बुधवार, 13 मई 2020

ओवैसी ने लॉक डाउन असंवैधानिक बताया

हैदराबाद। कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लगे देशव्यापी लॉकडाउन को एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने असंवैधानिक करार दिया और मांग की कि राज्य सरकार संकटग्रस्त प्रवासी मजदूरों को राहत देने के लिए कदम उठाए। ओवैसी ने सोमवार रात एक ऑनलाइन जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह लॉकडाउन असंवैधानिक है। भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून, महामारी कानून के तहत पूरे देश को लॉकडाउन में नहीं रख सकती।


यह संघवाद के खिलाफ है, यह राज्य का विषय है. मुझे पता नहीं कि राज्य सरकारें क्यों चुप हैं। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 16 प्रवासी मजदूरों की ट्रेन से कुचलने से मौत की घटना का जिक्र करते हुए ओवैसी ने दावा किया कि लॉकडाउन बिना योजना के लागू किया गया और प्रवासी श्रमिक परेशानी में हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिक अपने राज्यों तक पहुंचने के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल रहे हैं। ओवैसी ने सामाजिक दूरी बनाकर रखने की जरूरत पर जोर दिया और महाराष्ट्र में मालेगांव के लोगों से दूरी बनाकर रखने और अनुशासन का पालन करने की अपील की जहां वायरस तेजी से फैल रहा है। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार में शामिल अन्य नेताओं से मालेगांव के संबंध में ध्यान देने को कहा। तेलंगाना के भैंसा में हाल ही में हुई कथित सांप्रदायिक झड़पों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस घटना पर कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। साथ ही मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि जो भी इस घटना के दोषी हों चाहे वो किसी धर्म या जाति के हों उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। ओवैसी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत दिल्ली में कुछ महिलाओं की कथित गिरफ्तारी को अपवाद बताया।


चीन बड़ा भागीदार पर कृतज्ञ नहीं

नई दिल्ली। चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, लेकिन उसके साथ भारत का 29 अरब रुपए का विशाल व्यापार घाटा भी है। यानी चीन बड़े स्तर पर लाभ की स्थिति में है। पर इसके बावजूद चीन भारत के प्रति कृतज्ञता का भाव नहीं दिखाता। भारत को चीन से अपने आयातों में भारी कटौती करनी होगी और चोरबाजारी से आ रहे चीनी सामानों को पूरी तरह बंद करना होगा ताकि उसकी आर्थिक कमर टूट जाए।


भारत को भी चीन पर अपनी निर्भरता घटानी होगी. यही ही नहीं, भारत को चीन से कोरोना के कारण बाहर जाने वाली दिग्गज जापान, दक्षिण कोरिया, यूरोप और अमेरिका की कंपनियों को अपने यहां निवेश करने का आकर्षक निमंत्रण देना होगा। ये भारत के लिए संसार का एक बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनेने का मौका भी है। इस अवसर को कतई छोड़ा नहीं जा सकता। मतलब यह कि अब चीन पर दोतरफा हमला बोलना होगा। पहला, चीन से आयात तेजी से कम किया जाए. दूसरा, चीन से अपना निवेश बाहर लेकर जा रही कंपनियो को भारत में बुलाया जाए. इन दोनों कदमों से चीन को दिन में तारे नजर आने लगेंगे।


राजस्थान में संक्रमितों की संख्या-1285

जयपुर। प्रदेश की राजधानी जयपुर में मंगलवार रात तक 34 नए कोरोना संक्रमित सामने आए थे। इसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1285 हो गई। इनमें दो इटली व दो यूपी के नागरिकभी शामिल हैं। वहीं, मंगलवार को आमेर रोड स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में तैनात एक सुरक्षा गार्ड के संक्रमित होने की खबर मिलने से सनसनी मच गई। वहां पहुंची मेडिकल टीमों ने संक्रमित सुरक्षा गार्ड के कॉटेक्ट में आए लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया।6 स्वास्थ्यकर्मी, 2 सफाईकर्मी, 1 रेजीडेंट व एक मैस कर्मचारीभी पॉजिटिव आए।


इसी तरह, शहर में सुपर स्प्रेंडर्स के संक्रमित होने का सिलसिला जारी है। मंगलवार दोपहर को ही ब्रह्मपुरी रोड पर गुरुनानक कॉलोनी में एक सब्जी विक्रेता पॉजिटिव आया। इसी तरह, बजाज नगर में भी सब्जी विक्रेता संक्रमित मिला। इसके अलावा मंगलवार रात तक नगर निगम जयपुर के चार कर्मचारी सहित एसएमएस अस्पताल और जनाना महिला चिकित्सालय के चार नए केस सामने आए।


ब्रह्मपुरी रोड पर गुरुनागक कॉलोनी में एक सब्जी विक्रेता के कोरोना संक्रमित आने पर मंगलवार को उनके घर पहुंची मेडिकल टीम।


चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को 32 वर्षीय एक रेजीडेंट संक्रमित सामने आया। वह महिला चिकित्सालय में ड्यूटी पर था। इसके अलावा महिला चिकित्सालय में ही फिमेल नर्सिंग स्टॉफ, अस्पताल के सामने धर्मशाला में कार्यरत एक सफाईकर्मी भी संक्रमित हुए। इसी तरह, चांदपोल जनाना अस्पताल में मेल नर्स पाॅजिटिव निकला। इसके अलावा संक्रमित आईफिमेल नर्स आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी पर थी। इसी अस्पताल में ही मेस कर्मचारी और एक अन्य वर्ड लेडी के भी कोरोना संक्रमित होने की जानकारी सामने आई है।


पीएम के पैकेज पर बिहार में सियासत

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कोरोना संकट के बीच कुल 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा के बाद बिहार की सियासत गरम हो गई। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने जहां इस पैकेज के बहाने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसका स्वागत किया। इधर, कांग्रेस ने भी इस पैकेज को लेकर भ्रम पैदा करने वाला बताया। प्रधानमंत्री के पैकेज की घोषणा के बाद बिहार विधान सभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नरेंद्र मोदी के पुराने वादों को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा।


तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर नीतीश कुमार से स्पेशल पैकेज का स्टेटस रिपोर्ट मांगा है़ राजद नेता ने अपने ट्वीट में लिखा है, “2015 में नाटकीय ढंग से बिहार के विकास के लिए 1 लाख 65 हजार करोड़ का एक भारी भरकम पैकेज घोषित किया गया था। 5 साल बाद हम नीतीश कुमार जी से आग्रह करते है कि उस बहुप्रतीक्षित पैकेज की केंद्र से प्राप्त और खर्च धनराशि पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें या उस पर एक बयान जारी करें।”इधर, भाजपा के नेता और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज का स्वागत किया। पांडेय ने कहा, “आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा किया गया। मैं इस आर्थिक पैकेज का स्वागत करता हूं और इस जनहितार्थ महान निर्णय के लिए प्रधानमंत्री को कोटि कोटि धन्यवाद देता हूं।”


इधर, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के पैकेज को भ्रम पैदा करने वाला बताया। युवा कांग्रेस के बिहार ईकाई के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष के महत्वपूर्ण सुझाव के बाद प्रधानमंत्री का पैकेज घोषणा करना बेहतर कदम है, फिर भी प्रधानमंत्री का अपारदर्शी घोषणा बहुत बड़ा भ्रम पैदा करता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को समय सीमा भी बताना चाहिए था कि ये 20 लाख करोड़ का पैकेज कितने वर्षो तक बंटेगा और कितने पूर्व से और कितने विभागों के पूर्व में खर्च हो चुके बजट को इसमें जोड़ा गया है।


उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के इस आपदाकाल में भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 130 करोड़ जनता के मन मस्तिष्क के साथ खेलने का काम कर रहे हैं। इस भीषण आपातकालीन परिस्थिति में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों-मजदूरों तथा कोरोना के आपदा के शिकार कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा। उल्लेखनीय है कि मंगलवार की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के संक्रमण काल में 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है।


किसानों को 3 महीने फिक्स चार्ज से राहत

देहरादून। उततराखंड की त्रिवेंद्र कैबिनेट ने कृषि उपज एव पशुधन संविदा एवं खेती सेवाएं अधिनियम 2017 को स्वीकृत कर दिया है। केंद्र सरकार के अधिनियम को उत्तराखंड सरकार ने अपनाया लिया है। उद्योगों के लिए बायलर अधिनियम में जांच की व्यवस्था में संसोधन 31- 05- 2020 तक जांच में राहत की मांग का आया प्रस्ताव भी आया था। इसे स्वीकार करते हुए सरकार ने 30 जून तक किसी भी व्यवस्था इलाज करा सकने की इजाजत दे दी। कैबिनेट में सबसे पहले पीएम मोदी को देश के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा पर आभार जताया। कैबिनेट ने विशेष श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत प्रदान करते हुए अब इस श्रेणी के के तहत, फिक्स जार्च में छूट मिलेगी। 6 करोड़ रुपये फिक्स चार्ज विशेष श्रेणी के उपभोक्ताओं पर 3 महीने का आएगा, जिसे राज्य सरकार वहन करेगी। 20 हजार किसानों को ट्यूबवेल की फिक्स चार्ज पर भी 3 महीने तक के लिए छूट दे दी गई है। व्यावसायिक उपभोक्ताओं के भी तीन महीने का फिक्स चार्ज माफ किया गया है। आर्थिक नुकसान को लेकर इंदु कुमार पांडेय की रिपार्ट कैबिनेट में पेश की गई। बैठक में चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग में लिपकीय संवर्ग का एकीकरण अब तक जिला संवर्ग और निदेशालय संवर्ग के लिपकीय संवर्गके तहत आता था।


जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि 57,496 लोग सरकारी सुविधा से घर पहुंच चुके हैं। अपने निजी वाहनों से भी हजारों की संख्या में लोग अपने घरों को पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि सिक्किम से भी दस लोग उत्तराखंड पहुंचे। घर वापसी के लिए सबसे ज्यादा आवेदन दिल्ली और मुंबई से मिले हैं। कैबिनेट ने चिकित्सा शिक्षा विभाग में जिलों से निदेशालय में आने वालों को राहत देते हुए 655 पदों के एकीकरण के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखा दी है। अब उन्हें अब प्रमोशन और अन्य सुविधाओं का लाभ भी मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि ग्रीन ज़ोन में राहत को लेकर केंद्र के निर्देशों का इंतज़ार हो रहा है। राज्य ने केंद्र को अपने सुझाव भेज दिए हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक यात्रा को लेकर केंद्र के निर्देशों पर होगा काम ही काम किया जाएगा।


यूपी के लिए अच्छी खबर,1873 हुए ठीक

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोरोना के डिस्चार्ज मरीजों की संख्या एक्टिव मामलों से ज्यादा हुई है। प्रदेश के लोगों के लिए यह राहत देने वाली बात है। मंगलवार तक डिस्चार्ज हुए कोरोना मरीज़ों की संख्या 1873 रही तो एक्टिव केस 1709 रह गए। मंगलवार को 112 नए मामले कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अब तक 3664 मरीज़ कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। यह जानकारी चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को अपर मुख्य सचिव गृह व सूचना अवनीश अवस्थी के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में दी।


अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में पूल टेस्टिंग के माध्यम से नमूने की जांच का काम तेज़ी से चल रहा है। मंगलवार को 289 पूल टेस्ट किए गए, जिनमें 32 पॉजिटिव निकले। इन 32 पूलों को अलग कर उसमें शामिल नमूनों की एक-एक करके जांच की जा रही है। इसी तरह आरोग्य सेतु ऐप से मिलने वाले अलर्ट को सम्बंधित जिला प्रशासन को जांच के लिए भेजा जा रहा है। संक्रामक रोग के कण्ट्रोल रूम में 2722 कॉल आईं। उन कॉलों के आधार पर संबंधित क्षेत्र की जांच की गई तो 10 पॉजिटिव केस मिले।


प्रमुख सचिव ने बताया बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिकों में से कुछ श्रमिकों में कोरोना का लक्षण पाया गया है। उन्हें अस्पतालों में आइसोलेशन बेड पर रखा गया है। जिन श्रमिकों में लक्षण नहीं पाए गए, उन्हें भी घर में होम क्वारेंटीन करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए गए हैं। गांव और मोहल्लों की निगरानी समितियां उन पर नज़र रख रही हैं।मंगलवार को हापुड़ और मेरठ में एक-एक मौत हुईं। इस तरह अब तक 82 मौत हो चुकी हैं। मंगलवार को नए मिले 112 मरीजों में अकेले आगरा के 24 हैं। मंगलवार को 115 मरीज ठीक होकर घर वापस चले गए। अब तक 1873 मरीज ठीक होकर घर वापस जा चुके हैं। अब तक तबलीगी जमात के 1221 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। अब तक हुई 82 मौतों में से सबसे ज्यादा आगरा में 24 हुई हैं। इसके बाद मेरठ में 14 मौतें हुई हैं। मुरादाबाद में सात मौतें हुई हैं। कानपुर में छह मौतें हुई हैं। मथुरा में चार मौत हुई हैं। फिरोजाबाद में चार और अलीगढ़ में तीन मौत हुई हैं। झांसी, नोएडा और गाजियाबाद में दो-दो मौत हुई हैं। लखनऊ, अमरोहा, वाराणसी, बस्ती, बुलंदशहर,श्रावस्ती, बरेली, कानपुर देहात, मैनपुरी, बिजनौर, एटा, प्रयागराज, ललितपुर और हापुड़ में एक-एक मौत हुई है।


बीते 24 घंटों में आगरा में 24, लखनऊ में चार, गाजियाबाद में दो, नोएडा में सात, कानपुर नगर में पांच, मुरादाबाद में दो, वाराणसी में एक, शामली में एक, बागपत में तीन, मेरठ में 14, बुलंदशहर में एक, हापुड़ में दो, फिरोजाबाद में एक, हरदोई में दो, प्रतापगढ़ में दो, बांदा में एक, महाराजगंज में एक, बिजनौर में दो, कन्नौज में पांच, गोंडा में तीन, अलीगढ़ में तीन, बहराइच में एक, जालौन में छह, सिद्धार्थनगर में पांच, अमेठी में पांच, चित्रकूट में दो, फतेहपुर में एक और फर्रुखाबाद में छह के साथ 112 मरीज कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं।


115 लोग मंगलवार को डिस्चार्ज हुए
मंगलवार को 115 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। अब तक 3664 संक्रमित मरीजों में से 1873 ठीक होकर घर वापस चले गए हैं। इनमें आगरा के 326, लखनऊ के 211, गाजियाबाद के 75, नोएडा के 141, लखीमपुर के चार, कानपुर नगर के 148, पीलीभीत के चार, मुरादाबाद के 90, वाराणसी के 51, शामली के 27, जौनपुर के आठ, बागपत के 16, मेरठ के 70, बरेली के आठ, बुलंदशहर के 54, बस्ती के 24,हापुड़ के 30, गाजीपुर के छह, आजमगढ़ के आठ, फिरोजाबाद के 99, हरदोई के दो, प्रतापगढ़ के छह, सहारनपुर के 159, शाहजहांपुर का एक, बांदा में तीन, महाराजगंज के छह, हाथरस के पांच, मिर्जापुर के तीन, रायबरेली के 35, औरैया के 12, बाराबंकी का एक, कौशाम्बी के दो, बिजनौर के 27, सीतापुर के 21, प्रयागराज का चार, मथुरा के नौ, रामपुर के 21, बदायूं के 16, मुजफ्फरनगर के 19, अमरोहा के 26, भदोही का एक, कासगंज के तीन, इटावा के दो, संभल के 13, उन्नाव का एक, कन्नौज के सात, संतकबीरनगर के 17, मैनपुरी के चार, गोंडा के दो, मऊ का एक, एटा के तीन, सुलतानपुर का तीन, अलीगढ़ के 22, श्रावस्ती के तीन, बहराइच के नौ, बलरामपुर का एक, अयोध्या का एक और महोबा के दो हैं।


नमक की कालाबाजारी, जुर्माना लगाया

नमक की कालाबाजारी, अधिक दाम वसूलने वाले 12 दुकानदारों से वसूले 84000 रूपये जुर्माना, आगे गड़बड़ी की तो निरस्त होंगे लाइसेंस


 मनोज सिंह ठाकुर    


दुर्ग। जिले में नमक की कृत्रिम कमी के हालात उत्पन्न करने वाले व्यापारियों के खिलाफ आज खाद विभाग एवं नापतोल विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई शहर भर में अलग-अलग दलों के द्वारा 26 प्रतिष्ठानों की जाँंच की गई जिसमें निर्धारित दर से अधिक कीमत पर नमक बेचते हुए प्रमाणित होने पर कुल 84000 का अर्थदंड आरोपित कर वसूल किया गया साथी व्यापारियों को चेतावनी भी दी गई कि भविष्य में निर्धारित दर से अधिक कीमतों पर नमक विक्रय करते हुए पाए जाने पर उनका लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा खाद्य नियंत्रक ने बताया कि, आगे भी राजस्व विभाग खाद्य विभाग नगरी निकाय एवं नापतोल विभाग के द्वारा नियमित रूप से कार्रवाई की जाती रहेगी।


खाद्य नियंत्रक सी.पी.दीपांकर ने बताया कि, कल जिले में नमक की कमी बताकर झूठी अफवाह फैलाई गई थी इसके बाद से बाजार में नमक खरीदी को प्ले कर ग्राहकों की भीड़ बाजारों में उमड़ गई थी जिला खाद्य विभाग द्वारा इस संबंध में अपील भी की गई थी कि, नमक के भंडारण की कोई कमी नहीं है इसके बावजूद आज नमक कारोबारियों के द्वारा जबरिया अधिक कीमत पर नमक का विक्रय किया जा रहा था नापतोल विभाग एवं खाद्य विभाग द्वारा जिले में अलग-अलग स्थानों पर दल बनाकर कार्रवाई की गई जिसमें साहू किराना एवं जनरल स्टोर वार्ड 4 कुम्हारी पर 25000 सुमन पटेल चंद्रशेखर आजाद नगर भिलाई 5000 माही किराना स्टोर बडौदा 5000 एजाज अहमद गौतम नगर 2000 हरीश किराना स्टोर पाटन 7000 किसान बंधु किराना स्टोर पाटन 4000 बालाजी किराना स्टोर जुनवानी 5000 खान किराना स्टोर कोरिया 5000 प्रवीन किराना स्टोर नगर पंचायत धमधा 8000 भाले किराना स्टोर 5000 सखाराम किराना 3000 एवं गुलाब किराना स्टोर जेवरा सिरसा से 10000 कुल 84000 रुपए नगद अर्थदंड आरोपित किया गया जिसकी वसूली निकायों द्वारा की गई इन दुकान संचालकों को भविष्य में भी अधिक दर पर खाद सामग्री ना विक्रय किए जाने की चेतावनी दी गई है निर्धारित दर से अधिक दर पर विक्रय करते पाए जाने पर दुकान की अनुज्ञप्ति निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी खाद्य नियंत्रक ने बताया कि, यह जांँच शतक राजस्व विभाग खाद्य विभाग नगरी निकाय एवं नापतोल विभाग के द्वारा नियमित की जाएगी।


राज्यों की आर्थिक मदद करनी चाहिए

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए संदेश में 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा पर कहा कि इस पर पूरी प्रतिक्रिया तभी दी जा सकती है जब यह पता चले कि कितना पैसा उद्योगों को, कितना व्यापार को, कितना कृषि क्षेत्र को और कितना श्रमिकों को मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यों को आर्थिक सहायता मिलनी ही चाहिए। श्री बघेल ने कहा कि कोरोना संकट से तो अब तक राज्य सरकारें ही जूझ रही हैं। केंद्र ने तो सिर्फ आदेश जारी किए हैं।


इस बीच राज्यों की आर्थिक स्थिति बहुत खऱाब हुई है। ऐसे में यह भी देखना होगा कि इस पैकेज में राज्यों को क्या मिलता है। राज्यों को आर्थिक सहायता मिलनी ही चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान फैसला करने की स्वतंत्रता राज्यों को मिलनी चाहिए। दिल्ली से छत्तीसगढ़ नहीं दिख सकता। रायपुर में 25 मार्च से कोई कोरोना केस नहीं मिला है लेकिन यह रेड जोन में है। राज्यों को तय करने दीजिए कि रेड, ऑरेंज और ग्रीन ज़ोन में कौन से इलाके रहेंगे।
श्री बघेल ने कहा कि अगर रेल और हवाई सेवाएं शुरु हों तो राज्यों को विश्वास में लें। अगर लोग एकाएक आकर अपने घर जाने लगेंगे तो हमारे किए धरे पर पानी फिरने की आशंका बनी रहेगी।


गुजरात एचसी ने चुनाव अवैध घोषित किया

गुजरात का कानून मंत्री का चुनाव रद्द , गुजरात हाईकोर्ट ने चुनाव अवैध घोषित कर दिया !
मनोज सिंह ठाकुर 
कांग्रेस नेता की याचिका पर भूपेंद्र सिंह चूडसामा के 2017 के निर्वाचन को कदाचार और हेरफेर के आधार पर ख़ारिज किया गया।
चूडसामा विजय रूपाणी की सरकार में अभी शिक्षा, कानून एवं न्याय, विधायिका और संसदीय मामलों आदि विभागों के प्रभारी हैं।
अहमदाबाद। गुजरात उच्च न्यायालय ने मंगलवार को राज्य के भाजपा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडसामा के 2017 के निर्वाचन को कदाचार और हेरफेर के आरोपों के आधार पर ख़ारिज कर दिया। न्यायमूर्ति परेश उपाध्याय ने कांग्रेस नेता अश्विन राठौड़ की याचिका पर सुनवाई करते हुए चूडासामा के चुनाव को ख़ारिज कर दिया। कांग्रेस उम्मीदवार अश्विन राठौड़ ने धोलका विधानसभा सीट पर भाजपा नेता की जीत को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी। 2017 गुजरात विधानसभा चुनाव में चूडसामा ने 327 वोट के मामूली अंतर से जीत हासिल की थी।


चुनाव याचिका में राठौड़ ने आरोप लगाया था कि चूडसामा ने ‘‘ चुनाव की प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में, विशेष रूप से वोटों की गिनती के समय भ्रष्ट आचरण अपनाया और नियमों का उल्लंघन किया।’’ राज्य में विजय रूपाणी की सरकार में चूडसामा अभी शिक्षा , कानून एवं न्याय, विधायिका और संसदीय मामलों आदि विभागों के प्रभारी हैं। ये शक इसलिए और अधिक हो रहा है क्योंकि जनसत्ता अखबार की खबर के अनुसार प्रधानमंत्री ने कल 11 मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में कहा था कि जो मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए हैं, वो 15 मई तक अपने सुझाव दे सकते हैं।”अहमदाबाद की हर छोटी-बड़ी खबर पर प्रधानमंत्री नजर रखते हैं, उसमें भी राज्य के दूसरे नम्बर के कद के मंत्री के चुनाव की कोर्ट में फाइनल हियरिंग थी। स्वभाविक है प्रधानमंत्री की नजर इस मसले पर जरूर रही होगी। इस आनन फानन निर्णय से ये जरूर साबित होता है मोदी जी का “वो” वाला दिमाग बहुत तेजी से काम करता है जब इनके ऊपर आफ़त आन पड़ती है।


11 बजकर 44 मिनट पर अहमदाबाद मिरर अखबार की सम्पादक दीपल त्रिवेदी देश की सबसे बड़ी खबर ब्रेक करती हैं कि गुजरात के शिक्षा और कानून मंत्री के चुनाव को गुजरात हाईकोर्ट ने अवैध घोषित कर दिया है। इसके ठीक 27 मिनट बाद, पीएमओ के ट्विटर हैंडल से 12 बजकर 11 मिनट पर एक ट्वीट आता है, कि आज रात 8 बजे प्रधानमंत्री देश को संबोधित करेंगे। वरिष्क्याठ पत्रकार गिरीश मालवीय लिखते हैं. क्या ये गुजरात चुनावों में हुई घपलेबाजी के एक्सपोज हो जाने के बाद देश का ध्यान भटकाने के लिए पूर्व सुनियोजित भाषण है? ताकि पूरे देश का ध्यान भाजपा द्वारा गुजरात चुनावों में की गई हेराफेरी से हटकर प्रधानमंत्री के भाषण पर चला जाए? टीवी चैनल आपको पता ही नहीं चलने देंगे कि गुजरात चुनावों से सम्बंधित एक बहुत बड़ी खबर आज ब्रेक हुई है।


दूसरे राज्यों में फंसे हैं 37,147 कश्मीरी

एहसान अली की रिपोर्ट


जम्मू। कोरोना वायरस को हराने के लिए जारी लॉकडाउन के दौरान देश के दूसरे राज्यों में फंसे 37,147 जम्मू कश्मीर के नागरिकों की वापसी को सुनिश्चित किया गया है। वहीं, प्रदेश सरकार ने पिछले चार दिनों में उत्तराखंड के दूर दराज़ इलाको में फंसे जम्मू कश्मीर के 1250 लोगों को वापस लाया है। जम्मू कश्मीर के मंगलवार को कोरोना वायरस के सबसे अधिक 55 मामले सामने आये, जिससे केन्द्र शासित प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 934 हो गयी है. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। सड़क मार्ग के बाद रेलगाड़ियों द्वारा मंगलवार को देश के अलग अलग राज्यों में फंसे जम्मू कश्मीर के श्रमिकों, मज़दूरों, छात्रों और पर्यटकों को जम्मू पहुंचाया गया।जम्मू  के उधमपुर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को बेंगलुरु और गोवा में फंसे प्रदेश के करीब 2200 नागरिकों को लाया गया।


जम्मू कश्मीर प्रशासन की तरफ से जारी किये गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले चार दिनों में उत्तराखंड के धनौल्टी, नैनीताल, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी, पौरी, चम्पावत, रुद्रायापराग, भागेश्वर, टेहरी गढ़वाल, प्रतापगढ़, भद्रकोट, धारचूला और अल्मोड़ा से करीब 2000 श्रमिकों, मज़दूरों, छात्रों और पर्यटकों को जम्मू पहुंचाया गया है। जिन लोगो की जम्मू कश्मीर में वापसी को सुनिश्चित किया गया वो मुख्यत जम्मू कश्मीर के पुंछ, रियासी, डोडा, अनंतनाग और बारामुल्ला के रहने वाले हैं। प्रशासन के मुताबिक बुधवार को भी देश के दूसरे राज्यों में फंसे लोगों के बड़ी संख्या में प्रदेश पहुंचने का अनुमान है। इसके साथ ही मंगलवार सुबह तक 37,147 लोग प्रदेश के प्रवेश द्वार लखनपुर से जम्मू कश्मीर पहुंच चुके हैं। इनमें से 10301 यात्री पंजाब, 18095 यात्री हिमाचल प्रदेश, 6515 यात्री देश के दुसरे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से जम्मू कश्मीर पहुंचे हैं।


15 लाख का झूठ, 20 करोड़ का दावा

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को प्रधानमंत्री द्वारा 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि पहले 15 लाख का झूठा वादा और अब 20 लाख करोड़ का दावा इस पर कोई कैसे ऐतबार करेगा।


अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, “पहले 15 लाख का झूठा वादा और अब 20 लाख करोड़ का दावा। अबकी बार लगभग 133 करोड़ लोगों को 133 गुना बड़े जुमले की मार। ऐ बाबू, कोई भला कैसे करे ऐतबार। अब लोग ये नहीं पूछ रहे हैं कि 20 लाख करोड़ में कितने जीरो होते हैं, बल्कि ये पूछ रहे हैं कि उसमें कितनी गोल-गोल गोली होती हैं।”इससे पहले उन्होंने लिखा, “ये सच है कि बुनियाद कभी दिखती नहीं, पर ये नहीं कि उसे देखना भी नहीं चाहिए। जिन गरीबों के भरोसे की नींव पर आज सत्ता का इतना बड़ा महल खड़ा हुआ है, ऊंचाइयों पर पहुंचने के बाद, संकट के समय में भी उन गरीबों की अनदेखी करना अमानवीय है। ये सबका विश्वास के नारे के साथ विश्वासघात है।”


इसके अलावा उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि “देश के मजदूर-गरीब अपनी विपदाओं के लिए प्रबंध की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उन्हें सुनने को मिला केवल निर्थक निबंध। क्या आधे घंटे से भी ज्यादा समय में सड़कों पर भटकते मजदूरों के लिए एक-आध शब्द की संवेदना की भी गुंजाइश नहीं थी, हर कोई सोचे। असंवेदनशील-दुर्भाग्यपूर्ण!”


कोरोना ने यूपी में तबादलों पर लगाई रोक

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के मद्देनजर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के स्थानांतरण पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्य सचिव आर.के. तिवारी द्वारा मंगलवार देर रात जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि अगले आदेश तक सभी तबादलों पर प्रतिबंध रहेगा। सकरुलर में कहा गया है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में ही मुख्यमंत्री की पूर्वानुमति से तबादले किए जा सकते हैं। सभी अतिरिक्त मुख्य सचिवों / प्रमुख सचिवों / सचिवों को भेजे गए अपने परिपत्र में मुख्य सचिव ने कहा कि मार्च 2018 में की गई स्थानांतरण नीति 2021-22 तक मान्य थी।


सकरुलर में कहा गया है कि कोविड -19 महामारी को देखते हुए 2020-21 के दौरान सभी प्रकार के अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादलों पर प्रतिबंध रहेगा। इस सकरुलर के मुताबिक, मौत, मेडिकल इमरजेंसी, प्रमोशन, इस्तीफे, सस्पेंशन आदि के कारण खाली पड़े पदों को तबादलों के जरिए भरा जा सकता है।


तमिलनाडु-महाराष्ट्र में वायरस की बढ़ोतरी

नई दिल्ली। महाराष्ट्र और तमिलनाडु में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है तथा इन दोनों राज्यों में अब तक कुल 33145 मामले दर्ज किए गए हैं और 982 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। तमिलनाडु में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं हालांकि सकारात्मक बात यह है कि यहां मरने वालों की संख्या कुछ हद तक नियंत्रित है। यहां पिछले 24 घंटों में आठ की, जबकि महाराष्ट्र में 53 लोगों की मौत हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार देशभर में कोविड-19 से अब तक 74,281 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इस महामारी से अब तक 2415 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 24,286 लोग इसके संक्रमण से पूरी तरह ठीक हाे चुके हैं।


असरः 1470 अंक उछला शेयर बाजार

मुंबई। बड़े आर्थिक पैकेज के एलान से बुधवार को भारतीय शेयर बाजार गुलजार हुआ। आरंभिक कारोबार में सेंसेक्स पिछले सत्र से 1470 अंक से ज्यादा उछला और निफ्टी में भी 380 अंकों से ज्यादा का उछाल देखा गया। हालांकि, बाद में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों आरंभिक उंचाई से फिसले, फिर भी पिछले सत्र से दो फीसदी से ज्यादा की बढ़त बनाए हुए थे। 
सुबह 9.35 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र से 758.04 अंकों यानी 2.42 फीसदी की तेजी के साथ 32,129.16 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी पिछले सत्र से 213.50 अंकों यानी 2.32 फीसदी की बढ़त के साथ बना हुआ था। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 1470.75 अंकों के उछाल के साथ 32,841.87 पर खुला और 32,845.48 तक चढ़ा। हालांकि, आरंभिक कारोबार के दौरान सेंसेक्स का निचला स्तर 32,110.55 रहा।


नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सत्र के मुकाबले 387.65 अंकों की तेजी के साथ 9410.05 पर खुला और 9584.50 तक चढ़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए 20 लाख करोड़ के बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस आर्थिक पैकेज से देश के विकास को बल मिलेगा और यह पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति प्रदान करेगा।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 14, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-277 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, मई 14, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- सप्तमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:50,सूर्यास्त 07:02।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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मंगलवार, 12 मई 2020

50 दिन के भीतर पांचवी बार 'पीएम'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को 50 दिन में पांचवीं बार देश के सामने आए। अपने संबोधन में उन्होंने चार अहम बातें कहीं। पहली- देश को आत्मनिर्भर बनना होगा। दूसरी- आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया जाएगा। तीसरी- आत्मनिर्भर बनने की राह में हमें लोकल प्रोडक्ट्स को अपनाना होगा। चौथी- लॉकडाउन का चौथा फेज आएगा, पर यह नए रंग-रूप और नए नियमों वाला होगा। 33 मिनट के अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने 2300 से भी ज्यादा शब्दों का इस्तेमाल किया। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक 28 बार आत्मनिर्भर शब्द का जिक्र किया।


प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में उन प्रवासी मजदूरों का कोई जिक्र नहीं किया, जो पिछले कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों से अपने घरों की ओर जा रहे हैं और उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि आर्थिक पैकेज में गरीब, श्रमिक, प्रवासी मजदूरों के लिए भी महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा। भारत दुनिया का 5वां ऐसा देश, जिसने जीडीपी के 10% हिस्से के बराबर पैकेज दिया।
लॉकडाउन के दौर में भारत दुनिया का पांचवां ऐसा देश बन गया है, जिसने अपनी जीडीपी का 10% या उससे ज्यादा हिस्सा आर्थिक पैकेज के तौर पर दिया है। भारत से पहले जापान अपनी जीडीपी का 21%, अमेरिका 13%, स्वीडन 12% और जर्मनी 10.7% के बराबर का आर्थिक पैकेज घोषित कर चुके हैं।


मोदी का राष्ट्र के नाम 5वां संदेश


भारत में लोगों ने अपने स्वजन खोए: प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, ‘‘सभी देशवासियों को आदरपूर्वक नमस्कार। कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दु:खद मृत्यु हुई है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं। मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस किया: ‘‘साथियो! एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं। सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी है। हमने ऐसा संकट न देखा है, न ही सुना है। निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए यह सब कुछ अकल्पनीय है। यह क्राइसिस अभूतपूर्व है, लेकिन थकना, हारना, टूटना, बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए अब हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।’’
संकल्प संकट से भी विराट होगा: ‘‘आज जब दुनिया संकट में है तो हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा, हमारा संकल्प इस संकट से भी विराट होगा। साथियो! हम पिछली शताब्दी से ही लगातार सुनते आए हैं कि 21वीं सदी हिंदुस्तान की है। हमने कोरोना से पहले की दुनिया को, वैश्विक व्यवस्थाओं को देखने समझने का मौका मिला है। कोरोना संकट के बाद भी दुनिया में जो स्थितियां बन रही हैं, उसे भी हम निरंतर देख रहे हैं। विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है, आत्मनिर्भर भारत। हमारे यहां शास्त्रों में भी यही कहा गया है। इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत, एक संदेश, एक अवसर लेकर आई है।’’
भारत ने आपदा को अवसर में बदला:‘‘मैं एक उदाहरण के साथ अपनी बात बता रहा हूं। जब कोरोना संकट शुरू हुआ, तब भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी। एन-95 मास्क का भारत में नाममात्र उत्पादन होता था। आज स्थिति यह है कि भारत में ही हर रोज दो लाख पीपीई और दो लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कर पाए, क्योंकि भारत ने आपदा को अवसर में बदल दिया। ऐसा करने की भारत की दृष्टि आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प के लिए उतनी ही प्रभावी होने वाली है।’’
हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे, सप्लाई चेन को आधुनिक बनाएंगे: ‘‘आज फिर भारत विकास की ओर सफलतापूर्वक कदम बढ़ा रहा है, तब भी विश्व कल्याण की राह पर अटल है। इस शताब्दी की शुरुआत के समय y2k संकट आया था। भारत के वैज्ञानिकों ने दुनिया को इस संकट से निकाला था। आज हमारे पास साधन, सामर्थ्य है, दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है। हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे। अपनी क्वॉलिटी और बेहतर करेंगे। सप्लाई चेन को और आधुनिक बनाएंगे। ये हम कर सकते हैं और हम जरूर करेंगे।’’
मोदी की स्पीच के 3 अहम प्वाइंट
1. आत्मनिर्भर भारत:मोदी ने कहा- ‘‘मैंने अपनी आंखों के साथ कच्छ भूकंप के दिन देखे हैं। हर तरफ सिर्फ मलबा ही मलबा। सबकुछ ध्वस्त हो गया था। ऐसा लगता था मानो कच्छ मौत की चादर ओढ़ कर सो गया था। उस परिस्थिति में कोई सोच भी नहीं सकता था कि कभी हालत बदल पाएगी। लेकिन देखते ही देखते कच्छ उठ खड़ा हुआ। कच्छ बढ़ चला। यही हम भारतीयों की संकल्पशक्ति है। हम ठान लें तो कोई लक्ष्य असंभव नहीं, कोई राह मुश्किल नहीं। और आज तो चाह भी है, राह भी है। ये है भारत को आत्मनिर्भर बनाना।’’
2. आत्मनिर्भर भारत के 5 स्तंभ:‘‘भारत आत्मनिर्भर बन सकता है। यह भव्य इमारत पांच पिलर्स पर खड़ी है।


पहला पिलर- इकोनॉमी। एक ऐसी इकोनॉमी जो इन्क्रीमेंटल चेंज नहीं, बल्कि क्वांटम जम्प लाए।


दूसरा पिलर- इन्फ्रास्ट्रक्चर। एक ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर जो आधुनिक भारत की पहचान बने।


तीसरा पिलर- सिस्टम। ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति नहीं, बल्कि 21वीं शताब्दी की टेक्नोलॉजी ड्रिवन व्यवस्था पर आधारित हो।


चौथा पिलर- डेमोग्राफी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की डेमोग्राफी आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है।


पांचवां पिलर- डिमांड। इसका चक्र और इसकी ताकत का इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।’’
3. विशेष आर्थिक पैकेज: ‘‘देश में डिमांड बढ़ाने और इसे पूरा करने के लिए हमारी सप्लाई चेन के हर स्टेकहोल्डर का सशक्त होना जरूरी है। हमारी सप्लाई चेन को हम मजबूत करेंगे, जिसमें मेरे देश की मिट्‌टी की महक हो। हमारे मजदूरों के पसीने की खुशबू हो। कोरोना संकट का सामना करते हुए नए संकल्प के साथ मैं आज 20 लाख करोड़ रुपए के एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। यह आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।’’


मोदी ने विशेष पैकेज क्यों दिया?
1. प्रधानमंत्री के मुताबिक, 20 लाख करोड़ रुपए का यह पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 फीसदी है। इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को 20 लाख करोड़ रुपए का संबल और सपोर्ट मिलेगा।
2. यह पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा को और आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति देगा। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडी और लॉ... सभी पर बल दिया गया है।
3. मोदी ने कहा कि आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु उद्योग, एमएसएमई के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं।
4. आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए, उस किसान के लिए है, जो हर स्थिति और हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहा है। यह पैकेज देश के मध्यमवर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है। यह भारत के उद्योगपतियों के लिए जो भारत को आर्थिक बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए संकल्पित हैं।
5. ‘‘गरीब, श्रमिक, प्रवासी मजदूर हों, मछुआरे हों, हर तबके लिए आर्थिक पैकेज में कुछ महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा। कोरोना ने हमें लोकल मैन्यूफैक्चरिंग, लोकल सप्लाई चेन, लोकल मार्केटिंग का भी मतलब समझा दिया है। लोकल ने ही हमारी डिमांड पूरी की है और हमें इस लोकल ने ही बचाया है। लोकल सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है।’’


कोरोना पर अब तक मोदी के 4 संदेश


पहला: प्रधानमंत्री ने 19 मार्च को देश को संबोधित किया था और जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। 22 मार्च को देशभर में सबकुछ बंद रहा। शाम को लोगों ने घरों के अंदर से ही कोरोना फाइटर्स का ताली और थाली बजाकर आभार जताया था।


दूसरा: मोदी ने 24 मार्च को संबोधित किया और कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लोग घरों में रहने की लक्ष्मण रेखा का पालन करें।


तीसरा: प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी किया। इस दौरान लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर घरों में दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी।


चौथा: प्रधानमंत्री मोदी 14 अप्रैल को एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया था। इसमें उन्होंने लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया था।


लॉकडाउन के अब तक तीन फेजः कोरोना की वजह से देश पहला लॉकडाउन 25 मार्च से 14 अप्रैल तक और दूसरा लॉकडाउन 15 अप्रैल से 3 मई तक रखा गया था। इसके बाद तीसरे फेज का लॉकडाउन 4 मई से शुरू हुआ जो 17 मई तक चलेगा।


बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 3604 मामले सामने आए हैं। इसके बाद कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 70756 हो गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कुल केस में से 46008 एक्टिव केस हैं और 22454 लोग रिकवर हो चुके हैं। देश में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 2293 लोगों की मौत हो चुकी है।


यूपी में मृतक संख्या-80 संक्रमित-3573

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर 74 जिलों में फैल गया है। सिर्फ चंदौली ही इससे बचा हुआहै। राज्य में बीते 24 घंटे में 109 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है। अब तक कुल 3573 मरीजों की कोराना रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी हैं।इनमें1184 जमाती हैं। 1758 लोगठीक होकर घर जाचुके हैं। 80 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में1735 संक्रमितोंका इलाज चल रहा है।



वाराणसी: सोशल डिस्टेंसिंग की शर्त पर ही खुलेगी लमही मंडीः वाराणसी मेंसोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने के आरोप में लमही सब्जी मंडी के 5 आढ़तियों और 30-40 अज्ञात व्यक्तियों पर एफआईआरदर्ज की गईहै।अधिकारियों के मुताबिक, अज्ञात लोगों की पहचान वीडियो देख कर की जाएगी। पहलेभी यह मंडी सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करने के कारण 7 दिन बंद रह चुकी है। प्रशासन का कहना है कि आढ़तिए लिखित में दें कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तभी मंडी खोली जाएगी।


झांसी में 1000 कामगारों को ट्रेन से गोरखपुर भेजा गया। लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा जा रहा है।झांसी से मंगलवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1000 मजदूरों कोगोरखपुर भेजा गया। श्रमिकों को सबसे पहले बसों में बैठाकर झांसी रेलवे स्टेशन लाया गया। यहां स्क्रीनिंग के बाद उन्हें ट्रेन में बैठाया गया। यह तस्वीर झांसी रेलवे स्टेशन की है। यहां से मंगलवार को 1000 मजदूरों को ट्रेन के जरिए गोरखपुर भेजा गया।


यूपी के सभी जिलों में वायरस पहुंचा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी फैलती जा रही है। प्रदेश में 75 में से 74 जिलों में कोरोना संक्रमण अपने पैर पसार चुका है। अब सिर्फ चंदौली ही ऐसा जिला है, जहां कोविड-19 के मामले सामने नहीं आए हैं। इसी बीच किंज जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (लखनऊ) ने बताया कि सोमवार को कोरोना टेस्टिंग के लिए 1019 संदिग्धों के नमूने लिए गए थे, जिनमें आज दस लोगों को कोरोना वायरस की पुष्टि ही है।


गौतम बुद्ध नगर जिले में भी चार नए केस मिले हैं। इससे जिले में संक्रमितों की संख्या 222 तक जा पहुंची है। पूरे प्रदेश की बात करें तो पिछले 24 घंटों में 63 नए मामले सामने आए हैं। अब प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 3520 हो गई है। इनमें 1655 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है और 80 लोगों की मौत हो चुकी है।


उपचारित-संक्रमितो का आंकड़ा बराबर

उत्तर प्रदेश में पहली बार उपचारित लोगों का आंकड़ा सक्रिय संकमण के मामलों से ज्यादा


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण शुरू होने के बाद से रविवार को पहली बार ऐसी स्थिति आयी, जब उपचारित होकर घर गये लोगों का आंकड़ा सक्रिय संक्रमण के मामलों से अधिक रहा । प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं को बताया कि जब से कोरोना वायरस संक्रमण फैला है, कल शाम पहली बार ये स्थिति आयी कि उपचारित होकर छुट्टी पाने वाले लोगों की संख्या 1758 थी और सक्रिय संक्रमण के मामलों की संख्या 1735 रही । उन्होंने कहा कि कल पहली बार ये स्थिति आयी जब सक्रिय संक्रमण से ज्यादा लोगों को उपचार के बाद छुट्टी मिली, जो अच्छा लक्षण है । प्रसाद ने बताया कि कल कुल 4754 सैम्पल की जांच हुई । पूल टेस्ट में कल 289 पूल लगाये गये । इनमें से 32 पूल पाजिटव पाये गये । पूल में कुल 1445 सैम्पल की जांच की गयी । उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप का हम लगातार उपयोग कर रहे हैं । देश में बड़ी संख्या में लगातार लोग उसे डाउनलोड कर रहे हैं । उसका लाभ भी देखने को मिल रहा है । उससे जितने अलर्ट मिल रहे हैं, जनपदों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं ताकि जनपदों में लोगों से संपर्क कर उनका हालचाल पूछा जा सके।


मृतक संख्या-2293, संक्रमित-70,000

देश में संक्रमितों की संख्या 70 हजार के पार, 2293 की गई जान


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 70 हजार को पार कर गई है। देश में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 70756 हो गई है। जिसमें से 22454 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है और देश में अभी कोरोना के एक्टिव संक्रमितों की संख्या 46008 है। देश में अभी तक कोरोना के कारण 2293 लोगों की जान जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि हमारा रिकवरी रेट लगातार बेहतर हो रहा है। अभी हमारा रिकवरी रेट 31.7 फीसदी है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में हमारी मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है। आज मृत्यु दर लगभग 3.2 फीसद है, कई राज्यों में यह दर इससे भी कम है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वैश्विक मृत्यु दर लगभग 7-7.5 फीसद है। वहीं, आज राजस्थान में कोरोना वायरस (COVID-19) के 21 और मामले सामने आ गए हैं। राज्य में अब तक 4056 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 1563 एक्टिव केस हैं और 115 लोगों की मौत हो गई हैं। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है। राज्य में अब तक 1,84,853 टेस्ट हो गए हैं।


हापुड़ः लोगों की भीड़, खडी़ देख हड़कंप

अतुल त्यागी 


हापुड़। फ्यूचर सप्लाई चैन रिटर्न इंडिया लिमिटेड कंपनी के अंदर लॉक डाउन में अचानक सैकड़ों लोगों की भीड़ खट्टी देख मचा हड़कंप।


मामला जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र की फैक्ट्री का है जहां करीब 300 लोग मजदूरी करते थे कोविड-19 की महामारी के चलते हुए लोग डॉन के बीच सभी लोग फैक्ट्रियां बंद होने के बाद अपने घरों में काम बंद कर के चले गए थे मजदूरों का आरोप है फैक्ट्री मालिक ने 2 महीने की तनखा रोक कर रखी है फैक्ट्री मालिक बार-बार परेशान कर रहा हे मजदूरों के पैसे देने के लिए तैयार नहीं था जिसको लेकर लॉक डाउन की वजह से लोग पैसे से परेशान थे इसी बात को लेकर करीब सैकड़ों मजदूर फैक्ट्री में अचानक हड़ताल पर बैठ गए।


बताया जा रहा है फैक्ट्री में करीब सैकड़ों लोग फिलहाल काम कर रहे हैं कुछ लोग बाहर गांव के जो काम छोड़कर गए हुए थे वह भी आ गए और हड़ताल पर बैठ गए अचानक सैंकड़ों लोगों के फैक्ट्री में हड़ताल पर बैठने की खबर जैसे ही पुलिस प्रशासन को पता चली तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई पुलिस प्रशासन द्वारा फैक्ट्री के उच्च अधिकारियों से बात करने के बाद आने वाली 20 तारीख के लिए फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे मजदूरों को पैसे देने की बात हुई।


तब जाकर कहीं घंटों के बाद मजदूरों का गुस्सा शांत हुआ फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को तो तीर वीर कर दिया लेकिन अब सवाल मजदूरों की तनख्वा का है क्या 20 तारीख में मजदूरों की तनख्वा मिल सकी मिल सकेगी वही संपर्क सूत्रों द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार पता चल रहा है अगर मजदूरों की 20 तारीख में तनखा नहीं मिली तो वह फिर धरने पर बैठकर अपनी तनख्वाह की मांग करेंगे।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-347, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. बुधवार, अक्टूबर 02, 2024 3. शक-1945, आश्विन, कृष्ण-पक्ष,...