रविवार, 21 जून 2020

आर्थिक मोर्चे पर लगेगा जोर का झटका


मोदी सरकार के ये फैसले तोड़ देंगे चीन की कमर, आर्थिक मोर्चे पर लगेगा जोर का झटका


नई दिल्ल। पूर्वी लद्दाख (India-China Border Clash) में चीन की नापाक हरकत का जवाब देने के लिए सैन्य और कूटनीतिक विकल्पों के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी कई कदम उठाए जा रहे हैं। चीन पर आर्थिक निर्भरता कम करने के लिए व्यापक योजना बनाई जा रही है। इसके तहत चीन से होने वाले व्यापार, निवेश और प्रोजेक्ट सर्विसेस पर लगाम लगाने की तैयारी की जा रही है।



सरकारी ठेकों और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परियोनाओं में चीन की कंपनियों के भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। चीन से आने वाले तैयार माल पर भारी टैक्स लगाया जा सकता है। इसके साथ ही विभिन्न देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों की भी समीक्षा की जा सकती है जिनका इस्तेमाल करके चीन अप्रत्यक्ष रूप से अपना माल भारत में भेज रहा है।


सरकारी अधिकारियों ने ईटी के बताया कि इस बारे में विस्तार से चर्चा के लिए जल्दी ही एक हाई लेवल मीटिंग हो सकती है। इसमें सभी संबंधित विभागों के मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय के शीर्ष अधिकारी हिस्सा ले सकते हैं। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, कई उपायों पर विचार किया जा रहा है। इसके दोनों पहलुओं पर विचार किया जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि ये उपाय कब और कैसे किए जाने हैं। साथ ही भारतीय कंपनियों पर इनके प्रभाव पर भी विचार करना होगा।


चीन से आयात कम करने के उपाय

चीन से आयात कम करने के लिए भारत के पास कई विकल्प हैं। इसके लिए चीन से आने वाले सामान पर हाई टैरिफ लगाया जा सकता है। साथ ही कई नॉन-टैरिफ उपाय भी हैं। वित्त वर्ष 2019 में भारत ने चीन से 70 अरब डॉलर का आयात किया था। इस दौरान भारत का व्यापार घाटा 53 अरब डॉलर का था। इस घाटे को अब करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है। भारत के मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में चीन की कंपनियों की बड़ी हिस्सेदारी है। चीनी सामान से आयात को हतोत्साहित करने के साथ ही सरकार ये सामान बनाने वाली घरेलू कंपनियों को भी प्रोत्साहन देगी। साथ ही भारत विभिन्न देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों की भी समीक्षा करेगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि भारतीय बाजार तक पहुंचने के लिए चीन इनका इस्तेमाल तो नहीं कर रहा है।


भारत ने पहले ही रीजनल कंप्रहैंसिव इकनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) वार्ता से किनारा कर लिया था। इसमें चीन और अन्य देश शामिल हैं। भारत का कहना था कि इस समझौते में चीन से आयात बढ़ने से रोकने के लिए कोई प्रावधान नहीं है। चीन से आयात को हतोत्साहित करने के लिए सख्त क्वालिटी स्टैंडर्ड और नियम लागू किए जा सकते हैं।


इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के ठेके

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक चीन के कंपनियों को इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के ठेकों में हिस्सा लेने से रोका जा सकता है। इसके लिए परस्परता के सिद्धांत पर आधारित एक प्रावधान किया जा सकता है। इसके तहत सरकार ऐसे देशों की कंपनियों की हिस्सेदारी प्रतिबंधित कर सकती है जहां भारतीय कंपनियों को कड़े प्रावधानों का सामना करना पड़ता है।इसके लिए लॉ मिनिस्ट्री विभिन्न विकल्पों पर माथापच्ची कर रही है ताकि इसे किसी तरह की चुनौती न दी जा सके। अधिकारी ने कहा कि इसमें सभी देशों को शामिल किया जा सकता है लेकिन इसके मुख्य निशाना चीन की कंपनियां हैं। अधिकारियों के मुताबिक सबसे पहले रोड और हाइवे सेक्टर में यह प्रावधान किया जा सकता है और फिर इसे दूसरे क्षेत्रों में भी बढ़ाया जा सकता है। एक अधिकारी ने कहा कि इसे अंतिम रूप देने के लिए रोड एंड हाइवे मिनिस्ट्री और लॉ मिनिस्ट्री के बीच चर्चा चल रही है।


चीन संग तनाव के बीच भारत को रूस का साथ

सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर चीन की कंपनियों को दूर रखने के लिए सरकार ने पहले ही बीएसएनएल और एमटीएनएल के ठेकों को रद्द कर दिया है और इन पर नए सिरे से काम किया जा रहा है। सरकार और पीएसयू के ठेकों को भारतीय कंपनियों को देने के लिए अतिरिक्त प्रावधान किए जा सकते हैं। लॉ मिनिस्ट्री दूसरे देशों के नियमों के मुताबिक इस प्रावधान की व्यावहारिकता पर विचार कर रही है। अधिकारी ने कहा कि इन सख्त शर्तों का मकसद घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देना है।


आत्मनिर्भर मिशन

इस पर पहले ही काम शुरू हो चुका है और चीन के साथ सीमा पर जारी हालात के मद्देनजर इसकी अहमियत और बढ़ गई है। कैबिनेट सेक्रटरी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में घरेलू कंपनियों को तरजीह देने के लिए विभिन्न मंत्रालयों से चर्चा की है। कैबिनेट सेक्रटरी घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने वाली समिति के भी चैयरमैन हैं। अधिकारी ने कहा कि आमतौर पर सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी को सिक्योरिटी क्लीयरेंस दी जाती है लेकिन अब इसके लिए सख्त प्रावधान किए जा सकते हैं। कुछ ऐसी परियोजनाओं की निविदा को हाल में रद्द कर दिया गया है जहां भारतीय कंपनियों ने चीनी कंपनियों के साथ हाथ मिलाया था। सरकार पहले ही 200 करोड़ रुपये तक के सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट घरेलू कंपनियों के लिए रिजर्व कर चुकी है।एक अन्य अधिकारी ने कहा कि घरेलू कंपनियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार प्रावधानों की समीक्षा कर सकती है। उन्होंने कहा, दवा या कुछ अहम क्षेत्रों में बड़े उपकरणों तथा मशीनरी की आपूर्ति के लिए एक देश पर निर्भरता से सरकार चिंतित है। इस निर्भरता को कम करने की जरूरत है।



140 देशों में फैला ब्रह्मकुमारीज राजयोग


140 देशों में फैला है ब्रह्माकुमारीज का राजयोग


 बृज बिहारी दुबे

नई दिल्ली। 6वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पुन: पूरे विश्व में योग लोग करेंगे। योग तन और मन की बीमारी ठीक करने की अचूक औषधि है। लेकिन मन में बढ़ते तनाव, डिप्रेसन और सकारात्मक चिंतन के लिए खास राजयोग है जो राजस्थान के सिरोही जिले के आबू रोड स्थित ब्रह्माकुमारीज संस्थान से दिया जा रहा है। इसकी स्थापना 1937 में सिंध प्रांत में हुई थी। परन्तु 1950 में इस राजयोग का प्रशिक्षण और अध्ययन राजस्थान के माउण्ट आबू से प्रारम्भ हुआ।



विश्व का पहला राजयोग केन्द्र: यह पूरे विश्व का पहला स्थान है जहॉं राजयोग सिखाया जाता है। शास्त्रों तथा भारतीय दर्शन में राजयोग को कुंडली से जोडक़र देखा जाता है। लेकिन यहॉं का राजयोग मन को साधने और परमात्मा में लगाने के आंतरिक क्रिया पर निर्भर करता है। इस राजयोग के अभ्यास से आंतरिक रुप में चमत्कारिक परिवर्तन आता है। खान पान रहन-सहन से लेकर व्यवहार में तेजी से बदलाव होता है।


स्वयं परमात्मा शिव से जोडऩे का मार्ग राजयोग: आज तक शारीरिक योग अधिकतर स्थानों और योग संस्थानों में दी जाती है। लेकिन यह राजयोग फिजिकल के बजाए आंतरिक, वैचारिक, मानसिक और धरातल पर शुद्धिकरण तथा सकारात्मकता पैदा करने के लिए कार्य करता है। इससे मन के विकार दूर होते है। यह आत्मा और परमात्मा की असली अनुभूति पर आधारित होता है। ऐसा मानना है कि जब हम अपने भौतिक शरीर में सूक्ष्म आत्मा को देखकर परमात्मा से जुडऩे का प्रयास करते है तो इससे आत्मा की शक्तियां विकसित हो जाती है। इस योग को स्वयं परमात्मा शिव ने ही सिखाया है। तभी इससे परमात्म अनुभूति होती है और ईश्वरीय शक्ति से चमत्कारिक परिवर्तन आता है। वैसे तो इस राजयोग और ब्रह्माकुमारीज संस्थान की स्थापना स्वयं परमात्मा शिव का है लेकिन साकारा माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा बाबा है। राजयोग को सिखाने के लिए दुनिया भर में 9 हजार सेवाकेन्द्र: पिछले 84 वर्षों से राजयोग के प्रशिक्षण और उसकी साधना का कार्य विश्व के 140 देशों में 9 हजार केन्द्रों के माध्यम से किया जा रहा है। इसमें आने वाले लोगों को सात दिन का साप्ताहिक कोर्स तथा फिर उसके बाद दैनिक राजयोगाभ्यास के बारे में गहनता से अभ्यास कराया जाता है। इसको सीखने के बाद व्यक्ति दूसरों को भी सीखा देता है। इसलिए हर कोई सिखने वाला एक तरह से मार्गदर्शक की भूमिका में होता है।


अध्यात्म और मन के साधना का अदभुत समन्वय: यह राजयोग अपने आप में अनोखा और चमत्कारिक है। इसको सीखने वाले व्यक्ति को सात दिन के कोर्स में आत्मा के वजूद से लेकर परमात्मा के रंग, रुप, गुण, धर्म और उसे सम्बन्ध के बारे में विस्तृत रुप से बताया जाता है। फिर राजयेाग की प्रक्रिया सिखायी जाती है। मन पर नियंत्रण इसका सबसे सफल और उपलब्धि के रुप में जाना जाता है। इससे ही व्यक्ति अपने विकारों पर नियंत्रण पाता है।


दुनिया का पहला राजयोग केन्द्र जहॉं सिर्फ महिलाये सिखाती है: यह विश्व का पहला राजयोग प्रशिक्षण केन्द्र पूरे विश्व में जहॉं इस संस्थान में आजीवन समर्पित युवा बहनों का विशाल समूह है जो पूरी दुनिया में फैले केन्द्रों का संचालन भी करती और राजयोग का प्रशिक्षण भी देती है। इनकी संख्या 46 हजार है जो ब्रह्माकुमारीज संस्थान में समर्पित होकर पूर्ण रुप से राजयोग सिखाकर लोगों के अध्यात्म और राजयोग द्वारा जीवन बदलने का कार्य करती है।


सभी वर्गों के लोगों के लिए लाभप्रद है राजयेाग: यह राजयोग केवल विशेष उम्र के लोगों के लिए नहीं बल्कि सभी वर्ग, उम्र के लोगों के लिए है। क्योंकि मन के विकार की कोई उम्र नहीं होती है। इसलिए इसके अभ्यास से चाहे बच्चा हो या बूढ़ा, अमीर हो या गरीब, स्त्री हो या पुरुष सबके लिए लाभप्रद है। इसका सबसे ज्यादा फायदा व्यक्तिगत, सामाजिक, पारिवारिक, पढऩे, लिखने वाले बच्चों के लिए ज्यादा फायदेमंद है। इससे महिलाओं में शक्ति स्वरुप की भावना का भी विकास होता है।


कभी भी कर सकते है राजयोग: राजयोग ध्यान केवल एक निर्धारित समय के लिए नहीं बल्कि हर वक्त कर सकते है। क्योंकि यह चिंतन और मानसिक होने के नाते हर वक्त करने से मन में बाहरी दूषित वातावरण का असर नहीं होता है। इससे मन में किसी भी प्रकार का विकार उत्पन्न नहंी होता है।


20 लाख लोग करते है प्रतिदिन अभ्यास: इस राजयोग के अभ्यासी प्रतिदिन बीस लाख लोग करते है। इन 20 लाख लोगों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव सहज ही देखने को मिल जायेंगे। 87 वर्षीय राजयोगिनी दादी ह्दयमोहिनी इस ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका है। संस्थान का अंतराष्ट्रीय मुख्यालय माउण्ट आबू में है।



टेस्टिंग के दौरान दिखी किया सोनेट कार


टेस्टिंग के दौरान दिखी Kia Sonet, क्या होगा खास, जानें इस छोटी SUV की 5 बड़ी बातें


नई दिल्ली। किआ मोटर्स (Kia Motors) की बहुप्रतीक्षित सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी सॉनेट (Kia Sonet) को हाल में टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। टेस्ट किया जा रहा मॉडल Sonet SUV का फाइनल प्रॉडक्शन मॉडल (बाजार में उतारा जाने वाला) है।



किआ की यह छोटी एसयूवी (Kia Sonet) मार्केट में मारुति ब्रेजा, ह्यूंदै वेन्यू, टाटा नेक्सॉन और महिंद्रा एक्सयूवी300 जैसी एसयूवी को टक्कर देगी। सॉनेट कई शानदार फीचर्स से लैस होगी। यहां हम आपको इस नई एसयूवी के बारे में 5 खास बातें बता रहे हैं।


सबसे बड़ा इन्फोटेनमेंट सिस्टम


किआ सॉनेट (Kia Sonet) में 10.25-इंच का टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा। यह इस सेगमेंट (4-मीटर से छोटी SUV) की किसी भी एसयूवी में सबसे बड़ा इन्फोटनमेंट सिस्टम होगा। किआ सेल्टॉस से लिया गया यह इन्फोटेनमेंट सिस्टम ऐपल कारप्ले और ऐंड्रॉयड ऑटो सपॉर्ट के साथ आता है।


प्रीमियम फीचर्सः प्रीमियम फील देने के लिए किआ मोटर्स अपनी इस एसयूवी में Bose साउंड सिस्टम देगी। इसके अलावा सॉनेट में किआ की UVO कनेक्टेड कार टेक्नॉलजी, इलेक्ट्रिक सनरूफ, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस चार्जर, मल्टी-इन्फर्मेशन डिस्प्ले और पुश बटन स्टार्ट-स्टॉप समेत कई और शानदार फीचर मिलेंगे।


डीजल-ऑटोमैटिऑटोमैटिकःकएसयूवी तीन इंजन ऑप्शन में आएगी, जिनमें 1.2-लीटर पेट्रोल, 1.5-लीटर डीजल और 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन शामिल हैं। ये तीनों इंजन ह्यूंदै की सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी वेन्यू से लिए गए हैं। हालांकि, इसमें डीजल इंजन के साथ 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन भी मिलेगा। वहीं, टर्बो-पेट्रोल इंजन ड्यूल-क्लच ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से लैस होगा।


​IMT (इंटेलिजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन)


किआ सॉनेट के 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ IMT (इंटेलिजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन) मिलेगा, जो ऑटो रेव-मैचिंग फंक्शन के साथ आता है। इस फंक्शन के होने से क्लच पेडल की अनुपस्थिति में गियर बदला जा सकता है।


किआ की सबसे सस्ती एसयूवीःसॉनेट, किआ मोटर्स की सबसे सस्ती एसयूवी होगी। इसकी कीमत 7-11 लाख रुपये के बीच रहने की उम्मीद है। किआ सॉनेट अगस्त-अक्टूबर के बीच भारतीय बाजार में लॉन्च की जाएगी।



कनिका की राह पर चलें पंकज, एक्शन


कनिका कपूर की राह चल पड़े थे IPS सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, CM योगी ने लिया बड़ा ऐक्शन


नई दिल्ली/लखनऊ। प्रयागराज के एसएसपी रहे आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध ने वही गलती कर दी, जो सिंगर कनिका कपूर ने की थी। आईपीएस सत्यार्थ ने पहले कोरोना पॉजिटिव अपने दोस्त को घर में रखा और उसके संक्रमण की बात छुपाई, फिर खुद भी संक्रमित होते हुए ड्यूटी करते रहे और अपने ड्राइवर एवं गनर को भी संक्रमित कर दिया।



आईपीएस सत्यार्थ ने अपने 90 वर्षीय बुजुर्ग पिता की सेहत का भी ख्याल नहीं रखा, उनकी गलती की वजह से उनके पिता भी संक्रमण के शिकार हो गए। जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा कोरोना के मामले में की गई इतनी बड़ी गलती और लापरवाही पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने सत्यार्थ का तबादला करते हुए उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया। सूत्रों के मुताबिक, प्रयागराज के पूर्व एसएसपी रहे अनिरुद्ध सत्यार्थ (Satyarth Anirudh Pankaj) का जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का सहपाठी रहा विश्व दीपक त्रिपाठी उनसे मिलने 8 जून को प्रयागराज आया था। 10 जून को कोरोना के लक्षण दिखने पर उसकी जांच कराई गई, 12 जून को आई रिपोर्ट में वह पॉजिटिव निकला। शुल्क पर डॉक्टर ने आईपीएस सत्यार्थ को सलाह देते हुए विश्व दीपक त्रिपाठी को अस्पताल में भर्ती कराने को कहा, जिस पर सत्यार्थ ने अपने मित्र को अस्पताल में भर्ती कराने से मना करते हुए अपने घर में रखा और डॉक्टर को अपने पद की धमकी देते हुए किसी से भी इस बारे में जिक्र न करने को कहा।


12 को ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे सत्यार्थ

12 जून को प्रयागराज एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध में कोरोना लक्षण दिखे, जिसके बाद ट्रूनेट मशीन से उनकी जांच कराई गई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के कहा गया, लेकिन उन्होंने भर्ती होने से मना कर दिया। इसके बाद फिर उनका सैम्पल लेकर जांच के लिए मोतीलाल नेहरू (एमएलएन) मेडिकल कॉलेज प्रयागराज भेजा गया। जिसमें वह पॉजिटिव निकले, इस पर डॉक्टर ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने को कहा पर वह नहीं माने और ड्यूटी करते रहे।


वरिष्ठ अधिकारियों ने जब उन पर दबाव डाला तो उसी तारीख की शाम में फिर से उनका सैम्पल लिया गया। पहले सैम्पल की रिपोर्ट 15 जून को आई जिसमें वह पॉजिटिव निकले। वहीं दूसरे सैम्पल की रिपोर्ट 16 जून को आई, जो पॉजिटिव थी। इसके बाद वह अस्पताल में भर्ती हुए।


योगी सरकार ने लिया ऐक्शन

आईपीएस सत्यार्थ की गलती और लापरवाही की वजह से पुलिस फोर्स में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। इस बात की जानकारी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने सख्त रुख अख्तियार करते हुए आईपीएस सत्यार्थ का 15 जून को तबादला करते हुए उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया।


योगी सरकार पर हमलावर हो रहा था विपक्ष


बता दें कि 69000 हजार शिक्षकों की भर्ती के मामले में प्रयागराज में आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध ने भंडाफोड़ किया। तबादले की सूची में पंकज का नाम आने के बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस लगातार सीएम योगी से सवाल पूछ रही थी। यहां तक कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने भी ट्वीट कर लिखा था, ‘प्रयागराज के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध का ट्वीट देख कर आश्चर्य हुआ। जिस समय उन्होंने इतने बड़े घोटाले का खुलासा किया है, उनके जाने से जांच का नुकसान न हो।’ अब इस नए खुलासे के बाद एक बात तो साफ हो गई है कि सीएम योगी के ऐक्शन के पीछे असल वजह सत्यार्थ की घोर लापरवाही ही थी।  



सलमान,करण व अन्य के खिलाफ मामला


सुशांत सिंह राजपूत मामले में सलमान खान, करण जौहर व अन्य के खिलाफ दर्ज हुआ केस


नई दिल्ली। बॉलिवुड ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की आत्मह’त्या के मामले में बढ़ते बवाल के बीच फिल्म इंडस्ट्री कुछ बड़े लोगों के खिलाफ बिहार कोर्ट में केस दर्ज किया गया है।




रिपोर्ट्स के मुताबिक बॉलिवुड सिलेब्स में सलमान खान, करण जौहर, संजय लीला भंसाली और एकता कपूर जैसे लोगों के नाम शामिल हैं। ऐडवोकेट सुधीर कुमार ओझा ने बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में आईपीसी की धारा 306, 109, 504 और 506 के तहत केस दर्ज कराया है।


क्या लगाए गए आरोप?

इस बारे में मीडिया से बात करते हुए सुधीर कुमार ओझा ने कहा, ‘मेरी शिकायत में कहा गया है कि सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) को लगभग 7 फिल्मों से बाहर किया गया और उनकी कुछ फिल्में रिलीज भी नहीं हुईं। ऐसी परिस्थितियां तैयार की गईं कि उन्हें ऐसा खतरनाक कदम उठाना पड़ा।’


कई लोगों ने उठाए सवाल

बता दें कि कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी दावा किया था कि सुशांत को 7 फिल्मों से निकाल दिया गया था। उनका दावा है कि पिछले केवल 6 महीनों में ही उनसे ये 7 फिल्में छिन ली गई थीं। संजय के अलावा बिहार के बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, बीजेपी एमएलए और सुशांत के चचेरे भाई नीरज कुमार सिंह बबलू ने भी सुशांत की आत्मह’त्या में साजिश का शक जताते हुए इसकी जांच की मांग की थी।


मुंबई पुलिस कर रही है जांच


महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के निर्देश के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच सुशांत सिंह राजपूत की आत्मह’त्या की जांच कर रही है कि कहीं सुशांत पर कुछ लोगों के द्वारा इतना दबाव तो नहीं बनाया गया कि उन्होंने आत्मह’त्या कर ली। बता दें कि सुशांत ने साल 2013 में ‘काई पो चे’ से बॉलिवुड में डेब्यू किया था इसके बाद उन्होंने शुद्ध देसी रोमांस, पीके, एमएस धोन: द अनटोल्ड स्टोरी, केदारनाथ और छिछोरे जैसी सफल बॉलिवुड फिल्मों में काम किया था।



सुशांत के जाने से एमएस धोनी दुखी

:फिल्मी पर्दे पर टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का किरदार निभाने वाले बॉलिवुड ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की सुइसाइड की खबर से हर कोई सन्न रह गया।

मुंबई। सुशांत ने 14 जून को मुंबई में अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। भले ही धोनी (MS Dhoni) की तरफ से इस खबर पर कोई बयान नहीं आया लेकिन उनके बिजनेस मैनेजर अरुण पांडे ने बताया कि आईपीएल टीम चेन्नै सुपरकिंग्स के कप्तान भी इससे बहुत उदास हैं।


धोनी के अच्छे दोस्त अरुण पांडे ने एक निजी चैनल से कहा, ‘जो कुछ भी हुआ, उस पर हमें विश्वास ही नहीं हो पा रहा है। मैं इस स्थिति में नहीं हूं कि अपना दुख व्यक्त कर सकूं। माही (महेंद्र सिंह धोनी) भी बहुत उदास हैं। यह काफी दुखद है।’


अरुण ने कहा, ‘ इसमें कोई शक नहीं कि शानदार करियर सुशांत का इंतजार कर रहा था। महज 34 साल की उम्र थी। सबकी जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते हैं।’ साल 2016 में धोनी की जिंदगी पर आधारित फिल्म ‘एमएस धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी’ में सुशांत ने ही लीड रोल निभाया था। इसके लिए पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे ने उन्हें खास ट्रेनिंग भी दी थी। अरुण ने कहा, ‘मुझे आज भी याद है कि सुशांत को प्रैक्टिस के दौरान काफी दिक्कतें आई थीं। उनकी दो उंगली भी टूट गई थी, साइड स्ट्रेन हो गया था, पीठ की हड्डी में भी क्रैक आ गया था, लेकिन वह बेहद आत्मविश्वास से भरे थे। रिहैब में भी उन्होंने काफी मेहनत की। एक हफ्ते में ही वह फिट हो गए।’

बॉलिवुड इंडस्ट्री में बहुत कम समय में खास मुकाम हासिल करने वाले ऐक्टर सुशांत ने रविवार को दुनिया को अलविदा कह दिया। कहा जा रहा है कि उनका 6 महीने से डिप्रेशन का इलाज चल रहा था।


मणिपुर भाजपा सरकार पर छाया संकट


मणिपुर में BJP की बीरेन सरकार पर संकट, डेप्युटी CM समेत 4 NPP मंत्रियों ने सौंपा इस्तीफा


अकाशुं उपाध्याय

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए मणिपुर से बुरी खबर है। मणिपुर में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार (BJP-led Government in Manipur) से उप मुख्यमंत्री वाई जॉय कुमार सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ ही नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के चार मंत्रियों भी ने त्यागपत्र दे दिया है। जानकारी के मुताबिक, डेप्युटी सीएम वाई जॉय कुमार सिंह के अलावा जिन तीन अन्य मंत्रियों ने अपने त्यागपत्र दिए, उनमें आदिवासी और पहाड़ी क्षेत्र के विकास मंत्री एन कायिसी, युवा मामले और खेल मंत्री लेतपाओ हाओकिप और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री एल जयंत कुमार सिंह शामिल हैं। मणिपुर सरकार में वाई जॉय कुमार सिंह ने वित्त विभाग भी संभाला रखा था।



मुख्यमंत्री को सौंपा इस्तीफा

सूबे के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को सौंपे अलग-अलग पत्रों में जॉयकुमार, हाओकिप और कायिसी की ओर से कहा गया है कि मैं यह बताने के लिए तैयार हूं कि मैंने मणिपुर की बीजेपी नीत गठबंधन सरकार के कैबिनेट मंत्री से अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस बीच पत्रकारों से बात करते हुए जॉयकुमार सिंह ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री को अपना आधिकारिक इस्तीफा पत्र सौंप दिया है।



योगी ने कसी कमर, डेली 20 हजार जांच


कोरोना को मात देने के लिए CM योगी ने कसी कमर, बोले- डेढ़ लाख बेड और रोजाना 20 हजार जांच हो


सचिन गौतम

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने जून के अंत तक COVID-19 अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर डेढ़ लाख किए जाने के निर्देश दिए। सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि 20 जून, 2020 तक जांच क्षमता को बढ़ाकर 20 हजार जांच प्रतिदिन किए जाने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) लोक भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से घबराने की नहीं बल्कि सावधान रहने की आवश्यकता है इसलिए अनलॉक के दौरान सभी गतिविधियों में अनुशासन का पालन अत्यन्त महत्वपूर्ण है।



उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बिना मास्क कोई बाहर न निकले, सामाजिक दूरी का नियम हर हालत में लागू किया जाए, सघन एवं नियमित गश्त के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए, निषिद्ध जोन में पूरी सख्ती बरती जाए किन्तु यह भी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए कि इन क्षेत्रों में लोगों को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता में कोई असुविधा नहीं हो।सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से जनता को जागरूक करने के कार्य को जारी रखने के निर्देश देते हुए योगी ने कहा कि इस कार्य में पीआरवी, 112 नंबर तथा प्रशासनिक मजिस्ट्रेटों के वाहनों का भी उपयोग किया जाए। साथ ही प्रमुख स्थलों तथा चौराहों आदि पर भी इस प्रणाली का उपयोग कर जागरूकता फैलाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों के कोविड एवं गैर-कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं की सीधी जानकारी प्राप्त करने के लिए शासन स्तर पर विशेष सचिव स्तर का एक अधिकारी नामित किया जाए। इसके अलावा, जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा इन अस्पतालों का निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए।


उन्होंने चिकित्सालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के निर्देश देते हुए कहा कि इसके माध्यम से COVID-19 से बचाव तथा इसके उपचार सम्बन्धी जानकारी प्रदान की जाए।


साथ ही मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को वृद्धाश्रमों, बाल गृहों तथा महिला संरक्षण गृहों में रहने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण के द्वारा चिन्हित किया जाए कि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं है। योगी ने COVID-19 के संक्रमण के प्रसार की सटीक जानकारी के लिए रैंडम जांच पर बल दिया और कहा कि प्रदेश में सामुदायिक निगरानी व्यवस्था सुचारु रूप से कार्य कर रही है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में 70 हजार निगरानी समितियों द्वारा निगरानी का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद कायम रखते हुए फीडबैक प्राप्त करते रहने के निर्देश दिए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 जून से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण की सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्यान्न वितरण में घटतौली या अन्य कोई भी अनियमितता न होने पाए। उन्होंने सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने समस्त मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को अपने-अपने जनपद के गौ-आश्रय स्थलों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारीगण गौ-आश्रय स्थलों में चारा आदि के प्रबन्ध तथा गौवंश के स्वास्थ्य परीक्षण की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।



दूतावास स्टाफ को बंधक बना,घंटो पीटा


पाकिस्‍तान में भारतीय दूतावास के स्‍टाफ को हाथ-पैर बांध कर घंटों पीटा गया, गंदा पानी पिलाया


सचिन गौतम

नई दिल्ली। पाकिस्‍तान में भारतीय दूतावास के दो कर्मचारियों (Indian Embassy Staff) को बंधक बनाकर उन्‍हें टॉर्चर किया गया था। सोमवार सुबह किडनैप हुए दोनों कर्मचारी रात होते-होते छोड़ दिए गए मगर उनकी हालत बेहद खराब थी।



करीब 12 घंटे तक हिरासत में उन्‍हें इन्‍फॉर्मेशन के लिए जमकर पीटा गया। जब इन दोनों ने पानी मांगा तो हमलावरों ने उन्‍हें बेहद गंदा पानी दिया। हिंदुस्‍तान टाइम्‍स में छपी रिपोर्ट के अनुसार, दोनों से उनकी भूमिका और हाई कमिशन के सभी कर्मचारियों (Indian Embassy Staff) के काम की जानकारी ली गई।

पूरा प्‍लान बनाकर किया गया था अगवा

सोमवार सुबह 8.30 बजे के करीब, दोनों स्टाफ को दूतावास के पास स्थित एक पेट्रोल पंप से उठाया गया था। छह गाड़‍ियों में हथियारों से लैस 15-16 लोग आए थे। कर्मचारियों के हाथ बांध दिए गए और आंखों पर पट्टी डाली गई। करीब 10 मिनट की दूरी पर स्थित किसी जगह ले जाकर उनसे करीब छह घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान उन्‍हें बार-बार लाठी-डंडों से पीटा गया और गंदा पानी पीने को दिया गया। दोनों चल तो पा रहे थे मगर गर्दन, चेहरे और जांघ पर चोट के निशान हैं। मेडिकल एग्‍जामिनेशन में किसी जानलेवा चोट का पता नहीं चला है।


झूठी FIR तक हो गई दर्ज

इस्‍लामाबाद पुलिस ने दोनों भारतीय स्‍टाफ को फंसाने का पूरा इंतजाम कर रखा था। एचटी ने एक एफआईआर देखी है जिसमें दावा किया गया कि इन दोनों की कार से 10,000 पाकिस्‍तानी रुपये मूल्‍य वाली फर्जी करंसी मिली है।


पाकिस्‍तानी मीडिया में दावा किया गया कि भारतीय कर्मचारियों को इसलिए अरेस्‍ट किया गया है क्‍योंकि उनकी कार एक राहगीर से टकरा गई थी। इसी नैरेटिव को पुश करने के लिए किडनैपर्स ने दबाव डालकर दोनों कर्मचारियों से वीडियो पर यह बुलवाया कि उनसे एक्‍सीडेंट हुआ है।


बदला लेने के लिए पाक ने रचा ड्रामा?

दोनों कर्मचारियों को धमकाया गया कि आगे से हाई कमिशन के लोगों का यही हाल होगा। उन्‍हें रात करीब 9 बजे भारतीय दूतावास को वापस सौंपा गया। यह हरकत जवाबी कार्रवाई के रूप में देखी जा रही है। भारत ने 31 मई को पाकिस्‍तानी उच्‍चायोग के दो कर्मचारियों को जासूसी करते रंगेहाथ पकड़ा था। इसके बाद उन्‍हें 24 घंटों के भीतर पाकिस्‍तान वापस भेज दिया गया था।



हिंद सागर में पैर पसार रही चीनी नौसेना


हिंद महासागर में तेजी से पैर पसार रही चीनी नौसेना, भारत को लद्दाख से भी बड़ा खतरा


सचिन गोतम


नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव अपने चरम पर है। दोनों ही देशों के हजारों सैनिक आमने-सामने हैं। भारत और चीन के वार्ताकारों के बीच वार्ता से इसमें थोड़ा नरमी जरूर आई है लेकिन विवाद का जल्‍द हल होता नहीं दिख रहा है।




इस बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीनी ड्रैगन बहुत तेजी से हिंद महासागर (chinese military in indian ocean) में अपने पैर पसार रहा है और आने वाले समय में भारत को लद्दाख से भी बड़े खतरे का सामना करना पड़ सकता है।


थिंक टैंक ऑब्‍जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक लद्दाख में नियंत्रण रेखा ही भारत के लिए चिंता का सबब नहीं है। चीन (chinese military in indian ocean) हिंद महासागर में बहुत तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इस साल मई महीने में ली गई सैटलाइट तस्‍वीरों से पता चलता है कि अफ्रीका के जिबूती स्थित चीनी नेवल बेस को आधुनिक बनाया गया है। पहले लॉजिस्टिक सपोर्ट के बनाए इस ठिकाने को अब नेवल बेस में तब्‍दील कर द‍िया गया है। इस अड्डे पर चीन का विमानवाहक पोत भी खड़ा हो सकता है।


चीन मालदीव में भी एक कृत्रिम द्वीप को विकसित करने में लगा हुआ है। कई लोगों का दावा है कि चीन हिंद महासागर में भारत के प्रभाव को कम करने के लिए इस द्वीप को विकसित कर रहा है। चीन के पाकिस्‍तान स्थित ग्‍वादर पोर्ट पर नेवल बेस बनाने की भी खबरें हैं। चीन बांग्‍लादेश के कॉक्‍स बाजार में भी एक नौसैनिक ठिकाना विकसित करने में मदद कर रहा है। जिबूती स्थित चीन का नेवल बेस हिंद महासागर में ड्रैगन की महत्‍वाकांक्षा को दर्शाता है। यह नौसैनिक अड्डा करीब 25000 वर्ग फुट के इलाके में पसरा है। यह अड्डा अपने आप में एक चीनी किले की तरह से है। इसमें करीब 10 हजार चीनी सैनिक रह सकते हैं। विश्‍लेषकों का मानना है कि इस अड्डे के जरिए चीन इलाके में खुफ‍िया निगरानी करता है। चारों तरफ निगरानी के लिए वॉच टॉवर बनाए गए हैं और सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। करीब एक दशक पहले चीनी नौसेना ने समुद्री लुटेरों से बचाव के नाम पर हिंद महासागर में कदम रखा था। भारतीय विश्‍लेषकों का मानना है कि पहले ऐसा विचार था कि चीन अपने हितों और व्‍यापार की सुरक्षा के लिए ऐसा कर रहा है लेकिन राय बदल रही है।


कई विश्‍लेषकों का मानना है कि चीन अब खुद को हिंद महासागर की एक बड़ी शक्ति के रूप में प्रॉजेक्‍ट करने में लगा हुआ है। चीन लगातार हिंद महासागर में पनडुब्‍बी और युद्धपोत भेज रहा है। पिछले साल सितंबर महीने में एक चीनी जहाज भारतीय समुद्री इलाके में घुस आया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को पश्चिमी प्रशांत महासागर में अपनी पहुंच बढ़ानी चाहिए जहां पर चीन का दबदबा है। इससे ड्रैगन को अपने कदम खींचने के लिए मजबूर होना पडे़गा।



प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 22, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-314 (साल-01)
2. सोमवार, जूूून 22, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- दूज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 29+ डी.सै.,अधिकतम-41+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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शनिवार, 20 जून 2020

गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुभारंभ

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारंभ किया। गरीब कल्याण योजना के तहत प्रवासी मजदूरों को 125 दिनों का कार्य मिलेगा। इसे देश के राज्यों के उन जिलों में संचालित किया जाएगा, जिनमें प्रवासी कामगारों संख्या 25 हजार से अधिक है। गरीब कल्याण रोजगार अभियान को फिलहाल छह राज्यों के 116 जिलों में लागू किया जाएगा। इनमें बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा शामिल हैं। अभियान में रोजगार एवं अवस्थापना सृजन के तहत 25 प्रकार के काम कराए जाएंगे। इस योजना पर 50 हजार करोड़ रुपए की राशि व्यय की जाएगी।


दुनिया को अस्थिर करने में लगा चीन

नई दिल्ली/न्यूयॉर्क। पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीन सीमा विवाद के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद जारी तनाव को लेकर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने कहा कि चीन दुनिया को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि चीनी हमले में भारतीय सैनिकों की शहादत पर हमें दुख है, हम भारत के साथ खड़े हैं। गौरतलब है कि अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने भी कल कहा था कि भारतीय सीमा समेत कई मोर्चों पर चीन द्वारा की जा रही हरकतों से ऐसा लगता है कि वो फायदा उठाने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि बीजिंग का यह मानना है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण विश्व का ध्यान भटका है और वह उसका फायदा उठा सकता है। वहीं पूर्वी एशियाई एंव प्रशांत मामलों के लिए सहायक विदेश मंत्री डेविड स्टिलवेल ने यह भी कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का प्रशासन भारत-चीन की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है। स्टिलवेल ने कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए पत्रकारों से कहा कि चीन की भारत में हालिया कार्यवाही उसकी डोकलाम सहित भारतीय सीमा पर पहले की गई गतिविधियों की तरह ही है। बीजिंग को ऐसा लगता है कि अभी दुनिया का ध्यान भटका हुआ है। स्टिलवेल ने कहा कि कई मोर्चों पर चीन द्वारा ऐसा करने के पीछे वजह यह हो सकती है कि बीजिंग को ऐसा लगता है कि अभी दुनिया का ध्यान भटका हुआ है और वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से उबर रही दुनिया का पूरा ध्यान लोगों की जान बचाने पर है, इस मौके को उसने फायदा उठाने के एक अवसर के तौर पर देखा होगा। चीन के भारत सहित अपने पड़ोसी देशों के साथ आक्रामक रवैया अपनाने पर किए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं इस पर सरकार का आधिकारिक रुख स्पष्ट नहीं कर रहा हूं लेकिन सार्वजनिक तौर पर उसके द्वारा ऐसा करने के कई स्पष्टीकरण मौजूद हैं। स्टिलवेल ने कहा कि हम जाहिर तौर पर भारत-चीन सीमा विवाद पर करीबी नजर रख रहे हैं।


31 जिले चुनने पर योगी का आभार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारम्भ किये जाने पर उनका हार्दिक अभिनन्दन किया और इसके तहत राज्य के 31 जिलों को चुने जाने पर उनका आभार जताया।


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरे देश में गरीब कल्याण व ग्रामीण विकास को नया आधार देने के लिए प्रधानमंत्री की पहल पर संचालित किया जा रहा यह अभियान गांवों में आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री की आकांक्षाओं तथा अपेक्षाओं के अनुरूप गरीब कल्याण रोजगार अभियान को संचालित करते हुए इसका लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए कृतसंकल्पित है।


गौरतलब है कि वापस आये श्रमिकों तथा गांव के लोगों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से देश के छह राज्यों के 116 जिलों में 125 दिन का यह अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान में उत्तर प्रदेश के 31 जिले चुने गये हैं। राज्य के सिद्धार्थनगर, प्रयागराज, गोण्डा, महराजगंज, बहराइच, बलरामपुर, जौनपुर, हरदोई, आजमगढ़, बस्ती, गोरखपुर, सुल्तानपुर, कुशीनगर, संतकबीरनगर, बांदा, अम्बेडकरनगर, सीतापुर, वाराणसी, गाजीपुर, प्रतापगढ़, रायबरेली, अयोध्या, देवरिया, अमेठी, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, श्रावस्ती, फतेहपुर, मिर्जापुर, जालौन और कौशाम्बी को चुना गया है। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत कामगारों की रूचि और कौशल के अनुरूप रोजगार व स्वरोजगार के कार्य कराये जाएंगे। ग्रामीण सार्वजनिक परिसम्पत्तियों के निर्माण के तहत सड़क, ग्रामीण आवास, बागवानी, पौधा रोपण, जल संरक्षण एवं सिंचाई, आंगनवाड़ी, पंचायत भवन, तथा जल जीवन मिशन आदि से जुडे़ 25 कार्य सम्मिलित किये गये हैं। इस अभियान के संचालन से रोजगार की तुरन्त आवश्यकता वाले कामगारों को विभिन्न कार्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे तथा वे अपने ही गांव में जीविकोपार्जन की विभिन्न गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित भी होंगे।


गाजियाबादः ढील के कारण बड़ा संक्रमण

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद गाज़ियाबाद जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जहां पहले हर दिन 10-12 नए संक्रमित जुड़ रहे थे वहीं अब यह संख्या 40 के करीब पहुँच गई है।  


जिला स्वास्थ्य विभाग शुक्रवार देर रात की गई जानकारी के अनुसार गाज़ियाबाद में अब कुल संक्रमितों की संख्या 797 हो गई है। मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 40 नए कोविड19 (#Covid19) संक्रमितों की पहचान हुई है और 4 संक्रमितों की मृत्यु हो गई है। जिले में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या अब 40 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग को शुक्रवार को जो रिपोर्ट्स मिली हैं उनमें से 20 निजी तथा शेष रिपोर्ट्स जिले के विभिन्न सरकार अस्पतालों और लैब्स की है। 


यहाँ मिले नए संक्रमित


24 घंटों में मिले नए कोविड19 संक्रमितों में बृज विहार में रहने वाले माँ-बेटे, खोड़ा में रहने वाले 2 व्यक्ति, प्रताप विहार में रहने वाला एक व्यक्ति, मालीवाड़ा का एक युवक शामिल है। इसके अलावा नवयुग मार्केट, न्याय खंड, नन्द ग्राम, श्याम पार्क, पसौण्डा, बृज विहार, रामप्रस्थ, कृष्णा पुरम, पटेल नगर, शताब्दीपुरम, लोनी, ब्रह्मपुत्र, राज नगर एक्सटेंशन, सीमांत विहार, लाजपत नगर, वसुंधरा, विश्वास नगर और मुरादनगर में भी नए संक्रमित मिले हैं। शंकर लाल अस्पताल का एक कर्मचारी भी कोविड19 पॉज़िटिव पाया गया है। जिला प्रशासन के रेकॉर्ड में शुक्रवार को जो 4 मौतें दर्ज हुईं हैं उनमें से 2 पहले की हैं किन्तु उनके कोरोना पॉज़िटिव होने की पुष्टि शुक्रवार को हुई। इसके अतिरिक्त संतोष अस्पताल में भर्ती मोदी नगर की एक महिला और विजय नगर में रहने वाले एक पुरुष की मौत हुई है।


विक्ट्ररी-डे परेड में हिस्सा लेंगे रक्षा मंत्री

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को विक्टरी डे परेड में हिस्सा लेने के लिए रूस की यात्रा पर जायेंगे। यह दिवस द्वितीय विश्व युद्ध में विजय की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाया जा रहा है। परेड का आयोजन रूसी सेना और अन्य की वीरता और बलिदान के सम्मान में किया गया है। रक्षा मंत्री सेर्गेई शोगुउ ने रक्षा मंत्री सिंह को इस परेड के लिए आमंत्रित किया है। यह परेड गत 9 मई को हाेनी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था। तीनों सेनाओं का 75 सदस्यीय दस्ता परेड में हिस्सा लेने के लिए पहले ही मास्को पहुंच चुका है।


भारत के मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व सिख लाइट इन्फेन्ट्री के मेजर रैंक के अधिकारी करेंगे। यह रेजिमेंट द्वितीय विश्व युद्ध में बहादुरी के साथ लड़ी थी और इसे चार बैटल ऑनर तथा दो मिलिट्री क्रॉस मिले थे। विक्टरी डे परेड में भारत की भागीदारी रूस और अन्य राष्ट्रों की सेनाओं के बलिदान के प्रति श्रद्धांजलि है। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने भी हिस्सा लिया और सर्वोच्च बलिदान दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री ने रूस को विक्टरी डे की 75 वीं वर्षगांठ पर बधाई संदेश भेजे थे। रक्षा मंत्री की यह यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष सामरिक भागीदारी को और मजबूत बनायेगी।


यूपी में वायरस संक्रमण ने बढ़ाई चुनौती

यूपी में कोरोना संक्रमितों की संख्या 16 हजार के पार, 24 घंटे में सर्वाधिक 817 नए केस निकले




अकांशु उपाध्याय


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को रिकॉर्ड 817 नए कोरोना के केस सामने आए हैं। ये एक दिन में अबतक की सर्वाधिक संख्या है। इसके साथ ही अब राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 16 हजार के पार हो गया है। वहीं, मरने वालों की संख्या भी 500 के ऊपर चली गई है। शुक्रवार को प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में 24 घंटे के भीतर 817 नए केस मिले हैं। अब राज्य में संक्रमितों की संख्या 16594 हो गई है। इनमें से 9995 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं। जबकि वर्तमान में राज्य में 6092 एक्टिव केस हैं। कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या अब 507 हो गई है।


शुक्रवार को इन जिलों में निकले सबसे ज्यादा केस


नोएडा में 151, कानपुर 46, गाजियाबाद 36, लखनऊ 31, हापुड़ 31, बुलंदशहर 30, अलीगढ़ 27, सहारनपुर 26, मुज़फ्फरनगर 21, सुल्तानपुर व गाजीपुर 20-20 नए केस।


मेरठ कोरोना अपडेट


मेरठ में शुक्रवार को 10 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है। जिसके बाद जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 744 पहुंच गया है। वहीं, उपचार के दौरान एक मरीज की मौत हो गई है। जिसके बाद मौत का आंकड़ा अब 57 हो गया है।


प्रयागराज कोरोना अपडेट


प्रयागराज जिले में शुक्रवार को कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत हो गई। जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब बढ़कर सात हो गई है। वहीं, शुक्रवार को जिले में आठ नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या अब 176 हो गई है। वर्तमान में वकोरोना के 39 एक्टिव केस हैं। 130 कोरोना पॉजिटिव मरीज अब तक स्वस्थ्य हो चुके हैं। शुक्रवार को 586 संभावित कोरोना संक्रमितों के सैंपल लैब भेजे गए हैं।


औरैया कोरोना अपडेट


औरैया जनपद में दो नए संक्रमित केस मिले हैं. दोनों मरीज महिलाएं हैं. जो अछल्दा क्षेत्र की बताई जा रही है. अब जिले में कुल संख्या बढ़कर 79 हो गई है. एक्टिव केस 33 हैं.


मुजफ्फरनगर कोरोना अपडेट


मुजफ्फरनगर में कोरोना के संक्रमण के बढ़ते मामलों से हड़कंप मचा हुआ है। शुक्रवार को जिले में 7 और नए पॉजिटिव केस मिले है। जनपद में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 227 हो गई है। 109 कोरोना पॉजिटिव की एक्टिव संख्या है। शुक्रवार को 141 सैंपल रिपोर्ट में 7 सैंपल पॉजिटिव मिले। इनमें तीन रेजिडेंट डॉक्टर ,एक जानसठ, तीन सिटी इलाके के निवासी संक्रमित हैं। अपर जिला अधिकारी राजस्व ने संक्रमितों की पुष्टि की है। मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज से तीन संक्रमित व्यक्ति ठीक हुए हैं। इन जिलों में बढ़े कोरोना के केस


कानपुर में 54, नोएडा में 47, बुलंदशहर में 45, गाजियाबाद, हापुड़ में 32-32, मेरठ में 28, लखनऊ में 27, मथुरा में 26, हाथरस में 23, आगरा में 21, सहारनपुर, बागपत में 20-20, गाजीपुर में 19, फिरोजाबाद में 17, मुरादाबाद में 16, बस्ती में 15, मैनपुरी में 14, गोरखपुर, महाराजगंज में 12-12, कन्नौज में 11, अयोध्या में 10, अमेठी में 9, जालौन में 8, इटावा, बाराबंकी में 7-7, प्रयागराज, मुजफ्फरनगर, देवरिया, झांसी, शामली में 6-6, अलीगढ़, उन्नाव में 5-5, बलिया में 4, वाराणसी, संतकबीरनगर, सुल्तानपुर, गोंडा, अंबेडकरनगर, मऊ, शाहजहांपुर, कुशीनगर, कौशांबी में 3-3, सिद्धार्थनगर, संभल, पीलीभीत, भदोही, एटा, कासगंज में 2-2, बिजनौर, रायबरेली, सीतापुर, बलरामपुर, बांदा, कानपुर देहात, लखीमपुर खीरी, हरदोई, महोबा, हमीरपुर में एक-एक रोगी मिलेंं।




उत्तराखंड में वायरस ने बढ़त जारी रखीं

देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते आंकड़े चिंता का विषय बनते जा रहें है। आज एक ओर जहां देहरादून जनपद में लॉकडाउन है उसके ठीक दूसरी ओर आज केवल देहरादून जनपद से ही 33 संक्रमित मामले सामने आए है, जो कि चिंता का विषय है। इसके अलावा आज दोपहर को जारी उत्तराखंड हेल्थ बुलेटिन के अनुसार आज अल्मोड़ा से 06, टिहरी गढ़वाल से 24 नए संक्रमित पाए गए है। वहीं चमोली से 07, हरिद्वार से एक पौड़ी गढ़वाल से 02, रुद्रप्रयाग से 04 संक्रमित सहित उत्तरकाशी और उधमसिंह नगर से 12-12 मामले सामने आए है। जिस प्रकार से आज कुल संक्रमितों का आंकड़ा 101 है। बताना जरूरी होगा कि, इन नए कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों के जुड़ने के साथ ही अब प्रदेश में मरीजों का कुल आंकड़ा 2278 पहुंच गया है। जबकि अभी तक 1433 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर को लौट चुके है। साथ ही अब प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 803 पहुंच गई है।


अब तक प्रदेश में 45,133 सेंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। आज भी 1,571 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि आज भी 1,279 सेंपल जांच के लिए भेजे गए। इस प्रकार अब 4,308 लोगों को अपनी रिपोर्ट का इंतजार है। प्रदेश में संक्रमितों की रिकवरी दर 62.93 प्रतिशत है, जिसके मुताबिक अब तक 1,433 मरीज इस बीमारी को मात देकर अपने घर जा चुके हैं।


पेयजल व्यवस्था सुधारने की दिशा में बढत

63 करोड की धनराशि से सुधरेगी लोनी की पेयजल व्यवस्था 

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। अमृत योजना के तहत लोनी नगर पालिका को मिली 63 करोड की धनराशि से लोनी की पेयजल व्यवस्था को बढाया जायेगा। जिसका शुभारंभ आज वार्ड 28 डीएलएफ के बी ब्लॉक स्थित शिव वाटिका (छठ घाट)  मे एक ट्यूबवैल के निर्माण कार्य के साथ भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने किया । 

इस अवसर पर डीएलएफ के पार्क मे पँहुची लोनी नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने कार्य का शुभारंभ विधिवत् रूप से पूजा अर्चना कर नारियल फोड़कर किया । 

इस अवसर पर डीएलएफ कालोनीवासियों के दूारा रंजीता धामा व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मनोज धामा का फूल-माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया ।

लोनी नगर पालिका अध्यक्ष ने जानकारी देते हुये बताया कि सरकार से अमृत योजना के तहत हमारे दूारा किये गये अथक प्रयास से 63 करोड रूपये की एक बडी धनराशि स्वीकृत की गयी है जिसकी पहली किश्त का पैसा शासन से रिलीज हो चुका है जिससे कार्य आज से शुरू कराये जा रहे हैं इन पैसों से लोनी क्षेत्र मे 177.037 किमी लम्बी पानी की लाइन का जाल बिछाया जायेगा जिसमे मेन लाइन 23.03किमी तथा अन्य सहायक लाइने बिछायी जायेगी । इस योजना के तहत लोनी मे पानी की 3 बडी टंकिया तथा 29 नयी ट्यूबवैल बनायी जायेगी तथा 6 पानी के पंपिंग स्टेशन बनाये जायेंगे जिससे कि हर समय शुद्ध जल की आपूर्ति लोनी की जनता के लिये होती रहे ,वार्ड 28 मे 3नयी ट्यूबवैल व एक बडी पानी की टंकी प्रेम विहार मे, सरकारी स्कूल के पास, एक ट्यूबवैल गौशाला  के पास ,एक ट्यूबवैल छठ घाट बनायी जायेगी जिससे पूरे वार्ड मे शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जायेगी । 

इस अवसर पर सभासद निशा सिंह जी ने वार्ड 28 के लिये अतिरिक्त विकास कार्यों की मांग की जिसके लिये लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने उन्हे आश्वस्त करते हुये कहा कि आने वाले समय मे और भी विकास कार्य वार्डो मे कराये जायेंगे जिनसे कि डीएलएफ वार्ड जो कि हमारी इस खूबसूरत लोनी क्षेत्र का दिल है उसकी सुन्दरता को और बढाया जा सके । सभी कालोनीनासियों के दूारा रंजीता धामा जी का आभार प्रकट करते हुये तालियाँ बजाकर अभिनन्दन किया ।

इस अवसर पर सभासद निशा सिंह, मनीष ठाकुर, बलराम नगर मंडल अध्यक्ष प्रशांत कुमार, भगत सिंह वर्मा, सुधीर बुबना, विशाल रंजन, दैवैन्द्र सिंह, राकेश चंदेल, संतोष, लालसिंह, अनिल सेठी सहित सैकड़ों की संख्या मे कालोनीवासी उपस्थित रहे ।

लोनी क्षेत्र के विकास को मिलेगी नई दिशा

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल और विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने किया लाखों के विकास कार्यों का उद्घटान, कहा लोनी के सर्वांगीण विकास के लिए भाजपा है प्रतिबद्ध, गिनाई सुशासन के तीन वर्ष की उपलब्धि।शनिवार को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर और जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल ने लाखों रूपए के विकास कार्यों का संयुक्त रूप से उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया। इसके तहत वार्ड नम्बर 27 के आदेश नगर पार्ट-बी में लगभग 9 लाख की लागत से हृदयलाल से कांति देवी के मकान तक सड़क निर्माण और नाली निर्माण एवं आदेश नगर पार्ट-ए में 12 लाख की लागत से चिरोड़ी मुख्य मार्ग से लेकर शिव मंदिर तक सड़क मार्ग और जलभराव की दृष्टि से नाली निर्माण कार्य किया गया है।

इस दौरान स्थानीय लोगों ने विकास कार्यो पर खुशी जताते हुए ढोल-नगाड़ों के साथ मिठाई बांटकर जिलाध्यक्ष और विधायक का स्वागत एवं आभार जताया। उद्घटान कार्यक्रम में सभासद विजयपाल, अनिल चौधरी, चाहत राम नेताजी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष राम कुमार त्यागी, जिला मीडिया प्रभारी धजय खारी, महेश प्रधान, विजेंदर त्यागी, संदीप पहलवान आदि उपस्थित रहें। जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल और विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने प्रदेश सरकार के कार्यकाल को बताया ऐतिहासिक, गिनाई उपलब्धियां।

विधायक और जिलाध्यक्ष ने विकास कार्यों को समर्पित एवं शिलान्यास  करने के बाद बताया कि  भारतीय जनता पार्टी का एक ही लक्ष्य है जिसके तहत पूरे प्रदेश, जनपद और लोनी विधानसभा का सर्वांगीण विकास किया जा सकें। इस दिशा में शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क, पेंशन, राशन कार्ड और कानून व्यवस्था में लोग बदलाव स्वंय महसूस कर रहे है।  एक समय में पिछड़ी विधानसभा में गिनी जाने वाली लोनी विधानसभा आज तीव्र गति से विकसित विधानसभा बनने के पथ पर अग्रसित है। यह सब सम्भव हो पाया है स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर जी और भाजपा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं के कारण जिनका मूलमंत्र अंत्योदय से भारत उदय है और विकास एवं ज कल्याणकारी योजनाओं को समाज के हर व्यक्ति तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व पूरे प्रदेश और लोनी ने विकास का नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

उत्तर प्रदेश जनसंवाद रैली के लिए जिलाध्यक्ष और विधायक ने किया कार्यकर्ताओं का आह्वान कहा सभी रिकॉर्ड तोड़ेंगे गाजियाबाद के कार्यकर्ता।

पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल, विधायक नंदकिशोर गुर्जर व अन्य पार्टी पदाधिकारियों ने 21 तारीख को भाजपा के राष्ट्राध्यक्ष जेपी नड्डा की उत्तरप्रदेश जनसंवाद रैली को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से अपील की। पत्रकार वार्ता में कहा लोनी विधायक ने बताया कि लोनी और गाजियाबाद के कार्यकर्ता और आम नागरिक भाजपा की जनकल्याणकारी योजनाओं और विकास के प्रतिबद्धता पर भरोसा और विश्वास करता है। माननीय राष्ट्राध्यक्ष की वर्चुअल रैली में गाजियाबाद हमेशा की तरह रिकॉर्ड कायम करेगा। वहीं जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल और विधायक ने लोनी नगरपालिका में नामित सदस्यों के लिए आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए और शपथ लेने वाले सभासदों को बधाई एवं उज्ज्वल कार्यकाल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पार्टी को पूरा भरोसा है कि आप सभी के माध्यम से प्रदेश सरकार की योजनाएं और लोनी पालिका क्षेत्र के विकास को एक नई दिशा मिलेगी।

दिनदहाड़े पत्रकार की गोली मारकर हत्या

उन्नाव। यूपी के उन्नाव में रविवार दिनदहाड़े अखबार कंपू मेल के पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गंगाघाट थाना क्षेत्र में बेशकीमती सरकारी जमीन लूट मामले की शिकायत करने पर पत्रकार को गोली मारकर हत्या की गई है। वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है।

बीते करीब दो माह से कटरी पीपरखेड़ा क्षेत्र में सरकारी जमीनों पर हो रहे कब्जों व अवैध निर्माणों की शिकायत अधिकारियों से कर रहे थे। बताते हैं कि इसे लेकर उनकी जिले की सूचीबद्ध भू-माफिया और विश्व हिंदू परिषद नेता से रंजिश बढ़ गई थी। शुक्रवार दोपहर बाद वह अपने साथी मुख्तार अहमद के साथ बाइक से उन्नाव से शुक्लागंज लौट रहे थे। उन्नाव-शुक्लागंज मार्ग स्थित सहजनी के पास शुभम मणि त्रिपाठी नामक युवक के ऊपर अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ कई गोलियां मारी गईं, जिससे उनकी मौत हो गई। 

 गौर करने की बात यह कि अपराधियों के हौशले इतने बुलंद है कि दिन दहाड़े युवक को गोली मारी। जहाँ एक तरफ मरहला चौराहे पर हमेशा पुलिस तैनात रहती है, तो दूसरी तरफ मगरवारा चौकी है फिर भी नही है इन्हें पुलिस का कोई खौफ नहीं।

वही मुख्तार ने एएसपी व सीओ सिटी को बताया कि विहिप नेता की गाड़ी पहले बगल से निकली। उसके बाद पीछे बाइक से आए दो युवकों ने शुभम पर गोलियां चलाईं जबकि एक बाइक पर सवार दो अन्य वहीं मौजूद रहे। उसने भागकर जान बचाई। जानकारी पर एसपी रोहन पी कनय, एएसपी उत्तरी विनोद पांडेय और सीओ सिटी यादवेंद्र यादव ने मौका मुआयना किया। एसपी ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच करने के निर्देश दिए हैं। एडीजी जोन एसएन साबत के संज्ञान लेने के बाद देर शाम आइजी लक्ष्मी सिंह ने भी घटनास्थल आकर जांच की। उन्होंने हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश एसपी व अन्य अधिकारियों को दिए।

पवन श्रीवास्तव


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