टेकचंद कारड़ा
तखतपुर। ग्राम नगोई ढ़नढ़न के पास सड़क दुर्घटना में कल हुई मृत्यु में आज सरकंडा पुलिस ने युवक की शिनाख्त कर ली है युवक राजा साहू पदमपुर निवासी बताया जाता है पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकण्डा पुलिस के मुताबिक तखतपुर थाना अंतर्गत ग्राम नगोई ढनढ़न के पास सड़क दुर्घटना हो गई थी। जिसमें युवक गंभीर स्थिति में बिलासपुर सिम्स ले जाया गया था जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। युवक का शव अज्ञात मानकर मरचुरी में रखवा दिया गया था। आज सरकंडा पुलिस को जानकारी मिली कि जिस युवक की मृत्यु हुई है वह जरहागांव थाना अंतर्गत ग्राम पदमपुर निवासी राजा साहू है जो किसी कार्य से बीजा ग्राम की तरफ गया था वापसी में सड़क दुर्घटना हो गई थी जिसमें उसकी मृत्यु हो गई थी पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना में ले ली है का शव पाया गया जहां शव को सिम्स लाया गया उसके बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित किया। शव को सिम्स की मरच्यूरी मे रखा गया था युवक की उम्र लगभग 25 वर्ष है पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में ले लिया।
रविवार, 7 जून 2020
घायल मिलेंं, मृत युवक की हुई शिनाख्त
मंदिर निर्माण के लिए जल और मिट्टी ली
गोविन्द तिवारी
गरियाबंद। श्री राम जन्मभूमि में भव्य मंदिर निर्माण हेतु छत्तीसगढ़ के प्रयागराज राजिम में श्री राजीवलोचन मंदिर की पावन माटी और महानदी त्रिवेणी संगम का पवित्र जल ले जाया गया। इस पुनीत कार्य मे श्री गोपाल यादव प्रान्त सह कार्यवाह आरएसएस, श्री प्रदीप सोनी राजिम अंचल प्रमुख एकल अभियान एवं श्री रमेश पहाड़िया वरिष्ठ नागरिक नवापारा राजिम के साथ नगर के हिंदूवादी जनों के साथ श्री राजीवलोचन की पूजा अर्चना कर मिट्टी एवम त्रिवेणी संगम के पवित्र जल को तुषार कदम बजरंग दल प्रान्त सुरक्षा प्रमुख, श्रेणिक जैन राजिम विभाग सह संयोजक, धनन्जय हरित जिला उपाध्यक्ष विहिप, पुरषोत्तम दुबे जिला संयोजक, पंडित ऋषि तिवारी विहिप, कैलाश कण्डरा राजिम नगर संयोजक, मुक्कू यदु फिंगेश्वर बजरंग दल को सौंपा। यह पवित्र सामग्री डाक सेवा द्वारा अयोध्या पहुंचाया जायेगा।
छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहा है वायरस
7 जून की दोपहर 2 बजे एम्स प्रबंधन ने ट्वीट कर दी जानकारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। 7 जून 2020 की दोपहर दो बजे सार्वजनिक की गयी रिपोर्ट में कुल 59 कोरोना संक्रमित मिलने की जानकारी दी गयी। इनमें 36 कोरोना संक्रमित रायपुर जिले से संबंध।
एम्स रायपुर ने आफिशियल ट्वीटर हैंडल पर इसकी जानकारी सार्वजनिक की है। इससे पहले 6 जून की रात्रि करीब 11 बजे भी रायपुर में 11 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिलने की पुष्टि एम्स प्रशासन ने किया था। इस तरह से राज्य में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या एक हजार के करीब पहुंच गयी है। लगातार बढ़ रहे कोरोना के स्रक्रमितों की संख्या देखकर प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
कोरोनोवायरस के संकट के बाद वैश्विक मंदी का मुकाबला करने और सतत आथिज़्क विकास करने में हम तभी सक्षम होंगे जब ऊपर बताई गई कमजोरियों को दूर कर सकेंगे।
15 अगस्त के बाद खुलेंगे शैक्षणिक संस्थान
नई दिल्ली। छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के हफ्तों के भ्रम के बाद मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि स्कूलों और कॉलेजों को अगस्त 2020 के बाद फिर से खोला जाएगा.। संभवतः 15 अगस्त 2020 के बाद शैक्षणिक संस्थान खुल जाएं। डॉ. रमेश पोखरियाल ने एक इंटरव्यू में यह बात कही है।
आपको बता दें, इस संबंध में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एचआरडी मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को स्कूल पुनः खोलने की योजना पर पत्र लिखा था। इस बात की जानकारी उन्होंने कल ट्वीट के माध्यम से दी थी।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा था, “समय आ गया है कि कोरोना के सहअस्तित्व को स्वीकार करते हुए देश में स्कूलों की भूमिका नए सिरे से तय की जाए।.”
समय आ गया है कि कोरोना के सहअस्तित्व को स्वीकार करते हुए देश में स्कूलों की भूमिका नए सिरे से तय की जाय…
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री @DrRPNishank जी को मेरा पत्र pic.twitter.com/d7ZXgAO2zs
— Manish Sisodia (@msisodia) June 6, 2020
इसी के साथ उन्होंने लिखा, स्कूलों को साहसिक भूमिका के लिए तैयार नहीं किया गया तो यह हमारी ऐतिहासिक भूल होगी, स्कूलों की भूमिका पाठ्यपुस्तकों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि बच्चों को जिम्मेदार जीवन जीने के लिए तैयार करने की होगी। आपको बता दें, कोरोना वायरस महामारी के कारण दिल्ली के सभी स्कूल- कॉलेज मार्च महीने से बंद हैं। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है, लेकिन इस बात से भी मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है कि कहीं न कहीं छात्रों की पढ़ाई का नुकसान भी हो रहा है।
मनीष सिसोदिया ने अपने पत्र में लिखी थी ये बातें
कोरोना के साथ जीने के दौरान दुनिया में शिक्षा में बड़े बदलाव होंगे, अपनी आवश्यकतानुसार स्कूलों का पुनर्निर्माण करें, हम इंतजार न करें कि अन्य देश कुछ कर लें, तो हम उसकी नकल करें।
हम अपने बच्चों को एक बेहतर और ज्यादा ख्याल करने वाले स्कूल दें। सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ परामर्श करके स्कूल अपनी जरूरत और संसाधनों को ध्यान में रखते हुए अपनी योजना स्वयं बना सकें। अभी स्कूलों को सपोर्ट की आवश्यकता होगी, बच्चों की तरह ही शिक्षा जगत से जुड़े सभी लोगों और स्कूलों को भी सीखने और जिम्मेदार बनने की जरूरत है।
6929 लोगों की मौत, 120406 संक्रमित
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले 24 घंटे में फिर सबसे ज्यादा नए केस सामने आए हैं। इसमें 9971 नए मामले सामने आए हैं। अबतक देश में कोरोना वायरस के केसों की संख्या 2,46,628 हो गई है। इसमें से 1,20,406 कोरोना केस फिलहाल ऐक्टिव हैं। वहीं 1,19,293 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। कोरोना से भारत में 6,929 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। किस राज्य में कोरोना के कितने मरीज हैं।
सेना और आतंकियों की सोफिया में मुठभेड़
जम्मू कश्मीर। जम्मू-कशमीर में शोपियां के रिबन इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। माना जा रहा है कि इलाके में दो से तीन आतंकवादी छिपे हुए हैं। मुठभेड़ को लेकर किसी तरह की अफवाह न फैले इसके लिए प्रशासन ने मोबाइल इंटरनेट सेवा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। ज़ैनपोरा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, राष्ट्रीय राइफल्स और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की 178 बटालियन की संयुक्त टुकड़ियों ने शोपियां में एक घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ चल रही है। हालांकि, अभी और अधिक जानकारी की प्रतिक्षा की जा रही है। सुरक्षाबलों को सूचना मिली कि दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले के रेबन गांव में आतंकी छिपे हैं। सूचना के आधार पर सेना की 1-आरआर, सीआरपीएफ की 178 बटालियन और एसओजी के जवानों ने इलाके की घेराबंदी करनी शुरू की। खुद को घिरा देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
दिल्ली में नहीं होगा बाहरी मरीजों का इलाज
आदेश शर्मा
नई दिल्ली। सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार ने साफ कर दिया है कि बाहरी मरीजों का इलाज अब राज्य सरकार के अस्पतालों में नहीं होगा। जबकि दिल्ली में स्थित केंद्र सरकार के अस्पतालों में सभी का इलाज होगा। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली कैबिनेट ने यह फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जून के अंत तक 15 हजार कोरोना के मरीजों के लिए बेड की जरूरत होगी। एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने ये फैसला लिया है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज होगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मार्च के महीने तक दिल्ली के सारे अस्पताल पूरे देश के लोगों के लिए खुले रहे किसी भी समय दिल्ली के अस्पतालों में 60 से 70 फ़ीसदी लोग दिल्ली से बाहर के थे लेकिन कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में अगर दिल्ली के अस्पताल बाहर वालों के लिए खोल दिए तो दिल्ली वालों का क्या होगा? मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में लोगों की राय मांगी गई थी। इसमें दिल्ली के 90 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि जब तक कोरोना है, तब तक दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज हो। उन्होंने बताया कि 5 डॉक्टर की एक कमेटी बनाई थी। उसने अपनी रिपोर्ट दी है। डॉ. महेश वर्मा इस कमेटी के अध्यक्ष थे। कमेटी ने कहा है कि जून के अंत तक दिल्ली को 15 हजार बेड की ज़रूरत होगी। कमेटी का यह कहना है कि फिलहाल दिल्ली के अस्पताल दिल्लीवासियों के लिए होने चाहिए।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस (हिंदी-दैनिक)
जून 08, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-300 (साल-01)
2. सोमवार, जूूून 08, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि- तीज, विक्रमी संवत 2077।
4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:24।
5. न्यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102
https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@
cont.:-935030275
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
शनिवार, 6 जून 2020
दावा: महामारी की वैक्सीन खोजी गई
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उनके देश में कोरोना महामारी की वैक्सीन खोज ली गई है। अमेरिका ने 20 लाख वैक्सीन बना ली है और इसके सुरक्षित होने की बात साफ होते ही इसके इस्तेमाल भी शुरू कर दिया जाएगा। ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि गुरुवार को हमने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बैठक की। बैठक में पता चला कि हम लोगों ने इसपर काफी अच्छा काम किया है। हम लोगों ने बीस लाख वैक्सीन तैयार करके रख ली हैं। बस अब इसे लोगों तक पहुंचाने का काम बाकी है।इसके अलावा उन्होंने कोरोना को लेकर चीन पर भी हमला किया। ट्रंप ने कहा कि हम दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थ हैं इसलिए कोरोना से जूझ पाने में कामयाब रहे। उधर चीन सरकार ने कहा कि उसे उम्मीद है कि वह इस साल के अंत तक अपनी वैक्सीन बनाकर बाजार में उपलब्ध करा देगी। गौरतलब है कि विश्वभर में कोरोना वायरस से बचने के लिए 100 से ज्यादा वैक्सीन पर शोध और ट्रायल चल रहे हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से बनाई गई वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजे काफी अच्छे आए हैं। कंपनी Moderna Inc का कहना है कि उसकी वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल दूसरे दौर में पहुंच गया है।
लॉक डाउन के नए चरण में मिली छूट
नई दिल्ली। भारत में पीएम मोदी ने कोरोना प्रसार को रोकने के लिए 24 मार्च से लॉकडाउन लगाया था। जिसको रोकने के लिए लगभग हर प्रयास विफल होता नजर आ रहा है। क्योकि लॉकडाउन के नए चरण में छूट मिल गई है। जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण में अप्रत्याशित तेजी आ गई है। शुक्रवार को पहली बार एक दिन में 10 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए और 334 लोगों की मौत हो गई है। यह पहला मौका है जब भारत में दुनिया के किसी देश के मुकाबले एक दिन में सबसे अधिक नए केस भी मिले हैं। रूस में पिछले चौबीस घंटे में 8,726, अमेरिका में 8,580, और ब्राजील में 6,007 नए मामले सामने आए हैं।
इसके साथ ही देश में संक्रमित लोगों की संख्या सवा दो लाख को पार कर गई है, जो इटली से कुछ ही कम है। पिछले हफ्ते भर में ही 60 हजार से ज्यादा केस बढ़ चुके हैं। इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे जारी बुलेटिन में बताया गया है कि देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,36,770 हो गई है और अब तक 6,348 लोगों की जान गई है।
ज्ञापनः वाणिज्यिक मदद की मांग उठाई
हफ़ीज अहमद खान की रिपोर्ट
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश। समाजवादी पार्टी व्यापार सभा व उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के संयुक्त तत्वाधान में जिलाधिकारी कानपुर ब्रह्म राम देव तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम सम्बोधित ज्ञापन देकर 20 लाख करोड़ के कर्ज की जगह परेशान व्यापारियों, किसानों,मज़दूरों,अभिभावकों व युवाओं के लिए सीधी मदद की मांग उठाई।नेतृत्व कर रहे व्यापार सभा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की प्रधानमंत्री ने देश के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा करी तो देश को लगा कि शायद इससे देश के व्यापारियों,किसानों,मज़दूरों,
लॉक डाउन, के स्थान पर ,अनलॉक समझेंं
अकाशुं उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच लॉकडाउन का दौर खत्म हो रहा है और उसकी जगह अनलॉक ने ले ली है। इसके तहत केंद्र और राज्यों की सरकार धीरे-धीरे कई क्षेत्रों में छूट दे रही हैं, इससे जन-जीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। इसी क्रम में भारतीय रेलवे ने भी ऐतिहासिक बंदी के बाद यात्री ट्रेनें देश भर में शुरू कर दी हैं। इन ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनेटाइजेशन का सख्ती से पालन कराने का फरमान है। इसके अलावा यात्रियों के लिए रेलवे ने रिजर्वेशन टिकट के लिए कुछ नियमों में भी बदलाव किए हैं।
बिना इस जानकारी के टिकट नहीं मिलेगा
नए आदेश के अनुसार टिकट बुकिंग के लिए हर यात्री को आरक्षण फॉर्म पर कुछ और जानकारी देनी अनिवार्य होगी. इसके बिना टिकट नहीं मिलेगा। इन जानकारियों में सफर के लिए आप जहां जा रहे हैं? उसका पूरा पता देना होगा. सिर्फ शहर लिखने से काम नहीं चलेगा. इसके अलावा उस जगह का संबंधित पिनकोड भी देना होगा। रेलवे ने कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए यात्री के डेस्टिनेशन सहित अन्य जानकारियों को साझा करना अनिवार्य कर दिया है। अगर आप रिजर्वेशन फॉर्म पर ये जानकारियां नहीं देंगे तो टिकट बुक नहीं होगा। कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम के तहत इन जानकारियों के बाद ही आरक्षित टिकट बनकर मशीन से निकलेगा।
ट्रैवल हिस्ट्री को लेकर कवायद
दरअसल ये सभी जानकारियां इसलिए ली जा रही हैं ताकि ट्रेन में सफर कर चुके किसी यात्री या उसका सहयात्री अगर कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसके डेस्टिनेशन के पते पर उससे संपर्क किया जा सके. इसके लिए आरक्षण फॉर्म पर यात्री के डेस्टिनेशन का पता सहित अन्य जानकारियां देना अनिवार्य कर दिया गया है।
सिर्फ़ अपना पता लिखने से नहीं चलेगा काम
पहले रेलवे आरक्षण के लिए यात्रियों को आरक्षण फॉर्म पर सिर्फ अपना आवासीय पता भरना पड़ता था। वह आवासीय पता भी जानकारी के लिए रिकॉर्ड में रखा जाता था। लेकिन अब यात्रियों को पता के साथ-साथ पोस्ट ऑफिस का पिन कोड देना भी अनिवार्य कर दिया गया है।
निर्माण में पत्रकारिता की 'महत्वपूर्ण भूमिका'
कोरोना संक्रमण की 7वीं रैंक में 'भारत'
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। पहले टाॅप 10 संक्रमित देशों में भारत शामिल हुआ और कुछ ही दिनों बाद जर्मनी और फ्रांस को पीछे छोड़कर 7 वें स्थान पर आ गया। लाॅकडाउन 5 के शुरूआत में भारत 7 वें स्थान पर आया और आज भारत ने इटली जैसे कोरोना से संक्रमित देश को पीछे छोड 6 स्थान पर जगह बना ली। आपको बता दें कि ताजा आंकडों के हिसाब से भारत में गुरूवार को 2 लाख 26 हजार कोरोना संक्रमित मामले आये थे। उस दौरान इटली में 2 लाख 32 हजार के करीब कोरोना पाॅजिटिव केस थे। लेकिन शुक्रवार को 10 हजार से अधिक कोरोना पाॅजिटिव मामलों ने भारत को इटली से आगे कर दिया। ताजा आंकडों में भारत में कोरोना संक्रमित 2 लाख 36 हजार केस हो चुके हैं। भारत एक्टिव केस के मामले में दुनियां में चैथे नम्बर पर है।
जम्मूः 3 अगस्त तक होगी अमरनाथ-यात्रा
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में इस साल की अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई से शुरू होकर 3 अगस्त को तक चलेगी। यह 15 दिनों की अवधि की होगी। यह बात अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने कही, जो जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में समुद्र तल से 3,880 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर में यात्रा के मामलों का प्रबंधन करता है। यात्रा के लिए ‘प्रथम पूजा’ शुक्रवार को आयोजित की गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय मजदूरों की अनुपलब्धता और बेस कैंप से गुफा मंदिर तक ट्रैक बनाए रखने में कठिनाइयों के कारण, यात्रा 2020 के लिए गांदरबल जिले में बालटाल बेस कैंप से गुफा तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जाएगा। यात्रा 2020 केवल उत्तरी कश्मीर बालटाल मार्ग से होकर निकलेगी। अधिकारियों ने कहा, “इस वर्ष किसी भी तीर्थयात्री को पहलगाम मार्ग के माध्यम से यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी”। यात्रा 2020 का समापन 3 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर होगा जिस दिन रक्षा बंधन का त्योहार होता है।
लोनी विधायक की उपेक्षा करना अनुचित
प्रभारी निरीक्षक की जांच के दिए आदेश
अलगः झूम कॉल्स ने तेजी से पसारे पैर
मेक्सिको। कोरोना वायरस की वजह से दुनिया वो समय देख रही है, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। इस वायरस ने दुनिया कई देशों को लॉकडाउन कर दिया। फैक्ट्रीज, दुकानें, ऑफिस, स्कूल-कॉलेज सब बंद हो गए। ऐसे में वीडियो कॉल ही अब अपने काम को आगे बढ़ाने का विकल्प बन सामने आया। ख़ासतौर पर लॉकडाउन में जूम कॉल्स ने काफी तेजी से अपने कदम जमाए हैं। कई संस्थानों, चाहे ऑफिशियल हो या एजुकेशनल, जूम कॉल से ही मीटिंग्स कर रहे हैं। इस बीच मेक्सिको में सत्ताधारी सरकार ने जूम कॉल पर अपने नेताओं के साथ मीटिंग की। इसमें सरकार के सभी मंत्री मौजूद थे। लेकिन अचानक एक नेता उठी और अपने कपड़े उतारने लगी। इसे सभी ने देखा तो ऑनलाइन मीटिंग में ही हड़कंप मच गया। दरअसल, एक ग़लतफ़हमी के कारण ऐसा हुआ था। ये किसी के साथ भी हो सकता है। बाद में खुद महिला मंत्री ने इसका खुलासा किया…
मामला 29 मई का है। जब मेक्सिकन गवर्नमेंट ऑनलाइन मीटिंग कर रही थी। इस मीटिंग में सरकार में शामिल सारे नेता, सीनेटर शामिल थे। तभी 66 साल की सीनेटर मार्था लुसिया मीचेर उठी और सबके सामने अपने कपड़े उतरने लगी। ये देख मीटिंग में शामिल सभी लोग हैरान रह गए। इस मीटिंग में नेशनल रिजनरेशन मूवमेंट पॉलिटिकल पार्टी के नेता, बैंक ऑफ़ मेक्सिको के कर्मचारी और कई पत्रकार भी शामिल थे। इनके सामने ही सीनेटर ने कपड़े उतार दिए।
इस मीटिंग के स्क्रीनशॉट्स काफी तेजी से वायरल हो रहे हैं। ये मीटिंग कोरोना के कारण देश के आर्थिक स्थिति पर पड़ रहे असर को लेकर आयोजित थी। इस मीटिंग में शामिल किसी सदस्य ने इसका स्क्रीनशॉट वायरल कर दिया। इस घटना के बाद सीनेटर मार्था ने सबसे माफ़ी मांगी। उन्होंने बताया कि गलती से ऐसा हो गया। उन्होंने कपड़े चेंज करने से पहले वीडियो ऑफ किया था। लेकिन गलती से उन्होंने सिर्फ ऑडियो म्यूट कर दिया और कपड़े चेंज करने लगी।
तस्वीर के वायरल होने के बाद लोगों ने सीनेटर मार्था पर जमकर निशाना साधा। कई लोगों ने इस हरकत को पब्लिसिटी स्टंट कहा। कई ने सीनेटर का मजाक भी उड़ाया। लेकिन सीनेटर ने आलोचकों को जोरदार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ, वो नहीं होना चाहिए था। उनसे एक ग़लतफ़हमी के कारण ऐसा हो गया। लेकिन उन्हें जिस तरह से बुली किया जा रहा है, वो गलत है। उन्हें बॉडी शेम किया जा रहा है, जो गलत है।
उन्होने कहा कि उन्हें अपनी बॉडी पर कोई अफ़सोस नहीं है। वो खूबसूरत हैं और उन्हें इसका मलाल नहीं है। जो हुआ वो दुर्घटना थी। लेकिन अब जिसने भी इसका स्क्रीनशॉट वायरल किया है, उसकी तलाश की जा रही है। साथ ही फोटो वायरल करने वाले पर कार्यवाई की जाएगी।
40 टीवी चैनल बंद होने के कगार पर
नई दिल्ली। कोविड-19 की वजह से हुए लॉकडाउन ने टीवी उद्योग को बहुत प्रभावित किया है और ऐसा माना जा रहा है कि इस हफ्ते मनोरंजन चैनल एएक्सएन और एएक्सएन एचडी और न्यूज़ चैनल दिल्ली आज तक का प्रसारण बंद हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि यह मामले और बढ़ सकते हैं।
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने इस महीने घोषणा की कि वह 1 जुलाई 2020 से अपने लोकप्रिय अंग्रेजी मनोरंजन चैनलोंं और axn को बंद कर देगा। उसी दिन, जो इंडिया टूडे समूह का ही एक हिंदी समाचार चैनल है आपकी टेलीविजन स्क्रीन से गायब हो जाएगा। टेलीविज उद्योग में यह विकट स्थिति लॉकडाउन की वजह से विज्ञापन में रेवेन्यू में कमी और ठप शूटिंग की वजह से लेना पड़ा है। लॉकडाउन की वजह से टेलीविजन उद्योग पर गहरी मार पड़ी है। हालांकि चैनल ने अपने बयान में चैनल बंद होने का कारण कोविड -19, लॉकडाउन को नहीं बताया है लेकिन इस उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से प्रसारण व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ा है। अप्रैल में बार्क- निलसन रिपोर्ट के अनुसार, सामान्य मनोरंजन चैनल अकेले जनवरी की तुलना में लॉकडाउन की वजह से विज्ञापन नहीं मिलने के कारण 26 फीसदी तक घाटे में रहे हैं। समाचार चैनल भी प्रभावित हुए हैं। लॉकडाउन के दौरान उनकी बढ़ी व्यूअरशिप ने विज्ञापन और रेवेन्यू जेनरेट करने में कोई मदद नहीं की है।
रेटिंग एजेंसी आसीआरए ने गुरुवार को कहा कि कोविड -19 के प्रभाव के कारण फिल्म निर्माण और प्रदर्शनी, प्रिंट मीडिया और टेलीविजन प्रसारण क्षेत्रों का क्रेडिट आउटलुक निगेटिव रहा है। तीन चैनल हो रहे हैं बंद
एएक्सएन और एएक्सएन- इंडिया जिसने भारतीय दर्शकों को अंतरराष्ट्रीय शो जैसे शेरलॉक एंड सेक्स और दि सिटी जैसे शो दिखाए. कथित तौर पर भारत के शीर्ष अंग्रेजी मनोरंजन चैनलों में इसे रैंक हांसिल हैं। सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने उद्योग से जुड़ी खबरों के लिए एक पोर्टल ड्रीमडीटीएच को बताया कि वह इन चैनलों को बंद करने की निर्णय की घोषणा करते हुए कंपनी के ‘विकास रणनीति’ को ध्यान में रखे हुए हैं और ‘चैनल पोर्टफोलियो’को ध्यान में रख कर कर रहे हैं।उन्होंने कहा,’यही वजह है कि हमने AXN और AXN HD को बंद करने का फैसला किया है। इसी बीच इंडिया टूडे बीएसई की अपनी फाइलिंग में बताया है कि दिल्ली-एनसीआर की खबरों पर ध्यान केंद्रित करने वाली दिल्ली आजतक ने 2019-20 में कंपनी के राजस्व में 1 फीसदी से भी कम का योगदान दिया है।
‘डीएटी (Dilli Aaj Tak) का व्यवसाय पिछले कुछ वर्षों में विकसित नहीं हुआ है, इसलिए डीएटी के प्रसारण और संचालन को जारी रखना व्यवहार्य नहीं है, इस चैनल में काम करने वाले कुछ लोगों ने कहा है कि उन्हें 2 जून को यह सूचना दी गई जिसके अनुसार उनके प्रमुख चैनल ‘आजतक’ में उन्हें अधिक प्रभावी ढंग से काम करने का मौका मिल सकता है।हालांकि, उद्योग जगत से जुड़े अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि चैनलों में मौजूदा नौकरियां प्रभावित नहीं होंगी क्योंकि कर्मचारी को दूसरे वर्टिकल में शामिल किया जाएगा।अनुमान है 30-40 चैनल होंगे प्रभावित
पिछले महीने जारी ताजा फिक्की-ईवाई रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र – जिसमें समाचार पत्र, समाचार और मनोरंजन टीवी चैनल, रेडियो और सिनेमा शामिल हैं, का मूल्य 1.82 ट्रिलियन रुपये है. इसने 2018 में 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। लेकिन यह लॉकडाउन से बहुत प्रभावित हुआ है, जिसने समग्र रूप से अर्थव्यवस्था पर भारी असर डाला है। उद्योग के एक सूत्र ने कहा कि छोटे खिलाड़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा, अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो लगभग 40 टीवी चैनल बंद हो सकते हैं. ‘ हम अनुमान लगा रहे हैं कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो लगभग 30-40 टेलीविजन चैनलों को अपना ऑपरेशन बंद करना पड़ेगा। सूत्र के अनुसार, कई उद्योग निकायों ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय से कई मामलों में राहत मांगी है, जो इस क्षेत्र की देखरेख करता है। ‘अब तक उद्योग की मांगों पर कोई प्रगति नहीं हुई है। सरकार को उद्योग को पुनर्जीवित और सुधार के लिए सुझाए गए कदमों पर काम करना बाकी है। तीन चीजों पर तुरंत लेना होगा एक्शन
उद्योग जगत के एक दूसरे शीर्ष सूत्र ने कहा कि सरकार को दिए गए सुझावों में से कम से कम तीन उपायों पर गौर करने की तत्काल आवश्यकता है, जिसमें भारत के वॉचडॉग टेलीविजन नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा ‘लगातार हस्तक्षेप’ करना शामिल है, जिसमें वो व्यापार मॉडल और निवेश के फैसले को बाधित करने का दावा करते हैं भी शामिल हैं।
‘हस्तक्षेप’ में इस साल जनवरी में जारी किया गया नया टैरिफ ऑर्डर (NTO) शामिल है। एनटीओ प्रति चैनल 12 रुपये की एमआरपी अनिवार्य करता है, जो पहले 19 रुपये थी। यह प्रतिबंध की चैनल के समूह को ऑफर को यह प्रमोट करने से रोकता कि कौन कौन सा चैनल देखना चाहता है। उद्योग के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि ब्रॉडकास्टरों को इस तरह के प्रतिबंधों से बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। उनका दावा क हैं कि इस से उपभोक्ताओं के लिए खर्च बढ़ेगा और उद्योग भी प्रभावित होगा। सूत्र ने यह भी बताया, सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप करने से इसलिए इनकार कर दिया कि यह मामला अदालत में हैं। बता दें कि ब्रॉडकास्टरों ने एनटीओ के खिलाफ केस दायर किया है। अदालत ने मामले में मार्च में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान का हवाला देते हुए, सूत्र ने कहा, मंत्रालय को तुरंत एनटीओ पर रोक लगाना चाहिए। दूसरे, सूत्र ने कहा, प्रसारकों को भी राजस्व में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर, जो कई केबल टेलीविजन सिस्टम चलाते हैं, उन्हें भुगतान नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे खुद लॉकडाउन के कारण ग्राहकों से नकदी एकत्र करने में असमर्थ हैं। सूत्र ने कहा, ‘मौजूदा स्थिति में, सरकार के एक तत्काल हस्तक्षेप की जरूरत है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ब्रॉडकास्टरों के भुगतान प्रभावित न हों और नकद राशि एकत्र की जा सके। सूत्र ने कहा कि जब छोटे फल व्यापारी और सब्जी बेचने वाले लोग पैसे विभिन्न डिजिटल एप्लीकेशन से एकत्र कर सकते हैं तो समझ नहीं आता कि एमएसओ को ऐसा करने के क्यों रोका जा रहा है।ब्रॉडकास्टर ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से कहा है कि या तो वह तत्काल प्रभाव से एडवायजरी जारी कर एक अल्पकालिक उपाय जारी करें या ट्राई को आदेश दें, जिससे कि वितरक डिजिटल भुगतान कलेक्शन कर सकें। यही नहीं उद्योग ने सरकार को अपने 200 करोड़ के विज्ञापनों के ड्यू को जल्दी से जल्दी क्लीयर करने के लिए कई याचिका भी सबमिट की है। ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन (BOC),आईबी मंत्रालय के तहत एक इकाई है जो मीडिया रणनीति पर प्रशासन को सलाह देती है, छोटे और मध्यम प्रसारकों का सहारा भी देती है। सूत्र ने कहा कि अभी लिए गए ये कदम प्रसारण के क्षेत्र में सामान्य स्थिति लाने में बड़ा योगदान देंगे। शिकायतों के बारे में पूछे जाने पर, ‘आईबी मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि वे प्रसारकों के बकाया को जल्द से जल्द अदा करने को लेकर काम कर रहे हैं। साथ ही यह भी कहा कि बीओसी के ‘सीमित कर्मचारी’ एक चुनौती साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुझाए गए उपायों को ‘देखा’ जा रहा है।’ सरकार ने अब तक क्या किया है?
जैसा कि देश ने कई चरणों में लॉकडाउन को समाप्त करने की तैयारी की है, और महाराष्ट्र भारत के मनोरंजन उद्योग के ग्राउंड जीरो है ने सावधानियों के साथ फिल्म और टीवी शूट को फिर से शुरू करने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। पिछले कुछ हफ्तों में, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रसारण क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों से मुलाकात की और उनकी चिंताओं को सुना है। 29 मई को, मंत्रालय ने टीवी धारावाहिकों से जुड़े उत्पादकों और प्रसारकों को कलाकारों के भुगतान को मंजूरी देने के लिए कहा, और कहा कि सरकार मीडिया उद्योग को अपने बकाया का भुगतान करने के लिए काम कर रही है। एक सरकारी बयान के अनुसार, जावड़ेकर ने फिल्म निर्माताओं, थिएटर मालिकों और अन्य फिल्म उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को बैठक की, जिसमें उन्होंने कोविड -19 लॉकडाउन के कारण आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की।
अपनी सेंट्रो कार छोड़कर भागे भैंस-चोर
क्वॉरेंटाइन में लोगों का निरीक्षण किया
कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन
कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन गणेश साहू कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...
-
55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...