फिर से वापस लौटेगा. देश और प्रदेश में खुशहाली आएगी.दर्शन किया। कार्यकर्ता भैंस के पीछे पीछे बीन लेकर बजाते रहे और भैंस से आगे-आगे भागती रही।


यूपी पुलिस में हुए बड़े स्तर पर तबादले

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार देर रात प्रांतीय पुलिस सेवा संवर्ग में कार्यरत अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) स्तर के 69 अधिकारियों का तबादला कर दिया। सरकार की तरफ से कहा गया कि यह फैसला जनहित में लिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में 13 पीसीएस अफसरों के भी सरकार ने देर रात तबादले कर दिए।


आईएएस अधिकारी वाराणसी नगर निगम के नगर आयुक्त गौरांग राठी को वर्तमान पद के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर और विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सचिव वाराणसी विकास प्राधिकरण विशाल सिंह के पास पहले इसका अतिरिक्त प्रभार था। उनसे यह प्रभार ले लिया गया है वह सचिव विकास प्राधिकरण वाराणसी के पद पर बने रहेंगे। स्थानांतरित किए गए पीसीएस अधिकारियों में अधिकतर वाराणसी के हैं।


कोरोनाः तोड़े रिकार्ड, तीसरे नंबर पर भारत

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में आज पहली बार कोरोना संक्रमितों की संख्या एक दिन में 17 हजार के करीब बढ़ी है। लगातार दूसरे दिन 15 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 16 हजार 922 नए मामले आए और 418 लोगों की मौत हुईं है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 4 लाख 73 हजार 105 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 14,894 की मौत हो चुकी है, जबकि दो लाख 71 हजार लोग ठीक भी हुए हैं।


कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत ने दुनिया का चौथा सबसे प्रभावित देश है। अमेरिका, ब्राजील, रूस के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत चौथे स्थान पर आ गया है। भारत से अधिक मामले अमेरिका (2,462,554), ब्राजील (1,192,474), रूस (606,881) में हैं। वहीं भारत में मामले बढ़ने की रफ्तार दुनिया में तीसरे नंबर पर बनी हुई है। अमेरिका और ब्राजील के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले भारत में दर्ज किए जा रहे हैं।


आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस वक्त 1 लाख 86 हजार कोरोना के एक्टिव केस हैं। सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र में 62 हजार से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे नंबर पर तमिलनाडु, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है। इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है। यानी कि भारत ऐसा चौथा देश है, जहां फिलहाल सबसे ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।


भाजपा विधायक सहित 6 लोग संक्रमित

औराई। जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। औराई के भाजपा विधायक के गनर, ड्राइवर व पीआरओ समेत छह लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से प्रशासन की बेचैनी बढ़ गई। सभी औराई ब्लॉक के त्रिलोकपुर गांव निवासी हैं। विधायक अपने साथ गनर, ड्राइवर व पीआरओ सहित सात लोगों का स्वैब 20 जून को जांच के लिए भेजा था। बुधवार को आईरिपोर्ट की जानकारी होते ही हलचल मच गई। विधायक मुख्यमंत्री से मिलकर लौटे थे। लौटते वक्त तबीयत खराब होने पर उन्होंने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया था।औराई क्षेत्र के दलपतपुर निवासी वृद्ध महिला भी कोरोना पॉजिटिव मिली है। वह कोरोना पॉजिटिव रिश्तेदार के संपर्क में आने से कोरोना की चपेट में आई है। भदोही नगर में फर्निङ्क्षशग व्यवसाय से जुड़ा भदोही में रहने वाला एक युवक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। दोनों का स्वैब 19 जून को लिया गया था। इसी तरह घोसिया निवासी युवक की एसपीजीआइ लखनऊ में स्वैब जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 10 जून को स्वैब लेने के बाद तबीयत ठीक न होने पर अस्पताल में भर्ती है। डीघ ब्लॉक के मदनपुर गांव निवासीव्यक्ति की दूसरी रिपोर्ट में भी कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है। वह भदोही सीएचसी में भर्ती था तबीयत बिगडऩे के बाद उनको बीएचयू रेफर कर दिया गया। अब जनपद में कुल संक्रमितों की संख्या 129 हो गई है। कुल सक्रिय केस 46 हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. लक्ष्मी ङ्क्षसह ने बताया कि संक्रमित चार लोगों को भदोही अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया।औराई के त्रिलोकपुर में तीन कोरोना पॉजिटिव मिलने पर अफरा-तफरी मच गई। प्रशासन ने गांव में आवागमन के सभी मार्ग को बांस बल्ली लगाकर सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे कर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी।


कैबिनेट बैठक में कई ऐतिहासिक निर्णय

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बुधवार को केंद्रीय मंत्रीमंडल की अहम बैठक हुई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। पीएम मोदी ने कैबिनेट फैसलों को ऐतिहासिक बताया और कहा कि करोड़ों भारतीय निर्णय से लाभान्वित होंगे।


इस बैठक में अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार, को-ऑपरेटिव बैंक की निगरानी, कुशीनगर अंतराराष्ट्रीय एयरपोर्ट को मंजूरी, शिशु लोन पर 2 फीसदी ब्याज छूट देने जैसे निर्णय लिए गए। आइए जानते हैं केंद्रीय कैबिनेट ने क्या-क्या महत्वपूर्ण फैसले लिए।


1- को-ऑपरेटिव बैंक अब RBI की निगरानी में


अब देश के सभी सहकारी बैंक (अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक हो या मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक) रिजर्व बैंक की निगरानी में आएंगे। अभी देश में 1482 अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक और 58 मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक हैं। सरकार का कहना है कि इन बैंकों के आरबीआई की निगरानी में आने के बाद 8.6 करोड़ से अधिक जमाकर्ताओं को भरोसा मिलेगा। यह आश्वासन मिलेगा कि उनका बैंकों में जमा 4.84 लाख करोड़ रुपया सुरक्षित है।


2- शिशु मुद्रा लोन पर 2% ब्याज छूट


शिशु मुद्रा लोन धारकों को मोदी सरकार ने राहत दी है. इस लोन पर 2 फीसदी के ब्याज छूट को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को मंजूरी दे दी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज के तहत ही इसका ऐलान किया था। कैबिनेट के निर्णय के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘मुद्रा के शिशु लोन पर 2 फीसदी ब्याज छूट देने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूर किया है। करोड़ों लाभार्थियों को अब 2 फीसदी की ब्याज छूट मिलेगी।


3- अंतरिक्ष क्षेत्र अब निजी कंपनियों के लिए खुला


अंतरिक्ष जगत को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए छात्रों और निजी कंपनियों के लिए भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने का ऐलान किया है। अंतरिक्ष गतिविधियों के समस्त क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अंतरिक्ष क्षेत्र में दूरगामी सुधारों को मंजूरी दे दी।


4- कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को मंजूरी


केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि इस फैसले से बौद्ध धर्म के विदेशों में रहने वाले अनुयायियों को कुशीनगर आने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि थाईलैंड, जापान, वियतनाम, श्रीलंका जैसे देशों से बहुत से अनुयायी यहां आना चाहते हैं। कुशीनगर महात्मा बुद्ध की निर्वाण स्थली है, इसलिए अब ये अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के तौर पर विकसित होगा।


5- पशुपालन बुनियादी ढांचा विकास फंड


आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने 15,000 करोड़ रुपये के पशुपालन बुनियादी ढांचा विकास फंड (एएचआईडीएफ) की स्थापना के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। पीएम ने कहा कि ये हमारे मेहनती किसानों की आय को बढ़ावा देगा। साथ ही निवेश और क्षेत्रीय बुनियादी ढांचे विशेष रूप से डेयरियों में एक प्रोत्साहन मिलेगा।


वायरस से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम

 गौतम बुद्ध नगर। कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन की ओर से नियमित रूप से संचालित किया जा रहा है जागरूक। कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासी कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बने रहें इस उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार एवं शासन के दिशा निर्देशों के अनुपालन में कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह एवं जिलाधिकारी सुहास एल वाई के नेतृत्व में जनपद गौतम बुध नगर के अंतर्गत विभागीय अधिकारियों के द्वारा व्यापक स्तर पर विभिन्न माध्यमों से जागरूकता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है ताकि सभी जनपद वासियों को कोरोनावायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाकर रखा जा सके। इस कड़ी में डीएम सुहास एल वाई के निर्देश पर पंचायत राज विभाग की स्वच्छता टीम के द्वारा ब्लॉक दादरी के अंतर्गत ग्राम पंचायत इस्लामाबाद कलदा में मुनादी के माध्यम से पूरे गांव में व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार सुनिश्चित करते हुए ग्रामीणों को जागरूक करने की कार्यवाही सुनिश्चित की गई है। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि यह कार्यक्रम पंचायत राज विभाग के माध्यम से जनपद में नियमित रूप से सभी ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित करते हुए ग्रामीणों को जागरूक करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सभी नागरिकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सके। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर


अनियंत्रित कार खाई में गिरी, 6 लापता

किश्तवाड़। जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले में दर्दनाक हादसा हुआ है। पहाड़ी इलाके से गुजर रही एक कार अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। नदी के पानी का बहाव तेज होने के कारण कार और कार सवार छह लोग बह गए हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। अभी तक कार सवार लोगों को पता नहीं चल सका है।


बता दें कि जिले की पाडर तहसील में गढ़ और गुलाबगढ़ इलाके के बीच भोट नाला(नदी) के पास एक कार अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। इस दौरान कार में मुल्क राज पुत्र रामनाथ शर्मा, मुन्नी देवी पत्नी मुल्क राज, कैलाशा देवी पत्नी चूनेलाल, अनामिका देवी पुत्री चूनेलाल, शालू देवी पुत्री नवींद्र कुमार और काके देवी पुत्री नवींद्र कुमार सवार थे।
हादसे की सूचना मिलते ही आसपाल के लोग मौके पर पहुंचे। साथ ही स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंची टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। हालांकि अभी तक कार और कार सवार लोगों का कोई पता नहीं चल सका है।


महिलाओं के हित में सराहनीय काम किया

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला संरक्षण के हित में एक और महत्वपूर्ण फैसला करते हुए मृतक आश्रित कोटे पर विवाहित पुत्री और परित्यक्ता पुत्री को नौकरी देने को मंजूरी दे दी है। प्रदेश में अभी तक यह व्यवस्था नहीं थी। मुख्यमंत्री के इस फैसले के बाद विवाहित और परित्यक्ता पुत्री के मृतक आश्रित कोटे पर सरकारी नौकरी पाने का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए मंगलवार को मृतक आश्रित को नौकरी के लिए कुटुंब की परिभाषा में विवाहित पुत्री और परित्यक्ता पुत्री भी शामिल करने के लिए उप्र सेवाकाल में मृत सरकारी सेवकों के आश्रितों की भर्ती नियमावली-1974 के नियम -2(ग)(तीन) में संशोधन की अनुमति दे दी है। मुख्यमंत्री ने महिला अधिकारों के संरक्षण के लिए हाईकोर्ट के आदेश के आधार पर यह फैसला किया है।

लाखों की लागत के विकास कार्यों का उद्घाटन

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगरपालिका अध्यक्ष ने वार्ड 40 व 46 मे करीब 20 लाख रूपये की लागत से होने वाले विकास कार्यों का नारियल फोड़कर उद्घाटन किया ।

इस अवसर पर कालोनीवासियों ने रंजीता धामा का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया । लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने जानकारी देते हुये बताया कि अपने नगरपालिका चुनाव के समय मे वार्ड 40 की इन गलियों मे आयी थी। तब इन गलियों की हालत बहुत बुरी थी। तब मैने कालोनीवासियों को आश्वस्त करते हुये कहा था कि जल्द ही आप लोगों की समस्या का स्थायी समाधान करवा दिया जायेगा और आज इन गलियों मे मैने विकास कार्यों की शुरुआत करवा दी है। जल्द ही बरसात से पहले ये सभी गलियां बनकर तैयार हो जायेगी तथा यंहा के निवासियों के हो रही परेशानी से निजात मिलेगी ।

हम और हमारी नगरपालिका के सभी अधिकारी अपनी तरफ से लोनी क्षेत्र की विभिन्न कालोनियों मे विकास कार्य कराने के लिये प्रयासरत है आने वाले समय मे एक प्रदेश सरकार के दूारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोनी को एक बडा पैकेज मिलने वाला है जिससे लोनी मे विकास कार्य कराये जायेंगे । लोनी नगरपालिका अध्यक्ष ने उपस्थित ठेकेदारों को सभी कार्य बरसात से पूर्व करने व कार्यों मे गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के लिये कहा। 

इस अवसर पर कालोनीवासियों ने विकास कार्यों के लिये रंजीता धामा का आभार प्रकट किया।

इस अवसर पर सभासद सरफराज त्यागी, सुधीर तोमर, कपिल मलिक, महेश त्यागी, विकास, महावीर मास्टर जी, रतन भाई, बाबू, कंवरपाल, शोभा, रेखा, पूजा, मरियम,शबनम मेवाती, मालती, लीला देवी, डिपंल तोमर, रजनी देवी सहित सैकड़ों की संख्या कालोनी के महिलाएं व पुरूष उपस्थित रहे ।

अवैध शराब की भट्टी पर प्रशासन का छापा

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे को तहसील लोनी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम औरैया रिस्तल के पास अवैध रूप से बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बनाने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिस क्रम में जिलाधिकारी द्वारा उपजिलाधिकारी लोनी को तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया था। उपजिलाधिकारी लोनी द्वारा डीएम के निर्देश प्राप्त होते ही तत्काल प्रभारी निरीक्षक थाना टीला मोड़ ने मय पुलिस फोर्स के साथ ग्राम औरैया रिस्तल के पास छापेमारी की। वहीं, मौके पर बड़े पैमाने पर अवैध कच्ची शराब की भट्टीयां चल रही थी। 


जिसमें 9 ड्रम कच्ची शराब से भरे रखे हुए मिले हैं। उपजिलाधिकारी लोनी द्वारा तत्काल समस्त भट्टियों को ध्वस्त करते हुए समस्त कच्ची शराब को नष्ट कर दिया गया हैं। दरअसल, यह अवैध कारोबार अभियुक्त गौतम कसाना द्वारा किया जा रहा था जोकि अपने साथियों सहित मौके से फरार हो गया हैं। उपजिलाधिकारी लोनी द्वारा आबकारी निरीक्षक और प्रभारी निरीक्षक थाना टीला मोड़ को संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध तत्काल तुरंत सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाही करने के लिए निर्देशित किया गया हैं। बता दें कि यह जानकारी उपजिलाधिकारी लोनी खालिद अंजुम द्वारा प्राप्त की गई हैं।

सफाई करते समय दुकानदारों से झगड़ा

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। कस्बा मुरादनगर के मेन रोड पर नाले से कूड़ा निकालने को लेकर मुरादनगर नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारियों और दो दुकानदारों के बीच धक्का-मुक्की व मारपीट हो जाने का मामला सामने आया हैं।
आपको बताते चलें कि नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारी बुधवार दोपहर मुरादनगर से कस्बा रोड पर नाले से कूड़ा निकालने के लिए गए थे कि तभी गद्दे के दो दुकानदारों की सफाई कर्मचारियों से दुकान के आगे कूड़ा निकालने को लेकर धक्का-मुक्की हो गई और देखते ही देखते मारपीट भी हो गई।


मुरादनगर नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारियों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक जिस समय उन्होंने नाले से कूड़ा निकाला तो दोनों दुकानदारों ने सफाई कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, कूड़े को लेकर दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की हो गई और फिर मारपीट भी हो गई।

गौरतलब है कि धक्का-मुक्की के उपरांत गद्दे के दोनों दुकानदारों ने सफाई कर्मचारियों के साथ मारपीट कर दी। जिसमें सफाई नायक के सिर में छोटी-मोटी चोटे आई हैं। सफाई कर्मचारियों का कहना है कि दोनों दुकानदारों ने पांच-छह लोगों समेत उनके साथ मारपीट की हैं। जिसके मद्देनज़र रखते दुकानों के आगे स्थित नाले पर पड़े चबूतरे को नगर पालिका परिषद की जेसीबी द्वारा चबूतरे को तोड़ दिया गया हैं।











 
 

दरअसल, दोनों ही दुकानदार एक ही परिवार के सदस्य हैं और उनके पिता देवी सिंह का कहना है कि उन्होंने किसी के साथ मारपीट नहीं की हैं। उनका कहना है कि उल्टा नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारियों ने ही उनके साथ धक्का-मुक्की की हैं, जिससे उनकी कमर में छोटी-मोटी चोट आई है और वह अस्थमा की बीमारी से भी ग्रस्त हैं।

वहीं, दूसरी तरफ सफाई प्रभारी राजकुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके सफाई कर्मचारियों के साथ दोनों दुकानदारों समेत पांच-छह लोगों ने कूड़ा निकालने को लेकर मारपीट की हैं। जिसको मद्देनज़र रखते सफाई कर्मचारियों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई हैं।

आपको बता दें कि नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों और दोनों दुकानदारों के बीच हुए विवाद में कुछ समय के लिए कस्बा रोड पर भीड़ सी लग गई थी और रास्ता भी जाम सा हो गया था। जिसके चलते मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों दुकानदारों को हिरासत में ले लिया हैं।

थाना मुरादनगर प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक नगर पालिका परिषद की ओर से कोई तहरीर नहीं आई हैं, यदि कोई तहरीर उन्हें दी जाती है तो पुलिस निश्चित रूप से अग्रिम कानूनी कार्रवाई करेगी।

राजस्थान के बाद महाराष्ट्र में कोरोनिल बैन

नई दिल्ली। बाबा रामदेव की कोरोना को ठीक करने का दावा करने वाली दवा कोरोनिल पर लांच होने के बाद से ही संकट के बादल छा गए हैं। अब ये दवा एक और राज्य में बैन हो गई है।

 

दरअसल, राजस्थान सरकार के बाद अब महाराष्ट्र सरकार ने भी बाबा रामदेव की कोरोना का कथित इलाज करने वाली दवा कोरोनिल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस बात की जानकारी राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दी। उन्होंने कहा कि कोरोनिल के क्लीनिकल ट्रायल के बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। ऐसे में राज्य में इसकी बिक्री पर प्रतिबंध बरकरार रहेगा। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहाकि ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, जयपुर यह पता लगाएगा कि क्या पतंजलि की ‘कोरोनिल’ का क्लीनिकल ट्रायल किया गया था। हम बाबा रामदेव को चेतावनी देते हैं कि हमारी सरकार महाराष्ट्र में नकली दवाओं की बिक्री की इजाजत नहीं देगी। जब तक इस दवा के बारे में नियमानुसार रिपोर्ट और जिम्मेदार संस्थाओं से हरी झंडी नहीं मिलेगी तब तक इस पर महाराष्ट्र में बैन लगा रहेगा।

विश्व में पाकिस्तान की छवि खराब, झटका

आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को बड़ा झटका…FATF ने कर दी ये कार्रवाई



नई दिल्ली। आतंकियों को पनाह देने वाला पाकिस्तान एक फिर दुनिया के सामने बेनकाब हुआ है। भले ही पाकिस्तान इन दिनों दुनिया के सामने अपनी छवि को सुधारने की कोशिश में लगा हुआ है। लेकिन पाकिस्तान आतंक पर लगाम लगाने में पूरी तरह से पस्त हुआ है। इसी कड़ी में पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक और बड़ा झटका लगा है।आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने बड़ा झटका दिया है। आतंकवाद को धन उपलब्ध होने पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था एफएटीएफ ने यह फैसला लिया है कि पाकिस्तान को फिलहाल ग्रे लिस्ट में ही रखा जाएगा क्योंकि वो लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों की फंडिंग पर नकेल नहीं कस पाया है। एफएटीएफ ने बुधवार को ये फैसला लिया।अपने बयान में अधिकारियों ने बताया कि एफएटीएफ के मुताबिक वह लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद को धन उपलब्ध होने पर अंकुश लगाने में विफल रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित एफएटीएफ के अधिवेशन की अध्यक्षता चीन के शियांगमिन लिऊ ने की। इस अधिवेशन में इस बात का फैसला किया जाना था कि पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में रखा जाएगा या ब्लैक लिस्ट में डाला जाएगा।



सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर

सुरक्षाबलों को मिली कामयाबी… एनकाउंटर में मार गिराए 2 आतंकी



श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में गुरुवार को सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। यहां सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 2 आतंकियों को मारा गया है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। फिलहाल सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। यहां दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर है।बता दें कि सेना की 22-आरआर, पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही है। वहीं इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है।जानकारी के अनुसार, एक खास सूचना के आधार पर सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने रात के दौरान क्षेत्र में घेराबंदी की। जैसे ही सुरक्षा बलों ने घेराबंदी सख्त करनी शुरू की, छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ की शुरुआत हुई।इससे पहले 23 जून को पुलवामा के बांदजू इलाके में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था। हालांकि, सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हो गया था।



बढ़ते तेल मूल्य पर कांग्रेस ने दिया ज्ञापन

शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली। बढ़े हुए पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर नाराज कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार महराजगंज से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें भारत के राष्ट्रपति से केंद्र सरकार पर दबाव बनाकर बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने की मांग की है।
आपको बता दें कि, ब्लॉक युवक कांग्रेस अध्यक्ष आशुतोष सिंह के नेतृत्व कांग्रेसियों का एक प्रतिनिधिमंडल तहसील महराजगंज पहुंचकर तहसीलदार विनोद कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा। दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि, केंद्र सरकार के इशारे पर पेट्रोल डीजल कंपनियां रोजाना डीजल और पेट्रोल दोनों के दाम बढ़ा रही हैं। लगातार 17 दिन से प्रतिदिन दामों में बढ़ोतरी की जा रही है। जिससे आम जनमानस पर बुरा असर पड़ रहा है। डीजल और पेट्रोल की बढ़ी कीमतों से कमरतोड़ महंगाई बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। यह देश और प्रदेश की भाजपा सरकारों का जन विरोधी काम है। जिसे कांग्रेश बर्दाश्त नहीं करेगी। ज्ञापन में यह भी कहां गया है कि, शीघ्र ही अगर पेट्रोल और डीजल के दाम घटाएं नहीं जाते है, तो पार्टी हाईकमान के निर्देश पर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सरकार के विरुद्ध जन आंदोलन छेड़ेगें। ज्ञापन देने वालों में विधानसभा बछरावां के अध्यक्ष वैभव शुक्ला, कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी प्रिंसू बैश्य, पूर्व नगर अध्यक्ष राम उदित चौरसिया, बछरावां ब्लॉक अध्यक्ष आशीष मिश्रा आदि कांग्रेसी मौजूद रहे। तहसीलदार विनोद कुमार सिंह ने ज्ञापन देने गए  कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया है कि, उनके ज्ञापन को उचित माध्यम के द्वारा भेज दिया जाएगा।


15 साल बाद बदलेगा एनसीईआरटी सिलेबस

नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा है कि स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF) 15 साल बाद बदली जा रही है और नए ढांचे का मसौदा दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। वहीं, नया सिलेबस अगले साल मार्च तक तैयार होने की संभावना है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "स्कूली शिक्षा के लिए एक नया पाठ्यक्रम तैयार करने का काम शुरू हो गया है। NCERT से नए पाठ्यक्रम के अनुसार किताबों में आवश्यक बदलाव करने की उम्मीद की जाएगी। विशेषज्ञ स्कूल शिक्षा के लिए इस प्रक्रिया को शुरू करेंगे और एक अंतरिम देंगे। दिसंबर 2020 तक की रिपोर्ट। मार्च 2021 तक नया पाठ्यक्रम तैयार होने की संभावना है। "


मंत्रालय ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) को निर्देश दिया है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए पाठ्य पुस्तकों में बदलाव करे कि तथ्यों के अलावा इसमें कुछ भी नहीं है। मंत्रालय ने कहा है कि किताबी ज्ञान के लिए किताबी ज्ञान बहुत है। रचनात्मक सोच, जीवन कौशल, भारतीय संस्कृति, कला और अन्य चीजों जैसी अतिरिक्त चीजों को उनमें शामिल किया जाना चाहिए।


NCERT पुस्तकें अब तक केवल पाँच बार बदली हैं, 1975, 1988, 2000 और 2005 में। नए सिलेबस के अनुसार कक्षा एक से 12 वीं तक की सभी पुस्तकों में परिवर्तन होंगे। इसके अलावा, मंत्रालय ने एनसीईआरटी को उन छात्रों के लिए अनुपूरक पाठ्यक्रम सामग्री तैयार करने को कहा है जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है। मंत्रालय ने एनसीईआरटी को "कोविद -19 महामारी के दौरान पूरक पाठ्यक्रम सामग्री तैयार करने के लिए कहा है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिनके पास इंटरनेट का उपयोग नहीं है।" NCERT को दिसंबर 2020 तक 1 से 5 वीं कक्षा तक और चरणबद्ध तरीके से 6 से 12 जून तक ऐसी पाठ्य सामग्री तैयार करनी चाहिए।


सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं

सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं  संदीप मिश्र  गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शनिवार सुबह गोरखनाथ...