मंगलवार, 26 मई 2020
अखबार पूरी तरह सुरक्षितः जावड़ेकर
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच कहा है कि मीडिया संस्थानों को चाहिए कि वह नागरिकों को इस बात को समझाने का प्रयत्न करें कि अखबार पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा, “कोविड-19 संक्रमण के चलते लोगों में भय पैदा हुआ है और इस कारण उन्होंने समाचार-पत्र लेना बंद कर दिया है, ऐसे में समाचार पत्रों को जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है।”उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दिहाड़ी मजदूरों की मुश्किलों को कम करने के लिए हर संभव प्रयत्न कर रही है। अकेले रेलवे के जरिए 37 लाख और अन्य माध्यमों से कुल मिलाकर 50 लाख मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजा जा चुका है। जावड़ेकर ने कहा कि सरकार पूरे देश में कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम चाहती थी, इसलिए लोगों को पहले उनके घर नहीं भेजा गया।
हालांकि उन्होंने कहा, “उनके (जाने के) लिए पूरी व्यवस्था कर ली जाएगी। लोगों को हम जबरन नहीं रोक सकते हैं, अब उनकी इच्छा हो रही है, तो वे घर जा रहे हैं और सरकार व्यवस्था कर रही है।” उनसे की गई विशेष बातचीत के कुछ अंश इस प्रकार हैं:
प्रश्न: आपके गृह राज्य (महाराष्ट्र) में कोविद -19 संक्रमण के मामले अधिक क्यों हैं, विशेष रूप से मुंबई में, दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है?
उत्तर: वहां समय पर उचित कारवाई नही हुई। महामारी की रोकथाम के लिए देर से कदम उठाए गए। इसी वजह से वहां मामले बढ़े, लेकिन अब स्थिति को नियंत्रण में लाया जा रहा है।
प्रश्न: सूचना एवं प्रसारण मंत्री होने के नाते आप लोगों तक कैसे पहुंच रहे हैं और कैसे महामारी के बारे में जागरूकता पैदा कर रहे हैं? मंत्रालय जनता के सवालों का जवाब कैसे देता है?
उत्तर: कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय 24 घंटे सातों दिन काम कर रहा है। हम लोगों के लिए हर समय मौजूद हैं। लोगों में जागरूकता फैलाने का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार के (दूसरे कार्यकाल के) एक वर्ष पूरे हो गए हैं। इस दौरान हमने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ लड़ाई उन प्रमुख उपलब्धियों में से एक है।”
प्रश्न: आपने जम्मू-कश्मीर का उल्लेख किया है। क्या आप मानते हैं कि महामारी के बाद केंद्र शासित प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां शुरू हो जाएगी?
उत्तर: वहां पहले से ही राजनीतिक गतिविधि चल रही है। एक दो नेताओं को छोड़कर कोई भी हिरासत में नहीं है। इंटरनेट चालू है। हाल ही में स्थानीय चुनाव सफलता पूर्वक कराए गए हैं। उन्होंने आगे कहा, “जहां तक जम्मू एवं कश्मीर में चुनाव का मसला है वह एक अलग मुद्दा है और उस पर निर्णय (चुनाव) आयोग को करना है।”
प्रश्न: सरकार का कहना है कि आर्थिक पैकेज अर्थव्यवस्था को फिर से जीवंत करेगा, लेकिन विपक्ष कह रहा है कि सरकार रेटिंग से डरती है और इसीलिए वह लोगों को सीधे पैसा नहीं दे रही है, इस पर क्या कहेंगे ?
उत्तर: वह (तत्कालीन कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने) कैसे 2008 और 2009 के संकट से निपटे .. हमने इससे सबक लिया है और हमने कई उपायों पर खुद को सही किया है। अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए आत्मनिर्भर पैकेज बहुत व्यापक और टिकाऊ है।
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि मीडिया उद्योग के लिए भी एक प्रोत्साहन की आवश्यकता है? कई संस्करण बंद हो रहे हैं। क्या हम मीडिया के लिए भी पैकेज की उम्मीद कर सकते हैं?
उत्तर: मेरी संवेदनाएं सबके साथ है, लोग अखबार नहीं खरीद रहे हैं। डिस्ट्रीब्यूटर अखबार नहीं बांट रहा है, ये सरकार की गलती नहीं है। मुझे हैरानी है कि अभी तक किसी भी अखबार ने कोरोना को लेकर कोई कंपैन नही चलाया कि समाचार पत्र से कोरोना संक्रमण नहीं होता है।
उन्होंने आगे कहा, “आज टीवी और रेडियो पर विज्ञापन बढ़ गया है। अब मीडिया को डिजिटल के साथ जीना सीखना होगा। अखबार के क्षेत्र में विज्ञापनों की कमी है, जबकि रेडियो और टीवी विज्ञापनों से भरे हुए हैं।”
हरिद्वार में बनाए गए चार कंटेनमेंट जोन
देहरादून। कोरोना वायरस ने देश और दुनिया में अपना संक्रमण फैला रखा है। जनता के लोग इसके संक्रमण से लगातार जूझ कर रहे हैं। इस वायरस के चलते जनता इसके संक्रमण से रोकथाम के लिए अनेक प्रकार के प्रयास कर रही है। दरअसल देश भर में कोविड-19 (COVID-19) के मरीज़ तेजी से बढ़ रहे हैं, आने वाले दिनों में उसमें और इजाफा हो रहा है। साल 2020 में देश संकट के दौर से गुजर रहा। दरअसल सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हरिद्वार जिले में चार नए क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारियों को कंटेनमेंट जोन घोषित करने का अधिकार दिया है। हरिद्वार जनपद में लक्सर क्षेत्र के मुंडाखेड़ा कला, दुर्गापुर और ग्राम दबकी और रुड़की की आदर्श कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। दरअसल इन्हें मिलाकर देहरादून, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या 17 हो गई है। वहीं, देहरादून के चमन विहार कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन से बाहर किया गया है।
दरअसल अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने से नए कंटेनमेंट जोन चिह्नित किए जा रहे हैं। जिन क्षेत्रों में संक्रमित मरीज संस्थागत क्वारंटीन में मिल रहे हैं, उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन नहीं बनाया जा रहा है। लेकिन होम क्वारंटीन में रहने वाले संक्रमित मरीजों के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन में किसी भी गतिविधि में कोई रियायत नहीं है। आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर सभी गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध है।
पांच राज्यों में भीषण लू का प्रकोप
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिन से जबरदस्त गर्मी है और कहीं-कहीं तो तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के ऊपर तक जा रहा है। आईएमडी ने रविवार को उत्तर भारत के लिहाज से 25-26 मई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जहां लू का प्रकोप अपने चरम पर हो सकता है। हालांकि ये तापमान फलोदी के आगे कुछ भी नहीं, जहां गर्मी में पारा 51 तक चला जाता है। साल 2016 की मई में लगातार 5 दिनों तक ये तापमान बना रहा। जानिए, देश के सबसे शुष्क प्रदेश के बारे में।
जोधपुर जिले का छोटा सा शहर एकाएक साल 2016 में सुर्खियों में आया, जब यहां का टेंपरेचर 51 डिग्री सेल्सियस तक मापा गया. इसके इतने गर्म होने के पीछे वजह ये है कि ये शहर थार रेगिस्तान से सटा हुआ है. ये वही थार मरुस्थल है, जिसका लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा भारत में और बाकी हिस्सा पाकिस्तान में लगता है. गर्मियों में बेहद गर्म और सर्दियों में काफी ठंडा रहने वाला फलोदी शहर अपने आसपास बड़े शहरों से घिरा हुआ है जैसे बीकानेर, जैसलमेर और नागौर। माना जाता है कि ये शहर काफी प्राचीन है. साल 1230 में यहां का प्रसिद्ध कल्याण रावजी मंदिर बना था. वैसे शहर का निर्माण 14वीं सदी के अंत से माना जाता है, जब राजा हमीर सिंह ने यहां काफी सारे विकास कार्य करवाए, जैसे इमारतें, दुकानें और बावड़ियां बनवाना. यहां पर साल 1847 में बना जैन तीर्थ पारसनाथ मंदिर है, जहां उस दौर में भी बेल्जियम ग्लास का इस्तेमाल हुआ था। साल 2011 के सेंसस के मुताबिक यहां की आबादी लगभग 49,766 है, जो यहां की इंडस्ट्रीज में काम करती है. बता दें कि पुराने दौर में काफी समृद्धि देख चुका ये शहर अब भी अपनी औद्योगिक समृद्धि के लिए जाना जाता है. फलोदी पूरे देश में नमक का सबसे बड़ा सप्लायर है. साथ ही यहां प्लास्टर ऑफ पेरिस का खूब काम होता है. हालांकि इन सबसे ऊपर एक और बात है, जो इस गर्म इलाके को नाम देती है. दरअसल यहां के खिंचान गांव में हर साल प्रवासी सारस पक्षी आते हैं. साल 1970 में सारस का यहां आना शुरू हुआ. माना जाता है कि तब एक स्थानीय परिवार सारसों के झुंड को खाना खिलाया करता था. इसके बाद से हर साल सारस आने लगे. स्थानीय लोग भी बर्ड फीडिंग से जुड़ते चले गए और हर साल के साथ प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ती चली गई।
अब हर साल यहां अगस्त से लेकर अगले मार्च तक लगभग 20,000 सारस पक्षी आते हैं। माना जाता है कि Demoiselle crane के नाम से जाने जाने वाले ये पक्षी साइबेरिया, चीन के एक हिस्से और मंगोलिया से भी आते हैं। स्थानीय बोली में इन्हें कुरजां कहा जाता है. पक्षियों को खाना खिलाने के लिए यहां के लोगों ने एक चुग्गा घर बना रखा है, जहां रोज डेढ़ घंटे के आसपास सारस खाना खाते हैं। इन्हें ही देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. यहां तक कि विदेशी सैलानी भी इसे देखने के लिए आते हैं।
वैसे राजस्थान का चुरू भी कुछ कम गर्म नहीं. इसे साल 2019 में दुनिया के 15 सबसे गर्म क्षेत्रों की सूची में जगह मिली. तब यहां का टेंपरेचर 50.3 डिग्री सेल्सियस था। दिन के 9 बजे भी यहां तापमान 45 से ऊपर चला जाता है। वैसे हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान का भी इस लिस्ट में नाम है। यहां का जकोबाबाद शहर दुनिया के गर्म इलाकों में सबसे ऊपर है।
हालांकि सबसे गर्म क्षेत्रों की बात करें तो दुनियाभर के मरुस्थलों के तापमान सुनकर किसी के भी पसीने छूट जाएं। जैसे कैलीफोर्निया की डेथ वैली का तापमान 56.7 भी पहुंच चुका है. ये साल 1913 की बात है। इतने तापमान में इंसानों या जीव-जंतुओं का रहना भी असंभव है। इसके बाद लीबिया के अजिजियाह का नंबर आता है। यहां पर साल 1922 में तापमान 58 डिग्री तक पहुंच चुका था। लेकिन आम दिनों में यहां का तापमान डेथ वैली से कुछ कम ही रहता है।
खरबूजे को करते हैं ज्यादा पसंद
गर्मी आते ही बाजार में खरबूजा तरबूज दिखने लग जाते हैं। हालांकि लोगों को अपनी अपनी पसंद के अनुसार या तो तरबूज पसंद आता है या खरबूजा पसंद आता है। लेकिन ज्यादातर लोग खरबूजे को अहमियत देते हैं। क्योंकि यह गर्मियों में आपके शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है हालांकि इसके अन्य फायदे भी आपके शरीर को देखने को मिलते हैं। लेकिन क्या आप इस बात को जानते हैं कि खरबूज की गिरी के फायदे भी बहुत होते हैं।
खरबूजे के बीज में पोटेशियम होता है। जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है इससे दिल हेल्दी रहता है।खरबूजे के बीज में प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है। जो आप के नाख़ून और बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है।
खरबूजे के बीजों में विटामिन सी मौजूद होता है। जो आपके खून में वाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाता है जिससे आपकी इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग होता है। यह खून के फ्लो को बढ़ाने का काम करते हैं। जो ब्रेन टिशु उसको शांत कर के तनाव को मुक्त करता है। यह भी जुकाम से लड़ने के लिए काफी मददगार होता है। यह शरीर से अतिरिक्त कब को कम करता है और कंजेशन में राहत दिलाता है।
आरटीआई के तहत देते है झूठी जानकारी
पोस्ट-ऑफिस की मंथली इनकम योजना
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के तहत 59,400 रुपये की कमाई की जा सकती है। इस स्कीम को व्यक्तिगत या ज्वाइंट अकाउंट के तौर पर खोला जा सकता है। इस स्कीम के तहत बैंक एफडी या डेट इंस्ट्रूमेंट की तुलना में बेहतर रिटर्न मिलता है।
नई दिल्ली। स्मॉल सेविंग्स के लिए पोस्ट ऑफिस के कई ऐसे स्कीम्स हैं, जिससे अच्छी बचत की जा सकती है। इन्हीं स्कीम्स में से एक पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम है। इस स्कीम में अगर आप सही रणनीति के साथ इन्वेस्ट करते हैं तो आप सालाना मोटी बचत कर सकते हैं। आज हम आपको इस स्कीम के तहत बताएंगे कि कैसे 59,400 रुपये की कमाई की जा सकती है। लेकिन, सबसे पहले इस स्कीम के बारे में जान लेते हैं।
क्या है पोस्ट ऑफिस का ये स्कीम?
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) एक ऐसी योजना है जिसमें व्यक्गित या ज्वॉइंट अकाउंट खुलवाकर कमाई की जा सकती है। इसके तहत कोई भी भारत का नागरिक 1000 रुपये के शुरूआती निवेश से पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा सकता है। अगर कोई सिंगल अकाउंट खोलता है तो इसमें अधिकतम निवेश 4.5 लाख करना होता है। ज्वॉइंट अकाउंट के तहत अधिकतम निवेश 9 लाख रुपये कर सकते हैं।
क्या हैं इस स्कीम के फायदे?
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम निवेश के सबसे अच्छे विकल्पों में से एक माना जाता है क्योंकि इसमें 4 बड़े फायदे हैं। इसे कोई भी खोल सकता है और आपकी जमा पूंजी हमेशा बरकरार रहती है। बैंक एफडी या डेट इंस्ट्रूमेंट की तुलना में आपको बेहतर रिटर्न मिलता है। इससे आपको हर महीने एक निश्चित आय होती रहती है और फिर स्कीम पूरी होने पर आपकी पूरी जमा पूंजी मिल जाती है, जिसे आप दोबारा इस योजना में निवेश कर मंथली आय का साधन बनाए रख सकते हैं।
बच्चे के नाम पर भी खोल सकते हैं ये अकाउंट
आप अपने बच्चे के नाम से भी अकाउंट खोल सकते हैं। अगर बच्चा 10 साल से कम उम्र का है तो उसके नाम पर उसके माता-पिता या लीगल गार्जियन की ओर से अकाउंट खोला जा सकता है। बच्चे की उम्र 10 साल होने पर वह खुद भी अकाउंट के संचालन का अधिकार पा सकता है। वहीं, एडल्ट होने पर उसे खुद जिम्मेदारी मिल जाती है।
कितनी रकम कर सकते हैं इन्वेस्ट?
मंथली इन्वेस्टमेंट स्कीम अकाउंट कोई भी खोल सकता है। अगर आप का अकाउंट सिंगल है तो आप इसमें 4.5 लाख रुपए तक अधिकतम जमा कर सकते हैं। इसमें कम से कम 1500 रुपए की राशि जमा की जा सकती है। वहीं अगर आपका अकाउंट ज्वॉइंट है तो इसमें अधिकतम 9 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं। एक शख्स एक से ज्यादा लेकिन पोस्ट ऑफिस द्वारा तय लिमिट के अनुसार अकाउंट खोल सकता है।
कैसे खुलेगा पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम अकाउंट?
आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी पोस्ट ऑफिस में जाकर अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसके लिए आपको आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस में से किसी एक की फोटो कॉपी जमा करनी होगी। इसके अलावा एड्रेस प्रूफ जमा करना होगा, जिसमें आपका पहचान पत्र भी काम आ सकता है। इसके अलावा आपको 2 पासपोर्ट साइज के फोटोग्राफ जमा करने होंगे।
कैसे कर सकते हैं 59,400 रुपये की कमाई?
इस स्कीम के तहत अगर कोई ज्वाइंट अकाउंट खुलवाता है तो उनके लिए अधिकतम निवेश की रकम 9 लाख रुपये होगी। इस 9 लाख रुपये पर सालाना 6.6 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से कुल 59,400 रुपये का रिटर्न मिलेगा। हर महीने इस रकम को लेना चाहते हैं तो यह 4,950 रुपये होगा। खास बात है कि इस रकम के अलावा आपका प्रिंसिपल अमाउंट पूरी तरह से सुरक्षित पड़ा रहेगा। इस स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल बाद पूरी हो जाती है, ऐसे में आप चाहें तो 5-5 साल की अवधि के लिए इसे और भी बढ़ा सकते हैं।
मेच्योरिटी के पहले पैसा निकालें तो
अगर किसी जरूरत पर आपको मेच्योरिटी से पहले ही पूरा पैसा निकालना पड़ गया तो यह सुविधा आपको अकाउंट के 1 साल पूरा होने पर मिल जाती है। अकाउंट खोलने की तारीख से 1 साल से 3 साल तक जमा रकम में से 2 फीसदी काटकर बाकी रकम आपको वापस मिलती है। 3 साल से ज्यादा पुराना अकाउंट होने पर, उसमें जमा रकम में से 1 फीसदी काटकर बाकी रकम आपको वापस मिलती है।
दिल्ली-मुंबई की सड़कों पर लगे भारी जाम
नई दिल्ली।देश में लॉकडाउन 4 जारी है। यह 31 मई तक लागू रहेगा. लॉकडाउन में थोड़ी ढील मिलने के बाद दिल्ली के गाजीपुर और कालिंदी कुंज में भारी जाम देखने को मिला। इन इलाकों में जबरदस्त जाम लगा हुआ है। जब से दिल्ली में सभी सरकारी और निजी दफ्तर खुले हैं, तब से सड़कों पर गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आ रही हैं। इसके चलते कई इलाकों में ट्रैफिक जाम लगना आम बात हो चली है। |
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दुनिया में कोरोना के कहर का मंजर
नयी दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड 19) की विकरालता दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है और विश्व भर में इससे संक्रमितों की संख्या 55 लाख के करीब हो गयी है। जबकि 3.46 लाख से ज्यादा लोग अब तक काल कवलित हो चुके हैं।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में कुल संक्रमितों की संख्या 54,95,061 हो गयी जबकि 3,46,229 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। दुनिया भर में सर्वाधिक प्रभावित देशों में सबसे ऊंचे पायदान पर खड़े अमेरिका के बाद अब ब्राजील दूसरे नंबर पर है जबकि रूस तीसरे स्थान पर है। भारत में भी कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और अब यह विश्व भर में संक्रमण के सर्वाधिक मामलों वाले देशों में 10वें स्थान पर है। यहां पिछले 24 घंटों में संक्रमितों के 6535 नये मामले सामने आये हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसके संक्रमण से अब तक 1,45,380 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 4167 लोगों की मौत हुई है जबकि 60,491 लोग इस बीमारी से निजात पा चुके हैं।
अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा 16 लाख से अधिक हो चुका है जबकि इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या 98 हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है। विश्व की महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कुल संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ते हुए 16,62,302 हो गयी जबकि 98,218 लोगाें की मौत हो चुकी है।
इस बीच ब्राजील में भी कोरोना ने विकराल रूप धारण कर लिया है और अब यह संक्रमण के सर्वाधिक मामलों में दुनिया का दूसरा देश है। ब्राजील में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3,74,898 हो गयी है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान इस बीमारी से 807 लोगों की मौत के बाद देश में मृतकों की संख्या बढ़कर 23,473 हो गयी है।
रूस में भी कोविड-19 का प्रकोप जारी है और यह इसके संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले देशों की सूची में तीसरे स्थान पर है। यहां अब तक 3,53,427 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और 3633 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
इसके अलावा ब्रिटेन में भी हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। यहां अब तक इस महामारी से 2,62,547 लोग प्रभावित हुए हैं और अब तक 36,996 लोगों की इसके कारण मौत हो चुकी है।
यूरोप में गंभीर रूप से प्रभावित देश इटली में इस महामारी के कारण अब तक 32,877 लोगों की मौत हुई है और 2,30,158 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। स्पेन में कुल 2,35,400 लोग संक्रमित हुए है जबकि 26,834 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस वैश्विक महामारी के केंद्र चीन में अब तक 84,102 लोग संक्रमित हुए हैं और 4638 लोगों की मृत्यु हुई है। इस वायरस को लेकर तैयार की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हुई मौत के 80 प्रतिशत मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के थे।
यूरोपीय देश फ्रांस और जर्मनी में भी स्थिति काफी खराब है। फ्रांस में अब तक 1,83,067 लोग संक्रमित हुए हैं और 28,460 लाेगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में कोरोना वायरस से 1,80,600 लोग संक्रमित हुए हैं और 8,309 लोगों की मौत हुई है।
तुर्की में कोरोना से अब तक 1,57,814 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इससे 4,369 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित खाड़ी देश ईरान में 1,37,724 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 7451 लोगों की इसके कारण मौत हुई है।
बेल्जियम में 9312, मेक्सिको में 7633, कनाडा में 6655, नीदरलैंड में 5849, स्वीडन में 4029, पेरू में 3629, इक्वाडोर में 3203, स्विट्जरलैंड में 1913, आयरलैंड में 1,606 और पुर्तगाल में 1330 लोगों की मौत हो गयी है।
इसके अलावा पड़ोसी देश पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1758 नये मामले सामने आने के बाद यहां कुल संक्रमितों का आंकड़ा 56 हजार के पार हो गया जबकि इसी अवधि में और 34 लोगों की मौत हो गयी। यहां अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 56,349 हो गयी है जबकि 1167 लोगाें की मौत हुई है।
हरियाणा में 1213 को संक्रमण ने लपेटा
राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना संक्रमण के आज 29 नये मामले आने के बाद राज्य में इस महामारी के मरीजों की कुल संख्या अब बढ़ कर 1213 हो गई है जिनमें से 802 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और 16 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले अब बढ़ कर 395 हो गये हैं।
राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोरोना की स्थिति को लेकर जारी सायं के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। राज्य में आज कोरोना के गुरूग्राम से 13, सोनीपत से चार, जींद और कुरूक्षेत्र से तीन-तीन, फरीदाबाद से दो तथा करनाल, फतेहाबाद, हिसार और चरखी दादरी से एक-एक मामला सामने आया। राज्य में विदेश से लौटे लोगों का आंकड़ा अब बढ़ कर 51268 तक पहुंच गया है जिनमें से 33491 लोगों ने क्वारंटीन अवधि पूरी कर ली है तथा शेष 17777 निगरानी में हैं। अब तक 99987 कोरोना संदिग्धों के नमूने जांच के लिये भेजे गये हैं जिनमें से 94725 नेगेटिव तथा 14 इतालवी नागरिकों समेत 1213 पॉजिटिव पाये गये हैं। 4049 सैम्पल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। 1213 पॉजिटिव मरीजों में से 802 को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। इस तरह राज्य में कोरोना सक्रिय मामले अब 395 हैं।
राज्य में आज कोरोना के गुरूग्राम से 13, सोनीपत से चार, जींद और कुरूक्षेत्र से तीन-तीन, फरीदाबाद से दो तथा करनाल, फतेहाबाद, हिसार और चरखी दादरी से एक-एक मामला सामने आया। इसके बाद राज्य में अब जिलावार कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या गुरूग्राम में 284, फरीदाबाद 211, सोनीपत 163, झज्जर 93, नूंह 65, पानीपत 54, अम्बाला 42, पलवल 41, करनाल 33, जींद 29, पंचकूला 25, महेंद्रगढ़ 21, हिसार 20, कुरूक्षेत्र 18, रोहतक और रेवाड़ी 16-16, सिरसा और फतेहाबाद नौ-नौ, यमुनानगर और भिवानी आठ-आठ, चरखीदादरी सात तथा कैथल में छह हो गई है। राज्य के नूंह, अम्बाला और यमुनानगर कोरोना मुक्त हो चुके हैं। राज्य में कोरोना के कारण अब तक फरीदाबाद में छह, पानीपत में तीन, अम्बाला और गुरूग्राम में दो-दो, सोनीपत, करनाल और रोहतक से एक-एक मौत होने की बुलेटिन में जानकारी दी गई है।
क्वॉरेंटाइन में प्रवासी की मौत, मचा हड़कंप
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस (हिंदी-दैनिक)
मई 27, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-288 (साल-01)
2. बुधवार, मई 27, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।
4. सूर्योदय प्रातः 05:41,सूर्यास्त 07:14।
5. न्यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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सोमवार, 25 मई 2020
कोरोना के खिलाफ सफल लड़ाईः ठाकुर
नई दिल्ली। मोदी सरकार के युवा चेहरे और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत कोरोना के खिलाफ सफलता से लड़ाई लड़ रहा है। कोरोना के संकट के कारण प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने का भी सरकार ने खाका तैयार कर लिया है।
उन्होंने सोमवार को दिए इंटरव्यू में बताया कि मोदी सरकार की ओर हाल में किए गए आर्थिक सुधारों से दुनिया भर की कंपनियां निवेश के लिए आकर्षित होंगी। सरकार ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज की व्यवस्था के जरिए दुनिया भर की कंपनियों को निवेश करने के लिए आकर्षित करने में जुटी है। दुनिया की ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत को बड़ी ताकत बनाने के लिए भी मोदी सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। इससे आयात कम होगा और निर्यात बढ़ेगा। जिससे देश आत्मनिर्भर हो सकेगा। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने 21 लाख करोड़ के पैकेज पर कांग्रेस के सवाल उठाए जाने पर निशाना भी साधा।
केंद्र सरकार के आर्थिक पैकेज को कांग्रेस नाकाफी बता रही है, इस सवाल पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “जो कल तक कहते थे कि जीडीपी का पांच प्रतिशत पैकेज होना चाहिए, जब 10 प्रतिशत सरकार ने किया तो उसमें भी आलोचना करते हैं। हमने लगभग 21 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया है और सुनिश्चित करेंगे कि जनता के सभी वर्गों को एक-एक पाई का लाभ हो। दुनिया भर के देशों ने जिस तरह से जीडीपी के प्रतिशत के हिसाब से पैकेज को नापा है, उसी रूप में भारत ने भी उसका नापा है। हम दुनिया से अपने आप को अलग नहीं देख रहे हैं।”वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने आंकड़ों के हवाला देते हुए कहा, “41 करोड़ लोगों के खातों में अब तक 52,608 करोड़ पहुंचाएं जा चुके हैं। फसल की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में 74 हजार करोड़ रुपये अलग से किसानों को दिया गया है। 86 हजार करोड़ के ऋण किसानों को पिछले दो महीनों में दिए जा चुके और अब सभी 4.25 लाख करोड़ के ऋण की ब्याज किस्त में छह महीने की छूट दी है।
अनुराग ठाकुर ने बताया कि तीन लाख करोड़ का बिजनेस और एमएसएमई के लिए वर्किं ग कैपिटल की सुविधा भी देने के साथ उसकी शत-प्रतिशत गारंटी भारत सरकार दे रही है।अनुराग ठाकुर ने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि एक-एक पैसा जरूरतमंदों तक पहुंचे। एनबीएफसी के लिए भी हमने घोषणाएं कीं। मनरेगा के लिए एक लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक बजट का प्रावधान सरकार ने किया है। इससे मनरेगा में तीन सौ करोड़ रोजगार के दिन पैदा होंगे। घर गए प्रवासी मजदूरों को गांवों में ही रोजगार के अवसर मिल पाएंगे। 80 करोड़ भारतीयों को हमने मुफ्त में अनाज दिया और स्वास्थ्य क्षेत्र में कदम उठाए जिससे लोगों को लाभ मिलेंगे।”
कोरोना वायरस के कारण बुरी तरह प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था की रफ्तार कैसे तेज होगी, आखिर सरकार का रोडमैप क्या है? इसपर अनुराग ठाकुर ने बताया कि अर्थव्यवस्था के लिए नए रास्तों पर काम चल रहा है। हथियारों का आयात कम करना, लिस्ट ऑफ वेपन्स बनाना और हिंदुस्तान में उसकी मैन्युफैक्चरिंग करने की दिशा में काम चल रहा है। जिससे रोजगार के साथ आत्मनिर्भर होने के अवसर मिलेंगे। दुनिया की ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत को बड़ी ताकत बनाने के लिए ऐसे ढेर सारे कदम उठाए गए हैं। इससे हमारे निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने सरकार की ओर से हालिया आर्थिक सुधारों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई नए सुधार किए गए हैं। नए सेक्टर खोलने के लिए चाहे कोयला एवं मिनरल, खनन की बात हो या बॉक्साइट और कोयला की नीलामी, ये आयात कम करेगा और हमारे भारतीय उद्योग को बढ़ावा देगा। उसी तरह से एसेंसियल कमोडिटी एक्ट और एपीएमसी एक्ट में बदलाव से किसानों को जहां जंजीरों से मुक्ति मिलेगी, वहीं उनकी कमाई भी बढ़ेगी। एक नया दौर किसानों के लिए शुरू होगा। एक लाख करोड़ कृषि आधारभूत ढांचे के लिए घोषित किया गया। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि मछली पकड़ने के लिए आधारभूत ढांचा तैयार करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। जिससे भारत का एक्सपोर्ट दोगुना होकर एक लाख करोड़ तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि किसान,बागवान, उद्ममी, व्यापारी, हर भारतीय को बैंक की किस्तें भरने में छह महीने की छूट दी है। उसको भी वह टर्म लोन में तब्दील कर सकते हैं। कोरोना संकट के कारण चीन से निकलने वालीं मल्टीनेशनल कंपनियो को भारत में लाने के सवाल पर अनुराग ठाकुर ने कहा, “दुनिया भर की कंपनियों को आकर्षित करने की दिशा में सरकार काम कर रही है। भारत में दुनिया भर की कंपनियां निवेश करें, इसके लिए ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज की एक कमेटी बनाई जा रही है, जो इन्हें निवेश में मदद करेगी।
हर विभाग में एक प्रोडक्ट डेवलपमेंट सेल होगा जो इनकी मदद करेगा और किस-किस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते है, किस प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया जा सकता है, जिससे निवेश बढ़े, उसको लेकर राज्यों से लगाातर ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज बातचीत करेंगे ताकि कम समय में अनुमति मिले और उद्योग शुरू हो सकें।”अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत को एक अट्रैक्टिव इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाने के लिए हमने कारपोरेट टैक्स में भारी कटौती सितंबर 2019 में की थी, जिसमे मात्र 15 प्रतिशत कारपोरेट टैक्स रखा। यह दुनिया भर में सबसे आकर्षित टैक्स रेट है। इसके अलावा हमने उन सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण करने की बात कही है जो स्ट्रेटजिक सेक्टर में नहीं होंगे। प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत गांवों के लोगों को आत्मनिर्भर बनाकर पलायन रोकने के मुद्दे पर अनुराग ठाकुर ने कहा, “मेरा मानना है कि हर राज्य को प्रयास करना चाहिए कि माइग्रेशन कैसे कम हो। ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना इसमें अहम भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, हमने जो रेहड़ी, ठेला लगाने वाले लोगों को क्रेडिट की सुविधा दी है कि उनको भी बैंक से पैसा मिल सकेगा ताकि वे अपने लिए रोजगार के अवसर खड़े कर सकें। इससे भी उनको बल मिलेगा।”अनुराग ठाकुर ने उदाहरण देते हुए कहा, “जैसे कश्मीर में केसर हो, आंध्र प्रदेश की मिर्च हो या बिहार का मखाना हो, नागपुर का संतरा हो, ऐसे अलग-अलग क्लस्टर बनाने की तैयारी है। इससे शहरों में दबाव भी कम होगा और वहां पर आय के साधन भी उपलब्ध होंगे। उत्पादन बढ़ने पर निर्यात के अवसर भी उपलब्ध होंगे।”देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई कितनी सफल है, इस सवाल पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर कहते हैं, “आज भारत के उठाए गए कदमों की प्रशंसा पूरी दुनिया में हो रही है। दो गज की दूरी, मास्क पहन कर और स्वच्छ रहकर इस लड़ाई से को हम जीतकर दिखाएंगे। हमारे कोविड वारियर्स ने बहुत बड़ा काम किया है। देश के हर व्यक्ति ने इस लड़ाई में अपना पूरा सहयोग दिया।”
उन्होंने कहा, “दुनिया के सबसे ज्यादा कोविड-19 केस वाले 15 देशों की कुल जनसंख्या भारत के बराबर है, परंतु इन 15 दिनों में कुल कोविड-19 पॉजिटिव केस 34 गुना ज्यादा और मृतकों की संख्या 83 गुना ज्यादा है। यह आंकड़े भारत के अच्छे प्रदर्शन का उल्लेख है।”वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का युवाओं के बीच काफी ग्लैमर है। युवाओं के लिए संदेश देते हुए उन्होंने कहा, “ये मत देखिए कि कोविड-19 में केवल 60 साल से ज्यादा वाले व्यक्ति की मृत्यु दर ज्यादा है। यह कम उम्र वालों को भी जकड़ लेता है। अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति ठीक रखें। दो गज की दूरी बनाएं रखें, मुंह को ढक कर रखें हाथ लगातार धोते रहें।”अनुराग ठाकुर ने अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश की सरकार की सराहना करते हुए कहा कि वहां कोरोना के खिलाफ सफलता से जंग चल रही है। अनुराग ठाकुर अपने संसदीय क्षेत्र हमीपुर की जनता के लिए राहत कार्यो का संचालन लगातार कर रहे हैं। चाहे इलाज की सुविधा हो या फिर राशन और भोजन की, उनकी टीम जरूरतमंदों तक सब कुछ पहुंचा रही है।
सबसे अधिक प्रभावित 10 देशों में 'भारत'
अकाशुं उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना वायरस ‘कोविड-19′ के एक ही दिन में करीब सात हजार से अधिक मामले आने के साथ भारत इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देशों में शामिल हो गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, आज कुल 6,977 नये मामले सामने आये।
अब तक देश में 1,38,845 मरीजों में इस वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। देश में इस समय कोरोना वायरस के 77,103 मरीज उपाचाराधीन हैं और 57,721 स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 4,021 लोगों को नहीं बचाया जा सका। इसके साथ ही देश में कोविड-19 के कुल मरीजों की संख्या ईरान से अधिक हो गयी है और इस मामले में हम 10वें स्थान पर पहुँच गये हैं।
दुनिया भर में कोविड-19 के 54 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। कुल 16.43 लाख मामलों के साथ अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इसके बाद क्रमश: ब्राजील (3.63 लाख), रूस (3.44 लाख), ब्रिटेन (2.60 लाख), स्पेन (2.35 लाख), इटली (2.29 लाख), फ्रांस (1.82 लाख), जर्मनी (1.80 लाख) और तुर्की (1.56 लाख) का स्थान है। भारत में मई महीने में ही एक लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 01 मई की सुबह देश में इस महामारी के 35,043 मामलों की पुष्टि हुई थी जो आज सुबह बढ़कर 1,38,845 पर पहुँच गयी। इस प्रकार महज 24 दिन में 1,03,802 मामले सामने आ चुके हैं।
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लखनऊ से प्रतिदिन 22 उड़ानों की अनुमति
लखनऊ। देश में लाकडाउन के कारण दो महीने बाद शुरू हुई घरेलू उड़ानों के पहले दिन सोमवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही। नागरिक उड्डयन विभाग ने यहां हर रोज 22 उड़ानों की अनुमति दी जिसमें 11 आगमन और 11 यहां से प्रस्थान करेंगी।
पहली तीन उड़ानों में दो दिल्ली और एक अहमदाबाद के लिये आज सुबह यहां से आई गई हालांकि उनमें यात्रियों की संख्या सामान्य से कम रही। इंडिगो एयरलाइंस के विमान ने अहमदाबाद के लिये तड़के साढ़े पांच बजे पहली उड़ान भरी। एयरपोर्ट के सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर एक फ्लाइट में 150 यात्री सफर करते है लेकिन इन उड़ानों में 80 से 100 यात्री सवार थे। इस बीच हवाई अड्डे पर सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम रहे। लखनऊ पहुंचे यात्रियों को केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार औपचारिकता पूरी करने के बाद ही बाहर निकलने की इजाजत दी गयी। यात्रियों के सामान को सैनीटाइज करने के बाद यात्रियों के हवाले किया गया। राज्य सरकार ने बाहर से आने वाले यात्रियों को 14 दिन होम क्वारंटीन का पालन करने के निर्देश दिये है। अगर यात्री एक सप्ताह के भीतर प्रदेश से वापसी करता है तो उसे इसे क्वारंटीन में रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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