शुक्रवार, 5 जून 2020

ये चंद्र ग्रहण साधारण 'ग्रहण' नहीं है

नई दिल्ली। इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण आज शुक्र और शनि की रात को लग रहा है यह चंद्रग्रहण वृश्चिक राशि और जेष्ठ नक्षत्र में लग रहा है। यहां यह बताना जरूरी है कि यह चंद्र ग्रहण नहीं है बल्कि यह केवल मांद्य चंद्रग्रहण है। ज्योतिषियों की यदि माने तो इस प्रकार के चंद्रग्रहण का मानव जीवन पर किसी भी प्रकार को कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। इसी तरह का एक अन्य मांद्य चंद्रग्रहण ठीक 1 महीने बाद यानी 5 जुलाई को भी लगेगा और उसका भी कोई प्रभाव मनुष्य पर नहीं पड़ेगा।


कहां कहां दिखेगा
चंद्र ग्रहण को पूरे भारत के साथ यूरोप एशिया अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में भी देखा जा सकता है। 5 जून की रात 11 बज कर 16 से शुरू होकर अगले दिन यानी 6 जून की सुबह 2बजकर 32 तक रहने वाला यह चंद्रग्रहण दर असल केवल मांद्य ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा के आकार में किसी प्रकार का कोई परिवर्तन नहीं होगा। करीब 3 घंटे और 15 मिनट तक रहने वाले इस चंद्र ग्रहण में चंद्रमा की रोशनी थोड़ी सी मध्यम हो जाएगी।


सूतक काल नहीं होगा


वैसे अमूमन सूर्य या चंद्र ग्रहण लगने से कुछ घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है। यह सूतक काल सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले लग जाता है। लेकिन उपचछाया या मांद्य चंद्र ग्रहण में किसी भी प्रकार के सूतक को प्रभावी नहीं माना जाता है। इसीलिए किसी भी प्रकार के जातकों को इस चंद्र ग्रहण के सूतक काल की चिंता नहीं करनी चाहिए और अपने सभी काम नियमित रूप से करते रहने चाहिए। लोगों में यह धारणा है कि किसी भी ग्रहण को नंगी आग से नहीं देखना चाहिए। लेकिन चंद्रग्रहण को आप बिना कुछ लगाए हुए भी देख सकते हैं।


अजीब तरबूज की फसल की तैयार

हरियाणा।  जैसा कि आप सभी को पता है कि गर्मीयों के मौसम में तरबूज फल बहुत उपयोगी व लाभ दायक होता है। इस गर्मीयों में इस फल के खाने से ठंडक व रहात मिलती है। बाजारो में तरबूज खूब आते है और छोटे से लेकर बड़े साईज जिसका वजन करीब 10 किलो से या अधिक होता है। तरबूज मीठा स्वादिष्ट के साथ आपके स्वास्थ्य के बहुत ही लाभदायक होता है।


वही गर्मीयों इस फल की खुब डिमांड होती है। इस हर कोई पसंद करता है। जिसमें अधिकतर बच्चे तो इसके खाने के दिवाने है। वही इस फल को हरियाणा पानीपत के एक किसान अपने खेत में 500 तरबूज के पौधे लगाए, उसके बाद जब तरबूज पक कर उसे तोड़ा गया तो इस किसान ने इस फल में अजूबे तरिके से इसकी फसल तैयार ये तरबूज पैदा किया। तो आईये इस किसान ने कैसे एक अजूबा तरिका तरबूज की फसल तैयार कीं।पानीपत क्षेत्र में गांव सिवाह के एक किसान ने अपनी मेहनत व लगन से वो कर दिखाया जो आजतक किसी ने नही किया। वैसे आप सभी जातने है कि किसान हमारा अन्नदाता होता है। वही तो आईये सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार पानीपत करनाल में एक किसान रामप्रताप ने अपने खेत में तरबूज के 500 पौधे की खेती कर उन्हें खुब अच्छी तरह देख भाल करके लगाए थे। वही इस बार पहली ऐसा हुआ कि ये सभी के सभी तरबूज के पौधों से अभी उत्पादन शुरू हुआ है। वही जिसमें किसान रामप्रताप ने जानकारी दी कि उनके द्वारा खेत में तरबूज की 500पौधे लगाए जो बिना बीज वाला यह तरबूज शुगर फ्री है।


उन्होनंे बताया कि जबकि ये अन्य तरबूजों की तुलना में इसमें मिठास 13ः अधिक है। और यह पूरी तरह से शुगर फ्री भी है। जिसमें से एक तरबूज का वजन 4 से 6 किलो के बीच वजन का तैयार हुआ है। वही जिसमें सूत्रों के मुताबिक अब इस किसान की अनोखी खेती को देख हरियाण के अन्य किसान भी इस किस्म के तरबूज को उगाएंगे तो उनको बाजार में उनकी डिमांड भी ज्यादा होगी और फिर तरबूज के अच्छे दाम भी मिलेंगे। वही जिसमें आपको बता दे कि वैसे तो किसान हर आदमी का पेट भरने के लिए अनाज, साग सब्जियां और फलो खेती कर देश व दुनिया में पहुंचा ता है। वही जबकि कुछ किसानों की मेहनत उन्हें अन्य किसानो से अलग पहचान बनाती है। तो ऐसे ही एक किसान हरियाणा के पानीपत जिले में देखने को मिलेगें।


वही इस हरियाणा के किसान ने मधुमेह की रोगियों व बच्चों की पसंद को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से बिना बीज वाला तरबूज तैयार किया है। जो अब ये किसी अजूबे से कम नही है। वही इस किसान रामप्रताप ने बताया कि इस तरबूज में बीज नहीं होने के साथ.-साथ अन्य तरबूज की तुलना में पानी की भी मात्रा और मिठास भी 13ः बहुत अधिक है। और साथ ही आपको बता दे कि इस तरह के विशेष किस्म वाले तरबूज उगाने का ट्रायल सिवाह के किसान रामप्रताप के खेत में लिया गया है।


वही जिसमें आपको बता दे कि किसान रामप्रताप शर्मा आर्गेनिक खेती में राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। और फिर इस लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने खेत के बाहर ही दुकान लगा रखी थी। वही जिसमें इस दौरान रोजाना 40 से 50 ग्राहक सब्जी लेने के लिए खेत में पहुंचते थे। सूत्रों के मुताबिक रामप्रताप का कहना है कि इसकी खेती करने वाले अन्य किसानों को भी विभिन्न माध्यमों से प्रेरित किया जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया की विभाग द्वारा समय.समय पर उन्हें जानकारी उपलब्ध करवाई जाती हैए जिससे वह अन्य किसानों से अलग तरह से खेती करते रहते हैं। तरबूज में नहीं होंगे बीज, डायबिटीज वालों के लिए खास तौर पर शुगर फ्री है। और इसकी विशेषता यह भी है कि इसमें मेहनत कम है और उत्पादन ज्यादा है।


नेक दिल इंस्पेक्टर की मौत से आंखें नम

रिपोर्ट-अतुल त्यागी

 

नहीं रहे एक होनहार इंस्पेक्टर समरजीत सिंह एक सड़क हादसे के अंदर भगवान ने उनकी सांसे छीन ली  

हापुड़। नहीं रहे एक होनहार इंस्पेक्टर समरजीत सिंह एक सड़क हादसे के अंदर भगवान ने उनकी सांसे छीन ली

एक दुखद खबर - नहीं रहे एक होनहार इंस्पेक्टर समरजीत सिंह एक सड़क हादसे के अंदर भगवान ने उनकी सांसे छीन ली क्राइम ब्रांच सहारनपुर में होनहार इंस्पेक्टर समरजीत सिंह की सडक हादसे में दर्दनाक मौत।सहारनपुर में तैनात इंस्पेक्टर समरजीत सिंह की सैफई के पास हुई सडक हादसे में मौत। हापुड के गढमुक्तेश्वर में संभ्रांत महानुभावों ने शोक व्यक्त किया। गढमुक्तेश्वर क्षेत्र में दुर्घटना की खबर से शोक छा गया। अतुल त्यागी,कलमकारों में इमरान ऐडवोकेट, प्रिंस शर्मा, अशरफ चौधरी, भूतेश्वर शर्मा,कुलदीप भारद्वाज, औमप्रकाश गौतम, के एस राणा, नुशरत अब्बासी, अमजद जी , कंछिद सैनी, भूपेन्द्र सागर, दुर्वेश तोमर, सत्यनारायण चौहान, सी बी त्रिपाठी जी , ध्रुव शर्मा, कांति शर्मा, के एस सिंधू, मुनैन्द्र सिंधू, असजद चौधरी, ललित आचार्य, भूपेंद्र वर्मा, हरेन्द्र शर्मा , राजेंद्र सिंह सोनू उपाध्याय, राजकुमार शर्मा, सभी कलमकारों की आंखें हुईं नम।

जिला वैशाली में 12 मामले आए सामने

इसके पहले बिहार में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीजों की पटना के एनएमसीएच में मौत हो गई है। इससे मृतकों की संख्‍या 28 हो गई। वहीं आज कोविड की आई पहली जांच रिपोर्ट में कोरोना के 94 नए मरीज मिले थे।


वैशाली। जिले में गुरुवार को कोरोना के नए 12 मामले सामने आए थे। जिले में अब तक संक्रमित की संख्या बढ़कर 83 हो गई। इनमें से 27 लोग ठीक होकर घर लौटे.दो मरीजों की कोरोना से अब तक मौत हो चुकी है। गोपालगंज जिले में आज फिर 7 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ मिले। जिले में अब पॉज़िटिव मरीज़ों का आंकड़ा बढ़कर 126 हो गया। अब तक 74 मरीज़ ठीक होकर घर जा चुके हैं, वहीं 52 लोग अब भी संक्रमित हैं। इसके पहले बिहार में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीजों की पटना के एनएमसीएच में मौत हो गई है। इससे मृतकों की संख्‍या 28 हो गई। वहीं आज कोविड की आई पहली जांच रिपोर्ट में कोरोना के 94 नए मरीज मिले थे।


कम्युनिटी स्पेयर्ड के करीब पहुंचा संक्रमण

नई दिल्ली। देश में कोराेना संक्रमण के नये मामलों में प्रतिदिन हो रही वृद्धि से संक्रमितों की कुल संख्या सवा दो लाख से अधिक हो गई है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक 273 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 6348 पर पहुंच गया है।


केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 9851 नये मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या बढ़कर 226770 हो गयी। इस दौरान 273 लोगों की मृत्यु के बाद मृतकों की संख्या 6348 हो गयी। देश में इस समय कोरोना के 110960 सक्रिय मामले हैं, जबकि 109462 लोग इस महामारी से निजात पाने में कामयाब हुए हैं। महाराष्ट्र इस महामारी से देश में सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। राज्य में पिछले 24 घंटों में 2933 नये मामले सामने आये हैं और 123 लोगों की मौत हुई है जिसके साथ ही राज्य में इससे प्रभावित होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 77793 तथा इस जानलेवा विषाणु से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2710 हो गयी है। इस दौरान राज्य में 1352 लोग रोगमुक्त हुए है जिससे स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 33681 हो गयी है।


भारत के चार सूत्रीय एजेंडे का खुलासा

नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में चुनाव में उतरने से पहले भारत ने आज अपने चार सूत्रीय एजेंडे का खुलासा किया। भारत ने कहा कि प्रगति के नये अवसर, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर प्रभावी कार्रवाई और बहुपक्षीय प्रणालियों में सुधार उसकी प्रमुख प्राथमिकताएं हैं।


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सुरक्षा परिषद के लिए भारत की प्राथमिकताओं की एक विवरणिका जारी की। इसमें उक्त चार विषयों के अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा पर एक व्यापक रुख तथा समाधान के उपकरण के तौर पर मानवीयता आधारित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने को भी प्राथमिकता देने की बात कही गयी है। सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यता के लिए 17 जून को चुनाव होना है। अस्थायी सदस्यता दो वर्ष के लिए होती है और भारत दस साल बाद इसके लिए चुनाव में उतरा है। एशिया प्रशांत समूह से एकमात्र मान्य प्रत्याशी होने के नाते भारत की सफलता तय मानी जा रही है। इस अवसर पर डॉ. जयशंकर ने कहा कि वर्तमान समय में हम अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए चार भिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।


पहली- अंतरराष्ट्रीय शासन की सामान्य प्रक्रिया पर दबाव बढ़ रहा है, दूसरा- पारंपरिक एवं गैर पारंपरिक सुरक्षा चुनौतियां बेलगाम होकर बढ़ती जा रही हैं। तीसरा- वैश्विक संस्थानों में पूर्ण प्रतिनिधित्व की कमी बनी हुई है इसलिए वे कम प्रभावी हैं तथा चौथा कोविड-19 की महामारी एवं उसका आर्थिक असर दुनिया पर अभूतपूर्व प्रभाव डालेगा। डॉ. जयशंकर ने कहा कि जीतने की दशा में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का यह आठवां कार्यकाल होगा। इस असाधारण परिस्थिति में भारत एक सकारात्मक वैश्विक भूमिका निभा सकता है। हमने हमेशा ही न्यायोचित बात की है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए पारंपरिक एवं नयी चुनौतियों का जिक्र करते हुए सुरक्षा परिषद के सामने आने वाले संदर्भों पर विचार व्यक्त किये।


विदेश मंत्री ने कहा कि वर्तमान कोविड-19 महामारी ने अंतरराष्ट्रीय आर्थिक एवं राजनीतिक पर्यावरण को जटिल बना दिया है। इससे वैश्विक, क्षेत्रीय एवं स्थानीय चुनौतियों का मुकाबला करने की देशों की क्षमता भी सीमित हुई है। उन्होंने कहा कि भारत की पुरानी भूूमिका संवाद सेतु और अंतरराष्ट्रीय कानून के पैरोकार के तौर पर रही है। इस बार भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की भूमिका को पांच ‘स’ – सम्मान, संवाद, सहयोग और शांति, के रूप में निर्धारित किया है जो वैश्विक समृद्धि के लिए वातावरण तैयार करेंगे।


उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यकाल में भारत का मकसद बहुपक्षीय प्रणालियों में सुधार एवं नये आचार का क्रियान्वयन रहेगा। सुरक्षा परिषद के लिए भारत की उम्मीदवारी का एशिया प्रशांत क्षेत्र के 55 देशों ने एकमत से अनुमोदन किया था जिसमें चीन एवं पाकिस्तान शामिल था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पिछले सप्ताह सुरक्षा परिषद के चुनाव कराने का निर्णय लिया था। ये चुनाव कोविड-19 महामारी के कारण नयी मतदान प्रणाली से कराये जाएंगे। कनाडा, आयरलैंड और नॉर्वे पश्चिमी यूरोप एवं अन्य श्रेणी की दो सीटों के लिए उम्मीदवार हैं। लैटिन अमेरिका एवं कैरेबियाई समूह के लिए मैक्सिको एकमात्र उम्मीदवार है। अफ्रीकी समूह की एक सीट के लिए केन्या एवं जिबूती के बीच मुकाबला है। भारत इससे पहले 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 तथा 2011-2012 में सुरक्षा परिषद का सदस्य रह चुका है।


नई योजनाओं पर सरकार ने लगाई रोक

नई दिल्ली। कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से देश की इकोनॉमी पस्‍त नजर आ रही है। इससे भारत में राजस्व का नुकसान हो रहा है और सरकार का खर्च भी बढ़ा है, जिसका असर सरकारी योजनाओं पर पड़ने लगा है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने नई योजनाओं की शुरुआत पर रोक लगा दी है। वित्त मंत्रालय ने विभिन्न मंत्रालयों और विभागों द्वारा अगले 9 महीनों या मार्च, 2021 तक स्वीकृत नई योजनाओं की शुरुआत को रोक दिया है। हालांकि, आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनाओं पर कोई रोक नहीं लगाई गई है।


सरकार ने साफ किया है कि अगले आदेश तक विभिन्न मंत्रालय नई योजनाओं की शुरुआत नहीं कर सकते हैं और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना या आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत घोषित योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मालूम हो कि सप्लाई चेन को दुरुस्त करने के लिए बीते दिनों मोदी सरकार ने 20 लाख 97 हजार 53 करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार पांच दिनों तक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार द्वारा उठाए गए सभी महत्वपूर्ण कदमों की विस्तार से जानकारी दी थी। सरकार ने समाज के आखिरी तबके पर खड़े लोगों तक मदद पहुंचाने का दावा किया है। अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए सरकार ने किसान, प्रवासी मजदूर, कॉर्पोरेट सेक्टर, आदि के लिए हर जरूरी कदम उठाया है। आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत घोषित की गई राशि में से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना 1,70,000 करोड़ रुपए का है।


CII ने किया आगाह
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए सार्वजनिक खर्च बढ़ाने की मांग के बीच आगाह किया है कि सरकार को राजकोषीय घाटे को बढ़ने से रोकने के उपाय करने चाहिए। सीआईआई ने कहा कि राजकोषीय घाटा बढ़ने से देश की रेटिंग घट सकती है। इससे अर्थव्यवस्था को अन्य परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं। सीआईआई ने 2020-21 के अपने एजेंडा दस्तावेज में चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर का कोई अनुमान नहीं लगाया है।


गिरकर बच्चा हुआ घायल, परिजन हड़बड़ाए

सीढ़ी से गिर कर 6 वर्षीय मासूम बच्चा घायल

सुनील पुरी

बिंदकी फतेहपुर। सीडी से गिरकर 6 वर्षीय मासूम बच्चा गंभीर घायल हो गया जिसको इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया काफी देर चले उपचार के बाद बच्चे की हालत में सुधार हुआ तो परिजन वापस घर ले गया।

जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के कुंदनपुर गांव निवासी सुभाष कुमार का 6 वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार अपने घर की सीडी से अचानक नीचे गिर गया। बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी तो परिजन उसकी ओर दौड़े खून से लथपथ बच्चे को देखकर परिजनों में हड़कंप मच गया। घायल बच्चों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। काफी देर चले उपचार के बाद बच्चे की हालत में थोड़ा सुधार हुआ तो परिजन वापस घर ले गए। इस मामले में सुभाष ने बताया कि उनका बच्चा शिर्डी में बैठा था। अचानक अनियंत्रित होकर नीचे गिर गया जिससे उसके सिर और नाक में गंभीर चोट आई अस्पताल में भर्ती कराया गया।

24 घंटे में पकड़ा गया चोर, बरामदगी

24 घंटे में मोबाइल समेत पकड़ा गया चोर

मिल स्टोर के दुकान के काउंटर से मोबाइल चोरी करते समय सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था चोर

बिंदकी फतेहपुर। आखिर 24 घंटे के अंदर दुकान के काउंटर से मोबाइल चोरी करने वाला युवक मोबाइल समेत पकड़ा गया। मोबाइल चोरी करने वाला युवक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। जिसके चलते पुलिस और दुकानदार ने दबाव बनाया जिसके चलते मोबाइल बरामद किया गया।

मालूम हो कि नगर के गांधी चौराहे के समीप स्थित बाजार मिल स्टोर के काउंटर से 1 दिन पहले अमित बजाज का मोबाइल चोरी हो गया था। मोबाइल चोरी की यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। जिसके चलते संदिग्ध युवक की पहचान के लिए पुलिस दुकानदार और दुकानदार के साथ ही लग गए थे। काफी खोजबीन के बाद पता चला कि आरोपी युवक कोतवाली क्षेत्र के तेंदुली गांव का रहने वाला है जिसके चलते दुकानदार और उसके साथी लोग पुलिस के साथ तेंदुली गांव पहुंचे थे। पुलिस और भीड़ को देखते ही आरोपी युवक घर के पीछे से निकल भागा था लोगों ने दौड़ाया लेकिन तब तक वह दूर जा चुका था इस बीच दौड़ने में आरोपी युवक के 1 साथी का मोबाइल गिर गया भीड़ ने उसे उठा लिया और उस युवक से कड़ाई से पूछताछ की गई तब उसने बताया कि उसके साथी ने मोबाइल चोरी किया था इसके बाद आरोपी युवक ने दुकानदार को मोबाइल दिया पुलिस आरोपी युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है। लोगों के बीच चर्चा रही कि ऐसे आरोपी युवक उसे ठीक से पूछताछ की जाए तो निश्चित रूप से और भी इस तरह की टप्पे बाजी और चोरी की घटनाओं का खुलासा हो सकता है।

राशन घटतौली के विरुद्ध थाने में तहरीर

अतुल त्यागी(मंडल प्रभारी)

प्रवीण कुमार(रिपोर्टर पिलखुआ)

राशन डीलर की रोज-रोज की मनमानी का शिकार होने से परेशान ग्रामीणों ने थाने में दी तहरीर आपूर्ति विभाग साधे बैठा है चुप्पी।

 

मामला जनपद हापुड़ के थाना धौलाना क्षेत्र के गांव समाना का है जहां राशन डीलर प्रताप पुत्र घनश्याम और उसका बेटा लोकेश उर्फ़ लक्की राशन देने में करते हैं घटतोली अगर कोई इनके विरुद्ध शिकायत करता है या विरोध करता है तो उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हैं महिलाओं और पुरुषों ने एकत्रित होकर थाना धौलाना में राशन डीलर और उसके बेटे के खिलाफ दी तहरीर।

थाना धौलाना में दी गई तहरीर के अनुसार बताया गया है कि राशन डीलर और उसका बेटा काफी समय से गरीबों के राशन में घटतोली करता हुआ आ रहा है और गरीबों को फ्री मिलने वाले राशन पर गरीबों से रुपये बटोर रहा है यही शिकायतें काफी समय से आ रही है अगर कोई व्यक्ति इसका विरोध करता है तो उनके साथ बदतमीजी से पेश आता है इतना ही नहीं गाली गुप्तार से लेकर मार पिटाई तक करता है और राशन काटने की धमकी देता है अगर इसके खिलाफ कोई शिकायत करता है तो उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देता है लेकिन अधिकारी शिकायत देने के बावजूद भी राशन डीलर के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है।

सप्लाई स्पेक्टर कमलेश झा द्वारा जानकारी करने पर उन्होंने बताया जो भी शिकायतें दी गई हैं उन पर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी वहीं थाना धौलाना इंचार्ज रवि रतन ने बताया राशन डीलर द्वारा और ग्रामीणों द्वारा तहरीर प्राप्त हुई है दोनों ही तहरीररों पर गहनता से जांच की जा रही है जो भी दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, बड़ा सवाल तो यह है ग्रामीण कई बार राशन डीलर के खिलाफ प्रार्थना पत्र दे चुके हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और राशन डीलर वैसे भी चर्चाओं में बना रहता है अब से पहले भी कई न्यूज़ पेपरों के माध्यम से खबरें आती रही हैं आज भी सोशल मीडिया पर कई वीडियो राशन डीलर के खिलाफ वायरल हो रहीं हैं लेकिन अधिकारी मौन बने बैठे हैं अब देखना यह है राशन डीलर के खिलाफ अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।

"हिंदी" भाषा को मिलेंं राष्ट्रीय सम्मान

हिंदी भाषा को मिले राष्टीय वाला सम्मानःदिनेश गुर्जर

 

हिंदी भाषा को देश में आगे बढ़ाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं बढ़ाए गए

 

समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी जिला अध्यक्ष दिनेश गुर्जर लोनी पार्टी कार्यालय स्थित सोशल मीडिया के माध्यम से  पत्रकारों को जानकारी दी और सरकार से मांग करते हैं कहा कि देश के सभी उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में हिंदी भाषा का प्रयोग होना चाहिए व जल्द से जल्द भारतीय भाषाओं को न्याय मिले। फिरंगी भाषा में संविधान के अनुच्छेद 348 के कारण सर्वोच्च न्यायालय मैं अंग्रेजी थोपी हुई है।

इसीलिए यह भारतीय भाषा अभियान द्वारा चलाई जा रही मुहिम जनता को न्याय जनता की भाषा में मिले से जुड़ कर  बहुत ही खुशी महसूस हो रही है साथ ही में अपने समाजवादी_पार्टी के सदस्यों से भी यह आग्रह करता हु कि वह इस मुहिम का हिस्सा बनकर भारतीय भाषाओं को न्यायालय में स्थापित करने के लिए मुहिम के साथ चलें।

दिनेश गुर्जर ने बताया कि मैं समय-समय पर लोगों की मदद करता रहता हूं राजनीति अपनी जगह है और समाजसेवा अपनी जगह इस चीज का भी संतुलन मैं बखूबी रखता हूं  

नितिन निचोडिया द्वारा चलाया जा रहा भारतीय भाषा अभियान से जुड़कर  मुझे बहुत ही खुशी महसूस हो रही है और इस मुहिम के पदाधिकारियों का मैं बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं जिन्होंने  मेरे से संपर्क करके देश के अंदर हिंदी भाषा को बढ़ाने का  कार्य करने के लिए मुझे प्रोत्साहन किया दिनेश गुर्जर ने बताया की हिंदी भाषा का प्रयोग जब हम हिंदुस्तान के लोग ही नहीं करेंगे तो क्या अमेरिका फ्रांस जर्मनी चीन इटली इंग्लैंड के नागरिक आकर हिंदुस्तान के अंदर हिंदी भाषा का प्रयोग करेंगे या हिंदुस्तान के लोग विश्व के अन्य देशों में जाकर हिंदी भाषा का प्रयोग करेंगे 2010 में गुजरात हाईकोर्ट की बेंच ने फैसला सुनाते हुए एक सुनवाई ने कहा की हिंदी में हमारे देश की राष्ट्रीय भाषा नहीं है दिनेश गुर्जर ने बताया कि विश्व के अन्य देश जैसे फ्रांस जर्मनी अमेरिका जापान अपनी राष्ट्रभाषा में आगे बढ़े हैं और उनके देशों ने अपनी राष्ट्रभाषा के साथ तरक्की की है हमारे देश के किसी भी सदन में अंग्रेजी भाषा के बाद हिंदी को विकल्प तौर पर रखा गया है जोकि बेहद ही निंदनीय है आर्टिकल 348 में भी लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में अंग्रेजी भाषा ही अनिवार्य है जैसे कि आप से पहले भी संविधान में कई बार संशोधन किए गए हैं तो देश के प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हुए दिनेश गुर्जर ने कहा है कि आर्टिकल में भी संशोधन करते हुए हिंदी भाषा को लागू किया जाना चाहिए आर्टिकल 351 का भी उन्होंने जिक्र करते हुए कहा कि आर्टिकल 351 में लिखा है कि केंद्र में जो भी सरकारें रहेंगी या बनेगी वह हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार करते हुए हिंदी भाषा को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगी इसमें जब से हमारा देश आजाद हुआ है तब से अब तक किसी भी सरकार ने हिंदी भाषा को आगे बढ़ाने का कार्य नहीं किया दिनेश गुर्जर ने बताया कि हमारे देश हिंदुस्तान में भाषाओं के आधार पर भी कई राज्यों का निर्माण किया गया है समाजवादी लोहिया वाहिनी पार्टी कार्यालय पर दिनेश गुर्जर जिलाध्यक्ष के साथ पार्टी के कई वरिष्ठ नेतागण व कार्यकर्ता गण मौजूद रहे जिसमें प्रमुख रुप से प्रधान अरविंद बैंसला राहुल गुर्जर जिला उपाध्यक्ष समाजवादी लोहिया वाहिनी रिंकू पहलवान हरेंद्र पहलवान सचिन त्यागी मुकेश जाटव अशोक पंडित हरेंद्र विकल पम्मी गुर्जर परम प्रधान आदि।

पड़ोसी की छत पर मिली लापता की लाश

पड़ोसी की छत पर मिली लापता मासूम की लाश

 

कौशाम्बी। कोखराज कोतवाली क्षेत्र के इचौली गांव में बुधवार शाम लापता हुई एक मासूम बच्ची की लाश गुरुवार को पड़ोसी की छत पर मिली। माना जा रहा है कि गला घोटकर उसकी हत्या की गई है। हत्या की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। घटना के बाद बवाल की आशंका में पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। एहतियातन कई कोतवाली की फोर्स और क्यूआरटी लेकर एसपी मौके पर पहुंचे। कोतवाल तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। पड़ोसी युवक को हिरासत में ले लिया गया है। इचौली गांव का अमर सिंह किसानी करके परिवार का खर्च चलाता है। उसकी चार वर्षीय बेटी पायल बुधवार शाम घर के बाहर से खेलते वक्त गायब हो गई थी।

परिजनों ने रात भर उसकी खोजबीन की। सुबह पिता ने कोखराज कोतवाली पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस तलाश में जुट गई। शक के आधार पर शाम करीब पांच बजे पुलिस पड़ोसी दिनेश कुमार की छत पर पहुंची तो वहां बच्ची की लाश पड़ी थी। कोतवाल राकेश तिवारी ने बताया कि मृतका के गले व मुंह में ऐसे निशान मिले हैं, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि गला घोटकर उसकी हत्या की गई है। उधर, शव मिलने के बाद बवाल की आशंका से जिले भर की पुलिस सहम गई।

 

एसपी अभिनंदन करारी, मंझनपुर, चरवा कोतवाली की फोर्स और क्यूआरटी लेकर मौके पर पहुंचे। एसपी की मौजूदगी में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिवार वाले फिलहाल पड़ोसी दिनेश से कोई ऐसी दुश्मनी होने से इनकार कर रहे हैं, जो वह हत्या जैसी घटना को अंजाम दे। पुलिस दिनेश को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है। खबर लिखे जाने तक प्राथमिकी नहीं दर्ज की जा सकी थी। रेप की आशंका, छत पर कैसे मिली लाश

मंझनपुर। हत्या से पहले रेप की भी आशंका है। दुराचार की आशंका को इसलिए भी बल मिल रहा है कि लाश पड़ोसी की छत पर मिली है। लाश छत पर कैसे पहुंची ? इस बाबत पड़ोसी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही स्थिति पूरी तरह साफ कर दी जाएगी।

 

पीड़ित परिवार की ओर से फिलहाल तहरीर नहीं मिली है। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। गमजदा परिवारीजन फिलहाल कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं हैं। पड़ोसी युवक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है राकेश तिवारी इंस्पेक्टर, कोखराज

डॉक्टर भर्ती घोटाले में सीएमओ सस्पेंड

राणा ओबराय
एमएलए मिड्डा की शिकायत पर डॉक्टर भर्ती घोटाले में जींद के सीएमओ डॉ जयभगवान जाटान सस्पेंड
जींद। जींद के भर्ती घोटाले में दोषी पाएंगे डॉ जयभगवान तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। जयभगवान पर नौकरी पर गड़बड़ी किए जाने के संगीन आरोप लगे थे। जिसके बाद मामला स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचा। जब मामले की जांच करवाई गई, तो तथ्यों के आधार पर डॉक्टर को निलंबित करने के आदेश जारी हुए। बता दें कि इस पूरे मामले में जींद प्रशासन की तरफ से पूरी जांच करवाई गई थी, मुख्यालय से एक अफसर भी जांच करने पहुंचा था। लेकिन कार्रवाई न होने पर जींद के विधायक कृष्ण मिड्ढा ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मिलकर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद विज ने बयान दिया कि इस पूरे मामले में सभी आरोप सही पाए गए हैं।


क्या था पूरा मामला-दरअसल, पीड़ित महिला प्रीति के पति संजय ने आरोप लगाया था कि AMO भर्ती में गड़बड़ी हुई है। संजय ने शिकायत करते हुए बताया था कि प्रीति के स्थानीय होने, बेसिक क्वालिफिकेशन और अनुभव तक के अंक नहीं लगाए गए थे। मिड्डा की शिकायत को सही मानते हुए सरकार ने जींद के सीएमओ को निलंबित करने के आदेश कर दिए।


महज 5 घंटे में मुक्त कराया बालक

चंदौली। सैयदराजा थाना क्षेत्र अंतर्गत कल्याणपुर ग्राम पंचायत निवासी संतोष तिवारी के 9 वर्षीय मासूम पुत्र की गुरुवार की शाम करीब चार बजे अपहरण की घटना से क्षेत्र में सनसनी मच गई। लाचार-परेशान पिता संतोष ने तत्काल मामले की सूचना सैयदराजा पुलिस को दी और बताया कि अपहरणकर्ताओं द्वारा आठ लाख की फिरौती मांगी जा रही है।


पुलिस महकमें में दिनदहाड़े इस बड़ी घटना से हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक प्रेमचन्द, सदर सीओ कुंवर प्रभात सिंह के नेतृत्व में गठित स्वाट टीम एवं सैयदराजा पुलिस ने सघन अभियान चलाकर महज कुछ घंटो के अंदर ही मामले का निपटारा करते हुए मासूम के अपहरण में शामिल तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभागार में एसपी हेमंत कुटियाल ने करते हुए बताया कि पीड़ित पिता की सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए गठित टीम द्वारा शुक्रवार की सुबह 9 बजे मामले का अनावरण कर दिया गया।


 चंदौली पुलिस द्वारा यह सराहनीय कार्य रहा। बताया कि सूचना मिली थी कि गुरुवार की दोपहर 12 बजे तक घर के बाहर खेल रहे मासूम बालक के लापता होने पर परिजन परेशान होकर इधर-उधर खोज रहे थे कि शाम चार बजे के करीब पिता संतोष को अपहरणकर्ताओं द्वारा फोनकर बताया गया कि उसका पुत्र उनके कब्जे में है और 8 लाख की फिरौती देने पर उसके पुत्र को वापस दिया जाएगा। पिता की सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए अपहरण को अंजाम देने वाले तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर मासूम की सकुशल वापसी कर ली गई। घटना में शामिल अभियुक्तों में गुल्जार अंसारी निवासी दुधारी, थाना सैयदराजा जनपद चंदौली, रोशन अली निवासी फेसुंडा सैयदराजा एवं सत्येन्द्र कुमार राय निवासी फेसूंडा सैयदराजा को मासूम के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। अपहरण के पश्चात बालक को रोशन एवं सत्येन्द्र के घर छुपाकर रखा गया था। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ 78/20 धारा 364A/506/34 भादवी के तहत मामला दर्ज कर आगे कार्रवाई की जा रही है, एवं मासूम को उनके परिजनों को सकुशल सौंप दिया गया है।


 ओपी श्रीवास्तव


दिल्ली के नाले में मिला युवक का शव

नई दिल्ली।(प्रदीप सिंह उज्जैन) मुखर्जी नगर थाना इलाके में निरंकारी आश्रम के पास नाले में एक युवक का शव मिला है। शव मिलने के बाद आसपास के इलाके के लोगों में दहशत फैली हुई है। स्थानीय लोगों ने दिल्ली पुलिस को सूचना दी कि निरंकारी के पास नाले में तैरता दिख रहा है मुखर्जी नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुटी।


जिस युवक का शव नाले में तैर रहा था उसकी उम्र करीब 28 साल के आसपास बताई जा रही है उसने ब्लैक कलर की जींस और रेड कलर और ग्रीन कलर की लाइनिंग की शर्ट पहन रखी है।


आतंकियों से मुठभेड़, एक मार गिराया

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। राजौरी के कालाकोट के नियारी इलाके में एनकाउंटर हुआ है और एक आतंकी को मार गिराया गया है। पूरे इलाके को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। आतंकी के पास से गोला बारूद बरामद किया गया है।


अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाक


दुनिया भले ही कोरोना से जूझ रही हो पर पाकिस्तान अब भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान की नापाक हरकत से जुड़ी एक और बड़ी खबर है। पुंछ के किरनी सेक्टर में पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है। रात करीब 10 बजकर 45 मिनट पर पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग की गई। लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान ने मोर्टार दागे हैं।


किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों ने ध्वस्त किया आतंकियों का ठिकाना


इससे पहले गुरुवार को कश्मीर घाटी में सक्रिय अलग-अलग आतंकी संगठनों द्वारा जम्मू के किश्तवाड़ जिले में आतंक को फिर से जिंदा करने की कोशिशों को झटका देते हुए सुरक्षाबलों ने इलाके में एक आतंकी ठिकाने को ध्वस्त कर दिया। इस आतंकी ठिकाने से सुरक्षाबलों को बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद मिला है। बीते कुछ समय से ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जम्मू के किश्तवाड़ जिले में आतंक को फिर से जिंदा करने की कोशिशों में लगे हैं। सुरक्षाबलों ने हाल ही में किश्तवाड़ जिले में चलाए गए कई आतंकी विरोधी अभियानों में कई आतंकियों और उनके मददगारों को मार गिराया है।


क्वॉरेंटाइन सेंटर-किचन का किया निरीक्षण

जिलाधिकारी ने क्वारंटाइन सेंटर व सामुदायिक रसोई का किया निरीक्षण

निगरानी समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर आने वाले प्रवासी श्रमिकों को लेकर किया प्रशिक्षित

 कछौना(हरदोई)। जिले में कोविड-19 का संक्रमण दिन पर दिन तेजी से बढ़ रहा है जिसे रोकने के लिए जिलाधिकारी पुलकित खरे मंगलवार को विकासखंड कछौना मौके पर पहुंच कर जमीनी हकीकत से रूबरू हुए। उन्होंने कोरोना योद्धाओं की हौसला अफजाई की और निगरानी समिति को प्रशिक्षण देकर उनको ज्यादा से ज्यादा जागरूक कर उनकी जिम्मेदारी को तय किया। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने जानकी प्रसाद इंटर कॉलेज पतसेनी में स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर का स्थलीय निरीक्षण किया जिसमें प्रवासी श्रमिकों की संख्या की जानकारी ली। नोडल अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए उन्होंने बताया कि प्रवासी श्रमिकों का पूरा ब्यौरा रखें जिससे उनको ज्यादा से ज्यादा सरकारी योजनाओं व रोजगार से जोड़ा जा सके। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से पूरी जानकारी ली और प्रत्येक कमरे में पेयजल के लिए पानी का घड़ा रखवाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारी को स्वच्छता व भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया। इसके बाद जूनियर हाई स्कूल प्रांगण में संचालित सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया, वहां पर मौजूद लिपिक जय बहादुर सिंह से प्रतिदिन भोजन करने वालों की संख्या की जानकारी ली। उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि भोजन की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता ना करें।

       इसके बाद ब्लॉक संसाधन केंद्र व ब्लॉक सभागार में संयुक्त रूप से अलग-अलग निगरानी समिति के प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने निगरानी समितियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में आप सभी को ज्यादा अलर्ट रहना है। प्रवासी लोगों पर कड़ी निगरानी रखनी है, उन्हें प्रत्येक दशा में 21 दिन होम क्वॉरेंटाइन रहना है, जिनकी आप लोगों को समय-समय पर घर जाकर निगरानी करनी है। उनके घरों पर पोस्टर चस्पा करें जिसमें होम क्वॉरेंटाइन की तिथि अवश्य अंकित करें। कोरोना कॉल कोई सामान्य समय नहीं है। यह नए तरीके की महामारी है जिसका अभी तक कोई इलाज नहीं है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा आप लोग सजग रहें। कोरोना ने पूरे विश्व में तबाही मचा रखी है। भारत में कोरोना वायरस ग्रामीण इलाकों में भी पहुंच चुका है। इसलिए स्वयं व समाज को वर्तमान समय में बचाना है। हम सब मिलकर ठोस कदम उठाते हुए अपनी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करें व सरकार की जो गाइडलाइन है कि आपस मे 2 गज की दूरी रखना, समय-समय पर हाथों को साबुन से कम से कम 20 सेकंड तक धोना, घर से बाहर निकलने पर मॉस्क का सदैव प्रयोग करना या अन्य कपड़े से चेहरे को ढकना, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना आदि का ईमानदारी से पालन करना है। यह अदृश्य दुश्मन के रूप में हमारे सामने खड़ा है। कोरोना संक्रमण का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है इसलिए सभी को सजग रहना बेहद जरूरी है। सभी के सामूहिक प्रयास से ही इस जंग में जीत संभव है। निगरानी समिति को सजग रहकर समाज में कोरोना संक्रमण को फैलने से बचाना है।

       इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सण्डीला मनोज कुमार श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी क्वारंटाइन, राजस्व लेखपाल अशोक कुमार राजवंशी, कानूनगो राघवेंद्र सिंह, स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी विकास सिंह एलटी, अधिशाषी अधिकारी डॉ प्रकाश गोपालन, लिपिक जय बहादुर सिंह, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां, नगर पंचायत कछौना के प्रतिनिधि विकास विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, सभासद जमील अहमद, सभासद रंजीत राव, सभासद अरविंद वर्मा"कुक्कू", इरफान, प्रदीप कुमार, राजकुमार, मुकेश सिंह, सभासद अनुराधा, नवनीत कुमार, खंड विकास अधिकारी रोहिताश्व सिंह, एडीओ पंचायत मेवालाल, बाल विकास परियोजना अधिकारी विजय तिवारी, प्रभारी निरीक्षक आर. बी. सिंह सहित कई आलाधिकारी मौजूद रहे।

नाबालिग ने कर दी मां-बहन की हत्या

देवघर। झारखंड के देवघर जिले में मां और बेटी की हत्या कर दी गई। दोहरे हत्याकांड से जिले में सनसनी फैल गई। पुलिस की तत्परता से महज 10 घंटे में ही हत्या की गुत्थी सुलझ गई हैं। हत्यारा कोई और नहीं बल्कि महिला का नाबालिग बेटा निकला। घटना को अंजाम देने का अभी पुलिस की ओर से खुलासा नही हुआ है। जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात देवघर जिले में गोपाल प्रसाद के कचहरी रोड स्थित घर में 46 वर्षीय पत्नी सुनीता देवी और 22 वर्षीय बेटी भारती कुमारी की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि दोनों मां-बेटी की खून से सनी लाशें फर्श पर पड़ी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। घटना के बाद से ही गोपाल प्रसाद का नाबालिग बेटा घर से फरार था। शक की सुई उसकी ओर घूमी। पुलिस को सूचना मिली कि वह जसीडीह में छिपा है। देवघर एसपी पीयूष पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया। नाबालिग युवक को पकड़ने के लिए टीम जसीडीह पहुंची। उसे निरूद्ध किया गया। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो वह घबराकर रोने लगा। उसने कबूला कि मां और बहन का कत्ल उसी ने किया है। आरोपी ने बताया कि आर्थिंक तंगी और घर में होने वाले क्लेश के चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।


अवैध दबिश पर तीन पुलिसकर्मी निलंबित


















  
 
 


सहारनपुर। इंस्पेक्टर व अन्य अधिकारियों को सूचना दिए दूसरे थाना क्षेत्र में दबिश देना तीन पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया है। सादी वर्दी में दबिश देने के लिए गए पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने बदमाश समझकर बंधक बना लिया । सीओ की रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने आरोपी तीनो सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। घटनाक्रम के तहत थाना चिलकाना क्षेत्र के 3 सिपाही कोतवाली गंगो क्षेत्र के ग्राम बढ़ी माजरा में बदमाशों को पकड़ने के लिए गए थे। सादी वर्दी में पहुंचे पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने बदमाश समझकर पकड़  बंधक बना लिया इस संबंध में जानकारी मिलने पर कोतवाली गंगोह के प्रभारी निरीक्षक मौके पर पहुंचे और पूछताछ की जानकारी में पता चला कि सिपाही चिलकाना थाना क्षेत्र के और किसी आरोपी को पकड़ने के लिए कोतवाली गंगोह क्षेत्र पहुंचे थे। इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बताया कि  चिलकाना थाना क्षेत्र के तीन  सिपाही किसी  आरोपी को पकड़ने के लिए गंगोह कोतवाली क्षेत्र के बढ़ी माजरा गए थे। सिपाहियों द्वारा इस संबंध में थाना प्रभारी, सीओ सदर अथवा एसपी सिटी को कोई सूचना नही दी गई थी। एसएसपी ने कहा कि सिपाहियों ने अनुशासनहीनता का परिचय दिया है। इसके चलते उन पर कार्रवाई की गई है सीओ गंगोह की रिपोर्ट के आधार पर तीनों आरोपी सिपाही  को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।




6 जुलाई से होगा विद्यालय संचालन

शशांक तिवारी की रिपोर्ट


लखनऊ। कोरोना संकट पर सरकार नियंत्रण का तेजी से प्रयास कर रही है। लिहाजा लागू देशव्यापी लॉकडाउन के पांचवे चरण के साथ ही अनलॉक 1 की भी शुरूआत हो गई है। इसी क्रम में जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में छह जुलाई से पढ़ाई शुरू हो सकती है। सबसे पहले 10वीं व 12वीं की कक्षाएं संचालित की जा सकती हैं।


प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने गुरुवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग में बताया कि छह जुलाई से बोर्ड परीक्षार्थियों की कक्षाएं शुरू करने के दो सप्ताह बाद कक्षा 9वीं व 11वीं की कक्षाएं शुरू होंगी। उसके दो और सप्ताह के बाद कक्षा छह, सात और आठ की पढ़ाई शुरू होगी। अंत में और दो सप्ताह के बाद यानी अगस्त में कक्षा एक से पांच तक के बच्चों की पढ़ाई स्कूल में शुरू करने की तैयारी की जा रही है। स्थिति को देखते हुए चरणबद्ध तरीके से बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा बच्चों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक करते हुए स्वच्छता और सफाई से रहने को प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही स्कूलों में एक महिला व एक पुरुष शिक्षक को करियर काउंसलर के तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। राजकीय पुस्तकालय के साथ ही स्कूलों के पुस्तकालयों में भी प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित किताबें रखी जाएं।


समय और प्रकृति 'विश्लेषण'

आसिया फारूकी


हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है और पूरी दुनिया में संदेश दिया जाता है कि हमें हर हाल में पर्यावरण की रक्षा करना है। दुनिया में पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1972 को मनाया गया था। इसकी शुरुआत स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम से हुई थी तब 119 देशों ने इसमें हिस्सा लिया था। उसके बाद से यह सिलसिला चला आ रहा है। हर वर्ष World Environment Day की थीम तय की जाती है और पूरी दुनिया में उसी आधार पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस बार की थीम है ‘समय और प्रकृति’।


पिछले छह महीने का समय मानव जीवन एवं प्रकृति के सह-सम्बंधों की पुनव्र्याख्या का काल कहा जा सकता है। कोरोना के विषाक्त संजाल में उलझी दुनिया अपनी करनी का फल भुगतने का विवश है। प्रकृति को जीत लेने का दावा और दम्भ पालने वाला विज्ञानमय आधुनिक मानव घुटनों पर बैठा इस संकट से मुक्ति की केवल प्रार्थना ही कर पा रहा है। प्रकृति पर नियंत्रण करने के उसके मंसूबे पर प्रकृति ने ही पानी फेर दिया है। इस कोरोना संकट ने सम्पूर्ण विश्व के सम्मुख कुछ सवाल भी प्रस्तुत किये हैं कि क्या मानव प्रकृति के साथ सह-अस्तित्व के पावन भाव के साथ आगे बढ़ते हुए़ आगामी पीढ़ी के हाथों में मानव जाति के जीने लायक खूबसूरत धरती सौंपना चाहता है या अपनी वैज्ञानिक उपलब्धियों एवं ज्ञान के अकड़ में ऐंठा विनाश की राह पर बढ़ना चाहता है। हालांकि, एक अति सूक्ष्म अदृश्य वायरस ने मानव को पराजित तो कर ही दिया है। यह सुखद है कि आज विश्व एक स्वर से सहमत होकर प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए योजनाबद्ध प्रयासरत है। प्रकृति का संरक्षण करना अल्प समय का काम नहीं हैं। यह भावना का विषय है, प्रेम के वितान पर लिखी आत्मीयता की नवल गाथा है। और यह सम्भव होता है व्यक्ति के बचपन से, जहां वह अपने परिवेश में खेलते-कूदते प्रकृति को जीने लगता है, उसमें एकाकार हो घुलमिल जाता है।
पर्यावरण हमारे आस-पास पाये जाने वाली परिस्थितियां परिवेश है जो जीवन को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है। ये दो घटकों से मिलकर बना है। जैविक घटक जैसे पेड़-पौधे, जानवर और अजैविक घटक जैसे पहाड़, नदियां, सभी निर्जीव वस्तुएं। आज मनुष्य की स्वार्थी गतिवधियों के करण हमारा परिवेश प्रभावित हो रहा है। मनुष्य ने अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए प्रकृति का अंधाधुंध शोषण किया है। जंगल काट डाले, पहाड़ों को धरती का सीना चीर कर सैकड़ों फीट नीचे तक खोद डाला। पृथ्वी के संतुलन को साधने वाले जैवमंडल को तहस नहस किया। जीव-जंतुओं की तमाम प्रजातियां नष्ट कर दी। हम भूल गये कि यह धरती केवल मानव के लिए नहीं अपितु सभी चराचर के जीवन यापन लिए है। इसे सुंदर स्वस्थ बनाये रखने में सभी की अपनी एक निश्चित भूमिका होती है जो बिना कुछ कहे, बिना अपने श्रम का मूल्य लिए धरती को सुदर बनाये रखने के अपने काम में दिनरात जुटे रहते हैं। एक चींटी, तितली, मेंढक, केंचुवा, चिड़िया, मधुमक्खी का उतना ही महत्व है जितना कि एक हाथी, सिंह, मकर, गिद्ध और सियार का। वसुंधरा के उत्तम स्वास्थ्य के लिए पेड़, नदी, ताल, घाटी, मरुथल, पहाड़, सागर आदि सबका स्वस्थ रहना आवश्यक है।
यदि हम पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को जारी रखना चाहते हैं तो प्रकृति का संतुलन सुनिश्चित करना होगा। आज हमारा संतुलन बिगड़ रहा है। हवा जो हम सांस लेते है, पानी जो हम इस्तेमाल करते हैं। पौधे जानवर और अन्य जीवित चीजें सब पर्यावरण के तहत आती हैं। आज हमारा पर्यावरण क्यों बिगड़ रहा है ? हमने अपने जीवन के साथ-साथ ही ग्रहों पर भी भविष्य में जीवन के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है। आज पर्यावरण विनाश एवं विश्व्यापी समस्या बन चुकी है। मनुष्य विज्ञान और विकास के नाम पर प्रकृति का लगातार विनाश करता जा रहा है। वनों की कटाई, उधोग धंधो की भरमार, व्यापार आदि। बिना पर्यावरण शिक्षा के पर्यावरण संरक्षण की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। पर्यावरण साफ सुथरा रहेगा तो लोगों का जीवन भी स्वस्थ रहेगा। हमें सुंदर एवं स्वस्थ जीवन जीने के लिये पृथ्वी को नष्ट होने से बचाना बहुत आवश्यक है। जब तक लोगों में इसके प्रति स्वभाविक लगाव पैदा नहीं होता पर्यावरण संरक्षण एक सपना ही रहेगा। और यह तभी संभव है जब स्कूली शिक्षा में ही हम बच्चों को पर्यावरण शिक्षा के प्रति गंभीरता से जोड़ें। पाठ्यक्रम बना भर देने से काम न चलेगा, उन पाठों को हमें जीवन में उतारकर बच्चों के सम्मुख उदाहरण रखना होगा।
अगर हम पर्यावरण के लिये ज्यादा कुछ करने की सोचते हैं मगर कर नहीं पाते। तो बस कुछ बातें हैं यदि वहीं करें तो बहुत होगा। जैसे अनावश्यक विद्युत उपकरण बन्द करें, कूड़े का उचित निपटान करने के लिए छंटाई के बाद ही गड्ढों में भर निस्तारण किया जाये। कारखानों से निकलने वाले दूषित जल का शोधन करके ही नदी नालों में छोड़ा जाये। फ्रिज का दरवाजा देर तक न खुला छोड़ें, आवश्यकतानुसार ही पानी का प्रयोग करें’र्, इंधन बचाने के लिये अपने वाहनों के टायरों में हवा का दबाव उचित रखे, बाजार जाने पर घर से कपड़े का बैग लेकर चलें, पूरे घर के बल्ब हटाकर सीएफएल लगायें, वर्षा का जल संरक्षित कर प्रयोग करें, कचरा ठीक नियत जगह पर फेंकें, घर-पड़ोस में गमलों में पौधे लगाये एवं खाली जगहों पर वृक्षारोपण कर धरती की हरीतिमा बढ़ाने में योगदान दें। पुरानी टूटी चीजों को कूड़े के रूप में घर से बाहर फेंकने से बेहतर उनकी मरमत करा कर पुनः प्रयोग करना मुनासिब होगा। सबसे महत्वपूर्ण बात इन सभी बातों का अपने जीवन में दैनंदिन कार्य-व्यवहार में पालन करते हुए अन्य लोगों को भी जागरूक करें। अपने परितंत्र को रखें सुरक्षित, सबको ये समझना है। तभी तो कहते हैं कि ‘‘पर्यावरण साफ हो अपना स्वच्छ बने सारे पुर ग्राम। हरे-भरे परिवेश में होते, सभी सुख सुविधा आराम’’। कोराना संकट ऐसी सभी बातों के लिए एक अवसर के रूप में भी है। आईए, सब मिलकर बढ़ें और प्रकृति को सहेज-संभाल कर हरीभरी सुंदर धरती नई पीढ़ी को सौंपें ताकि वे हम पर गर्व कर प्रकृति संरक्षण की साधना-आराधना कर सकें।


शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...