गुरुवार, 14 मई 2020

डिस्टेंस भूली पुलिस, 15 क्वॉरेंटाइन किए

सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट


उन्नाव। कोविड-19 कोरोना वायरस बेसिक महामारी के बीच 2 गज की दूरी बनाने के लिए यूं ही नहीं कहा जा रहा है। दूरी मेंटेन ना करने के कारण जनपद में 15 पुलिसकर्मियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है। इस संबंध में आगे आकर पुलिस अधीक्षक ने घटना का उल्लेख करते हुए बताया कि सभी 15 पुलिसकर्मियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है। जो सभी टोल प्लाजा पर मृतक परिजनों की मदद करते हुए नजदीक आए थे।


पुलिस अधीक्षक के अनुसारः पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बताया कि सभी 15 पुलिसकर्मी जो क्वॉरेंटाइन किए गए हैं। ये वो मृतक परिजन थे जो गोरखपुर से डेड बॉडी लेने के लिए आए थे। जिनके संपर्क में उपरोक्त पुलिसकर्मी आए थे। जिनमें से दो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद पुलिसकर्मियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है। गौरतलब है गोरखपुर निवासी के घर जाते समय नवाबगंज टोल प्लाजा पर मौत हो गई थी। कानूनी प्रक्रिया के दौरान पुलिसकर्मियों को मृतक परिजनों के संपर्क में आना पड़ा।


जनपद में हुई पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6ः इधर ताजा रिपोर्ट के अनुसार जनपद में कोरोना पॉजिटिव मिलने से मरीजों की संख्या 6 हो गई है। लेकिन एक की रिपोर्ट उपचार के बाद नेगेटिव आ चुकी है। जबकि एक अन्य महिला पॉजिटिव मरीज का उपचार कानपुर में चल रहा है। शेष सभी का लखनऊ में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। निवासी बारासगवर क्षेत्र के गांव कुतुबुद्दीन गढ़ेवा, 10 मई को मुम्बई से आया था।


कोरोना पॉजिटिव के रूप में छठा मरीज आया सामने


जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि बारासगवर थाना क्षेत्र के कुतुबुद्दीन गढ़ेवा निवासी कोविड-19 की जांच में पॉजिटिव पाये गया हैं। इनके आवास को जिरोइंग कराते हुए सम्बन्धित राजस्व ग्राम कुतुबुद्दीन गढ़ेवा को हाॅटस्पाॅट चिन्हित किया गया है।जिसकी पूरी सीमा में पूर्णतः बैरिकेडिंग एवं ग्राम सभा से सैनेटाइजेशन कराने का अनुरोध किया जा रहा है। कन्टेन्मेंट एक्टिविटी में कुतुबुद्दीन गढ़ेवा राजस्व ग्राम को सम्मिलित किया गया है। कुल 5 एक्टिव केस। एक उपचार के दौरान हुआ ठीक। पहला पॉजिटिव सदर कोतवाली क्षेत्र में जमाती जिसका फाइनल रिपोर्ट नेगेटिव, दूसरा शुक्लागंज में कानपुर की महिला पत्रकार, तीसरा सुमेरपुर ब्लाक के घीना खेड़ा में, चौथा बांगरमऊ की ब्योली इस्लामाबाद में, पांचवा नवाबगंज के मिर्जापुर गांव में और छठा बारासगवर क्षेत्र के गांव कुतुबुद्दीन गढ़ेवा में।


शर्मसारः दुष्कर्मी पिता, मददगार माता

मुरैना (मध्यप्रदेश)। मध्य प्रदेश में एक बीर फिर इंसानियत शर्मसार हुई है। यहां के मुरैना जिले में 55 वर्षीय एक शिक्षक द्वारा अपनी 16 वर्षीय बेटी के साथ कथित तौर पर हाथ-पैर बांधकर बलात्कार करने का मामला सामने आया है। मुरैना जिले के पोरसा कस्बे में घटित इस घटना में इस शिक्षक की पत्नी भी कथित तौर आरोपी की मदद करती थी। पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। एसडीओपी अवनीश बंसल ने बताया कि इस घटना की प्राथमिक जांच में तथ्य सामने आने पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक एवं उसकी पत्नी पर मामला दर्ज कर मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है।


उन्होंने कहा कि बुधवार को पीड़िता एवं उसके आरोपी पिता दोनों की मेडिकल जांच भी करायी गयी है। बंसल ने बताया कि घर के बाहर किसी को पता न चले, इसलिये इस दंपति ने पीड़ित बेटी को घर में ही कैद कर दिया था। उन्होंने कहा कि परेशान किशोरी ने अपनी विवाहिता बड़ी बहन को इस बारे में सोमवार को बताया, जिसके बाद बड़ी बहन ने इसकी शिकायत चाइल्ड हेल्पलाइन पर की। वहां से आये सदस्यों ने किशोरी को मंगलवार को कैद से छुड़ाकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने पति-पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर गिरफ्तार किया। बंसल ने बताया कि पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसका शिक्षक पिता उससे दो बार 26 मार्च एवं 10 अप्रैल को दुष्कर्म कर चुका है और दुष्कर्म करने से पहले उसके हाथ-पैर बांध दिये गए थे।


शिकायत के अनुसार पीड़ित किशोरी की मां भी आरोपी की मदद करती थी और उसे घर में कैद कर रखते थे। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने बताया कि दुष्कर्म का विरोध करने पर आरोपी उसे नंगा कर देते थे और मारपीट करते थे। उन्होंने कहा कि पीड़िता के शरीर पर काटने के निशान भी दिखाई दे रहे हैं। इस बारे में मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा, ”शिक्षक द्वारा अपनी ही पुत्री के साथ दुष्कर्म किये जाने की घटना शर्मनाक है।” उन्होंने कहा, ”प्रशासन आरोपी पर कानूनी कार्रवाई करने में कोई ढिलाई नहीं बरतेगा। नियम के अनुसार शिक्षक को शीघ्र निलंबित किया जायेगा, क्योंकि उसने शिक्षक के पद की गरिमा के विरुद्ध कृत्य किया है।”


दिल्लीः 24 घंटे में 472 नए मामले

नीरज जिंदल 


नई दिल्ली। अबतक का सबसे बड़ा उछाल सामने आया है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कुल 472 नए मामले सामने आए हैं, इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 8470 पहुंच गया है। राजधानी में लगातार कोरोना वायरस का असर बढ़ता जा रहा है और पिछले कुछ दिनों में लगातार मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। दिल्ली में अब कोरोना के कुल केस की संख्या 8470 हो गई है। पिछले 24 घंटे में कुल 472 मामले सामने आए, जबकि 187 लोग ठीक हो चुके हैं अबतक दिल्ली में 3045 लोग कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना वायरस से कोई भी मौत नहीं हुई है हालांकि, सरकार ने कुछ पुरानी मौतों को कुल आंकड़ों में जोड़ा है। इसी के साथ दिल्ली में कोरोना वायरस के कारण हुई कुल मौतों की संख्या 115 हो गई हैं। राजधानी में अब कोरोना वायरस के कुल 5310 एक्टिव केस हैं, जबकि 1 लाख 19 हजार से अधिक टेस्ट करवाए जा चुके हैं।
गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनता से मुखातिब होते हुए लॉकडाउन को लेकर जानकारी दी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने जनता से लॉकडाउन में ढील को लेकर जो सुझाव मांगे थे, उन्हें जनता ने करीब पांच लाख सुझाव भेजे हैं। दिल्ली सरकार आज शाम तक केंद्र सरकार को लॉकडाउन में ढील को लेकर सुझाव देगी। जिसके बाद केंद्र सरकार उसपर निर्णय करेगी देश में लॉकडाउन 3.0 की अवधि 17 मई को खत्म हो रही है, जबकि 18 मई से लॉकडाउन 4.0 को नए तरीके से लागू किया जाएगा।


आईएएस अधिकारी संक्रमित, हड़कंप

पटना। बिहार में कोरोना के संक्रमण ने प्रवासी मजदूरों के लौटने के बाद रफ्तार पकड़ ली है। सूबे में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ती जा रही है। इस बीच बिहार के एक IAS भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बिहार के नालंदा में एक IAS ऑफिसर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। जानकारी के मुताबिक नवादा के हिलसा अनुमंडल पदाधिकारी के पद पर तैनात एक आईएएस अफिसर को कोरोना संक्रमित पाया गया है। बिहार के किसी IAS का कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का यह पहला मामला है। हिलसा अनुमंडल पदाधिकारी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर कोरोना कैसे IAS ऑफिसर तक पहुंचा और इसकी चैन क्या है।


लखनऊ में विस्फोट, 14 संक्रमित मिले

राजधानी  में फिर हुआ कोरोना का विस्फोट

लखनऊ। राजधानी लखनऊ को रेड जोन की श्रेणी में रख्खा है, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी लॉकडाउन में जनता को जैसे जैसे छूट देने को लेकर चर्चा कर रहें है वैसे वैसे राजधानी में कोरोना बम का विस्फोट होता नजर आ रहा है, वही प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा निरंतर प्रयास के बावजूद लखनऊ वासी मानने को त्यार नही की अनावश्यक घर से बाहर न निकले लेकिन पता नही कौन सी मजबूरी है कि जनता मानती नही जिसे देखो वही गाड़ी लिये लखनऊ की सड़कों पर सरपट दौड़ रहें है।


ऎसा ही कुछ नजारा हजरतगंज का है, जहां लोग बिना किसी पास के लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे है।
कहीं इसी का नतीजा तो नही 13 मई 2020 को कोरोना पॉजिटिव के कुल 13 नए केस मिले हैं, जिसमें से एक केस रिपीट पॉजिटिव है, लखनऊ के कैसरबाग सब्जी मंडी नया कोरोना हब के रूप में उभरा है, सभी 13 कोरोना संक्रमित कैसरबाग सब्जी मंडी के हैं।


बताते चले, कैसरबाग सब्जी मंडी में पहले ही एक दर्जन आढ़ती कोरोना संक्रमित मिले थे। अकेले कैसरबाग कोतवाली क्षेत्र में अब तक 70 से ज़्यादा पॉजिटिव केस मिले हैं, घसियारी मंडी, नजरबाग, फूलबाग, नजीराबाद, खंदारी बाजार और कैसरबाग सब्जी मंडी में अब तक सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमित मिले हैं।
राजधानी में अब तक संक्रमितों की कुल संख्या 276 हो गई है, अब तक राजधानी में 211 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज भी हुए हैं, लखनऊ में कुल एक्टिव केस की संख्या 64 है, मारवाड़ी गली, भूसा मंडी, गन्ने वाली गली, गोलागंज और हैदर मिर्जा रोड में भी संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे इलाके में 11 हज़ार लोगों से सम्पर्क कर उन्हें जागरूक किया है।वहीं बुजुर्ग मरीजों को केजीएमयू में एडमिट कराया गया है, आज मिले 14 नए मामलों में से जो मरीज 60 साल या उससे ऊपर के हैं, उन्हें केजीएमयू में एडमिट कराया गया है, बाकी लोगों को लोकबन्धु अस्पताल भेजा गया है।


संवाददाता - जीत नारायण
छायाकार - नीरज कश्यप


 


क्वॉरेंटाइन सेंटर में युवक ने लगाई फांसी

सारंगढ़। तेलंगाना के हॉट जोन से आए श्रमिक ने क्वॉरेंटाइन सेंटर सारंगढ़ में फांसी लगााकर अपनी जान दे दी है। 3 दिन पहले 10 तारीक अपने एक साथी के साथ यह युवक सारंगढ़ पहुंचा था दोनों सारंगढ़ के अमलीपाली गांव के निवासी हैं ।
जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक तेलंगाना के जिस स्थान पर यह श्रमिक रह रहे थे वह कोरोना का हॉट स्पॉट है। ऐसे में जब किसी कदर दोनों श्रमिक मित्र सारंगढ़ पहुंचे तो इन्हें कोरेनटाइन सेंटर में एक अलग कमरे में रखा गया था। ताकि संक्रमण का संभावित खतरा उस सेंटर में रुके हुए अन्य लोगों को न हो।
सारंगढ़ के थाना प्रभारी आशीष वासनिक ने बताया कि युवक पिछले कुछ दिनों से विक्षिप्तों जैसा हरकत कर रहा था। वह स्वयं में बड़बड़ाता हुआ दिखाई दे रहा था। जिसे सारंगढ़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी इलाज के लिए लाया गया था। बीती रात लगभग 3:00 बजे उस युवक ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उसके साथ रुके एक अन्य साथी से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस और प्रशासन का अमला मौके पर मौजूद। मृतक अमलीपाली गांव का अर्जुन निषाद है।


वृद्ध महिला ने वायरस को पराजित किया

मुकेश हरदिया


मेरठ। मेडिकल कॉलेज मेरठ के कोविड-19 वार्ड से बुधवार को दो और रोगी पूरी तरह स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज होने के बाद घर चले गए। इनमें रजबन की 85 वर्षीय बिलकिस बानो भी हैं, कूल्हे की हड्डी टूटने के बाद जांच कराने पर उनके पॉजिटिव होने का पता चला था। बुधवार को मेरठ के छह लोग कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंचे। अब तक 78 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। बुजुर्गवार बिलकिस ने धैर्य रखकर इस उम्र में भी कोविड-19 रोग से संघर्ष कर रोग पर विजय प्राप्त की है। अब तक मेरठ में जितने लोगों ने कोरोना को मात दी है, उनमें सबसे ज्यादा उम्र की हैं। घर पहुंचने पर मोहल्ले के लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया। इस मौके पर बिलकिस बानो ने कहा कि घबराइये नहीं, मैंने कोरोना को हरा दिया तो आप लोग तो हरा ही देंगे।बुजुर्गवार बिलकिस ने धैर्य रखकर इस उम्र में भी कोविड-19 रोग से संघर्ष कर रोग पर विजय प्राप्त की है। अब तक मेरठ में जितने लोगों ने कोरोना को मात दी है, उनमें सबसे ज्यादा उम्र की हैं। घर पहुंचने पर मोहल्ले के लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया। इस मौके पर बिलकिस बानो ने कहा कि घबराइये नहीं, मैंने कोरोना को हरा दिया तो आप लोग तो हरा ही देंगे।


छोटी सी बात पर 'पूरा परिवार खत्म'

नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के काछी मोहल्ले में रहने वाले पिता घनश्याम कुशवाहा और 19 साल के बेटे जगदीश कुशवाहा के बीच छोटी सी बात पर हुए विवाद को लेकर घनश्याम ने कपूरी रेलवे ट्रैक पर रेल से कटकर आत्महत्या की। वहीं बेटे ने घर पर बने कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली।


इस घटना की जानकारी मिलते ही दो जवान बेटियों ने भी आत्महत्या का प्रयास किया। जिन्हें वक्त रहते पुलिस और पड़ोस में रहने वाले लोगों ने रोक लिया। पिता घनश्याम कुशवाहा के शराब पीकर घर आने पर पुत्र जगदीश ने आपत्ति जताई थी। इस बात को लेकर पिता घर से निकल गया और पुलिस को कपूरी रेलवे गेट के पास रेलवे ट्रेक पर उसका शव मिला। नरसिंहपुर कोतवाली पुलिस जब मृतक के घर जांच करने पहुंची तो बेटे का शव भी घर के कुएं में मिला। पुलिस ने जब इस मामले की जानकारी हासिल की तो पता चला कि 8 साल पहले मृतक की पत्नी ने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी।


पुलिस ने मामला दर्ज कर शवों का पोस्टमार्टम कर उन्हें परिजनों को सौंप दिया है। घर पर दो जवान बेटियां अकेली हैं। ऐसे में उनकी निगरानी के लिए पुलिस ने महिला पुलिस को लगाया है. जिससे फिर से किसी भी तरह की अनहोनी को होने से रोका जा सके। कोतवाली थाना प्रभारी अजय सनकत के मुताबिक परिवार में घनश्याम के शराब पीने को लेकर परिजनों के बीच बातचीत हुई थी। जिसके बाद घनश्याम घर से बाहर निकल गया था और रेल लाइन पर उसका शव मिला था। वहीं पिता को ढूंढने निकला जगदीश भी घर नहीं लौटा और बुधवार को कुंए में उसका शव मिला।


हॉटस्पॉट में जरूरतमंदों को राशन दिया

बदायूं शहर के कई नॉन हॉटस्पॉट मुहल्लों में जरूरतमंदों ,गरीबो व असहायो को तलाश कर राशन किट उनके घरों तक पहुंचाई गई
 
बदायूँ। बरोज बुधवार को पूर्व मंत्री आबिद रजा द्वारा गरीब ,बेसहारा व जरूरतमंदों की मदद के लिए संचालित “लॉकडाउन राहत सेंटर” से बदायूं शहर के कई नॉन हॉटस्पॉट मुहल्लों में जरूरतमंदों ,गरीबो व असहायो को तलाश कर राशन किट उनके घरों तक पहुंचाई गई


आज के इस राशन वितरण कार्य में रफीक अहमद फारुखी ,हबीब फारुखी, जावेद फारुखी ,शफीक फारुखी , नहीम उददीन फारुखी, रेहान फारुखी, जितेन्द्र कश्यप, राजपाल, रामप्रकाश आदि का विशेष योगदान रहा। आपको बता दे देश मे लगे लॉकडाउन के बाद से गरीब व असहाय लोगो की मदद के लिए आबिद रज़ा द्वारा बनाए गए “लॉकडाउन राहत सेंटर” से लगातार जरूरत मंदो की तलाश कर घर घर राहत सामग्री पहुचाने का कार्य पीआरओ सरताज खान व उनकी टीम द्वारा जारी है।


डीएम की जनता से सहयोग की अपील

कासगंज। कोरोना वैश्विक महामारी के चलते कासगंज जिलाधिकारी सी पी सिंह ने अपने शब्दों में कासगंज की जनता से सहयोग की अपील की और पिछले दिनों में कोरोना से लड़कर जो कष्ट सहे,लॉक डाउन का पूर्ण पालन किया हैं उसके लिए जनता का आभार व्यक्त किया। और कहा कि अगर आने वाले 20- 25 दिनों कष्ट और सह लिया तो निश्चित ही हम कोरोना पर विजय प्राप्त कर लेंगे।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जो प्रवासी मजदूर बाहर से आरहे हैं । ये नहीं कहा जा सकता कि उनमें कोई कोरोना मरीज नहीं हो सकता इसलिए बाहर से आने वाले अगर आपके अपने सम्बन्धी हैं तो उन्हें कोरन्टीन में रखें ।जिससे आपकी आपके परिवार की सुरक्षा रहे और अगर कोई नही मानता है तो तत्काल पुलिस या कंट्रोल रूम को सूचित करें। घर में रहें सुरक्षित रहें । जिलाधिकारी सी पी सिंह ने जय हिंद ,जय भारत , कहते हुए अपनी वाणी को विराम दिया।


वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी ने लॉक डाउन 4 के इस निर्णय के बाद और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद कासगंज का प्रशासन पूर्णरूप से सतर्क नजर आया । जनपद में यह देखने को मिला कि शहर की आवागमन की सीमाएं बन्द कर दी गई हैं । जगह जगह प्रशासन ने सुरक्षा कर्मियों की तैनाती कर दी है और ये कोरोना योद्धा जनता की सुरक्षा में तत्पर हैं।बिना कार्य के किसी को भी नहीं निकलने दिया जा रहा है अगर जरूरी कार्य से कोई व्यक्ति निकलता है तो उसकी पूरी जानकारी ली जा रही है। बिना मास्क के कोई दिखायी देता है तो चेतावनी देकर वापस भेज दिया जाता है कि बिना मास्क के, बिना बजय, बिना किसी कार्य के नहीं निकलना है।लॉक डाउन का उलंघन करने वालों पर पूर्ण कार्यवाही की जा रही है। कुछ शर्तों के साथ ही सुबह -शाम कुछ समय के लिए ही कुछ छूट मिली है जो कि गृहस्थी के कुछ जरूरी सामान ही ले सकते हैं।
जनपद में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारी गढ़ स्वयं जनता की सेवा में घूम रहे है और पूरे शहर का जायजा ले रहे हैं जिला प्रशासन की पूरे शहर पर कड़ी नजर है।


 मुकेश यादव की रिपोर्ट…


30 जून तक रेलवे की सभी बुकिंग रद्द

नई दिल्ली। भारतीय रेल ने सामान्य यात्री ट्रेनों में 30 जून तक की यात्रा के लिए बुक सभी टिकटों को रद्द कर दिया है, इसमें मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों और उपनगरीय सेवाएं भी शामिल हैं। सभी यात्रियों को पूरा किराया रिफंड कर दिया जाएगा। रेलवे ने गुरुवार को बयान में यह जानकारी दी। हालांकि, रेलवे ने कहा कि इस दौरान, प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए चलाई जा रहीं ‘श्रमिक’ ट्रेनें और नई दिल्ली तथा प्रमुख स्टेशनों के बीच चल रही 15 जोड़ी विशेष ट्रेनों का परिचालन जारी रहेगा। इससे पहले बुधवार को रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों में 22 मई से वेटिंग टिकट की शुरुआत करने की घोषणा की थी। रेलवे बोर्ड ने बुधवार को न केवल अपनी वर्तमान विशेष ट्रेनों, बल्कि आगामी सभी ट्रेनों में यात्रा के लिए 22 मई से प्रतीक्षा सूची का प्रावधान शुरू करने संबंधी आदेश जारी किया। वर्तमान विशेष ट्रेनों में केवल कंफर्म टिकट बुक किये जा रहे हैं, वहीं 22 मई से शुरू हो रही यात्राओं के वास्ते 15 मई से टिकटों की बुकिंग में प्रतीक्षा सूची में टिकट बुक कराने का प्रावधान होगा। अब 1 AC में 20, एग्जीक्यूटिव क्लास में 20, 2AC में 50, 3AC में 100, AC चेयर कार में 100 और स्लिपर में 200 तक वेटिंग टिकट काटे जाएंगे। पीटीआई के मुताबिक, कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाये गये लॉकडाउन से पहले यात्रियों द्वारा बुक कराई गई 94 लाख टिकटों के रद्द होने पर भारतीय रेलवे को 1,490 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।


रेलवे के शीर्ष अधिकारियों ने ‘पीटीआई’ को बताया कि 22 मार्च से 14 अप्रैल के बीच यात्रा के लिए बुक कराई गई 55 लाख टिकटों के लिए 830 करोड़ रुपये की राशि वापस की जाएगी। रेलवे ने 21 दिन के लॉकडाउन लागू होने से तीन दिन पहले 22 मार्च को अपनी यात्री ट्रेन सेवाओं को व्यापक पैमाने पर स्थगित कर दिया था। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन को 15 अप्रैल से बढ़ाकर तीन मई तक किए जाने के निर्णय के कारण बुक कराए गए 39 लाख टिकटों के लिए 660 करोड़ रुपये की राशि वापस की जायेगी।


रोडवेज की बस ने मजदूरों को कुचला

मुजफ्फरनगर। यूपी के मुजफ्फरनगर से गुरुवार सुबह सुबह एक बुरी खबर आई है। मुजफ्फरनगर में रोडवेज की बेकाबू बस ने प्रवासी मजदूरों को कुचल दिया है। इस हादसे में 6 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 4 मजदूर घायल हैं. जानकारी के मुताबिक ये मजदूर पैदल ही पंजाब से बिहार के गोपालगंज जा रहे थे। हादसा थाना नगर कोतवाली क्षेत्र के मुजफ्फरनगर देवबंद सहारनपुर राजमार्ग टोल प्लाजा के करीब हुआ।


पैदल मजदूरों को पीछे से सरकारी बस ने कुचल दिया। घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भिजवाया जहां उनकी हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें मेरठ रेफर कर दिया जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मौके से सभी 6 मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सभी मजदूरों की पहचान हो गई है। पीछे से पैदल आ रहे सैकड़ों मजदूरों को पुलिस ने ट्रक व अन्य वाहनों में बैठा कर आगे के लिए रवाना कर दिया। जानकारी के अनुसार बस का ड्राइवर शराब के नशे में धुत था। जैसे ही यह बस सहारनपुर की थाना देवबंद क्षेत्र की घलोली चेक पोस्ट को पार कर मुजफ्फरनगर जनपद की सीमा में घुसी तो टोल प्लाजा से कुछ ही दूरी पहले रोडवेज बस ने इन मजदूरों को कुचल दिया। रोडवेज बस ड्राइवर को पुलिस ने दबोच लिया. पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है।


चलती ट्रेन से 338 मजदूर लापता

बांदा। यूपी के बांदा पहुंची वडोदरा श्रमिक स्पेशल ट्रेन में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इस ट्रेन में सवार 1,908 में से 338 लोग चलती ट्रेन से लापता हो गए हैं। अब दो राज्यों का प्रशासन लापता प्रवासी कामगारों की खोजबीन में जुट गया है। 22 सामान्य डिब्बों की यह ट्रेन गुजरात के वडोदरा स्टेशन से मंगलवार को 1,908 प्रवासी मजदूरों को लेकर बांदा के लिए चली थी, जिन्हें वहां बाकायदा स्क्रीनिंग करके ट्रेन में बिठाया गया था।
सभी यात्रियों की जानकारी के साथ इसका एक लेटर अपर कलेक्टर वड़ोदरा डीआर पटेल द्वारा स्थानीय प्रशासन को भेजा गया था। जब ट्रेन बांदा पहुंची तो 1,908 की बजाय 1,570 लोग ही बांदा उतरे। चलती ट्रेन से लोग नदारद दिखे हैं, ऐसे में प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. रेलवे प्रशासन सकते में है।


वडोदरा से सवार 1,908 मजदूरों में से सिर्फ 1,570 यात्री ही बुधवार सुबह बांदा रेलवे स्टेशन पर उतरे। बाकी 338 लोग कहां लापता हैं, इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता। दावा किया जा रहा था कि पुख्ता स्वास्थ्य जांच और पड़ताल के बाद ही श्रमिकों को ट्रेनों से उनके गृह राज्यों में भिजवाया जा रहा है। बांदा प्रशासन इस संबंध में गुजरात प्रशासन से संपर्क कर गुमशुदा यात्रियों की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहा है।


गुजरात से बांदा रवाना हुई थी ट्रेन


गुजरात के वडोदरा शहर से मंगलवार को 22 डिब्बों की एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन बांदा के लिए रवाना हुई थी, जिसमें गुजरात प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई सूची के अनुसार उत्तर प्रदेश के 48 जिलों के 1908 यात्री स्वास्थ परीक्षण के बाद सवार हुए थे। नॉन स्टॉप ट्रेन का रास्ते मे कोई ठहराव नहीं था और यह बुधवार सुबह सीधे बांदा रेलवे स्टेशन आकर रुकी, जिसमें गिनती के बाद सिर्फ 1570 यात्री ही उतरे पाए गए।मंडलायुक्त गौरव दयाल ने ‘आजतक’ को बताया कि वडोदरा-बांदा श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बुधवार को यहां 48 जिलों के 1570 लोग उतरे, जबकि भेजी गई सूची में 1908 यात्रियों की जानकारी थी। पहुंचे लोगों की स्क्रीनिंग कर उन्हें विभिन्न जनपदों के लिए रवाना कर दिया गया।


सूची हो सकती है गलत


गायब यात्रियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि “हम वहां के प्रशासन से इस संबंध में संपर्क कर जानकारी जुटा रहे हैं। हो सकता हो कि वह लोग वहां से ट्रेन में सवार ही ना हुए हों या तो सूची में ही गलतियां हों।”एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 22 डिब्बों की ट्रेन में 1908 लोगों को वैसे भी मानक के अनुसार नहीं बिठाया जा सकता, इस बात की संभावना अधिक है कि सूची बनाने में चूक हुई हो, फिर भी हम इसकी पड़ताल करवा रहे हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 15, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-278 (साल-01)
2. शुक्रवार, मई 15, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- अष्टमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:50,सूर्यास्त 07:02।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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(सर्वाधिकार सुरक्षित)


बुधवार, 13 मई 2020

होम लोन की ब्याज दर शून्य करें योगी

लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा कि महामारी के समय आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों के घर के लोन पर लगने वाली ब्याज दर को शून्य कर दिया जाए और किस्त (इएमआई) जमा करने की बाध्यता को अगले 6 माह तक स्थागित किया जाना चाहिए। 
प्रियंका ने लिखा कि आर्थिक संकट के समय जब एक तरफ छंटनी हो रही है और वेतनों में कटौती हो रही है, मध्य वर्ग के लिए घर के लोन की ईएमआई चुकाना एक बड़ी चुनौती बन गया है। ऐसे में मेरा सुझाव है कि घर के लोन पर लगने वाली ब्याज दर को शून्य करके किस्त (इएमआई) जमा करने की बाध्यता को अगले छ: महीनों के लिए स्थगित किया जाए।उन्होंने लिखा, “शिक्षा और घर के लोन का खर्च मध्य वर्ग की आर्थिक बुनावट का एक बड़ा हिस्सा होता है। आपको ज्ञात है कि मध्य वर्ग इस आर्थिक संकट से कितना प्रभावित है। ऐसे में प्राइवेट स्कूलों की फीस माफी की घोषणा उनके लिए एक बड़ी राहत होगी।”उन्होंने कहा कि किसानों के लिए बिजली की बढ़ी हुई दरें चिंता का विषय बनी हुई हैं। मेरा सुझाव है कि किसानों के चार महीनों के ट्यूबवेल तथा घर के बिजली बिल माफ हों। उनके बकाया बिजली बिलों पर भी पेनल्टी व ब्याज माफ किया जाए।


उन्होंने आगे लिखा है कि किसानों के लोन पर भी चार महीने का ब्याज माफ हो। उनके किसान क्रेडिट कार्ड तथा अन्य लोन पर कटी हुई आर-सी पर तुरंत रोक लगायी जाए और उस पर भी पेनल्टी और ब्याज माफ किया जाए। जगह जगह से फसलों की खरीद में आ रही समस्या पर प्रियंका गांधी ने पत्र में मांग की है कि किसानों की सम्पूर्ण फसल खरीदने की गारंटी की जाए। गन्ना सहित सारे भुगतान तुरंत किए जाए।उन्होंने कहा, “शिक्षा मित्र, आशा बहनें, आंगनबाड़ी कर्मी, रोजगार सेवक,पंचायत मित्र व अन्य संविदा कर्मी जो कोरोना संकट में हर स्तर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ सरकार के निर्देशों का पालन करवाने में जी-जान से लगे हैं। इनकी सेवाओं को देखते हुए एक प्रोत्साहन राशि दी जाए और एक महीने की सैलरी बोनस के रूप में दी जाए।”प्रियंका गांधी ने कहा, “छोटे मंझोलों उद्योगों का बैंक लोन माफ किया जाए। लोन माफी के फैसले से ये दिवालिया होने से बच जाएंगे। इनके बिजली के बकाया बिलों पर भी उदारतापूर्वक विचार कर उन्हें राहत देने की घोषणा की जाए। बुनकरों के बिजली के बिल माफ किया हो और प्रत्येक बुनकर परिवार को प्रतिमाह 12 हजार रुपया क्षतिपूर्ति राशि दिया जाए।”


उन्होंने आगे पत्र में लिखा है कालीन कारोबारियों और कारीगरों को आर्थिक मदद की सख्त जरूरत है। इनके बैंक कर्ज माफ किये जायें। उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया है कि चिकन उद्योग में लगे हर परिवार को न्यूनतम 12 हजार रुपया प्रतिमाह दिया ताकि वे जीवन-यापन कर सकें। महासचिव ने सुझाव दिया है कि प्रत्येक पोल्ट्री कारोबारियों को प्रति मुर्गी 100 रुपया का आर्थिक सहयोग किया जाए।कांग्रेस की महासचिव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के मृत्यु पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा है कि आपके पिता के निधन के बाद मैं पहली बार आपको पत्र भेज रही हूं। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शान्ति दें।


साधारण किसान की 'सर्पदंश' से मौत

खेत में भूसा भरने गए किसान की सर्प डसने से हुई मौत


पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा


सुनील पुरी


फतेहपुर। खेत में भूसा भरने का एक किसान को अचानक जहरीले सर्प ने डस लिया सर के दस्ते ही किसान की हालत बिगड़ी परिजनों ने निजी वाहन से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया चिकित्सकों ने हालत चिंताजनक देख प्राथमिक उपचार बाधा हैलट कानपुर रेफर कर दिया इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में वृद्ध किसान की मौत हो गई।


जानकारी के अनुसार जाफर गंज थाना क्षेत्र के आवर खेड़ा गांव निवासी राजबहादुर यादव उम्र 62 वर्ष अपने खेतों में भूसा भरने गया था तभी जहरीले सर्प ने डस लिया जिसके चलते किसान की हालत बिगड़ी तो परिजन निजी वाहन  से लाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया चिकित्सक ने किसान की हालत चिंताजनक देख प्राथमिक उपचार कानपुर हैलट रेफर कर दिया लेकिन ले जाते समय रास्ते में वृद्ध की मौत हो गई वृद्ध की मौत होते ही परिजनों में हड़कंप मच गया परिजन रो-रो कर  बेहाल हो रहे थे सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


भारत का मतलब, आत्मनिर्भरः वित्त मंत्री

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के आह्वान का मतलब यह कतई नहीं है कि हम दुनिया से अपने आप को काट लेंगे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता के अभियान का यह अर्थ नहीं है कि भारत अपनी ‘ अर्थव्यवस्था को पृथक रखने वाला देश’ बन जाएगा। वित्त मंत्री ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री के इस आह्वान का मतलब एक भरोसे वाले भारत से है जो अपनी ताकत पर निर्भर रह सकता है और साथ ही वैश्विक स्तर पर भी अपना योगदान दे सकता है। वित्त मंत्री ने कहा कि देश के पास क्षमता और उद्यमिता है, जिससे वह बेहतर क्षमता का निर्माण कर सकता है और दुनिया की मदद कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से जब प्रधानमंत्री ‘आत्मनिर्भर’ भारत की बात कर रहे हैं तो उसका मतलब सिर्फ देश के अंदर ही सिमट कर रहना नहीं है और न ही खुद को दुनिया से काटना है।


कोरोना जैविक युद्ध में सामग्री का अभाव

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में कोविड-19 के मामले बढ़ने के साथ चिकित्सा सामग्रियों की आपूर्ति का अभाव होने से नाराज एक चिकित्सक ने चेतावनी दी कि उन्हें गोलियों के बगैर युद्ध में भेजा जा रहा है। उसी दिन लॉस एंजिलिस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर चिकित्सकों और नर्सों के लिए एन 95 मास्क और अन्य जरूरी सामान लेकर एक मालवाहक विमान उतरा। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 मरीजों का इलाज करने के दौरान अहम सुरक्षा उपकरण के अभाव के चलते देश में कई स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। अमेरिकन कॉलेज ऑफ इमरजेंसी फिजियशन के मुताबिक उसी दिन आपात सेवा कक्ष के चिकित्सक की संक्रमण से मौत हो गई। उन्होंने अपने एक मित्र को मोबाइल पर संदेश भेजा था कि वह सुरक्षा उपकरण या एन 95 मास्क के बगैर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अमेरिका में इस तरह की यह पहली मौत थी। मार्च के अंत में उस रात चिकित्सा उपकरणों की जो खेप पहुंची, वह समस्या का हल करने वाली नहीं थी। समाचार एजेंसी एपी की छानबीन में यह पता चला कि ये मास्क नकली थे--जैसा देश भर में अस्पतालों में इस्तेमाल किये जा रहे लाखों मेडिकल मास्क, दस्ताने, गाउन और अन्य चिकित्सा सामग्री नकली हैं।


परीक्षा 30-31 जुलाई को आयोजित होगी

बेंगलुरु। कर्नाटक में इंजीनियरिंग, आयुष, फार्मेसी और कृषि पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली कर्नाटक संयुक्त प्रवेश परीक्षा (केसीईटी) अब 30 और 31 जुलाई को आयोजित की जाएगी। कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ सीएन अश्वथ नारायण ने बुधवार को यह जानकारी दी। नारायण ने पत्रकारों को बताया, “हमने केसीईटी परीक्षा इस साल 30 और 31 जुलाई को आयोजित करने का निर्णय लिया है।” उन्होंने बताया कि अब तक 1.92 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं, जबकि 1.2 लाख लोग परीक्षा इस परीक्षा में बैठेंगे।    हाल ही में शु्रु किए गए 'गेट सीईटी गो' कार्यक्रम क बारे में मंत्री ने कहा कि यह केसीईटी और एनईईटी 2020 के लिए छात्रों को तैयार करने में मदद करने के लिए तैयार किया गया है। यह परीक्षा अप्रैल के अंतिम सप्ताह या मई में निर्धारित थी जिसे कोरोनावायरस महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था।


मृतक- 2415 संक्रमित-74 हजार 281

नई दिल्ली। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में बुधवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के 41 नए मामले सामने आए जिनमें से ज्यादातर मामले कोलकाता स्थित जीआरएसईएल इकाई से हैं। जीआरएसईएल हुगली नदी के तट पर स्थित युद्धपोत निर्माण प्रतिष्ठान है। इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमित लोगों का कुल आंकड़ा 74 हजार 281 पहुंच गया है। इस महामारी से अब तक 2415 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, सीआईएसएफ की इकाई में पदस्थ 55 वर्षीय एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) रैंक के अधिकारी की सोमवार को कोरोना वायरस के कारण मौत हो गयी थी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसईएल) में तैनात सीआईएसएफ इकाई में ऐसे कर्मियों की संख्या अब 38 हो गई है जिनका कोरोना वायरस के लिए इलाज चल रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, एक को छोड़कर सभी मामले पिछले 24 घंटों में सामने आए हैं।


महाराष्ट्र में 3.47 लाख यात्रा पास जारी

मुंबई। महाराष्ट्र पुलिस ने लॉकडाउन शुरु होने से अब तक आवश्यक सेवाओं और आपातकालीन स्थिति में लोगों के लिए 3.47 लाख यात्रा पास जारी किए हैं। गृह राज्यमंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को यह जानकारी दी। लॉकडाउन के दौरान आपातकालीन स्थिति में एक जिले से दूसरे जिले या अन्य राज्यों में जाने के लिए लोगों की पुलिस विभाग में पास के लिए आवेदन करना पड़ता है । देशमुख ने कहा, ‘‘पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान कुल 3,47,522 पास जारी किए।’’ देशमुख ने कहा कि पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भादसं की धारा 188 के तहत 1,05,532 मामले दर्ज किए हैं और अब तक 20,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने विभिन्न अपराधों के लिए 4.05 करोड़ रुपये का जुर्माना भी वसूला है। मंत्री ने बताया कि अब तक पुलिस पर हमले की 214 घटनाएं हुई हैं जिसमें 764 लोगों को हिरासत में लिया गया है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-347, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. बुधवार, अक्टूबर 02, 2024 3. शक-1945, आश्विन, कृष्ण-पक्ष,...