गुरुवार, 7 मई 2020

घर-घर शराब पहुंचाने की तैयारी

नई दिल्ली। फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो ऑनलाइन ऑर्डर के द्वारा लोगों के घर-घर तक शराब पहुंचाने की तैयारी कर रही है। लॉकडाउन के बीच ही देश में शराब का कारोबार खोल दिया गया है और शराब की जमकर बिक्री हो रही है। कंपनी इसका फायदा उठाना चाहती है।


न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक खबर में बताया गया है कि कंपनी ने इसके लिए इंटरनेशनल स्पिरिट्स ऐंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ISWAI) को प्रस्ताव दिया है। लॉकडाउन की वजह से कंपनी का फूड डिलिवरी कारोबार काफी गिर गया है, इसलिए वह इस नए कारोबार में उतरकर अपना अस्तित्व बचाए रखना चाहती है। गौरतलब है कि हाल में जोमैटो ने ग्रॉसरी की डिलिवरी भी शुरू की है।


देश में लॉकडाउन का पहला चरण 25 मार्च को लागू किया गया था जिसके बाद शराब कारोबार पूरी तरह से बंद रहा। लेकिन राज्य सरकारें राजस्व की तंगी की वजह से इस बात के लिए दाबव बना रही थीं कि शराब का कारोबार खोला जाए। इसकी वजह से केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन के तीसरे चरण में 4 मई को शराब का कारोबार खोल दिया। शराब कारोबार खुलते ही देश में जगह-जगह इसकी दुकानों पर भारी भीड़ और लंबी लाइन की खबरें आने लगीं। गौर करने की बात यह है कि भारत में अभी शराब की होम डिलिवरी की इजाजत नहीं है। इसके लिए कंपनियां दबाव बना रही हैं कि सरकार इसकी छूट दे। ISWAI इसके लिए जमकर लॉबीइंग कर रही है। अगर यह छूट मिलती है तो जोमैटो शराब की होम डिलिवरी शुरू कर सकती है।


कई राज्य सरकारों ने तो शराब पर टैक्स बढ़ा दिया है। दिल्ली सरकार ने शराब पर 70 फीसदी की विशेष कोरोना फीस लगा दी है। रॉयटर्स को जोमैटो द्वारा भेजी गई पेशकश के दस्तावेज मिले हैं जिसमें जौमैटो फूड डिलिवरी डिवीजन के सीईओ मोहित गुप्ता ने लिखा है, ‘हमें लगता है कि टेक्नोलॉजी आधारित होम डिलिवरी सोल्युशन से एल्कोहल की खपत को और बढ़ाया जा सकता है।


फार्मा कंपनी में जहरीली गैस लीक

विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक फार्मा कंपनी में गैस लीकेज का मामला सामने आया है। यह घटना गुरुवार सुबह हुई. इसके बाद पूरे शहर में तनाव का माहौल है। अभी भी हालत नियंत्रण में नहीं है। स्थानीय प्रशासन और नेवी ने फैक्ट्री के पास के गांवों को खाली करा लिया है। बताया जा रहा है कि आरआर वेंकटपुरम में स्थित विशाखा एलजी पॉलिमर कंपनी से खतरनाक जहरीली गैस का रिसाव हुआ है। इस जहरीली गैस के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं। फिलहाल, पांच गांव खाली करा लिए गए। सैकड़ों लोग सिर दर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं।


 


'वंदे भारत मिशन' के तहत घर वापसी

नई दिल्ली। कोरोना के कारण देश के अलग-अलग हिस्सों के अलावा दुनियाभर में फंसे भारतीयों को लाने के प्रयास तेज हो गए हैं। गुरुवार को विदेश से आ रहे सैकड़ों भारतीयों के लिए देश के हवाई अड्डे और बंदरगाह पूरी तरह तैयार हैं। गुरुवार से शुरू हो रहे अब तक के इस सबसे बड़े अभियान की तैयारियों को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कई बैठकें कीं। साथ ही हवाई अड्डों को भी इसके लिए तैयार किया गया क्योंकि गुरुवार को एयर इंडिया की ऐसी ही एक फ्लाइट 200 नागरिकों के साथ अबूधाबी से भारत आ रही है।


सूत्रों ने बताया कि विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने ‘वंदे भारत मिशन’ नामक इस अभियान की सफलता के लिए जारी प्रयासों के तहत कई राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। योजना के अनुसार सरकार, गुरुवार से विभिन्न देशों में उड़ानें भेजना शुरू करेगी। सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्री एस जयशंकर इस मिशन के क्रियान्वयन पर खुद ही नजर रख रहे हैं और उन्होंने इस विषय पर कई बैठकें की जिनमें गृह मंत्रालय,नागर विमानन मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय एवं राज्यों के प्रतिनिधि शामिल थे। विदेश मंत्रालय ने इस काम के सिलसिले में अधिकतर राज्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं।


एयरपोर्ट्स पर तैयारियां पूरी


इस बीच देश में हवाई अड्डों पर कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते विदेशों में फंसे भारतीयों के आगमन के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। विमान और समुद्री मार्ग से चलने वाले इस अभियान की शुरुआत गुरुवार को अबूधाबी से कोच्चि के लिए एयर इंडिया की उड़ान के रवाना होने के साथ होगी। एअर इंडिया की गैर अधिसूचित वाणिज्यिक उड़ान गुरुवार को 200 यात्रियों को लेकर अबूधाबी से रवाना होगी और सुबह पौने दस बजे केरल के कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचेगी।


इस अभियान के मद्देनजर तिरुवनंतपुरम, दिल्ली और मुंबई समेत कई हवाई अड्डों पर साजो-सामान संबंधी प्रबंध और स्वास्थ्य नियमों के अनुपालन संबंधी इंतजाम कर लिए गए हैं। अबू धाबी से पहली उड़ान से आ रहे यात्रियों में शामिल जिष्णु नामक एक व्यक्ति ने बुधवार को एक टेलीविजन चैनल से कहा, ‘टिकट मिलने से मैं बहुत खुश हूं। मुझे कल बताया गया कि मैं यात्रा कर सकता हूं।’


15000 भारतीयों को वापस लाने की तैयारी


‘वंदे भारत मिशन’ नामक इस अभियान में खाड़ी देशों से लेकर मलेशिया तक, ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक विभिन्न देशों में फंसे भारतीय वापस लाए जाएंगे जिसके लिए एयर इंडिया 12 देशों से करीब 15000 भारतीयों को लाने के लिए पहले चरण में 13 मई तक 64 उड़ानें परिचालित करेगी। 13 मई के बाद निजी भारतीय एयरलाइनें भी भारतीयों को वापस लाने के इस काम में जुड़ सकती हैं। पहले दिन विदेश में विभिन्न स्थानों से 10 उड़ानों को परिचालित करने की योजना है। गुरुवार को कोच्चि के अलावा कोझिकोड़, मुम्बई, दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद और श्रीनगर विदेशों से उड़ानें पहुंचेंगी। केवल उन यात्रियों को सवार होने दिया जाएगा जिनमें लक्षण सामने नहीं आए हैं।


एर्नाकुलम जिला प्रशासन ने बताया कि कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और बंदरगाह पर वापस आ रहे इन भारतीयों के आगमन के लिए सारे इंतजाम किए गए हैं। यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए हवाई अड्डे पर थर्मल स्क्रीनर लगाए गए हैं और उनके आइसोलेश का इंतजाम किया गया है। कोच्चि के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों ने चार पायलट समेत 12 चालक दल के सदस्यों को अभियान की शुरुआत से पहले प्रशिक्षण दिया। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि सभी कर्मचारियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट) सही तरीके से पहनने और उतारने की जानकारी दी गई और उड़ान के दौरान विमान के अंदर वायरस संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम संबंधी प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि पीपीई किट पहनने और उतारने की जानकारी देने के लिए पायलटों और चालक दल के सदस्यों को प्रशिक्षण किट भी मुहैया करायी गई।


केरल के सीएम ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी


इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि बिना कोविड-19 परीक्षण के प्रवासी केरलवासियों को लाना खतरनाक है क्योंकि इससे संक्रमण फैलेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले में राज्य की चिंता से उन्हें अवगत कराया। उनकी इच्छा है कि विमान में सवार होने पहले उनका परीक्षण हो। दिल्ली सरकार ने स्वदेश वापसी की उड़ानों से विदेश से लौट कर शहर के हवाई अड्डे पहुंचने वाले लोगों की जांच और प्रबंधन करने के लिए बुधवार को दिशानिर्देश जारी किए। एक आदेश में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि यह विदेश मंत्रालय द्वारा अन्य देशों में स्थित भारतीय मिशनों के समन्वय से विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों को चरणबद्ध तरीके से स्वदेश वापस लाने की योजना के मद्देनजर किया गया है।


दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस के प्रसार की आशंका को कम करने के लिए, स्वदेश वापसी के बाद शहर के हवाई अड्डे पर उतरने वाले ऐसे यात्रियों की जांच और प्रबंधन के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। कुल 1000 लोग नौसेना के जहाज आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर से से पहली यात्रा में वापस लाये जाने हैं। अभियान के तहत 64उड़ानों से संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन, अमेरिका, कतर, सऊदी अरब, सिंगापुर, मलेशिया, फिलीपीन, बांग्लादेश, बहरीन, कुवैत और ओमान से फंसे हुए भारतीय लाए जाएंगे।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 08, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-271 (साल-01)
2. शुक्रवार, मई 08, 2020
3. शक-1943, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- पूर्णिमा, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:50,सूर्यास्त 07:02।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै., तेज हवाएं चलने की संभावना।


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बुधवार, 6 मई 2020

1688 की मौत, संक्रमित-49,333

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। अब तक एक दिन में सबसे अधिक 199 लोगों की मौत के साथ ही देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 49 हजार को पार कर गई है। अब कुल 49,333 केस हो गए हैं। संक्रमण के 2801 नए मरीज रिपोर्ट किए गए। वहीं मृतकों का आंकड़ा 1688 पहुंच गया है।


कोरोना वायरस की वजह से होने वाली मौत की दर बीते एक सप्ताह में बढ़ी है। 30 अप्रैल को जहां मृत्यु दर 3.2 प्रतिशत थी, तो वहीं मंगलवार को यह 3.4 प्रतिशत दर्ज की गई। मंगलवार को हुई मौत में से सबसे अधिक 79 केस पश्चिम बंगाल से सामने आए, जिसमें से राज्य सरकार ने 72 संदिग्ध मौतों को कोरोना डेटा में शामिल करने से इनकार किया है। राज्य सरकार ने इसके साथ ही गुजरात में 49 और महाराष्ट्र में 34 लोगों ने दम तोड़ दिया।


महाराष्ट्र में मंगलवार को 841 नए पॉजिटिव केस सामने आए। तमिलनाडु में 508 केस, गुजरात में 441 केस, पंजाब में 217 केस, दिल्ली में 206 नए मामले रिपोर्ट किए गए। पश्चिम बंगाल में भी 85 नए केस दर्ज होने के साथ राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 1344 पहुंच गई। हमारे सहयोगी टीओआई ने राज्य सरकार के डेटा के आधार पर यह आंकड़े तैयार किए हैं। कोरोना रिकवरी रेट भी बढ़ाः राहत की बात यह है कि केस बढ़ने के साथ धीरे-धीरे रिकवरी रेट यानी मरीजों के ठीक होने की दर भी बढ़ रही है। अब तक कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की संख्या 13,991 हो गई है। अब रिकवरी रेट 28 फीसदी हो गया है।


सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन, इस्तीफा

लंदन। बिट्रेन में कोरोनोवायरस को लेकर लॉकडाउन की सलाह देने वाले ब्रिटेन के प्रमुख वैज्ञानिक नील फर्ग्यूसन ने सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। महामारी के मामले में वे सरकार के प्रमुख सलाहकार थे। इनकी सलाह के बाद ही प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में 23 मार्च से लॉकडाउन की घोषणा की थी।


उन्हें ‘प्रोफेसर लॉकडाउन’ के नाम से भी जाना जाता हैः डेली टेलीग्राफ की रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रोफेसर नील फर्ग्यूसन ने लॉकडाउन के दौरान एक महिला को दो अवसरों पर अपने घर आने दिया था। उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और कहा कि मुझे इसका बेहद अफसोस है। संक्रमण को रोकने के लिए सरकार सोशल डिस्टेंसिंग का संदेश दे रही है और मैंने इसका उल्लंघन किया। उन्हें ‘प्रोफेसर लॉकडाउन’ के नाम से भी जाना जाता है। उनकी संस्था सरकारों और डब्ल्यूएचओ को सलाह देती हैः उन्होंने कहा कि वे साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप फॉर इमरजेंसी के पद से पीछे हट रहे हैं। वे सेंटर फॉर ग्लोबल इंफेक्शस डिजीज एनालिसिस के निदेशक हैं। बीबीसी के मुताबिक, इसी संस्था ने जनवरी में दुनिया को कोरोना के खतरे से आगाह किया था। यह संस्था सरकारों और डब्ल्यूएचओ को अफ्रीका में इबोला से लेकर कोरोना महामारी तक के मामलों में सलाह देती है। यहां अब तक 28 हजार से ज्यादा मौत हुईः उन्होंने कहा कि सरकार का आदेश हम सभी की सुरक्षा के लिए है। उनकी टीम ने रिसर्च के आधार पर कहा था कि देश में अगर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो कोरोना से पांच लाख से ज्यादा मौतें हो सकती हैं। ब्रिटेन में अब तक 28 हजार से ज्यादा जान जा चुकी है। अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा मौतें यहां हुई हैं। देश में केवल जरूरी चीजों की दुकानें खोलने की अनुमति है। नियमों का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना भी लिया जाएगा।


यूपी में पेट्रोल-डीजल, शराब भी महंगी

लखनऊ। कोरोना वायरस के कारण हुई पूर्णबंदी से उत्तर प्रदेश सरकार अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। उसे ठीक करने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। बुधवार को यूपी कैबिनेट की बैठक में पेट्रोल पर दो रुपये प्रतिलीटर और डीजल पर एक रुपये प्रति लीटर वैट बढ़ाने को मंजूरी दे दी गई। इसके अलावा देशी शराब की कीमत पांच रुपये बढ़ा दी गई है। मीडियम व प्रीमियम शराब की भी कीमतें बढ़ा दी गई हैं। बुधवार रात 12 बजे से बढ़ी हुई कीमतें लागू हो जाएंगी।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण अध्यादेश, 2020 को मंजूरी देने के साथ 10 महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “लॉकडाउन के कारण हमारा टैक्स कलेक्शन बहुत गिरा है। हमारी आर्थिक स्थिति इस महीने कमजोर रही है। इसे ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है। हमारे लिए संसाधन जुटाना अति आवश्यक था। हमारी मांग 12141 करोड़ रुपये थी, जिसके सपेक्ष 1178 करोड़ रुपये हुआ।” उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने देशी और अंग्रेजी शराब के साथ-साथ पेट्रोल और डीजल के दामों में भी वृद्धि की भी मंजूरी दी गई है। डीजल और पेट्रोल के दामों में वृद्धि से सरकार को 2070 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी। इस क्रम में प्रति लीटर पेट्रोल और डीजल के दामों में क्रमश: दो और एक रुपये की वृद्धि को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। इस वृद्धि के बाद उप्र में पेट्रोल 71.91 पैसे की जगह 73.91 रुपये व डीजल 62.86 पैसे की जगह 63.86 रुपये प्रति लीटर के भाव मिलेगा। इस वृद्धि से सरकार को 2350 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा। बढ़ी दरें रात 12 बजे से लागू हो जाएंगी।


इसी क्रम में प्रति बोतल देशी शराब के दाम में 5 रुपये की वृद्धि का फैसला भी कैबिनेट ने लिया है। विदेशी शराब (कोनामी) 180 एमएल तक 10 रुपये, 500 एमएल तक 20 रुपये व 500 एमएल से अधिक 30 रुपये महंगी होगी। रेगुलर 180 एमएल तक 20 रुपये, 500 एमएल तक 30 रुपये और 500 एमएल से अधिक 50 रुपये महंगी होगी। विदेशी शराब प्रीमियम 180 एमएल तक 100 रुपये, 500 एमएल तक 200 रुपये और 500 एमएल से अधिक 400 रुपये महंगी होगी। इससे 2359 करोड़ रुपये का फायदा होगा।


जिलें में 144 धारा, 31 तक लॉकडाउन

गाजियाबाद। गाजियाबाद में लॉकडाउन की गाइडलाइंस को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना वायरस और ईद के चलते धारा 144 भी लागू कर दी गई है।गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने मंगलवार को इससे संबंधित आदेश जारी किए हैं।


आदेश के मुताबिक, सार्वजनिक स्थानों पर थूकना दंडनीय अपराध होगा और फाइन भी वसूला जाएगा। सार्वजनिक जगहों पर बिना फेस कवर और मास्क के जाना दंडनीय अपराध होगा। सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ ना लगाए जाने के भी आदेश हैं।बता दें कि गाजियाबाद ऑरेंज जोन में आता है और केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस ही यहां पर लागू हो रही हैं। लॉकडाउन-3 में ऑरेंज जोन के लिए निर्धारित गाइडलाइंस एक दिन की देरी के बाद आज से ही लागू हुई है।


प्रसूति महिला कोरोना संक्रमित, दोनों भर्ती

इस्लामनगर/ गाजियाबाद। गाजियाबाद के नंदग्राम स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में डिलीवरी के बाद जांच में महिला कोरोना संक्रमित मिली। महिला और उसके नवजात शिशु को संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं प्रसव कराने वाले डॉक्टर समेत 25 मेडिकल स्टाफ, महिला के परिवार के सदस्य और अन्य मरीजों को क्वारंटाइन किया गया है।


इस्लामनगर में रहने वाली गर्भवती महिला नंदग्राम स्थित हेल्थ केयर अस्पताल में भर्ती थी। 16 अप्रैल को महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। महिला को जुकाम और खांसी की शिकायत थी। इसके चलते अस्पताल प्रशासन की ओर से एहतियातन गुरुग्राम की एक लैब से महिला का कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शनिवार को अस्पताल की ओर से स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में अवगत कराया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से महिला और उसके बच्चे को संयुक्त जिला चिकित्सालय में बने कोविड लेवल-2 में भर्ती कराया गया है।


सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया के महिला की पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उसके घर पर जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को पुलिस बल के साथ भेजा गया था। परिवार के सात लोगों को क्वारंटाइन किया गया है और उनके सैंपल को जांच लिए भेज दिए गए हैं। वहीं उसके घर के करीब एक किलोमीटर दायरे के क्षेत्र को सील किया जाएगा।


गाजियाबाद में संक्रमितो पर किया नियंत्रण

गाजियाबाद। गाजियाबाद में मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 57 तक पहुंच गया। इनमें दो की मौत हो चुकी है और 50 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनके अलावा 52 लोग स्वस्थ होकर घर भी चले गए हैं। स्वस्थ और पीड़ितों का आंकड़ा बराबर होने के चलते गाजियाबाद अभी भी ऑरेंज जोन में बना हुआ है। मगर श्रेणी की दृष्टि से बुधवार का दिन बहुत अहम है। दरअसल, शुक्रवार को यदि स्वस्थ होने वाले मरीजों से ज्यादा तादाद कोरोना पीड़ितों की हो गई तो गाजियाबाद फिर से रेड जोन में आ सकता है।


मार्च और अप्रैल में गाजियाबाद में हालात काबू में रहे। 30 अप्रैल तक 66 मरीज ही सामने आए, मगर पिछले पांच दिन 38 नए मरीज मिले हैं। इनमें पांच मरीज सबसे ज्यादा चिंता की वजह बने हैं। दरअसल इन पांचों को संक्रमण किससे मिला है, उनका पता नहीं चल पा रहा है। ऐसे में संक्रमण के तेजी से फैलने और गाजियाबाद के फिर से रेड जोन में जाने की आशंका कई गुना बढ़ गई है। सोमवार को नोएडा में खोड़ा के एक कोरोना मरीज की मौत हो गई। गौतमबुद्ध नगर के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग को मौत की जानकारी देते हुए इसके वाहक को ढूंढने के लिए पत्र लिखा है। दूसरी ओर गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग वाहक ढूंढने की जिम्मेदारी नोएडा प्रशासन पर डाल रहा है।


शराब-दुकानें खोलने का विरोधः संसद

अपनी सरकार के खिलाफ आए बीजेपी सांसद, कहा- शराब बिक्री बंद करें


कानपुर के बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने भी यूपी में शराब की दुकानें खोले जाने का विरोध किया है।
 
कानपुर। कानपुर लॉकडाउन के तीसरे चरण में केंद्र और राज्य सरकारों ने शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है। देश के अलग-अलग इलाकों में इन दुकानों को खोलने और शराब की बिक्री को लेकर नियम-कायदों के साथ दुकानें खोली भी जारी रही हैं और शराब के शौकीन बड़ी तादाद में उमड़ रहे हैं। इन सबके बीच समाज का एक वर्ग इन दुकानों को खोलने के खिलाफ है। कानपुर के बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने भी यूपी में शराब की दुकानें खोले जाने का विरोध किया है। उन्होंने इस बाबत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में सांसद ने कहा है कि रेड जोन में शराब की बिक्री बंद की जाए।


महंत ओमकार देव गिरी का निधन

प्रयागराज। दारागंज स्थित भगवान वेणी माधव मंदिर के महंत श्री स्वर्गीय ओमकार देवगिरी जी का निधन विगत 3 दिनों से भगवान बेनी माधव मंदिर के महंत श्री ओमकार देव गिरी जी महाराज शहर के फिनिक्स अस्पताल में भर्ती थे। आज लगभग 8:00 बजे उनका आकस्मिक निधन हो गया महाराज श्री 90 वर्ष के ऊपर की अवस्था से भगवान वेणी माधव मंदिर की सेवा कर रहे थे भगवान बेनी माधव की शोभायात्रा विगत कई वर्षों से शहर की पहचान बन गई है। उसका आरंभ आप ही के कर कमलों के द्वारा होता रहा है।अभी-अभी विगत मास में वैश्विक बीमारी कोरोना वायरस के खिलाफ आपके ही नेतृत्व में प्रयागराज सेवा समिति के माध्यम से भव्य यज्ञ हुआ था जिसमें क्षेत्र वासी यो ने बढ़कर चढ़कर यज्ञ में आहुति डालकर विश्व कल्याण की कामना किए थे उनके निधन से प्रयागराज सेवा समिति के अध्यक्ष पंडित धर्मराज पांडे  ने शोक व्यक्त किया भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक तीर्थराज पांडेय बचा भैया ने कहा कि महाराज श्री मंदिर के अलावा  अखाड़े की परंपरा वा सामाजिक गतिविधियों में धार्मिक परंपराओं को बढ़ावा देने में सदैव तत्पर रहते थे उनके न रहने से हम सब ने अपना एक अभिभावक खो दिया मंदिर के पुजारी विजय तिवारी अभिषेक दुबे  ने मंदिर की पट बंद कर सभी को इस दुख की घड़ी  मैं भगवान वेणी माधव सभी को साहस प्रदान करें।


अलगः पेड़ की डाल टूटने से 2 घायल

पेड़ की डाल टूटने से दो अलग-अलग स्थानों में दो घायल


सीएससी में कराया गया भर्ती


सुनील पुरी


फतेहपुर। तेज आंधी पानी के चलते दो अलग-अलग स्थानों में पेड़ की डाली टूट जाने से दो युवक घायल हो गए जिनको इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया काफी देर चले विचार के बाद जब दोनों की हालत में सुधार हुआ तो परिजन वापस घर ले गए।


जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के सिलावन गांव में तेज आंधी के चलते एक बड़े पेड़ की डाल टूट कर गिर गई जिसमें इकबाल खान उम्र 26 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गए घायल युवक को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया वहीं दूसरी ओर तेज आंधी के ही चलते पेड़ की डाल टूट जाने से जाफर गंज थाना क्षेत्र के तेजी पुर गांव निवासी प्रदीप कुमार उम्र 28 वर्ष घायल हो गए निजी वाहन से लाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया काफी देर दोनों का उपचार चलने के बाद जब हालत में सुधार हुआ तो परिजन वापस घर ले गए।


शहीद की जन्म स्थली पर नहीं है विकास

अमर शहीद मेजर सलमान खान की बरसी आज


परिजनों ग्रामीणों में नाराजगी अमर शहीद के जन्म स्थली में नहीं हुआ कोई विकास


सुनील पुरी


फतेहपुर। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से लड़ते समय 15 वर्ष पहले शहीद हुए मेजर सलमान खान की बरसी आज गुरुवार को है। इस मामले में परिजनों और ग्रामीणों इस बात की पीड़ा है कि अमर शहीद के जन्म स्थली में कोई खास विकास कार्य नहीं कराए गए।


बताते चलें कि सन 2005 में क्षेत्र के मिस्सी गांव के रहने वाले अमर शहीद मेजर सलमान खान जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से मुकाबला करते समय शहीद हुए थे। जिस समय मेजर सलमान खान शहीद हुए थे उसमें तत्कालीन सरकार ने तमाम वादे किए थे कि उनके जन्मस्थली गांव का विकास कराया जाएगा क्षेत्र में उनके नाम पर तमाम काम कराए जाएंगे लेकिन अभी तक कोई खास प्रगति नहीं दिखाई दे रही अमर शहीद मेजर सलमान खान के बड़े भाई इकरार खान ने पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि गांव में अमर शहीद मेजर सलमान खान के नाम पर बना पार पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है कोई पेड़ नहीं लगे दरवाजे भी टूट गए हैं कोई कार शासन प्रशासन द्वारा नहीं कराया गया वहीं दूसरी ओर अमर शहीद मेजर सलमान खान के रिश्तेदार मिस्सी गांव निवासी बाबर खान जोकि कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हैं ने कहा कि कई बार शासन प्रशासन से कहा गया कि अमर शहीद मेजर सलमान खान के नाम से प्रस्तावित डिग्री कॉलेज बनवा जाए लेकिन वह भी अभी तक लंबित पड़ा हुआ है। गुरुवार को अमर शहीद मेजर सलमान खान की बरसी है ऐसे में उन्हें एक बार फिर याद किया जाएगा।


कहासुनी, 2 पक्षों के बीच तांंडव, घायल

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार 


हापुड़ में जरा सी कहासुनी को लेकर दो पक्षों में हुआ


जमकर विवाद काफी देर तक चला दोनों पक्षों के बीच तांडव कई लोग घायल अस्पताल में भर्ती।


हापुड़ पुलिस प्रशासन में उस वक्त हड़कंप मच गया जब थाना सिंभावली क्षेत्र के गांव मुरादपुर में फायरिंग होने की सूचना सहित कई लोगों को घायल होने की जानकारी प्राप्त हुई सूचना मिलते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर। बच्चों के खेल खेल में हुए विवाद को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए और दोनों पक्षों में ईट पत्थर और लाठी-डंडे सहित दोनों तरफ से फायरिंग हो गई और झगड़े में कई लोग घायल हो गए सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे आला अधिकारी घायलों को कराया पास के निजी अस्पताल में भर्ती। मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी सहित आला अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ घटना की जानकारी में जुटे आखिर कई राउंड फायरिंग कैसे हुई और हथियार कहां से आए फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करते हुए आरोपियों की तलाश कर रही है।


शहीद के नाम पर सड़क का 'नामकरण'

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सेना और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की शहादत पर पत्नी व माता-पिता को 50 लाख रुपये की धनराशि, परिवार के एक सदस्य को नौकरी तथा शहीद के नाम पर एक सड़क का नामकरण किये जाने की घोषणा की है।


सरकारी प्रवक्ता ने बुधवार को यहां बताया कि योगी ने सेना और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की शहादत पर शहीद पत्नी व माता-पिता को 50 लाख रुपये की धनराशि तथा सरकारी नौकरी दिये जाने की घोषणा पहले ही की है। उन्होंने बताया कि राज्य में अब एक सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जायेगा।


उन्होंने बताया कि गाजीपुर निवासी सी0आर0पी0एफ0 के शहीद जवान अश्विनी कुमार यादव के परिवार को भी शासकीय प्राविधानों के अनुरूप यह सभी सहायता उपलब्ध करायी जाएगी। गौरतलब है कि गत सोमवार को जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) के तीन जवान शहीद हो गये थे। उसमें उत्तर प्रदेश के गाजीपुर निवासी अश्विनी कुमार यादव भी शामिल थे।


लॉकडाउन के उल्लंघन में 57 लोग अरेस्ट

लॉकडाउन के उल्लंघन में 57 लोग गिरफ्तार


गाजियाबाद। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले 57 लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ अलग अलग कुल 10 मुकदमे दर्ज किए हैं। इसी क्रम में बेवजह सड़क पर दौड़ने वाले 191 वाहनों का पुलिस ने चालान किया है। जबकि 11 वाहन जब्त किए गए हैं। यह रिपोर्ट पुलिस के कमांड कार्यालय से जारी हुई है। पुलिस की रिपोर्ट में बताया गया है कि लॉकडाउन-2 में सख्ती बढ़ा दी गई है। बिना वजह सड़क पर निकलने वालों के खिलाफ लगातार मुकदमे और गिरफ्तारी की कार्रवाई हो रही है। शनिवार को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से 57 लोगों को गिरफ्तार किया।


जनपद गाजियाबाद में नया आदेश जारी

शहनवाज अली


गाजियाबाद। प्रदेश सरकार की ओर से लॉकडाउन-3 के दौरान पोर्टल पर ऑनलाइन अनुमति दिए जाने के आदेश को निरस्त करते हुए नया आदेश जारी किया है, जिसमें उद्यमी सिर्फ शपथ पत्र देकर उद्योग को संचालित कर सकते हैं। इनमें करीब 12 हजार से अधिक इकाईयां शामिल हैं। शर्त है कि इकाईयां कंटेंनमेंट जोन या फिर औद्योगिक क्षेत्र के अलावा शहरी क्षेत्र में स्थित न हों।


कोरोना से बचाव के लिए सरकार ने 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ ही कोविड-19 के तहत दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पोर्टल पर ऑनलाइन प्रपत्रों को अपलोड कर अनुमति देने के आदेश जारी किए थे। इसमें औद्योगिक संगठनों ने उद्योग चलाने की अनुमति के लिए शर्तों को लेकर आपत्तियां लगा दी थी। शर्तों के साथ कंपनी चलाने की मंजूरीः जिले में दो दिन में जिला उद्योग केंद्र के पोर्टल पर कुल 1413 उद्योगों के लिए अनुमति मांगी गई और 587 को शर्तों के आधार पर मंजूरी दी गई। सरकार ने उद्यमियों की आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए मंगलवार देर रात उद्योग चलाने के लिए सिर्फ शपथ पत्र के आधार पर ही मंजूरी देने का शासनादेश जारी कर दिया। बुधवार दोपहर तक करीब 70 उद्यमियों ने 34 शपथ पत्र जिला उद्योग केंद्र कार्यालय की हेल्प डेस्क पर जमा कराए, जबकि ई-मेल पर करीब 45 उद्यमियों ने शपथ पत्र भेजे। अभी तक करीब 2080 ऑनलाइन व ऑफलाइन उद्योग चलाने के लिए अनुमति व शपथ पत्र दाखिल किए गए हैं। इनमें हैवी, मीडियम, स्माल व माइक्रो इंडस्ट्री शामिल हैं। इनमें शर्त है कि यह औद्योगिक क्षेत्रों के अलावा शहरी क्षेत्र के बाहर ही स्थित हों। शहर के भीतर या कंटेंनमेंट जोन की इकाईयों को संचालित करने की अनुमति नहीं होगी। मौजूदा आदेश के बाद ऐसी करीब 12 हजार से अधिक इंडस्ट्रीज चलाई जा सकती हैं।


शपथ पत्र में यह देना जरूरीः हाल ही में उद्योग चलाने के लिए आए शासनादेश में सिर्फ शपथ पत्र देने के बाद उद्योग चलाने की अनुमति होगी। यह शपथ पत्र जिलाधिकारी के नाम होगा और जिला उद्योग केंद्र में जमा कराया जाएगा, जिसमें इकाई का नाम, कहां-कहां रजिस्ट्रेशन कराया है, कर्मचारी कितने हैं और उनके नामों की सूची एवं कोविड-19 के सभी दिशा-निर्देशों का पालन के साथ ही कंटेनमेंट जोन में न हो।


जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त बीरेंद्र कुमार ने बताया कि शासनादेश के अनुसार उद्योगों को शपथ पत्र देकर संचालित किया जा सकता है। इसमें कंटेंनमेंट जोन पर निगरानी की जरूरत होगी। अभी ऑनलाइन अनुमति में हर प्रपत्र को जांच परखकर अनुमति प्रदान की जा रही थी। अब यह देखना जरूरी होगा कि शपथ पत्र देने वाला प्रतिबंधित स्थान पर तो उद्योग नहीं चला रहा है। बावजूद इसके मौजूदा समय में उद्यमियों के साथ कर्मचारियों को भी जिम्मेदारी के साथ सावधानी बरतने की जरूरत है।


सीएम की झूठी खबर फैलने से सनसनी

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निधन की झूठी खबर सोशल मीडिया पर फैलने से राज्य में सनसनी फैल गई। पूरी तरह स्वस्थ मुख्यमंत्री के बारे में इस तरह की अफवाह फैलाने वाले की तलाश शुरू हो गई है। राज्य के पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक खुमार ने संवाददाताओं को बताया कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक देहरादून को मामला दर्ज कर, दोषी को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।


3 माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए

लखनऊ। इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती मामले में सरकार द्वारा तय किए गए मानकों पर मुहर लगाई है। न्यायालय ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि तीन माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए। न्यायालय ने कटऑफ अंक बढ़ाने के सरकार के फैसले को सही बताया है।


न्यायमूर्ति पंकज कुमार जायसवाल और न्यायमूर्ति करुणेश सिंह पवार की खंडपीठ ने सरकार द्वारा तय किए गए मानकों पर मुहर लगाई। न्यायालय ने सरकार द्वारा तय किये गये मानको 90/97 पर मुहर लगाते हुये तीन माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया। इस आदेश के तहत सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी 65 फीसद और अन्य आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी 60 फीसद अंक पाकर उत्तीर्ण होंगे।


हमले पर 6 माह से लेकर 10 साल की सजा

लखनऊ। कोराना योद्धाओं की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण अध्यादेश, 2020 को मंजूरी दे गई है। इस नए कानून के तहत चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों और स्वच्छताकर्मियों के साथ ही शासन की तरफ से तैनात किसी भी कोरोना योद्धा से अभद्रता या हमले पर 6 माह से लेकर 7 साल तक की सजा का प्रावधान और 50 हजार से लेकर 5 लाख तक का जुर्माना हो सकता है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैबिनेट की बैठक हुई। इसमें उत्तर प्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण अध्यादेश, 2020 पर मुहर लगी है। नए कानून में चिकित्सक पैरामेडिकल स्टाफ , पुलिसकर्मियों, स्वच्छताकर्मी और सरकार द्वारा तैनात किसी भी कोरोना वारियर से अभद्रता या हमला करने वाले के लिए सात साल तक कैद और पांच लाख तक के जुर्माने की सजा का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही राज्य और जिला स्तर पर महामारी नियंत्रण प्राधिकरण गठित करने का निर्णय लिया गया है। राज्य स्तर पर मुख्य सचिव और जिले में जिलाधिकारी प्राधिकरण के अध्यक्ष होंगे। चिकित्सकों, सफोईकर्मियों, पुलिसकर्मियों एवं किसी भी कोरोना वॉरियर्स पर थूकने और आइसोलेशन तोड़ने पर भी इस कानून के तहत कड़ी कार्रवाई होगी। इस कानून के तहत कोरोना योद्धा के खिलाफ समूह को उकसाने या भड़काने पर भी कार्रवाई हो सकती है। इसके तहत दो वर्ष से पांच वर्ष तक की सजा का और पचास हजार से 2 लाख तक का जुर्माने का प्रावधान है। इस नए अध्यायदेश के अनुसार, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य महामारी नियंत्रण प्राधिकरण बनेगा, जिसमें मुख्य सचिव सहित सात अन्य अधिकारी सदस्य होंगे। दूसरा तीन सदस्यीय जिला महामारी नियंत्रण प्राधिकरण होगा, जिसके अध्यक्ष डीएम होंगे। राज्य प्राधिकरण महामारी के रोकथाम नियंत्रण से संबंधित मामलों में सरकार को परामर्श देगा, जबकि जिला प्राधिकरण जिले में विभिन्न विभागों के क्रियाकलापों के साथ समन्वय स्थापित करेगा।


कोरोना महामारी को देखते हुए क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर एक से तीन साल की सजा और जुर्माना दस हजार से एक लाख तक का होगा। अस्पताल से भागने वालों के खिलाफ एक वर्ष से तीन वर्ष सजा और जुर्माना दस हजार एक लाख तक होगा। अस्पतालों और क्वारंटाइन सेंटरों में अश्लील एवं अभद्र आचरण करने पर एक से तीन साल की सजा और पचास हजार से एक लाख तक का जुर्माना होगा। इसमें लॉकडाउन तोड़ने और इस बीमारी को फैलाने वालों के लिए भी कठोर सजा का प्रावधान है। अध्यादेश के मुताबिक, अगर कोई कोरोना मरीज स्वयं को छिपाएगा तो उसे 1 वर्ष से लेकर 3 वर्ष की सजा हो सकती है और 50 हजार से एक लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। अगर कोरोना मरीज जानबूझ कर सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से यात्रा करता है तो उसके लिए 1 से 3 साल तक की सजा और 50 हजार से 2 लाख तक का जुर्माना देना पड़ सकता है।


राहुल ने मंदिर पहुंचकर 'हनुमान' के दर्शन किए

राहुल ने मंदिर पहुंचकर 'हनुमान' के दर्शन किए  संदीप मिश्र  लखनऊ। रायबरेली के दौरे पर पहुंचे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने...