डिप्रेशन सिर्फ वयस्कों को ही नहीं बल्कि बच्चों को भी प्रभावित करता है। बच्चे के दुखी रहने का ये मतलब नहीं है कि वो डिप्रेशन में लेकिन अगर बच्चा लगातार या बार-बार उदास रहता है या उसे लोगों से बात करने, स्कूल को काम करने या परिवार के लोगों से बात करने में हिचक महसूस हो रही है तो ये डिप्रेशन हो सकता है।
डिप्रेशन एक गंभीर बीमारी है लेकिन साथ ही इलाज भी उपलब्ध है। अगर आपको भी अभी तक लगता था कि बच्चों में डिप्रेशन नहीं हो सकता है जरा यहां बताई गई बातों पर गौर जरूर करें।
बच्चों में डिप्रेशन के लक्षण एवं संकेत
*चिड़चिड़ापन या गुस्सा आना, लगातार दुखी या निराशा महसूस होना
*लोगों से बात करना बंद कर देना
*रिजेक्ट होने का डर रहना, भूख कम या ज्यादा लगना
*ज्यादा या कम नींद आना
*रोने का मन करना, ध्यान लगाने में दिक्कत होना
*थकान और एनर्जी कम महसूस होना
*पेट दर्द या सिरदर्द रहना
*कुछ भी काम करने का मन न करना
*मन में एक अपराधबोध महसूस होना
*सुसाइड करने या मरने के विचार आना
बच्चों में डिप्रेशन क्यों होता है
कई बच्चों को स्कूल में दूसरे बच्चों द्वारा बहुत ज्यादा तंग किए जाने पर डिप्रेशन हो सकता है। स्कूल में बच्चे को बुली किए जाने पर उसके आत्म-सम्मान में कमी आती है और लगातार स्ट्रेस में रहने की वजह से वो डिप्रेशन की स्थिति में पहुंच जाता है। वहीं बार-बार पड़ रहे किसी दबाव के कारण भी बच्चा इस स्थिति में पहुंच सकता है। अब ये प्रेशर पढ़ाई का भी हो सकता है और किसी अन्य चीज का भी।
परिवार में डिप्रेशन की हिस्ट्री
जिन बच्चों के परिवार में किसी सदस्य को डिप्रेशन हुआ हो, उनमें बाकी बच्चों की तुलना में डिप्रेशन में जाने का खतरा ज्यादा रहता है। वहीं ऐसा जरूरी नहीं है कि जिन बच्चों की अवसाद की फैमिली हिस्ट्री न हो, उन्हें कभी डिप्रेशन हो ही नहीं सकता है। अगर आपको लग रहा है कि आपके बच्चे में अवसाद का खतरा है तो जरा करीब से उसके काम, भावनाओं और व्यवहार पर ध्यान दें।
जीवनशैली में बदलाव
वयस्कों की तरह बच्चे इतनी जल्दी बदलावों को स्वीकार नहीं कर पाते हैं। नए घर या स्कूल में जाना, पैरेंट्स का तलाक देखना या भाई-बहन या दादा-दादी का बिछडऩा, ये सभी चीजें बच्चे के दिमाग पर नकारात्मक असर डालती हैं। अगर आपको लग रहा है कि इन चीजों की वजह से आपका बच्चा प्रभावित हो रहा है तो जितना जल्दी हो सके, उससे इस बारे में बात करें। यदि किसी हादसे के बाद बच्चे के व्यवहार में बदलाव दिख रहा है तो आपको तुरंत डिप्रेशन की पहचान कर उसका इलाज शुरू करवा देना चाहिए।
केमिकल असंतुलन
कुछ बच्चों में शरीर के अंदर रसायनों के असंतुलन के कारण अवसाद हो जाता है। हार्मोनल बदलाव और विकास होने के कारण ये असंतुलन हो सकता है लेकिन ऐसा अपर्याप्त पोषण या शारीरक गतिविधियां कम करने की वजह से भी हो सकता है। बच्चे का विकास ठीक तरह से हो रहा है या नहीं, इसकी जांच के लिए नियमित चेकअप करवाते रहें।
शुक्रवार, 5 जून 2020
बच्चों में डिप्रेशन के लक्षण और संकेत
अब एक्शन आइकन बनेगी 'जैकलिन'
मुंबई। बॉलीवुड में जैकलीन फर्नांडीज को 11 साल हो गए हैं। अभिनेत्री ने 2009 में अलादीन के साथ बॉलीवुड में कदम रखा था। वो कहती हैं कि अब तक निभाई हर भूमिका से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है और उन्हें उम्मीद है कि एक दिन वो एक्शन आइकन बनेंगी। इन वर्षों में जैकलीन ने किक, मर्डर 2, ढिशुम, जुड़वा 2 और रेस 3 जैसी फिल्मों में अभिनय किया है। वह खुद को खुशकिस्मत मानती हैं कि उन्हें फिल्म उद्योग में कुछ बेहतरीन काम करने का मौका मिला।
जैकलीन ने बताया, मेरे अब तक के करियर में मुझे इंडस्ट्री के जाने-माने लोगों के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है – चाहे वह निर्देशक हों या अभिनेता। इसके अलावा मुझे कुछ अलग, रोमांचक और चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं करने का अवसर भी मिल चुका है। मैंने अब तक की हर भूमिका और फिल्म के साथ बहुत कुछ सीखा है, जिसने मुझे एक कलाकार और एक व्यक्ति के रूप में विकसित होने में मदद की है।
उन्होंने आगे कहा, मुझे अच्छा काम करने की उम्मीद है और हर प्रोजेक्ट के साथ मैं अलग-अलग चीजें सीखना और अनुभव लेना चाहती हूं। पिछले कुछ सालों में जैकलीन ने थ्रिलर, एक्शन, ड्रामा और कॉमेडी जैसी अलग-अलग शैलियों की फिल्मों में अभिनय किया है, लेकिन वह एक एक्शन स्टार बनने की ख्वाहिश रखती हैं।
जैकलीन ने कहा, मुझे खुशी है कि मैंने कई शैलियों के साथ प्रयोग किया और उतने ही उत्साह से आगे भी कई और शैलियों की फिल्मों में अपने हाथ आजमाने के लिए तैयार हूं। निश्चित रूप से मैं एक्शन का भरपूर आनंद लेती हूं और एक दिन एक्शन आइकन बनने की उम्मीद करती हूं।
जैकलिन ने हाल ही में वेब श्रृंखला मिसेज सीरियल किलर में अपना डिजिटल डेब्यू किया और डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर एक ऑनलाइन नृत्य प्रतियोगिता – होम डांसर का शुभारंभ किया है।
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मास्क लगाने से निकलते हैं मुंहासे
कोरोनावायरस से बचने के लिए फेस मास्क लगाना हर किसी के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। आज आप जहां भी नजर घुमाएंगे लोग मास्क और ग्लव्स पहने हुए ही नजर आएंगे। दिनभर मास्क लगाए रखने के कारण कई लोगों को एक्ने, मुंहासे और रैशेज की समस्या पैदा होने लग गई है। मास्क टाइट होने की वजह से कई लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतें आ रही हैं।
हम सभी जानते हैं कि मास्क हमारी सेफ्टी के लिए बनाए गए हैं। मगर त्वचा अगर ढंग से सांस न ले पाए तो आपको उसके लिए आपको कुछ जरूरी कदम भी उठाने होंगे। मास्क पहनने के दौरान जाने-अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो हमारी स्किन के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो रही हैं। यहां जानें अगर मास्क के कारण आपका चेहरा पिंपल्स और एक्ने से भर गया है तो क्या करें…
मास्क लगाने से क्यों निकलते हैं एक्ने
मास्क आपकी त्वचा में नमी, पसीना, तेल और गंदगी को फंसा देता है। जिसके परिणामस्वरूप चेहरे पर लाल रंग के धब्बे, एक्ने, मुंहासे, सूजन, रैशेज आदि के साथ ही रक्त वाहिकाओं पर भी खराब प्रभाव पड़ता है। इन परेशानियों से बचने के लिए, आपको अपनी त्वचा की देखभाल करनी होगी। साथ ही आप किस तरह का मास्क पहन रही हैं, उस पर ध्यान देना होगा।
मुंहासों से बचने के लिए करें ये काम
बहुत सी महिलाएं मेकअप की आदी होती हैं, लेकिन मास्क के अदंर मेकअप लगाने का कोई तुक नहीं बनता। मेकअप लगाने से चेहरे में ऑक्सीजन का सर्कुलेशन रुक जाता है। हमारी स्किन ठीक प्रकार से सांस नहीं ले पाती है, जिससे मुंहासों के साथ इंफेक्शन होने का भी डर रहता है।
लगाएं लाइटवेट सनस्क्रीन और क्रीम
सूरज की तेज धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन लगाना बेहद जरूरी है। लेकिन कोशिश करें आपकी सनस्क्रीन वॉटर बेस्ड हो, जो पसीने और ऑयल को कंट्रोल कर सके।
लगाएं हल्का मॉइस्चराइजर
अपनी स्किन पर क्रीम आदि लगाने से बचें, क्योंकि गर्मी के कारण आपकी स्किन ऑयली हो सकती है। क्रीम की जगह पर स्किन पर एक लाइट वेट मॉइस्चराइजर लगाएं। त्वचा विशेषज्ञ के अनुसार, चेहरे पर एंटी-इंफ्लेमेटरी युक्त मॉइस्चराइजर लगाया जाना चाहिए जिसमें नियासिनमाइड जैसे तत्व शामिल हों। यह चेहरे पर तेल नहीं आने देते और स्किन की नमी को सील करते हैं।
मास्क हटाने के बाद लगाएं ये चीज
मास्क उतारने के बाद अपने चेहरे को अच्छी तरह से फेस वॉश से धोएं। वहीं, अगर मास्क पहनने से आपकी स्किन पर मुंहासे या रैशेज हो गए हैं, तो मास्क को उतारने के बाद स्किन पर पेट्रोलियम जेली लगाएं।
मास्क को धोना न भूलें
खुद को वायरस और अपनी स्किन को मुंहासों से बचाने के लिए अपना पहना हुआ मास्क दिन में एक बार जरूर धोएं। इससे उसमें जमा हुआ पसीना और गंदगी निकल जाएगी। अगर आप एक ही मास्क रोज पहनेंगी तो आपकी स्किन पर मुंहासे और एक्ने की समस्या बढ़ सकती है। आप इसे घर पर ही एक सौम्य डिटर्जेंट के उपयोग से धो सकती ।
दिल्ली मेट्रो के 20 कर्मचारी संक्रमित
अकाशुं उपाध्याय
नई दिल्ली। देशव्यापी अनलॉक के पहले चरण का आज पांचवां दिन है। जहां लगभग साठ से ज्यादा दिनों के लॉकडाउन के बाद कोरोना के संक्रमण की गति धीमी होनी चाहिए थी, वहीं अब दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सिर्फ दिल्ली में ही संक्रमितों की संख्या 25 हजार के पार चली गई है। वहीं गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद का भी हाल कुछ ठीक नहीं है। इसी बीच अब दिल्ली-एनसीआर और पूरे देश में पूजा स्थलों को खोलने की तैयारी हो रही है। दिल्ली बॉर्डर आज भी सील हैं जिसके चलते लोगों को दिल्ली-एनसीआर के बीच यात्रा करने में परेशानी हो रही है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के 20 कर्मचारी संक्रमित
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के 20 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से किसी में भी कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं है। बताया जा रहा है कि इन सभी का इलाज चल रहा है और ये ठीक हो रहे हैं। एम्स में भर्ती एक मरीज ने की खुदकुशी एम्स में देर रात 25 वर्षीय एक युवक ने खुदकुशी कर ली। युवक हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट में एडमिट था और बिहार के गोपालगंज का रहने वाला था। युवक को ऑटो इम्यून बीमारी थी, कोरोना था या नहीं ये अभी पता नहीं चल सका है।
फरीदाबादः रेलवे स्टेशन पर टिकट बुक कराने के लिए एक-दूसरे से चिपक कर खड़े लोग
ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के आरक्षण केंद्र पर यात्री एक-दूसरे से चिपक कर टिकट बुकिंग करवाने के लिए खड़े हैं। इस दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। इस दौरान यहां कोई सुरक्षाकर्मी भी मौजूद नहीं है।
दिल्ली की सीमाओं पर आज भी लगा चेकिंग के चलते जाम
दिल्ली से सटी नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद की सीमाओं पर आज भी चेकिंग के चलते जाम लगा है। सीमा पर लोगों के पास या पहचान पत्र देखकर ही आवागमन की अनुमति दी जा रही है, अन्यथा उन्हें लौटा दिया जा रहा है।
कालकाजी मंदिर में शुरू हुई साफ-सफाई, 8 जून से खुलेंगे धार्मिक स्थल
पूरे देश में आठ जून से धार्मिकस्थलों को खोल दिया जाएगा, जिसकी तैयारी हर जगह शुरू हो गई है। ऐसा ही कुछ दिल्ली के कालकाजी मंदिर में भी हो रहा है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि हम सरकार की सभी गाइडलाइन का पालन करेंगे, हम प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजेशन टनल भी लगा रहे हैं। भक्तों को मास्क लगाना जरूरी होगा और कोई प्रसाद नहीं चढ़ा सकता।
एक परिवार के 5 लोगों की 'आत्महत्या'
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में दिल-दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक ही परिवार के 5 लोगों के सुसाइड से हड़कंप मच गया है। पता चला है कि सुसाइड करने वालों में मां-बाप और उनके तीन बच्चे शामिल हैं। बच्चों में दो बेटियां और एक बेटा है। शुरुआती पूछताछ में परिवार के आर्थिक तंगी के चलते सुसाइड करने की बात सामने आ रही है। कोतवाली क्षेत्र के सफेदाबाद की ये घटना है। मौके पर पुलिस-प्रशासन जांच-पड़ताल में जुटा है।
नगर कोतवाली क्षेत्र के सफेदाबाद में ये घर है। यहां रहने वाले विवेक शुक्ला, उनकी पत्नी अनामिका, दो बेटियां पोयम शुक्ला (10 वर्ष), ऋतु शुक्ला (7 वर्ष) और बेटा बबल शुक्ला 5 वर्ष मृत पाए गए। आस-पड़ोस वालों के अनुसार परिवारवालों को दो दिन से किसी ने नहीं देखा था। शुरुआती जांच में पुलिस को ऐसा लग रहा है कि बच्चों की हत्या करने के बाद पिता ने आत्महत्या की है। वहीं मामले में एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें विवेक शुक्ला ने लिखा है कि आर्थिक तंगी के चलते वह यह कदम उठा रहा है। वह अपने परिवार को कोई सुख नही दे पाया।
उधारी की बात आई सामने
पता चला है कि शादी के बाद से ही विवेक अपने माता-पिता से ज्यादा बातचीत नहीं करता था। पहले वह मोबाइल का काम करता था, इसके बाद उसने कुछ और काम किए लेकिन सफल नहीं हो सका। इस दौरान उस पर उधारी काफी हो गई थी. दो दिन से परिवार घर से बाहर निकला था, वहीं एसी लगातार चल रहा था। आज सुबह जब विवेक की मां ने छत से कमरे के जंगले में झांककर देखा तो विवेक की फंदे से लटकी लाश दिखी। इसके बाद उन्होंने अपने दूसरे बेटे को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। भाई विनोद ने बताया कि उनका विवेक से बातचीत नहीं थी। विवेक की शादी के बाद से ही उनका उससे कोई लेना-देना नहीं था। विनोद ने बताया कि सुनने में आया है कि विवेक किसी कर्ज आदि को लेकर परेशान था। पुख्ता तौर पर वह कुछ नहीं कह सकते।
पीएम मोदी ने योगी को दी 'शुभकामनाएं'
लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 49वां जन्मदिन है. वह उन्होंने 48 वर्ष पूरे कर लिए हैं। जन्मदिन के मौके पर सीएम योगी ने गोरक्षनाथ बाबा को याद करते हुए ट्वीट किया है। वहीं सीएम योगी को जन्मदिन की बधाईयां देने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की बधाई दी है।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया है कि यूपी के मेहनती मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की शुभकामनाएं। उनके नेतृत्व में राज्य हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है। राज्य के लोगों के जीवन में बड़ा सुधार आया है। भगवान उन्हें लंबी और स्वस्थ जीवन दे।
उधर सीएम योगी ने ट्वीट कर गोरक्षनाथ बाबा को याद किया है।
उन्होंने लिखा है…
गगन मंडल मैं ऊंधा कूबा तहां अमृत का बासा।
सगुरा होइ सु भरि भरि पीवै निगुरा जाइ पियासा।
गोरखबानी
शिवावतारी गुरु श्री गोरक्षनाथ जी के चरणों में सादर प्रणाम.
नहीं मनाते जन्मदिन
बता दें सीएम योगी आदित्यनाथ कभी अपना जन्मदिन मनाते नहीं है। वह इस दिन भी अपनी दिनचर्या निभाते हैं। योगी होने के नाते भी वे इन सबसे दूर रहते हैं. दरअसल उत्तर प्रदेश के सीएम होने के साथ ही योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत भी हैं। आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। ये हिन्दू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं और इनकी छवि एक प्रखर राष्ट्ररवादी नेता की है।
उत्तराखंड में जन्म हुआ
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचुर गांव में हुआ। उनके पिता आनन्द सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे। हाल ही में उनके पिता का देहांत हुआ है. उनकी माता का नाम श्रीमती सावित्री देवी है। अपनी माता-पिता की 7 संतानों में 3 बड़ी बहनों और एक बड़े भाई के बाद आदित्यनाथ पांचवें थे।
भीषण सड़क हादसे में 9 लोगों की मौत
भोजपुर। उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ में शुक्रवार की सुबह हुए भीषण सड़क हादसे में हरियाणा से बिहार के भोजपुर लौट रहे नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे की है जब नवाबगंज थाना क्षेत्र के वाजिदपुर में ट्रक और स्कॉर्पियो की सीधी भिड़ंत में स्कॉर्पियो के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार नौ लोगों की मौत हो गई।
सड़क हादसे में शामिल पांच पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चे की मौत हो गई तो वहीं स्कॉर्पियो चालक की स्थिति गंभीर बनी हुई है। स्कॉर्पियो को गैस कटर से काटकर गाड़ी में फंसे मृतकों के शवों को बाहर निकाला गया है। जानकारी के मुताबिक ये सभी स्कॉर्पियो से हरियाणा से बिहार जा रहे थे।
जानकारी के मुताबिक ये सभी स्कॉर्पियो से हरियाणा के भिवाड़ी शहर से बिहार के भोजपुर जिला जा रहे थे। मृतकों में अभी तक दो शवों की पहचान हो पाई है। इसमें बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गोसाईगंज के रहने वाले नंदलाल (45) व उनकी पत्नी मीना देवी (38) थे। यह दोनों अपनी बेटी की सगाई के लिए गांव जा रहे थे। इस घटना में दो घायलों को गंभीर स्थिति में लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। इनके गांव के बहुत से लोग भिवाड़ी शहर में काम करते हैं। पुलिस द्वारा सूचना मिलते ही भोजपुर जिले से घरवाले घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
कहा जा रहा है कि प्रतापगढ़ के नबाबगंज के वाजिदपुर गांव के पास हाईवे पर भीषण बारिश के चलते कंटेनर ट्रक और स्कार्पियो कार में आमने-सामने टक्कर हो गई, जिससे ये हादसा हुआ है। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि स्कार्पियो पूरी तरह से ट्रक के अंदर घुसी और जाकर उसमें फंस गई और उसमें सवार नौ लोगों की स्कॉर्पियो में ही मौत हो गई।
एम्स अस्पताल करोना की जद में आया
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।अगर इस समय देश में कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो मामले दो लाख 26 हजार के पार हो गए हैं और 6 हजार 338 की एक एक बड़ी संख्या में संक्रमितों की मौत हो चुकी है।आपको बतादेंकि, देश का जो कोरोना ग्राफ बढ़ा है और बढ़ रहा है इसमे सबसे ज्यादा योगदान राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र का है क्योंकि यहीं से कोरोना के सबसे ज्यादा केसों का उत्पादन हो रहा है।बात करें अगर दिल्ली के कोरोना केसों की तो यहां अबतक 25 हजार के पार केस पहुँच गए हैं।
वहीं, सबसे खतरनाक खबर तो यह है कि देश का सबसे बड़ा हॉस्पिटल दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) कोरोना की जद में आ गया है।ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है।एक रिपोर्ट के अनुसार, यहां 480 के करीब लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।जिनमें कर्मचारी और उनके संबंधी शामिल हैं।AIIMS में दो फैकल्टी मेंबर, 17 रेजीडेंट डॉक्टर, 38 नर्सिंग स्टाफ, 74 सिक्योरिटी स्टाफ, 75 हॉस्पिटल अटेंडेंट, 54 स्वच्छता स्टाफ, 14 लैब टेक्निशियन/ओटी स्टाफ, 13 डीईओ और 193 अन्य लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।मसलन, कोविड का संक्रमण एम्स स्टाफ के आयुर्विज्ञान नगर के रेजिडेंशल कैंपस तक पहुंच गया है।
एम्स में अब जांच के लिए लंबी लंबी लाइन लगनी शुरू हो गई है। औसतन हर रोज एक सौ से ज्यादा स्टाफ और उनके परिजन जांच के लिए पहुंच रहे हैं।
अबतक तीन की मौत भी…
अबतक एम्स में स्वच्छता हेड समेत तीन कर्मियों की कोरोना से मौत हो चुकी है। बतादेंकि अस्पताल में काम की हालत में सुधार की मांग को लेकर AIIMS की नर्स यूनियन द्वारा प्रदर्शन भी किया जा चुका है।
एम्स ने बढाया परिक्षण…
एम्स ने अपना परीक्षण बढ़ा दिया है।एम्स ने अब वॉर्डों में प्रवेश से पहले और ओटी से पहले अधिकांश रोगियों का परीक्षण शुरू कर दिया है। एक नया रैपिड परीक्षण, जिसे सीबीएनएएटी कहा जाता है और जो दो घंटे में परिणाम देता है, अब एम्स में उपलब्ध है। इससे अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मचारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।इसकी सहायता से वार्ड में कई रोगियों में कोरोना का फटाफट पता लगाया गया है।
एम्स का कहना है कि परीक्षण के लिए नई मशीन आपातकालीन विभाग के लिए भी उपलब्ध है, ताकि आपातकालीन रोगियों का परीक्षण किया जा सके। एम्स ने कहा उसके पास अपने कर्मचारियों के लिए सारी व्यवस्थाएं हैं व उनकी देखभाल के संसाधन हैं।
संक्रमणः राज्य सरकार की चिंता बढ़ाई
राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अनुसार राज्य में कोरोना को नियंत्रित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है लेकिन पिछले तीन दिनों में जो हुआ है वह कुछ और ही स्थिति को दर्शा रहा है।दरअसल, राज्य में जहां बीते मंगलवार को 296, बुधवार को कोरोना के 302 मामले सामने आए तो वहीं गुरुवार को तो पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए कोरोना के केस 327 पहुंच गए और एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत भी हुई।फिलहाल, एकदम से इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मामलों मे उछाल होना चिन्तामयी है।
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में बढ़ते केस बढ़ा रहे राज्य का कोरोना ग्राफ…
देश की राजधानी दिल्ली का तो कोरोना से काफी बुरा हाल है साथ ही इसके नजदीक स्थित अन्य राज्य के इलाकों में भी ऐसा ही कुछ हाल है।दिल्ली से सटा हरियाणा राज्य का गुरुग्राम कोरोना की काफी मार झेल रहा है।स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार गुरुग्राम में
गुरुवार को कोविड-19 के 215 नए मामले सामने आने के बाद जिले में संक्रमण कुल मामले बढ़कर 1,410 हो गए हैं।इसी के चलते राज्य में एक दिन में एकदिन में सबसे ज्यादा केस काउंट हुए हैं।गुरुवार को गुरुग्राम से आये कोरोना केसों के अलावा नए मामलों में से 35 मामले फरीदाबाद से, 12 भिवानी, 11 रेवाड़ी, 8-8 करनाल और हिसार, 7 पलवल, 4 नूंह, 3-3 नारनौल और कैथल, 2-2 झज्जर और फतेहाबाद, एक-एक सिरसा, जींद और अंबाला के हैं। वहीं, रोहतक में संक्रमण के 13 नए मामले सामने आए हैं। रोहतक में ही हरियाणा में कोविड-19 नियंत्रण के नोडल अधिकारी डॉक्टर ध्रुव चौधरी और उनकी पत्नी व बेटी भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
राज्य में अबतक कोरोना के मामले 3000 के पार…
राज्य में संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा 3,000 की संख्या को पार कर गया।संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा 3,281 पहुंच गया है।राज्य में अबतक 24 लोगों की मौत के साथ राज्य में 2134 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 1123 मरीज अभी तक ठीक हो चुके हैं।
वहीं, राज्य में संक्रमण के मामलों के दोगुने होने की अवधि 6 दिन जबकि संक्रमण से उबरने की दर घटकर 34.24 प्रतिशत हो गई है।
पेड़ बचाने के लिए 300 लोगों का बलिदान
नई दिल्ली। आज पूरे विश्व में पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। इस बीच लोग सोशल मीडिया में विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई दे रहे हैं। वहीं आपको यह भी जानना चाहिए कि राजस्थान में पेड़ों को बचाने के लिए 300 लोगों ने बलिदान दे दिया।
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज इन बलिदानों को याद किया। मंत्री ने कहा कि भारत की संस्कृति इस तरह की है कि पेड़ न कटें इसके लिए राजस्थान में 300 लोगों ने बलिदान दिया था। प्रकृति के साथ हमारा जीवन है। पेड़, प्राणी, जलचर, वनचर, पशु, पक्षी दुनिया की सब प्रजातियां हमारे जीवन का हिस्सा हैं।
भारत की संस्कृति इस तरह की है कि पेड़ न कटें इसके लिए राजस्थान में 300 लोगों ने बलिदान दिया था। प्रकृति के साथ हमारा जीवन है। पेड़, प्राणी, जलचर, वनचर, पशु, पक्षी दुनिया की सब प्रजातियां हमारे जीवन का हिस्सा हैं: प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री
अर्बन फोरस्ट प्रोग्राम लॉन्च करने का फैसला
मंत्री ने बताया कि आगे हमारे यहां ग्रामीण इलाकों में तो जंगल हैं लेकिन शहरी इलाकों में बहुत जंगल नहीं हैं। हमने आज अपने 200 निगम शहरों में ‘शहरी वन कार्यक्रम (अर्बन फोरस्ट प्रोग्राम)’ लॉन्च करने का फैसला किया है।
नहर में एक ही परिवार के 4 शव मिलेंं
सिरसा। दिल को दहला देने वाली एक खबर सामने आई है। सिरसा के गॉव रूपावास की नोहर फीडर नहर से कल देर शाम एक ही परिवार के 4 लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। इन लोगों में एक पुरुष, एक महिला व दो बच्चे शामिल हैं। जानकारी के अनुसार चारो शवों के हाथ आपस मे एक ही दुपट्टे से बंधे हुए पाए गए। सूचना मिलते ही जमाल पुलिस चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे और शवों को अपने कब्जे में लेकर सिरसा के सरकारी अस्पताल भिजवाया।फिलहाल मरने वालों की पहचान नही हो पाई है। पुलिस भी अपनी कार्रवाई में जुटी हुई है आगे की कार्रवाई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही कि जाएगी। सिरसा के डीएसपी ने बताया कि कल देर शाम नोहर फीडर नहर से 4 शव मिले हैं। इस बात की सूचना मिलने पर जमाल चौकी प्रभारी मोके पर पहुंचे और शवों को कब्जे लेकर जांच शुरु कर दी। उन्होंने बताया कि अभी तक शवों की पहचान नही हो पाई है जिसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं। जैसे ही शवों की शिनाख्त होगी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आएगी आगे की कार्रवाई उसी के अनुसार की जाएगी। फिल्हाल ये पता नहीं चल पाया है कि उन चारों की हत्या की गई है या उन्होनें आत्महत्या की है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है
पृथ्वी के नजदीक से गुजरेंगे 8 एस्टेरॉयड
अमेरिका। प्रकृति और परमात्मा जब मानव जीवन पर एक साथ प्रहार करें तो वर्तमान परिदश्य की कल्पना ऐसे ही जो अभी चरितार्थ है ! कोरोना महामारी (Coronavirus), चक्रवाती तूफान और भूकंप जैसी आपदाओं का सामना कर रहे लोगों के सामने एक और चुनौती आने वाली है। आज यानि की 5 जून से लेकर इस सप्ताह के अंत तक पृथ्वी के पास से कई एस्टेरॉयड्स (Asteroids) गुजरने वाले हैं। इसमें से कुछ बहुत छोटे हैं, लेकिन कुछ इतने बड़े हैं, जिसका आकार पता लगा पाना भी मुश्किल है, 5 और 6 जून के बाद 7 जून की दोपहर को 12.03 पृथ्वी के पास से एस्टेरॉयड 2020केए7 गुजरेगा। इसकी गति 26,424 किलोमीटर प्रति घंटा है !
महज एक घंटे के भीतर ही 7 जून को ही दोपहर 12.45 बजे पृथ्वी के बगल से एस्टेरॉयड 2020 केके3 गुजरेगा। यह धरती से करीब 68.02 लाख किलोमीटर की दूरी से निकलेगा। हालांकि इन एस्टेरॉयड का पृथ्वी के पास से गुजरने पर क्या असर होगा इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है, इसकी रफ्तार 12.66 किलोमीटर प्रति सेकेंड होगी। सीएनईओएस के मुताबिक ये एस्टेरॉयड पृथ्वी के पास से 61 लाख किलोमीटर दूर से निकलेगा। सुबह के अलावा 5 जून को शाम 5.41 बजे एस्टेरॉयड 2020 केए6 धरती से 44.13 लाख किलोमीटर की दूरी से निकलेगा। इसकी रफ्तार 41,652 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, इन Asteroids के लिए अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। नासा ने कहा है कि इनमें से 8 नीयर अर्थ ऑबजेक्ट्स (NEOs) धरती के बगल 5 जून से इस सप्ताह तक निकलेंगे। इस बारे में जानकारी देते हुए सेंटर फॉर नीयर अर्थ ऑबजेक्टस स्टडीज (CNEOS) ने कहा है ! नासा के अनुसार ये एस्टेरॉयड का व्यास 570 मीटर होगा। अन्य शब्दों में कहा जाए तो ये लगभग 5 फुटबॉल के मैदान के बराबर होगा !
जासूसी में दो पाक अधिकारी निष्कासित
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में भारत से निष्कासित किए जाने के मद्देनजर पड़ोसी देश के साथ तनाव बढ़ने से रोकने के लिए ‘संयम बरतते हुए प्रतिक्रिया’ दी। उल्लेखनीय है कि भारत ने यहां पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में रविवार को देश में निषिद्ध करते हुए उन्हें 24 घंटे के अंदर देश छोड़कर जाने का आदेश दिया था। नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया था आबिद हुसैन और मोहम्मद ताहिर नाम के अधिकारियों को दिल्ली पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वे रुपयों के बदले एक भारतीय नागरिक से भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठानों से संबंधित संवेदनशील दस्तावेज हासिल कर रहे थे।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आइशा फारुकी ने कहा, ‘पाकिस्तान की तनाव बढ़ाने की कोई मंशा नहीं है। हमने संयम बरतते हुए प्रतिक्रिया दी है। हालांकि राजनयिक नियमों का उल्लंघन क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा है।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस (हिंदी-दैनिक)
जून 06, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-298 (साल-01)
2. शनिवार, जूूून 06, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- पूर्णिमा, विक्रमी संवत 2077।
4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:21।
5. न्यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-37+ डी.सै.।
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गुरुवार, 4 जून 2020
खून पीने वाली किलनी-पिस्सू से हडकंप
मास्को। जानलेवा कोरोना वायरस से जूझ रहे रूस में एक नई मुसीबत कहर बरपा रही है। रुस में अब खून पीने वाली किलनी या पिस्सू ने हडकंप मचा दिया है। जानवरों के शरीर पर जिंदा रहने वाले पिस्सू ने रूस में इतने ज्यादा लोगों को काटा है कि अस्पतालों से वैक्सीन ही खत्म हो गई है। रूस के सुदूरवर्ती इलाके साइबेरिया में किलनी के काटने के मामले में 428 गुना की बढ़ोत्तरी देखी गई है। इन किलनियों के काटने से इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी हो सकती है।
वर्ष 2015 में इंसेफेलाइटिस से 1,50,000 लोग मारे गए थे। किलनियों ने यह आतंक ऐसे समय पर मचाया है जब कई हॉस्पिटल कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों से भरे हुए हैं। इन मरीजों को न तो दवा मिल पा रही है और न वैक्सीन। मध्य रूस के करास्नोयरस्क इलाके में किलनी के काटने के 8,215 मामले सामने आए हैं। इसमें 2125 बच्चे हैं। करास्नोयरस्क शहर में प्रत्येक एक वर्गकिलोमीटर इलाके में किलनी के काटने के 214 मामले सामने आए हैं। साइबेरिया में किलनी के काटने के कई मामले सामने आए हैं।
बताया जा रहा है कि यह पिस्सू लगातार इंसानों पर हमले कर रहा है। बताया जा रहा है कि कम ठंड की वजह से साइबेरिया इलाके में पिस्सुओं का आतंक बढ़ गया है। यह पिस्सू संक्रामक एजेंट्स को ले जाने में सक्षम है। कोरोना काल में पिस्सू के काटने से लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि हरेक बार पिस्सू के काटने पर उसे डॉक्टर को दिखाना बेहद जरूरी होता है। पिस्सुओं के काटने पर दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक किलनी के मामलों की यह संख्या बेहद असामान्य है। इस बीच वैज्ञानिकों ने कथित रूप से यह पता लगाया है कि यह किलनी मकड़ी का एक म्यूटन्ट रूप है जो रूस में पाए जाने वाली किलनी का सबसे खराब किलनी में से एक है। इन घातक किलनियों के काटने के इतने ज्यादा मामले साइबेरिया से आ रहे हैं कि अस्पतालों में वैक्सीन और दवाएं खत्म हो गई है।
वायरसः किसी चीज को हाथ नहीं लगाना
कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में दो महीने बाद काफी ढील दी जा रही है। सरकार का प्रयास है कि लोगों को अपनी जरूरत का सामान मिल सके और जरूरी नियमों का पालन करते हुए देशवासी स्वस्थ भी रहे। यहां जानें कि अगर आप शॉपिंग करने जा रहे हैं तो आपको किन चीजों को हाथ नहीं लगाना है…
ऐसा तो कर सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं!
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए और लगातार बढ़ते केसेज की संख्या को देखते हुए, हम इस समय कपड़े, जूलरी,कॉस्मेटिक या डेकोरेटिव आइटम खरीदने से तो बच सकते हैं। लेकिन किचन का सामान ऐसी जरूरत है, जिसे चाहकर भी अनदेखा नहीं किया जा सकता।
-इसलिए इन चीजों की खरीदारी करने तो आपको किराना स्टोर, ग्रॉसरी स्टोर और शॉप्स पर जाना ही होगा। यहां जानिए कि जब भी आप ये सब सामान खरीदने किसी स्टोर पर जाएं तो आपको किन-किन चीजों को हाथ नहीं लगाना है…
बास्केट और कार्ट्स ना छुएं
जब भी सामान लेने के लिए स्टोर जाएं तो आप वहां रखी शॉपिंग बास्केट्स और कार्ट्स का उपयोग करने से बचें। बेहतर होगा कि आप घर से ही अपना शॉपिंग बैग लेकर जाएं और उसी का उपयोग करें।
-यदि आपको बड़ा सामान खरीदना है या सामान की मात्रा अधिक है तो इस स्थिति में भी आप शॉपिंग बास्केट का उपयोग बिल्कुल ना करें। आप कार्ट को सैकेंड ऑप्शन के रूप में चुन सकते हैं। संभव हो तो इसके हैंडल को हाथ लगाने से पहले सैनिटाइज कर लें।
क्यों नहीं छूनी है बास्केट?
-अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर शॉपिंग सेंटर या ग्रॉसरी स्टोर में रखा कार्ट छू सकते हैं तो बास्केट क्यों नहीं? तो इसकी वजह यह है कि बास्केट का उपयोग करने के बाद उन्हें सही तरीके से सैनिटाइज किया जाना संभव नहीं है।
हर दिन बास्केट के हैंडल को सैनिटाइज करना या हर कस्टमर के उपयोग करने के बाद हर बास्केट को सैनिटाइज किया जाना ग्रॉसरी स्टोर मैनेजमेंट के लिए भी संभव नहीं है। जबकि कार्ट्स के हैंडल को सैनिटाइज करना तो खुद आपके लिए भी आसान है। क्योंकि मार्केट जाते समय आपको सैनेटाइजर तो अपने साथ लेकर जाना ही है।
स्टोर जाने से पहले ध्यान रखें ये बातें
-स्टोर जाने से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आप अपने साथ एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड लेकर जा रहे हों। जितना संभव हो सके कैश में लेन-देन करने से बचें।
-मार्केट जाने से पहले जरूरी सामान की लिस्ट बनाकर ले जाएं और स्टोर रूम में काउंटर पर उस सामान की उपलब्धता जानने के बाद ही आगे बढ़ें। इससे आपका समय भी नष्ट नहीं होगा और आप लोगों के गैरजरूरी संपर्क से भी बचे रहेंगे।
स्टोर से बाहर निकलते ही पहला काम
-सामान की खरीदारी करने के बाद ग्रॉसरी स्टोर से बाहर आते ही आपको सबसे पहले अपने हैंड सैनिटाइज करने हैं। ताकि अंदर खरीदारी के दौरान यदि आपके हाथों पर वायरस आ भी गया हो तो वो खत्म हो जाए।
-यदि संभव हो तो स्टोर से बाहर आने के बाद थोड़ी देर खुली हवा में सांस लें और खुद को मेंटली रिलैक्स करें। गर्मी बहुत अधिक है इसलिए अपने साथ लाए हुए पानी का सेवन करें। इससे शरीर को हाइड्रेट और इम्यून रखने में सहायता मिलेगी।
घर आने के बाद क्या करना है?
-घर आने के बाद आप सबसे पहले उन बैग्स को धुलने के लिए डाल दें, जिनमें आप सामान लेकर आए हैं। इसके बाद अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें और फिर लाए हुए सामान को सैनिटाइज करें। इसके लिए आप किसी अच्छी डिटर्जेंट या सैनिटाइजर का उपयोग कर सकते हैं।
-तैयार लिक्विड में कपड़ा भिगोकर बाहर से लाए गए सभी पैकेट्स को उससे अच्छी तरह साफ करें। इसके बाद सामान को अलमीरा या कंटेनर्स में रखने से पहले कम से कम 20 मिनट बाहर ही रखा रहने दें। क्योंकि कई बार वाइप करने के बाद भी कोरोना के संक्रमण को पूरी तरह खत्म होने में 10 से 15 मिनट का समय लग जाता है।
अब खुद की क्लीनिंग का नंबर
-यह सब सामान क्लीन करने के बाद बेहतर होगा कि आप स्नान कर लें। इसके बाद साफ कपड़े पहनें और कोई हेल्दी ड्रिंक या फूड लें। इससे शरीर की खर्च हुई एनर्जी वापस आएगी और आप खुद को मेंटली-फिजिकली रिलैक्स अनुभव कर पाएंगे।
निशानाः लॉक डाउन को असफल बताया
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए मार्च से लागू लॉकडाउन को फिर असफल बताया और कहा कि उन्हाेंने ऐसा लॉकडाउन कहीं नहीं देखा है, जहां इसे हटाने की घोषणा के बाद संक्रमितों की संख्या घटने की बजाय तेजी से बढ़ी है।
राहुल गांधी ने गुरुवार को बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज के साथ बातचीत में कहा कि लॉकडाउन सफल नहीं रहा है। यह बात वह पहले भी कहते रहे हैं कि इससे लोगों की तकलीफ बढ़ी है और कोरोना संक्रमण भी बढ़ा है। देश जिस उत्साह के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उतरा था उसमें सरकार की नीतियों के कारण सफल नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा “आप देखते हैं कि लॉकडाउन के बाद क्या हुआ है और यही कारण है कि मैं इसे एक असफल लॉकडाउन कहता हूं, यहां लॉकडाउन खुलने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है।” उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनिया ने सख्त लॉकडाउन देखा है। ऐसा सख्त लॉकडाउन विश्वयुद्ध के दौरान भी दुनिया को देखने को नहीं मिला। उस समय भी लोगों को घरों से निकलने की इजाजत थी लेकिन इस बार पूरी दुनिया को घरों में कैद रहने को मजबूर होना पड़ा लेकिन यह लॉकडाउन इस कड़ाई के बाद भी हमारे यहां असफल रहा है और कोरोना घटने की बजाय फैल रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इन विपरीत स्थितियों के बावजूद देश के समक्ष अपनी अर्थव्यवस्था की सुरक्षा की गंभीर जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा “हमें हर कीमत पर अपनी अर्थव्यवस्था की रक्षा करनी होगी। जिस किसी को भी सहयोग की जरूरत है उसे सहयोग दिया जाना चाहिए। यह एक रणनीति का दूसरा और बिल्कुल बुनियादी घटक है। जर्मनी, अमेरिका, कोरिया, जापान ने अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बहुत बड़े पैमाने पर पैसा डाला। हमें इसे बड़े व्यवसाय, छोटे व्यवसाय, मजदूर के रूप में नहीं हमारी अर्थव्यवस्था के रक्षण के रूप में देखना है।
8 जून से यूपी में मिलेगी छूटः योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक व्यवस्था के तहत आठ जून से मिलने वाली छूट के लिये पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए। योगी ने गुरूवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि आठ जून से शुरू की जाने वाली गतिविधियों को केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित किया जाय। उन्होंने कहा कि छूट के सन्दर्भ में विस्तृत अध्ययन किया जाय और उसके बाद पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए।उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए। बाजारों आदि में पुलिस द्वारा नियमित फुट पेट्रोलिंग तथा हाई-वे एवं एक्सप्रेस-वे पर पीआरवी 112 के माध्यम से सघन पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए। सुरक्षित यातायात पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने पाए। योगी ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से श्रमिकों समेत सभी जरूरतमंदों को पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था जारी रखी जाए।स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध करया जाए।
गूगल के पूर्व सीएफओ बने बोर्ड चेयरमैन
गूगल के पूर्व सीएफओ बने ट्विटर के नए बोर्ड चेयरमैन
व्यवस्था को लागू किया जाएः सीएम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक व्यवस्था के तहत आठ जून से मिलने वाली छूट के लिये पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए। योगी ने गुरूवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।
उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने पाए। योगी ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से श्रमिकों समेत सभी जरूरतमंदों को पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था जारी रखी जाए। स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध करया जाए।
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