मंगलवार, 9 जून 2020

प्रवासियों के लिए विशेष ट्रेनों की मांग की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अन्य राज्यों से संबंध रखने वाले प्रवासी श्रमिकों को वापस भेजने के लिए अधिक श्रमिक विशेष ट्रेनों की मांग की है। ईंट भट्टों में कार्यरत श्रमिकों की एक बड़ी संख्या अब अपने राज्यों में वापस जाना चाहती है, जिसमें खास तौर पर बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के हैं।


गृह विभाग के अधिकारियों ने ईंट भट्ठा संचालकों के साथ बैठक की और सभी जिलों में जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ऐसे श्रमिकों का डेटा एकत्र करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि अपने घर लौटने से पहले ईंट भट्ठा मालिकों से अपनी बकाया राशि पा सकें। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि राज्य में लगभग 12 हजार ईंट भट्टे क्रियाशील हैं लेकिन मानसून के साथ-साथ यह बंद हो जाएंगे। इन ईंट भट्टों पर काम करने वाले श्रमिक घर लौटना चाहते हैं।


उन्होंने कहा, “ईंट भट्टे लॉकडाउन के दौरान काम कर रहे हैं, लेकिन अब मानसून आ रहा है, इससे वे बंद हो जाएंगे। मालिकों और सभी जिला मजिस्ट्रेटों के साथ एक बैठक आयोजित की गई है। जिसमें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि श्रमिकों को घर भेजे जाने से पहले उन्हें सभी बकाया राशि का भुगतान किया जाए।” उत्तर प्रदेश सरकार ने भट्ठा मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए केंद्र से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग की है। अवस्थी ने कहा कि सरकार तब तक मुफ्त ट्रेन और बस सेवाओं का संचालन करती रहेगी, जब तक कि उत्तर प्रदेश के लोग जो दूसरे राज्यों में अटके हुए थे वे वापस नहीं आ जाते। वहीं राज्य के लोग जो दूसरे राज्यों के हैं वे संबंधित राज्यों में नहीं पहुंच जाते।


सरकार ने एक बार फिर से उन लोगों से अपील की है कि जो वापस लौटने की इच्छा रखते हैं वे विशेष राज्य के लिए प्रतिनियुक्त नोडल अधिकारी से संपर्क करें। बस-ट्रेन से अब तक 31 लाख से अधिक लोगों को उत्तर प्रदेश में वापस लाया गया है। वहीं कई अपने दम पर यात्रा कर यहां वापस आ चुके हैं। इस बीच, राज्य के मुख्य सचिव आर.के. तिवारी ने सोमवार से नोएडा प्रशासन को नोएडा-दिल्ली सीमा पर भीड़ को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया है क्योंकि दिल्ली ने सोमवार से दोनों राज्यों के बीच मुक्त आवाजाही करने की अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग को अगले दो दिनों के भीतर पास के लिए एक उचित तंत्र लगाने के लिए कहा है।


नैनीताल को 'रेड जोन' से हटाया गया

हल्द्वानी। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि केन्द्र सरकार की गाईडलाइन व उत्तराखण्ड शासन के निर्देशानुसार जोन निर्धारण की व्यवस्था को समाप्त करते हुए जनपद नैनीताल को रेड जोन से हटा दिया गया है।


अब जनपद में बाजार प्रातः 07 बजें से सांय 07 बजें तक खोली जायेगी,तथा जनपद में सभी प्रकार का पब्लिक ट्रान्सपोर्ट गाईडलाइन के प्रतिबन्धों के अनुसार 50 प्रतिशत सवारी के साथ अनुमन्य होगा। जिलाधिकारी श्री बंसल ने बताया है कि मुख्य सचिव के प्राप्त आदेशों के क्रम मे जनपद नैनीताल में होटल, रेस्तरां तथा धार्मिक स्थल शासन द्वारा जारी गाईडलाइन के अनुसार खोले दिये गये हैे। उन्होने बताया कि राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण ने केन्द्र के दिशा निर्देशों के अनुसार जनपद के सभी होटल, सेवा क्षेत्र, रैस्टोरेंट, शापिंग माॅल, धार्मिक स्थल और पूजा घरों को खोलने की गाईडलाइन जारी की है। उन्होने बताया कि सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों मे थर्मल स्केनिंग, सेनिटाइजेशन अनिवार्य रूप से किया जाये, स्टाफ व ग्राहक सभी अनिवार्य रूप से मास्क लगायेंगे। जनपद में जिम,बार, सिनेमाहाल, कोचिंग सेन्टर, मनोरंजन पार्क, विद्यालय एवं शैक्षणिक संस्थायें पूर्णतया बन्द रहेंगे।



जिलाधिकारी श्री बंसल ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के बीच अब धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है इसको दृष्टिगत रखते हुये धार्मिक स्थलोें मे पूजा अर्चना के लिए छूट दे दी गई है। उन्होने बताया कि पूजा स्थलों को अनिवार्य रूप से सेनिटाइज किया जाए तथा भक्तों एवं दर्शनार्थियों को धार्मिक स्थलोें मे समूह मे प्रवेश ना कराकर कम से कम लोगों को सोशल डिस्टैसिंग के आधार पर प्रवेश कराया जाए।धार्मिक स्थलों मे आने वाले सभी लोगोें को सामाजिक दूरी के नियम का भी अनुपालन कराया जाए, इसी प्रकार सभी रेस्टोरेंट एवं माॅल मे यह व्यवस्था बनाई जाए।



दलगत नीति से हटकर राष्ट्रहित की सोचेंं

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने चीन और नेपाल सीमा विवाद को लेकर भाजपा और कांग्रेस के चल रहे आरोप-प्रत्यारोप पर निशाना साधा। उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचने की सलाह दी है।


मायावती ने मंगलवार को ट्विटर के माध्यम से लिखा, “चीन के साथ ही दूसरे पड़ोसी देश नेपाल के साथ भी सीमा विवाद अब काफी गंभीर रूप धारण करता जा रहा है। ऐसे में देश की सभी राजीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचना चाहिए। साथ ही, ऐसे मामलों में यदि केन्द्र सरकार सबको विश्वास में लेकर चले तो यह बेहतर होगा।”


उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा,”यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कोरोना महामारी के चलते जब देश की जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है तब भी खासकर बीजेपी व कांग्रेस इसकी आड़ में घिनौनी राजनीति कर रहीं हैं तथा अब चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भी इनमें आरोप-प्रत्यारोप जारी है, जो देशहित में उचित नहीं है।”गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट के दौर में सरकार और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। इसे लेकर सियासत हर रोज आगे बढ़ रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हैं और जवाब में सरकार व भाजपा नेताओं की तरफ से राहुल पर निशाना साधा जा रहा है।


शायरी छोड़े, वास्तविकता बताए रक्षा मंत्री

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच ट्विटर पर शायरी के माध्यम से जारी हमले के बीच राहुल गांधी ने मंगलवार को तीखा तंज करते हुए पूछा कि शायरी खत्म हो गयी हो तो रक्षा मंत्री देश को बताएं कि क्या चीनी ने भारतीय क्षेत्र में कब्ज़ा कर लिया है।


राहुल गांधी ने भारत-चीन सीमा पर विवाद को लेकर राजनाथ सिंह से पूछा , “हाथ निशान पर रक्षा मंत्री की टिप्पणी पूरी हो, तो क्या वह बता सकते हैं कि लद्दाख में चीन ने क्या भारतीय क्षेत्र पर कब्जा किया है।” कांग्रेस नेता के इस तंज से पहले राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के हाथ चिह्न को निशाना बनाते हुए ट्वीट किया “हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै, ‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै।”


राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के आठ जून को किए ट्वीट का शायरी में यह जवाब दिया है। राहुल गांधी ने कल अपने ट्वीट में कहा था “सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन, दिल को ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।”


एलएसी पर चीन के हेलीकॉप्टर नजर आए

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं में जारी तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत की जा रही है। लेकिन, दोनों सेनाओं के कमांडरों के बीच बातचीत के महज दो दिन बाद सोमवार को ही लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीन के हेलिकॉप्टर नजर आए। यह घटना दोनों देशों के सैन्य कमांडरों की 6 जून को हुई मुलाकात के मजह दो दिन बाद हुई है। सैन्य कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को कम करने के लिए बातचीत की थी।


सूत्रों के अनुसार बीते 7-8 दिनों में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के हवाई बेड़े की गतिविधियां ज्यादा बढ़ गई हैं और उसके हेलिकॉप्टर लगातार नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि सीमा के करीब कई इलाकों में तैनात चीन के सैनिकों को मदद पहुंचाने के लिए ये हेलिकॉप्टर उड़ान भर रहे हों। पूर्वी लद्दाख में दोनों सेनाओं के बीच टकराव और तनाव की स्थिति के बीच चीन के हेलिकॉप्टर कई बार भारतीय इलाकों में भी नजर आए। ये गलवान घाटी में भारतीय कंस्ट्रक्शन साइट के ऊपर भी उड़ान भरते देखे गए थे।


चीन लगातार अंतरराष्ट्रीय एविएशन नियमों का उल्लंघन कर रहा है और वह भारतीय इलाकों में चॉपर्स के जरिए निगरानी रख रहा है। मई के शुरुआती दिनों में भी चीन के हेलिकॉप्टरों की ऐसी गतिवििधयों के बाद भारतीय एयरफोर्स ने अपने फाइटर जेट्स बोले थे। तब चीन के विमान एलएसी के काफी करीब उड़ान भर रहे थे। यह घटना तब हुई थी, जब दोनों देशों की सेनाओं के जवान सीमा पर आमने-सामने आ गए थे। चीन का सरकारी मीडिया भी लगातार भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को हजारों सैनिकों के युद्धाभ्यास का वीडियो शेयर किया।


इसके जरिए चीन का मीडिया यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि सीमा पर चीन किसी भी समय अपने सैनिक और हथियार इकट्ठा कर सकता है। भारतीय एक्सपर्ट ने कहा कि यह चीन की पुरानी आदत है। वक्त आ गया है कि हमें भी उसके दिमाग से खेलना चाहिए। मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने चीन के उत्तर-पश्चिम में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास किया है। इसमें हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद गाड़ियां शामिल हैं।


भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) की लंबाई 3488 किलोमीटर की है। इसी पर दोनों देशों में विवाद है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है। इसके साथ ही कई जगहों पर सीमा विवाद है। भारत और चीन के सैनिकों के बीच मई में तीन बार झड़प हो चुकी है। इन घटनाओं पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारतीय सैनिक अपनी सीमा में ही गतिविधियों को अंजाम देते हैं। भारतीय सेना की लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पार एक्टिविटीज की बातें सही नहीं हैं। वास्तव में यह चीन की हरकतें हैं, जिनकी वजह से हमारी रेगुलर पेट्रोलिंग में रुकावट आती है।


सीएम ने जिलो की स्थिति का जायजा लिया

लखनऊ। करीब दो महीने से लखनऊ से ही कोरोना की स्थिति का जायजा लेने और अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करने के बाद उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के लिए जिलों का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने रविवार को बस्ती और गोरखपुर का दौरा किया और फिर सोमवार को आजमगढ़ और वाराणसी गए।


अपने दौरे के दौरान उन्होंने न सिर्फ इन जिलों में विकासात्मक परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की, बल्कि स्थानीय अस्पतालों में उपचार की स्थिति की भी जांच की और मरीजों से बातचीत कर उनका हाल जाना। वहीं वाराणसी में योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की देर शाम काशी विश्वनाथ मंदिर (केवीटी) में ई-रुद्राभिषेक की सुविधा का शुभारंभ किया और प्रार्थना की।


केवीटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि यह अनुष्ठान आठ पुजारियों के एक समूह द्वारा टैबलेट की मदद से किया जाएगा, जिन्हें ई-रुद्राभिषेक करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट के विकास की भी समीक्षा की। उन्होंने वाराणसी में एसपीजी डिवीजन अस्पताल और आजमगढ़ में जिला अस्पताल सहित गैर-कोविड -19 अस्पतालों में कोविड -19 परीक्षण के लिए ट्रीनेट मशीनों का उद्घाटन किया। योगी आदित्यनाथ ने इन सभी जिलों में भाजपा नेताओं के साथ एक छोटी बैठक की और सरकार द्वारा कोविड-19 संकट के दौरान किए गए कार्यों का फीडबैक लिया। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, कुछ जिलों में चिकित्सा सुविधाओं को लेकर मिल रहीं शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री ने जिले में वास्तविकता की जांच करने का निर्णय लिया। सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री आने वाले दिनों में इस तरह के और दौरे कर सकते हैं, ताकि चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्रों सहित सड़कों और अन्य विकास परियोजनाओं की स्थिति का सही आकलन किया जा सके। प्रवक्ता ने आगे कहा, “वह विभिन्न जिलों में प्रवासी मजदूरों को दी जा रही नौकरियों की भी समीक्षा करेंगे।”


एक समुदाय के दो पक्षों में खूनी संघर्ष

अतुल त्यागी(मेरठ मंडल प्रभारी)

प्रवीण कुमार(रिपोर्टर पिलखुवा)

हापुड। रास्ते से निकलने को  लेकर एक ही समुदाय के दो पक्षों में खूनी संघर्ष। दोनों पक्षों में जमकर चले लाठी-डंडे व धारदार हथियार । दोनों पक्षों के करीब तीन लोग घायल। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को धौलाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया भर्ती। एक पक्ष ने पुलिस पर लगाया कार्यवाही न करने का आरोप। थाना धौलाना क्षेत्र के सपनावत गांव की घटना।

सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली

श्रीनगर (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां के शोपियां जिले में बीते 24 घंटे के अंदर आतंकियों के खिलाफ सेना ने जबरदस्त कार्यवाही करते हुए 9 आतंकियों को मार गिराया है। शोपियां के पिंजूरा इलाके में सोमवार सुबह एक मुठभेड़ में 4 आतंकी ढेर किए गए हैं। इससे पहले रविवार को भी यहां पर पांच आतंकियों को मार गिराया गया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, पुलिस को कुछ वक्त पहले पिंजूरा में आतंकियों की मूवमेंट की खबर मिली थी। इस सूचना पर शनिवार शाम से ही यहां पर बड़े पैमाने पर सेना के जवान, सीआरपीएफ और एसओजी तलाशी अभियान चला रहे थे। सोमवार को आतंकियों ने घेराबंदी के बीच जंगली इलाके में भागने का प्रयास किया। जवानों ने जब उन्हें ललकारा तो इन सभी ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया। दोनों तरफ से हुई कार्रवाई के दौरान सेना ने 3 घंटे के ऑपरेशन के बाद 4 आतंकियों को मौके पर मार गिराया। इसके अलावा इस कार्रवाई में सेना के कुछ जवान घायल भी हुए हैं।
इससे पहले रविवार को शोपियां के रेबन गांव में जवानों ने हिज्बुल के एक टॉप कमांडर समेत पांच आतंकियों को मार गिराया था। इस ऑपरेशन में सेना की 1 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ की 178 बटालियन और एसओजी के जवान शामिल हुए थे। बारामूला जिले में शनिवार को आतंकवादियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने अश्फाक अहमद नजर (25) के उत्तरी कश्मीर के बोमई इलाके के आदिपुरा में स्थित घर पर रात करीब 9 बजकर 30 मिनट पर हमला किया। उन्होंने कहा कि हमले में नजर घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर हत्यारों की तलाश कर रही है।


तिवारी की पत्नी की जांच निगेटिव आई

नई दिल्ली। यह कहते हुए कि उन्हें अपनी पत्नी को कोविड-19 के लिए परीक्षण करने के लिए “स्वर्ग और पृथ्वी” एक करना पड़ा, मंगलवार को कांग्रेस सांसद और प्रवक्ता मनीष तिवारी ने राष्ट्रीय राजधानी की आप सरकार की स्वास्थ्य प्रणाली पर हमला किया। तिवारी की पत्नी का परीक्षण निगेटिव आया है।


सांसद ने ट्वीट किया, “मेरी पत्नी को डॉक्टरों की लिखित सलाह पर कोविड-19 परीक्षण कराना था। अस्पताल परिसर में बड़े होने और हर चिकित्सा पेशेवर को जानने के बावजूद, मुझे स्वर्ग और धरती सब एक करना पडा ताकि किसी तरह उसकी जांच हो सके। दिल्ली की स्वास्थ्य प्रणालियां चरमरा गई हैं।”आम आदमी पार्टी द्वारा संचालित दिल्ली की सरकार जब से लोगों की आंखों में चुभ रही है, जब से उसने कहा है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को राजधानी में कोविड उपचार देने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जबकि यहां मामलों की संख्या 29,943 तक पहुंच गई है।


सोमवार को केंद्र के साथ रस्साकशी फिर से स्पष्ट हो गई है क्योंकि एलजी अनिल बैजल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार के ‘बाहरी व्यक्ति नहीं’ के फैसले को पलट दिया है। बता दें कि केजरीवाल ने घोषणा की थी कि दिल्ली सरकार के अस्पताल शहर के निवासियों के लिए ही उपलब्ध होंगे, जबकि केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पताल सभी के लिए खुले रहेंगे।


छूटः डीएम को दिए गए अधिकार

नई दिल्ली (एजेंसी)। लंबे लॉकडाउन के बाद भी देश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। लेकिन अब सरकार ने सोमवार से लॉकडाउन में ढील देना शुरू कर दिया है। छूट के तहत दिल्ली समेत देश के ज्यादातर हिस्सों में धार्मिक स्थल, शॉपिंग मॉल, रेस्तरां आदि खोले जा रहे हैं। महाराष्ट्र में ना तो मॉल खुलेंगे और ना ही धार्मिक स्थल।दफ्तर 10 फीसदी स्टॉफ के साथ खुलेंगे, लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद रहेगा। वहीं राजस्थान मंे धार्मिक स्थल नहीं खोले जा रहे हैं, लेकिन होटल रेस्त्रां और मॉल खोल दिया गया है। यूपी के गाजिय़ाबाद में फिलहाल मॉल नहीं खुलेंगे। काशी विश्वनाथ मंदिर को भी नहीं खोलने का फैसला किया गया है। वहीं कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल ऐसे भी हैं जिन्हें अभी नहीं खोला जाना है। ये वे मंदिर हैं जिनमें भारी भीड़ उमड़ती है और संक्रमण का खतरा अधिक है। मथुरा जिला प्रशासन ने वृंदावन स्थित बांके बिहारी समेत सभी मंदिरों को 30 जून तक बंद रखने का फैसला किया है। पंचकूला का प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर भी आज नहीं खुलेगा। मंदिर को 9 जून से खोलने का फैसला किया गया है। मिर्जापुर का मां विंध्यवासिनी धाम, लखनऊ की आसिफी मस्जिद शमिल हैं। बाराबंकी में देवा शरीफ मजार भी 24 जून से पहले नहीं खुलेगी। वहीं वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर मंगलवार से खुलेगा। दिल्ली में मरघट वाले हनुमान मंदिर को भी आज श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला जाएगा। जम्मू-कश्मीर में भी वैष्णो देवी समेत धार्मिल स्थल नहीं खोले जा रहे हैं। उज्जैन का महाकाल मंदिर खोल दिया गया है। हरिद्वार में श्रद्धालु हर की पैड़ी में स्नान कर सकेंगे।
साथ ही सरकारी दफ्तर भी पूरी तरह खुल जाएंगे। हालांकि अधिक कंटेनमेंट जोन वाले शहरों व जिलों में फिलहाल इन्हें खोले जाने पर अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। प्रदेश सरकार ने वहां के जिलाधिकारियों को इस संबंध में निर्णय लेने का अधिकार दे दिया है।


टेलीग्राम ने जोड़े नए फीचर्स, जीआईएफ

नई दिल्ली (एजेंसी)। सोशल एप टेलिग्राम पर अब यूजर्स विडियो एडिट करने के साथ ही, टू-स्टेप वेरिफिकेशन और जीआईएफ सर्च करने की सुविधा भी पा सकते हैं। हाल ही में टेलिग्राम ने वॉट्सऐप को टक्कर देते हुए कई धांसू फीचर्स जोड़े हैं। टेलिग्राम यूजर्स को इन फीचर का इस्तेमाल करने के लिए ऐप अपडेट करना होगा। वॉट्सऐप में यह फीचर पहले से आता है। इस फीचर को यूजर्स की सिक्यॉरिटी ध्यान में रखकर लाया गया है। टू स्टेप वेरी‎फेकेशन के जरिए यूजर्स के अकाउंट का इस्तेमाल कोई और व्यक्ति नहीं कर पाएगा। यहां आपको एक पिन सेट करना पड़ता है। यह पिन आपसे कभी भी मांगा जा सकता है। इसके जरिए यूजर्स टेलिग्राम ऐप पर ही विडियो को एडिट कर पाएंगे। उदाहरण के तौर पर आप विडियो की ब्राइटनेस और सैचरेशन को अपने हिसाब से अजस्ट कर सकते हैं। इसके अलावा तस्वीरों और विडियो में ऐनिमेटेड स्टिकर्स भी जोड़े जा सकते हैं। अब टेलिग्राम में आप इमोजी के हिसाब से जीआईएफ सर्च कर पाएंगे। उदाहरण के तौर पर आप लॉफ इमोजी के जरिए हंसने वाली जीआईएफ सर्च कर सकते हैं और इसे आगे भेज सकते हैं। इसके अलावा अब आप चैट को किसी भी फोल्डर से हटा या जोड़ सकते हैं। बता दें कि टेलिग्राम देश के सबसे पॉप्युलर इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप्स में से एक है। वॉट्सऐप को सीधा टक्कर देने वाले इस ऐप के 50 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड्स हैं।


हर्बल पौधों से होगा कोरोना का इलाज

नई दिल्ली। कोरोना को लेकर भारतीय वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कुछ हर्बल पौधों में ऐसे कम्पाउंड पाए हैं जिनसे कोरोना वायरस का इलाज किया जा सकता है। हिसार के नैशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वॉइन्स (एनआरसीई) के वैज्ञानिकों ने यह दावा ‎किया है। आईसीएआर ने इस रिसर्च की फाइंडिग्स पर फॉर्मल नोट जारी किया। इससे वैज्ञानिकों के लिए कोविड-19 मरीजों के इलाज का कोई रास्ता निकल सकता है। एनआरसीई के डेप्युटी डायरेक्टर जनरल (एनिमल साइंस) बीएन त्रिपाठी ने बताया कि यह ऐसी लीड है जिसने एनआरसीई के साइंटिस्ट्स को कई वायरस के खिलाफ अच्छे नतीजे दिए हैं। हालांकि उन्होंने उन पौधों के बारे में इस वक्त बताने से मना कर दिया। त्रिपाठी ने कहा, ‘इस वक्त मैं यही बता सकता हूं कि वे हर्बल प्लांट्स फिलहाल देश में कई आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में इस्तेमाल हो रहे हैं।’ नोट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के समय आपात स्थिति को देखते हुए आईसीएआर-एनआरसीई हिसार के वैज्ञानिकों ने कुछ नैचरल प्रॉडक्ट्स के असर का आंकलन किया। ये प्रॉडक्ट्स इंसानी इस्तेमाल के लिए सुरक्षित हैं और आमतौर पर खांसी-बुखार ठीक करने में यूज होते हैं। साइंटिस्ट्स ने चिकन कोरोना वायरस के इन्फेक्शन मॉडल का स्टडी में इस्तेमाल किया ताकि कुछ हर्बल पौधों के एंटीवायरल इफेक्ट को जांचा जा सके। चिकन कोरोना वायरस वो पहला कोरोना वायरस था जिसे 1930 में पहचाना गया। यह पॉउल्ट्री में गंभीर इन्फेक्शन पैदा करता है। आईसीएआर का नोट कहता है, ‘प्रीलिम्नरी स्टडी में एक नैचरल प्रॉडक्ट (वीटीसी-एएनटीआईसी1) ने आईबीवी कोरोना वायरस के खिलाफ अच्छे नतीजे दिए हैं।’ इसमें कहा गया कि गंभीर आईबीवी इन्फेक्शन से मुर्गियों के भ्रूण को बचाने में वह दवा सफल रही। इस प्रॉडक्ट ने कुछ अन्य आरएन और डीएनए वायरस के खिलाफ भी असर दिखाया है। आईसीएआरने इसी के आधार पर दावा किया है कि वीटीसी-एएनटीआईसी1 में कोरोना वायरस का इलाज करने की क्षमता है।वायरस की अपने आप में तेजी से और लगातार परिवर्तन करने की अपनी क्षमता ऐसी दवाओं को बेअसर कर देती है। परंपरागत रूप से एंटी वायरल दवाओं को विकसित करते समय वायरस के किसी एक प्रोटीन को टारगेट किया जाता है।मालूम हो ‎कि कोरोना को कंट्रोल करने के लिए फिलहाल न तो कोई दवा और न ही कोई टीका उपलब्ध है।


अमेरिका में कोरोना और प्राकृतिक आपदा

न्यू ऑर्लीन्स। कोरोना से जूझ रहे अमेरिका में अब प्राकृतिक आपदाओं का साया भी परेशान कर रहा है। रविवार दोपहर एक असंतुलित उष्णकटिबंधीय तूफान ‘क्रिस्टोबल’ लुसियाना के तट पर पहुंचा लेकिन इसका खतरनाक मौसमी असर यहां से बहुत दूर पूर्व में देखने को मिला जहां मिसिसिपी समुद्र तटों पर ऊंची-ऊंची लहरें उठने से अल्बामा द्वीप नगर के कई हिस्से जलमग्न हो गए और फ्लोरिडा में इसके चलते बवंडर उठा। क्रिस्टोबल ने मिसिसिपी नदी के मुख और लुसियाना के ग्रांड आइल नगर के बीच दस्तक दी। तूफान में हवाओं की गति 85 किलोमीटर प्रति घंटे थी। मूसलाधार बारिश के साथ ही, तूफान के उत्तरी खाड़ी तट को सोमवार को भी जलमग्न करते रहने का अनुमान है। न्यू ऑर्लीन्स में, प्रश्न यह है कि कितनी बारिश होगी और वहां की सड़कों को बाढ़ के पानी से मुक्त रखने के लिए उसका पंपिंग सिस्टम काम कर पाएगा या नहीं। तटीय मिसिसिपी के खबरिया संगठनों ने बताया कि बाढ़ का पानी राजमार्गों और तट से ऊपर तक आ जाने के कारण गाड़ियां एवं ट्रक फंस गए।
सिटी ऑफ बिलॉक्सी फेसबुक पेज पर, अधिकारियों ने कहा कि आपात सेवा कर्मियों ने कई मोटर चालकों को बाढ़ के पानी से बाहर निकालने में मदद की। अल्बामा में, मुख्य भूमि को डॉफिन द्वीप से जोड़ने वाला पुल रविवार को अधिकतर समय बंद रहा। तूफान और बारिश के बीच-बीच में थमने पर पुलिस एवं राज्य परिवहन विभाग वाहनों ने मोटर वाहनों के काफिलों की अगुवाई करते हुए उन्हें द्वीप से आने-जाने में मदद की। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ इलाकों में 30 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश से मध्य खाड़ी तट और मिसिसिपी घाटी के भीतर तक बाढ़ आ सकती है। क्रिस्टोबल सोमवार दोपहर तक कुछ कमजोर पड़ सकता है लेकिन इसके चलते कई दिनों तक बारिश होने की आशंका है।


दिल्लीः 12.6 दिन में कोरोना केस डबल

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की चपेट में बुरी तरह आ चुकी दिल्ली की भविष्य की तस्वीर और भयानक होने वाली है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मुताबिक, दिल्ली में 31 जुलाई तक साढ़े पांच लाख केस हो सकते हैं। फिलहाल दिल्ली में 12.6 दिन में कोरोना केस डबल हो रहे हैं।
सिसोदिया ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार मानती है फिलहाल दिल्ली में कम्यूनिटी  है।। जबकि दिल्ली सरकार को लगता है कि ऐसा शुरू हो चुका है। सिसोदिया ने यह बात एसडीएमए (स्टेट डिजॉस्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी) की बैठक के बाद कही। इसमें उपराज्यपाल अनिल बैजल भी शामिल थे


12-13 दिन है डबलिंग रेटः दिल्ली सरकार की तरफ से मनीष सिसोदिया ने बताया कि फिलहाल 12 से 13 दिन के अंदर कोरोना केस दोगुने हो रहे हैं। इसे देखते हुए तैयारी तेज करनी होगी।


दिल्ली में 15 जून तक कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या 44 हजार तक पहुंच जाएगी। 31 जुलाई तक दिल्ली में कोरोना वायरस के साढ़े पांच लाख मामले आएंगे। इतने लोगों का उपचार करने के लिए हमें अस्पतालों में 80 हजार बेड की जरूरत है।
मनीष सिसोदिया


बेड पड़ेंगे कम, उपराज्यपाल ने फैसले पर पुनर्विचार से किया इनकार
मनीष सिसोदिया ने कहा कि 15 जून तक दिल्ली में कोरोना के कुल केस 44 हजार तक पहुंच सकते हैं। आंकड़ा 30 जून तक बढ़कर एक लाख तक पहुंच सकता है। वहीं 15 जुलाई तक कोरोना केस सवा लेख होंगे और 31 जुलाई तक मरीजों की संख्या साढ़े 5 लाख तक पहुंच सकती है। उस वक्त इलाज के लिए 80 हजार बेड की जरूरत होगी।


मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार ने जो दिल्ली में सिर्फ दिल्ली के लोगों के इलाज का फैसला लिया था उसका पलटा जाना ठीक नहीं है, इससे दिल्लीवालों के लिए संकट पैदा हो गया है। सिसोदिया ने कहा कि मीटिंग में उपराज्यपाल अनिल बैजल से इसपर फिर से विचार करने को कहा गया लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया।


केंद्र सरकार ने कहा कम्यूनिटी स्प्रेड नहीं है: सिसोदिया
दिल्ली में जिस स्पीड से केस बढ़ रहे हैं उससे कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा लग रहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने साफ तौर पर कहा भी कि दिल्ली में कम्यूनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका है। लेकिन फिलहाल केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों ने आज की बैठक में इसे मानने से इनकार कर दिया। मीटिंग के बाद भी जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार साफ कह रही है कि कम्यूनिटी स्प्रेड है लेकिन इसे घोषित करने का अधिकार केंद्र सरकार के ही पास है।


राजस्थान में 144 नए केस सामने आए

जयपुर में 61 नए पॉजिटिव, भरतपुर में 30 और अलवर में 11 संक्रमित मिले; 5 लोगों की मौत


राजस्थान में मंगलवार सुबह कोरोना के 144 नए केस सामने आए


 


जयपुर। राजस्थान में मंगलवार सुबह कोरोना के 144 नए केस सामने आए। इनमें जयपुर में 61, भरतपुर में 30, अलवर में 11, जोधपुर में 8, चूरू में 7, कोटा में 6, सीकर में 5, बाड़मेर में 4, दौसा में 3, जालौर और झालावाड़ में 2-2, बीकानेर, डूंगरपुर, गंगानगर, सवाई माधोपुर में 1-1 संक्रमित मिला। वही, दूसरे राज्य से आया 1 व्यक्ति भी पॉजिटिव मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 11020 पहुंच गया। वहीं, 5 लोगों की मौत हो गई। इनमें जयपुर में 2, अजमेर, जोधपुर और दूसरे राज्य से आए 1-1 व्यक्ति की मौत रिकॉर्ड की गई। जिसके बाद मौतों का कुल आंकड़ा 251 पहुंच गया। इससे पहले राजस्थान में सोमवार को 277 नए कोरोना केस सामने आए। इनमें अलवर में 67, भरतपुर में 60, जोधपुर में 36, जयपुर में 34, कोटा में 12, पाली में 11, सिरोही में 10, सीकर में 7, भीलवाड़ा और डूंगरपुर में 6-6, सवाई माधोपुर में 4, चित्तौड़गढ़ अजमेर और बांसवाड़ा में 3-3, झुंझुनू, बीकानेर, झालावाड़ और बूंदी में 2-2, जालौर, श्रीगंगानगर और बारां में 1-1 संक्रमित मिला। राज्य के बाहर से आए 4 भी संक्रमित मिले। वहीं, 6 लोगों की मौत हो गई। इनमें जयपुर में 3, जोधपुर में 2 और भरतपुर में 1 की मौत हुई।


2587 एक्टिव केसः राज्य में अब तक कुल 5 लाख 18 हजार से ज्यादा सैंपल जांचे गए हैं। इनमें अब तक कुल 11020 पॉजिटव मिले हैं। वहीं, 8182 लोग रिकवर हो चुके। जिसमें से 7779 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब राज्य में कुल 2587 एक्टिव केस ही बचे हैं। 


राजस्थान: सभी 33 जिलों तक पहुंचा संक्रमण


प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 2323 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 1934 (इनमें 47 ईरान से आए), भरतपुर में 762, पाली में 602, उदयपुर में 587, कोटा में 530, नागौर में 503, डूंगरपुर में 381, अजमेर में 368, झालावाड़ में 331, सीकर में 296, चित्तौड़गढ़ में 198, सिरोही में 210, टोंक में 175, जालौर में 172, भीलवाड़ा में 176, राजसमंद में 162, झुंझुनूं में 163, चूरू में 161, बीकानेर में 113, जैसलमेर में 88 (इनमें 14 ईरान से आए), बांसवाड़ा में 89, बाड़मेर में 110, मरीज मिले हैं। उधर, अलवर में 161, धौलपुर में 69, दौसा में 72, बारां में 60 सवाई माधोपुर में 45, हनुमानगढ़ में 30, प्रतापगढ़ में 14, करौली में 29 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। श्रीगंगानगर में 10, बूंदी में 7 पॉजिटिव मिला। जोधपुर में बीएसएफ के 50 जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं। वहीं दूसरे राज्यों से आए 39 लोग पॉजिटिव मिले। राजस्थान में कोरोना से अब तक 251 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 117 की मौत हुई। इसके अलावा, जोधपुर में 24, कोटा में 18, अजमेर में 10, भरतपुर में 9, नागौर में 8, पाली में 7, सवाई माधोपुर और सीकर में 5-5, बीकानेर और चित्तौड़गढ़ में 4-4, भीलवाड़ा, बारां, सिरोही और करौली में 3-3, बांसवाड़ा, जालौर और अलवर में 2-2, धौलपुर, झुंझुनू, दौसा, राजसमंद, उदयपुर, चूरू, प्रतापगढ़ और टोंक में 1-1 की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरे राज्य से आए 13 व्यक्ति की भी मौत हुई है।


7 थाना इलाके में 11 जगह कर्फ्यू, 3 जगह से हटायाः कोरोना वायरस के नए संक्रमित मिलने के कारण सोमवार को जयपुर कमिश्नरेट के 7 थाना इलाके में 11 जगह पर आंशिक कर्फ्यू लगाया गया है। विद्याधर नगर में जगदम्बा कॉलोनी व अम्बाबाड़ी रोड स्थित कौशल किशोर मार्ग व बगरू इलाके में नंदलालपुरा गांव से कर्फ्यू हटा दिया गया है। अब 47 थाना इलाके में 182 जगह पर कर्फ्यू चल रहा है।  56 दिन बाद ईएसआई मॉडल अस्पताल में ओपीडी शुरू
प्रदेश के बीमित कर्मचारियों के लिए राहत वाली खबर है। सरकार की ओर से सोडाला स्थित ईएसआई मॉडल अस्पताल में 56 दिन बाद सोमवार से मरीजों को ओपीडी व जांच सुविधा मिलने लगी है। पहले से वेटिंग में चल रहे 50 मरीजों और आने वाले नए मरीजों के हिसाब से होने वाली मेजर सर्जरी के लिए दो-तीन माह का इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि कल्चर रिपोर्ट आने के बाद ही सर्जरी प्रारंभ कर दी जाएगी। कोविड फ्री करने के बाद बीमारी को फैलने से रोकने के लिए अस्पताल में आने वाले मरीजों की थर्मल स्केनर से जांच, सोशल डिस्टेसिंग और मास्क लगाने के लिए सख्ती से नियमों का पालन करते नजर आए। ये ही नहीं आने वालों का हैंड सेनिटाइजर के बाद में ही प्रवेश मिला।


निगम कार्यकारिणी में सपा के उम्मीदवार

पार्षद मो०आज़म और अजय यादव नगर निगम कार्यकारीणी मे सपा के होंगे उम्मीदवार

 

प्रयागराज। समाजवादी पार्टी ने 12 जून को नगर निगम कार्यकारीणी के चूनाव में वार्ड न० 22 चकिया से पार्षद मो०आज़म और वार्ड न०53 कटरा से अजय यादव को पार्टी की ओर से कार्यकारीणी चूनाव में प्रत्याशी घोषित किया।महानगर मीडिया प्रभारी सै०मो०अस्करी ने बताया की नगर निगम के पार्षद कक्ष में निर्वतमान महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन निर्वतमान महानगर महासचिव योगेश चन्द्र यादव की मौजूदगी में वरिष्ठ पार्षद व नेता विरोधी दल अतहर रज़ा लाडले के साथ अन्य पार्षद व समाजवादी पार्टी के नेताओं ने सर्वसम्मति से मो०आज़म व अजय यादव को पार्टी की ओर से अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया।बैठक में शहर उत्तरी विधान सभा अध्यक्ष रविन्द्र यादव रवि,अधिवक्ता किताब अली,अधिवक्ता फरीद राईन,छात्र सभा के कार्यवाहक महानगर अध्यक्ष आक़िब जावेद खान,वरिष्ठ पार्षद गण नेम यादव,ज़फर अहमद डव्वा,रमीज़ अहसन,वरिष्ठ सपा नेता मुजफ्फर बाग़ी समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

 

रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी

उपाध्यक्ष पद के लिए सत्येंद्र घोषित किए

नगर निगम उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी सत्येंद्र चोपड़ा जी घोषित किए गए

 

प्रयागराज। आज नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक महानगर अध्यक्ष श्री गणेश केसरवानी जी की अध्यक्षता में प्रयागराज की महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता जी के कार्यालय में हुई।  जिसमें नगर निगम कार्यकारिणी के लिए 12 जून को होने वाले चुनाव में आम सहमति बनाते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पार्षद श्री सतेंद्र चोपड़ा जी को नगर निगम उपाध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया गया  और कार्यकारिणी सदस्य के लिए श्री अखिलेश सिंह, कमलेश तिवारी ,जगमोहन गुप्ता ,नंदलाल  हेला, और अमरजीत सिंह का नाम सर्वसम्मति से घोषित किया गया इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष श्री  गणेश केसरवानी जी एवं महापौर अभिलाषा गुप्ता  जी  ने उपस्थित पार्षदों से घोषित प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की बात करते हुए उन्हें विजई बनाने की अपील की और इस चुनाव के लिए भाजपा महानगर के द्वारा श्री देवेश सिंह तथा वरुण केसरवानी को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया।

बैठक में मुख्य रूप से श्री देवेश सिंह, कुंज बिहारी मिश्रा, वरुण केसरवानी जी रमेश पासी पार्षद दल के उप नेता सतेंद्र चोपड़ा पार्षद श्रीमती किरन जायसवाल दीपक कुशवाहा ,गिरिजेश मिश्रा राजेश केसरवानी आदि उपस्थित रहे

 

बृजेश केसरवानी

राजस्थान में बड़ी सियासी सरगर्मियां

गुजरात के बाद राजस्थान में भी सियासी सरगर्मी बढ़ी वरिष्ठ भाजपा नेता का एक ऑडियो हो रहा वायरल


जयपुर। कांग्रेस और उनके समर्थित विधायकों की नजर प्रदेश में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों पर भी है। जिन्हें सरकार में हिस्सेदारी नहीं मिली, उन्हें उम्मीद है कि उसमें तरजीह मिलेगी या अगले कैबिनेट विस्तार में जगह मिलेगी। गुजरात में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद अब राजस्थान में भी राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। एक तरफ गुजरात के 22 विधायकों की राजस्थान में बाड़ाबंदी हो रही है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश में कांग्रेस व इसके समर्थित निर्दलीय 10 से 12 विधायकों ने सीएम अशोक गहलोत से शिकायत की है कि दिल्ली से भाजपा के बड़े नेता उन्हें फोन कर रहे हैं। भाजपा में शामिल होने के लिए उन्हें सभी तरह के लालच दिए जा रहे हैं।


हाल में एक वरिष्ठ भाजपा नेता का एक ऑडियो भी वायरल हुआ। हालांकि, अब तक राजस्थान में किसी कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक ने खुलकर भाजपा में जाने के संकेत नहीं दिए हैं। राजस्थान का सियासी गणित देखें तो कांग्रेस को कोई खतरा नहीं है। लेकिन भाजपा की नजर राजस्थान में गहलोत विरोधी उस गुट पर है जो लगातार सरकार के खिलाफ मुखर होता रहता है। भाजपा इसे ही साधने में जुटी है।


मप्र में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के 22 विधायकों का भविष्य जिस तरह अधर में है, उसे देखते हुए राजस्थान में कांग्रेस का असंतुष्ट खेमा भी सीधे तौर पर सियासी जोखिम लेने की स्थिति में नहीं है। इसके अलावा सीएम अशोक गहलोत का सियासी कद भी विधायकों को एकजुट रखने की बड़ी वजह है।


पीएम मोदी खुद कोरोना मैनेजमेंट को लेकर गहलोत की तारीफ कर चुके हैं। भीलवाड़ा मॉडल को पूरे देश ने सराहा। साथ ही, कोरोना से निपटने के मामले में भी गहलोत जिस तरह सभी विधायकों को साथ लेकर चले, उसे देखते हुए कोई उलटफेर आसान नहीं।


हालांकि, कांग्रेस के एक गुट में अंतर्विरोध देखते हुए ही भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में दो प्रत्याशी उतारे हैं। जबकि उसके पास सिर्फ एक को जिताने लायक ही विधायक हैं। लेकिन कांग्रेस में कई विधायक मंत्री न बनने से नाराज चल रहे है। ऐसे ही नाराज विधायकों के दमखम पर भाजपा ने वोटों की गणित में कमजोर हुए भी दो प्रत्याशी मैदान में उतारे।


कांग्रेस के पास अपने 107 विधायक हैं। 13 निर्दलीय विधायक भी उसी के समर्थन में हैं। आरएलडी सरकार में पहले ही शामिल है। इसके अलावा बीटीपी, लेफ्ट का झुकाव भी सरकार की तरफ ही है। वहीं, भाजपा गठबंधन के पास कुल 75 विधायक ही हैं। मप्र में ज्योतिरादित्य व उनके समर्थक 22 विधायकों को उपचुनावों में टिकट बंटवारे को लेकर अंतर्विरोध चरम पर है। जिन सीटों पर ये विधायक उपचुनाव लड़ना चाहते हैं वहां से भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी दावेदार हैं। नतीजतन कैबिनेट री-शफल अटका हुआ है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए विधायक खाली हाथ हैं।


डीसीपी के खिलाफ की बड़ी कार्रवाई

पटना। बिहार के एक डीएसपी पर कार्रवाई की गई है। पटना नगर के पुलिस उपाधीक्षक कैलाश प्रसाद जो वर्तमान में बिहार सैन्य पुलिस 3 में पदस्थापित हैं उनके खिलाफ गृह विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है।


पटना के होटल पनास के मामले में आरोपी डीएसपी कैलाश प्रसाद पर विभागीय कार्यवाही संचालित की गई थी. संचालन पदाधिकारी द्वारा प्रमाणित किए गए आरोपों में अनुशासनिक प्राधिकार द्वारा तीन वेतन वृद्धि संचयी प्रभाव से अवरुद्ध करने का निर्णय लिया गया है. इस दंड को बिहार लोक सेवा आयोग ने भी सहमति दे दी है। बता दें कि 26 अप्रैल 2016 को पटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र के होटल पनास में शराब को लेकर छापेमारी की गई थी. छापेमारी में तत्कालीन नगर पुलिस उपाधीक्षक कैलाश प्रसाद स्तर से लापरवाही बरती गई थी। नगर पुलिस उपाधीक्षक की तरफ से पूरे मामले में गंभीर लापरवाही बरती गई और शऱाबियों की मदद पहुंचाने की कोशिश की । मामला सामने आने के बाद गृह विभाग ने कार्रवाई शुरू की और 8 बिंदुओं पर आरोप प्रमाणित पाया।इसके बाद गृह विभाग ने आरोपी डीएसपी कैलाश प्रसाद का तीन वेतन वृद्धि काटने का निर्णय लिया है।


तेज हुई पाक सेना की नापाक हरकतें

नई दिल्ली। लद्दाख सरहद पर चीन के साथ तनातनी के बीच लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की नापाक हरकतें भी तेज हो गई हैं। पुंछ जिले के मनकोटे सेक्टर में मंगलवार तड़के सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। इससे पहले केरन और रामपुर सेक्टर के बाद उरी में भी पाकिस्तान ने बेतहाशा गोलाबारी की। पाकिस्तान की ओर से पुंछ जिले के मनकोटे सेक्टर में मंगलवार सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर जबरदस्त गोलाबारी की गई। सीजफायर का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान ने मोर्टार और छोटे हथियारों से फायरिंग की। इस फायरिंग का भारतीय सेना ने जबरदस्त जवाब दिया। बीते दिनों में पाकिस्तान ने कई बार सीजफायर तोड़ा है।


इससे पहले एलओसी के नजदीक बसा उरी एक बार फिर दहल उठा. एलओसी के उस पार से पाकिस्तानी सेना भारत के इस गांव पर अंधाधुंध गोलाबारी कर रही है. उन्हीं अनगिनत बारूदी गोलों में से एक जिंदा शेल मकान के पास गिर गया. सेना की बम डिस्पोसल स्क्वाड ने मौके पर पहुंचकर इस शेल को खाली जगह पर सुरक्षित तरीके से उड़ा दिया.


उरी सेक्टर के रिहायशी इलाकों में पाकिस्तानी फौज की गोलाबारी अरसे बाद देखी जा रही है. एलओसी के उस पार से फायरिंग तो पहले भी होती थी, लेकिन इस बार पाकिस्तानी फौजें बेहद ताकतवर हथियारों का इस्तेमाल कर रही हैं. भारत की ओर से इसका माकूल जवाब भी दिया जा रहा है, लेकिन इलाके के लोग बेहद दहशत में हैं.


उरी के अलावा केरन और रामपुर सेक्टर भी पाकिस्तानी फौज लगातार सीजफायर तोड़ रही है। इधर घाटी में भी आतंकी वारदातों ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है, उधर लद्दाख सरहद पर चीन की हलचल भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे माहौल में एलओसी पर पाकिस्तानी सेना की बेवजह गोलाबारी किसी बड़ी साजिश से ध्यान हटाने का शक पैदा कर रही है।


स्वयं संघ के कार्यकर्ता कर रहे हैं रक्तदान

रुड़की। राष्ट्रीय स्वयं संघ द्वारा रक्तदान शिविर नर सेवा नारायण सेवा नरेंद्र जिला प्रचारक सिविल अस्पताल रुड़की में थैलेसीमिया के करीबन 52 मरीजों को 100 यूनिट रक्त प्रतिमाह चढ़ाया जाता है। रुड़की तथा उसके आसपास के गांव से भी रक्त लेने सिविल अस्पताल पहुंचते हैं किंतुकोरोना काल में रक्तदान करने वाले नहीं पहुंच रहे हैं ।ब्लड बैंक प्रभारी डॉ रितु खेतान की नरेंद्र जिला प्रचारक  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से वार्ता पर संघ के स्वयंसेवकों द्वारा रक्तदान किया जा रहा है। प्रतिदिन 10 स्वयंसेवक रक्तदान कर रहे हैं। अभी तक 50   स्वयंसेवकों द्वारा रक्तदान कर प्रमाण पत्र प्राप्त किया है जिला प्रचारक द्वारा कहा गया की नर सेवा नारायण सेवा  को सार्थक करते हुए संघ के स्वयंसेवकों द्वारा करोना काल में राशन सामग्री किट एवं भोजन पैकेट, प्रवासी लोगों के लिए नारसन बॉडर पर भोजनालय चलाया गया व अब रक्तदान करने वाले स्वयं सेवकों की सूची तैयार की गई है जिससे कोरोना काल में ब्लड बैंक को स्वयंसेवक रक्तदान करते रहेंगे। अभी तक रक्तदान  करने वालों में अतुल  ,गुरु वचन ,नवीन ,सिद्धार्थ जितेंद्र  समर सिंह किशनपाल, इंद्रेश, अक्षय ,राजीव ,शशि, पंकज सहित 50 स्वयंसेवक को द्वारा रक्तदान कर प्रमाण पत्र प्राप्त किए गए।


कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...