गुरुवार, 14 मई 2020

सीरीज को लेकर फैसला लेंगा 'श्री लंका'

कोलंबो। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि वो भारतीय टीम और बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली सीरीज को लेकर इस हफ्ते फैसला लेंगे। भारत और बांग्लादेश दोनों को ही आने वाले समय में श्रीलंका का दौरा करना है, लेकिन कोरोनावायरस के कारण सीरीज होने की उम्मीद काफी कम नजर आ रही है।


श्रीलंका क्रिकेट के चीफ एक्सिक्यूटिव एश्ले डे सिल्वा ने कहा,


भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने हालात को देखने के लिए 15 मई तक का समय मांगा है और हमने उन्हें वो समय दिया है। हम इस हफ्ते के अंत तक किसी फैसले तक पहुंच जाएंगे।
हालांकि अगर यह सीरीज नहीं हो पाती है, तो यह श्रीलंका की लगातार तीसरी होम सीरीड होगी जिसे कोरोनावायरस के कारण कैंसिल किया जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले इंग्लैंड ने भी श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के तहत होने वाली टेस्ट सीरीज को पोस्टपोन कर दिया था।


चक्की वाले नहीं आ रहें 'कारनामों से बाज'

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार 


कोरोना वायरस को लेकर लोग अपने घरों में कैद हैं लॉक डाउन का सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर रहे हैं लेकिन आटा चक्की वाले अपने कारनामों से बाज नहीं आ रहे हैं।


हापुड़। जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव गालंद में लोग उस वक्त आश्चर्यचकित रह गए जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया वीडियो वायरल ने आटा चक्की वाले की करतूतों का किया पर्दाफाश जिसे देखकर लोग रह गए दंग।


ग्रामीण आटा चक्की पर अपना विश्वास लेकर आटा पीसवाने के लिए अपने गेहूं रख कर आते हैं लेकिन आटा चक्की वाला लोगों का विश्वासघात कर रहा है सस्ते रेट में सूखी रोटी लेकर लोगों के आटे में पीस कर दे रहा है जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है स्थानीय प्रशासन को लेना चाहिए बड़ा एक्शन अगर आटा खाने से लोग बीमार हो गए तो आखिर उसका जिम्मेदार कौन होगा।


बारिश आने से सोसाइटी में हुआ बचाव

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार 


उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ गढ़मुक्तेश्वर में नेशनल हाईवे 9 पर अचानक बारिश आने से सोसाइटी में अपना बचाव करते


हापुड़। लॉक डाउन 3 के चलते  प्रवासी मजदूर बेबस होकर अपने घरों को जाते लॉक डाउन के चलते सारी सीमाएं लांग ते हुए जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर पहुंचे जब उन्हों से बात की गई तो उन्होंने बताया हम लोगों के पास खाने को पैसा नहीं है मकान मालिक मकानों का किराया मांग रहे हैं जब खाने को पैसा नहीं है तो किराया कहां से हम दे पैरों में छाले खाने के लाले हम तो मजदूर लोग हैं मजदूरी करने के लिए अपना पेट पालने के लिए अन्य शहरों अन्य राज्यों में अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए आए थे हमें क्या पता था कोरोना महामारी आएगी और सब को घरों में कैद कर देगी हम तो भूखे प्यासे हैं कोरोना से डर नहीं लगता बस भूख से डर लगता है एक टाइम का खाना चलते रास्ते में कहीं ना कहीं कोई समाजसेवी दे देता है तो दूसरे टाइम की चिंता सताने लगती है।


13 को भूमि के पास से गुजरेगा 'धूमकेतु'

नई दिल्ली। अंतरिक्ष के कई ऐसे रहस्य हैं जिनसे अब भी पर्दा नहीं उठा है। लेकिन, कई बार लोगों को बेहद हैरतअंगेज नजारे देखने भी अंतरिक्ष में देखने को मिलते हैं। बुधवार को भी एक ऐसा ही नजारा देखने को मिलेगा। 13 मई को धरती पर आसमानी आतिशबाजी का नजारा देखने को मिल सकता है। ये बेहद खूबसूरत नजारा होगा जब आसमान से चमकते हुए धूमकेतु धरती के पास से निकलेंगे। इन्हें आप बिना किसी दूरबीन के खुली आंखों से देख सकते हैं।


गौरतलब है कि मई के महीने में ऐसा दो बार होने वाला है। एक धूमकेतु 13 मई को धरती से करीब 8.33 करोड़ किलोमीटर दूर से गुजरेगा। इसका नाम है कॉमेट स्वान फिलहाल ये धरती से करीब 8.50 करोड़ किलोमीटर दूर है। यह काफी तेजी से धरती की तरफ आ रहा है। इसके बाद 23 मई को कॉमेट एटलस धरती के पास से गुजरेगा।



खगोलविद् ने लगाया था पता: 13 मई को दिखने वाले कॉमेट यानी धूमकेतु स्वान के बारे में करीब एक महीने पहले 11 अप्रैल को एक नौसिखिये खगोलविद माइकल मैटियाज्जो ने पता लगाया था। वह नासा के सोलर एंड हेलियोस्फेयरिक ऑब्जरवेटरी से आंकड़े देख रहा था। तभी उसे सोहो सोलर विंड एनिसोट्रॉपिस इंस्ट्रूमेंट में इसकी तस्वीर दिखाई दी। फिर इसका नाम स्वान रख दिया गया। स्वान इंस्ट्रूमेंट का उपयोग सौर मंडल में हाइड्रोजन का पता लगाने के लिए किया जाता है। लेकिन, इसकी मदद से माइकल ने स्वान धूमकेतु का पता लगा लिया। अब यह धूमकेतु 13 मई को धरती के पास से निकलेगा। इस कॉमेट का एक ट्विटर हैंडल भी है।


यहां से दिखेगा अतिशबाजी वाला धूमकेतु: धूमकेतु स्वान सिर्फ उन लोगों को दिखाई देगा जो भूमध्य रेखा के दक्षिण में रहते होंगे। दुख की बात ये है कि भारत भूमध्य रेखा के उत्तर में है, इसलिए यहां के लोगों को खुली आंखों से ये धूमकेतु संभवतः देखने को न मिले। भारत के लोग इसे दूरबीन से इसे देख सकते हैं। यह पाइसेज कॉन्स्टीलेशन (मीन नक्षत्र) की तरफ से तेजी से आ रहा है। यह आपको हरे रंग में काफी तेजी से चमकता हुआ दिखाई देगा। इसके बाद, 23 मई को एक और धूमकेतु धरती के बगल से निकलेगा।


नाम है कॉमेट एटलस: इसे कॉमेट सी/2019 वाई4 एटलस भी बुलाते हैं। अभी तक इसकी दूरी का अंदाजा नहीं लग पाया है। कॉमेट एटलस की खोज 28 दिसंबर 2019 को हुई थी। उस समय इसकी चमक काफी धीमी थी। लेकिन अभी यह काफी तेजी से चमक रहा है। एटलस का नाम अमेरिका के हवाई द्वीप पर लगे एस्टेरॉयड टेरेस्ट्रियल इंपैक्ट लास्ट अलर्ट सिस्टम (एटलस) पर रखा गया है। इसका भी अपना ट्विटर हैंडल है। अब यह पता नहीं है कि एटलस पृथ्वी के बगल से किस समय निकलेगा, लेकिन जल्द ही वैज्ञानिक इसकी गति और धरती के बगल से गुजरने का समय पता कर लेंगे। ये भारत से नंगी आंखों से दिखाई देगा। ऐसी संभावना वैज्ञानिकों ने जताई है।


बॉक्स में क्या है धूमकेतु का रहस्य: धूमकेतु जमे हुए गैस, पत्थर और धूल से बनी हुई कॉस्मिक गेंद हैं, जो सूर्य के चारों ओर परिक्रमा कर रही हैं। जब वे जमे हुए होते हैं, तो उनका आकार एक छोटे से सूर्य जैसा होता है। परिक्रमा करते हुए जब ये सूर्य के निकट आ जाते हैं तो बहुत गर्म हो जाते हैं और गैस व धूल का वमन करते हैं जिसके कारण विशालकाय चमकती हुई पिंड का निर्माण हो जाता है जो कभी कभी ग्रहों से भी बड़े आकार के होते हैं ।


नासा के अनुसार अभी तक 3526 धूमकेतु पहचाने जा चुके हैं। धूमकेतु को बर्फ का मिश्रण भी माना जाता है क्योंकि ये जमे हुए गैस और पानी से मिलकर बने हुए रहते हैं। 1995 तक 878 धूमकेतुओं को सूचीबद्ध किया गया है और उनकी कक्षाओं की गणना की जा चुकी है। इनमें से 184 धूमकेतु का परिक्रमा काल 200 वर्षों से कम है। धूमकेतु का अंतरिक्ष विज्ञान में बहुत महत्व है क्योंकि उसके अध्ययन से अंतरिक्ष के बारे में कई अनोखी जानकारियां मिलती हैं।


धरती के पास से गुजरेगे कई 'ऐस्टाइरॉइड'

नई दिल्ली। अंतरिक्ष में चक्‍कर लगा रही हमारी पृथ्‍वी के बेहद पास से इस महीने कई खतरनाक ऐस्‍टरॉइड गुजरेंगे। इन सभी ऐस्‍टरॉइड में सबसे खतरनाक अपोलो श्रेणी का ऐस्‍टाइरॉइड 1997 BQ है। यह ऐस्‍टाइरॉइड अंतरिक्ष के सबसे बड़े और खतरनाक ऐस्‍टरॉइड में शामिल किया जाता है जिससे दुनियाभर के वैज्ञानिकों की सांसें फूली हुई हैं। अमेरिकी अंतर‍िक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक यह ऐस्‍टरॉइड बहुत तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा है और 21 जून पृथ्‍वी की कक्षा से गुजरेगा।


राजदूत अली-सती ने पीएम से की मुलाकात

सऊदी अरब के कूटनीतिक प्रयास


रियाद/ नई दिल्ली। सऊदी अरब के उप-रक्षा मंत्री अदेल अल-ज़ुबैर शहज़ादा सलमान का संदेश लेकर इस्लामाबाद गए। उसी समय भारत में सऊदी अरब के राजदूत डॉक्टर सऊद मोहम्मद अल-सती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की।


पुलवामा हमले से पहले ही मोदी सरकार ने सऊदी सरकार को बहुत तवज्जो देना शुरू कर दिया था। इस दौरान शहज़ादा सलमान और प्रधानमंत्री मोदी का निजी 'इक्वेशन' भी काफ़ी मज़बूत हो गया था।


सऊदी अरब ने पाकिस्तान के चरमपंथ पर रवैये के खिलाफ़ कड़ा रुख़ अपनाना शुरू कर दिया था। जब पुलवामा हुआ था तो सऊदी सरकार ने पाकिस्तान का साथ देने के बजाए आतंकवाद के ख़िलाफ़ एक कड़ा वक्तव्य जारी किया था।


सामरिक मामलों के जानकार हर्ष पंत बताते हैं, ''सऊदी अरब नहीं चाहता था कि ये मामला इतना तूल पकड़े कि उसे सार्वजनिक रूप से भारत या पाकिस्तान में से किसी एक पक्ष का समर्थन करना पड़े। चूँकि सामरिक मामलों पर बहुत पहले से पाकिस्तान और सऊदी अरब की आपसी समझ एक दूसरे के बहुत क़रीब है, सऊदी अरब ने 'बैक चैनल' से ये कोशिश की कि पाकिस्तान इसे और आगे न ले जाए।


उसने भारत से भी बात की और जब उसे भारत से संकेत मिल गया कि कोई बीच का रास्ता निकल जाने पर उसे कोई आपत्ति नहीं है तो उसने पाकिस्तान से संपर्क किया। उसने पाकिस्तान को साफ़ कर दिया कि अगर उसने तनाव को कम करने की कोशिश नहीं की तो वो पाकिस्तान के साथ खड़े होने की हालत में नहीं होगा।


सेना पर हमले रोकने के लिए कार्रवाईः पाक

पाकिस्तान ने ईरान से कहा है कि वो पाकिस्तानी सेना पर चरमपंथी हमले रोकने के लिए उचित कार्रवाई करे।


इस्लामाबाद/ तेहरान। पाकिस्तान का आरोप है कि अलगाववादी बलूच लिबरेशन ऑर्मी चरमपंथी हमलों को अंजाम देने के लिए ईरान की ज़मीन का इस्तेमाल करती है। इसी संबंध में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल क़मर बाजवा ने ईरानी सेना प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बक़ेरी से बात की और कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते में परस्पर सम्मान और बराबरी के साथ ये भी चाहता है कि कोई दखलंदाज़ी न हो।


हाल के दिनों में ये दूसरा मामला है जब दोनों देशों के रिश्तों में किसी मुद्दे को लेकर खटास पैदा हुई है। पिछले दिनों पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि उसकी आपत्ति के बावजूद कोरोना के दौर में ईरान ने पाँच हज़ार लोगों को वापस पाकिस्तान भेज दिया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के लिए ईरान को ज़िम्मेदार ठहराया था।


ट्रंप ने दिया अभिनंदन की रिहाई का संकेत

ट्रंप ने सबसे पहले दिया अभिनंदन की रिहाई का संकेत


वाशिंगटन डीसी। भारत के राजनीतिक नेतृत्व ने ये आभास देने में कोई कसर नहीं रख छोड़ी कि इमरान ख़ाँ ने भारत के सख़्त रुख़ से डर कर ये क़दम उठाया है।


पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने पाँच मार्च को गोड्डा, झारखंड में एक चुनावी सभा में कहा, "उन्होंने हमारे पायलट को पकड़ा लेकिन मोदीजी की वजह से उन्हें उसे 48 घंटों के अंदर छोड़ना पड़ा। लेकिन अमित शाह की इस शेख़ी से पहले ही इस तरह के संकेत आने लगे थे कि अभिनंदन को छोड़ा जा रहा है।


28 फ़रवरी को ही उत्तर कोरिया के नेता किम जॉग उन से हनोई मिलने पहुंचे अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से जब पत्रकारों ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने जवाब दिया, ''मैं समझता हूँ कि जल्द ही आपको पाकिस्तान से एक अच्छी ख़बर सुनने को मिलेगी। हम लोग इस प्रकरण से जुड़े हुए हैं और जल्द ही इसका अंत हो जाएगा। कुछ घंटो बाद ही इमरान ख़ान ने अभिनंदन को छोड़ने का ऐलान किया।


सऊदी अरब ने भी बड़ी भूमिका निभाई

क्राउन प्रिंस सलमान की निर्णायक भूमिका


लेकिन इसमें अमरीका के अलावा सऊदी अरब ने भी बड़ी भूमिका निभाई।


पुलवामा हमले के तुरंत बाद सऊदी के क्राउन प्रिंस सलमान ने पहले पाकिस्तान का दौरा किया और फिर भारत का।


रियाद। भारत के विदेशी मामलों के पंडितों ने नोट किया कि जहाँ सलमान ने कूटनीतिक 'टाइटरोप' चलते हुए पाकिस्तान में उनकी आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में दी गई क़ुर्बानी की तारीफ़ की वहीँ भारत में उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की इस बात से सहमत होने में कोई परेशानी नहीं हुई कि आतंकवाद को किसी भी तरह जायज़ नहीं ठहराया जा सकता।


यही नहीं सऊदी अरब के उप-विदेश मंत्री आदेल अल-ज़ुबैर ने इस्लामी देशों के सम्मेलन के दौरान तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की. इस गतिरोध को सुलझाने में सऊदी अरब की क्यों दिलचस्पी हो सकती है?


सऊदी अरब में भारत के राजदूत रह चुके तलमीज़ अहमद मानते हैं कि 'सऊदी अरब अपने ईरान विरोधी गठजोड़ में पाकिस्तान को अपने साथ रखना चाहता है। साथ ही साथ वो भारत को ईरान से दूर ले जाने की रणनीति पर भी काम कर रहा है।


56,754 उद्यमियों को एकमुश्त लोन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राज्य के 56 हजार 754 उद्यमियों को एकमुश्त दो हजार दो करोड़ के लोन बांटे। केंद्र से आर्थिक पैकेज एलान के बाद यूपी पहला राज्य है, जिसने लॉकडाउन अवधि में भी इतनी बड़ी धनराशि का लोन दिया है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक क्लिक पर ऑनलाइन दो हजार दो करोड़ रुपया का लोन देकर रोजगार संगम ऑनलाइन मेले की व्यापक शुरूआत की है। 56 हजार 754 उद्यमियों को एक क्लिक पर 2 हजार 2 करोड़ का लोन दिया गया है। इस दौरान इन 56 हजार 754 इकाईयों से दो लाख लोगों को रोजगार की गारंटी भी मिली है।


लोक भवन में टीम-11 की बैठक से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूक्ष्म, लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह, प्रमुख सचिव नवनीत सहगल तथा अन्य अधिकारियों की मौजूद्गी में लाभार्थियों को ऋण का चेक प्रदान किया।


इस दौरान योगी ने कहा, “हमारे कामगार और श्रमिक हमारी ताकत और पूंजी हैं। हम इनके श्रम और हुनर का हर संभव उपयोग कर उप्र को देश और दुनिया का मैन्यूफैक्च रिंग हब बनाएंगे। उप्र के माथे पर पलायन को जो कलंक है उसे हरदम के लिए मिटाने को हमारे लिए यह बेहतरीन मौका है। दूसरे प्रदेश से आने वाले श्रमिकों का प्रदेश के नवनिर्माण में संभव उपयोग हो इसके लिए हर श्रमिक की दक्षता का रिकार्ड भी तैयार किया जा रहा है।”


मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे दीपावली का पर्व है। इस दौरान पूरे देश में चीन से आने वाली गौरी-गणेश की मूर्तियां बड़े पैमाने पर बिकती हैं। हमारी कोशिश रहे कि इस बार स्थानीय इकाईयां उसका विकल्प दें। टेराकोटा के सामान बनाने वाले गोरखपुर के उद्यमियों में यह हुनर है। वह चीन से भी बेहतर गुणवत्ता की मूर्तियां बना सकते हैं। इसके लिए उनकी हर संभव मदद की जाए।


उन्होंने कहा, “उप्र का एमएसएमई सेक्टर भारत में सबसे बड़ा है। इस सेक्टर में कई ऐसी इकाईयां ने जिनके उत्पाद की पूरे देश और दुनिया में धूम है। जरूरत इनको अवसर मिलने की है। कोरोना महामारी के दौरान ही यूपी में पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) की 26 नई इकाईयां लग गयीं। ऐसे और भी उदाहरण हैं।”


चर्चा करने के बाद, कैसे मिलेगी 'राहत'

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की रोकथाम को लगाया गया लॉकडाउन 3.0 रविवार को खत्म हो रहा है। बढ़ते केसों के बीच दिल्ली के लोगों में डर तो है लेकिन बाकी राज्यों की तरह लोग यहां भी छूट तो चाहते ही हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों के सुझावों पर चर्चा करने के बाद कहा है कि क्या राहत मिलेगी इसपर आखिरी फैसला केंद्र सरकार को लेना है। फैसला क्या होगा यह अभी किसी को जानकारी नहीं है लेकिन अगर सरकार ने जिलों (रेड, ग्रीन और ऑरेंज) के हिसाब से छूट देने का तरीका बदला तो दिल्ली को राहत मिलने के आसार हैं।
फिलहाल केंद्र सरकार ने देशभर के जिलों को केसों के आधार पर ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बांटा हुआ है। दिल्ली के सभी जिले रेड जोन में आते हैं, जिसकी वजह से यहां सख्ती ज्यादा है। दिल्ली सरकार के अधिकारी चाहते हैं कि इस तरीके से जगहों को बांटना बदलना होगा। अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली का बड़ा हिस्सा राहत की सांस लेगा।


'हॉटस्पॉट' से अलग जिंदगी सामान्य हो

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई बैठक में भी कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया है कि लॉकडाउन कंटेनमेंट जोनों में रहना चाहिए और हॉटस्पॉट इलाकों से बाहर के लोगों की जिंदगी सामान्य कर देनी चाहिए। मोदी ने साफ तौर पर तो कुछ नहीं बताया था लेकिन यह साफ किया कि लॉकडाउन 4.0 में राज्यों की सुनी जाएगी। अब केंद्र 15 तारीख के बाद क्या फैसला लेती है यह देखना होगा।
दिल्ली में 80 कांटेनमेंट जोन है। लेकिन इनमें से आधे से ज्यादा में हालात बदल चुके हैं, मतलब अब वहां केस नहीं आ रहे। ऐसे में नियम बदलने पर छूट संभव है। इस ऐसे समझें कि 13 मई तक 80 कंटेनमेंट जोन्स में से सिर्फ 39 में ही नए कोरोना केस मिले हैं। अन्य 41 में पिछले 15 दिनों से कोई केस नहीं है। ऐसे में उन्हें कंटेनमेंट जोन से अब बाहर किया जाएगा। लेकिन अगर जिले के हिसाब से जोनों का बंटवारा हुआ तो फायदा नहीं होगा। क्योंकि जो बचे 39 जोन हैं वे 11 में से 10 जिलों में पड़ते हैं। यानी फिर सभी जिले रेड ही रहेंगे और उन इलाकों में भी राहत नहीं होगी जहां नए केस नहीं आए।


मृतक संख्या-2550, संक्रमित-78003

नई दिल्ली। भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार भारत में कोरोना संक्रमित लोगों की कुल संख्या 78005 हो गई है, जिसमें से 26234 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है और देश में अभी कोरोना के एक्टिव संक्रमितों की संख्या 49220 है। भारत में अभी तक कोरोना से ढाई हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और यह संख्या 2550 है। वहीं, राजस्थान में आज दोपहर दो बजे तक 24 नए कोरोना वायरस (COVID-19)के मामले सामने आए हैं। राज्य में अब तक 4418 मामले सामने आ गए हैं और 122 लोगों की मौत हो गई है। 2346 लोग डिस्चार्ज हो गए हैं और 1716 एक्टिव केस हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है।


सैकड़ों शहरों को प्रभावित करेगा 'तूफान'

नई दिल्ली। भारत में प्रकृति का कहर जारी है। केवल कोरोनावायरस ही नहीं मौसम भी पल-पल में मिजाज बदल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण भारत में हवाओं के दो बड़े बवंडर के टकराने के कारण पूरे देश में आंधी बारिश का माहौल बना हुआ है। अब एक चक्रवाती तूफान भी आने वाला है। यह तूफान 7 राज्यों के सैकड़ों शहरों को प्रभावित करेगा। हवा की स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। 


भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि अगले तीन दिनों में एक चक्रवाती तूफान की संभावना बन रही है। इसके साथ ही प्री-मानसून एक्टिविटी भी चल रही है। इसके मिले जुले प्रभाव के चलते कई राज्‍य प्रभावित होंगे। यहां तेज आंधी और भारी बारिश हो सकती है। अनुमान जताया जा रहा है कि आगामी 16 मई की शाम तक चक्रवाती तूफान प्रभावी हो सकता है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व क्षेत्र में एवं इससे लगे हुए दक्षिणी अंडमान सागर में लो प्रेशर का एरिया बना है, इसके चलते यह घटना घट सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्‍तर भारत के अनेक शहरों में मौसम बदल सकता है। यहां 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और साथ में बारिश भी हो सकती है।


एनसीईआरटी ने पढ़ाई के विकल्प खोजें

लखनऊ। लॉकडाउन की वजह से सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं। इस स्थिति में बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने और उनकी समस्या को सॉल्व करने के लिए एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) ने पहल की है। इसमें (कक्षा छठी से आठवीं) के सभी पाठ्यक्रमों के लिए वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर भी जारी किया है। यह जानकारी मंगलवार को एनसीईआरटी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर दी। एनसीईआरटी ने किशोर मंच के जरिए कैलेंडर शिक्षा को अधिक दिलचस्प बनाने के लिए विभिन्न तकनीक और सोशल मीडिया से जोड़ा है। इसके अलावा ऑनलाइन इंट्रैक्शन के लिए पाठ्यक्रम के अनुसार एक्सपर्ट क्लास की व्यवस्था की गई है, जिनका उपयोग करके बच्चे घर पर अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे।एनसीईआरटी ने ऑनलाइन लाइव इंट्रैक्शन सेशन के लिए सभी पाठ्यक्रमों की क्लास निर्धारित शेड्यूल पर जारी की है। ताकि बच्चों को बेहतर तरीके से ऑनलाइन शिक्षा मिल सके। इसमें डेट, टाइम और क्लास के साथ पाठ्यक्रम को पढ़ाने वाले टीचर के बारे में भी जानकारी दी गई है। खासतौर पर महत्वपूर्ण विषयों के एनसीईआरटी एक्सपर्ट, राज्य स्कूल शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा बोर्ड्स, केन्द्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति समेत तमाम संस्थाओं के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग और डीटीएच चैनल पर निर्धारित समय से बच्चों के साथ रूबरू होंगे।


नपा अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग

समाजवादी पार्टी ने की लोनी नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा को बर्खास्त करने की मांग।


लोनी नगर पालिका बनी भ्रष्टाचार का अड्डा-दिनेश गुर्जर


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। बृहस्पतिवार को समाजवादी लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष दिनेश नागर ने आज उप जिलाधिकारी लोनी को ज्ञापन देकर लोनी नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा को बर्खास्त करने की मांग की। बृहस्पतिवार को समाजवादी लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष दिनेश गुर्जर उप जिलाधिकारी खालिद अंजुम के कार्यालय में पहूंचे  और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में उन्होंने लोनी नगर पालिका की भाजपा चैयरमैन रंजीता धामा की बर्खास्तगी की मांग की। 
लोहिया वाहिनी के जिला अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि लोनी नगर पालिका में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है लोनी नगर पालिका भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई है लोनी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा भी लगातार लोनी नगर पालिका के भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में हैं उनके ऊपर 300 करोड रुपए के घोटाले का आरोप खुद उनके सांसद द्वारा लगाया गया है उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में भाजपा की अध्यक्ष अपने पति के रास्ते पर चलते हुए भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड को तोड़ना चाहती हैं।दिनेश गुर्जर ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने भाजपा चैयरमैन को बर्खास्त नही किया तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मजबूरन धरने पर बैठने को विवश होंगे उन्होंने कहा कि लोनी नगर पालिका उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पालिका है और दिल्ली से जुड़ी हुई नगर पालिका है लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में लोनी नगर पालिका ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं जो ईमानदार अधिकारी यहां पर काम करना चाहते हैं उनको पूर्व चेयरमैन और वर्तमान चेयरमैन काम नहीं करने देते हैं एक समुदाय विशेष का होने के नाते भाजपा चैयरमैन और उनके पति उन पर गलत कार्य करने का अनैतिक दबाव  बनाते हैं।


कर्तव्य परायणता 'विश्लेषण'

कोरोना एक महामारी है,विश्वव्याप्त महामारी ,इसमें कोई शक  नहीं ,यह एक जानलेवा बीमारी है ,लाइलाज भी I इसकी दवा बनाना डॉक्टर्स एवं इससे जुड़े अनुसंधानकर्ताओंके लिए चुनौती है। परन्तु हम-आप ,साधारण जन अपने धैर्य ,संयम और जीने के तौर तरीके के द्वारा इस कोरोना रूपी यमराज को परास्त कर सकते हैं ,इसे अपने तक पहुचने से रोक सकते हैं I आराम से ,परन्तु सावधानीपूर्वक,संयम के द्वारा ,समाजिक दूरी बनाकर, यही एक  उपाय है क्योंकि इसके आगे सरकार क्या ? चिकित्सक भी बेवस है I इस परिस्थिति में आपका अपना वर्तमान और भविष्य भी आपके ही हाथ है I 
 कोरोना के डर से अगर हम यह सोच लें कि हमें घर से नहीं  निकलना है ,और जान बचाने के लिये घर में सो कर समय व्यतित करना है तो यह हमारी मूर्खता है ,खाली बैठे रहना भी एक प्रकार का कर्म ही जिसका परिणाम हमें आर्थिक हानि एवं समय की हानि के रूप में मिलता है I ये कोई नई चीज नहीं है इससे पहले भी इस तरह की महामारियों का सामना हमारे पूर्वजों ने कई वार किये हैं तब तो उनके पास कोई संसाधन भी नहीं था ,यहाँ तक कि साधरण बुखार,सर्दी –खांसी में ही दम तोड़ देते थे और कई गंभीर असाध्य बीमारी में  भी पेड़-पौधों के पत्तियों, उनके जड़ें आदि खा कर ही स्वश्थ्य होते थे परन्तु अपना कर्म करने से कभी नहीं चूकतेI  
इसलिए कर्म के प्रति कभी भी उदासीन नहीं होना चाहिये ,कर्म करते रहना चाहिए ,रास्ते बदल सकते हैं पर मंजिल कभी नहीं भूलना चाहिए I  कोरोना वायरस के संकर्मण से बच  कर ( सामाजिक दूरी बना कर, साफ सफाई के नियमों का पालन कर ,संयम और धर्य से, जीवन जीने के तौर तरीके अपना कर ,आदि ) अपनी क्षमता, बुद्धि और ,विवेक के आधार पर परिस्थिति के अनुसार हमें निरंतर कर्म करते रहना होगा I जो व्यक्ति जिस काम में हों, विद्ध्यार्थियों के लिए पढाई  का काम, शिक्षकों का पढ़ने और पढ़ाने का काम ,व्यापारियों  के लिए व्यापर का काम , किसानों के लिए खेती का काम ,मजदूरों के लिए मजदूरी का काम, सैनिकों के लिए देश की शुरक्षा का काम ,अथवा समाज सेवा से जुड़े हुए लोगों के लिए सामाजिक काम हो ,अपना काम करना ही होगा I विना कर्म किए हम अपने शारीर का पालन पोषण कर ही नही सकते I
सामाजिक दूरी बना कर रखें, स्वस्थ्य और शुरक्षित रहने के नियमों का पालन करें , ,वैकल्पिक रास्ते अपनायें, काम करने के तरीके बेशक बदल दें, परन्तु आप अपना काम करना नहीं छोड़ें I यही एक साध्य है जिसके माध्यम से हम कोविड ‘19’ को पराजित कर सकते हैं I 
डा.कृष्णा मोहन ईश्वर 
प्राचार्य-सीआरसी पब्लिक स्कूल 


कामगार-श्रमिक हमारी ताकत व पूंजी

एमएसएमई सेक्टर के 57,000 उद्यमियों को 2000 करोड़ से अधिक का लोन


• केंद्र से राहत पैकेज की घोषणा के 24 घंटे भीतर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शानदार पहल


• मुख्यमंत्री की इस पहल से एमएसएमई सेक्टर में श्रृजित होंगे 2 लाख रोजगार के अतिरिक्त अवसर


• ओडीओपी से जुड़ी इकाईयों के लिए बूस्टर साबित होगी यह पहल


• पारदर्शिता के लिए ऑन लाइन की गयी पूरी पक्रिया


लखनऊ। केंद्र से आर्थिक पैकेज की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोन मेले के जरिए एमएसएमई सेक्टर को वह बूस्टर डोज दे दी जिसकी उसे प्रतीक्षा थी। दरअसल एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के जरिए इसकी तैयारियां तो पहले से थीं। कोरोना के नाते इसमें कुछ गतिरोध आया था। कोरोना से इसकी बेहतरी का अवसर भी मिला। अवसर मिलते ही मुख्यमंत्री ने इस सेक्टर को राहत देने में तनिक भी देर नहीं की। इस क्रम में बुधवार को अपने आवास पर आयोजित ऑनलाइन लोन मेले में उन्होंने करीब 56 हजार 754 उद्यमियों को दो हजार करोड़ रुपये से अधिक के लोन बांटे गये। इससे दो लाख से अधिक लोगों को अतिरिक्त रोजगार मिलेगा। लॉकडाउन अवधि में इतने कम समय में इतने उद्यमियों को इतनी बड़ी धनराशि का लोन पूरी पारदर्शिता के साथ देने वाला उप्र पहला राज्य बन गया।


एमएसएमई का साथी पोर्टल भी लांच
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एमएसएमई का साथी पोर्टल भी लांच किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हमारे कामगार और श्रमिक हमारी ताकत और पूंजी हैं। हम इनके श्रम और हुनर का हर संभव उपयोग कर उप्र को देश और दुनिया का मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएंगे। उप्र के माथे पर पलायन को जो कलंक है उसे हरदम के लिए मिटाने को हमारे लिए यह बेहतरीन मौका है। दूसरे प्रदेश से आने वाले श्रमिकों का प्रदेश के नवनिर्माण में संभव उपयोग हो इसके लिए हर श्रमिक की दक्षता का रिकार्ड भी तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे दीपावली का पर्व है। इस दौरान पूरे देश में चीन से आने वाली गौरी-गणेश की मूर्तियां बड़े पैमाने पर बिकती हैं। हमारी कोशिश रहे कि इस बार स्थानीय इकाईयां उसका विकल्प दें। टेराकोटा के सामान बनाने वाले गोरखपुर के उद्यमियों में यह हुनर है। वह चीन से भी बेहतर गुणवत्ता की मूर्तियां बना सकते हैं। इसके लिए उनकी हर संभव मदद की जाए। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि उप्र का एमएसएमई सेक्टर भारत में सबसे बड़ा है। इस सेक्टर में कई ऐसी इकाईयां ने जिनके उत्पाद की पूरे देश और दुनिया में धूम है। जरूरत इनको अवसर मिलने की है। कोरोना महामारी के दौरान ही यूपी में पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) की 26 नई इकाईयां लग गयीं। ऐसे और भी उदाहरण हैं। 


ओडीओपी ‘पर विशेष फोकस
सर्वाधिक संभावना एक जिला एक उत्पाद के क्षेत्र में है। इस आर्थिक पैकेज का लाभ सभी जिलों की ऐसी इकाईयों को मिलेगा। उन जिलों के उत्पादों की देश दुनिया में पहचान और मजबूत होगी जिनके उत्पाद पहले से ही ब्रांड के रूप में स्थापित हैं। इससे स्थानीय स्तर पर न्यूनतम पूंजी में अधिकतम रोजगार मिलेगा। साथ ही प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ेगी।


24 घंटे में 3722 मामले,134 की मौत

नई दिल्ली। देश में कोरोना तेजी में फैलता जा रहा है। हर रोज मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। अब भारत में कोरोना मरीजों (Corona patients) का आंकड़ा 78 हजार को पार कर गया है। गुरुवार को जारी अपडेट के मुताबिक, अब देश में कुल कंफर्म केस की संख्या 78 हजार 3 है। इसमें से 26 हजार 235 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 2549 लोग जान गंवा चुके हैं। बीते 24 घंटे में 3722 नए मामले सामने आए और 134 मौतें हुई हैं। साथ ही 1894 मरीज इलाज के बाद ठीक हो गए हैं। अभी देश में 49 हजार 219 एक्टिव केस हैं। महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना का कोहराम सबसे ज्यादा है। यहां मरीजों की संख्या 26 हजार के करीब पहुंच गई है। मरने वालों की तादाद भी 975 तक जा पहुंची है। वहीं, गुजरात में कोरोना पीड़ितों का आंकड़ा 9 हजार 267 तक जा पहुंचा है, जबकि मरने वाले मरीजों की तादाद 566 है। 


दिल्ली में कुल मरीजों की संख्या 7,998
तमिलनाडु में भी तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। अब तक यहां 9 हजार 227 केस की पुष्टि हुई है, जिसमें 64 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 8 हजार के करीब पहुंच गया है। मंत्रालय के अपडेट के मुताबिक, दिल्ली में कुल मरीजों की संख्या 7 हजार 998 है, जिसमें 106 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली के गाजीपुर फल और सब्जी बाजार के अध्यक्ष एसपी गुप्ता ने बताया कि गाजीपुर फल और सब्जी मंडी को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। मंडी के सचिव और उप सचिव कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।


राजस्थान में 66 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 4394 हुई
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में आज सुबह नौ बजे तक कोरोना पॉजिटिव के 66 नए मामले सामने आए हैं और एक की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 4394 और मृतकों की संख्या 122 हो गई है। वहीं, 2575 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं और 1697 सक्रिय मामले हैं।


ओडिशा में 73 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 611 हुई
सूचना और जनसंपर्क विभाग, ओडिशा के मुताबिक राज्य में आज सुबह नौ बजे तक कोरोना पॉजिटिव के 73 नए मामले सामने आए हैं। इनमें खोरधा में तीन, गंजाम में 43, भद्रक में नौ, जाजपुर में 17, सुंदरगढ़ में दो मामले शामिल हैं। इनमें से 71 अन्य राज्यों से लौटे हैं और दो मामले नियंत्रण क्षेत्र (कंटेनमेंट जोन) में पाए गए हैं। इसके बाद राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 611 हो गई है।


यूपी में 28 नए कोरोना पॉजिटिव, मध्य प्रदेश के इंदौर में 131 नए संक्रमित
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGM), लखनऊ के मुताबिक, बुधवार को परीक्षण किए गए 982 नमूनों में से 28 के नतीजे पॉजिटिव आए हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर में 13 मई को 131 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है, इसके साथ ही यहां कुल मामले बढ़कर 2238 हो गए हैं। वहीं एक और मौत के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 96 हो गई है।


पशु कटान में वांछित तीन अभियुक्त रेस्ट

फाईज़ अली सैफी
गाज़ियाबाद। एसएसपी कलानिधि नैथानी और एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन के निर्देशों का अनुपालन करते हुए वांछित अभियुक्तों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत थाना मुरादनगर पुलिस के उपनिरीक्षक शीशपाल सिंह और उनकी टीम के उपनिरीक्षक दिनेश कुमार, वरिष्ठ सिपाही सुग्रीव शर्मा, सिपाही अनुज और सिपाही नीरज को उस समय सफलता हाथ लगी, जब उन्होंने चेकिंग के दौरान मिली मुखबिर की सूचना पर बुधवार सुबह मोहल्ला व्यापारियान से अवैध पशु कटान में वांछित चल रहे तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
आपको बता दें कि पुलिस को पकड़े गए वांछित अभियुक्तों ने अपना नाम सद्दाम पुत्र वकील, राशिद पुत्र रशीद और तीसरे ने सगीर पुत्र बाबू निवासी थाना मुरादनगर गाजियाबाद बताया है। वहीं, थाना मुरादनगर प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए अभियुक्त अवैध पशु कटान के अभियोग में वांछित चल रहे थे, जिन्हें पुलिस ने अपनी सक्रियता के चलते गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके विरुद्ध अग्रिम कानूनी-कार्रवाई कर इन्हे माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।


3 माह से गोकशी के अभियोग में फरार चल रहा जिला बदर बदमाश गिरफ्तार, चाकू बरामद
गाज़ियाबाद। एसएसपी कलानिधि नैथानी और एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन के आदेश अनुसार तथा क्षेत्राधिकारी सदर गाज़ियाबाद प्रभात कुमार के निर्देशन में थाना मुरादनगर पुलिस के उपनिरीक्षक गुड वीर सिंह व उनकी टीम के वरिष्ठ सिपाही प्रमोद कुमार और दीपक कुमार ने मंगलवार देर रात्रि 3 माह से फरार चल रहे एक जिला बदर बदमाश को बंबा रोड के जीएमएस अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस को इसके पास से एक अवैध चाकू भी बरामद हुआ है।


वहीं, पुलिस को पकड़े गए जिला बदर अभियुक्त ने अपना नाम साजिद पुत्र असलम निवासी थाना मुरादनगर गाजियाबाद बताया है। दरअसल, थाना मुरादनगर प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़ा गया अभियुक्त जिला बदर बदमाश है, जिसके विरुद्ध गोकशी से संबंधित एक दर्जन के करीब मुकदमें थाना मुरादनगर में ही दर्ज है। इतना ही नहीं, उन्होंने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त के विरुद्ध गैंगस्टर और गुंडा नियंत्रण अधिनियम की भी कार्यवाही हो चुकी है। पुलिस ने इनके विरुद्ध कानूनी-कार्रवाई करके इसको माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।


यूपी में मृतक- 87, संक्रमित-3,758

लखनऊ। चंदौली में बुधवार देर रात पहले कोरोना पॉजिटिव मामले की पुष्टि हुई इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में अब कोरोना संक्रमित हैं। राज्य में बुधवार रात तक 3,758 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए थे। जिनमें से नौ जिलों आगरा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, नोएडा, सहारनपुर, फिरोजाबाद, गाजियाबाद और मुरादाबाद से 2,514 मामले सामने आए हैं। यहां घातक वायरस के कारण होने वाली मौतों की संख्या 87 है।


 स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि मरीजों की रिकवरी दर बढ़ रही थी जो एक अच्छा संकेत था। उन्होंने कहा कि ‘आरोग्य ऐप’ का तेजी से उपयोग किया जा रहा है और नए रोगियों का पता लगाने के लिए अलर्ट का पालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में, विशेष रूप से अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिकों के परीक्षण में भी वृद्धि हुई है। 


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मोदी का जीवन अनुशासन व सादगी से भरा  संदीप मिश्र  लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तिगत जीवन अनु...