शनिवार, 6 जून 2020

लॉक डाउन के नए चरण में मिली छूट

नई दिल्ली। भारत में पीएम मोदी ने कोरोना प्रसार को रोकने के लिए 24 मार्च से लॉकडाउन लगाया था। जिसको रोकने के लिए लगभग हर प्रयास विफल होता नजर आ रहा है। क्योकि लॉकडाउन के नए चरण में छूट मिल गई है। जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण में अप्रत्याशित तेजी आ गई है। शुक्रवार को पहली बार एक दिन में 10 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए और 334 लोगों की मौत हो गई है। यह पहला मौका है जब भारत में दुनिया के किसी देश के मुकाबले एक दिन में सबसे अधिक नए केस भी मिले हैं। रूस में पिछले चौबीस घंटे में 8,726, अमेरिका में 8,580, और ब्राजील में 6,007 नए मामले सामने आए हैं।


इसके साथ ही देश में संक्रमित लोगों की संख्या सवा दो लाख को पार कर गई है, जो इटली से कुछ ही कम है। पिछले हफ्ते भर में ही 60 हजार से ज्यादा केस बढ़ चुके हैं। इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे जारी बुलेटिन में बताया गया है कि देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,36,770 हो गई है और अब तक 6,348 लोगों की जान गई है।


ज्ञापनः वाणिज्यिक मदद की मांग उठाई



हफ़ीज अहमद खान की रिपोर्ट


कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश। समाजवादी पार्टी व्यापार सभा व उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के संयुक्त तत्वाधान में जिलाधिकारी कानपुर ब्रह्म राम देव तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम सम्बोधित ज्ञापन देकर 20 लाख करोड़ के कर्ज की जगह परेशान व्यापारियों, किसानों,मज़दूरों,अभिभावकों व युवाओं के लिए सीधी मदद की मांग उठाई।नेतृत्व कर रहे व्यापार सभा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की प्रधानमंत्री ने देश के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा करी तो देश को लगा कि शायद इससे देश के व्यापारियों,किसानों,मज़दूरों,मध्यमवर्गीय लोगों,अभिभावकों,युवाओं को कुछ मदद मिलेगी,पर ये तो उल्टा देश को नए कर्ज़े में ले जाने वाला पैकेज साबित हुआ। देश को सीधी मदद की ज़रूरत है न की नए कर्ज़े की।कर्ज़े से तनाव व शर्मिंदगी मिलती है तो देश कहीं आत्मनिर्भर बनने की बजाय खुद से शर्मिंदा न बन जाए।अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि ज्ञापन के माध्यम से मांग रखी गई की 20 लाख करोड़ से सीधी मदद बिजली बिल,जीएसटी,स्कूल फीस में कर दें जिससे की सही मायने में कुछ राहत मिल जाएगी।छोटे व्यापारियों, ठेलेवालों,चायवालों,फेरी वालों,किसानों,मज़दूरों,छात्रों,ढाबे








लून वालों,रिक्शा वालों को सीधी आर्थिक मदद उनके खाते में पहुंचा दी जाए ताकि लगभग 3 माह से आमदनीं के लिए जूझ रहे ताकि ये सब सीधे रूप में कुछ राहत पा पाएंगे।कानपुर में बंद मिलों को शुरू करवा दें व चीन से आयात पर टैक्स बढ़ा दें ताकि देश व कानपुर आत्मनिर्भर बन सके।अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की जनहित में प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की गई है।साथ ही ज्ञापन के अलावा प्रान्तीय व्यापार मण्डल की नगर इकाई से जुड़े अभिभावकों ने कानपुर में स्कूलों से फीस जमा करवाने की मोहलत दिलवाने के लिए जिलाधिकारी कानपुर को शाल व सम्मान पत्र देकर उनकी कर्तव्यनिष्ठा के लिए सम्मानित भी किया।संगठन से जुड़े अफीमकोठी व लाटूश रोड के व्यापारियों ने बाजार की अंदर की दुकानें खुलने की प्रार्थना भी जिलाधिकरी से की।अभिमन्यु गुप्ता के अलावा जितेंद्र जायसवाल,हरप्रीत सिंह लवली, पवन जायसवाल ,संतोष कुमार गुप्ता,पियूष गर्ग ,सोनू गुप्ता, रजत, वीरेन्द्र डांग ,मोहम्मद इरफान ,मोहम्मद शाहाब, सोनू कुमार ,आशिफ ,इक़बाल, मोहम्मद शादाब आदि थे।





लॉक डाउन, के स्थान पर ,अनलॉक समझेंं

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच लॉकडाउन का दौर खत्म हो रहा है और उसकी जगह अनलॉक ने ले ली है। इसके तहत केंद्र और राज्यों की सरकार धीरे-धीरे कई क्षेत्रों में छूट दे रही हैं, इससे जन-जीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। इसी क्रम में भारतीय रेलवे ने भी ऐतिहासिक बंदी के बाद यात्री ट्रेनें देश भर में शुरू कर दी हैं। इन ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनेटाइजेशन का सख्ती से पालन कराने का फरमान है। इसके अलावा यात्रियों के लिए रेलवे ने रिजर्वेशन टिकट के लिए कुछ नियमों में भी बदलाव किए हैं।


बिना इस जानकारी के टिकट नहीं मिलेगा


नए आदेश के अनुसार टिकट बुकिंग  के लिए हर यात्री को आरक्षण फॉर्म पर कुछ और जानकारी देनी अनिवार्य होगी. इसके बिना टिकट नहीं मिलेगा। इन जानकारियों में सफर के लिए आप जहां जा रहे हैं? उसका पूरा पता देना होगा. सिर्फ शहर लिखने से काम नहीं चलेगा. इसके अलावा उस जगह का संबंधित पिनकोड भी देना होगा। रेलवे ने कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए यात्री के डेस्टिनेशन सहित अन्य जानकारियों को साझा करना अनिवार्य कर दिया है। अगर आप रिजर्वेशन फॉर्म पर ये जानकारियां नहीं देंगे तो टिकट बुक नहीं होगा। कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम के तहत इन जानकारियों के बाद ही आरक्षित टिकट बनकर मशीन से निकलेगा।


ट्रैवल हिस्ट्री को लेकर कवायद


दरअसल ये सभी जानकारियां इसलिए ली जा रही हैं ताकि ट्रेन में सफर कर चुके किसी यात्री या उसका सहयात्री अगर कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसके डेस्टिनेशन के पते पर उससे संपर्क किया जा सके. इसके लिए आरक्षण फॉर्म पर यात्री के डेस्टिनेशन का पता सहित अन्य जानकारियां देना अनिवार्य कर दिया गया है।


सिर्फ़ अपना पता लिखने से नहीं चलेगा काम


पहले रेलवे आरक्षण के लिए यात्रियों को आरक्षण फॉर्म पर सिर्फ अपना आवासीय पता भरना पड़ता था। वह आवासीय पता भी जानकारी के लिए रिकॉर्ड में रखा जाता था। लेकिन अब यात्रियों को पता के साथ-साथ पोस्ट ऑफिस का पिन कोड देना भी अनिवार्य कर दिया गया है।


निर्माण में पत्रकारिता की 'महत्वपूर्ण भूमिका'

स्वस्थ्य समाज के निर्माण में हेल्थ पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका 

 

गुरुग्राम। स्वस्थ्य समाज के निर्माण में हेल्थ पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका है।कोरोनावायरस के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय लड़ाई में चिकित्सा विज्ञान पर आधारित शोधपूर्ण, विश्लेषणात्मक और खोजपूर्ण पत्रकारिता समय की ज़रूरत है। जन-जागरूकता और सामाजिक चेतना के सहारे किसी भी संकट से बाहर निकला जा सकता है। 

आज गुरुग्राम स्थिर द्रोणाचार्य कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग द्वारा ‘मीडिया और संचार: कोविड -19 और उससे आगे’ विषयक राष्ट्रीय वेबिनार वक्ताओं ने उपरोक्त बातें कहीं। इस कार्यक्रम में पंजाब, हिमाचल, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, झारखंड, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, हरियाणा सहित अन्य राज्यों छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. पूजा  खुल्लर ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा खंभा है।कोरोना संकट के इस दौर में सरकार ने सराहनीय कार्य किए हैं। मीडिया की भी भूमिका सकारात्मक और सराहनीय रही है। 

प्रोफ़ेसर के.एस. चौहान ने कहा कि मुख्यधारा का मीडिया राष्ट्रीय आपदा के इस घड़ी में लोकप्रिय रिपोर्टिंग करने में असफल रहा है। भूखे-प्यासे मज़दूर और श्रमिकों का सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने की जितनी रिपोर्टिंग सोशल मीडिया द्वारा की गयी, उतनी मुख्यधारा के मीडिया द्वारा नहीं की गयी। 

 

डॉ भार्गवी ने कहा कि मीडिया की भूमिका बहुत सराहनीय नहीं रही है। मुठ्ठीभर पत्रकार ही ज़मीनी रिपोर्टिंग कर रहे हैं। कई पत्रकारों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर कुछ नागरिक संस्थानों के साथ जुड़कर छात्र और शिक्षक लोगों का सहयोग कर रहे हैं। 

इग्नू के प्रो.प्रमोद कुमार मेहरा ने कहा कि कोरोनावायरस से पूरी दुनिया लड़ रही है। हमें इस संकट में संतुलन बनाए रखना चाहिए। एक दिन हम ज़रूर इससे बाहर निकल आयेंगे। 

इग्नू स्थित पत्रकारिता विद्यापीठ के शिक्षक डॉ. रमेश यादव ने कहा कि मीडिया का मुख्य कार्य जनता को सूचित और शिक्षित करना है। उपरोक्त दोनों मोर्चे पर मुख्यधारा का मीडिया ईमानदारी से अपनी भूमिका का निर्वाह करने में कमजोर दिखा। कोरोना से लड़ने के लिए चिकित्सा विज्ञान पर केन्द्रित सटीक,, शोधपूर्ण, विश्लेषणात्मक और खोजपूर्ण रिपोर्टिंग की बहुत ज़रूरत है।

 

सहायक प्रोफ़ेसर डॉ सचिन ने ग्रामीण पत्रकारिता की प्रासंगिकता पर ज़ोर दिया। 

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. भूप सिंह गोड़ ने सर्वप्रथम वक्ताओं, शिक्षकों और छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोनावायरस के रोकथाम में हरियाणा सरकार ने शिक्षकों और छात्रों का काफ़ी सहयोग लिया।उन्होंने कहा कि सरकार को शिक्षकों, वैज्ञानिकों और विषय विशेषज्ञों के सुझाव के आधार पर नीति निर्माण करना चाहिए। 

अंत में हुई परिचर्चा प्रो.ओपी मोगा, डॉ महिन्द्रर, डॉ. जयिता चक्रवर्ती, डॉ. दिनेश, डॉ. संजय जोशी, डॉ. हनी कुमार, डॉ. नेहा चौधरी, डॉ. बलविन्दर, डॉ. मीनाक्षी पांडे और कॉलेज के अन्य शिक्षकों ने सक्रिय तौर पर भाग लिया।

कोरोना संक्रमण की 7वीं रैंक में 'भारत'

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। पहले टाॅप 10 संक्रमित देशों में भारत शामिल हुआ और कुछ ही दिनों बाद जर्मनी और फ्रांस को पीछे छोड़कर 7 वें स्थान पर आ गया। लाॅकडाउन 5 के शुरूआत में भारत 7 वें स्थान पर आया और आज भारत ने इटली जैसे कोरोना से संक्रमित देश को पीछे छोड 6 स्थान पर जगह बना ली। आपको बता दें कि ताजा आंकडों के हिसाब से भारत में गुरूवार को 2 लाख 26 हजार कोरोना संक्रमित मामले आये थे। उस दौरान इटली में 2 लाख 32 हजार के करीब कोरोना पाॅजिटिव केस थे। लेकिन शुक्रवार को 10 हजार से अधिक कोरोना पाॅजिटिव मामलों ने भारत को इटली से आगे कर दिया। ताजा आंकडों में भारत में कोरोना संक्रमित 2 लाख 36 हजार केस हो चुके हैं। भारत एक्टिव केस के मामले में दुनियां में चैथे नम्बर पर है।


जम्मूः 3 अगस्त तक होगी अमरनाथ-यात्रा

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में इस साल की अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई से शुरू होकर 3 अगस्त को तक चलेगी। यह 15 दिनों की अवधि की होगी। यह बात अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने कही, जो जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में समुद्र तल से 3,880 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर में यात्रा के मामलों का प्रबंधन करता है। यात्रा के लिए ‘प्रथम पूजा’ शुक्रवार को आयोजित की गई थी।


कोरोना वायरस महामारी के कारण इस बार यात्रा की अवधि में कटौती की गई है। साधुओं को छोड़कर अन्य तीर्थयात्रियों में 55 वर्ष से कम उम्र के लोगों को ही अनुमति दी जाएगी। यात्रा करने वाले सभी लोगों के पास कोविड निगेटिव प्रमाणपत्र होने चाहिए। एसएएसबी के एक अधिकारी ने कहा, “तीर्थयात्रियों को जम्मू-कश्मीर में यात्रा शुरू करने की अनुमति देने से पहले उनको वायरस के लिए क्रॉस-चेक किया जाएगा।” साधुओं को छोड़कर सभी तीर्थयात्रियों को यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। यह भी तय किया गया है कि 15 दिनों के दौरान सुबह और शाम गुफा मंदिर में की जाने वाली ‘आरती’ का देश भर के भक्तों के लिए सीधा प्रसारण किया जाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय मजदूरों की अनुपलब्धता और बेस कैंप से गुफा मंदिर तक ट्रैक बनाए रखने में कठिनाइयों के कारण, यात्रा 2020 के लिए गांदरबल जिले में बालटाल बेस कैंप से गुफा तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जाएगा। यात्रा 2020 केवल उत्तरी कश्मीर बालटाल मार्ग से होकर निकलेगी। अधिकारियों ने कहा, “इस वर्ष किसी भी तीर्थयात्री को पहलगाम मार्ग के माध्यम से यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी”। यात्रा 2020 का समापन 3 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर होगा जिस दिन रक्षा बंधन का त्योहार होता है।


लोनी विधायक की उपेक्षा करना अनुचित

लोनी विधायक की उपेक्षा करना अनुचित 

अकाशुं उपाध्याय 

गाजियाबाद। उत्तर-प्रदेश विधानसभा में मौजूदा सभी विधायकों में यदि लोकप्रियता की प्रती-स्पर्धा कराई जाए, तो निश्चित रूप से लोनी विधायक नंदकिशोर को संभावित प्रथम स्थान ही प्राप्त होगा। भाजपा पार्टी की योगी सरकार को भ्रष्टाचार के संबंध में आईना दिखाने का कार्य करने का मादा रखना, सबके बस की बात नहीं है। क्षेत्र की समस्याओं पर इतनी पैनी दृष्टि बनाए रखना भी सबके बस की बात नहीं है। जिसके चलते विधायक को पाकिस्तान से फोन पर धमकी भी मिली है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि विरोधी शक्तियां इस लोकप्रियता से खिन्न हो गई है। हालांकि धमकीयां देना एक कायरता पूर्ण कार्य है। जिसकी सभ्य समाज निंदा करता है।

 परंतु इसके विपरीत कोरोना महामारी के कारण 'लॉक डाउन' में उत्पन्न कठोर परिस्थितियों में विधायक और उनके सहयोगियों के द्वारा किया गया राहत कार्य सदैव सराहना पाता रहेगा। इस बीच उन्होंने खुद बढ़-चढ़कर राहत कार्यों में भाग लिया है। विधायक के द्वारा अपने दायित्व का निर्वाह करने में कोई चूक नहीं की गई। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अपने कार्य में अवश्य चूक की गई है। लोनी विधायक की कोरोना जांच में इतनी देरी करने के पीछे विभाग की क्या मंशा है? यह तो स्पष्ट नहीं है। किंतु जनप्रिय विधायक की उपेक्षा करना पूरी तरह अनुचित है। विभाग और प्रशासन के लिए यह गले की फांस न बन जाए। जन सेवा में रत सभी लोगों की जांच प्राथमिकता से होनी चाहिए थी। किंतु यह व्यवस्था हमारी अक्षमता उसे बाहर है। परंतु स्थानीय जनप्रतिनिधियों की जांच तो प्राथमिकता से होनी चाहिए थी। उनका जीवन जनता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि यह जिला प्रशासन की अपनी कार्यप्रणाली पर निर्भर करता है। हो सकता है जिला प्रशासन ऐसा करने की योजना पर कार्य कर रहा हो, समय अनुरूप भविष्य में उसे स्वरूपित करेगा।

प्रभारी निरीक्षक की जांच के दिए आदेश

एडीजी जोन बरेली से शिकायत के बाद प्रभारी निरीक्षक सेहरामऊ उत्तरी पर जांच के निर्देश

पीलीभीत। सोशल मीडिया प्रिंट मीडिया एवं समाजसेवी संस्थाओं द्वारा मामला संज्ञान में लेने के बाद खबर को लगातार वायरल किया गया जिस पर संज्ञान लेते हुए एडीजी जोन बरेली ने पीलीभीत पुलिस को तलब करते हुए जांच मांगी है पीलीभीत पुलिस ने भी आनन-फानन में क्षेत्राधिकारी पूरनपुर को जांच कर आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

प्रभारी निरीक्षक पर लगाए गए आरोप

1.पीड़ित महिला पुलिसकर्मी को प्रधान की पर्सनल गाड़ी से मेडिकल कराने अकेले क्यों भेजा।

2. मेडिकल कराने गई महिला पुलिसकर्मी पीड़ित महिला को छोड़कर आखिर एटीएम से पैसे निकालने पूर्व प्रधान के साथ अकेले क्यों गई।

3. मेडिकल के दौरान महिला पुलिसकर्मी को वही होना चाहिए था जिससे मेडिकल में गड़बड़ी ना हो सके।

4.उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लेने के बाद ही क्योंकि एफ आई आर दर्ज पहले मामला निपटाने का क्यों किया प्रयास।

5.थाना क्षेत्र में रदबंगों एवं खनन माफियाओं के हौसले बुलंद, भ्रष्टाचार रोकने में सेहरामऊ उत्तरी पुलिस नाकाम क्यों।

क्या है पूरा मामला

2 दिन पहले थाना क्षेत्र के एक ही परिवार के दो पक्षों में लड़ाई झगड़ा हो गया था जिसमें महिलाओं को भी चोट आई थी जिसमें पूर्व प्रधान पीड़ित पक्ष को लेकर थाने पहुंचे,जख्मी महिलाओं का मेडिकल कराने के लिए प्रभारी निरीक्षक ने पूर्व प्रधान की पर्सनल गाड़ी से जख्मी पीड़ित महिला उसकी बेटी और एक महिला पुलिसकर्मी को जिला मुख्यालय भेज दिया पीड़ित महिला को अस्पताल छोड़ने के बाद महिला पुलिसकर्मी ने एटीएम से पैसे निकालने की बात कही तब पूर्व प्रधान अपनी गाड़ी से एटीएम पर उसे लेकर चला गया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसी दौरान पूर्व प्रधान ने महिला के साथ छेड़छाड़ की जिसपर नाराजगी जताते महिला पुलिसकर्मी ने कई खरी-खोटी कही महिला पूर्व प्रधान की गाड़ी से उतर गई और थाने में फोन से सूचना दी पूर्व प्रधान पीड़ित महिला और उसकी बेटी का मेडिकल कराकर थाने पहुंचे तब तक पीछे से महिला पुलिसकर्मी भी पहुंच गई महिला पुलिसकर्मी ने उक्त आरोपी प्रधान पर कार्रवाई करने की बात की जिस पर प्रभारी निरीक्षक ने मामला निपटाने का प्रयास किया जब महिला पुलिसकर्मी नहीं मानी और उसने उच्च अधिकारियों को फोन किया तब सेहरामऊ उत्तरी पुलिस ने मजबूरन पूर्व प्रधान के खिलाफ कई संगीन धाराओं में अभियोग पंजीकृत करने के बाद उसे जेल भेज दिया सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि पूर्व प्रधान प्रभारी निरीक्षक सेहरामऊ उत्तरी का करीबी है जो आए दिन घंटों थाने में प्रभारी निरीक्षक के आवास में बैठता है व साथ में ही नाश्ता पानी करता है।

अलगः झूम कॉल्स ने तेजी से पसारे पैर

मेक्सिको। कोरोना वायरस की वजह से दुनिया  वो समय देख रही है,  जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। इस वायरस ने दुनिया कई देशों को लॉकडाउन कर दिया। फैक्ट्रीज, दुकानें, ऑफिस, स्कूल-कॉलेज सब बंद हो गए। ऐसे में वीडियो कॉल ही अब अपने काम को आगे बढ़ाने का विकल्प बन सामने आया। ख़ासतौर पर लॉकडाउन में जूम कॉल्स ने काफी तेजी से अपने कदम जमाए हैं। कई संस्थानों, चाहे ऑफिशियल हो या एजुकेशनल, जूम कॉल से ही मीटिंग्स कर रहे हैं। इस बीच  मेक्सिको में सत्ताधारी सरकार ने जूम कॉल पर अपने नेताओं के साथ मीटिंग की। इसमें सरकार के सभी मंत्री मौजूद थे। लेकिन अचानक एक नेता उठी और अपने कपड़े उतारने लगी। इसे सभी ने देखा तो ऑनलाइन मीटिंग में ही हड़कंप मच गया। दरअसल, एक ग़लतफ़हमी के कारण ऐसा हुआ था। ये किसी के साथ भी हो सकता है। बाद में खुद महिला मंत्री ने इसका खुलासा किया…


मामला 29 मई का है। जब मेक्सिकन गवर्नमेंट ऑनलाइन मीटिंग कर रही थी। इस मीटिंग में सरकार में शामिल सारे नेता, सीनेटर शामिल थे। तभी 66 साल की सीनेटर मार्था लुसिया मीचेर उठी और सबके सामने अपने कपड़े उतरने लगी। ये देख मीटिंग में शामिल सभी लोग हैरान रह गए। इस मीटिंग में नेशनल रिजनरेशन मूवमेंट पॉलिटिकल पार्टी के नेता, बैंक ऑफ़ मेक्सिको के कर्मचारी और कई पत्रकार भी शामिल थे। इनके सामने ही सीनेटर ने कपड़े उतार दिए।


इस मीटिंग के स्क्रीनशॉट्स काफी तेजी से वायरल हो रहे हैं। ये मीटिंग कोरोना के कारण देश के आर्थिक स्थिति पर पड़ रहे असर को लेकर आयोजित थी। इस मीटिंग में शामिल किसी सदस्य ने इसका स्क्रीनशॉट वायरल कर दिया। इस घटना के बाद सीनेटर मार्था ने सबसे माफ़ी मांगी। उन्होंने बताया कि गलती से ऐसा हो गया। उन्होंने कपड़े चेंज करने से पहले वीडियो ऑफ किया था। लेकिन गलती से उन्होंने सिर्फ ऑडियो म्यूट कर दिया  और कपड़े चेंज करने लगी।


तस्वीर के वायरल होने के बाद लोगों ने सीनेटर मार्था पर जमकर निशाना साधा। कई लोगों ने इस हरकत को पब्लिसिटी स्टंट कहा। कई ने सीनेटर का मजाक भी उड़ाया। लेकिन सीनेटर ने आलोचकों को जोरदार जवाब दिया।  उन्होंने कहा कि जो भी हुआ, वो नहीं होना चाहिए था। उनसे एक ग़लतफ़हमी के कारण ऐसा हो गया। लेकिन उन्हें जिस तरह से बुली किया जा रहा है, वो गलत है। उन्हें बॉडी शेम किया जा रहा है, जो गलत है।


उन्होने कहा कि उन्हें अपनी बॉडी पर कोई अफ़सोस नहीं है। वो खूबसूरत हैं और उन्हें इसका मलाल नहीं है। जो हुआ वो दुर्घटना थी। लेकिन अब जिसने भी इसका स्क्रीनशॉट वायरल किया है, उसकी तलाश की जा रही है। साथ ही फोटो वायरल करने वाले पर कार्यवाई की जाएगी।


40 टीवी चैनल बंद होने के कगार पर

नई दिल्ली। कोविड-19 की वजह से हुए लॉकडाउन ने टीवी उद्योग को बहुत प्रभावित किया है और ऐसा माना जा रहा है कि इस हफ्ते मनोरंजन चैनल एएक्सएन और एएक्सएन एचडी और न्यूज़ चैनल दिल्ली आज तक का प्रसारण बंद हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि यह मामले और बढ़ सकते हैं।


सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने इस महीने घोषणा की कि वह 1 जुलाई 2020 से अपने लोकप्रिय अंग्रेजी मनोरंजन चैनलोंं और axn को बंद कर देगा। उसी दिन, जो इंडिया टूडे समूह का ही एक हिंदी समाचार चैनल है आपकी टेलीविजन स्क्रीन से गायब हो जाएगा। टेलीविज उद्योग में यह विकट स्थिति लॉकडाउन की वजह से विज्ञापन में रेवेन्यू में कमी और ठप शूटिंग की वजह से लेना पड़ा है। लॉकडाउन की वजह से टेलीविजन उद्योग पर गहरी मार पड़ी है। हालांकि चैनल ने अपने बयान में चैनल बंद होने का कारण कोविड -19, लॉकडाउन को नहीं बताया है लेकिन इस उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से प्रसारण व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ा है। अप्रैल में बार्क- निलसन रिपोर्ट के अनुसार, सामान्य मनोरंजन चैनल अकेले जनवरी की तुलना में लॉकडाउन की वजह से विज्ञापन नहीं मिलने के कारण 26 फीसदी तक घाटे में रहे हैं। समाचार चैनल भी प्रभावित हुए हैं। लॉकडाउन के दौरान उनकी बढ़ी व्यूअरशिप ने विज्ञापन और रेवेन्यू जेनरेट करने में कोई मदद नहीं की है।


रेटिंग एजेंसी आसीआरए ने गुरुवार को कहा कि कोविड -19 के प्रभाव के कारण फिल्म निर्माण और प्रदर्शनी, प्रिंट मीडिया और टेलीविजन प्रसारण क्षेत्रों का क्रेडिट आउटलुक निगेटिव रहा है। तीन चैनल हो रहे हैं बंद
एएक्सएन और एएक्सएन- इंडिया जिसने भारतीय दर्शकों को अंतरराष्ट्रीय शो जैसे शेरलॉक एंड सेक्स और दि सिटी जैसे शो दिखाए. कथित तौर पर भारत के शीर्ष अंग्रेजी मनोरंजन चैनलों में इसे रैंक हांसिल हैं। सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने उद्योग से जुड़ी खबरों के लिए एक पोर्टल ड्रीमडीटीएच को बताया कि वह इन चैनलों को बंद करने की निर्णय की घोषणा करते हुए कंपनी के ‘विकास रणनीति’ को ध्यान में रखे हुए हैं और ‘चैनल पोर्टफोलियो’को ध्यान में रख कर कर रहे हैं।उन्होंने कहा,’यही वजह है कि हमने AXN और AXN HD को बंद करने का फैसला किया है। इसी बीच इंडिया टूडे बीएसई की अपनी फाइलिंग में बताया है कि दिल्ली-एनसीआर की खबरों पर ध्यान केंद्रित करने वाली दिल्ली आजतक ने 2019-20 में कंपनी के राजस्व में 1 फीसदी से भी कम का योगदान दिया है।


‘डीएटी (Dilli Aaj Tak) का व्यवसाय पिछले कुछ वर्षों में विकसित नहीं हुआ है, इसलिए डीएटी के प्रसारण और संचालन को जारी रखना व्यवहार्य नहीं है, इस चैनल में काम करने वाले कुछ लोगों ने कहा है कि उन्हें 2 जून को यह सूचना दी गई जिसके अनुसार उनके प्रमुख चैनल ‘आजतक’ में उन्हें अधिक प्रभावी ढंग से काम करने का मौका मिल सकता है।हालांकि, उद्योग जगत से जुड़े अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि चैनलों में मौजूदा नौकरियां प्रभावित नहीं होंगी क्योंकि कर्मचारी को दूसरे वर्टिकल में शामिल किया जाएगा।अनुमान है 30-40 चैनल होंगे प्रभावित
पिछले महीने जारी ताजा फिक्की-ईवाई रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र – जिसमें समाचार पत्र, समाचार और मनोरंजन टीवी चैनल, रेडियो और सिनेमा शामिल हैं, का मूल्य 1.82 ट्रिलियन रुपये है. इसने 2018 में 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। लेकिन यह लॉकडाउन से बहुत प्रभावित हुआ है, जिसने समग्र रूप से अर्थव्यवस्था पर भारी असर डाला है। उद्योग के एक सूत्र ने कहा कि छोटे खिलाड़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा, अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो लगभग 40 टीवी चैनल बंद हो सकते हैं. ‘ हम अनुमान लगा रहे हैं कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो लगभग 30-40 टेलीविजन चैनलों को अपना ऑपरेशन बंद करना पड़ेगा। सूत्र के अनुसार, कई उद्योग निकायों ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय से कई मामलों में राहत मांगी है, जो इस क्षेत्र की देखरेख करता है। ‘अब तक उद्योग की मांगों पर कोई प्रगति नहीं हुई है। सरकार को उद्योग को पुनर्जीवित और सुधार के लिए सुझाए गए कदमों पर काम करना बाकी है। तीन चीजों पर तुरंत लेना होगा एक्शन
उद्योग जगत के एक दूसरे शीर्ष सूत्र ने कहा कि सरकार को दिए गए सुझावों में से कम से कम तीन उपायों पर गौर करने की तत्काल आवश्यकता है, जिसमें भारत के वॉचडॉग टेलीविजन नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा ‘लगातार हस्तक्षेप’ करना शामिल है, जिसमें वो व्यापार मॉडल और निवेश के फैसले को बाधित करने का दावा करते हैं भी शामिल हैं।


‘हस्तक्षेप’ में इस साल जनवरी में जारी किया गया नया टैरिफ ऑर्डर (NTO) शामिल है। एनटीओ प्रति चैनल 12 रुपये की एमआरपी अनिवार्य करता है, जो पहले 19 रुपये थी। यह प्रतिबंध की चैनल के समूह को ऑफर को यह प्रमोट करने से रोकता कि कौन कौन सा चैनल देखना चाहता है। उद्योग के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि ब्रॉडकास्टरों को इस तरह के प्रतिबंधों से बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। उनका दावा क हैं कि इस से उपभोक्ताओं के लिए खर्च बढ़ेगा और उद्योग भी प्रभावित होगा। सूत्र ने यह भी बताया, सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप करने से इसलिए इनकार कर दिया कि यह मामला अदालत में हैं। बता दें कि ब्रॉडकास्टरों ने एनटीओ के खिलाफ केस दायर किया है। अदालत ने मामले में मार्च में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान का हवाला देते हुए, सूत्र ने कहा, मंत्रालय को तुरंत एनटीओ पर रोक लगाना चाहिए। दूसरे, सूत्र ने कहा, प्रसारकों को भी राजस्व में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर, जो कई केबल टेलीविजन सिस्टम चलाते हैं, उन्हें भुगतान नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे खुद लॉकडाउन के कारण ग्राहकों से नकदी एकत्र करने में असमर्थ हैं। सूत्र ने कहा, ‘मौजूदा स्थिति में, सरकार के एक तत्काल हस्तक्षेप की जरूरत है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ब्रॉडकास्टरों के भुगतान प्रभावित न हों और नकद राशि एकत्र की जा सके। सूत्र ने कहा कि जब छोटे फल व्यापारी और सब्जी बेचने वाले लोग पैसे विभिन्न डिजिटल एप्लीकेशन से एकत्र कर सकते हैं तो समझ नहीं आता कि एमएसओ को ऐसा करने के क्यों रोका जा रहा है।ब्रॉडकास्टर ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से कहा है कि या तो वह तत्काल प्रभाव से एडवायजरी जारी कर एक अल्पकालिक उपाय जारी करें या ट्राई को आदेश दें, जिससे कि वितरक डिजिटल भुगतान कलेक्शन कर सकें। यही नहीं उद्योग ने सरकार को अपने 200 करोड़ के विज्ञापनों के ड्यू को जल्दी से जल्दी क्लीयर करने के लिए कई याचिका भी सबमिट की है। ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन (BOC),आईबी मंत्रालय के तहत एक इकाई है जो मीडिया रणनीति पर प्रशासन को सलाह देती है, छोटे और मध्यम प्रसारकों का सहारा भी देती है। सूत्र ने कहा कि अभी लिए गए ये कदम प्रसारण के क्षेत्र में सामान्य स्थिति लाने में बड़ा योगदान देंगे। शिकायतों के बारे में पूछे जाने पर, ‘आईबी मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि वे प्रसारकों के बकाया को जल्द से जल्द अदा करने को लेकर काम कर रहे हैं। साथ ही यह भी कहा कि बीओसी के ‘सीमित कर्मचारी’ एक चुनौती साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुझाए गए उपायों को ‘देखा’ जा रहा है।’ सरकार ने अब तक क्या किया है?
जैसा कि देश ने कई चरणों में लॉकडाउन को समाप्त करने की तैयारी की है, और महाराष्ट्र भारत के मनोरंजन उद्योग के ग्राउंड जीरो है ने सावधानियों के साथ फिल्म और टीवी शूट को फिर से शुरू करने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। पिछले कुछ हफ्तों में, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रसारण क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों से मुलाकात की और उनकी चिंताओं को सुना है। 29 मई को, मंत्रालय ने टीवी धारावाहिकों से जुड़े उत्पादकों और प्रसारकों को कलाकारों के भुगतान को मंजूरी देने के लिए कहा, और कहा कि सरकार मीडिया उद्योग को अपने बकाया का भुगतान करने के लिए काम कर रही है। एक सरकारी बयान के अनुसार, जावड़ेकर ने फिल्म निर्माताओं, थिएटर मालिकों और अन्य फिल्म उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को बैठक की, जिसमें उन्होंने कोविड -19 लॉकडाउन के कारण आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की।


अपनी सेंट्रो कार छोड़कर भागे भैंस-चोर

अतुल त्यागी(मेरठ मंडल प्रभारी)

हापुड़। किसान के घर में तमंचा धारी बदमाशों का कहर तमंचे के बल पर भैंस खोल कर सेंट्रो कार से बांधकर दूसरी गाड़ी में भैंस चढ़ाने के दौरान ग्रामीणों पहुंचे मौके पर बदमाश सेंट्रो कार छोड़कर फरार।

जनपद हापुड़ के थाना धौलाना क्षेत्र में बदमाशों का कहर बदमाशों ने किसान के घर में तमंचे के बल पर घटना को दिया अंजाम इतना ही नहीं किसान की भैंस खोल कर सेंट्रो कार से बांधकर मौके से हुए फरार दूसरी गाड़ी में भैंस लेजाने का प्रयास ग्रामीणों में जाग होने के कारण काफी संख्या में एकत्रित होकर ग्रामीण पहुंचे मौके पर। सेंट्रो गाड़ी छोड़कर बदमाश हुए मौके से फरार ग्रामीणों ने तोड़ी बदमाशों की गाड़ी, काफी देर तक ग्रामीण करते रहे पुलिस को फोन लेकिन पुलिस के समय पर नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों में रोष की लहर, जनपद हापुड़ के थाना धौलाना क्षेत्र के गांव सोलाना देर रात का मामला

क्वॉरेंटाइन में लोगों का निरीक्षण किया

प्रयागराज। जिलाधिकारी प्रयागराज श्री भानु चंद्र गोस्वामी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के साथ संयुक्त रूप से कोविड-19 के सुरक्षा के दृष्टिगत बनाए गए अस्थाई जेल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक ने अवगत कराया कि जेल को पूरी तरह से विसंक्रमित कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि वर्तमान में बैरक नंबर एक में कुल 96 कैदी तथा  बैरक नंबर दो में कुल 94 कैदी निरुद्ध हैं। निरीक्षण के दौरान बैरकों की साफ-सफाई संतोषजनक पाई गई। इस बारे में जानकारी लेने पर कैदियों ने बताया कि बैरकों में प्रतिदिन दो बार साफ सफाई कराई जाती है। कैदियों ने यह भी बताया कि नाश्ता व भोजन आदि पर्याप्त मात्रा में निश्चित समय पर उपलब्ध कराया जाता है। निरीक्षण के दौरान कैदियों से उनके स्वास्थ्य जैसे खांसी, बुखार या अन्य परेशानी के बारे में जानकारी भी ली गई। जिस पर कैदियों द्वारा बताया गया कि उन्हें अभी किसी प्रकार की परेशानी नहीं है फिर भी मौके पर उपस्थित जेल अधीक्षक को समय-समय पर कैदियों की थर्मल स्कैनिंग कराए जाने के लिए निर्देशित किया गया। बैरकों के हाते में कैदियों के लिए शौचालय व स्नानागार भी बनाया गया है।

निरीक्षण के दौरान बैरक के सामने लाइट हेतु ऊपर से लगाए गए तार को देखकर असंतोष व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यहां तत्काल वायरिंग करा कर समुचित रूप से सुरक्षित व्यवस्था बनाई जाए। जिलाधिकारी ने जेल अधीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रतिदिन कम से कम 2 बार ब्लीचिंग युक्त घोल से पूरे बैरक को सैनिटाइज करवाया जाए। सभी कैदियों को आवश्यक रूप से मास्क उपलब्ध कराया जाए तथा सोशल डिस्टेंसिंग का समुचित अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। जेल अधीक्षक ने बताया कि सभी कैदियों को निर्धारित मीनू के अनुसार अलग-अलग प्रकार का खाना उपलब्ध कराया जाता है उन्होंने यह भी बताया कि बैरक नंबर दो के सामने ही बने बैरक नंबर 3 को अस्थाई जेल के रूप में उपयोग किए जाने हेतु समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं जिसमें आज से निरुद्ध होने वाले कैदियों को रखा जाएगा। इस संबंध में जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि सुरक्षा की दृष्टि से समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं तत्काल पूर्ण कराना सुनिश्चित करें तथा कोविड-19 हेतु जारी प्रोटोकॉल का पूर्णरूपेण अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही ना बरती जाए।

रिपोर्ट बृजेश केसरवानी

गुंडागर्दी करने पर उपनिरीक्षक किया सस्पेंड

मुख्यमंत्री योगी ने दिखाई संवेदनशीलता

गुंडागर्दी पर दारोगा को सस्पेंड करने के बाद सैलरी रिकवरी करा के कराई गरीब दुकानदारों की भरपाई

 

प्रयागराज। एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानवीय चेहरा सामने आया है। सोशल मीडिया पर प्रयागराज के वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने दारोगा सुमित आनंद को सस्पेंड कर दिया है। यही नहीं मुख्यमंत्री ने सब्जी विक्रेताओं के नुकसान की भरपाई दारोगा की तन्ख्वाह से किए जाने के निर्देश दिए हैं।

दरअसल प्रयागराज में घूरपुर इलाके में दारोगा सुमित आनंद ने अपनी वर्दी की हनक दिखाते हुए सब्जी विक्रेताओं की सब्जी को गाड़ी से रौंद दिया था। जिसका वीडियो वायरल हो गया। बात जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंची तो उन्होंने तत्काल आरोपी दारोगा को निलंबित करने के आदेश दे दिया। यही नहीं जिन सब्जी विक्रेताओं का नुकसान हुआ था, उनकी रिकवरी दारोगा की तन्ख्वाह से कराई। इससे पहले भी कई बार मुख्यमंत्री ने मानवता दिखाते हुए वायरल वीडियो पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री ने लखनऊ के मोहनलालगंज के एक वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए गरीब किसान रामसेवक को खाद्यान्न के साथ साथ दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी दी थी।

बृजेश केसरवानी

श्रद्धालुओं ने 'श्रद्धा' की डुबकी लगाई

गंगा मैया के जयकारों से गूंजा तट,हजारों श्रद्धालुओं ने लगायी आस्था की डुबकी




डलमऊ(रायबरेली)। जेष्ठ मास की पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को गंगा तट डलमऊ के विभिन्न घाटों पर जनपद के साथ-साथ क्षेत्र के हजारों श्रद्धालुओं द्वारा गंगा मैया के जयकारों के साथ गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई और गंगा स्नान के बाद घाटों के किनारे स्थित मंदिरों और शिवालयों में पूजा अर्चना का कार्यक्रम संपन्न किया। संस्कृत महाविद्यालय बड़ा मठ के स्वामी देवेंद्रनंद गिरि ने जेष्ठ मास की पूर्णिमा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस पूर्णिमा को वट पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है और आज के दिन श्वेत वस्त्र पहन कर भगवान शिव की पूजा अर्चना करने पर विवाह में आने वाली विभिन्न प्रकार की बाधाएं दूर होती है।


तथा लोगों के विभिन्न प्रकार के कष्ट का निवारण होता है। ज्ञात हो कि जनपद के साथ-साथ क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु वाहन ना चलने के बावजूद भी अपने दोपहिया और चार पहिया वाहनों के साथ पैदल दूरी तय करते हुए गंगा स्नान के लिए डलमऊ गंगा तट पहुंचकर मान मनौती के साथ आस्था की डुबकी लगाई।  स्नान घाटों पर डलमऊ पुलिस बल द्वारा सामाजिक दूरी के साथ श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करवाया गया।



छोटी-मोटी घटनाओं को नजरअंदाज करें।

 डीएम के आदेश के बावजूद छोटे छोटे मामलों को पुलिस कर रही नजरअंदाज


रायबरेली। कभी कभी छोटे छोटे मामले बड़ी घटनाओं में तब्दील हो जाते है लेकिन ऐसे मामलों को पुलिस नजरअंदाज कर देती है क्योंकि वहां कोई सिस्टम नहीं होता, एक ऐसा ही मामला खीरों थाना क्षेत्र के निहस्था गांव का प्रकाश में आया जहां दबंगों द्वारा एक बुजुर्ग गरीब की जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा है स्थानीय पुलिस में सुनवाई न होने पर पीड़ित बुजुर्ग ने एसपी की चौखट पर पहुंच कार्रवाई की मांग की है। ज्ञात हो कि निहस्था गांव में रहने वाले गहिरेश्वर अपनी जमीन पर खेतीबाड़ी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता है।


बीते रोज गांव में रहने वाले धुन्नर, कंधई व शुभम सिंह ने दबंगई करते हुए ट्रैक्टर सहित उसके खेत पर पहुंचे और खेत की जबरन जुताई कर दी। जानकारी पाकर पन्ना लाल आनन- फानन में अपने खेत पर पहुंचा और दबंगों का विरोध किया लेकिन बेबस रहा और बुजुर्ग को मौके से भगा दिया गया। जमीन बचाने के लिए पीड़ित ने थाने पहुंच आप बीती जरूर सुनाई पर किसी का दिल नहीं पसीजा, क्योंकि वहां तो सिर्फ सिस्टमबाजो की सुनवाई होती है। पीड़ित ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर जमीन को कब्जा मुक्त करवाने और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।


कम्युनिटी स्प्रेड को कवर करेगा 'कोरोना'

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस देश में अपने पैर पसारता ही जा रहा है, पिछले 24 घंटे में अब तक  9887 नए केस सामने आए हैं जबकि 294 मरीजों की और मौत हो चुकी है। वहीं अगर  रिकवरी रेट पर नजर डालें तो  48.20 फीसद देखा जा सकता है। कोरोना महामारी से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है।यहां  कोरोना के मामलों की तादाद 80 हजार के पार हो गई है. 42, 224 लोगों का इलाज जारी है। अब तक 35156 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में इस महामारी से अब तक 2849 लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित राज्यों की सूची में तमिलनाडु का दूसरा  नंबर है। राज्य में कोरोना मरीजों की तादाद बढ़कर 28694 हो गई है। 12, 700 मरीजों का इलाज किया जा रहा है और 15, 762 लोग अब तक डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण अब तक  232 लोगों की जान ले चुका है।


वहीं अगर बात की जाये  देश की राजधानी  दिल्ली  की तो यहां के हालात लगातार खराब बनते जा रहे हैं, दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या  26 हजार से पार हो चुकी है।  जबकि 15, 311 मरीजों का  इलाज चल रहा है वहीं 10315 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। आपको बता दें कि दिल्ली में अब तक इस वायरस से  708  लोगों की जान जा चुकी है।


धामा की बढ़ रही लोकप्रियता, रिजल्ट


मनोज धामा की बढ़ रही है लोकप्रियता, ऑनलाइन सर्वे में आया ये रिजल्ट



 


सरताज खान


 


गाजियाबाद लोनी। लोनी विधानसभा में भाजपा नेता मनोज धामा की लोकप्रियता दिनोदिन बढ़ती जा रही हैं। चाहे लोक डाउन में गरीब जनता की सहायता की बात हो या लोनी क्षेत्र में विकास कराने की, जनता अब ये समझ चुकी हैं विरोधी केवल दिन प्रतिदिन मनोज धामा की छवि को खराब करने के लिए ही उनपर निराधार आरोप लगा रहे है। अभी हाल ही में कई महिलाओ द्वारा इसका पुख्ता प्रमाण भी दिया गया था कि किस तरह मनोज धामा पर झूठा आरोप लगाने के लिए उनकी भूखे पेट का सौदा एक कथित किसान नेता और उसके कुछ अन्य साथियो द्वारा किया गया था।


 राजनीति में मनोज धामा के बढ़ते कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि लोनी की राजनीति नाम की एक फेसबुक आईडी द्वारा लोनी क्षेत्र के पूर्व एवं वर्तमान जनप्रतिनिधियों के नाम पर एक एक्जिट पोल बनाया गया था। जिसमे लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर, पूर्व विधायक मदन भैया, पूर्व विधायक जाकिर अली, लोनी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा एवं अन्य चेहरे का विकल्प था। और इस पोल पर वोट करके लोनी के अगले विधायक को चुनने का विकल्प लोगों को एक माह के लिए दिया गया था यानी कि 30 दिन तक उस पोल पर वोट करके लोग अपना मनपसंद विधायक (पोल के मुताबिक) चुन सकते थे। लेकिन उस पोल पर केवल 22 घंटे में ही मनोज धामा ने अन्य प्रतिद्वंदीयों को पछाड़ते हुए सबसे अधिक 424 वोट प्राप्त किए, जबकि दूसरे नंबर पर लोनी के वर्तमान विधायक नंदकिशोर गुर्जर 397 वोट मिले वहीं 194 वोट के साथ पूर्व विधायक जाकिर अली चौथे नंबर पर पूर्व विधायक मदन भैया 177 वोट पर और अन्य चेहरे को 111 मत प्राप्त हुए


इसी प्रकार  टोटल वोट 1303 हुए। जब मनोज धामा कि बढ़त की बात विपक्षियों को पता चली तो उन्होने तुरंत ही पुलिस कार्रवाई की धमकी देकर 30 दिन के पोल को एक ही दिन में बंद करा दिया।



चुंधिया गई आंखें, झेलनी पड़ी फज़ीहत

चिकन बिरयानी खाकर चुंंधिया गई आंखें,सहमति के बाद झेलनी पड़ी फजीहत

ग्राम पंचायत में ग्राम सभा की भूमि को आसमान निगल गया या चट कर गई मशीनरी

भूमाफियाओं द्वारा प्लाटिंग कर बनाई गई कॉलोनियों मे संघर्ष के बाद मिलती है,सरकारी सुविधाएं

 

मुजफ्फरनगर। आगामी जिला पंचायत चुनाव को लेकर भूमाफिया के आवास पर शुक्रवार एक पंचायत हुई,जिसमें गांव के प्रधानों सहित सभासद भी रहे मौजूद आगामी ग्राम पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों ने भी चिकन बिरयानी खाकर जताई सहमति पंचायत मे जिला पंचायत चुनाव के सदस्य के नाम पर लगी मोहर कौन बनेगा करोड़पति राजनीति ने लिया नया मोड़,

मुजफ्फरनगर। प्राप्त समाचार के अनुसार सदर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत शहाबुद्दीनपुर मे भूमाफिया के आवास पर तत्कालीन सभासद पूर्व ग्राम प्रधान सहित ग्राम प्रधान पति के लव लक्सर के साथ-साथ बीडीसी मेंबरों की पंचायत हुई,भू माफियाओं द्वारा बुलाई गई मीटिंग मे आगामी जिला पंचायत चुनाव मैं प्रत्याशी के नाम का चयन हुआ और चिकन बिरियानी खाकर आगामी ग्राम पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों एवं बीडीसी मेंबर सहित ग्राम प्रधान पति भी आगामी जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी के नाम से सहमत हो गए हैं। दूसरी ओर भू माफियाओं की टोली से वार्ड 5 के जिला पंचायत सदस्य पति ने किनारा कर लिया है।

पंचायत के बुलावे पर दावत मै गए एक व्यक्ति(रोलू) ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नगर पालिका से सटी शहाबुद्दीन पुर ग्राम पंचायत मैं आगामी चुनाव की तैयारियों के लिए पक्ष विपक्ष के सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया जिसमें चिकन बिरयानी खिलाकर आगामी जिला पंचायत चुनाव लड़ाने के लिए प्रत्याशी का नाम पेश किया गया जिस पर सहमति बन गई है।लेकिन ग्राम पंचायत प्रधान पद के प्रत्याशी के नाम करण को लेकर भूमाफियाओं द्वारा कुछेक लोगों से बंद कमरे मे गुप्तगू कर मामले को सुलझाने में कामयाब हो गए हैं।

*आखिर क्यो चाहत रखते और क्यो सत्ता में काबिज होना चाहते है इस ग्राम पंचायत से हो गए मालामाल*

(रोलू) ने बताया कि सदर क्षेत्र की ग्राम पंचायत शहाबुद्दीनपुर मे हुई पंचायत मैं जिला पंचायत सदस्य पद के नाम का तो निर्णय ले लिया गया है लेकिन आगामी ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर किसी के नाम की कोई सहमति नहीं बनी क्योंकि आगामी इस ग्राम पंचायत चुनाव के कई दावेदार चुनाव मैदान में आमने-सामने है। इस ग्राम पंचायत प्रधान पद पर कौन रहेगा इसका फैसला भू माफिया ही करते हैं क्योंकि इन भू माफियाओं द्वारा ग्राम सभा की भूमि को बंदरबांट करने में आसानी रहती है (रोलू) ने इसका जीता जागता उदाहरण देते हुए बताया कि कुछेक सालों मे अनेकों राजमिस्त्री,रिक्शा चालक, टायर पंचर एवं झोली से मूंगफली बेचने वाले आदि सरकारी संपत्तियों को भी बेचकर कुछेक सालों में देखते ही देखते यह भू माफियाओं की टोली करोड़पति बन गई हैं।यदि प्रशासन इनकी निष्पक्ष जांच कराए तो इनकी जन्म कुंडली का काला चिट्ठा उजागर हो जाएगा। भू माफियाओं की इस टोली मे कुछेक ऐसे लोग भी शामिल है जो जनता को घर मकान बनाने के नाम पर जमीन उपलब्ध करवाने के नाम पर ठगी करते रहते है जब जमीन के नाम पर ठगी की शिकायत अधिकारियों के यहां की जाती है तो यह पूरी मंडली इकट्ठा होकर अधिकारियों से सेटिंग गेटिंग कर मामले को रफा-दफा करवाने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं।(रोलू)ने बताया कि क्षेत्र में ऐसे कई पीड़ित व्यक्ति है,जो इनका शिकार हो चुके हैं।

क्षेत्र में युवक को जिंदा जलाने के प्रयास

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के बरौर थाना क्षेत्र में एक युवक को जिंदा जलाने के प्रयास किया गया। घटना देखकर लोगों में दहशत है। जानकारी के मुताबिक मामूली विवाद में मारपीटी के बाद एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के युवक पर केरोसिन डालकर आग लगा दी। युवक की हालत गंभीर हालत में हैलट कानपुर रेफर किया गया है।

क्या है मामला?

पुलिस फिलहाल आरोपियों की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि अवधेश और अशोक कुमार के बीच खेत में बनी सरकारी नाली को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। शुक्रवार को दोनों पक्षों में मारपीट होने पर अवधेश ने अशोक व उनके बेट समेत अन्य लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी, देर रात दोनों के बीच फिर विवाद बढ़ गया। अवधेश और अशोक पक्ष आमने सामने आ गए और मारपीट शुरू हो गई।

अशोक का आरोप है कि अवधेश समेत आठ लोगों ने उसके बेटे अन्नू को पीटने के बाद उसपर केरोसिन डालकर आग लगा दी। किसी तरह आग बुझाने के बाद अन्नू को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर गए, जहां से हैलट कानपुर रेफर कर दिया गया। सूचना पर गांव पहुंची पुलिस ने छानबीन के साथ ग्रामीणों से पूछताछ की। पुलिस को मौके से खाली केरोसिन की पिपिया पड़ी।

बरौर थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने बताया कि जांच में युवक को जिंदा जलाकर मारने के प्रयास की बात सामने आई है। अशोक की तहरीर पर आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके हमलावरों की तलाश की जा रही है।

सवालः क्या झूठ बोल रहें ग्रामीण-अध्यक्ष

सबसे बड़ा सवाल कि क्या झूठ बोल रहे हैं ग्रामीण और नगर पालिका अध्यक्ष


जांजगीर चाँपा से दीपक कुमार यादव की रिपोर्ट


जांजगीर चाँपा। चांपा पालिका अध्यक्ष जय थवाईत ने वार्ड नंबर 5 के राशन हितग्राहियों के लिखित शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन को अवगत कराते हुए संबंधित सोसायटी संचालक के खिलाफ समुचित जांच करने के लिए आवेदन प्रेषित किया गया था जिससे हम अपने भूरकुस मीडिया में प्रकाशित किया थाा। इस पर संज्ञान लेते हुए अधिकारी ने फूड इंस्पेक्टर व नायाब तहसीलदार को जांच के लिए प्रेषित किया था जांच अधिकारी के जाच पश्चात रिपोर्ट बड़ा ही चौकाने वाला सामने आया। पालिका अध्यक्ष के शिकायत को जांच अधिकारी ने निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है।अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या नगर पालिका अध्यक्ष और वार्ड के निवासी झूठ बोल रहे हैं ?


पालिका अध्यक्ष ने लगाया मिलीभगत का आरोप


गौरतलब है कि पालिका क्षेत्र चांपा के वार्ड नंबर 5 के सैकड़ों हितग्राहियों ने पालिका अध्यक्ष जय थवाईत को लिखित शिकायत किया था। ग्रामीणों ने शिकायत में आरोप लगाया कि वार्ड नंबर 5 के सोसायटी संचालक रूपनारायण सोनी के द्वारा राशन सामग्रियों को कम तौल कर तथा अधिक मूल्य वसूला जाता है । यही नहीं हितग्राहियों के साथ दुर्भावना पूर्वक दोयम दर्जे का बर्ताव किया जाता है। शिकायत की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पालिका अध्यक्ष के द्वारा इसकी शिकायत जिलाधिकारी सहित खाद्य विभाग को करते हुए समुचित जांच का आवेदन दिया गया था, जिस पर पहले तो जिला स्तर के अधिकारियों के द्वारा टालमटोल किया जाता रहा। लगातार समाचार पत्रों में सुर्खियों में आने के बाद जांच अधिकारी जांच करने की जरूरत समझा। जांच अधिकारी के द्वारा वार्ड में पहुंचकर एकतरफा जांच पड़ताल तथा कार्यवाही करते हुए की गई शिकायत को ही निराधार तथा गलत बताते हुए संबंधित उच्च स्तरीय अधिकारी को जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी।


ऐसी भी होती है जांच…


इसमें पालिका अध्यक्ष जय थवाईत एवं वार्ड वासियों के शिकायत को निराधार एवं गलत बता दिया गया। इस बात की जानकारी सामने आने पर पालिका अध्यक्ष के द्वारा इसकी शिकायत उच्च स्तर पर करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा खाद्य विभाग के मंत्री तक उच्च स्तरीय शिकायत करने की बात कही गई है। अब देखना होगा कि पालिका अध्यक्ष एवं वार्ड वासियों की शिकायत को उच्च स्तर पर किए जाने के बाद किस प्रकार की क्या कार्यवाही होती है ?
जबकि राशन हितग्राहियों एवं वार्ड वासियों ने अपने कथन बयान में जांच अधिकारी पर आरोप मरते हुए एकतरफा कार्यवाही करके जांच प्रस्तुत करने का आरोप लगाया गया है ।और उन्होंने एक स्वर में कहा कि इसकी शिकायत उच्च स्तर पर करके आगे कार्यवाही के लिए हम तत्पर रहेंगे।


भाई ने मारी अपने भाई को गोली, मौत

स्लग - भाई ने मारी भाई को गोली हुई मौत 

 

बंटवारे को लेकर भाई बना भाई दुश्मन कर दिया रिश्तों का खून

 

बुलंदशहर। बुलंदशहर के खुर्जा में पिता के मृत्यु के चंद दिन बाद ही घर के बंटवारे को लेकर बड़े भाई ने अपने छोटे भाई में गोली मार दी, भाई की उपचार के दौरान एक निजी अस्पताल में मौत हो गई,पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

वी ओ - मृतक सलीम का परिवार रो रो कर अपनी कहानी बता रहा है इस महिला का कहना है कि अभी 15 दिन पहले दोनों के पिता की मृत्यु हो गई थी। पिता की मृत्यु के बाद से ही दोनों भाई चमन और सलीम आपस में घर के बंटवारे को लेकर लड़ने लगे आज सुबह भी इसी बटवारे को लेकर घर पर विवाद हुआ तो बड़े भाई चमन ने छोटे भाई सलीम को गोली मार दी घटनास्थल पर शोर मच जाने पर बड़ा भाई भाग निकला,और परिजनों ने घायल सलीम को गंभीर अवस्था में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई पुलिस ने तहरीर लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है,पुलिस ने आरोपी हत्यारे भाई चमन को भी गिरफ्तार कर लिया है।

 

रिपोर्ट वसीम अहमद सिद्दीकी

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...