शुक्रवार, 15 मई 2020

जमातियों को रिहा करने का फैसला

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय को शुक्रवार को सूचित किया गया कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने तबलीगी जमात के उन सदस्यों को रिहा करने का फैसला किया है जिन्होंने आवश्यक पृथक-वास अवधि पूरी कर ली है और जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं हैं। एक याचिका पर सुनवाई के दौरान यह हलफनामा दिया गया। याचिका में मांग की गई थी कि तबलीगी जमात के करीब 3300 सदस्यों को रिहा किया जाए जिन्हें करीब 40 दिनों से अलग-अलग पृथक-वास केंद्रों में रखा गया है और कोविड-19 की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बावजूद उन्हें छुट्टी नहीं दी जा रही है। मुख्य न्यायाधीश डी. एन. पटेल और न्यायमूर्ति सी. हरिशंकर की पीठ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई की। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि वे याचिका को वापस लेना चाहते हैं क्योंकि दिल्ली सरकार ने तबलीगी जमात के ऐसे सदस्यों को रिहा करने का निर्णय कर लिया है जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं हैं।


राशन की दुकानों पर लगी 'लंबी-कतारें'

गौतमबुद्ध नगर। गौतम बुद्ध नगर जिले में उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर शुक्रवार से सभी राशन कार्ड धारकों को पांच किलोग्राम चावल और एक किलोग्राम चना नि:शुल्क दिया जा रहा है। नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण के मद्देनजर सुबह से ही जिले में सरकारी राशन की दुकानों पर लंबी कतारें लगी हैं। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के कारण लोगों को खाद्यान्न की कोई परेशानी ना हो, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रत्येक राशन कार्ड धारक को पांच किलोग्राम चावल तथा एक किलोग्राम चना नि:शुल्क देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि इसके तहत शुक्रवार को जिला आपूर्ति विभाग ने राशन बांटने का काम शुरू कराया है। चौहान ने बताया कि यहां राशन की सभी दुकानों पर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए राशन वितरित किया जा रहा है। राशन विक्रेताओं को संक्रमण से बचाव के लिए पीपीई किट उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि सरकार के आदेशानुसार सभी राशनकार्ड धारकों को राशन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। नि:शुल्क राशन मिलने की सूचना पाकर भारी संख्या में श्रमिक सुबह से ही राशन की दुकानों पर कतार में खड़े हो गए। कई जगह अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया, लेकिन पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया।


संक्रमण मामलों में लगातार वृद्धि जारी

नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच 25 मार्च से देश भर में लागू लॉकडाउन के तीसरे चरण का आज 12वां दिन है। वहीं, संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि भी जारी है। भारत में इस बीमारी से अब तक 2649 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 81970 हो गई  है। इसमें एक्टिव कोरोना केस 51401 हैं। वहीं, 27919 मरीज ठीक/डिस्चार्ज भी हुए हैं। इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन-4 के साफ संकेत भी दे दिए हैं। दूसरी ओर सरकार आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए आर्थिक पैकज और राहत का ऐलान भी कर रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की दूसरी किस्त में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रवासी मजदूरों, फेरी वालों और छोटे किसानों के लिए अहम घोषणाएं की।


नहीं निकला रोजे का ऐतिहासिक जुलूस

लखनऊ। 21वें रमजान को नहीं निकला ऐतिहासिक जुलूस। कॅरोना महामारी और लॉक डाउन को देखते हुए धर्मगुरुओं ने लिया बड़ा फैसला। आज 21 रमज़ान को पहले इमाम हजरत अली हुए थे शहीद। हजरत अली की याद में हर साल निकलता था ऐतिहासिक जुलूस। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर सभी से की थी जुलूस ना निकालने की अपील। शिया मुसलमानो ने नहीं निकला 21 रमजान में भीड़भाड़ वाला जुलूस। सुबह की नमाज़ के बाद निकाला जाता था जुलूस यह जुलूस नजफ़ से निकलकर जाता था तालकटोरा कर्बला। लाखों की संख्या में लोग जुलूस में करते थे शिरकत। पुलिस प्रशासन की अपील के बाद सभी जायरीनो ने घर में ही मातम कर किया हजरत अली की शहादत को याद। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने सभी जायरीनों का किया धन्यवाद।


चप्पे-चप्पे पर अधिकारियों का जाल

कानपुर। (सूरज कश्यप/गुड्डू सिंह) बीते दिनों पूरी दुनिया में आए कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को देखते हुए भारत में जो लॉक डाउन किया गया था । उसके बाद कई मजदूर अपने-अपने घरों के लिए सैकड़ों मील पैदल चलने को तैयार हो गए थे और बिना किसी सुविधा के ये मजदूर अपने-अपने घरों के लिए निकल पड़े थे । जिसके बाद कई जगह इन मजदूरों के साथ कई घटनाये हुई थी इन सब घटनाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने समस्त मजदूरों को यथास्थिति पर रहने को कहा था और अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए बस व ट्रेन चलाने की बात कही थी जिसके बाद भी काफी संख्या में यह मजदूर पैदल ही अपने-अपने घरों के लिए पलायन करने लगे इस स्थिति को देखकर कानपुर प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद रहकर लॉक डाउन के बाद से आम जनमानस की जान माल के सुरक्षा को लेकर आला अधिकारियों ने चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई थी ऐसे ही एक तेजतर्रार पुलिसकर्मी इंस्पेक्टर राजकुमार की ड्यूटी नौबस्ता चौराहे पर लगाई गई जिनके द्वारा प्रतिदिन कई जरूरतमंदों को भोजन व पानी जैसी जरूरतमंद चीजें उपलब्ध कराई जा रही थी इन सबको देखते हुए गुरुवार को पुलिस अधीक्षक दक्षिण ने स्वयं सड़कों पर आकर कानपुर आ रहे प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा व खानपान और रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था का निरीक्षण किया आपको बता दें जहाँ एक ओर बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों के लिए पैदल चलने को मजबूर हैं तो वही कानपुर प्रशासन भी इन सभी की सुरक्षा व भूख प्यास को ध्यान में रखकर सड़कों पर रहकर कार्य कर रहा है ऐसा ही एक कार्य कानपुर की पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता के द्वारा देखने को मिला जिन्होंने नौबस्ता चौराहा पर मौजूद रहकर वहाँ से गुजर रहे प्रवासी मजदूरों से खाने व पानी व अन्य समस्याओं के बारे में पूछा और उन समस्याओं को दूर किया इस कार्य में पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता का साथ देने के लिए इंस्पेक्टर राजकुमार थाना प्रभारी नौबस्ता आशीष कुमार शुक्ला के साथ भारी पुलिस बल मौजूद रहा ।


 


कांग्रेस का जरूरतमंदों को राशन वितरण

कानपुर। लॉकडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के मजदूर जिले में जहां तहां फंस गए हैं, होटल आदि बंद होने के कारण लोगों को भोजन नहीं मिल रहा है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी के नेताओं की ओर से आज गरीब व जरूरतमंदों के बीच कच्चा राशन वितरण कर नेकी का काम किया गया। 
कांग्रेस नेता अंबुज शुक्ला लॉकडाउन की सबसे ज्यादा मार गरीबों और मजदूरों पर पड़ी है। वहीं कांग्रेस नेता अंबुज शुक्ला और उनकी सहयोगी अनकृति प्रतीक त्रिपाठी गरीबों और मजदूरों को कच्चा राशन मुहैया करा रहे हैं।
 
कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने आज संयुक्‍त रूप से काकादेव क्षेत्र में गरीब एवं जरूरतमंदों को खाना एवं पानी का वितरण किया। वितरण करने की ये मुहिम बड़े नेताओं  के निर्देश पर चलाई जा रही है। इनका कहना है कि कोई गरीब परेशान होने न पाए, कोई गरीब भूखा सोने न पाए। कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने गरीब एवं जरूरतमंदों को खाना एवं पानी का वितरण करने की आज जो मुहिम चलाई गई उसमें कांग्रेस नेता अंबुज शुक्ला अनुकृति प्रतीक त्रिपाठी शम्भू शंकर दिनेश दीक्षित दिनेश तिवारी ऋषभ त्रिपाठी ओम प्रकाश मौर्या आदि लोग मौजूद रहे ।
 
 
 


4 राज्यों में वायरस ने पकड़ी रफ्तार

बृज बिहारी दुबे


नई दिल्ली । देश में कोरोना के नए मामले आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खासकर महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और गुजरात में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में रोजाना बढ़ने वाले कुल नए मामलों में से 70 फीसदी यही से रिपोर्ट हो रहे हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अकेले महाराष्ट्र में ही कोरोना के 40 फीसदी नए मामले सामने आए हैं। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है जहां 11 फीसदी मामले सामने आए हैं। तीसरे नंबर पर दिल्ली है, जहां 10 फीसदी नए मामले दर्ज हुए। जबकि चौथे स्थान पर गुजरात है, जहां से आठ फीसदी नए मामले रिपोर्ट हुए हैं। यानि इन चार राज्यों में ही 70 फीसदी मामले सामने आ रहे हैं। देश में कोरोना के कुल 81,970 मामले सामने आ चुके हैं।
गोवा और छत्तीसगढ़ से भी आए कोरोना के नए मामले
कोरोना मुक्त हो चुके गोवा में शुक्रवार को कोरोना के सात नए मामले सामने आए हैं। इससे पहले गोवा में सात मामले आए थे और सभी स्वस्थ हो चुके थे। लिहाजा यह राज्य कोरोना मुक्त हो चुका था। छत्तीसगढ़ में भी कई दिनों से कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया था। वहां भी कोरोना का एक मामला सामने आया है। यहां कुल 60 कोरोना मरीजों में से 56 मरीज ठीक हो चुके हैं।
देश में मरीजों के स्वस्थ्य होने की रफ्तार 34 फीसदी
देश में कुछ राज्यों में मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार तेज है, जिसमें छत्तीसगढ़, केरल, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड शामिल हैं। इन राज्यों में स्वस्थ होने की रफ्तार 93 प्रतिशत से लेकर 53 प्रतिशत तक है।


विधि-विधान से से खोले बद्रीनाथ के कपाट

प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित पर्यटन – धर्मस्व मंत्री सतपाल जी महाराज ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर शुभकामनाएं दी हैं।


श्री बदरीनाथ धाम। विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट निर्धारित तिथि पर आज प्रात: 4 बजकर 30 मिनट ब्रह्म मुहूर्त में खुल गये है। शुक्रवार, जेष्ठ माह, कृष्ण अष्टमी तिथि, कुंभ राशि धनिष्ठा नक्षत्र, ऐंद्रधाता योग के शुभ मुहूर्त पर कपाट खुले। इस अवसर पर सीमित उपस्थिति रही। तथा शोसियल डिसटेंसिंग का पालन हुआ, मास्क पहने गये। कल 14 मई दिन में आदि गुरू शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी सहित रावल जी, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी एवं गाडूघड़ा( तेलकलश ) योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गये थे। इस बार सेना के बैंड की सुमधुर ध्वनि, भक्तों का हुजूम, भजन मंडलियों की स्वर लहरियां बदरीनाथ धाम में नहीं सुनायी दी। इस यात्रा वर्ष कोरोना महामारी के कहर का प्रभाव उत्तराखंड के चार धामों पर भी पड़ा है। बदरीपुरी में आश्रम,दुकाने, छोटे-बड़े होटल, रेस्टोरेंट,ढाबे बंद है। कपाट खुलने के बाद वेद मंत्रों की ध्वनियों से बदरीशपुरी गुंजायमान जरूर हो गयी। तथा मंदिर फूलो की सजावट के साथ बिजली की रोशनी से जगमगा रहा था । इस यात्रा वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए चार धाम यात्रा शुरू नहीं हो सकी है‌। केवल कपाट खोले गये हैं। कपाट खुलने को लेकर देवस्थानम बोर्ड ने तैयारियां पूरी कर ली थी। इसी के तहत प्रात: तीन बजे से श्री बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू होने लगी। देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी/ सेवादार -हक हकूकधारी मंदिर परिसर के निकट पहुंच गये।


श्री कुबेर जी बामणी गांव से बदरीनाथ मंदिर परिसर में पहुंचे तो रावल जी एवं डिमरी हक हकूकधारी भगवान के सखा उद्धव जी एवं गाडू घड़ा तेल कलश लेकर द्वार पूजा हेतु पहुंचे। वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ द्वार पूजन का कार्यक्रम संपन्न हुआ तत्पश्चात प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी द्वारा श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिये गये। श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलते ही माता लक्ष्मी जी को मंदिर के गर्भ गृह से रावल जी द्वारा मंदिर परिसर स्थित लक्ष्मी मंदिर में रखा गया।श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी बदरीश पंचायत के साथ विराजमान हो गये। कपाट खुलने के पश्चात मंदिर में शीतकाल में ओढे गये घृत कंबल को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। माणा गांव द्वारा तैयार हाथ से बुने गये घृतकंबल को कपाट बंद होने के अवसर पर भगवान बद्रीविशाल को ओढ़ाया जाता है। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही मानवमात्र के रोग शोक की निवृत्ति, आरोग्यता एवं विश्व कल्याण की कामना की गयी‌। भगवान बदरीविशाल की प्रथम पूजा-अर्चना देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की तरफ से मानवता के कल्याण आरोग्यता हेतु संपन्न की जा रही है। आन लाईन बुक हो चुकी पूजाओं को यात्रियों की ओर से उनके नाम संपादित किया जायेगा। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही मंदिर परिसर में स्थित माता लक्ष्मी मंदिर,श्री गणेश मंदिर, हनुमान जी, भगवान बदरी विशाल के द्वारपाल घंटाकर्ण जी का मंदिर परिक्रमा स्थित छोटा मंदिर तथा आदि केदारेश्वर मंदिर, आदि गुरू शंकराचार्य मंदिर के द्वार खुल गये। माणा के निकट स्थित श्री माता मूर्ति मंदिर तथा श्री भविष्य बदरी मंदिर सुभाई तपोवन के कपाट भी श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही खुल गये है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बदरीनाथ स्थित खाक चौक में हनुमान मंदिर के द्वार भी आज खुल गये है।


प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने आशा प्रकट की है कि शीघ्र कोरोना महामारी समाप्त हो जायेगी। यथा शीघ्र उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होगी तथा तीर्थ यात्री दर्शनों के लिए पहुंच सकेंगे। प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल जी महाराज ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि भगवान बदरीविशाल के कपाट खुलते ही अब उत्तराखंड के चारों धामों के कपाट खुल गये है। उचित समय पर चार धाम यात्रा भी शुरू हो जायेगी। इसके लिए वह केंद्र से भी लगातार संपर्क में हैं। चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद ‌ममगाई‌ ने भी श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता जताई है। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने अनुसार बदरीनाथ धाम के कपाट खुलते ही उत्तराखंड चारधाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है आगे पर्यटन-,तीर्थाटन को गति दिये जाने हेतु शासन स्तर पर निरंतर कार्य गतिमान है। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सीईओ/ गढ़वाल आयुक्त रमन रविनाथ ने बताया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के दौरान देवस्थानम बोर्ड द्वारा उच्च स्तरीय दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित किया गया। कपाट खुलने के अवसर पर रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी सहित देवस्थानम बोर्ड के प्रभारी अधिकारी बी.डी.सिंह, नायब तहसीलदार प्रदीप नेगी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल,अपर धर्माधिकारी सत्यप्रसाद चमोला, थानाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह, अभिसूचना निरीक्षक सूर्य प्रकाश शाह आदि मौजूद रहे। इस बार श्री बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के दानी दाताओं के सहयोग से बदरीनाथ धाम को फूलों से सजाया गया । मंदिर से सटे पुराने पुल से लेकर मुख्य मंदिर परिसर तक विभिन्न पुष्पों एवं तोरण द्वार से सजाया गया । श्री बदरीनाथ धाम में लाक डाउन का पूरी तरह लागू है दुकाने, होटल, ढाबे, आश्रम आदि बंद है। निकटवर्ती गांवों बामणी एवं माणा में भी आवाजाही नहीं है। तप्त कुंड, ब्रह्म कपाल तथा स्नान घाट भी शांत है अलकनंदा नदी का धीमा स्वर सुनाई दे रहा है।


उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि कोरोना लाक डाउन के मद्देनजर शोसियल डिस्टेंसिंग सहित सरकारी एडवाइजरी का पालन किया गया। मास्क पहने गये एवं साफ सफाई का ध्यान रखा गया। यहां यह भी उल्लेखनीय है उत्तराखंड के चार धामों के कपाट खुल चुके हैं जबकि कोरोना महामारी संकट टलने के बाद शीघ्र चारधाम यात्रा शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। बताया कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल तथा श्री गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर 26 अप्रैल को खुल चुके हैं। द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट कपाट 11 मई को खुल चुके हैं जबकि तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 20 मई को तथा चतुर्थ केदार रुद्रनाथ जी के कपाट 18 मई को प्रात: खुल रहे है। भगवान श्री बदरीनाथ के कपाट आज शुक्रवार को सुबह ठीक 4-30 बजे पूरे विधान के साथ खोल दिए गए। इस बार बेहद सादगी के साथ कपाट खोले गए। कपाटोद्घाटन मे मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, राजगुरु, हकहकूकधारियो सहित केवल 11 लोग ही शामिल हो सके। इस दौरान मास्क के साथ सोशल डिस्टेसिग का पालन किया गया। इससे पूर्व पूरे मंदिर परिसर को सेनेटाइज्ड किया गया।


 


वर्ल्ड बैंक भारत को देगा 1 बिलियन डॉलर

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच भारत को वर्ल्ड बैंक ने बड़ी राहत दी है। सरकार के कार्यक्रमों के लिए वर्ल्ड बैंक ने एक बिलियन डॉलर के पैकेज का ऐलान किया है। यह पैकेज सामाजिक सुरक्षा पैकेज होगा। इससे पहले कोरोना से जंग के लिए भारत को ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक ने एक अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता राशि देने का ऐलान किया था।


विश्व बैंक के एक बिलियन डॉलर (करीब 7600 करोड़) सामाजिक सुरक्षा पैकेज का इस्तेमाल देश में कोरोना वायरस रोगियों की बेहतर जांच, कोविड-19 अस्पताल के उच्चीकरण और लैब को बनाने में किया जा सकता है. वर्ल्ड बैंक ने पहले ही 25 विकासशील देशों को पैकेज देने का प्रस्ताव किया था। इससे पहले न्यू डेवलपमेंट बैंक ने भारत को एक अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता राशि देने का ऐलान किया था। उसका कहना था कि यह लोन इसलिए दे रहे हैं ताकि भारत को कोविड​​-19 के प्रसार को रोकने में मदद मिले और कोरोना वायरस महामारी से होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम किया जा सके। इसके अलावा एशियाई विकास बैंक (ADB) ने कोरोना से मदद के लिए भारत को 1.5 अरब डॉलर का पैकेज देने का ऐलान किया था। इसका उद्देश्य भारत सरकार को COVID -19 के प्रसार को रोकने की लड़ाई में शामिल करना और कोरोनो वायरस के कारण होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम करना है।


गौरतलब है कि भारत में कोरोना के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो देश में कुल कोरोना केस की संख्या करीब 82 हजार के करीब जा पहुंची है। कुल मरने वालों का आंकड़ा 2650 के करीब जा पहुंच गया है और ठीक होने वाले लोगों की तादाद 27 हजार से ज्यादा है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 16, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-279 (साल-01)
2. शनिवार, मई 16, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- नवमीं, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:50,सूर्यास्त 07:05।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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गुरुवार, 14 मई 2020

14 को चांद-मंगल ग्रह नजदीक दिखेंगे

नई दिल्ली। पिछले कुछ वक्त से आसामन बेहद साफ है और रात के समय तो झिलमिल सितारों का नजारा ही अद्भुत होता है। दरअसल, पिछले कुछ वक्त से लॉकडाउन के कारण देशभर में वायु प्रदूषण के स्तर में भारी कमी देखने को मिली है। ऐसे में बड़े शहरों का आसमान भी इन दिनों साफ हो गया है। ऐसे में आसमान में चांद के साथ दिखने वाले अलग-अलग ग्रह आजकल लोग आसानी से देख पा रहे हैं और इसके लिए उन्हें किसी चश्मे या दूसरी चीज की जरूरत नहीं है। 
लोग बिना किसी बाइनोकुलर या टेलीस्कोप के आसानी से आसमान में साफ-साफ इन ग्रहों को देख सकते हैं. इसके लिए केवल आपको बिना बादल वाला आसमान और थोड़ा सा धैर्य रखने की जरूरत है और बस आप अंतरिक्ष में होने वाले इन ईवेंट्स को आसानी से देख सकते हैं।


12 मई की सुबह आसमान में चांद के साथ ब्रहस्पति ग्रह नजर आया था और अब जगह बदल जाने के बाद 14 मई को आसमान में चांद के साथ मंगल ग्रह नजर आएगा. 14 मई को आसमान में चांद और मंगल ग्रह काफी नजदीर दिखाई देंगे। हालांकि, अंतरिक्ष में वह असल में एक दूसरे के इतने नजदीक नहीं होंगे।


चांद और मंगल ग्रह को आप 14 मई को सुबह सूरज निकलने से पहले आसमान में आसानी से देख सकते हैं।आपको ग्रह को देखने के लिए दक्षिण-पूर्व की ओर देखना होगा. यदि आप उस दिशा का पता नहीं लगा पाते हैं तो आप अपने डिवाइस पर कम्पास ऐप की मदद ले सकते हैं।
अर्थस्काय.कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन दिनों मंगल ग्रह काफी ब्राइट नजर आ रहा है। सूरज को छोड़ कर मंगल ग्रह अंतरिक्ष में रात के वक्त नजर आने वाली चीजों में 8वां सबसे चमकीला ऑब्‍जेक्‍ट है, लेकिन मंगल ब्राइटेनस के मामले में ब्रहस्पति ग्रह जैसा नहीं है। दरअसल, ब्रहस्पति चौथा सबसे बड़ा ऑब्‍जेक्‍ट है और यह मंगल के मुकाबले 12 गुना ज्यादा चमकदार है।


गूगल ने पराग्वे का राष्ट्रीय दिवस मनाया

न्यूयॉर्क। डूडल पराग्वे के राष्ट्रीय दिवस को मनाता है, जिसे स्थानीय रूप से दियारा डे इंडिपेंडेंस नैशनल के नाम से जाना जाता है। 1811 में इस दिन, भूमि-बंद देश का नाम “द हार्ट ऑफ साउथ अमेरिका” घोषित किया गया था।


पराग्वे की बहुसंख्यक जातीय आबादी, गुआरानी वंश और यूरोपीय, ज्यादातर स्पेनिश, मूल लोगों का एक संयोजन है। संस्कृतियों का यह संलयन पारंपरिक रूप से स्पैनिर्ड्स द्वारा पराग्वे के लिए शुरू की गई पारंपरिक कढ़ाई फीता में परिलक्षित होता है, जिसे aranandutí (“मकड़ी के जाले” के रूप में जाना जाता है), और पैराग्वेयिन राजवंश के भाषा विज्ञान के बीच, जिनमें से कई लोग गुआरानी और स्पेनिश दोनों बोलते हैं।


राष्ट्रीय अवकाश और इसकी समृद्ध संस्कृति के सम्मान में, पूरे देश में पराग तिरंगा झंडा ऊंचा उठता है। डूडल कलाकृति में दर्शाया गया, पराग्वे का झंडा दुनिया के कुछ राष्ट्रीय झंडों में से एक है, जिसके दोनों ओर अलग-अलग प्रतीक चिन्ह हैं।


डिस्टेंसिंग का उल्लंघन, शौचालय की सफाई

जकार्ता। लॉकडाउन में नरमी के बाद देश अपने नागरिकों को सोशल डिस्‍टेंसिंग बनाए रखने को सख्‍ती से नियम लागू कर रहे है। ऐसे में इंडोनेशिया में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों को शौचालय साफ करने की सजा देने की घोषणा की गई है। एक विदेशी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावित देशों में सामाजिक दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं और इन्‍हें पूरा करने के लिए सख्‍ती से कहा गया है।
इस सजा का मकसद कोरोना के प्रसार को रोकना है।


ज्यादातर देशों में नागरिक सामाजिक दूरी के आदेशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और लगातार सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्‍लंघन कर रहे हैं. ऐसे में इंडोनेशिया के अधिकारियों ने इसका उल्लंघन करने वालों के लिए दंड की घोषणा की है. 'एआरवाई न्‍यूज' के मुताबिक इंडोनेशियाई अधिकारियों का कहना है कि सामाजिक दूरी के आदेशों का उल्लंघन करने वाले को सजा के तौर पर अपने शौचालयों की सफाई करनी होगी। विदेशी समाचार एजेंसी के अनुसार यह सुधार और सुधार के उद्देश्य से दी गई सजाओं में से एक है और इसका उद्देश्य कोरोना के प्रसार को रोकना है। इसी तरह इंडोनेशिया मास्‍क न लगाने वालों को ढाई हजार इंडोनेशियन रुपया यानी 17 डॉलर जुर्माना भी भरना पड़ेगा।
गौरतलब है कि इंडोनेशिया में अब तक 1028 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 15,438 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। ऐसे में देश में वायरस का खतरा और न फैले इसके लिए नागरिकों को सोशल डिस्‍टेंसिंग बनाए रखने को कहा गया है। हालां‍कि इस महामारी के बावजूद कई लोग ऐसे भी हैं, जो इन नियमों का लगातार उल्‍लंघन कर रहे हैं। इसके लिए देश में कई तरह की सजा देने की बात की जा रही है।टॉयलेट साफ करने की सजा देना भी इन्‍हीं में से एक है।


53 किलो से अधिक चरस बरामद की

राणा ओबराय


हरियाणा पुलिस को तस्करों के खिलाफ फिर मिली बडी सफलता, 53 किलो से अधिक की चरस बरामद

चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस द्वारा लाकॅडाउन में भी मादक पदार्थ तस्करों पर ताबडतोड़ कार्रवाई लगातार जारी है। पुलिस ने नशा सौदागरों पर एक ओर प्रहार करते हुए जिला भिवानी ने 53 किलो 600 ग्राम चरस बरामद कर इस सिलसिले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान जयपाल के रूप में हुई है, जो कि गांव मिताथल का निवासी है।आरोपी मोटरसाइकिल पर मादक पदार्थ को ले जा रहा था। पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने महम रोड, भिवानी के पास यह कार्रवाई कर आरोपी को काबू किया। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक नाके पर प्लास्टिक की थैलियों को ले जा रहे एक मोटरसाइकिल चालक को रोककर नियम अनुसार तैलाषी ली तो उसके कब्जे से 53 किलोग्राम 600 ग्राम ’चरस’ बरामद हुई।


विवादः किशोरी को पीटकर किया घायल

पुराने विवाद के चलते किशोरी को पीटकर किया घायल


सीएचसी में कराया गया भर्ती


फतेहपुर। घरेलू कलह के चलते किशोरी को पड़ोसी महिलाओं और उनके परिवार के पुरुष सदस्यों ने पीटकर घायल कर दिया घायल किशोरी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य में भर्ती कराया गया सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।


जानकारी के अनुसार जाफर गंज थाना क्षेत्र के धीर का पुरवा गांव में पुरानी रंजिश के चलते देवी चरण की 17 वर्षीय पुत्री शबनम को पड़ोसी महिलाओं तथा उनके परिवार के पुरुष सदस्यों ने पीटकर घायल कर दिया घायल किशोरी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया उधर सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है इस मामले में किशोरी के पिता देवीचरण ने बताया कि पुराने विवाद के चलते संगीता देवी पत्नी श्यामलाल सुशील कुमार पत्नी सुधा देवी आदि ने उनकी पुत्री को पीट कर घायल कर दिया है जिसके बाद से काफी देर से उनकी पुत्री भी हो रही मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है।


लॉम्बार्ड के बच्चों को शरीर पर जलन

रोम। इटली के लॉम्बार्डी में बच्चों को शरीर पर जलन महसूस हो रही है। अकेले बरगामो शहर में 10 ऐसे मामले सामने आए हैं और अब एक अध्ययन में दावा किया जा रहा है कि ये कोरोना वायरस से जुड़े हुए हैं। डॉक्टरों के पास ऐसे बच्चे आए हैं जिनके पूरे शरीर पर लाल चकते बन गए हैं और हाथ-पांव में सूजन नजर आ रहा है।
अस्पताल में भर्ती हुए 80 फीसदी बच्चों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए थे जबकि 60 प्रतिशत गंभीर रोगों जैसे कि हार्ट डिजिज से पीड़ित थे। शरीर पर जलन महसूस करने वाले लक्षण सबसे पहले ब्रिटेन, इटली और फिर स्पेन के बच्चों में दिखाई दिए हैं। यह कावासाकी बीमारी से मिलता-जुलता है।


कावासाकी बीमारी अधिकांश पांच साल से कम उम्र के बच्चों में पाई जाती है। पिछले 5 सालों में 19 बच्चों में कावासाकी केे लक्षण दिखे हैं। यह पता नहीं चल पाया है कि यह स्थिति कैसे पैदा होती है, लेकिन वैज्ञानिक मानते हैं कि संक्रमण के कारण इम्युन सिस्टम पर इसका असर पड़ता है।


बिजली बिल, जनता पर अतिरिक्त भार

प्रयागराज। जनहित संघर्ष समिति के प्रमिल केसरवानी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश की अर्थव्यवस्था खराब हो रही है। वहीं दूसरी ओर प्रयागराज के लोगो का धंधा ना होने के कारण आर्थिक तंगी का सामना करने को मजबूर हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर घरेलू बिजली के बिल, कमर्शियल बिजली के बिल विभाग द्वारा भेजे जा रहे हैं। साथ ही प्राइवेट विद्यालय भी अपनी स्कूलों की फीस का मैसेज भी लोगों के मोबाइलों पर भेजने का काम कर रहे हैं। इन सभी के भुगतान को लेकर प्रयागराज की आम जनता काफी हैरान और परेशान हैं 3 महीने का बिजली का बिल बच्चों के स्कूल की शुल्क का बोझ जनता के ऊपर बढ़ता जा रहा है और जनता के ऊपर कर्ज़ का बोझ  धीरे-धीरे बढ़ता जा  रहा है।


इन सभी जन समस्याओं को देखते हुए जनहित संघर्ष समिति ने भारत सरकार से आवाहन किया है कि लाख डाउन के इस विपरीत परिस्थिति में घरेलू कमर्शियल बिजली का बिल के साथ प्राइवेट स्कूलों मै पढ़ने वाले बच्चों के स्कूलों की फीस को माफ कराया जाए।


बृजेश केशरवानी


लॉकडाउन का उल्लंघन करते दिखें 'लोग'

नगर में लॉक डाउन का उल्लंघन करते दिखे लोग


सैकड़ों लोग बिना मास्क और बिना सामाजिक दूरी के दिखे


क्षेत्र में एक कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद भी लोग नहीं ले रहे सबक


सुनील पुरी


बिंदकी। क्षेत्र में एक को रोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं। लॉक डाउन का उल्लंघन करते नजर आते हैं। कोरोनावायरस से बचाव के लिए मांस नहीं लगाते और ना ही सामाजिक दूरी का पालन करते हैं। ऐसी स्थिति में यही लगता है कि लोग खुद को धोखा दे रहे हैं या पुलिस प्रशासन को और जीवन को खतरे में डाल रहे हैं।


मालूम हो कि तहसील क्षेत्र के नया पुरवा गांव में 5 दिन पहले एक को रोना पॉजीटिव केस मिला था जिसके बाद से उस गांव में को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया था लगातार स्वास्थ्य विभाग पहुंचकर गांव के लोगों का परीक्षण कर रही है वहीं दूसरी ओर कोरोनावायरस का एक केस मिलने के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं लॉक डाउन का पालन नहीं करते घरों से बेवजह निकले दिखाई देते हैं इतना ही नहीं सक्रल ओ मांस नहीं लगाते और ना ही सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते नजर आते हैं नगर के मोहल्ला मेन बाजार फाटक बाजार किराना गली नेहरू इंटर कॉलेज रोड आदमी लोगों की भारी भीड़ देखी गई खरीदारी करते वक्त लोग मास्क नहीं लगाए हुए थे कई दुकानदार भी मास्क का प्रयोग नहीं करते दिखाई दिए दुकानों के सामने सामाजिक दूरी का पालन नजर नहीं आया भारी भीड़ देखी गई लोग बैरिकेडिंग के ऊपर से साइकिल निकालते भी देखे गए यही लगता है कि लोग कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर बेफिक्र नजर आते हैं या फिर अपने को धोखा देते हैं या पुलिस प्रशासन को देखा दे रहे बदल लोग कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर सतर्क नहीं रहे तो परेशानी खड़ी हो सकती है।


इंग्लैंड में नई एंटीबॉडी जांच की मंजूरी

लंदन। इंग्लैंड में स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक ऐसी नई एंटीबॉडी जांच को मंजूरी दी है जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति पूर्व में कोरोना वायरस से संक्रमित रहा है या नहीं। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने बताया कि स्विट्जरलैंड की दवा कंपनी रोशे द्वारा विकसित यह जांच बहुत ही सकारात्मक उपलब्धि है।


इसमें रक्त की जांच कर एंटीबॉडीज के जरिए यह देखा जाता है कि क्या व्यक्ति पहले कभी वायरस से संक्रमित था और अब उसमें इससे लड़ने की कुछ क्षमता हो सकती है। ब्रिटेन कोरोना वायरस जांच कार्यक्रम के राष्ट्रीय संयोजक प्रोफेसर जॉन न्यूटन ने कहा, यह बहुत ही सकारात्मक उपलब्धि है क्योंकि ऐसी सटीक एंटीबॉडी जांच पूर्व के संक्रमण का पता लगाने के लिए काफी विश्वसनीय है।


द गार्जियन की खबर के अनुसार 40,000 से अधिक लोग कोरोना वायरस के कारण जान गंवा चुके हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी इस जानलेवा विषाणु के खिलाफ लड़ाई में ऐसी एंटीबॉडी जांच को मील का पत्थर करार दिया था। स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल विभाग के प्रवक्ता ने कहा, एंटीबॉडी जांच कोरोना वायरस को फैलने से रोकने और यह समझने में मदद करने की हमारी रणनीति का अहम हिस्सा है कि किसे यह बीमारी रही है।


ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने गत सप्ताह कहा था कि उनका देश कोरोना वायरस एंटीबॉडी जांच व्यापक पैमाने पर कराने के लिए दवा कंपनी रोशे के साथ बातचीत कर रहा है।


कोरोना संग ही रहना होगाः डब्ल्यूएचओ

राणा ओबराय

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा, अब शायद कोरोना संग रहना ही होगा!।कोरोना कभी नही हो सकता ख़त्म?

जिनेवा/ नई दिल्ली। जैसा कि आप सब जानते हैं कि उस समय कोरोना वायरस से पूरी दुनिया त्रस्त है। हर देश की सरकार ने इसे फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया हुआ है। वैज्ञानिक इसका इलाज ढूंढने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक ने संभावना के साथ-साथ चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस शायद कभी खत्म न हो, जैसे एचआईवी खत्म नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आपात परिस्थिति संबंधी प्रमुख ने कहा है कि यह अनुमान लगाना असंभव है कि वैश्विक महामारी पर कब तक नियंत्रण पाया जा सकेगा। डॉ. माइकल रयान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संभवत: यह वायरस कभी न जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या अभी तक कम है। उन्होंने कहा कि टीके के अभाव में लोगों के भीतर इस विषाणु के खिलाफ प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होने में वर्षों लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे समुदायों में एक अन्य महामारी विषाणु बन सकता है।उन्होंने कहा कि पहले आई अन्य बीमारियां जैसे कि एचआईवी कभी खत्म नहीं हुई बल्कि उनका इलाज खोजा गया ताकि लोग इस बीमारी के साथ जी सकें। रयान ने बताया कि ऐसी उम्मीद है कि इसका एक प्रभावी टीका आएगा लेकिन तब भी इसे बड़ी मात्रा में बनाने और दुनियाभर के लोगों तक मुहैया कराने के लिए बहुत काम करने की आवश्यकता होगी।Coronavirus: कोरोना वायरस पर WHO ने जारी की चेतावनी, कहा- शायद कभी खत्म न हो वायरसबता दें कि अब तक पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के कारण पौन 3 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इससे 42 लाख से अधिक लोग संक्रमित पाए गए हैं। अकेले अमेरिका में मरने वालों की संख्या 80 के लगभग है वहीं यहां संक्रमितों की संख्या 11 लाख को पार कर चुकी है। हालांकि भारत में अब भी हालात काबू में हैं। भारत में अबतक कुल 75 से अधिक मामले कोरोना संक्रमण के सामने आए हैं। वहीं इससे 2415 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।


स्पेन में मृतकों की संख्या-27321 हुई

मैड्रिड। स्पेन में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण 217 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 27321 हो गयी है।


स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इससे पहले गत 10 मई को सबसे कम 143 मौतें दर्ज की गयी थीं। कोरोना के कारण हुयी मौतों के मामले में पूरे विश्व में स्पेन का चौथा स्थान है। कोरोना वायरस से सबसे अधिक अमेरिका में तथा उसके बाद ब्रिटेन में मौतें हुयी हैं। स्पेन में पिछले 24 घंटों के दौरान 506 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 229540 हो गयी है। संक्रमण के मामले में भी अमेरिका, रूस और ब्रिटेन के बाद स्पेन का चौथा स्थान है। इस दौरान 2500 और कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने के बाद ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 143374 पहुंच गयी है। वायरस के फैलाव में कमी को देखते हुए स्पेन ने इस सप्ताह लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील देनी शुरू की है। अधिकारियों की मंशा है कि जून के अंत तक प्रतिबंधों काे पूरी तरह हटा लिया जाय। स्पेन में 24 मई तक हाई अलर्ट लागू है।


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नवरात्रि का पहला दिन मां 'शैलपुत्री' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय   शैलपुत्री (शैलपुत्री), पर्वत राजा हिमावत की पुत्री हैं और हिंदू ...