शनिवार, 20 जून 2020

घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल

घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल


गंगाघाट में अपराधियों के हौसले बुलंद


गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के सहजनी के पास की घटना


शुक्लागंज। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में स्थित सहजनी चौराहे से चंद कदम दूरी पर सरेराह दिनदहाड़े बाइक सवार दो बदमाशों ने युवक पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी।कई गोली लगने से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।वहीं सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस युवक को कानपुर हैलट ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताते चलें कि उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन होने वाले अपराधों से जहां क्षेत्र में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है वहीं कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं लेकिन आला अधिकारी है कि कोई भी कार्रवाई करते नहीं दिख रहे है। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के ब्रह्म नगर निवासी शुभम मणि त्रिपाठी पर बाइक सवारों ने सहजनी चौराहे के पास कई राउंड फायर झोंक दिया। जिससे शुभम गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची गंगाघाट पुलिस ने घायल अवस्था में शुभम को कानपुर के हैलट अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने शुभम को मृत घोषित कर दिया है। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।वहीं घटना स्थल पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।


सिटी मजिस्ट्रेट के खिलाफ आमरण अनशन

बहराइच। उत्तर प्रदेश अपने गुरु के लिए राजपाल सिंह टाटधारी उम्र 86 वर्ष द्वारा नगर मजिस्ट्रेट बहराइच के क्रियाकलापों से क्षुब्ध होकर उनके विरुद्ध जिलाधिकारी बहराइच कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठने के लिए लिया गया निर्णय उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट बहराइच पर आरोप लगाते हुए बताया कि परमपूज्य तुलसीदास उर्फ जयगुरुदेव पुत्र घूरेलाल जाति ब्रहमण गुरु महाराज के मुक्ति दिवस के अवसर पर 23 मार्च 2020 को पुलिस अधीक्षक मथुरा को संबोधित एक ज्ञापन मांग पत्र नगर मजिस्ट्रेट बहराइच के समक्ष प्रस्तुत किया गया था जिसकी अपना मांग पत्र की मूल प्रति उनके द्वारा अब तक पुलिस अधीक्षक मथुरा को नहीं भेजी गई है जबकि कई बार उनसे मुलाकात किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं इस ज्ञापन मांग पत्र को नहीं भेजूंगा।


रिपोर्ट-जीतेन्द्र तिवारी


पार्टी कार्यकर्ता उनकी मदद के लिए तैयार

वाराणसी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को वाराणसी के सपा नेताओं से वीडियो कॉल के जरिए बातचीत की और काशी का हाल जाना। उन्‍होंने वाराणसी के बुनकरों की समस्‍याओं के बारे में भी पूछा। कहा कि लॉकडाउन के दौरान उनकी स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ा है, ऐसे में सपा कार्यकर्ता उनकी हरसंभव मदद को तत्‍पर रहें।


अखिलेश ने कहा किहमारी पार्टी असहायों और गरीबों के बारे में चिंता करने वाले पार्टी है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता उनकी मदद के लिए तैयार रहें। वर्तमान में करीब पचास फीसदी लोगों की प्राइवेट नौकरी जा चुकी है। दुकानों का भी हाल खराब है। शो रुम तो खुल रहे है लेकिन ग्राहक के नहीं आने से वह भी परेशान है। ऐसे में लोगों का नौकरी जाना स्‍वाभाविक है। लॉकडाउन के कारण उत्‍पन्‍न हुई परिस्थितियों से निपटने के लिए उन्‍होंने समस्‍याओं पर निगाहे बनाए रखने की बात कही ताकि दूर किया जा सके।पूर्व राज्यमंत्री व प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फोन कर काशीवासियों का हाल-चाल लिया। व्हाट्सअप वीडियो कॉल कर लॉकडाउन के बाद हो रही समस्याओं के बारे में भी पूछा। अखिलेश ने कहा कि कोरोना से सबसे ज्‍यादा मध्यम वर्ग का जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस दुख की घड़ी में हम उनके साथ है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रसिद्ध बनारसी साड़ी के बुनकरों का हाल पूछा। इस पर धूपचंडी ने बताया कि गद्दी खुल नहीं रही और गद्दीदार बुनकरों को पैसे नहीं दे रहे। ऐसे में बड़ा संकट उत्‍पन्‍न हो गया है।


कोविड-19 पर क्यों जारी नहीं करता 'विभाग'

कोविड19 पर प्रशासनिक आंकडे समय पर क्यों जारी नहीं करता जिला सूचना विभाग ?


मंडलायुक्त को 18 जून की समीक्षा बैठक में बताये आंकडों से मेल नहीं खा रहे उसी दिन स्वास्थ्य


सूचना विभाग की ओर से जारी किये गये कोरोना आंकडे


कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत पर भी बदलती रही है संख्या


मथुरा । सूचना विभाग कोरोना पर प्रशासनिक आंकडे समय पर जारी नहीं कर रहा है, यहां-वहां से एकत्रित किये जा रहे आंकडों के चलते लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है, जिला सूचना विभाग का स्वास्थ्य विभाग के साथ तालमेल नहीं बैठने से कोरोना के आंकडों को स्थिति अस्पष्ट बनी रहती है, इतना ही नहीं प्रतिदिन कोरोना के मिल रहे मरीजों की संख्या को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है, जनपद का सूचना विभाग कोरोना के प्रश्न प्रशासनिक आंकडे जारी नहीं कर रहा है, यदि सूचना विभाग द्वारा आलाधिकारियों की अहम बैठकों के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से रखे जा रहे आंकडों को आधार बनाया जाये तो यह आंकडे स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जा रही जानकारी से मेल नहीं खाते हैं, इससे स्थिति और भ्रामक हो रही है । 


18 जून को मण्डलायुक्त अनिल कुमार को समीक्षा बैठक दौरान बताया गया कि जनपद में 5824 सैम्पल लिए गये जिसमें से 5215 की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है तथा 181 व्यक्तियों की पाॅजिटिव रिपोर्ट आयी और लम्बित रिपोर्ट 372 तथा ठीक हुए व्यक्तियों संख्या 87 एवं मृत्यु 7 लोगों की हुई है, वर्तमान में एक्टिव केस 87 हैं, सूचना विभाग की ओर से यह आंकडा जारी किया गया, हो सकता है कि मंडलायुक्त को पिछला आंकडा बताया गया हो लेकिन सूचना विभाग की ओर से यह नहीं बताया गया कि यह आंकडा किस दिन तक का है, प्रेस रिलीज 18 जून की शाम को जारी की गई जिससे भ्रम पैदा हो रहा था कि यह आंकडा 18 जून का है जबकि इसी दिन सीएमओ कार्यालय की ओर से जारी आंकडों में लिए गए कुल सैंपल 6017, नेगेटिव 5322, पॉजिटिव रिपोर्ट 208, लंबित रिपोर्ट 430, ठीक हुए मरीजों की संख्या 91, मृत्यु 7 कुल एक्टिव केस 110 बताये गये, हालांकि 18 जून की देर शाम जो आंकडे आये उनमें मरीजों की संख्या 223 और सक्रिय मामले 125 थे।


मंडलायुक्त की बैठक में जारी आंकडों से ये आंकडे मेल नहीं खा रहे थे, यह कोई नई बात नहीं है, कोरोना का मथुरा में खाता खुलने के बाद से ही यह स्थिति है, 31 जून को मृतक संख्या सीएमओ कार्यालय की ओर से 6 बताई गयी, बाद में इसे संशोेधित किया जाता रहा, 18 जून को मृतक संख्या 7 बताई गई, सूचना विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि जनपद में कल आने वाले 27 केस पाॅजिटिव आने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सैम्पलिंग में और अधिक तेजी लायें, 18 जून को जारी प्रेस रिलीज के हिसाब से 27 मरीज 17 जून को सामने आये तो 18 जून का संशोधित आंकडा गलत है, 17 जून की देर शाम तक जनपद में कोरोना पाॅजिटिव का आंकडा 202 पहुंच गया था, सूचना विभाग अगर स्वास्थ्य विभाग के आंकडों को ही देर रात तक जारी करता है तो यह आंकडा रिपोर्टिंग के लिए रिकार्ड में रहेगा और अगले दिन की रिपोर्टिंग के लिए आधार भी बनेगा, यह आंकडे स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना मीडिया गु्रप पर जारी किये जा रहे आंकडों से मेल नहीं खा रहे हैं, दूसरा कोरोना मीडिया ग्रुप पर आने वाले आंकडों के लिए कोई अधिकारी जिम्मेदारी नहीं लेता है, कई बार ये आंकडे विलम्ब से भी आ रहे हैं इसलिए सूत्रों के हवाले से लिखी जाने वाली खबरों में आंकडों में अंतर आ रहा है ।


परिषद पिहानी कार्यालय का औचक निरीक्षण

पिहानी/हरदोई। शुक्रवार को दोपहर बाद समय तकरीबन 1:30 बजे पिहानी की साप्ताहिक बंदी के दिन जिलाधिकारी पुलकित खरे ने किया नगर परिषद पिहानी कार्यालय का औचक निरीक्षण। अधिशाषी अधिकारी अहिबरन लाल को अपनी कार्यशैली की जिम्मेदारी के प्रति उदासीनता के चलते नगर की बिगड़ी व्यवस्थाओं पर ज़िलाधिकारी पुलकित खरे ने उनकी जमकर क्लास ली। साप्ताहिक बंदी के दिन पूरे नगर की मार्केट में अभियान चलाकर युद्ध स्तर पर सेनेटाइजेशन करने के जारी किए आदेश।नगर पालिका परिषद पिहानी सभागार में सभासदो व आँगनबाड़ियों के साथ कोरोना निगरानी समिति की बैठक की। बैठक में उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौर मेंकोरोना निगरानी समिति से प्रशिक्षण की सही जानकारी के मुताबिक उपकरणों के वितरण व उनके रखरखाव पर के मुताबिक जानकारी करते हुए प्रवासी रोजगार मेले में भरे गए आवेदन फार्म की भी जानकारी जुटाई। व्यवस्थाओं में मिली कुछ खामियों के चलते जिलाधिकारी पुलकित खरे के ईओ पर सख्त हुए तेवर। फिलहाल एक घंटे तक पिहानी में मौजूद रहे डीएम हरदोई से पालिका में मची रहा सनसनी। इस दौरान एसडीएम शाहाबाद अतुल श्रीवास्तव,अधिशाषी अधिकारी नपाप कार्यालय पिहानी अहिबरन लाल,डाॅक्टर मनोज आजाद व कोतवाली प्रभारी सूर्य प्रकाश शुक्ला व उप-निरीक्षक मोहम्मद कय्यूम खाँ समेत कई सभासद व स्वस्थ्य कर्मचारी एवं आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने किया।


बिहार में पकड़ी कोरोना वायरस ने रफ्तार

बिहार में नही थम रहा है कोरोना का कहर, 45 की मौत होने से मचा हड़कंप


पटना। बिहार में अब भी कोरोना का दस्तक खत्म नही हो रहा है। हर तरफ अफरातफरी का माहौल बना हुआ है जिससे लोगों में काफी ज्यादा दुख है।



कुछ दिनों से बिहार से ज्यादातर कोरोना मरीज गांव से ही मिल रहे हैं जिससे स्वास्थ्य विभाग ने गांव वालों को सचेत किया है। 24 घण्टे के अंदर बिहार में 6 और कोरोना मरीजों की मौत होने से आंकड़ा 45 तक पहुंच चुका है जिससे लोगों में काफी हड़कम्प मचा हुआ है। आपको बता दें कि बिहार के गोपालगंज, मुजफ्फरपुर और सहरसा जिले में कोरोना का संक्रमण सबसे तेजी से फैल रहा है जिससे सरकार की नींदे बेहाल हो चुकी है। कोरोना के इस संक्रमण से राज्य में 112 नए संक्रमित मामलों के साथ कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर के 7290 पर पहुंच गई है।



सड़क हादसे में 5 की मौत, महिला गंभीर

फिरोजाबाद: सड़क हादसे में मेजा के पांच लोगों की मौत, महिला गंभीर


प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रदेश में शनिवार तड़के भीषण सड़क हादसा हो गया। हादसे में कार सवार पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक महिला घायल है। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घटना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुई। फिरोजाबाद जनपद के थाना नसीरपुर इलाके में हाइवे पर एक ट्रक खड़ा था। आगरा से लखनऊ की ओर जा रही कार इस ट्रक से टकरा गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि कार की रफ्तार तेज थी।  हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। कार सवार पांच लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल है। घटना की सूचना मिलते ही यूपीडा के कर्मचारी और पुलिस पहुंच गई। घायल को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।  जानकारी के अनुसार कार सवार ​सभी ​लोग दिल्ली से प्रयागराज जा रहे थे। मृतकों में रविनेश पांडेय (45) पुत्र अखिलेश पांडेय, रूबी (42) पत्नी रविनेशं पांडेय, लक्ष्य पांडेय (4) पुत्र रवीनेश, केशव पांडेय (17) पुत्र सतेंद्र पांडेय व नंदनी पांडेय (7) पुत्री सतेंद्र पांडेय निवासी गोसौरा, थाना मेजा प्रयागराज है। जबकि प्रियंका पांडेय पत्नी सतेंद्र घायल है।




पत्रकार को दी जान से मारने की धमकी

पत्रकार के घर में चढ़कर दी जा रही है जान से मारने की धमकी।

बेरूवा कौशाम्बी। चरवा थाना क्षेत्र के चरवा के उत्तर थोक मुहल्ले में शुक्रवार कि सुबह बच्चों के आपसी विवाद में एक दंबग होमगार्ड ने पत्रकार के घर पर चढ़कर गाली गलौज किया है  दंबग होमगार्ड इस समय पुरामुफ्ती थाने में तैनात हैं 

लेकिन दबंग होमगार्ड के ऊपर 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई कर्यवाही नही हुई है। योगी सरकार तो बहुत बड़े बड़े वादे करती हैं कि पत्रकारो से अभद्रता करने पर 24 घंटे के अंदर कर्यवाही कर जेल भेजा जायेगा इस तरह में लगता है कि योगी आदित्यनाथ के बड़े बड़े वादे कब पूरे होंगे लेकिन जब पत्रकार ही सुरक्षित नही हैं तो आम जनता कहां से  सुरक्षित रहेगी। 

घटना शुक्रवार की सुबह बच्चों के आपसी विवाद को लेकर हुई। जिसमे एक होमगार्ड ने पत्रकार के घर पर चढ़कर गाली गलौज भी किया और जान से मारने की धमकियां भी दी जा रही है। पीड़ित ने थाने में जाकर घटना की तहरीर दी पीड़ित के लिखित तहरीर देने के बाद भी चरवा पुलिस ने अभी तक कोई कर्यवाही नही किया है इस तरह में ऐसा लगता है कि योगी सरकार के बड़े बड़े वादे कहां चले गए हैं हीरालाल कुशवाहा पुत्र राजकुमार एक हिदी दैनिक अखबार के स्थानीय संवाददाता हैं उन्होंने बताया कि उनका लड़का संदीप कुमार बुधवार को अपने साथी विपिन के साथ बाइक से घर लौट रहा था इसी दौरान होमगार्ड ने बच्चो को रोककर उनसे विवाद किया आरोप है कि शुक्रवार की सुबह हीरालाल की गैर मौजूदगी में दबंग होमगार्ड ने अपने वर्दी का रौब दिखाते हुए अपने परिजनों के साथ उनके घर पर चढ़ आया और गाली गलौज भी जमकर किया और लोगों के विरोध करने पर वहां से वर्दी का रौब दिखाते हुए और जान से मारने की धमकियां भी देते हुए वहां से चला गया।

पीड़ित ने थाने जाकर दबंग होमगार्ड के खिलाफ तहरीर दिया है लेकिन अभी तक कोई कर्यवाही नही किया गया है।

मंजीत सिंह 

गांव में गारंटीड 125 दिन मिलेगा काम

नई दिल्ली। लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार गाँव लौटे लाखों मजदूरों को अब गाँव में ही 125 दिनों का गारेंटेड काम मिलेगा। भारत सरकार द्वारा शुरू की गई गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों को उनके गांव में ही अगले 125 दिन तक रोजगार उपलब्ध होगा। केंद्र सरकार ने अलग से ₹50 हजार करोड़ का इंतजाम किया है।  मजदूरों को काम मनरेगा (MANREGA) के माध्यम से मिलेगा। आपको बता दें कि मनरेगा में दैनिक मजदूरी को भी ₹182 से बढ़ाकर ₹202 कर दिया गया है। मतलब अब प्रवासी मजदूर अपने गांवों में ही 125 दिनों में ₹25,250 कमा लेंगे।


हुनर के हिसाब से मिलेगा काम, जानिए कैसे


मजदूरों को उनके गांव के पास ही रोजगार दिलाने वाले ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ नाम के इस अभियान में हुनर के हिसाब से काम दिया जाएगा। योजना के अंतर्गत 25 सरकारी योजनाओं में काम मिलेगा। यह योजनाएं देश के 6 राज्यों के 116 जिलों में लागू की जा रही हैं। इसका औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बिहार के खगड़िया जिले से करेंगे। इस योजना के लिए श्रमिकों को अलगा से आवेदन नहीं करना होगा।  इस योजना के लिए राज्य और केंद्र सरकार स्वयं प्रवासी मजदूरों का चयन करेंगी।


इन जिलों को मिलेगा लाभ


गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत सरकार ने 6 राज्यों के 116 जिलों की पहचान की है। इन जिलों में करीब 67 लाख प्रवासी मजदूर वापस गए हैं। इन 116 जिलों में बिहार के 32, उत्तर प्रदेश के 31, मध्य प्रदेश के 24, राजस्थान के 22, ओडिशा के 4 और झारखंड के 3 जिले शामिल हैं।


ग्रामीण ढांचागत संरचनाओं में होगा सुधार


केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने स्पष्ट कर दिया है कि इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ी ढांचागत संरचना (Rural infrastructure), जैसे- कुआं, तालाब आदि बनवाया जाएगा। यदि उस गांव का पंचायत भवन जर्जर हो गया है तो उसकी मरम्मत करायी जाएगी। गांव में ही कृषि उपज के भंडारण के लिए भंडार गृह आदि का निर्माण कराया जाएगा।  गांव के नहर आदि में टूट-फूट हो गई हो तो उसे भी ठीक कराया जाएगा।


संक्रमण को लेकर हरकत में आई पुलिस

अतुल त्यागी(मेरठ मंडल प्रभारी)

गढमुक्तेश्वर/हापुड। थाना बहादुरगढ प्रभारी नीरज कुमार फुल फोर्म के साथ व्यापारियों को दे रहे निर्देश। हापुड एसपी संजीव सुमन के निर्देशन में थाना बहादुरगढ प्रभारी नीरज कुमार एक्सन में।18 जून को थाना से मात्र दो किलोमीटर दूरी पर स्थित गांव सालारपुर में कोरोना संक्रमण से हुइ व्यक्ति की मौत के बाद ऐक्सन में बहादुरगढ पुलिस। थाना के निकट गांव को शुक्रवार को उच्चाधिकारियों के निर्देश पर गढमुक्तेश्वर उपजिलाधिकारी विजयवर्धन सिंह तोमर, गढ पुलिस क्षेत्राधिकारी पवन कुमार और थाना प्रभारी नीरज कुमार ने किया था सील।

चूंकि डहरा कुटी का बाजार क्षेत्रिय और बडा है जो सील किये गये गांव सालारपुर का सबसे निकट है इसलिए  शनिवार को बहादुरगढ थाना प्रभारी नीरज कुमार ने माइक से संपूर्ण  बाजार में पैदल गस्त करते हुये व्यापारियों से सोशल डिस्टैंशिंग सैनैटाइजर दुकान पर इस्तेमाल के साथ - साथ स्यंव मास्क लगाकर बैठैं। और बगैर मास्क लगाऐ आने वाले ग्राहक को सामान न दें। अपनी सुरक्षा करें और प्रशासन का सहयोग करें।

उल्लंघन करने वाले पर वैधानिक कार्यवाही और जुर्माना भी किया जायेगा।

वर्चुअल रैली में 10 लाख लोग निमंत्रित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी पहली वर्चुअल रैली को ऐतिहासिक बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। पहली रैली जो कि 21 जून को पश्चिमांचल से शुरू हो रही है। इसमें खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव शामिल होंगे। इसमें दस लाख से अधिक लोगों को जोड़ने की रूपरेखा तैयार की जा रही है।


प्रदेश के मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बताया, “भाजपा का संपर्क संवाद कार्यक्रम सफल है। इससे कार्यकर्ता उत्साहित हैं। मोदी सरकार 2 के पहले कार्यकाल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए 21 जून को पहली जनसंवाद रैली होने जा रही है। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा शामिल होंगे। इसमें पश्चिम और ब्रज क्षेत्र के लोग शामिल होंगे। इसका संचालन लखनऊ से भाजपा मुख्यालय से होगा। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद रहेंगे। रैली में 10 लाख से अधिक लोग शामिल कराने के लिए मोबाइल से लिंक भेजकर आमंत्रित किया जाएगा।”उन्होंने बताया, “इसके अलावा प्रत्येक बूथ पर 50 लोग अपने परिवार के साथ इसके लाइव प्रसारण को देखेगें। आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ाने के लिए इसे सोशल मीडिया के समस्त प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जाएगा। महिलाओं और नौजवानों को इससे जोड़ने की तेजी से कवायद की जा रही है।”


पश्चिमांचल के बाद 24 जून को पूर्वाचल की वर्चुअल रैली होगी। इसमें काशी व गोरखपुर क्षेत्र को शामिल किया गया है। पूर्वाचल की रैली को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर संबोधित करेंगे। इसके बाद 27 जून को प्रस्तावित मध्यांचल की जनसंवाद रैली को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी संबोधित करेंगी। इसमें अवध व कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र को शामिल किया गया है। ज्ञात हो कि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बसंल ने इसकी तैयारियों को लेकर कई प्रकार की बैठकें भी की हैं। फेसबुक, यू-ट्यूब व ट्विटर सहित अन्य डिजिटल माध्यमों से सीधे प्रसारित होने वाली रैलियों के लिए नेटवर्किंग कार्य भी हो चुका है। संक्रमण बचाव के उपायों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला व क्षेत्रीय पदाधिकारियों को सक्रिय करते हुए मोर्चा व प्रकोष्ठों के कार्यकर्ताओं को भी रैलियों के प्रसारण में सहयोग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।


गोलाबारी में 3 भारतीय नागरिक घायल

श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के उरी सेक्टर में शनिवार को नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी गोलाबारी में तीन भारतीय नागरिक घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने कहा कि उरी सेक्टर के नंबला गांव में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी में एक महिला समेत तीन नागरिक घायल हो गए।


सूत्रों ने कहा, “घायल नागरिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुश्मनों की गोलाबारी से बचने के लिए गांव वालों को किसी सुरक्षित जगहों पर ले जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।”पाकिस्तान ने शनिवार को कुपवाड़ा के केरण सेक्टर और बारामूला जिले के उरी सेक्टर के हाजी पीर में बिना उकसावे के गोलीबारी और गोलाबारी की, जिसके बाद भारतीय सेना ने भी इसका माकूल जवाब दिया।


बेटे के सड़े शव के साथ रहती रही मां

बेटे के शव के साथ रह रही थी मां, पुलिस ने बेटे के सड़े हुए शव को किया कमरे से बरामद


जावेद खान


बुलन्दशहर। यूपी के बुलन्दशहर के कस्बा अनूपशहर में शुक्रवार को एक 38 वर्षीय युवक का सड़ा हुआ शव उसके आवास से बरामद किया गया है। पुलिस ने पड़ोसियों की शिकायत के बाद शव बरामद किया। पड़ोसियों ने अपनी शिकायत में कहा कि बेटे की मौत के बाद अंतिम संस्कार करने के बजाए मां अपने बेटे के शव के साथ घर में रह रही थी।


पुलिस ने पड़ोसियों की शिकायत के बाद शुक्रवार दोपहर 2 बजे के करीब घर का दरवाजा तोड़ा और 38 वर्षीय युवक का शव बरामद किया। दरअसल पड़ोसियों को पिछले कुछ दिनों से घर से गंध आने पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची तो दरवाजा अंदर से बन्द था ,पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर का नजारा देखा तो होश उड़ गए। सड़ी हुई हालत में एक युवक की लाश के साथ उसकी मां बैठी हुई थी जिसे देखने से ही प्रतीत हो रहा था कि शव कई दिनो से कमरे में बंद था। मां की हालत भी गम्भीर है ,पड़ोसियों की माने तो प्रोमिल शर्मा अर्धविक्षिप्त था और अपने परिवार में इकलौता वारिस होने के कारण बड़े ही लाड़ प्यार में पला बड़ा हुआ था, मां का प्यार सबसे ज्यादा प्रोमिल पर ही था। 3 बहनों की शादी पहले ही हो चुकी है अब वह अपनी मां के साथ ही रहता था, मां उसे कभी अकेला नहीं छोड़ती थी।


शायद यही वजह थी कि मरने के बाद भी मां अपने बेटे को अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी ,पुलिस ने प्रोमिल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ,और मां को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।


दिल्ली शिक्षकों को नहीं मिल रहा वेतन

नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कार्यरत करीब 8,000 शिक्षक, जिन्हें पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस बारे में पत्र लिखा है। इससे पहले वह कोर्ट में भी अपील कर चुके हैं।नगर निगम शिक्षक संघ के महासचिव रामनिवास सोलंकी ने शुक्रवार को कहा, “आज हमने गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखकर मदद मांगी है, जिसमें हमने उन्हें इस बात से भी अवगत कराया है कि इस कोरोना महामारी के दौरान सभी शिक्षक 12 घंटे काम कर रहे हैं। हम न सिर्फ गरीबों को राशन वितरित कर रहे हैं, बल्कि हम प्रवासी मजदूरों और उपचार केंद्रों में भी मदद कर रहे हैं।”


उन्होंने आगे कहा, “महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में हम सबसे आगे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट भी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने का निर्देश दे रही है, लेकिन वे शिक्षकों की अनदेखी कर रहे हैं, जबकि शिक्षक भी फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स हैं।”पत्र में कहा गया है कि, “शिक्षकों को मार्च, अप्रैल और मई का वेतन नहीं मिला है, जबकि जून का महीना भी समाप्त होने वाला है। पिछले चार सालों से सातवें वेतन आयोग का एरियर नहीं मिला है। बकाया राशि के बिलों का भुगतान पिछले 10 वर्षों से नहीं किया गया है। पिछले पांच वर्षों से बच्चों का शिक्षक भर्ती बिल का भुगतान नहीं किया गया है। सालों से मेडिकल बिलों का भुगतान नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति में, यदि किसी शिक्षक या उसके परिवार के सदस्य को इलाज करवाना है तो उसे उसके लिए पैसे उधार लेने होंगे।”


वेतन न मिलने के कारण शिक्षकों में बेहद निराशा है। वहीं 15 जून को कैट ने आदेश दिया कि उत्तर निगम के सभी शिक्षकों और पेंशनरों को 15 दिनों के भीतर तीन महीने का वेतन और पेंशन का भुगतान किया जाएगा और 18 जून को भी हाईकोर्ट ने उत्तरी एमसीडी को एक सप्ताह के भीतर सभी शिक्षकों के वेतन का भुगतान करने का निर्देश भी दिया था।


कॉमन सिलेबस लागू करने की मांग

नई दिल्ली। देशभर में वन नेशन वन बोर्ड की मांग फिर जोर पकड़ने लगी है। देशभर में छह से 14 साल के बच्चों के लिए कॉमन सिलेबस लागू करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। भाजपा नेता अश्विनी कुमार उपाध्याय द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि इंडियन सर्टिफिकेट आफ सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड यानी आईसीएसई (ICSE) व केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई (CBSE) को भी मिलाकर एक ही एजुकेशन बोर्ड की स्थापना की संभावनाओं पर विचार किया जाना चाहिए। याचिका में कहा गया है कि केंद्र और राज्य सरकारों ने देशभर में समान एजुकेशन सिस्टम को लागू करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। आर्टिकल 21 ए के तहत मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा की बात की गई है, लेकिन इसके तहत बच्चों को उनके अधिकार नहीं मिले हैं। याचिका के अनुसार, सामाजिक और आर्थिक समानता व न्याय के लिए ये जरूरी है कि सभी प्राइमरी स्कूलों में सिलेबस और करिकुलम एक जैसा रहना चाहिए। फिर चाहे वो स्कूल लोकल बॉडी चलाती हों या फिर केंद्र और राज्य सरकारें।
याचिका में ये भी कहा गया है कि संबंधित राज्य की आधिकारिक भाषा के चलते इंस्ट्रक्शंस का जरिया अलग हो सकता है, लेकिन 6 से 14 साल के बच्चों के लिए सिलेबस में कोई भेद नहीं होना चाहिए। याचिका में देश में जीएसटी काउंसिल की तर्ज पर नेशनल एजुकेशन काउंसिल या नेशनल एजुकेशन कमीशन बनाने की संभावना तलाशने के लिए आदेश देने की मांग सुप्रीम कोर्ट से की गई है।


सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

नई दिल्ली। भारत और चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 भारतीय जवानों को याद करते हुए वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि शहीद जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने देंगे। उन्होंने कहा कि वायु सेना लक्ष्य को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार और सही जगह तैनात है। वायुसेना प्रमुख ने हैदरबाद के नजदीक स्थित वायुसेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड में यह बात कही। भारत और चीन के सैनिकों की बीच हिंसक झड़प और तनाव के मध्य भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने शनिवार को कहा कि भारत शांति स्थापित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है लेकिन गालवान घाटी में दिए गए "बलिदान" को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।


हैदराबाद के डुंडीगल में वायु सेना अकादमी (एएफए) में कम्बाइंड ग्रैजुएशन परेड (सीजीपी) को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम किसी भी कीमत पर अपनी संप्रभुता की रक्षा करेंगे। हमारे क्षेत्र में सुरक्षा परिदृश्य ये बताता है कि हमारे सशस्त्र बल हर समय तैयार और सतर्क रहते हैं। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर छोटी सी सूचना पर हम हालात को संभालने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, 'यह स्पष्ट होना चाहिए कि हम पूरी तरह तैयार हैं और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सही जगह तैनात हैं। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम लक्ष्य को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और गलवां के अपने शूरवीरों का बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाने देंगे।'


सेहत के लिए फायदेमंद है स्ट्रॉबेरी

स्ट्रॉबेरी एक ऐसा फल है जो आपको लगभग हर मौसम में मिल जाएगा। इसका सेवन आमतौर पर गर्मियों में सबसे ज्यादा किया जाता है और मौसम के लिहाज से देखा जाए तो यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी है। डिहाइड्रेशन की समस्या से बचाने के लिए गर्मियों में स्ट्रॉबेरी का सेवन प्रभावी रूप से आपके शरीर को सुरक्षा प्रदान करता है। इतना ही नहीं, यह कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के खतरे से भी आपके शरीर को बचाए रख सकता है।
स्ट्रॉबेरी के फायदे के बारे में आपको यहां पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी ताकि आप अपने सेहत का ख्याल रख सके और रोगों की चपेट में आने से बचे रहें। आइए से होने वाले फायदों पर एक नजर डालते हैं।
कैंसर से बचाए
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से शरीर को बचाए रखने के लिए अगर आप अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा-सा बदलाव करेंगे तो यह काफी मददगार साबित होगा। इसके अलावा अगर आप स्ट्रॉबेरी का सेवन करते हैं तो इसमें मौजूद कैंसर सेल्स को नष्ट करने वाला गुण आपको कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की चपेट में आने से भी बचा सकता है।
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करे
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढऩे के कारण हम कई प्रकार की मानसिक और शारीरिक समस्याओं से जूझ सकते हैं। इतना ही नहीं, अगर समय रहते इसका हल न ढूंढा जाए तो यह लंबे समय तक हमारी क्वालिटी ऑफ लाइफ को खराब कर देता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने का विशेष गुण स्ट्रॉबेरी में पाया जाता है जिसके कारण आप इसका सेवन करके सकारात्मक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करे
स्ट्रॉबेरी का सेवन करने से कोलेस्ट्रोल की मात्रा को संतुलित बनाए रखने में भी काफी मदद मिलती है। वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार भी इस बात की पुष्टि की गई है। स्ट्रॉबेरी का सेवन करने के कारण शरीर में लो डेंसिटी लिपॉप्रोटीन यानी कि बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने का प्रभावी गुण पाया जाता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को संतुलित बनाए रखने के लिए आप स्ट्रॉबेरी का सेवन आप कर सकते हैं।
दिल की बीमारियों से बचाए
दिल की बीमारियों से बचे रहने के लिए आप स्ट्रॉबेरी का सेवन नियमित रूप से कर सकते हैं। यह कार्डियोप्रोटेक्टिव एक्टिविटी रखने के साथ-साथ दिल की धड़कन और उसकी कार्यप्रणाली को सक्रिय रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। यही वजह है कि इसका सेवन करने के कारण दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कई गुना तक कम हो सकता है।
ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए
ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना बहुत जरूरी होता है। अगर इसे कंट्रोल ना किया जाए तो यह डायबिटीज के खतरे को बढ़ा देता है और बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल के कारण आप डायबिटीज की चपेट में आ जाते हैं। वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, क्लिनिकल ट्रायल में देखा गया है कि स्ट्रॉबेरी का सेवन करने वाले लोगों में ब्लड शुगर लेवल को संतुलित बनाए रखने में काफी मदद मिलती है।


ब्राजील में 10 लाख संक्रमितो की पुष्टि

ब्रासीलिया। पूरी दुनिया में जानलेवा कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। चीन के वुहान शहर से फैले कोविड—19 ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। मिली जानकारी के अनुसार पूरी दुनिया में कोरोना से चार लाख 62 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 87 लाख 57 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। जबकि 46 लाख 25 हजार से ज्यादा लोग ठीक भी हो चुके हैं। वहीं दुनिया भर में सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका में कोरोना से एक लाख 21 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 22 लाख 97 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।


ब्राजील में दस लाख से अधिक हुए संक्रमण के मामले :


ब्राजील की सरकार ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण के दस लाख से अधिक मामले होने की पुष्टि की है। संक्रमण के सर्वाधिक मामले अमेरिका में हैं और उसके बाद ब्राजील में। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि कुल मामले 1,032,913 हैं, जो बृहस्पतिवार को जितने मामले थे उनके मुकाबले 50,000 से अधिक है। अमेरिका के जॉन्स हॉप्किंस विश्वविद्यालय का कहना है कि ब्राजील हर दिन प्रति 1,00,000 लोगों पर औसतन महज 14 जांच ही करवा पा रहा है जो विशेषज्ञों के मुताबिक जरूरत से 20 गुना कम है।


मुंह के छालों का उपचार और उपाय

आजकल मुंह में छाले होना एक आम समस्या हो गई है। पुरूषों के मुकाबले यह समस्या ज्यादातर महिलाओं में अधिक होती है। इसका मुख्य कारण उनके हारमोन्स में अधिक उतार-चढाव आना है। यह छाले अपने आप ही कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। इनके निकलने के कई कारण हो सकते हैं। पेट के साफ न होने और खाना खाते समय अचानक दांतों से मुंह के अंदर की झिल्ली के कट जाने से छाले हो जाते हैं।
मासिक धर्म या मेनापॉज के सामय हारमोन्स में बदलाव तथा वायरस, बैक्टीरिया या फंगस संक्रमण से निकल सकते हैं। इसके अन्य कारणें में शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होना, एलर्जी होना भोजन में विटामिन सी और बी12 की कमी होना आदि शामिल हैं। कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में भी मुंह में छाले निकल सकते हैं।
बचाव के उपाय
खाना धीरे-धरी चबा-चबा कर खाएं। खाते समय बात न करें, ताकि दांतों से मुंह के अंदर की परत को नुकसान न पहुंचे।
(1) नींबू को आधा काटें, इसे छाले पर लगाएं, इससे थोडी जलन तो होगी, परंतु यह सुन्न हो जाएगा, जो अच्छा है। आखिर में थोडा शहद छाले पर लगाएं।
(2) शरीर की सफाई, संतुलित भोजन और पीने के साफ पानी पर भी विशेष ध्यान देना जरूरी है।
(3) कुछ दिनों तक लगातर विटामिन सी और विटामिन बी12 की गोलियां खाएं।
(4) माउथवाश का प्रयोग करें-कई बार कुल्ला करने से यह आपके मुख में बढने वाले जीवाणुओं को साफ करता है और इसके साथ-साथ कई मामलों में छाले में दर्द से राहत देता है। किसी बिना नुस्खा घोल का उपयोग करें, कोई भी माउथवाश इस प्रयोजन के लिए कार्यकारी है। सुबह और शाम कुल्ला करें और हो सके तो दिन के खाने के बाद भी कुल्ला करें।


दावाः गलवान घाटी चीन का हिस्सा

गलवान। लद्दाख की जिस गलवान घाटी की रक्षा में चीनी सेना से हिंसक संघर्ष के दौरान भारत के 20 जवान शहीद हो गए, उसको लेकर चीन अब दावा कर रहा है कि वह चीन का ही हिस्सा है। इतना ही नहीं चीन का कहना है कि कई वर्षों से गलवान घाटी पर चीनी सुरक्षा गार्ड गश्त कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी निभाते रहे हैं।


चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को अपने वेबसाइट पर एक प्रेस नोट जारी करते हुए दावा किया कि गलवान घाटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के चीन की तरफ है। प्रेस नोट में दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर की दूसरी बैठक जल्द से जल्द करवाने की बात भी कही गई है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने 15 जून को पूर्वी लद्दाख में हिंसक झड़प के लिए भारत पर दोष मढ़ते हुए कहा, ‘गलवान घाटी वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से में आता है। कई वर्षों से वहां चीनी सुरक्षा गार्ड गश्त कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी निभाते हैं।’


चीन ने कहा कि 15 जून की शाम को भारतीय जवान, कमांडर लेवल की बातचीत में तय किए गए एग्रीमेंट को तोड़ते हुए चीनी सीमा में घुस गए। दोनों देशों के बीच के हालात को जान-बूझकर खराब किया गया। चीनी सेना और अधिकारी जब उनसे बात करने पहुंचे तो भारतीय जवानों ने हिंसक हमला किया। जिसके बाद दोनों सेनाओं के बीच शारीरिक संघर्ष हुए और जानी नुकसान हुआ। चीन ने आगे कहा कि भारतीय जवानों ने सीमा पर हमें कम आंकते हुए एडवेंचर्स एक्ट किया, चीनी सैनिकों की जान को खतरे में डाला, साथ ही दो देशों के बीच सीमा समझौते का उल्लंघन किया जो दो देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का उल्लंघन है।


चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी इस प्रेस नोट में कहा गया है कि अप्रैल-2020 से भारत एलएसी के पास गलवान घाटी में लगातार सड़क निर्माण, पुल निर्माण और अन्य गतिविधियां कर रहा है। चीन ने इन मामलों को लेकर कई बार भारत सरकार के सामने अपना विरोध प्रकट किया। इसके बावजूद भारतीय सेना बार बार सीमा पार कर हमें भड़काने का काम करती रही। 6 मई की सुबह तक, भारतीय सीमा सैनिकों ने रातों रात चीन की सीमा में घुसकर बंकर और बैरिकेड्स बना लिए थे। जिससे कि चीनी सैनिकों को पेट्रोलिंग करने से रोका जा सके। उन्होंने आगे कहा कि दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य जरिए से तनाव को कम करने के लिए संवाद कर रहे हैं। क्षेत्र में हालात से निपटने के लिए कमांडर स्तर की दूसरी बैठक जल्द से जल्द होनी चाहिए।


महाराष्ट्र में वायरस का कहर जारी

 मुंबई। देश भर में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीं प्रदेश में कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। राज्य में 24 घंटे के भीतर कोरोना से 142 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,24,331 हो गई है। प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 3,827 नए मामले सामने आए। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। स्वास्थय विभाग के मुताबिक महामारी से 142 मरीजों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या 5,893 हो गई। दूसरी तरफ, 1,935 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई, जिसके साथ ही राज्य में अब तक 62,773 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के बयान के मुताबिक, अब तक राज्य में 7,35,674 लोगों के सैंपल की जांच की गई।


राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 50.49 फीसदी है जबकि मृत्युदर 4.74 फीसदी है। इस बीच, बीएमसी के मुताबिक, मुंबई में शुक्रवार को कोविड-19 के 1,269 नए मामले सामने आए, शहर में अभी तक कुल 64,068 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। संक्रमण से 114 मौत के मामलों के साथ ही अब तक 3,423 लोगों की मौत हुई है। इसके मुताबिक, शुक्रवार को कोविड-19 के 401 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। अब तक शहर के 32,257 मरीज ठीक हो चुके हैं।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...