सोमवार, 8 जून 2020

मेरठः पुलिस-बदमाशों के बीच मुठभेड़

मेरठ। संपूर्ण देश में महामारी के चलते लॉक डाउन किया गया। जिसमें ज्यादातर लोग अपने घरों में कैद हो गए। लेकिन अपराध जगत से जुड़े लोग ज्यादा दिन कैद नहीं रह पाए और अपराधी प्रवृत्तियों में संलिप्त हो गए। जिसके चलते मेरठ पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में एक बदमाश के पैर में लगी गोली, गोवध और अन्य कई मुकदमों में चल रहा था वांछित घायल बदमाश, अंधेरे का फायदा उठाकर एक बदमाश भागने में कामयाब,पुलिस  चेकिंग के दौरान हुई मुठभेड़ ,घायल बदमाश के पास से एक तमंचा कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद मेरठ के इंचोली थाना क्षेत्र के खरदोनी गांव के जंगल में हुई मुठभेड़।


गरीबों को नहीं मिला मजदूरी का पैसा

गरीब मज़दूर हुए बेसहारा नही मिल सका मज़दूरी का पैसा

योगी सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है ग्राम पंचायत तियरा जमालपुर के रोजगार सेवक

करारी कौशाम्बी। भारत सरकार तथा प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के चलते श्रमिकों को काम की तलाश में भटकना न पड़े इसके लिए मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं।लेकिन मंझनपुर बिकास खण्ड के तियरा जमालपुर में योजना लागू होती नही दिख रही है।

वहीं ग्राम पंचायत तियरा जमालपुर के ग्राम मोअज्जमपुर में रोजगार सेवक अपनी मनमानी करता रहता है। रोजगार सेवक श्रमिकों को काम नही देता है तथा दो या तीन वर्ष में 4-5 दिन ही काम लगाता है तो उनको उनकी मजदूरी भी नहीं लगाता है।

जब कि देश की सरकार मनरेगा के तहत लॉक डाउन में मजदूरों एवं श्रमिकों को काम के लिए रोजगार देने के लिए निर्देशित किए हैं गांव की गरीब जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है उनको उनका मजदूरी का पैसा भी नहीं मिल  पा रहा है ।

 ज़ैगम अब्बास

दिव्यांग दंपति को नहीं योजनाओं का लाभ

पति पत्नी दोनों विकलांग फिर भी नहीं मिला पेंशन और सरकारी आवास

झोपड़ी में जिंदगी के दिन गुजार रहे है  विकलांग दम्पत्ति*

विकलांग पेंशन के लिए प्रधान ने लिए पांच सौ रुपए लेकिन नहीं दिलवा पाए पेंशन।

बेरूवा कौशाम्बी। मूरतगंज बिकास खण्ड के जीवनगंज ग्राम सभा अशरफपुर के विकलांग दम्पत्ति को तमाम भाग दौड़ के बाद भी विकलांग पेंशन और सरकारी आवास नही मिल सका है जबकि विकलांग दम्पत्ति को पेंशन दिलाने के नाम पर ग्राम प्रधान ने पहले ही पांच सौ रुपये ले लिए है गरीबी का दंश झेल रहे विकलांग दम्पत्ति झोपड़ी में जिंदगी के दिन गुजार रहे है जिससे योजनाओं के संचालन की पारदर्शिता का अंदाजा लगाया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक जीवनगंज अशरफपुर की कमला देवी और उसका पति लालचंद पटेल दोनों पति पत्नी शारीरिक रूप से विकलांग हैं गरीबी का दंश झेल रहे इस दम्पत्ति के पास रहने के लिए छत भी नहीं है क्योंकि इनका घर लगभग दो वर्ष पूर्व बारिश के कारण गिर गया था।

 

बारिश में घर गिर जाने के बाद कमला देवी व उसके परिवार के लोगो को रहने का कोई ठिकाना नहीं रह गया है। कमला देवी किसी तरह झोपडी छप्पर डाल कर अपना जीवन यापन कर रही हैं  जिसमें दरवाजा भी नहीं लगा है फिर भी कमला देवी दो बच्चों साथ किसी तरह से वही जिंदगी का गुजारा कर रही है लेकिन आज तक कमला देवी को कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिला हैं यहां तक कि इन्हें विकलांग पेंशन का लाभ भी नहीं मिला है योजनाओं के लाभ के लिए बिकलांग दम्पत्ति ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। कमला देवी ने बताया कि ग्राम प्रधान व हल्का लेखपाल सिक्रेटरी से मैंने कई बार कहा कि मुझे आवास योजना के तहत आवास की रकम दे दी जाए तथा विकलांग दम्पत्ति को पेंशन स्वीकृत करा दी जाए विकलांग दम्पत्ति का कहना है कि आज तक हमारी कही भी कोई सुनवाई नहीं हुई बिकलांग दम्पत्ति की कहानी योजनाओं की पारदर्शिता की हकीकत खोल रही है।

मंजीत सिंह 

विकास के नाम पर जारी है लूट-खसौट

विकास के नाम पर लूट घसोट कर रहे है ग्राम प्रधान और सिक्रेटरी

एक ही गड्डे में दो शौचालय बनाने का सिक्रेटरी वा ग्राम प्रधान ने किया प्लान

करारी कौशाम्बी। मंझनपुर बिकास खण्ड के करारी क्षेत्र के पंवारा गांव में समस्या का अम्बार  लगा है और शौचालय निर्माण में गजब का खेल शुरू हो गया है दो लाभार्थियों के शौचालय निर्माण के लिए एक गड्ढे बनाये जाने का प्लान शुरू है शौचालय निर्माण की मांग करने पर ग्रामीणों के साथ गाली गलौज करने की शिकायत मिली है। ग्रामीणों का कहना है कि जब शौचलय निर्माण की रकम उनसे मांगा गया तो वह गलियों से बात करते है ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान कहते है जहां जाना है जाओ मेरा कोई कुछ नही कर सकता। 

सवाल उठता है कि आखिरकार जनता को इस सरकार में कब मिलेगा प्रधानमंत्री के दिए गए विकास योजनाओं का आमजनता को लाभ ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकार विकास कार्य का पैसा गांव गांव देती है तो प्रधान और सिक्रेटरी क्यों डकार जाते है सरकारी योजनाओं की रकम गांव की आभव ग्रस्त गरीब जनता जिन्हें भगवान मानती है वही सरकारी योजनाओं की रकम को डकार कर अपना पेट भरने से बाज नही आते है आखिर कार कब होगी इनके भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जाँच और कब मिलेगा गरीब जनता को इंसाफ कब होगी भ्र्ष्ट अधिकारी व ग्राम प्रधान सिक्रेटरी पर कब होगी कार्यवाही यह तमाम सवाल लोगो के जेहन में कौंध रहे है।

गौरतलब है कि इन दिनों शौचालय  निर्माण में घटिया क्वालटी के पट्सेम पीले ईंट लगाने का भी ग्रामीणों द्वारा आरोप प्रधान व सिक्रेटरी पर लगाया गया है। जनता को गुमराह कर सरकारी पैसों का यह जिम्मेदार करते है बंदरबांट यदि ऐसे सिक्रेटरी प्रधान पर नही हुई कार्यवाही तो सरकारी खजाना साफ करने में इनको देर नही होगी। आखिर सिक्रेटरी को किसका संरक्षण प्राप्त है, जो कई शिकायत आने के बावजूद भी नही हुई कार्यवाही यह बड़ा जांच का विषय है। सपा सरकार की माला जपने वाला यह सेक्रेटरी भाजपा सरकार में भी जनता पर रौब दिखा रहा है क्या एक सिक्रेटरी के आगे आलाधिकारी नतमस्तक हो गए है अब देखना यह है कि इस सिक्रेटरी प्रधान पर कार्यवाई होती है या फिर सच मे इस भाजपा सरकार में इसका कहना सच साबित होता है कि सिक्रेटरी के इस रौब के आगे जनता तो जनता आलाधिकारी भी मूकदर्शक बने रहेंगे

 ज़ैगम अब्बास

समाजवादी नेताओं का गाजियाबाद में धरना

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। समाजवादी पार्टी गाजियाबाद जिला अध्यक्ष राशिद मलिक के निर्देश पर सपा नेता मनमोहन झा गामा व जब्बार मलिक के नेतृत्व में एटलस साइकिल फैक्ट्री बंद होने एवं हजारो मजदूर बेरोजगार होने के खिलाफ साहिबाबाद साइट 4 स्थित फैक्टरी के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन किया। केन्द्र व प्रदेश सरकार से 20 लाख करोड़ मदद देने की मांग की गई।

धरना में मुख्यरुप से ,जब्बार मलिक,मुज्जू चौधरी अजय कुमार  सचिन यादव मौ0 अशरफ मंसूरी शोएब अब्बासी  अब्दुल भाई सलीम शकील खान साजन सिंह कृष्ण सिंह सोनू बजरगी विपिन मिश्रा दद्दू मंसूरी सरफराज भाई आदि लोग उपस्थिति थे।

मीडिया ने योगी की बड़ाई के पुल बांधे

नई दिल्ली/इस्लामाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण से निपटने को लेकर किए गए काम की हर ओर तारीफ हो रही है। देश और दुनिया ही नहीं बल्कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन देश पाकिस्तान भी सीएम योगी की प्रशंसा कर रहा है। पाक के चर्चित अखबार द डॉन के संपादक फ़हद हुसैन कोरोना के दौरान योगी द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ करते हुए उनके मुरीद हो गए हैं।


उन्होंने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ और पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के कार्यों की तुलना की है और योगी नेतृत्व को इमरान से बेहतर बताया है। अपने ट्वीट में फ़हद ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या पाकिस्तान के करीब है। उन्होंने बताया कि पाकिस्‍तान की आबादी जहां 20.80 करोड़ है, वहीं उत्‍तर प्रदेश की 22.50 करोड़ लेकिन पाकिस्तान के मुकाबले उत्तर प्रदेश में मौतों की दर काफी कम है। उन्होंने कहा कि यूपी ने कड़ाई से लॉकडाउन का पालन कराया, लेकिन पाकिस्तान में यह नहीं हो सका। जिसका नतीजा है कि यहां संक्रमण और मौतों की दर ज्यादा है, जबकि उत्तर प्रदेश में कम है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में अभी तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 10261 है, जबकि पाकिस्तान में 98943 लोग इस वैश्विक महामारी से संक्रमित हैं। वहीं इस वायरस से पाकिस्तान में मरने वालों की संख्या 2002 है, जबकि उत्तर प्रदेश में अभी तक 275 लोगों की इससे जान गई है।


 


नजदीक उपचुनाव, राजनीतिक दबाव बढ़ा

राणा ओबरॉय


चण्डीगढ़। हरियाणा की सरकार औऱ राजनीति को हिलाकर रख देने वाला ऐसा कांड जिसने सरकार औऱ सत्तारूढ़ पार्टी की कार्यप्रणाली पर अनेको सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं! जिस तरह से एक महिला नेत्री ने सरेआम पुलिस के सामने एक अधिकारी की पिटाई की है।जिसकी वीडियो ने हरियाणा में तहलका मचा रखा है। उस नेत्री पर पार्टी औऱ सरकार द्वारा कोई कार्यवाही न करने के पीछे क्या बरोदा उपचुनाव है! क्या पार्टी कोई कार्यवाही करके जाट मतदाता को नाराज नही करना चाहती है! यदि ऐसा है तो फिर करनाल भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कथूरिया पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही क्यो की?क्या इन सवालों का भाजपा पार्टी औऱ सरकार के पास कोई जवाब है। एक जिला महामंत्री एसडीएम को सरेआम देखने की धमकी देता है। फिर भी सरकार उदासीन बनी हुई है। इसके परिणाम भविष्य में भाजपा औऱ खट्टर सरकार को देखने को मिल जाएंगे।? अब हम बात करते हैं बरोदा उपचुनाव में राजनीतिक पार्टियों की बिसात बिछाने की। बरोदा के प्रस्तावित उपचुनाव में भाजपा को या उसके उम्मीदवार को लेकर अंदाज और अनुमान लगाएं तो पहले एक बड़े सवाल का जवाब ढूंढना होगा lसवाल यह है कि इस चुनाव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल चलेगी या एक बार फिर दिल्ली के पावर सेंटर की मेज की दराज में प्रदेश अध्यक्ष का हस्ताक्षरित नाम रिक्त अथॉरिटी लेटर पहले की तरह फिर पहुंचा दिया जाएगा। माहौल बनाना ही राजनीति है l भाजपा माहौल बनाकर लड़ेगी बरोदा का उपचुनाव ! होती तो निश्चित तौर पर गन्नौर से देवेंद्र कादयान राई से कृष्णा गहलावत खरखोदा से पवन खरखोदा बरोदा से डॉक्टर कपूर सिंह नरवाल गोहाना से ठेकेदार जय सिंह या रामचंद्र जांगड़ा को टिकट मिलती l ऐसे लोग यह जानते हैं कि पिछले चुनाव में गोहाना खरखोदा राई और गन्नौर की टिकटें सांसद रमेश कौशिक ने दिलवाई थी l उनके दो उम्मीदवार जीत गए दो हार गए l इस मामले में एक बात अब भी साफ है कि मुख्यमंत्री अब भी उसी राय के हैं lउनके तीन विश्वासपात्र लोग डॉक्टर कपूर सिंह नरवाल को ही सपोर्ट कर रहे हैं lडॉक्टर कपूर इन नेताओं के माध्यम से ही भाजपा में शामिल हुए थे। बरोदा का उपचुनाव कोई साधारण उपचुनाव नहीं होगा l दिल्ली बैठे लोग एक बात चीख चीख कर कह रहे हैं कि इस उपचुनाव में हर हाल में उम्मीदवार भाजपा का होगा l चंडीगढ़ के भाजपा नेता जाट की उम्मीदवारी के पक्ष में हैं तो दिल्ली वाले तर्क देते हैं कि उम्मीदवार फिर से गैर जाट ही होना चाहिए l वे कहते हैं कि जे जे पी के उम्मीदवार का मैदान में नहीं आना और उसके वोट बैंक का स्वाभाविक रूप से भाजपा को मिलने की आस ही सरकार की जीत के लिए पर्याप्त संभावना बन जाती है lभाजपा के इन नेताओं का तर्क यह भी है कि बेशक हल्के में 48% जाट मतदाता है परंतु गैर जाट इससे भी ज्यादा 52% हैं उनका मानना है कि 48 परसेंट जाट मतदाता जहां दो जगह बटेगा वही जाट मतदाताओं का ही एक वर्ग किसी न किसी कारण से भाजपा के समर्थन में भी पाया जाएगा lऐसे में यदि गैर जाट उम्मीदवार हुआ तो 52परसेंट गैर जाट बहुमत में भाजपा का समर्थन करेगा l इसलिए यह मानकर चलिए कि बरोदा में एक बार फिर पहलवान योगेश्वर दत्त को अखाड़े में उतारा जा सकता है l भाजपा के बड़े नेताओं की नजर में बरोदा में योगेश्वर दत्त गैर जाट उम्मीदवार के रूप में सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं।उधर मलिक उम्मीदवार के नाम पर विचार हुआ तो उसके पीछे भी शायद रमेश कौशिक जरूर मिलेंगेl परंतु यहां एक बात सबसे महत्वपूर्ण यह है कि भाजपा नेता अपना उम्मीदवार तय करते समय कांग्रेस की रणनीति का जायजा जरूर लेंगे l क्योंकि पिछले चुनाव में भाजपा नेताओं को पता था की बरोदा से कांग्रेस के सीटिंग एमएलए श्री कृष्ण हुड्डा को ही टिकट दी जा रही है परंतु इस बार उन्हें दिमाग पर ज्यादा जोर देना पड़ेगा l इस पहेली का जवाब अभी मिलना मुश्किल है l हम यह मानकर चल रहे हैं कि कोई कितने भ्रम में रहे कोई कितना भ्रम फैलाए , कांग्रेसी की टिकट का फैसला तो बहुत पहले से हुआ पड़ा है परंतु इसे सार्वजनिक करने को कोई तैयार नहीं lआपको मानना होगा कि इस तरह के प्रतिष्ठा पूर्ण चुनाव में उम्मीदवार का नाम किसी ऐसे फार्मूले पर तय हुआ करता है जिससे दूसरे उम्मीदवारों को एक ही पंक्ति के जवाब से संतुष्ट कराया जा सके।


लल्लू की रिहाई को लेकर कांग्रेस की मीटिंग

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। लोनी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वार्ड नंबर 34 स्थित पूजा कॉलोनी में चौधरी फजलू राणा पूर्व जिला महासचिव कांग्रेस कमेटी गाजियाबाद के निवास पर उत्तर प्रदेश, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी अजय कुमार लल्लू की रिहाई को लेकर की बैठक।

 

इस मौके पर कांग्रेस कमेटी के गणमान्य लोग मौजूद रहे। जिनमें पीसीसी सदस्य उत्तर प्रदेश एवं पूर्व जिला महासचिव अजय पाल कांग्रेस कमेटी गाजियाबाद, कांग्रेस वरिष्ठ कार्यकर्ता संदीप शर्मा जी, पूर्व नगर अध्यक्ष अशोक तोमर जी पूर्व जिला महासचिव इलियास ठेकेदार साहब, पूर्व जिला मीडिया प्रभारी अख्तर अली जी, पूर्व जिला सचिव चौधरी समून अली जिला, कांग्रेस के वरिष्ठ एवं जुझारू कार्यकर्ता चौधरी आबिद अली जी, कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ सिद्दीकी साहब, वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता चौधरी तफसीर अली, कांग्रेस कार्यकर्ता रवि कुमार, चौधरी मुस्तफा, चौधरी आरिफ अली, अरशद अली एवं कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 09, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-301 (साल-01)
2. मंगलवार, जूूून 09, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:24।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।


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रविवार, 7 जून 2020

8 जून को नहीं खोला जाएगा मंदिरः ट्रस्ट

शिवम सिंह राजपूत


रतनपुर। सोमवार से देशभर के मंदिर करीब ढाई महीने बाद खुलेंगे ,लेकिन अंचल के सबसे प्रसिद्ध मंदिर रतनपुर महामाया मंदिर में देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अभी और प्रतीक्षा करनी होगी। महामाया मंदिर ट्रस्ट ने फैसला लिया है कि मंदिर को दर्शनार्थियों के लिए 8 जून को नहीं खोला जाएगा, इसके बजाय मंदिर को 15 जून से खोलने की तैयारी ट्रस्ट कर रहा है ।इस संबंध में महामाया मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों की अहम बैठक 10 जून को आयोजित की जाएगी । इस बीच रतनपुर के छोटे-बड़े कई मंदिर खुल जाएंगे जहां की व्यवस्थाओं का आकलन करने के बाद ही महामाया मंदिर ट्रस्ट कुछ अहम फैसले ले सकता है।


 


शासन के गाइडलाइन को फॉलो करते हुए महामाया मंदिर ट्रस्ट ने भी दर्शनार्थियों के लिए कुछ नियम बनाए हैं। सभी को मास्क के साथ ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा तो वही प्रवेश से पहले हैंड सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा । दर्शनार्थियों को अपने साथ प्रसाद, फूल और चढ़ावे के लिए कुछ भी लाने की अनुमति नहीं होगी। वही मंदिर में प्रसाद का वितरण भी नहीं होगा। मंदिर की प्रतिमाओं को स्पर्श करने की अनुमति भी नहीं होगी। एक साथ मंदिर में कितने लोगों को प्रवेश दिया जाएगा यह संख्या भी जल्द ही तय कर ली जाएगी। मंदिर में 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं एक नियमित अंतराल से मंदिर को सैनिटाइज भी कराया जाएगा। मंदिर में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं का थर्मल टेंपरेचर टेस्ट भी किया जाएगा। यह नियम केवल महामाया मंदिर पर ही नहीं बल्कि ट्रस्ट द्वारा संचालित अन्य सभी मंदिरों पर भी लागू होगा, जिसमें लखनी देवी मंदिर भी शामिल है।


65000 यात्रियों ने भरी घरेलू 'उड़ान'

नई दिल्ली। नियमित घरेलू यात्री विमान सेवा 25 मई को दोबारा शुरू होने के बाद से शनिवार को पहली बार 65 हजार से अधिक यात्रियों ने इनमें सफर किया। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को बताया कि दुबारा उड़ानें शुरू होने के बाद 13वें दिन 06 जून को 674 उड़ानों में 65,080 यात्री अपने गंतव्य तक पहुँचे।


एक दिन पहले की तुलना में हालांकी उड़ानों की संख्या कम रही, लेकिन यात्रियों की संख्या बढ़कर पिछले 13 दिन में पहली बार 65 हजार के पार पहुँची है। इससे पहले पांच जून को कुल 697 उड़ानें रवाना हुईं जिनमें 64,500 यात्री अपने गंतव्य तक पहुँचे थे जबकि एक जून को 692 उड़ानों में 64,651 यात्रियों ने सफर किया था। कोविड-19 महामारी का संक्रमण नियंत्रित करने के लिए सरकार ने 25 मार्च से देश में घरेलू उड़ानों के परिचालन पर रोक लगा दी थी। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन 22 मार्च से ही बंद है। केंद्र सरकार ने नये दिशा-निर्देशों के साथ 25 मई से एक-तिहाई घरेलू यात्री उड़ानों के परिचालन की अनुमति दी है।


अनलॉक-02 के संबंध में मीटिंग, निर्देश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार से अनलाॅक के दूसरे चरण में सभी अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करने और राजस्व संबंधी गतिविधि को तेज करने आज आदेश दिया। आदित्यनाथ रविवार को कल से शुरू होने वाले दूसरे अनलाक के बारे में अपने सरकारी आवास पर अधिकारियों से बात कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण किया जाए और क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन में पुख्ता इंतजाम किया जाय। सभी जिलों में जिलाधिकारियों के सहयोग के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, उनसे समन्वय बनाते हुए काम होने चाहिये।


उन्होंने कहा कि सभी मण्डलायुक्त अपने-अपने मण्डलों में विकास व राजस्व सम्बन्धी गतिवधियों को आगे बढ़ाने के लिए समीक्षा करें और राजस्व प्राप्ति में तेजी लायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों के शुरू होने के बाद एक्सप्रेस-वे, मेडिकल काॅलेज, विश्वविद्यालय, सड़क, नहर इत्यादि के निर्माण कार्यों में श्रमिकों को रोजगार दिया जा सकता है।उद्योग, कृषि, उद्यान, निर्माण आदि के क्षेत्र में रोजगार की सभी सम्भावनाओं को तलाशा जाना चाहिये। केन्द्र एवं राज्य सरकार की अनेक योजनाओं में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है, इससे उत्तर प्रदेश का नव निर्माण हो सकेगा। उन्हाेंने आदेश दिया कि 15 जून से श्रमिकों को रोजगार देने के सम्बन्ध में व्यापक कार्य योजना बना ली जाए।सभी श्रमिकों/कामगारों को भरण-पोषण भत्ता व राशन किट अवश्य दी जाए। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को किराए के आवास उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार की योजना के तहत लाभान्वित करने के सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार कर ली जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर आगरा, मेरठ, अलीगढ़, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर तथा फिरोजाबाद के मेडिकल काॅलेजों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।


 

संक्रमण के सामान्य लक्षणों में शामिल

खांसी, गले में दुखन और जलन के साथ सांस लेने में तकलीफ होना कोरोना संक्रमण के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं। इस तरह की दिक्कत होने पर लोग अक्सर बिना डॉक्टर की सलाह के कफ सिरप का सेवन कर लेते हैं। इस बात में कोई शक भी नहीं है कि कफ सिरप लेने से इन दिक्कतों में आराम महसूस होता है। लेकिन यह बात तब फिट बैठती है, जब आपको सामान्य कारणों या बदलते मौसम के कारण गले से जुड़ी इस तरह की समस्याएं हो रही हों।
क्यों नहीं लेनी है कफ सिरफ?
-हम सभी जानते हैं कि इटली और अमेरिका में कोरोन वायरस ने सबसे अधिक तबाही मचाई है। इन देशों में कोरोना के संक्रमण को अधिक घातक इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि ये विकसित देश हैं और इनके पास अपने नागरिको को देने के लिए सभी जरूरी सुख-सुविधाएं हैं। लेकिन फिर भी ये देश इस संक्रमण पर काबू नहीं कर पाए।
-साथ ही कोरोना हम सभी के लिए एकदम नया वायरस था और इसके बारे में शुरुआत में किसी के पास कोई जानकारी नहीं थी। यही वजह है कि आज भी कोरोना पर लगातार रिसर्च हो रही हैं। हाल ही कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस बात पर परीक्षण किया कि यदि कोरोना से संक्रमित कोई व्यक्ति गले के दर्द और खांसी से राहत पाने के लिए कफ सिरप का उपयोग करता है तो उसकी सेहत पर कैसा असर पड़ता है।
-इस शोध को कोरोना संक्रमित अफ्रीकी बंदरों पर किया गया। क्योंकि इन बंदरों पर किसी भी दवाई का असर ठीक उसी तरह होता है, जैसे इंसान पर किसी दवा का असर होता है। शोध टीम से जुड़े प्रोफेसर ब्रिएन का कहना है कि जब हमें शोध में इस तरह के परिणाम देखने को मिले कि बंदरों में कफ सिरप के उपयोग से कोरोना वायरस की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, तब हमें लगा कि सभी लोगों को इस बात की जानकरी होनी चाहिए कि कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के कफ सिरप का सेवन नहीं करना है।
कफ सिरप से क्यों बढ़ रहा कोरोना?
-कोरोना संक्रमित मरीजों द्वारा अगर ऐसी कफ सिरप का सेवन कर लिया जाता है, जिसे बनाने में डेक्सट्रोमेथॉर्फेन ड्रग का उपयोग किया गया हो तो यह दवाई मरीज की समस्या कम करने की जगह बढ़ा सकती है।
-ऐसा इसलिए होता है क्योंकि डेक्सट्रोमेथॉर्फेन ड्रग हमारे शरीर में पहुंचने के बाद जिस तरह से रिएक्ट करती है और काम करती है, वह सब कोरोना को रेप्लिकेशन में मददगार होता है। यानी इस ड्रग की मदद से कोरोना वायरस को अपनी संख्या तेजी से बढ़ाने में मदद मिलती है।
-शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद अगर मरीज इस तरह की कफ सिरप का उपयोग करते हैं तो यह बात तो तय है कि उनके शरीर में कोरोना वायरस में वृद्धि होगी। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि हर मरीज पर वायरस की संख्या में वृद्धि का एक जैसा असर दिखाई दे।
डेक्सट्रोमेथॉर्फेन ड्रग क्या है?
-डेक्सट्रोमेथॉर्फेन ड्रग एक ऐसा कम्पोजिशन है, जिसका सेवन करने पर हमें खांसी की समस्या में तेजी से आराम मिलता है। यही वजह है कि आमतौर पर सभी कफ सिरप बनाने में इस ड्रग का उपयोग किया जाता है।


शोधकर्ताओं की यह टीम कोरोना के दौरान मरीज में दिख रहे लक्षणों के आधार पर इस बात की जांच कर रही है कि जब कोरोना से पहले इस तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए जिन दवाओं का उपयोग किया जाता है, उन दवाओं का असर कोरोना के मरीजों पर किस तरह हो रहा है।
-टीम का कहना है कि ऐसी कई ड्रक्स का कलेक्शन तैयार किया गया है, जो वायरस की वृद्धि को रोकने का काम करती हैं। अब कोरोना संक्रमित जानवरों पर उन ड्रग्स का ट्रायल किया जा रहा है और जानने का प्रयास किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के दौरान ये दवाएं शरीर में जाने के बाद किस तरह से रिऐक्ट करती हैं।


लॉक डाउन में भी तेज रफ्तार का कहर

अतुल त्यागी 

 

लॉक डाउन में भी तेज रफ्तार का कहर जारी तेज रफ्तार ने ली बाइक सवार की जान।

हापुड़। आपको बता दें कि हापुड़ जनपद के थाना गढ़मुक्तेश्वर प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि दिन निकलते ही ली तेज रफ्तार ने बाइक सवार की जान मामला  हापुड़ जनपद के थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के स्याना चोपला का है। जहा बाइक पर सवार होकर किसी कार्य से जा रहे व्यक्ति को तेज रफ्तार कैंटर ने जोरदार टक्कर मार दी टक्कर इतनी जबरदस्त थी बाइक सवार व्यक्ति की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने बाइक सवार व्यक्ति को लिया अपने कब्जे में पीएम के लिए भेजा बाइक सवार की मौत की सूचना परिवार के लोगों को मिलते ही परिवार के लोगों में मचा कोहराम परिजनों का रो रो कर बुरा हाल स्याना चोपला के पास गढ़मुक्तेश्वर नेशनल हाईवे का मामला।

संक्रमण के मामले में 5वे नंबर पर भारत

कोरोना संक्रमण के मामले में दुनिया में पांचवें नंबर पर भारत


नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर जारी है। भारत स्पेन को पीछे छोड़कर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित दुनिया का पांचवां देश बन गया है। देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 9971 नए मरीज मिले हैं जबकि 287 लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह तक जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में फिलहाल कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24,6,628 हो चुकी है। इनमें 120,406 एक्टिव केस हैं जबकि 11,9,293 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। अमेरिका की जाॅन्स हाॅपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका, ब्राजील, रूस, ब्रिटेन के बाद कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में भारत अब पांचवें स्थान पर आ गया है। जाॅन्स हाॅपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में 1,920,061 कोरोना मरीज, ब्राजील में 672,846 मरीज, रूस में 458,102 मरीज, ब्रिटेन में 286,294 मरीज हो गए हैं। जबकि भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 46 हजार को पार कर चुकी है। बहरहाल, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डायरेक्टर डाॅक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना संक्रमण के फैलाव पर चिंता जताई है। डाॅक्टर गुलेरिया का दावा है कि कोरोना वायरस का पीक पर आना अभी बाकी है। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय पर कोरोना वायरस के मामले बढ़ सकते हैं। कम्युनिटी ट्रांसफर पर एम्स के डायरेक्टर ने कहा कि दिल्ली-मुंबई हाॅटस्पाॅट हैं, वहां हम कह सकते हैं कि लोकल ट्रांसमिशन हो रहा है। पूरे देश में ऐसी स्थिति नजर नहीं आ रही है। 10 से 12 ऐसे शहर हैं, जहां पर लोकल ट्रांसमिशन के चांसेज हैं।70 से 80 केस एम्स में ऐसे ही आ रहे हैं। कोरोना वायरस से चलते देशव्यापी लाॅकडाउन अब धीरे-धीरे अनलाॅक की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन से कहीं न कहीं फायदा हुआ है। केस एकदम से कम होने लगे। गरीबों की मदद के लिए लाॅकडाउन खोलना अनिवार्य हो गया था। डाॅक्टर गुलेरिया ने कहा कि लाॅकडाउन खुल रहा है तो हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। ऐसे में लोगों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना जरूरी होगा।


सभी बड़े नेता रैलियों को संबोधित करेंगे

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय पर बने स्टेज से पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के सभी बड़े नेता वर्चुअल रैलियों को संबोधित करेंगे। देश भर में कुल 750 वर्चुअल रैलियां होंगी। जिसमें से अधिकांश रैलियां दिल्ली के इसी स्टेज से ही होंगी। गृहमंत्री अमित शाह की रविवार को बिहार जनसंवाद रैली से इसकी शुरूआत हो रही है। इसके अगले दिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी रैलियों को संबोधित करेंगे।


चुनावी राज्यों बिहार और पश्चिम बंगाल पर बीजेपी का खास फोकस है। यहां ज्यादा से ज्यादा रैलियां होंगी। इन रैलियों के जरिए पार्टी नेता मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरे होने की उपलब्धियां गिनाने के साथ विरोधी दलों पर प्रहार करेंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि आठ जून को तीन बड़ी वर्चुअल रैलियां दिल्ली के स्टेज से होंगी। जिन्हें जनसंवाद रैली नाम दिया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आठ जून को 11 बजे गुजरात की वर्चुवल रैली को संबोधित करेंगे तो गृहमंत्री अमित शाह शाम चार बजे ओडिशा की जनता को संबोधित करेंगे। वहीं शाम छह बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह महाराष्ट्र की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। अगले दिन नौ जून को गृहमंत्री अमित शाह 11 बजे से पश्चिम बंगाल की वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे। इन सभी रैलियों को दीन दयाल उपाध्याय रोड स्थित पार्टी मुख्यालय के एक हाल में बने स्टेज से संबंधित नेता संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय मुख्यालय के स्टेज को वीडियो लिंक के जरिए संबंधित राज्यों में बने स्टेज से जोड़ा जाएगा। दिल्ली के मंच पर राष्ट्रीय स्तर के नेता और केंद्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे तो प्रदेश में बने मंच पर स्थानीय नेताओं को जगह मिलेगी। संबोधन लाइव दिखाने के लिए राज्यों के सभी बूथों पर एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था रहेगी। जिससे पार्टी कार्यकर्ता और आम जनता दिल्ली और राज्य मुख्यालय पर मौजूद नेताओं को सुन सकेगी।

भाजपा के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी के जितने भी राष्ट्रीय महासचिव हैं, सभी किसी न किसी राज्य के प्रभारी हैं। ऐसे में राष्ट्रीय महासचिव भी दिल्ली के स्टेज से ही अपने राज्यों की वर्चुअल रैलियों में हिस्सा लेंगे। हर राज्य की वर्चुअल रैली में वहां से नाता रखने वाले केंद्रीय मंत्री भी दिल्ली के स्टेज पर मौजूद रहेंगे। सभी केंद्रीय मंत्री दिल्ली के स्टेज से ही रैलियां करेंगे। बड़ी रैलियों में कम से कम एक लाख लोगों को जोड़ने की तैयारी है। कौन सा नेता कब रैली करेगा, इसकी लिस्ट धीरे-धीरे तैयार हो रही है।


मुख्यमंत्री भी करेंगे रैलियां
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बीजेपी ने देश भर में कम से कम 750 वर्चुअल रैलियों के आयोजन की तैयारी की है। बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी अपने प्रदेश से लेकर दूसरे प्रदेशों में वर्चुअल रैलियां करेंगे। मुख्यमंत्री अपने राज्य में बने स्टेज से दूसरे राज्यों की वर्चुवल रैलियों को संबोधित करेंगे। केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय और राज्य स्तर के पदाधिकारियों से लेकर सांसदों और विधायकों से भी अलग-अलग स्तर पर वर्चुअल रैलियां कराने की तैयारी है।


एसपी ने की सभी धर्म-गुरुओं से बैठक

आज रविवार को धार्मिक स्थल खोले जाने के सम्बंध में जिला अधिकारी व एस पी ने की सभी धर्म गुरुओं से बैठक


 

कौशाम्बी। ज़िला मुख्यालय मंझनपुर सभागार में ज़िला अधिकारी मनीष कुमार वर्मा एवं एस पी श्री अभिनन्दन के साथ क़ाज़ी ए शहर कौशाम्बी वरिष्ठ धर्म गुरु हज़रत मुफ़्ती खुशनूद आलम साहब एहसानी और दूसरे धर्मगुरुओं के साथ मीटिंग की और धार्मिक स्थल के खोले जाने के सम्बंध में स्वास्थ मंत्रालय के द्वारा जारी गाइड लाइन्स का पालन करने की अपील की।

शहर काजी कौशाम्बी मुफ़्ती खुशनूद आलम एहसानी ने तमाम जनपद वासियों से अपील किया है कि आप सभी लोग स्वास्थ मंत्रालय के द्वारा जारी गाइड लाइन्स का पालन करें और कोई काम ऐसा ना करें जिससे हमे दिक्कत उठानी पड़े एहतियात करें अपनी हिफाज़त करें और बिला ज़रूरत घर से बाहर न निकले। शहर काज़ी कौशाम्बी मुफ़्ती खुशनूद आलम एहसानी के साथ उनके पुत्र शैख मोहम्मद मियां क़ादरी साथ ही साथ हज़रत मौलाना फज़ले रसूल हबीबी,मौलाना शादाब ख़ुशनूदी,मौलाना मुर्शिद अली हबीबी,मौलाना मुजाहिद हुसैन ,मौलाना अब्दुल कादिर,जनाब रईस अहमद समदा,जनाब इस्तेखार अहमद सैफी, जनाब शैख शोएब, आदि उपस्थित रहे।

सिद्दीकी की भतीजी की अस्पताल में मौत

नई दिल्ली। पूर्व राज्यसभा सदस्य शाहिद सिद्दीकी की भतीजी की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रविवार को मौत हो गई। तेज बुखार और सांस लेने मे परेशानी के बाद शाहिद सिद्दीकी की भतीजी को भर्ती कराया गया था। पूर्व सांसद ने ट्वीट कर सफदरंजग अस्पताल प्रशासन पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि हालत गंभीर होने के बावजूद न आईसीयू में रखा गया और न ही वेंटिलेटर की सुविधा दी गई।


पूर्व सांसद की भतीजी को इससे पहले दिल्ली के कई अस्पतालों ने भर्ती करने से इंकार कर दिया था, जिस पर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मदद मांगी थी। बाद में भतीजी को सफदरजंग अस्पताल में किसी तरह से एक बेड हासिल हुआ।

रविवार की शाम भतीजी की मौत होने के बाद पूर्व सांसद ने अपनी तकलीफ को कई ट्वीट के जरिए बयां किया। उन्होंने लिखा, “दुर्भाग्य से मेरी भतीजी की सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। मैं आपकी चिंताओं के लिए धन्यवाद देता हूं, लेकिन अस्पताल की स्थिति बहुत दयनीय है।”


उन्होंने एक और ट्वीट कर कहा, “उसे न तो आईसीयू की सुविधा मिली और न ही बहुत गंभीर होने के बावजूद वेंटिलेटर पर रखा गया। अस्पताल वाले भी लोगों को बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। मुझे दिल्ली के लोगों पर तरस आता है। यह समय राजनीति और दोषारोपण करने का नहीं है। दिल्ली में राज्य और केंद्र के बीच घनिष्ठ समन्वय की जरूरत है।” इससे पहले शाहिद सिद्दीकी ने शनिवार को ट्वीट कर भतीजी को कई अस्पतालों की ओर से भर्ती न करने की शिकायत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से की थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “मेरी भतीजी को तेज बुखार और सांस की समस्या हो रही है। हास्पिटल से लेकर हास्पिटल तक भाग रहे हैं। कोई एडमिट नहीं कर रहा है। यह किस तरह का सिस्टम चल रहा है।”


धमकीः कार्यलय में हो रही अवैध वसूली

जेल भेजने की धमकी दे कर डूडा कार्यालय में हो रही लाभार्थियों से अवैध वसूली

 

घूस की रकम ना मिलने पर दोनों आँख के अंधे दम्पत्ति को गाली गलौच कर डूडा अधिकारी ने कार्यालय से भगाया

 

कौशांबी। प्रधानमंत्री आवास योजना में जिला परियोजना अधिकारी डूडा और उनके अधीनस्थों की आवास योजना में घूसखोरी की वसूली जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। पात्रों का आवास भले ही ना बने पात्रों के खाते में धनराशि भेजे जाने में तमाम अवरोध उत्पन्न किया जाए लेकिन अपात्रों को जिला परियोजना अधिकारी डूडा कार्यालय से आवास योजना की धनराशि आसानी से उपलब्ध कराई जा रही है। इसी के चलते डूडा कार्यालय के सर्वेयर और कर्मचारियों से पूर्व में भी कई बार लाभार्थियों से विवाद हो चुका है और पहले भी तमाम आवास योजना के लाभार्थियों ने डूडा के परियोजना अधिकारी पर तमाम संगीन आरोप लगाए हैं।

इसी तरह का एक मामला फिर इन दिनों सुर्खियों में है 3 जून को मंझनपुर कस्बे के रहने वाले दोनों आंख से अंधे लालचंद अपनी पत्नी नीतू वर्मा के साथ डूडा कार्यालय पहुंचे जहां परियोजना अधिकारी से मिल उन्होंने बताया कि पहली क़िस्त उन्हें मिली थी जिस पर उन्होंने मकान का मरम्मत करा लिया लेकिन पैसा कम पड़ गया है इसलिए दूसरी किस्त उनके बैंक खाते में भेज दी जाए इसके पूर्व भी दोनों आंख से अंधा लाल चंद्र और उसकी पत्नी परियोजना अधिकारी से दूसरी किस्त भेजने की फरियाद कर चुके हैं।

लेकिन लाभार्थी के बैंक खाते में दूसरी किस्त विभाग द्वारा नहीं भेजी गई है और तमाम तरह के अवरोध बताकर उन्हें प्रताड़ित परेशान किया जा रहा है दोनों आंख से अंधे लालचंद और उनकी पत्नी का आरोप है कि जब वह 3 जून को डूडा कार्यालय पहुंचे और डूडा के परियोजना अधिकारी से मिले और दूसरी किस्त भेजने की मांग की तो उन्हें स्पष्ट कहा गया है कि मरम्मती करण के कार्य में 25 हजार से 40 हजार तक की घूस की रकम देनी पड़ेगी आरोप है कि अधीनस्थों के माध्यम से आवास योजना के लाभार्थियों से परियोजना अधिकारी डूडा की मौन स्वीकृति पर खुलेआम वसूली हो रही है जो विभाग की व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है। जब दोनों आंख से अंधे गरीब बेसहारा लालचंद ने घूस की रकम देने में असमर्थता जाहिर किया तो उन्हें कार्यालय से गाली-गलौज कर उनके साथ अभद्रता का भगा दिया गया है आरोप है कि डूडा अधिकारी ने अंधे को धमकाते हुए कहा कि यदि रक। नही दो गे तो तुम्हारे ऊपर मुकदमा दर्ज करा कर तुम्हे जेल भेज देंगे और आवास की रकम तुमसे वसूली कराई जाएगी पीड़ित दंपत्ति ने डूडा के अधिकारी और कर्मचारी  से त्रस्त होकर मामले की शिकायत आला अधिकारियों से की है।

इटलीः बीतें 24 घंटे में 72 लोगों की मौत

रोम। इटली में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से 72 लोगों की मौत होने के साथ मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 33,846 हो गई। नागरिक सुरक्षाा विभाग ने यह जानकारी शनिवार को दी। बताया गया है कि संक्रमण के सक्रिय मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। शुक्रवार को सक्रिय मामलों की संख्या जहां 1,099 थी, शनिवार को दोपहर तक 35,877 तक पहुंच गई। वहीं, बीते 24 घंटों के दौरान ठीक होने वाले 1,297 को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। इसके साथ ही संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या 165,078 तक जा पहुंची।
कोविड-19 से संक्रमण के 270 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमित लोगों की संख्या बीते 24 घंटे में बढ़कर 234,801 हो गई।


डीएमऐ ने केजरीवाल को लताड़ लगाई

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने बेडों की कालाबाजीरी को लेकर अस्पतालों को धमकी दी थी। अब दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने केजरीवाल को जमकर लताड़ लगाई है। मेडिकल एसोसिएशन ने केजरीवाल द्वारा अस्पतालों को धमकाने और डॉक्टरों को चेतावनी देने पर आपत्ती जताई है और इसकी कड़ी निंदा की है। एसोसिएशन ने सर गंगाराम अस्पताल के अधिकारियों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामले की भी निंदा की। बता दें कि अस्पताल पर कोरोना वायरस टेस्ट दर्ज करने के लिए नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।


DMA ने एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के समय में डॉक्टर पिछले दो महीनों से दिल्ली के लोगों की सेवा कर रहे हैं। डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों का इलाज कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से उनके साथ पेश आया जा रहा है इससे वे अपमानित महसूस कर रहे हैं।


बयान में यह भी कहा गया है कि अस्पताल स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं और रोगियों की सेवा कर रहे हैं। उन्हें दंडित किया जा रहा है और सरकार उनके प्रयासों की प्रशंसा करने की बजाय रोज नए डिक्टेट जारी कर रही है। बयान में कहा गया है कि दिल्ली के डॉक्टर पहले से ही महामारी से अधिक प्रभावित हैं और राज्य सरकार अनावश्यक रूप से स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव डाल रही है।


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हालही में अस्पतालों को कोरोना मरीजों को बेड देने से मना करने या बेड की कालाबाजारी करने को लेकर चेतावनी दी है। एसोसिएशन ने बयान में कहा, “जिस तरह से सीएम ने कोरोना मरीजों के दाखिले और टेस्ट को लेकर डॉक्टरों को चेतावनी दी है और अस्पतालों को धमकाया है उसकी दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन निंदा करती है।


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