सोमवार, 1 जून 2020

भारत-चीन की सेनाऐं आमने-सामने डटी

नई दिल्ली।एलएसी के आसपास भारत और चीन की सेनाएं अपने-अपने मोर्चे पर डटी हैं। चीनी पक्ष की ओर से किसी प्रकार की नरमी के संकेत नहीं हैं और वहां की सेना लगातार अपनी मौजूदगी बढ़ा रही है। भारतीय क्षेत्र से सटे इलाकों में चीनी सैनिक अर्टिलरी और आर्मर्ड यूनिट तैनात कर रहे हैं. ये वो इलाके हैं जहां से भारतीय सीमा की दूरी महज कुछ घंटे में तय की जा सकती है। हाल के दिनों में दोनों देशों की सेनाएं कई बार आमने-सामने आ चुकी हैं। एलएसी पर दोनों देशों की सेना अपना मोर्चा संभाले हुए है। सूत्रों के मुताबिक कई मौके आए जब सेनाएं एक दूसरे के सामने आईं। खासकर फिंगर फोर का इलाका जहां बड़ी संख्या में चीनी सैनिक जुट गए और उस पूरे इलाके पर अपना दावा करने लगे. वहां की सड़क और झील का इस्तेमाल करते हुए चीन ने अपनी सेना उस इलाके में भेजी है।


 सूत्रों के मुताबिक दोनों ओर से कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. यहां तक कि दोनों देशों में कमांडिंग ऑफिसर और ब्रिगेड स्तर के अधिकारियों के बीच बात हो चुकी है. इस विवाद पर मई के पहले हफ्ते से वार्ता चल रही है. आगे इस हालात का समाधान निकालने के लिए मेजर जनरल स्तर की वार्ता होने वाली है. एक सूत्र ने कहा, ऐसा लगता है कि चीनी सेना जानबूझ कर बातचीत टाल रही है ताकि उस इलाके में जमावड़ा लगाने का ज्यादा वक्त मिले. चीनी सेना ने उस पूरे इलाके में अर्टिलरी और आर्मर्ड यूनिट तैनात की है।

सूत्रों ने कहा कि चीन के जवाब में भारत ने भी अपनी फौज लगाई है. लद्दाख सेक्टर के कई इलाकों में ऊंचाई पर सैनिकों की तैनाती की गई है. चीन के 5 हजार सैनिकों के जवाब में भारत ने भी अपनी फौज खड़ी की है. सूत्रों का कहना है कि जिन-जिन इलाकों में चीनी सैनिक घुसे हैं, उनके सामने भारतीय फौज डटी है और उन्हें किसी भी दिशा में मूव करने से रोका जा रहा है। भारतीय सीमा में घुसने की उन्हें कोई इजाजत नहीं है।


लद्दाख क्षेत्र में चीन की मंशा बड़े स्तर पर घुसपैठ करने की थी, लेकिन भारतीय फौज ने उनके इरादे पर पानी फेर दिया. चीनी सैनिकों के जवाब में भारत ने भी अपनी सेना खड़ी की. हालांकि सूत्रों का कहना है कि चीनी सैनिक अभी पीछे हटने के मूड में नहीं हैं और भारत के विरोध के बावजूद वे डटे रहना चाहते हैं. हाल की बातचीत में चीन ने लद्दाख सेक्टर में सैन्य जमावड़े का विरोध किया है, खासकर डीबीओ सेक्टर में. यह सेक्टर काराकोरम सेक्टर के नजदीक पड़ता है जहां से भारत और चीन के बीच एलएसी की शुरुआत होती है।


2 राज्यों को प्रभावित करेगा 'तूफान'

नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान अम्फान की तबाही के बाद एक और तूफान का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में गुजरात और महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान तबाही मचा सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (INDIA METEOROLOGICAL DEPARTMENT) ने बताया कि उत्तरी और दक्षिणी गुजरात तटों के पास अरब सागर में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र आगे और मजबूत होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। यह 3 जून तक दक्षिणी गुजरात तटों तक पहुंचकर तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग ने गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।


मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए अरब सागर में गए मछुआरों को वापस बुला लिया है। साथ ही 4 जून तक मछुआरों को सागर से दूर रहने को कहा है। मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तरी और दक्षिणी गुजरात तटों के सभी बंदरगाहों पर चक्रवात की चेतावनी के संकेत देने का परामर्श दिया है क्योंकि समुद्र में 4 जून तक स्थिति अत्यंत खराब रहने की संभावना है। तूफान के दौरान 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जिनकी गति 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है। इस दौरान समुद्र की स्थिति बहुत अधिक खराब रह सकती है।


लॉक डाउन में अनलॉक 0.1 में काफी छूट

नई दिल्ली। देश में कोरोना संकट से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन 5.0 का आज पहला दिन है। गृह मंत्रालय के दिशानिर्देश सोमवार 1 जून से पूरे देश में लागू हो गए हैं जो 30 जून तक जारी रहेंगे। लॉकडाउन पांच को अनलॉक-1 नाम दिया गया है. बहरहाल, नए दिशानिर्देशों के मुताबिक केंद्र सरकार ने 1 जून से लॉकडाउन में काफी हद तक ढील दी है। गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद कई राज्यों ने दूसरे राज्यों से आने-जाने वाले लोगों के लिए सीमा खोल दी है और इंटर-स्टेट परिवहन को मंजूरी दी है।


उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि अंतरराज्यीय यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन दिल्ली से सटे लोगों की आवाजाही पर फैसला गाजियाबाद और नोएडा के जिला प्रशासनों पर छोड़ दिया गया है। हालांकि राज्य ने अपनी अंतरराज्यीय बस सेवा को फिर से शुरू नहीं किया है। वहीं कर्नाटक सरकार ने कंटेनमेंट जोन को छोड़कर लॉकडाउन में छूट देने का रास्ता साफ करते हुए राज्य के अंदर और अंतरराज्यीय आवाजाही पर लगी रोक हटा दी। वहीं हालांकि लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र और तमिलनाडु ने इसकी मंजूरी नहीं दी है. जबकि उत्तर-पूर्व के कुछ राज्यों ने 31 मई के बाद भी अंतरराज्यीय यात्रा पर प्रतिबंध जारी रखने का फैसला किया है।


भारतीय रेलवे 1 जून से 200 पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू करने जा रहा है. इन ट्रेनों में सफर करने के लिए 21 मई से ही टिकटों की बुकिंग शुरू हो चुकी है. रेलवे ने सभी स्पेशल ट्रेनों के लिए अग्रिम आरक्षण की अवधि (ARP) को 30 दिन से बढ़ाकर 120 दिन कर दिया है. इनमें 12 मई से चल रही 15 जोड़ी राजधानी स्पेशल ट्रेनें और एक जून से चलने जा रहीं 100 जोड़ी यानी 200 नई ट्रेनें भी शामिल हैं. रेलवे के मुताबिक इन सभी 230 ट्रेनों में पार्सल और सामान की बुकिंग की अनुमति होगी।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


जून 02, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-294 (साल-01)
2. रविवार, जूूून 02, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:18।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-39+ डी.सै.।


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रविवार, 31 मई 2020

'मन की बात' वायरस गया नहीं हैं

अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस के इस दौर में भारत की स्थिति बाकी देशों के मुकाबले काफी ठीक है और कोरोना की वैक्सीन के लिए दुनिया की नजर भारत पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में यह कहा। मोदी बोले कि दुनिया के बड़े नेताओं को ऐसा लगता है कि कोरोना से जंग में आयुर्वेद अहम रोल अदा कर सकता है। लॉकडाउन खत्म होने पर मिल रही छूट (Unlock 1.0) पर भी मोदी बोले, कहा कि फिलहाल सावधानियों को बरतना न छोड़ें क्योंकि कोरोना कहीं नहीं गया है।


मन की बात की शुरुआत में मोदी ने कहा कि काफी हद लॉकडाउन खुल चुका है। उन्होंने श्रमिक ट्रेन, स्पेशल ट्रेनें, घरेलू उड़ानों का जिक्र किया।मोदी बोले कि भारत की जनसंख्या बाकी देशों से काफी ज्यादा है। बावजूद इसके कोरोना भारत में उतना नहीं फैल पाया जितना बाकी देशों में फैला।


कोरोना काल के इन हीरोज की तारीफ
मोदी ने कोरोना काल में लोगों की मदद कर रहे लोगों की तारीफ की। मोदी बोले कि तमिलनाडु के सी मोहन मदुरै में सलून चलाते हैं। उन्होंने बेटी की पढ़ाई के लिए 5 लाख रुपये बचाए थे। अब सारा पैसा जरूरतमदों पर खर्च कर दिया। अगरतला के गौतम दास जी अपनी जमापूंजी से लोगों के को दाल-चावल खिला रहे। पठानकोट के दिव्यांग राजू अबतक 3 हजार से ज्यादा मास्क बनवाकर बांट चुके हैं। उन्होंने 100 परिवारों के लिए खाने का राशन जुटाया है।


श्रमिकों की दिक्कतों और प्रवासी संकट का जिक्र
मोदी बोले कि लॉकडाउन में श्रमिक, मजदूर सबसे ज्यादा परेशान हुए। सब उनकी परेशानियों को अनुभव कर पा रहे। रेलवे के लोग दिन-रात लगे हुए हैं। वे भी अग्रिम पंक्ति में खड़े कोरोना वॉरियर हैं। लाखों लोगों को उनके घर तक पहुंचाना बड़ी बात। मोदी बोले कि देश के पूर्व हिस्से में ग्रोथ इंजन बनने की क्षमता। इसका विकास करना है। पूर्व भारत के विकास को हमने प्राथमिकता दी है। बीते सालों में बहुत कुछ हुआ। प्रवासी मजदूरों को देखते हुए नए कदम उठाना जरूरी। यह शुरू किया। माइग्रेशन कमीशन बन रहा। स्टार्टअप इसपर काम कर रहे।



  • -दो गज की दूरी, चेहरे पर मास्क, हाथ धोना जैसी सावधानियों का पालन करते रहें। कोरोना से अभी उतना ही खतरा।

  • -5 जून को पर्यावरण दिवस है। इस साल की थीम जैव-विविधता है। कितने ही ऐसे पक्षी ऐसे हैं जो गायब हो गए थे, लॉकडाउन में वे वापस लौटे। कई जानवर सड़कों पर घूमते दिखे। घर से दूर-दूर पहाड़ियां देख पा रहे हैं। कई लोगों को इससे प्रकृति के लिए कुछ करने का मन हुआ होगा।

  • -मोदी ने अम्फान और टिड्डी दल के हमले का जिक्र किया। मोदी बोले बताया कि छोटा सा जीव कितना नुकसान कर सकता है।

  • -आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। मतलब नॉर्वे, सिंगापुर जैसा देश उसकी जनसंख्या से दो गुना लोगों को मुफ्त में इलाज दिया गया। आयुष्मान योजना से गरीबों के इलाज पर खर्च होनेवाले पैसे बचाए हैं।

  • -आयुष मंत्रालय ने माई लाइफ, माई योग प्रतियोगिता शुरू की है। इसमें कोई भी हिस्सा ले सकता है। एक तीन मिनट का वीडियो पोस्ट करना है। योग के आसान करते हुए दिखाना है। योग से जीवन में क्या बदलाव आया यह बताना है।

  • -कोरोना के दौर में विश्व के कई नेताओं से बातचीत हुई। इन दिनों उनकी दिलचस्पी रोग और आयुर्वेद में है। वे जानना चाहते हैं कि इससे कोरोना में क्या मदद मिल सकती है। कोरोना संकट के दौरान हॉलिवुड से हरिद्वार तक योग पर ध्यान। कितने ही लोग जिन्होंने कभी योग नहीं किया वे योग सीख रहे हैं। योग कम्यूनिटी, यूनिटी, इम्यूनिटी सबके लिए अच्छा है।


मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई का रास्ता लंबा है। अभी कोई इलाज नहीं, इसका कोई अनुभव नहीं। नई चुनौतियां, परेशानियां अनुभव कर रहे। भारत भी इससे अछूता नहीं। कोरोना वायरस लॉकडाउन में पीएम मोदी की यह तीसरी मन की बात है। मोदी अपनी सरकार बनने के बाद अबतक 64 बार मन की बात कार्यक्रम कर चुके हैं।


वायरस जांच 'निरीक्षण' में बड़ी लापरवाही

'मेरे पापा तो पूरी तरह फिट थे..उन्हें हुआ क्या'

 

मेरठ। चार दिन पहले जब सुभाष नगर निवासी टैक्सी चालक को मेडिकल कालेज में भर्ती कराने के लिए घर से निकले थे तो स्वजनों को आभास नहीं होगा कि अब वह कभी लौटकर नहीं आएंगे। शनिवार को सूरजकुंड श्मशान घाट पर मृतक के भाई, पत्नी, बेटी और भाभी आदि पारिवारिक सदस्य मौजूद थे। सवा तीन बजे जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस श्मशान घाट में पहुंची तो महिलाएं व अन्य स्वजन अचानक शव की तरफ लपके, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। बेटा और भाई शव को चिता स्थल तक ले गए। मुखाग्नि के समय बेटी की वेदना का ज्वार फूट पड़ा। बुरी तरह बिलख रही मां को मजबूती से संभाले उसके हाथ अचानक उठे और चिता पर लेटे पिता के शव को हाथ हिलाकर जोर-जोर से अंतिम विदाई देने लगे।

मां के हाथ भी अंतिम अभिवादन के लिए हिलने लगे।

साथ आए परिजनों ने बताया कि जब जब पिता टैक्सी लेकर घर से रवाना होते थे तो बेटी इसी तरह उनका अभिवादन करती थी। जिस समय कोरोना पाजिटिव व्यक्ति का अंतिम संस्कार हो रहा था, अन्य शवों के साथ आए लोग भी जमा थे। चाहकर भी सगे-संबंधी और रिश्तेदार शव को कंधा नहीं दे पा रहे थे।

इलाज में लापरवाही का आरोप

मेडिकल कालेज में कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही की आए दिन पोल खुल रही है। मां-बेटी ने बताया कि चार दिन पहले दर्द की हल्की शिकायत होने पर उन्हें मेडिकल में भर्ती कराया था। वहां कोई देखने-सुनने वाला नहीं था। पूछने पर बार-बार यही बताया जाता कि आज रिपोर्ट आएगी, कल आएगी। उनकी अन्य जांच भी ठीक पाई गई थीं। चार दिन के बाद बताया कि कोरोना संक्रमित थे। बुरी तरह बिलख रही बेटी का कहना था कि तीन भाइयों में मझले उसके पापा पूरी तरह फिट थे, उन्हें क्या हो गया। एक महिला ने बताया कि उनके देवर पर अपने और भाइयों के परिवार समेत 12-13 लोगों की परवरिश का जिम्मा था। एक महिला ने तो साजिश का अंदेशा तक जताया। आखिर, चार दिन में ऐसा क्या हुआ कि पूरी तरह स्वस्थ व्यक्ति की मौत हो गई और अब डाक्टर कह रहे हैं वह कोरोना पाजिटिव थे।

मोहल्ले वालों ने दी सूचना

कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद मृतक की कालोनी सुभाष नगर को क्वारंटाइन किया गया था। जब शव को सूरजकुंड ले जाने की सूचना मिली तो परिवार की महिलाएं अंतिम दर्शन के लिए पैदल ही श्मशान घाट पहुंच गईं। स्थानीय पार्षद पवन चौधरी ने बताया कि जब उन्हें इस बात का पता चला तो सूरजकुंड पहुंचे। ढांढस बंधाकर महिलाओं को वापस लाया गया।

नहीं हुआ सैनिटाजइेशन

सूरजकुंड श्मशान घाट पर कोरोना पाजिटिव मरीजों के अंतिम संस्कार में प्रोटोकाल का पालन नहीं हो रहा है। नियमानुसार अंतिम संस्कार के समय श्मशान घाट पर कम से कम लोग रहने चाहिए। संक्रमित व्यक्ति के शव से पहले वहां तीन सामान्य शवों के अंतिम संस्कार हो रहे थे, जिनमें एक लावारिस भी था। उनके साथ आए लोग भी वहीं मौजूद थे। संक्रमित व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद वहां सैनिटाइजेशन भी नहीं हुआ।

तृतीय 'विश्व युद्ध' के संकेत देता है चीन

बड़ा खुलासाः धोखा दे रहा है चीन, सैटेलाइट से खुला रहस्य गोगरा की ऊंची पहाड़ियों पर जमीं चीनी फौजें

अकाशुं उपाध्याय

नई दिल्ली। चालबाज चीन दुनिया की आंखों में धूल झोंककर एक तरफ जहां हांगकांग और ताईवान को हड़प करलेना चाहता है वहीं उसकी ललचाई आंखें लद्दाख पर भी लगीं हुईं हैं। इसीलिए एक और चीन की तरफ से शांति के सुर अलापे जा रहे हैं और हाथी-ड्रैगन के डांस जैसे बयान दिये जा रहे हैं तो वहीं रात के अंधेरे में चीन की फौजें लद्दाख में लगातार अपने मोर्चे मजबूत करती जा रही हैं। लद्दाख में चीनी फौजों ने अपनी पोजिशन बदलकर भारत के खिलाफ मोर्चाबंदी कर रही हैं। कुछ चीनी फौजें पहले से ज्यादा ऊंची जगहों पर पहुंच गयी हैं। ये वो जगह हैं जो भारत सीमा से कुछ दूर जरूर लेकिन सामरिक तौर अतिमहत्वपूर्ण हैं। यह खुलासा सैटेलाइट से मिली ताजा तस्वीरों से हुआ है।

 

सैटलाइट से मिली तजा तस्वीरों से पता चल रहा है कि गोगरा इलाके में चीन ने अपनी सेना बढ़ा भी दी है और वह ऊपर की ओर भी बढ़ने लगी है। वहीं, भारत भी पूरी तरह से तैयार है और भारतीय सुरक्षाबल चीन के ठीक सामने मुस्तैदी से तैनात हैं। लद्दाख में भारत के कराए निर्माणकार्यों से चीन बौखलाया चल रहा है और सेना की ऐक्टिविटी को बढ़ा रहा है।

ओपन सोर्स इंटेलिजेंस अनैलिस्ट Detresfa ने ताजा सैटलाइट तस्वीरें जारी की हैं। इनके मुताबिक चीन की सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने पैंगॉन्ग सो और गोगरा इलाके के ठीक सामने नई पोजिशन ले रखी है। इसे देखते हुए भारत ने यहां अपनी मौजूदा स्थिति के करीब ही और ज्यादा सुरक्षाबल बढ़ा दिया है। वहीं, पैंगॉन्ग सो में बेस एरिया से चीनी यूनिट ऊपर की ओर चढ़ रही है। संभावना है कि यहां टेंट भी लगाए गए हैं। भारत के गोगरा पोस्ट के पास चीन की फौजों ने पोजिशन भी ली है यहां बड़े स्तर पर ऐक्टिविटी चल रही है।

इससे पहले शनिवार को जारी तस्वीरों में Detresfa ने दावा किया था कि PLA भारत के गोगरा बेस से 11 किमी उत्तरपश्चिम की ओर है। उसके मुताबिक यह अब तक की सबसे बड़ी यूनिट है जिसमें कई वीइकल ट्रक्स हैं। उसने साफ किया था कि चीन की सेना भारत की सीमा में दाखिल नहीं हुई है, जैसा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था। भारत ने समय रहते अपनी सेना सीमा पर तैनात कर दी थी जिसके बाद PLA का प्लान फेल हो गया था।

दरअसल, लद्दाख में पिछले 2-3 सालों में भारत ने डीबीओ इलाके में जो सड़क बनाई है, उसकी वजह से चीन बेचैन हो रहा है। चीन ने एलएसी के पास करीब 5000 सैनिकों की तैनाती की हुई है। भारत ने भी वहां पर भारी मात्रा में सैन्य बल तैनात कर दिया गया है। गालवान नाला एरिया में चीनी सैनिक 114 ब्रिगेड के काफी पास में मौजूद हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक मई के पहले हफ्ते में चीन भारतीय सीमा में ज्यादा अंदर तक घुसने की फिराक में था लेकिन उसकी यह कोशिश बेकार गई।

नैनी जेल में संक्रमित मिलने से 'हड़बड़'

नैनी जेल में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद मची खलबली

 

प्रयागराज। सेंट्रल जेल नैनी में शनिवार को एक अंडर ट्रायल बंदी के कोरोना पॉजिटिव होने से हड़कंप मच रहा। उसे एसआरएन अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं आनन-फानन में क्वारंटीन सेंटर बनाए गए पुरानी महिला जेल के बैरक को सील कर दिया गया और वहां मौजूद 16 मई से 30 मई के बीच आए कैदियों को क्वारंटीन किया गया है। जेल प्रशासन ने पूरी तरह से सतर्कता बरतने की बात कही है।

 

लॉकडाउन के पहले चरण से ही जेल मे मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी। इसके साथ ही जेल में कोराना से बचाव के लिए तरह-तरह के इंतजाम किए गए थे। जेल में दाखिल होने वाले हर एक बाहरी कैदी को पुरानी महिला जेल में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में रखा गया जाता था। करेली पुलिस ने लाल कालोनी, तुलसीपुर के 25 वर्षीय युवक को 24 मई को चोरी के आरोप में नैनी सेंट्रल जेल भेजा था, जिसके बाद उसे क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था। 16 मई से 30 तक जेल में आने वाले नए कैदियों को क्वारंटीन किया गया था। उनकी समय-समय पर जांच कराई जा रही थी। जेल प्रशासन की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार अब तक कुल 180 बंदियों और 25 जेल कर्मियों की कोरोना जांच कराई थी।

 

27 मई को क्वारंटीन सेंटर में रखे गए 110 कैदियों समेत अन्य 180 कैदियों और 25 जेलकर्मियों में से 96 लोगों की रिपोर्ट आई जिसमें तुलसीपुर करेली का 25 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। अन्य 95 की रिपोर्ट निगेटिव आई है तथा शेष की रिपोर्ट आना बाकी है। 25 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से जेल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पॉजिटिव मिले विचाराधीन कैदी इमरान को एम्बुलेंस से लेवल 3 एसआरएन हास्पिटल भेज दिया गया।

छह बंदीरक्षक किए गए होम क्वारंटीन

नैनी : पुरानी महिला जेल स्थित जिस क्वारंटीन सेंटर में इमरान को रखा गया था, वहां पर ड्यूटी करने वाले छह बंदीरक्षकों को होम क्वारंटीन कर दिया गया है। साथ में बंदीरक्षकों उनके परिजनों और उनके संपर्क में आए लोगों की सेंपलिंग भी कराई जा रही है। इसके साथ ही वह कितने लोगों के संपर्क में आए है उनका भी पता लगाया जा रहा है।

इनका कहना है :

27 मई को नैनी जेल में निरुद्ध 180 कैदी व 25 बंदरक्षकों की कोराना जांच कराने के लिए सैंपल दिया गया था। जिनमें से 30 मई को आई रिपोर्ट मे 95 निगेटिव है, लेकिन 24 मई को करेली थाने से चोरी के आरोप में आए युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यहां पर उसे क्वांरटीन वार्ड में रखा गया था। पॉजिटिव मिले बंदी को एसआरएन हास्पिटल में भर्ती कराया गया है -हरिबक्श सिंह, वरिष्ठ जेल अधीक्षक, सेंट्रल जेल नैनी।

बृजेश केसरवानी

भूमाफिया कर रहे, अवैध तरीके से खनन

 

कौशाम्बी। चायल तहसील के चरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत मिट्टी का अवैध खनन कर रहे हैं भू माफिया ग्राम पंचायत के चरवा सिरसी बलीपुर टाटा सिरियाव पंनोई अमिनी लोकीपुर महोदीपुर रतगहा आदि गांव में जे सी बी मशीन से मिट्टी की अवैध खनन करके मिट्टी का व्यापार इलाके में जोरो पर है।

गांव में सरकारी भूमि सुरक्षित नही रहा गई है।

 

गांव सभा की सरकारी भूमि पर माफिया लोगो के द्वारा जे सी बी मसीन लगाकर बड़े पैमाने पर मिट्टी की खुदाई की जा रही हैं जिसमें यह सरकारी भूमि तालाब की शक्ल लेती जा रही हैं।

बीते कई दिनों से माफियाओं द्वारा मिट्टी की खुदाई दिन रात किया जा रहा है जे सी बी मशीन से खुदाई की जाती हैं लेकिन अभी तक खनन बिभाग और तहसील के अधिकारियों को क्या मिट्टी का अवैध खनन की जानकारी नही है या फिर जानकारी होने के बाद भी मिली भगत से खनन कर रहे है।मिट्टी का व्यापार जोरो पर है गांव में जे सी बी से मिट्टी की विक्रेता इन दोनों खूब अपना जेब भर रहे है चरवा थाना क्षेत्र में लॉक डाउन का पूरा फायदा खनन माफिया उठा रहे हैं। क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन का थानाध्यक्ष को क्या यह बात नही पता या फिर फिर पता होने के बाद भी जेसीवी मशीन चल रही हैं।

 

धर्मेंद्र सोनकर

छूटः 'अनलॉक 1.0' का दिया गया नाम

अनलॉक 1.0: यूपी में मिलेंगी ये छूट ! डीटेल में जानें।

 

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अनलॉक 1.0 में केन्द्र सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से ही काम करने वाली है। आप जानिए कि सूबे में आपको इस दौरान किन चीजों पर छूट मिल सकती है और किन पर रोक लागू रहेगी ?

 

लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 5.0 लागू तक दिया है। यह 30 जून तक लागू रहेगा। हालांकि इसे 'अनलॉक 1.0' नाम दिया गया है। केन्द्र सरकार की ओर से इसे लेकर गाइडलाइन्स भी जारी कर दी गई हैं। केन्द्र सरकार की गाइडलाइन्स के अनुसार कंटेनमेंट जोन में अब भी पूरी तरह से पाबंदी रहेगी, हालांकि बाकी जगहों पर धीरे-धीरे छूट दी जाएगी।

देश के सभी हिस्सों में रात को 9 बजे से सुबह 5 बजे तक अब नाइट कर्फ्यू रहेगा। वहीं कुछ मामलों को लेकर केन्द्र सरकार ने फैसले को राज्य सरकार पर छोड़ा है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी अनलॉक 1.0 को लेकर अपनी गाइडलाइंस रविवार को जारी करने वाली है। हम आपको बता रहे हैं कि योगी सरकार आपको इस दौरान क्या छूट दे सकती है।

सख्ती के साथ खुलेंगे रेस्टोरेंट!

सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सूबे में धार्मिक स्थलों को सोशल डिस्टेंसिंग के सख्त पालन के साथ खोलने की अनुमति दे सकती है। हालांकि यह 8 जून के बाद ही होगा। वहीं रेस्टोरेंट और शॉपिंग मॉल्स को खोलने को लेकर भी कुछ नियमों के साथ छूट दी जा सकती है। हालांकि लखनऊ मेट्रो को लेकर अभी संशय है लेकिन माना जा रहा है कि 10 जून के बाद स्थितियों के अनुसार फैसला लिया जा सकता है।

खत्म होगी पास की अनिवार्यता

उत्तर प्रदेश में स्कूलों, कॉलेजों, शिक्षण संस्थानों, प्रशिक्षण और कोचिंग संस्थानों को खोलने की अनुमति भी दी जा सकती है। हालांकि वहां आने वाले लोगों को पूरी तरह से सेनेटाइज करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने जैसे नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। वहीं एक जगह से दूसरी जगह पर जाने के लिए अब पास की अनिवार्यता भी समाप्त की जा सकती है।

इन्हें नहीं मिलेगी इजाजत

अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा, सिनेमा हॉल, जिम, राजनीतिक आयोजनों आदि को करने की इजाजत फिलहाल नहीं दी जाएगी।

कंटेनमेंट जोन में पूरी तरह से पाबंदी जारी रहेगी। हालांकि आवश्‍यक गतिविधियों की अनुमति रहेगी।

बिना मास्क के बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी और दुकानों पर भी 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी।

शादी में शामिल होने के लिए 50 से अधिक लोगों को इजाजत नहीं दी जाएगी।

तंबाकू पर रोक रहेगी लेकिन पान मसाला बेचने की इजाजत दी जाएगी। हालांकि किसी सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर जुर्माने का प्रावधान होगा।

हाईवे पर खड़े ट्रक को पीछे से टक्कर

रायबरेली

 अनियंत्रित कार ने हाईवे पर खड़े ट्रक को पीछे से मारी टक्कर, प्रयागराज में तैनात एक्सईएन की सड़क हादसे में मौत। रायबरेली में शनिवार रात को हादसा हो गया। एक अनियंत्रित कार ने ट्रक को पीछे से टक्कर मार दी जिसमें बिजली विभाग के एक्सईएन की मौत हो गई।

घायल अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

देर रात बछरावां थाना क्षेत्र के लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर पहुरावा गांव के पास हुआ हादसा।

रायबरेली। उत्तर प्रदेश रायबरेली जिले में शनिवार देर रात सड़क हादसे में प्रयागराज में तैनात बिजली विभाग के एक्सईएन की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि लखनऊ प्रयागराज हाईवे पर बछरावां थाना क्षेत्र में सड़क किनारे खड़ी ट्रक में एक्सईएन की अनियंत्रित कार जा घुसी थी।

पुलिस के अनुसार शनिवार देर रात प्रयागराज जनपद में विद्युत विभाग के एक्सईएन पद पर तैनात मुकेश कुमार जाखनवाल (40) पुत्र बिंदेश्वरी प्रसाद निवासी 7/493 जानकीपुरम विस्तार निकट भवानी बाजार जनपद लखनऊ , प्रयागराज से अपने घर लखनऊ जा रहे थे। देर रात बछरावां थाना क्षेत्र के लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर पहुरावा गांव के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर हाईवे किनारे खड़े एक ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा गई। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए।

टक्कर इतनी जोरदार थी कि लोग घरों से बाहर निकल आए

हादसे में गाड़ी जब भिड़ी तो जोरदार आवाज हुई इससे लोग उठकर घरों से बाहर निकल आए और मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों में से किसी ने पुलिस को घटना की सूचना दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें कार से बाहर निकाला और एंबुलेंस से घायल एक्सईएन को इलाज के लिए सीएचसी पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया है। इस बाबत थानाध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि सूचना मिलते ही मय पुलिस बल मौके पर पहुंचकर घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। इलाज के दौरान घायल ने दम तोड़ दिया। तहरीर मिलने पर आगे की विधिक कार्यवाही की जाएगी।

गंधक-पोटाश कूटने पर ब्लास्ट, घायल

अतुल त्यागी

स्लग - इमामदस्ते में एक साथ गंधक पोटास कूटने पर हुआ ब्लास्टथाना बहादुरगढ़ क्षेत्र का मामला।

 हापुड़। जनपद के थाना बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के  गांव जखेड़ा में एक बच्ची सहित दो झुलसे।जिसमें बच्ची को गढ़मुक्तेश्वर के श्री राम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और बच्चे को मेरठ के लिए रेफर दिया गया सूचना मिलते ही  मौके पर पहुची पुलिस करीब आठ बजे की घटना बताई जा रही।

इमामदस्ता पुलिस ने लिया कब्जे में।जंगली पशुऔं से सुरक्षा हेतू गंधक पोटास पीस रहे थे।पिसते समय हुआ बिलास्ट थाना बहादुरगढ के जखैडा गांव का मामला।

बाईट-"श्रीमान क्षेत्राधिकारी गढ़मुक्तेश्वर पवन कुमार।

किसानों को भुगतान की पहली किस्त दी

भाजपा के प्रयास रंग लाए।

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। किसानों के गन्ना भुगतान में काफी विलंब हो रहा था। जिससे किसान काफी पीड़ित भी थे। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए। जिला भाजपा कार्यकारिणी के द्वारा  किसानों की समस्या का समाधान किया। भाजपा जिला अध्यक्ष श्री दिनेश सिंघल व विधायक डॉ मंजू शिवाच के प्रयास से मोदी चीनी मिल ने किसानों को ब्याज के एक करोड़ रुपए का चेक पहली किस्त के रूप में एसडीम महोदया सौम्या पांडे को सौंपा। इस मौके पर भाजपा किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष श्री देवेंद्र चौधरी, तहसीलदार उमाशंकर तिवारी , जिला गन्ना अधिकारी श्री ओम प्रकाश , समेत अन्य लोग मौजूद थे। चेक मोदी चीनी मिल उपाध्यक्ष श्री वेदपाल मलिक जी एवं महाप्रबंधक गन्ना श्री राहुल त्यागी जी ने सौंपा।

इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहींः सीएम

इलाज में लापरवाही अथवा चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी, सख्त कार्रवाई होगी:- मुख्यमंत्री


भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक रोज वार्डों में जाएं तथा मरीजों को सर्वोत्तम इलाज दें। इलाज में थोड़ी भी लापरवाही अथवा चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा सख्त कार्रवाई होगी। हमीदिया अस्पताल को कोरोना के इलाज में आदर्श अस्पताल की भूमिका निभाना चाहिए और वहां मृत्यु दर न्यनतम करने का प्रयास किया जाए। श्री चौहान ने एसीएस हैल्थ को निर्देश दिए कि उन्हें हमीदिया में इलाज की रोज रिपोर्ट दें। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आने-जाने के लिए अब ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी। राज्य से बाहर आने-जाने के लिए ई-पास लिए जा सकेंगे। मुख्य सचिव श्री बैंस ने बताया कि ये ई-पास ऑटो जनरेटेड होंगे।


मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव श्री एस.एन. मिश्रा, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री संजय शुक्ला आदि उपस्थित थे।


आईएएस रानी नागर पर किया हमला

 अकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। अक्सर विवादो में रहने वाली चर्चित आईएएस अधिकारी रानी नागर और उनकी बहन के ऊपर शुक्रवार रात किसी अज्ञात व्यक्ति ने जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान रानी नागर तो बच गईं, लेकिन उनकी बहन रीमा नागर को गंभीर चोटें आई हैं। इस संबंध में रानी नागर ने ट्वीट और फेसबुक के जरिये जानकारी दी।
रानी नागर ने बताया कि वह अपनी बहन रीमा के साथ शनिवार रात लगभग नौ बजे अपने गाजियाबाद के पंचवटी कॉलोनी स्थित घर पर थीं और घर के बाहर टहल रही थीं। उसी समय एक व्यक्ति मकान नम्बर बी-96 न्यू पंचवटी कॉलोनी से निकलकर उनके सामने आ गया और जब तक वह कुछ समझ पातीं। आरोपी ने एक लोहे के रॉड से उनके ऊपर हमला कर दिया। इसके तुरन्त बाद उस व्यक्ति ने मेरी बहिन रीमा नागर के पैर में लोहे की रॉड से हमला किया जिससे मेरी बहिन रीमा नागर के पैर में बहुत चोट आई। मेरी बहन रीमा नागर पैर से चलने में अभी असमर्थ हो गयी हैं और उनके पैर में नील भी पड़ गये हैं।  बता दें कि इस्तीफा देते हुए आईएएस अधिकारी रानी नागर ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे।


कोरोना-लॉकडाउन से भारत को नुकसान

नई दिल्ली। कोरोना संकट और लंबे लॉकडाउन से भारत को भारी नुकसान होने जा रहा है। हाल के अनुमान इसी ओर संकेत करते हैं। अभी तक इस बात को लेकर बहस जारी थी। सरकार की ओर से प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन-1 में ‘जान है तो जहान है’ का नारा दिया और फिर उसे बदलकर ‘जान भी, जहान भी’ के मंत्र से इस कठिन चुनौती के बीच बैलेंस बनाने की कोशिश की।


लॉकडाउन-1 तो जरूरी था, लेकिन…
नए आंकड़े बताते हैं कि भले ही हमने लॉकडाउन के जरिए बहुत-सी जानें बचा ली हों, जहान के तौर पर हम भारी कुर्बानी देने जा रहे हैं। इस कुर्बानी की कीमत का सही-सही पता हमें आगे चलकर ही लगेगा। मुमकिन है कि वह कीमत आर्थिक तंगी ही नहीं, बहुत सारी जानों के रूप में भी हो, जिन्हें शायद हम कभी गिन नहीं पाएंगे। बहुत मुमकिन है कि आगे चलकर हम इसी नतीजे पर पहुंचें कि संक्रमण से रोक के लिए लॉकडाउन-1 तो जरूरी था, लेकिन फिर इसका बार-बार विस्तार हमें दूसरी खाई में धकेलता गया।


नेगेटिव होगी GDP
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक हम मंदी में जा रहे हैं, यानी इस साल जीडीपी नेगेटिव में चली जाएगी। आजाद भारत में ऐसा सिर्फ 1957-58, 1965-66, 1972-73 और 1979-80 में हुआ था। इस बार यह सबसे गंभीर होगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का अंदाजा है कि यह गिरावट -6.8 फीसदी होगी। यानी पिछले वित्त वर्ष में जीडीपी जितना था, उससे यह इस वित्त वर्ष में 6.8 प्रतिशत कम रह सकता है।


बेरोजगारी दर 24% से ऊपर
इस वक्त भारत बेरोजगारी की अभूतपूर्व मिसाल पेश कर रहा है। सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक बेरोजगारी दर 24 फीसदी से ऊपर है। करीब 10 करोड़ लोग बेरोजगार हैं। अगर आप एक परिवार में कम से कम 5 सदस्य भी मानें, तो करीब आधी आबादी रोजगार और कमाई के नुकसान की तकलीफ झेल रही है। आर्थिक, सामाजिक और मानसिक तौर पर इसके असर को पूरा-पूरा दर्ज कर पाना नामुमकिन है, लेकिन वह काफी गहरा और डरावना होगा।


बच सकती थीं नौकरियां
नौकरियों को बचाने के लिए सरकार ने नियोक्ताओं से अपील की, लेकिन यह कोई उपाय नहीं था। सरकार ने कोई ऐसी योजना पेश नहीं की, जो मुसीबत में पड़े नियोक्ताओं को नौकरियां बचाने के लिए समर्थन देती। यूरोप के तमाम देशों और अमेरिका में सरकारों ने खतरे में पड़े कर्मचारियों को बचाए रखने के लिए उनका बोझ उठाया है। ऐसे कर्मचारियों की सैलरी का 70 से 80 पर्सेंट खर्च (एक लिमिट तक) सरकारें उठा रही हैं। जर्मनी की कुहरशरबाइट योजना की खासी तारीफ हुई है, जिसने 2008 में भी रोजगारों को बचाया था और जर्मनी बेहतर तरीके से मंदी से बाहर निकल सका था। सैलरीड क्लास संख्या में कम दिखता है, लेकिन आज की इकॉनमी में उसकी जगह काफी बड़ी है।


10 अंक की जगह 11 का मोबाइल नबंर

नई दिल्ली। बहुत जल्द ही आप का मोबाइल नंबर 10 अंक के बजाय 11 अंक का होने वाला है। और इस की तैयारी भी शुरू हो गयी है। दूर संचार नियामक ट्राई ने देश में मोबाइल फ़ोन नंबर को 10 अंक के बजाय 11 अंक करने का सिफारिश जारी किया है। देश में मोबाइल की संख्या में बेतहासा वृद्धि प्रतिशत को ध्यान में रखते हुए उक्त निर्णय लिया जा रहा है, ताकि भविष्य में मोबाइल नंबर आबंटन पर किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।
बढ़ती आबादी के साथ दूरसंचार कनेक्शन की मांग से निपटने की जरूरतों को देखते हुए यह विकल्प अपनाये जाने का सुझाव है। भारतीय दूरसंचार विनियामक (ट्राई ) ने इस बारे में एक परिचर्चा पत्र जारी किया है। इसका शीर्षक है एकीकृत अंक योजना का विकास। 
ट्राई TRAI का मानना है कि 10 डिजिट वाले मोबाइल नंबर को 11 डिजिट वाले मोबाइल नंबर से बदलने पर देश में ज्यादा नंबर उपलब्ध कराये जा सकते है। इस लिए टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया TRAI देश में फ़ोन,मोबाइल नम्बरिंग स्किम को बदलने का निर्णय ले रही है। और बीते दिनों 11 डिजिट के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव जारी कर दिया है। 
2050 तक 3. 28 अरब पहुँच जाएगी मोबाइल संख्या - यह योजना मोबाइल एवं स्थिर दोनों प्रकार के लाइनों के लिए है। परिचर्चा पत्र में कहा गया है की यदि यह मानकर चले की भारत में 2020 तक वायरलेस फ़ोन गहनता प्रतिशत 200 रहती है ,यानी हर व्यक्ति के पास दो मोबाइल कनेक्शन हो तो इस देश में सक्रीय मोबाइल संख्या 3.28 अरब तक पहुँच जाएगी।
 4. 68 अरब मोबाइल नंबर की जरुरत होगी -  इस समय देश में 1. 2 अरब फ़ोन कनेक्शन है। विनियामक का अनुमान है की यदि अंकों का 70 फीसदी उपयोग मानकर चले तो उस समय तक देश में मोबाइल फ़ोन के लिए 4. 68 अरब मोबाइल नंबर की जरुरत होगी। सरकार ने मशीनों के बीच पारस्परिक इंटरनेट संपर्क / इंटरनेट ऑफ द थिंग्स के लिए 13 अंकों का नंबर सीरीज पहले ही शुरू कर चुकी है। 
वर्तमान में मौजूद नंबर कैसे बदलेंगे- रेगुलेटर ने एक बयान में कहा है की ये सिफारिशें विभिन्न स्टेक होल्डर्स से मिले इनपुट और ओपन हाउस डिस्कशन (OHD) के दौरान हुयी चर्चा पर आधारित है। सिफारिशों से आये प्रमुख बिंदु में से प्रमुख बात यह रही की नियमित मोबाइल नंबर के मामलों में 10 अंको के मोबाइल नंबर को 11 अंको में स्विच किया जाये। इसका मतलब मौजूदा मोबाइल नंबर के सामने शून्य (0) को जोड़ा जायेगा। हालाँकि नए फ़ोन नंबर अलग-अलग अंको के साथ शुरू हो सकती है। 

ट्राई TRAI द्वारा जारी किये गए प्रमुख सिफारिशें जो फिक्सड लाइन और मोबाइल सर्विस दोनों के लिए मौजूदा नम्बरिंग सिस्टम को बदल सकती है। 

1. एक फिक्सड लाइन कनेक्शन से मोबाइल नम्बरों काल करने के लिए शून्य (0) लगाना अनिवार्य होगा। यहाँ बता दे की फिक्सड लाइन फ़ोन से मोबाइल नंबर पर काल करने के लिए शून्य लगाना अनिवार्य नहीं होता। लेकिन नए सिफारिशों के अनुसार इस प्रकार के काल हेतु अब शून्य लगाना अनिवार्य हो जायेगा। 
2. मोबाइल नम्बरो के मामले में 10 डिजिट से 11 डिजिट नम्बरिंग स्किम में सिफ्टिंग। ट्राई द्वारा जारी प्रमुख सिफारिशों में से एक है। ट्राई द्वारा जारी दूसरी प्रमुख सिफारिश मोबाइल नंबर को 10 अंक से 11 अंको में स्विच करना जिसमे पहला अंक 9 होगा। रेगुलेटर का कहना है की इससे हमें कुल 10 अरब नंबरों की क्षमता होगी। 
3. हमारे मोबाइल फ़ोन नम्बरो की तरह डोंगल एवं डेटा कार्ड जैसे विभिन्न उपकरणों में वर्तमान में 10 अंकीय नम्बरिंग सिस्टम है। अब नई सिफारिश में कहा गया है की ऐसी डिवाइस के अंको को 10 डिजिट से बदलकर 13 डिजिट कर देना चाहिए। इस पर कार्य प्रारम्भ भी हो गया है। अर्थात डोंगल के लिए वितरित मोबाइल नंबर 13 अंको का होगा। 
4. फिक्सड लाइन नम्बरो को 2 या 4 के सब लेवल पर ले जाना। कुछ आपरेटरों ने कुछ समय पहले 3 , 5 और  6 से शुरू होने वाले लैंडलाइन कनेक्शन जारी किये थे जो अब सेवा में नहीं है। बंद हुए नम्बरो को 2 या 4 के सब लेवल पर ले जाने हेतु सिफारिश कर दी है। 
5. सभी फिक्सड लाइन कनेक्शन 0 शून्य डायलिंग सुविधा  के साथ आनी चाहिए। वर्तमान में फिक्सड लाइन यूजर्स जिन्होंने सब्सक्राइबर ट्रंक डायलिंग (एसटीडी) का विकल्प चुना है। उन्हें केवल 0 जीरो डायलिंग सुविधा दी जाती है। हालाँकि ट्राई ने सभी फिक्सड लाइन ग्राहकों को शून्य का उपयोग करने की शिफारिश दी है। और यह आवश्यक भी है क्योंकि लैंडलाइन नंबरों से मोबाइल नम्बरों को डायल करने के लिए 0 प्रीफिक्स की आवश्यकता होगी।


अश्वेत की मौत के बाद उबला 'अमेरिका'

वाशिंगटन (अमरीका)। मिनियापोलिस पुलिस के हाथों एक अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद अमेरिका में उबाल मचा हुआ है। शनिवार न केवल मिनियापोलिस बल्कि अटलांटा, न्यूयार्क, डलास, ओकलैंड और अन्य शहरों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प होने लगी। राज्यों को केंद्रीय बल मंगाना पड़ा। हिंसक झ़ड़प में दो लोगों की मौत और अनेक लोग घायल हो गए।


अश्वेत की श्वेत पुलिसकर्मी के हाथों मौत से लोगों के गुस्सा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदर्शनकारी व्हाइटाहाउस तक पहुंच गए, जहां जमकर गुप्तचर सेवा और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। इस दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य अधिकारी व्हाइटहाउस में फंसे रहे। पूरे देश में स्थिति को देखते सेना को सतर्क रहने के लिए कह दिया गया है। शनिवार सुबह मिनिसोटा के गवर्नर टिम वेल्ज ने मिनिसोटा नेशनल गार्ड को सक्रिय करने के साथ पड़ोसी राज्यों से नेशनल गार्ड की यूनिट से मिलने वाले सहयोग को स्वीकार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पेंटागन से भी बात हुई है, जिसमें सेना की टुकड़ी को भेजने पर चर्चा हुई है। वेल्ज ने शुक्रवार की रात को हुई शहर में हिंसा और आगजनी की घटनाओं को संगठित बाहरी लोगों के साथ चर्मपंथी विचारधारा और शहरी युद्ध के विशेषज्ञों का कारनामा बताया।


मिनिसोटा की ही तरह अटलांटा में प्रदर्शनकारियों ने हिंसा और आगजनी की अनेक घटनाओं के साथ न्यूज चैनल सीएनएन की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाते हुए आग लगी दी। अटलांटा के महापौर किस लेंस बॉटम्स ने प्रदर्शनकारियों पर बरसते हुए कहा कि तुम जब इस शहर के साथ हमारे समुदाय को जला रहे हो। तुम इस शहर के लिए शर्मिंदगी हो, तुम जॉर्ज फ्लायट के लिए शर्मिंदगी हो।


वहीं अटलांटा की पुलिस प्रमुख एरिका शील्ड ने प्रदर्शनकारियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि लोग वाकई में नाराज हैं। अश्वेत लोग निरंतर मारे जा रहे हैं, चाहे वह पुलिस के द्वारा हो, या फिर लोगों के द्वारा। वास्तविकता यह है कि हम उनके जीवन के मूल्य को खत्म करते जा रहे हैं। इसे भी आप सोचिए।


मुंबई से लौटी मां, घर में नहीं घुसने दिया

करीमनगर। कोरोना वायरस के खौफ में एक बेटे ने अपनी 80 वर्षीय मां को घर में नहीं दाखिल होने दिया। मामला तेलंगाना के करीमनगर का है। रिपोर्ट के मुताबिक, 80 वर्षीय महिला महाराष्ट्र के शोलापुर में अपने रिश्तेदार के यहां गई थीं और लॉकडाउन के कारण वहीं फंस गईं। हालांकि, जब लॉकडाउन में ढील मिली तो वह वापस तेलंगाना लौट आईं। लेकिन कथिततौर पर उनके बेटे और बहू ने ‘कोविड 19’ के डर से उन्हें घर में घुसने नहीं दिया। बता दें, महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां अब तक कोरोना के 50,546 मामले सामने आ चुके हैं।


फंस गई थीं महाराष्ट्र में


करीमनगर म्युनिसिपल कारपोरेशन के संभागीय सदस्य इडला अशोक ने बताया, ‘लॉकडाउन में ढील के बाद महाराष्ट्र के शोलापुर में अपने एक रिश्तेदार के घर में रह रही बुजुर्ग महिला शुक्रवार को वापस आई थीं, लेकिन उनके बड़े बेटे और बहू ने उन्हें घर में प्रवेश नहीं करने दिया।’


मां ने की समझाने की कोशिश


उन्होंने आगे बताया कि बुजुर्ग महिला ने उन्हें समझाने की कोशिश भी की कि वह कोरोना वायरस संक्रमित नहीं है और पूरी तरह स्वस्थ हैं। लेकिन बेटे उनकी एक नहीं मानी। अशोक ने कहा कि महिला के छोटे बेटे ने तो अपने घर में ताला लगाया और कहीं चला गया।


पड़ोसियों ने दिया महिला का साथ
हालांकि, जब पड़ोसियों ने मामले में हस्तेक्षप किया तो बड़े बेटे ने मां को घर में दाखिल होने दिया। अधिकारी ने कहा कि महिला का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। अगर उनमें कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उन्हें क्वारंटाइन वार्ड में रखा जाएगा। वैसे बात सोचने की है कि कोरोना वायरस का डर किस तरह से हमारे रिश्तों में भी फैल रहा है।


2 हफ्ते का 'लॉक डाउन' बढ़ना तय है

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के इस बीच संक्रमण की गति को देखते हुए हुए देश में एक बार फिर दो सप्ताह का लॉकडाउन तय माना जा रहा है। जिन शहरों में इसका असर काफी व्यापक है, वहां को छोड़कर अन्य जगहों पर पाबंदियों में भी ढील मिलने की बात भी तय है।उत्तर प्रदेश में आगरा के साथ ही मेरठ, लखनऊ,कानपुर,मुरादाबाद, सहारनपुर,गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद,वाराणसी जौनपुर व अलीगढ़ में इसका असर कम नहीं हो रहा है। तमाम जतन के बाद भी बीते हफ्ते संक्रमितों तथा मौत की संख्या में रिकार्ड बढ़ोतरी होने से मामला काफी गंभीर होता जा रहा है। बीते दिनों गृह मंत्री अमित शाह की मुख्यमंत्रियों के साथ रायशुमारी के बाद भी लॉकडाउन के बढऩे के संकेत मिलने लगे थे।लॉकडाउन 4.0 की अवधि 31 मई तक है। इसके बाद इसका बढ़ता तय है। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बीच आज बैठक में कोरोना संकट और लॉकडाउन की समीक्षा की गई। माना जा रहा है कि इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों की राय से प्रधानमंंत्री को अवगत कराया। इसके बाद से ही चर्चा ने गति पकड़ ली कि लॉकडाउन को दो सप्ताह तक और बढ़ाया जा सकता है।उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण के हालात की समीक्षा की है। उन्हेंं बता दिया गया कि उत्तरप्रदेश में व्यवस्थाएं बेहतर और स्थिति नियंत्रण में है। लॉकडाउन-5 के संबंध में जो भी दिशा-निर्देश केंद्र से जारी होंगे, उसके आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश की गाइडलाइन तैयार की जाएगी।


श्रद्धालुओं की संख्या में कटौती की तैयारी

श्रीनगर। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार श्री अमरनाथ की वार्षिक यात्रा की समयवधि और श्रद्धालुओं की संख्या में कटौती करने की तैयारी है।सूत्रों के अनुसार इसे 15 दिन के लिए सीमित किया जा सकता है। अलबत्ता अंतिम फैसला श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की अगले सप्ताह प्रस्तावित बैठक में लिया जाएगा। गौरतलब है कि बाबा बर्फानी की वार्षिक यात्रा 23 जून से शुरू होनी प्रस्तावित थी और 3 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होनी थी।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...