पालूराम
अहमदाबाद। गुजरात में राज्यसभा चुनाव का बहिष्कार करने वाले भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो विधायक छोटूभाई वसावा व महेश वसावा ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है। वसावा पिता-पुत्र का दावा है कि सामंतवादी व विघटनवादी ताकतें उनके सामाजिक समानता व आदिवासी अधिकार के आंदोलन को कुचलना चाहते हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में भरुच झगडिया से विधायक छोटूभाई वसावा तथा नर्मदा के डेडियापाडा विधानसभा से विधायक उनके पुत्र महेश वसावा ने बताया कि भारतीय ट्राइबल पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में संविधान की 5वीं सूची का अमल तथा आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार कर दिया था। उनका कहना है कि वे लंबे समय से सामाजिक न्याय की आवाज उठा रहे हैं, समाज में विघटन जैसा माहौल बन रहा है।
असमानता व सामंतवादी सोच के लोग उनके सामाजिक न्याय के अभियान को पसंद नहीं करते हैं तथा उसे खत्म कर देने की इच्छा रखते हैं। इससे समाज में विघटन के हालात हैं तथा उनकी जान को भी जोखिम है। राज्य पुलिस ने पहले भी ऐसे असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर फर्जी मुठभेड़ की घटनाओं को अंजाम दिया था, भविष्य में इनके फिर होने की आशंका है। मीडिया भी तनाव व राजनीतिक खबरें चलाकर उनकी छवि को बिगाड़ने का प्रयास कर रहा है। दोनों विधायकों ने खुद पर जानलेवा हमले की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की है, ऐसा नहीं होने पर किसी भी तरह की घटना होने पर प्रशासन की जिम्मेदारी रहेगी।
गौरतलब है कि बीटीपी के इन दोनों विधायकों ने गत 19 जून को हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान मतदान से खुद को अलग कर लिया था। इन दोनों विधायक ने आदिवासियों के अधिकार तथा पांचवीं अनुसूची का अमले कराए जाने की मांग को लेकर प्रतीक धरना भी दिया। कांग्रेस व भाजपा नेता राज्यसभा चुनाव के दौरान इनके संपर्क में थे, लेकिन खुद को धर्मसंकट में फंसता देख दोनों विधायाकों ने मदातन से ही खुद को अलग कर लिया था।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का विरोध
भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के विधायक व आदिवासी नेता छोटू वसावा ने चाइनीज वस्तुओं के बहिष्कार के साथ स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का विरोध फिर शुरू कर दिया है। वसावा का कहना है कि प्रतिमा के निर्माण में चाइना में बनी ब्रोंज प्लेट का उपयोग हुआ है। बीटीपी ने चाइना के राष्ट्रपति का पुतला दहन भी किया। भरुच के झगडिया गांव में भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक छोटू वसावा व उनके कार्यकर्ताओं ने चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला दहन कर चाइनीज वस्तुओं के बहिष्कार का एलान किया। यहां वसावा ने कहा कि चाइना की हर वस्तु का बहिष्कार होना चाहिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि लौहपुरुष सरदार पटेल की प्रतिमा के निर्माण में चाइना में बनी ब्रोंज प्लेट का उपयोग किया गया है। इनकी देखरेख के नाम पर बार बार चाइनीज लोग उनके आदिवासी इलाके में आते हैं। गौरतलब है कि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण आदिवासी बहुल इलाके में हुआ है, जो बीटीपी का राजनीतिक गढ़ है।