बुधवार, 6 मई 2020

कृषि उत्पादन-सुरक्षा को रेखांकित किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि नोवल कोरोना विषाणु से फैली वैश्विक महामारी ने कृषि उत्पादन एवं खाद्य सुरक्षा के महत्व को पुनः रेखांकित किया है। आनंदीबेन पटेल ने चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा ‘‘कोविड-19 वैश्विक महामारी प्रबन्धन के लिए कृषि उत्पादन एवं सहयोगी प्रणाली: अनुभव साझेदारी एवं रणनीतियां” विषयक तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबकाॅन को राजभवन से सम्बोधित कर रहीं थीं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकारों के सामने उत्पादन एवं आपूर्ति चेन को बनाये रखना बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि देश में कृषि उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाना तथा कृषि विकास की सतत् प्रक्रिया को जारी रखना केन्द्र एवं राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है।


राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कोविड 19 लाॅकडाउन के कारण खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में शिथिलता आने के कारण वैश्विक कुपोषण की समस्या एक दूसरा पक्ष भी है। सरकार एवं गैर सरकारी संस्थाएं सबको भोजन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही हैं परन्तु इसमें जन-सहभागिता भी आवश्यक है। देश व प्रदेश की सरकारें प्रसार सेवाओं के माध्यम से भी कृषि उत्पाद को बेचने, खरीद में किसान उत्पादक संघों द्वारा कृषि उत्पादनों के उचित दाम प्राप्त करने के लिए प्लेटफार्म तैयार कर एवं गांव से शहरों की ओर पलायन रोकने के लिए समुचित कदम उठा रही हैं।


उन्होंने कहा कि फसलों में कटाई के बाद होने वाले नुकसान को रोकने के लिए वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज, कोल्ड चेन सुविधा द्वारा दूध एवं अन्य शीघ्र नष्ट होने वालों पदार्थों को हानि से बचाने के लिए क्षमता विकास एवं उचित बाजार मूल्य उपलब्ध कराने की आज बड़ी आवश्यकता है। आनंदीबेन पटेल ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये जाने के लिए आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा औषधीय एवं सगंधीय पौधों के उपयोग के परामर्श पर बल देते हुये कहा कि हल्दी, अदरक, लहसुन, चुकन्दर, आंवला, पालक, ब्रोकली, नींबू वर्गीय फल, अनार, पपीता, पोदीना, तुलसी, अश्वगंधा, सौफ, लौंग, कालीमिर्च एवं गिलोय जैसे हर्बल उत्पादों का प्रयोग कर वायरस जन्य बीमारियों के विरूद्ध प्रतिरक्षण प्रणाली को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।


उन्होंने कहा कि कोविड 19 महामारी एवं लाॅकडाउन के समय कृषि संयुक्त प्रणाली की उपयोगिता अत्यन्त महत्वपूर्ण हो गयी है। इसके तहत दूर संवेदन प्रणाली, कृषि विपणन, कृषि कार्यों में आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस, कृषि ड्रोन एवं परिशुद्ध खेती आदि के अनुसंधान एवं इसके उपयोग को बढ़ावा देने की नितान्त आवश्यकता है, जिससे भविष्य में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं के समय भी कृषि व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जा सके। प्रतिकूल मौसम से बचने एवं अनुकूल मौसम से अधिकाधिक लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को मौसम आधारित कृषि परामर्श सेवाएं एवं एसएमएस सेवा द्वारा कृषि पूर्वानुमान उपलब्ध कराया जाये। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि सम्मेलन के विभिन्न व्याख्यानों एवं चर्चाओं के आदान-प्रदान एवं कृषि वैज्ञानिकों की संस्तुतियों से देश की कृषि उत्पादन एवं सहयोगी प्रणाली को सुदृढ़ करने में निश्चित रूप से सहयोग मिलेगा।


इससे पूर्व प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने सम्मेलन को ऑनलाइन सम्बोधित करते हुये कहा कि मौसम परिवर्तन से कृषि फसलों को हो रही क्षति से किसानों को कैसे बचाया जाये, इस पर विशेष मंथन किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादकता में वृद्धि हेतु कृषि वैज्ञानिकों द्वारा इस तरफ विशेष ध्यान देकर ऐसी तकनीक एवं अधिक उत्पादन देने वाले उन्नतशील बीज तैयार किए जाने की आवश्यकता है, जिससे प्रति हेक्टेयर पैदावार में अपेक्षित वृद्धि हो सके क्योंकि प्रति हेक्टेयर पैदावार में हम बांग्लादेश व श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों से भी पीछे हैं। इस वेबकाॅन में पद्म विभूषण डा0 राम बदन सिंह, पद्मश्री डा0 ब्रह्म सिंह, कुलपति चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय डाॅ0 डी आर सिंह सहित कृषि वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ, छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने एक स्मारिका का ऑनलाइन विमोचन भी किया।


10 उड़ानों से 2300 की होगी वापसी

नई दिल्ली। विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए गुरुवार से शुरू हो रहे मिशन के पहले दिन 10 उड़ानों में करीब 2,300 यात्रियों की वतन वापसी होगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 07 मई को सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया सात और उसकी सहयोगी कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस तीन उड़ानों का परिचालन करेगी। इनमें लगभग 2,300 लोगों को लाये जाने की योजना है।


बोर्डिंग से पहले हर यात्री की स्क्रीनिंग की जायेगी और जिनमें कोविड-19 के लक्षण होंगे उन्हें टिकट होने के बावजूद विमान में सवार होने की अनुमति नहीं दी जायेगी। संयुक्त अरब अमीरात के अबुधाबी से एक उड़ान कोच्चि के लिए और दुबई से एक उड़ान कोझिकोड़ के लिए रवाना होगी। दोनों में 200-200 यात्रियों को लाया जायेगा और उनका परिचालन एयर इंडिया एक्सप्रेस करेगी।


एयर इंडिया एक्सप्रेस की तीसरी उड़ान कतर के दोहा से कोच्चि के लिए होगी जिसमें 200 लोगों को स्वदेश लाया जायेगा। एयर इंडिया सऊदी अरब के रियाद से कोझिकोड़ (200 यात्री), ब्रिटेन के लंदन से मुंबई (250 यात्री), सिंगापुर से मुंबई (250 यात्री), मलेशिया के कुआलालम्पुर से दिल्ली (250 यात्री), अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से मुंबई होते हुये हैदराबाद (300 यात्री), फिलिपींस के मनीला से अहमदाबाद (250 यात्री) और बंगलादेश के ढाका से श्रीनगर के लिए (200 यात्री) एक-एक विमानों का परिचालन करेगी।


विदेशों से भारतीयों को लाने के सरकार के फैसले के बाद नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को बताया कि पहले एक सप्ताह में 07 मई से 13 मई के बीच 64 विशेष उड़ानों में 12 देशों से 14,800 भारतीयों को स्वदेश लाने की योजना है। इन यात्रियों को किराये का खर्च स्वयं वहन करना होगा। किराया मंत्रालय की ओर से तय किया गया है। अमेरिका से भारत का किराया एक लाख रुपये और ब्रिटेन से 50 हजार रुपये रखा गया है।


27 हजार से अधिक लोगों को उनके देश भेजा गया
दिल्ली हवाई अड्डे से अब तक 27,500 से ज्यादा विदेशियों को उनके देश भेजा जा चुका है। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) के एक प्रवक्ता ने बताया कि 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद से नियमित वाणिज्यिक उड़ानें भले बंद हैं, लेकिन विशेष उड़ानों से अब तक 44 देशों के नागरिकों को दिल्ली हवाई अड्डे के रास्ते वायु मार्ग से स्वदेश भेजने की व्यवस्था की गयी है। इन उड़ानों में चार मई तक 27,500 से अधिक लोगों को भेजा गया है।


अलग-अलग मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर

श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों की ओर से चलाये गए घेराबंदी और तलाश अभियान (कासो) में दो अलग-अलग स्थानों में मुठभेड में तीन आतंकवादी मारे गए और दूसरी जगह मुठभेड़ में शीर्ष आतंकवादी कमांडर को सुरक्षा बलों ने घेर लिया है। इस दौरान जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के डर से भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) सहित सभी सेलुलर कंपनियों की मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बुधवार को कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से स्थगित कर दी गई और श्रीनगर सहित कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।


 
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार रात आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विश्वसनीय सूचना मिलने के बाद अवंतिपोरा के बेघपोरा में दूसरा घेराबंदी एवं तलाशी अभियान शुरू किया गया। बुधवार सुबह आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के एक शीर्ष कमांडर को घेर लिया गया है। उन्होंने बताया कि एक आंतकवादी मुठभेड़ में मारा गया। मारे गए आतंकवादी की पहचान की जा रही है।


सेना के एक अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों के छिपने की खुफिया सूचना के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी), सेना और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने कल रात पुलवामा के अवंतिपोरा के शारसली गांव में घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा जब सुरक्षा बल आंतकवादियों के छिपे हुए इलाके की ओर बढ़ रहे थे तभी आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया। सेना की जवाबी कार्रवाई के साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गयी और मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये। अभियान अभी भी जारी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के पुराने इलाके सहित घाटी के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। एक स्थानीय व्यक्ति ने यूनीवार्ता को बताया कि सुरक्षा बल लाउडस्पीकर के जरिये घोषणा करते हुए लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील कर रहे हैं। हिजबुल के शीर्ष कमांडर और घाटी में आतंकवाद के पोस्टर ब्यॉय बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जुलाई 2016 से नायकू संगठन का स्वयंभू प्रमुख बन बैठा था। उस पर 12 लाख रुपये का इनाम घोषित था और सुरक्षा बल एवं पुलिस उसकी पिछले आठ वर्षाें से तलाश कर रही थी। वह सोशल मीडिया पर आडियो क्लिप जारी कर युवकों काे आतंकवाद की राह पर आने के लिए प्रेरित भी करता था।


सेना के एक अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों के छिपने की खुफिया सूचना के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी), सेना और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने मंगलवार की रात पुलवामा के अवंतिपोरा के शारसली गांव में घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा जब सुरक्षा बल आंतकवादियों के छिपे हुए इलाके की ओर बढ़ रहे थे तभी आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया। सेना की जवाबी कार्रवाई के साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गयी और मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये।


आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के पुराने इलाके सहित घाटी के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण लोगों के आवागमन तथा उन्हें एकत्र होने पर पाबंदियां लागू हैं।


'पीएम केयर फंड' में पारदर्शिता जरूरी

नई दिल्ली। कांग्रेस लगातार पीएम केयर फंड पर सवाल उठा रही है। पहले जहां पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि इसका इस्तेमाल प्रवासियों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए, वहीं अब बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कोष को ‘पारदर्शी’ बनाया जाना चाहिए।


सिंघवी ने ट्वीट किया, पीएमओ इंडिया, नरेंद्र मोदी और एचएमओ इंडिया से पीएम केयर द्वारा दान के रूप में ली गई कुल राशि के हिसाब-किताब के बारे में पूछे हुए एक सप्ताह से अधिक समय हो गया है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है।सिंघवी ने कहा कि ‘पीएमओ की इस खास योजना को पारदर्शी होना चाहिए।’


उन्होंने कहा कि वैसे तो सरकार गुजरात में सिर्फ एक सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए परिवहन, भोजन आदि पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है और रेल मंत्रालय पीएम के कोरोना फंड में 151 करोड़ रुपये दान कर सकता है, तो फिर संकट की इस घड़ी में मुफ्त रेल यात्रा के बारे में क्यों नहीं सोचा जा रहा।


इससे पहले चार मई को सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा था कि संकट की इस घड़ी में भारत सरकार और रेल मंत्रालय घर वापस लौटने के लिए लोगों से रेल यात्रा का किराया और स्पेशल चार्ज वसूल कर रहे हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि इसलिए कांग्रेस पार्टी ने फैसला किया है कि इस तरह के विकट हालात देखकर कांग्रेस पार्टी हर प्रदेश में जरूरतमंद श्रमिक भाइयों और बहनों के घर लौटने के लिए रेल यात्रा का खर्च उठाएंगे। साथ ही सोनिया ने उम्मीद जताई कि प्रवासी भाई बहन सब जल्दी से जल्दी अपने प्रियजनों के पास पहुंच पाएंगे।


उन्होंने कहा था, मुझे उम्मीद थी कि दान के नाम पर आने वाले हजारों करोड़ का उपयोग राष्ट्र निमार्ताओं के लिए किया जाएगा और उन्हें मुफ्त यात्रा प्रदान की जाएगी, लेकिन मुझे दुख है कि ऐसा नहीं किया गया है।


यूपी में पेट्रोल 2 डीजल 1 रूपये महंगा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लॉकडाउन के चलते हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ा दिया है। इससे यहां पेट्रोल 2 रुपए और डीजल 1 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया है।यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि 71.91 पैसे रुपए पेट्रोल की कीमत है 2 रुपए महंगा होने के बाद यह 73.91 पैसे हो जाएगा। डीजल की कीमत 62.85 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 63.86 रुपए प्रति लीटर हो जाएगी। कीमत आज रात 12 बजे से लागू होगी। यह निर्णय राज्य के संसाधनों को बढ़ाने के लिए लिया गया है।इससे पहले केंद्र सरकार ने मंगलवार रात को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया। इसका ग्राहकों की जेब पर बोझ तो नहीं पड़ा, लेकिन इस बढ़ोतरी के बाद लोगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटी कीमतों का कोई भी फायदा नहीं मिल पाएगा।
दिल्ली सरकार ने की शुरुआत
मंगलवार को दिल्ली सरकार के ईंधन पर वैट (मूल्य वर्द्धित कर) बढ़ाने की घोषणा की। इसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 1.67 रुपये और डीजल 7.10 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया। इसके बाद दिल्ली में डीजल का भाव मेट्रो शहरों में सबसे ऊंचा हो गया है। हालांकि पेट्रोल अभी भी सभी मेट्रो शहरों से सस्ता बना हुआ है।


रानी के इस्तीफे से सियासत गरमाई

लॉकडाउन में ढील मिलते ही व्यक्तिगत सुरक्षा का कारण बताकर इस्तीफा दिया था रानी नागर ने
नई दिल्ली/चंडीगढ़। हरियाणा 2014 कैडर की आईएएस रानी नागर के इस्तीफे पर सियासत गरमा गई है। रानी नागर के बचाव में विपक्षी दल कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित नागर व यूपी की पूर्व सीएम मायावती आ गई है। मायावती ने तो ट्वीट करते हुए हरियाणा के सीएम को कहा है कि महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों? बता दें कि रानी नागर ने अपनी जान को खतरा बताते हुए लॉकडाउन खत्म होने के बाद आईएएस के पद से इस्तीफा दे दिया था और अपने शहर गाजियाबाद चली गई थी। 
हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को, ’नौकरी के दौरान अपनी जान को खतरा’ के कारण अन्ततः अपनी नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण। महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों?


 यूपी की सीएम मायावती ने ये किया है ट्वीट
यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को नौकरी के दौरान अपनी जान को खतरा के कारण अन्ततः अपनी नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण। महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों?
कांग्रेस पूर्व विधायक ललित नागर बोले-उत्पीड़न से तंग आकर दिया रानी ने इस्तीफा
कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित नागर ने कहा कि सरकार ने रानी नागर की शिकायत सुनन की जहमत नहीं उठाई, जिसका नतीजा यह हुआ कि रानी ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार एक तरफ तो बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का नारा देती है, लेकिन बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। रानी नागर की शिकायत के बावजूद जांच तक नहीं की गई। उसे घर तक नहीं दिया गया। गाड़ी नहीं दी गई। आईएएस बेटी असुरक्षित थी। उत्पीड़न में थी, इसी से दुखी होकर उसने इस्तीफा दिया है। ललित नागर ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है और रानी के इस्तीफे को नामंजूर करने की अपील की है।


हरियाणा में मरीजों की संख्या- 557

बुधवार को 4 मरीजों को अस्पताल से मिली छुट्टी, अब तक कुल 260 मरीज ठीक हुए


राज्य में 289 एक्टिव मरीज अभी भी अलग-अलग शहरों के अस्पतालों में भर्ती


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में कुल मरीजों की संख्या 557 पहुंच गई है। बुधवार को 7 नए मरीज सामने आए हैं। गुड़गांव में 3, पानीपत में 2 और फरीदाबाद और झज्जर में एक-एक संक्रमित मिला। वहीं, बुधवार को गुड़गांव से चार मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। राज्य में अब तक कुल 260 मरीज ठीक हो चुके हैं। इस समय 289 एक्टिव मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं।
वहीं गुड़गांव में एक डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉक्टर ईएसआई अस्पताल में कार्यरत है। वे मूल रूप से फरीदाबाद के रहने वाले हैं, ऐसे में उन्हें फरीदाबाद के मरीजों में जोड़ा जा रहा है। हालांकि वह संक्रमित गुड़गांव में हुए हैं और वह ड्यूटी करने के बाद पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में रह रहे थे। रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर उन्हें प्राइवेट अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है। संक्रमित पाए गए डॉक्टर अभी तक 25 अन्य लोगों के संपर्क में आ चुके हैं।
पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से गुड़गांव में तीन और संक्रमित मिले
गुड़गांव में तीन संक्रमित मिलने के बाद कुल संक्रमित पेशेंट की संख्या बढ़कर 87 हो गई है। सिविल सर्जन डॉ. जेएस पूनिया ने बताया कि जिन तीन मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उनमें से एक मरीज सेक्टर-18, दूसरा सूरत नगर व तीसरा मरीज इस्लामपुर का रहने वाला है। तीनों कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। जिले में बीते पांच दिनों में अब तक 30 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है।
पिता के बाद बेटा भी संक्रमित
गुड़गांव में संक्रमित मरीजों में एक मरीज गांव इस्लामपुर का रहने वाला है। इसके पिता पहले ही कोरोना संक्रमित हैं। दूसरा मरीज सेक्टर-18 की रहने वाली महिला है और तीसरा मरीज सूरत नगर की रहने वाली महिला है और सूरत नगर स्थित स्वास्थ्य विभाग के अर्बन हेल्थ सेंटर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है।
हरियाणा में 557 पहुंचा आंकड़ा
हरियाणा में अब तक गुड़गांव में 87,  सोनीपत में 78, फरीदाबाद में 77, झज्जर में 65, नूंह में 59, अम्बाला में 37, पलवल में 36, पानीपत में 30, पंचकूला में 18, जींद में 10, करनाल में 9, यमुनानगर में 8, सिरसा में 6, फतेहाबाद में 5, हिसार, रोहतक में 4-4, भिवानी में 3. कुरुक्षेत्र और कैथल में 2-2, चरखी दादरी में एक पॉजिटिव मिला। इसके अलावा, मेदांता अस्पताल गुड़गांव में 14 इटली के नागरिकों को भी भर्ती करवाया गया था, जिन्हें हरियाणा ने अपनी सूची में जोड़ा है।
प्रदेश में अब कुल 260 मरीज ठीक हो गए हैं। नूंह में 53, गुड़गांव में 51, फरीदाबाद में 43, पलवल 32, पंचकूला में 17, अम्बाला में 11, करनाल और पानीपत में 5-5, सिरसा और सोनीपत में 4-4, यमुनानगर, भिवानी और हिसार में 3-3, कैथल, कुरुक्षेत्र, रोहतक में 2-2, चरखी दादरी, फतेहाबाद 1-1 मरीज ठीक होने पर घर भेजा गया। 14 मरीज इटली के भी ठीक हुए हैं। इनके समेत कुल आंकड़ा 241 हो जाता है।
प्रदेश में अब तक 133 जमाती संक्रमित मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा नूंह जिले से हैं। यहां कुल 42 जमाती संक्रमित पाए गए। इसके अलावा, पलवल 31, फरीदाबाद 23, गुड़गांव 15, अम्बाला 5, पंचकूला 7, यमुनागर 3, भिवानी 2, कैथल, जींद, चरखी दादरी, फतेहाबाद और सोनीपत में एक-एक मरीज संक्रमित मिला। यह सभी मरकज से लौटे थे। जिन्हें अलग-अलग मस्जिदों और गांवों से पकड़ा गया था।


दिल्लीः संक्रमण 5 हजार के करीब

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। मई की शुरुआत से ही बड़ी संख्या में मामले समाने आ रहे हैं। सोमवार को भी 349 मामले सामने आए। वहीं पिछले चार दिन में 1383 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इस वजह से कोरोना के मामले पांच हजार के करीब पहुंच गए हैं।  


दिल्ली के एक आर्मी अस्पताल में 24 लोग कोरोना संक्रमति पाए गए हैं। राजधानी दिल्ली में ITBP के 45 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।  कानून मंत्रालय की बिल्डिंग के कुछ हिस्से को सील कर दिया गया है। मंत्रालय का एक अफसर पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। एम्स में ओपीडी सेवा दोबारा शुरू करने के लिए तैयारी शुरू हो गई है। सभी विभाग कोरोना के संक्रमण के बीच इलाज का प्रोटोकॉल तैयार करने में लगे हैं। उम्मीद है कि इस सप्ताह ओपीडी शुरू हो जाएगी।  सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के 13 कर्मियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि 9 संक्रमित कर्मी दिल्ली के घिटोरनी क्षेत्र में तैनात 25वीं बटालियन के हैं, जबकि अन्य 4 संक्रमित अलग-अलग बटालियनों में तैनात हैं। कोरोना संकट के कारण केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का मुख्यालय सील किए जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुख्यालय के पहले और दूसरे तल को भी सील कर दिया गया। सोमवार को 69 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली अब तक दिल्ली में 1431 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक कुल 4898 लोग कोरोना से पीडि़त हुए हैं। दिल्ली में अब तक 64 लोगों की मौत हुई है। पिछले दो दिन में मौत का मामला सामने नहीं आया है। मौजूदा समय में 3403 मरीज उपचाराधीन हैं। इसमें से 438 मरीज अपने घर में आइसोलेशन में हैं। 13 कोविड केयर सेंटरों में 832 लोग भर्ती किए गए हैं। 181 मरीज कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा 12 अस्पतालों में 1096 मरीज भर्ती किए गए हैं। 75 लोग आइसीयू में हैं और 11 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। अब तक 64 हजार लोगों की जांच की गई मौजूदा समय में 90 कंटेनमेंट जोन यानी सील क्षेत्र हैं। सोमवार को कैट्स एंबुलेंस के लिए 144 लोगों की कॉल आई। वहीं हेल्पलाइन नंबर पर 1236 कॉल आए। दिल्ली में कोरोना के मामले अचानक अधिक बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग यह मान चुका है कि यहां संक्रमण लंबे समय तक बरकरार रहेगा। कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ तो यह भी कहने लगे हैं कि दिल्ली में अब समुदाय में संक्रमण शुरू हो चुका है। केंद्र के निर्देश पर दिल्ली की मौजूदा हालत की पड़ताल में जुटी एम्स व राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की टीम के सदस्य भी कहते हैं कि जिस तरह के साक्ष्य सामने आ रहे हैं । उससे स्पष्ट है कि दक्षिणी पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली व उत्तर पूर्वी दिल्ली में समुदाय में संक्रमण फैल चुका है।


महाराष्ट्र में रोजाना बढ़ रहा 'सिरदर्द'

महाराष्ट्र में लगातार बढ़ रहा सिरदर्द


मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि बीते 24 घंटे में 841 नए मामले सामने आए हैं। वहीं राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के कारण 34 लोगों की मौत हुई है। मुंबई में पिछले 24 घंटे में Covid-19 के 635 नए मामले सामने आए हैं जबकि 24 घंटे में 26 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 15525 हो गई है, वहीं राज्य में कोरोना से अब तक 617 लोगों की मौत हुई है।


महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के स्टोरेज टैंक से गैस रिसाव होने के बाद पास की बर्ड सेंक्चुअरी में करीब 30 बंदरों और 14 कबूतरों की मौत हो गई। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पनवेल तालुका के पोसरी में गुरुवार रात बीपीसीएल यूनिट के टैंक से गैस रिसाव हुआ जिससे करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित कर्नाला पक्षी अभयारण्य में जहरीली गैस के कारण पशु-पक्षियों ने दम तोड़ा। इस घटना के संबंध में बीपीसीएल से जुड़े सात लोगों सहित आठ लोगों और जेसीबी मशीन के चालक को हिरासत में लिया गया है।


 


39 करोड लोगों को 34800 करोड

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से निपटने के लिए लागू किये गये लॉकडाउन के मद्देनजर शुरू की गयी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 39 करोड़ लोगों को 34800 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी गयी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गत 26 मार्च को इस योजना की घोषणा की थी और तब से पांच मई तक यह राशि डिजिटल भुगतान के माध्यम से वितरित की गई। 
इस योजना के अतिरिक्त सरकार ने मु़फ्त में अनाज देने की घोषणा की थी। इसके साथ ही महिलाओं, किसानों और गरीब वरिष्ठ नागरिकों को नकद राशि भी सीधे बैंक खातों में दी गयी है। इस योजना के तहत पी एम किसान के 8.19 करोड़ लाभार्थियों को 16394 करोड़ रुपये की पहली किश्त दी गयी है। 20.05 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों को 10025 करोड़ रुपये हस्तातंरित किये गये हैं।


गत पांच मई तक 5.57 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों को 2785 करोड़ रुपये की राशि हस्तातंरित की गयी। इस योजना के तहत 2.82 करोड़ वृद्धों , विधवाओं और दिव्यांगों को 1405 करोड़ रुपये हस्तातंरित किये गये हैं। भवन निर्माण से जुड़े 2.20 करोड़ श्रमिकों को 3492.57 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गयी है। इस योजना के तहत प्रधानमंत्री उज्जवाला योजना के 5.09 करोड़ रसोई गैस सिलेंडर बुक किये गये हैं जिसमें से 4.82 करोड़ सिलेंडर डिलीवर किये जा चुके हैं।


लॉक डाउन-3 के बाद क्या करेगी सरकार

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि तीसरे चरण का लॉकडाउन समाप्त होने के बाद सरकार इस मसले पर क्या रणनीति अपना रही है इसका उसे खुलासा करना चाहिए। सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोराना वायरस ‘कोविड-19′ और लॉकडाउन के बाद की स्थिति पर विचार विमर्श करते हुए बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार को बताना चाहिए कि 17 मई के बाद क्या स्थिति होगी।


उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लॉकडाउन को मापने के लिए क्या मापदंड अपना रही है और वह इस बारे में 17 मई के बाद क्या और कैसी नीति अपना रही है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोनिया गांधी का समर्थन किया और कहा कि अब यह जानने की आवश्यकता है कि तीसरे चरण का लॉकडाउन खत्म होने के बाद क्या होगा।


 


4 राज्य में संक्रमण 30 हजार के पार

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप देशभर में तेजी से बढ़ रहा है जिसके कारण महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और तमिलनाडु में कुल 30932 लोग संक्रमित हुए हैं जो देश के सभी मामलों का 60 प्रतिशत से अधिक है। इसके अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान में कोरोना के मामले तीन हजार के आंकड़ें को पार कर गए हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार देश भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 49391 तक पहुंच गयी है जबकि इस महामारी के कारण मरने वालों का आंकड़ा 1694 हो गया है। अब तक 14183 लोगों को स्वस्थ होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।


दिग्विजय पर मामला दर्ज करने की मांग

नई दिल्ली। सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) दिल्ली ने महाराष्ट्र के नांदेड़ में फंसे सिख श्रद्धालुओं की तुलना तब्लीगी जमात से करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत करके मामला दर्ज करने की मांग की है।


मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर नांदेड में फंसे सिख श्रद्धालुओं की तुलना तब्लीगी जमात से की थी। सिख समुदाय ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। ऐसी रिपोर्ट हैं कि नांदेड से सिख श्रद्धालुओं को पंजाब लाने पर इनमें बड़ी संख्या में कोरोना वायरस पाॅजिटिव पाये गए हैं। इसके बाद पंजाब में वायरस संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ था। कमेटी के दिल्ली अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिग्विजय सिंह के बयान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा यह भावनाएं भड़काने की ओछी राजनीति है। उन्होंने कहा की नांदेड़ से महाराष्ट्र सरकार ने सिख श्रद्धालुओं को भेजा था यह कोई वहां से भागे नहीं हैं लेकिन कांग्रेस नेता ने सिख समाज की गलत छवि पेश की है। दिग्विजय ने कहा की कमेटी ने पुलिस में शिकायत देकर कांग्रेस नेता पर मामला दर्ज करने की मांग की है।


दिल्ली के टिकरी कलां में जबरदस्त आग

नई दिल्ली। देश की राष्ट्रीय राजधानी में एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां के टिकरी कलां इलाका स्थित पीवीसी मार्केट में आग लग गई है। इससे मौके पर अफरातफरी मच गई है। मौके पर दमकल की 36 गाड़ियों को आग पर काबू करने के लिए लगाया गया है। अभी तक किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि रात तकरीबन 2:30 बजे के आसपास मार्केट में आग लगी। इसके बावजूद अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। यदि दिल्ली में पिछले 6 महीने की घटनाओं पर नजर डालें तो यहां अग्निकांड के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। सबसे बड़ा और भयानक अग्निकांड मामला बीते 8 दिसंबर को सामने आया था, तब रानी झांसी रोड स्थित अनाज मंडी में भीषण आग लग गई थी। दिल्‍ली पुलिस ने इस भीषण अग्निकांड में 43 लोगों के मरने की पुष्टि की थी। वहीं, राहत एवं बचाव दल के सदस्‍यों ने 50 से ज्‍यादा लोगों को बचाने की बात कही थी। जानकारी के मुताबिक, आग लगने की यह घटना गत्‍ते की एक फैक्‍ट्री में हुई थी।


 


तेलंगना में 29 मई तक बढ़ा लॉक डाउन

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। कामधंधे ठप्प होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उधर, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने राज्य में लॉकडाउन की मियाद को 29 मई तक बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए हैं। देश भर में फिलहाल 17 मई तक लॉकडाउन का आदेश दिया गया है। तेलंगाना ऐसा पहला राज्य है, जिसने अपने प्रदेश में लॉकडाउन की मियाद बढ़ाई है। सीएम ने कहा है कि प्रदेश में शाम 7 बजे से कर्फ्यू लगाया जाएगा, इसलिए लोगों से अनुरोध है कि वह 6 बजे तक जरूरी सामान आदि लेकर अपने घर लौट आएं। तेलंगाना में हुए फैसले ने इस बात की चर्चा तेज कर दी है कि केंद्र सरकार आने वाले वक्त में खुद भी लॉकडाउन की मियाद को आगे बढ़ा सकती है। तेलंगाना की केसीआर सरकार ने इस संबंध में एक डिटेल्ड गाइडलाइन जारी करते हुए लॉकडाउन की शर्तों का जिक्र किया है। सरकार ने कहा है कि जो भी लोग जरूरी सामान की खरीद के लिए जाना चाहते हैं, वह 6 बजे तक अपने घरों में वापस लौट आएं। इसके अलावा सीएम ने यह भी कहा है कि प्रदेश में अगर कोई भी लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। तेलंगाना देश का पहला ऐसा राज्य था, जिसने कि जनता कर्फ्यू के बाद अपने राज्य में कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया था। इसके अलावा शुरुआती तौर पर सीएम ने पुलिस को कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर पूरी सख्ती की छूट भी दी थी।


 


दिल्ली का संक्रमण नियंत्रण से बाहर

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। मई की शुरुआत से ही बड़ी संख्या में मामले समाने आ रहे हैं। सोमवार को भी 349 मामले सामने आए। वहीं पिछले चार दिन में 1383 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इस वजह से कोरोना के मामले पांच हजार के करीब पहुंच गए हैं।  


दिल्ली के एक आर्मी अस्पताल में 24 लोग कोरोना संक्रमति पाए गए हैं। राजधानी दिल्ली में ITBP के 45 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।  कानून मंत्रालय की बिल्डिंग के कुछ हिस्से को सील कर दिया गया है। मंत्रालय का एक अफसर पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। एम्स में ओपीडी सेवा दोबारा शुरू करने के लिए तैयारी शुरू हो गई है। सभी विभाग कोरोना के संक्रमण के बीच इलाज का प्रोटोकॉल तैयार करने में लगे हैं। उम्मीद है कि इस सप्ताह ओपीडी शुरू हो जाएगी।  सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के 13 कर्मियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि 9 संक्रमित कर्मी दिल्ली के घिटोरनी क्षेत्र में तैनात 25वीं बटालियन के हैं, जबकि अन्य 4 संक्रमित अलग-अलग बटालियनों में तैनात हैं। कोरोना संकट के कारण केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का मुख्यालय सील किए जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुख्यालय के पहले और दूसरे तल को भी सील कर दिया गया। सोमवार को 69 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली अब तक दिल्ली में 1431 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक कुल 4898 लोग कोरोना से पीडि़त हुए हैं। दिल्ली में अब तक 64 लोगों की मौत हुई है। पिछले दो दिन में मौत का मामला सामने नहीं आया है। मौजूदा समय में 3403 मरीज उपचाराधीन हैं। इसमें से 438 मरीज अपने घर में आइसोलेशन में हैं। 13 कोविड केयर सेंटरों में 832 लोग भर्ती किए गए हैं। 181 मरीज कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा 12 अस्पतालों में 1096 मरीज भर्ती किए गए हैं। 75 लोग आइसीयू में हैं और 11 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। अब तक 64 हजार लोगों की जांच की गई मौजूदा समय में 90 कंटेनमेंट जोन यानी सील क्षेत्र हैं। सोमवार को कैट्स एंबुलेंस के लिए 144 लोगों की कॉल आई। वहीं हेल्पलाइन नंबर पर 1236 कॉल आए।
दिल्ली में कोरोना के मामले अचानक अधिक बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग यह मान चुका है कि यहां संक्रमण लंबे समय तक बरकरार रहेगा। कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ तो यह भी कहने लगे हैं कि दिल्ली में अब समुदाय में संक्रमण शुरू हो चुका है। केंद्र के निर्देश पर दिल्ली की मौजूदा हालत की पड़ताल में जुटी एम्स व राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की टीम के सदस्य भी कहते हैं कि जिस तरह के साक्ष्य सामने आ रहे हैं । उससे स्पष्ट है कि दक्षिणी पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली व उत्तर पूर्वी दिल्ली में समुदाय में संक्रमण फैल चुका है।


संकट में राष्ट्रीय सोच का एकीकरण ?

संकट के समय राज्यों की सोच राष्ट्रीय नहीं बल्कि प्रादेशिक


नई दिल्ली। कोरोना जैसे राष्ट्रीय संकट को लेकर भी राज्यों की सोच राष्ट्रीय नहीं बल्कि प्रादेशिक ही है। हालांकि यह बात खुलकर सामने आ गई है और केंद्र से लेकर राज्यों तक ने इसे स्वीकार कर लिया है कि कोरोना से जंग लंबी है और हमें इसके साथ जीना सीखना चाहिए। लेकिन वह केवल अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने में जुटे हैं। हरियाणा सरकार की ओर से एक बयान आया कि उनके यहां पाए गए अधिकतर संक्रमित दिल्ली से आए थे। लिहाजा सीमा सील कर दी है। लेकिन दिल्ली क्या करे, जहां पूरे देश से लोग आते हैं।


शराब बिक्री के जरिए राजस्व उगाहने में शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का मापदंड टूटता है तो सेस बढ़ाया जाता है। लेकिन राज्यों के बीच आपसी समन्वय बढ़ाकर सीमाओं पर मुस्तैदी और सुरक्षा के लिए चाक चौबंद होने पर अब तक बात नहीं हो रही है। राज्यों के बीच समन्वय और संवाद की यह कमी हर किसी को परेशान कर सकती है।


आर्थिक सुधार की मंशा भी असफल

आर्थिक गतिविधि को धीरे-धीरे शुरू करने की मंशा भी हो रही ध्वस्त 


नई दिल्ली। दिल्ली में कार्यालय खुल गए हैं लेकिन नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद से दिल्ली आने जाने को रोका जा रहा है। दिल्ली से इन क्षेत्रों मे जाने वाले ट्रक भी रोके जा रहे हैं। ऐसे में लाखों लोगों के रोजगार पर तो सवाल खड़ा होगा ही लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधि को धीरे-धीरे शुरू करने की मंशा भी ध्वस्त हो रही है। केंद्रीय गृहमंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि उनकी ओर से गाइडलाइन है और उसमें इस तरह की रोक का प्रावधान नहीं है। यह स्थानीय प्रशासन और संबंधित राज्यों को बातचीत से दूर करना चाहिए। ध्यान रहे कि दिल्ली मे आम आदमी पार्टी की सरकार है और हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश में भाजपा की। केंद्र में भी भाजपा की सरकार है। अगर किसी के स्तर पर शुरूआत हो तो संवाद बढ़ाया जा सकता है।


गतिविधियों में छूट, काम पर लगाई रोक

दिल्‍ली में गतिविधियां शुरू, एनसीआर में काम पर लगाई जा रही रोक 


नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर का पूरा क्षेत्र भले ही चार राज्यों मे बंटा हुआ है लेकिन व्यावहारिक रूप से यह एक इकाई है राजनीतिक और आर्थिक रूप से बहुत अहम है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो लाखों करोड़ रुपये का उत्पादन करता है। आटो पार्टस, एपरेल, आइटी जैसे क्षेत्र में तो यह गढ़ है। लाखों लोग रोजाना रोजगार के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य जाते हैं। पूरा दिल्ली एनसीआर रेड जोन है। लेकिन लाकडाउन 3 में रेड जोन के अंदर भी कंटेनमेंट एरिया को छोड़कर बाकी के क्षेत्रों मे परिवहन समेत उत्पादन व अन्य गतिविधियों को छूट दी गई है। इस छूट के बाद दिल्ली में तो गतिविधियां बढ़ती दिख रही हैं, लेकिन एनसीआर के बाकी क्षेत्र कटे हुए हैं। इन क्षेत्रों से दिल्ली आने जाने वालों पर लगातार रोक लगाई जा रही है। यहां तक कि आवश्यक सेवाओं को भी रोका जा रहा है। जाहिर है कि ऐसी स्थिति में लाखों लोगों के रोजगार पर भी संकट खड़ा हो सकता है।


लॉक डाउन के उद्देश्य पर पानी फिरेगा

नई दिल्ली। हर राज्य सत्ताधारी दल की राजनीतिक सोच के अनुसार नीतियों के आधार पर बंटे होते हैं। संकट यह है कि कोरोना महामारी भी इसे पाटने में बहुत सफल नहीं है। प्रवासी श्रमिकों को किसी भी तरह मूल राज्य में भेजने की तत्परता पहले दिखी, फिर उनसे रेल किराया भाड़ा वसूलने को लेकर विवाद उठा। समन्वय की यह कमी राज्यों की सीमाओं में प्रवेश को लेकर भी है। खासकर दिल्ली-एनसीआर में जिस तरह अलग- अलग राज्यों का रुख दिख रहा है वह लॉकडाउन में राहत की पूरी मंशा पर ही पानी फेरता दिख रहा है। यह इसलिए गंभीर है क्योंकि दिल्ली-एनसीआर जिसमें दिल्ली समेत नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद शामिल है, एक बहुत बड़े आर्थिक गतिविधि का केंद्र है। जहां सालाना लाखों करोड़ का न सिर्फ उत्पादन होता है बल्कि लाखों लोगों को रोजगार मुहैया कराता है।


कार्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन

विदिशा में संघ कार्यालय में रक्तदान करते हुए स्वयंसेवक।


विदिशा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शरद स्मृति न्यास एवं सेवा भारती द्वारा मधुकर अरिहंत विहार स्थित संघ कार्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिला प्रचार प्रमुख लाखन सिंह जाट ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा भारत में जगह जगह पर विभिन्ना प्रकार के सेवा कार्य किए जा रहे हैं। इसी के तहत 24 स्वयं सेवकों द्वारा 24 यूनिट रक्तदान किया गया। रक्तदान से पहले मुख्य द्वार पर सभी रक्तदानियों को सैनिटाइज किया गया। कार्यालय में ब्लड बैंक की टीम का शॉल एवं श्रीफल द्वारा सम्मान किया गया। इसके बाद रक्तदान प्रारंभ किया, जिसमें कार्यालय निवासरत प्रांतीय अधिकारी ओम प्रकाश सिसोदिया, विभाग प्रचारक कैलाश लववंशी, जिला प्रचारक दिनेश शर्मा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री विपिन, दिनेश सुमन, प्रेम सिंह धाकड़, नरोत्तम सोनी द्वारा रक्तदान किया गया। कार्यक्रम में महेंद्र सिंह रघुवंशी, गोवर्धन सिंह चौहान, विक्रम रघुवंशी, गोपाल खत्री, अशोक गर्ग इत्यादि उपस्थित रहे। जिला प्रचार प्रमुख लाखन सिंह जाट ने बताया कि स्वयंसेवकों द्वारा भोजन वितरण, मास्क वितरण आदि सेवाकार्य भी किए गए।


फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...