सोमवार, 27 अप्रैल 2020

मस्जिदः 2 दर्जन से अधिक लोगों की भीड़

ढाका। कोरोना के कहर के बीच दक्षिणी बांग्लादेश की एक स्थानीय मस्जिद में दो दर्जन से अधिक लोगों को नमाज के लिए एकत्रित करने वाले एक मौलवी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। रमजान के महीने में उन्होंने तकरीबन दो दर्जन लोगों का नमाज के दौरान नेतृत्व किया था।


बीडीन्यूज24 के अनुसार, मगुरा जिले के अदादंगा गांव की एक मस्जिद में मौलवी ने नमाज के लिए लोगों को इकट्ठा किया था। मौलाना के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रशासन वहां आने वाले अन्य 20-25 लोगों की सूची तैयार कर रहा है। वहीं, अगर किसी में भी कोरोना के लक्षण पाए गए तो उनका कोरोना का टेस्ट किया जाएगा। शालिकहा उप-जिले के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तनवीर रहमान ने बताया कि मस्जिद से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित मौलवी के बाघरपारा पशिचिमा गांव को लॉकडाउन कर दिया गया है। बांग्लादेश में अभी तक 5,416 कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा रविवार तक 145 लोगों की मौत हो चुकी हैैं।    
बांग्लादेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए छह अप्रैल से ही मस्जिदों में एकत्रित होकर नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी है। वहीं, इससे संबंधित मंत्रालय ने भी नोटिस जारी करके लोगों से घरों में रहकर नमाज पढ़ने की अपील की है।नोटिस में कहा गया है कि शुक्रवार की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिदों में ज्यादा से ज्यादा दस लोग ही एकत्रित हो सकते हैं। वहीं, कोरोना वायरस की वजह से पांच मई तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया गया है।


इंडोनेशियाः चमगादड़ों की बिक्री जारी

जकार्ता। कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया जूझ रही है। करीब 4 अरब लोग अपने घरों में कैद हैं और लाखों लोग मारे गए हैं। चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस का स्रोत चमगादड़ों का माना जा रहा है और वहां पर इसकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है। इस बीच इंडोनेशिया में चमगादड़ों की बिक्री धड़ल्‍ले से जारी है। आलम यह है कि चमगादड़ बेचने वाली दुकानों पर 'सोल्‍ड आउट' के बोर्ड लगे हैं।


जिंदा जानवरों की खरीद-फरोख्‍त के लिए पूरी दुनिया में कुख्‍यात उत्‍तरी इंडोनेशिया के टोमोहोन एक्‍सट्रीम मार्केट में कोरोना महामारी के बाद भी जिंदा जानवरों की बिक्री जारी है। इस मार्केट में काफी नमी रहती है जिससे कभी भी यहां से कोई महामारी फैल सकती है। इस बीच वैज्ञानिकों का कहना है कि इसी तरह के वातावरण वाली वुहान मार्केट से कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैला। हर दिन करीब 50 से 60 चमगादड़ बिक रहे। पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्‍था पेटा के सदस्‍यों ने अप्रैल महीने में टोमोहोन मार्केट का दौरा किया। ये लोग थाईलैंड के बैंकाक में स्थित एक मार्केट में भी गए थे। उन्‍होंने पाया कि इन बाजारों में फर्श खून से सनी हुई है। दुकानदार सूअर को काटकर उसे अपने खुले हाथों से लोगों को बेच रहे हैं। दुकानों के काउंटर पर सांप, कुत्‍ते, मेंढक और सूअर के मांस रखे हुए हैं।


मजदूरों की आवाजाही पर दिया आदेश

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लागू लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों की आवाजाही का मामला उच्चतम न्यायालय पहुंच चुका है। सोमवार को न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई की। जिसमें केंद्र सरकार को मामले की जांच करने और दो राज्यों के बीच मजदूरों की आवाजाही के मामले में कार्रवाई करने का आदेश दिया।


सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने पूछा कि इस जानकारी को कैसे सत्यापित किया जाएगा कि प्रवासी मजदूरों की आवाजाही बंद नहीं हुई है। इसपर याचिकाकर्ता ने अदालत को बताया कि वे लोगों को उनके मूल गांव वापस भेजेंगे। हालांकि गृह मंत्रालय की तरफ से किसी भी तरह की आवाजाही की इजाजत नहीं है। इस मामले में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सर्वोच्च अदालत से कहा कि गृह मंत्रालय ने मजदूरों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बता दें कि पिछले दिनों मंत्रालय ने मजदूरों की आवाजाही के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम जारी किया था। जिसमें मजदूरों को किसी भी तरह की अंतर-राज्य आवाजाही की अनुमति नहीं है। गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा था कि लॉकडाउन की वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए मजदूरों को कुछ शर्तों के साथ राज्य के अंदर उनके काम के स्थानों पर जाने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि तीन मई तक बढ़ाए गए लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को किसी भी तरह की अंतर-राज्य आवाजाही की इजाजत नहीं होगी।


अमेरिका में घटकर मौत का आंकड़ा 1330

वाशिंगटन। अमेरिका में आज कोविड 19 से 1330 मौतें दर्ज की गईं। ये आंकड़ा जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी टैली द्वारा जारी किया गया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि अमेरिका दूसरे देशों के साथ मिलकर काम कर रहा है और उन्हें यह समझा रहा है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान से हुई है। उन्होंने कहा कि वायरस कहां से आया यह समझाने की जिम्मेदारी चीन की है। उन्होंने बेन शापिरो शो में शुक्रवार को कहा कि चीन को दिसंबर 2019 से वायरस के बारे में पता था। उन्होंने कहा, 'हमें अमेरिका में हुई मौतों और यहां जिस तरह के आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, उसके लिए जिम्मेदार पक्षों की जवाबदेही तय करनी होगी।'


देश में कोरोना संक्रमण फैलने की औसत दर भले ही लॉकडाउन के बाद कम हुई लेकिन तीन राज्यों में बढ़ते प्रकोप ने चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश में हालात चिंताजनक हैं। देशभर में कुल 826 मौतों में से दो तिहाई से ज्यादा (555 मामले) सिर्फ इन तीन राज्यों से हैं। इस लिहाज से दिल्ली चौथे और उत्तर प्रदेश छठे पायदान पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में एक दिन में 811 नए मरीज मिले। पिछले 6 दिन में 71 लोगों की मौत हुई है यानी औसतन हर दो घंटे में एक मरीज दम तोड़ रहा है।


महीनों बाद चीन के बंद स्कूल खुले

बीजिंग। कई महीनों के बंद के बाद चीन की राजधानी पेइचिंग के स्कूल सोमवार को खुले। बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने स्कूलों में वापसी की और वापसी को लेकर वे काफी खुश थे। इसकी वजह यह थी कि उन्हें कई दिनों बाद अपने दोस्तों से मिलने का मौका मिल रहा था। यूनिफॉर्म में आए इन बच्चों के कंधों पर बैग था। वहीं, इन बच्चों की जिंदगी में जो नई चीज आ गई है वह है मास्क। सभी बच्चों के फेस पर मास्क लगा हुआ था।


अनोखे यूनिफॉर्म के साथ लौटे बच्चेः हैंगजाउ में पहली कक्षा के बच्चे भी स्कूल लौट आए हैं। इस बार उनका अनुभव बिल्कुल अलग है क्योंकि उनका यूनिफॉर्म बदल गया है। दरअसल, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए उन्हें मास्क के साथ ही स्पेशल हेड गियर पहनाया गया है।


चीन ने सूचना के आरोपों को नकारा

बीजिंग। चीन के विदेश मंत्रालय ने यूरोपीय संघ की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें चीन पर संक्रमण को लेकर गलत सूचना देने का आरोप है। इसके पूर्व अमेरिका की राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने कोरोना के वैश्विक प्रसार के लिए चीन को उत्‍तरदायी माना है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने कोरोना की जानकारी को दुनिया के सामने साझा नहीं किया।


उसने सारी जानकारी छिपा कर रखी। उधर, चीन ने कहा कि उसने कोरोना को लेकर कोई दुष्‍प्रचार नहीं किया। चीन ने कहा है उसके पास इसके पोख्‍ता सबूत है। यूरोपीय संघ की विदेश नीति शाखा की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन एवं रूस कोरोना प्रसार के लिए जिम्‍मेदार हैं। चीन यूरोपीय संघ की एक रिपोर्ट को रेकना चाहता था, लेकिन बाद में यह रिपोर्ट जारी कर दी गई। बीजिंग ने यूरोपीय संघ पर इस रिपोर्ट को रोकने के लिए दबाव डाला था। बीजिंग ने कहा कि इस रिपोर्ट से दोनों के संबंधों में कटुता उत्‍पन्‍न होगी।


नियमों में बदलाव से भड़क गया चीन

FDI नियमों में बदलाव से भड़क गया है चीन


चीनी मीडिया दे रही फार्मा निर्यात रोकने की धमकी


दवाओं के लिए बेस माल जैसा होता है एपीआई भारत में करीब 85 फीसदी API चीन से आता है


बीजिंग। कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच चीन की कई देशों से तल्खी बढ़ रही है। अब इस सूची में भारत भी शामिल हो गया है। भारत द्वारा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नियमों में बदलाव से भड़के चीन की सरकारी मीडिया में यह माहौल बनाया जाने लगा है कि चीन हमारे देश में अपने फार्मा निर्यात को रोक सकता है। चीन से हमारे देश में फार्मा की बात करें तो सबसे ज्यादा दवाएं बनाने के लिए जरूरी एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट (API) आता है। क्या हम अपने देश में एपीआई बनाकर चीन की अकड़ खत्म नहीं कर सकते? क्या हैं आखिर समस्याएं, आइए जानते हैं...


क्या होता है एपीआईः सबसे पहले यह जान लें कि एपीआई क्या होता है। इसका मतलब होता है एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट। वि​श्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार तैयार फार्मा उत्पाद यानी फॉर्मुलेशन के लिए इस्तेमाल होने वाले किसी भी पदार्थ को एपीआई कहते हैं। गौरतलब है कि एपीआई ही किसी दवा के बनाने का आधार होता है, जैसे क्रोसीन दवा के लिए एपीआई पैरासीटामॉल होता है। तो आपने यदि पैरासीटामॉल का एपीआई मंगा लिया, तो उसके आधार पर किसी भी नाम से तैयार दवाएं बनाकर उसे निर्यात कर सकते हैं। तैयार दवाएं बनाने की फैक्ट्री में ज्यादा निवेश करने की जरूरत नहीं होती है और इसे लगाना आसान होता है।


ब्रिटेन पीएम ने संभाल लिया कामकाज

लंदन। कोरोना से जंग जीतने के बाद एक हफ्ते पहले अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने सोमवार को अपने ऑफिस में फिर से कामकाज संभाल लिया। यूके की मीडिया के अनुसार, कोरोना से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए जॉनसन को 12 अप्रैल को डिस्चार्ज किया गया था। इसके बाद वह सोमवार को अपने ऑफिस 10, डाउनिंग स्ट्रीट पहुंचे और प्रधानमंत्री का कामकाज संभाला।


बोरिस की गैरमौजूदगी में ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब उनकी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। बीते हफ्ते ही ब्रिटेन के एक अखबार ने दावा किया था कि बोरिस जल्दी ही काम पर लौट सकते हैं। हालांकि इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा था कि फिलहाल जॉनसन के ऑफिस आने की तारीख तय नहीं है। उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ‘मैंने जॉनसन से बात की है। वह खुश हैं और निश्चित तौर पर उनके स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। लेकिन वह काम पर कब लौटेंगे, यह उनका और डॉक्टरों का मामला है।’ जॉनसन (55) को कोरोना वायरस की महामारी से ठीक होने के बाद 12 अप्रैल को सेंट थॉमस अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। अस्पताल से निकलने के बाद जॉनसन दो हफ्ते के लिए क्वारंटीन में चले गए थे। क्वारंटीन का वक्त पूरा होने के बाद जॉनसन ने अपने हेल्थ अडवाइजर्स से अस्पताल जाने को लेकर फीडबैक भी लिया था, जिसके बाद वह सोमवार को फिर से पीएम पद का कामकाज संभालने पहुंचे।


नाबालिक को नहीं मिलेगा 'मृत्युदंड'

रियाद। सऊदी अरब के किंग सलमान ने किया नाबालिक को मौत की सजा नहीं देने का आदेश जारी किया। देश के एक शीर्ष अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है। किंग ने 10 साल की कैद काट चुके लोगों के मामलों की समीक्षा करने और उनकी आगे की सजा माफ करने का भी आदेश दिया है। पिछले दो दिन में यहां की दो कठोर सजा खत्म की गई है। शनिवार को यहां कोड़े मारने की सजा पर रोक लगाई गई थी। सुप्रीम कोर्ट के सजा के तरीके पर टिप्पणी करने के बाद यह फैसला किया गया था। अब यहां कोड़े मारने की सजा को जेल या जुर्माने में बदला गया है।


ऐसा माना जा रहा है कि किंग सलमान के बेटे और क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान की वजह से इस्लामिक कानून के तहत कठोर सजा के प्रावधान बदले गए हैं। इस्लामिक कानून कट्टरपंथी वहाबी मान्यताओं पर आधारित है। दुनिया के कई देशों में इसका पालन होता है। किंग सलमान के आदेश के बाद देश में कम से कम छह लोगों की मौत की सजा खत्म हो जाएगी। ये सभी अल्पसंख्यक शिया समुदाय के हैं। सभी की उम्र 18 साल से कम है। हालांकि नाबालिगों से जुड़े आतंकी गतिविधियों वाले मामलों पर अलग से सुनवाई का आदेश जारी किया गया है। यहां पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का मामला दर्ज होता है। ऐसे मामलों में देश की कानून व्यवस्था बिगाड़ने और राजा के आदेश का उल्लंघन का आरोप लगाया जाता है। क्राउन प्रिंस सलमान ने सऊदी अरब में कई उदारवादी नीतियां अपनाई हैं। उन्होंने 2018 में देश में महिलाओं को कार चलाने की अनुमति दी थी। इसे सऊदी का एतिहासिक क्षण बताया गया था। उनकी कई कोशिशों को सराहा गया है, लेकिन मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामले में उन्हें आलोचना भी झेलनी पड़ी है। वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद उन पर गंभीर आरोप लगे हैं। 2019 में तुर्की के सऊदी दूतावास में खशोगी की हत्या कर दी गई थी।


'घरों में लोग, सड़क पर सांप'

सुनील यादव


अयोध्या में मचा हंगामा पुलिस ने उठाया बड़ा कदम


अयोध्या। कोरोनावायरस को लेकर लॉक डाउन से जनमानस ही नहीं बल्कि जमीनों पर रेंगने वाले जानवर भी अपना पेट भरने के लिए अब सड़कों पर दिखाई देने लगे हैं ऐसी एक घटना राम नगरी अयोध्या में दिखी जब लॉक डाउन के दौरान जरूरी सामानों को लेने के लिए खुले राशन की दुकान पर जा रहे लोगों को अपना जान बचाकर भागना पड़ा और देखते ही देखते बड़ी संस्था में लोग एकत्रित हो गए।
दरअसल अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के बाबू बाजार स्थित आज दोपहर लॉक डाउन के दौरान खुले राशन की दुकान पर जा रहे कुछ लोग अचानक सड़क पर विषैले नाग को देख जोर से चिल्लाते हुए भाग खड़े हुए जिसके बाद वहां पर बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई भीड़ को देखते हुए सांप राशन की दुकान में घुस गया और राशन दुकानदार भी अपनी दुकान को छोड़कर वहां से भाग खड़ा हुआ वही कोरोनावायरस को देखते हुए भीड़ की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को वहां से अपने घरों के लिए जाने की अपील की उसके बाद काफी मशक्कत के बाद अयोध्या पुलिस ने सपेरे के माध्यम से उस सांप को पकड़ लिया सपेरे द्वारा पूछे जाने पर सांप की स्थिति बहुत ही गंभीर बताया कहां किया घोड़ा पछाड़ सांप है जो कि बहुत ही विषैला होता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक सांप पिछले कई दिनों से दिखाई देता रहा है लेकिन पकड़ने की स्थिति में वह अक्सर नालो इत्यादि में छुप कर भाग जाता था लेकिन आज सांप भीड़ को देखते हुए दुकान में घुस गया जिसके कारण पकड़ा जा सका है यह सांप 5 फुट लंबा है जिसके कारण आसपास के क्षेत्र में काफी दिनों से भय का वातावरण था।


गरीबी के दलदल का दायरा

लाखों भारतीय गरीबी के दलदल में फंस सकते हैं
नई दिल्ली। आरबीआई के पूर्व गवर्नर दुव्वूरी सुब्बाराव ने रविवार को कहा कि लॉकडाउन यदि लंबे समय तक रहा, तो इससे लाखों भारतीय गरीबी के दलदल में फंस सकते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि कोविड-19 संकट समाप्त होते ही अर्थव्यवस्था में वी शेप की रिकवरी आ सकती है और भारतीय अर्थव्यवस्था में अन्य देशों के मुकाबले अधिक तेजी के साथ रिकवरी होगी। सुब्बाराव ने यह बात एक वेबीनार में कही, जिसमें आरबीआई की पूर्व डिप्टी गवर्नर उषा थोराट ने भी हिस्सा लिया। वेबीनार का विषय था- इतिहास बार-बार दोहराता है, लेकिन अलग तरीके से- कोरोना के बाद की दुनिया के लिए सबक। वेबीनार का आयोजन मंथन फाउंडेशन ने किया था। 


भारत के बेहतर प्रदर्शन की संभावना से नहीं हों संतुष्ट
पूर्व आरबीआई गवर्नर ने कहा कि विश्लेषकों का मानना है कि इस साल भारत की जीडीपी घट जाएगी या इसकी विकास दर में गिरावट आएगी। लेकिन इस संकट से पहले ही हमारी विकास दर घट चुकी है। अब यह पूरी तरह से रुक गई है। पिछले साल विकास दर 5 फीसदी रही थी। इस साल यदि यह शून्य फीसदी रहती है, तो विकास दर में पूरे 5 फीसदी की गिरावट आएगी। यह सच है कि इस संकट के दौरान भारत का प्रदर्शन अधिकतर देशों से बेहतर होगा। लेकिन इससे हमें संतुष्ट नहीं हो जाना चाहिए। क्योंकि हम एक गरीब देश हैं और यदि लॉकडाउन जल्दी समाप्त नहीं किया गया, तो पूरी संभावना है कि लाखों लोग गरीबी के दलदल में फंस जाएंगे।


सुब्बाराव ने कहा कि विश्लेषकों के मुताबिक भारत में वी शेप में तेजी आएगी, जो कि अधिकतर देशों से बेहतर होगा। और हम वी शेप रिकवरी की उम्मीद क्यों करते हैं? क्योंकि चक्रवाती तूफान और भूकंप के विपरीत मौजूदा संकट में कोई संपत्ति बर्बाद नहीं हुई है। फैक्ट्र्रियां अपनी जगह खड़ी हैं। दुकान अपनी जगह बनी हुई हैं। लॉकडाउन समाप्त होते ही लोग काम करने के लिए तैयार हैं। इसलिए यह उम्मीद है कि रिकवरी वी शेप में आएगी। और जहां तक वी शेप रिकवरी की संभावना है, तो भारत की स्थिति अन्य देशों से बेहतर है।


उन्होंने कहा कि 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद कई अन्य देशों के मुकाबले भारत में अधिक तेजी के साथ रिकवरी हुई थी। इस साल भारत की विकास दर 1.9 फीसदी रहने के अंतरराष्ट्र्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुमान के बारे में उन्होंने कहा कि यह अनुमान पुराना पड़ चुका है। कई विश्लेषक मानते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार घटने वाला है। उषा थोराट ने का कि मौजूदा स्थिति में सिस्टम में नकदी बढ़ाने से बहुत फायदा मिलने की उम्मीद नहीं है। बैंक और गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (एनबीएफसी) ज्यादा कर्ज दे सकें, इसके लिए उन्हें क्रेडिट गारंटी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संकट के समय राज्यों को ज्यादा सहयोग चाहिए और सब्सिडी में सुधार किए जाने की जरूरत है।


गाजियाबादः संक्रमित क्षेत्रों में स्क्रीनिंग

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। कोरोना-19 टीम जिला अस्पताल गाजियाबाद से एनटीईपी  व आरबीएसके की टीमों द्वारा विभिन्न सेक्टरों में वसुंधरा  गाजियाबाद क्षेत्र मे कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के घर के आसपास के घरों पर टीमों के सदस्यों द्वारा कोरोना वायरस के प्रति स्क्रीनिंग की गई। साथ ही कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के घर के बाहर कोविड -19 का स्टीकर भी लाया गया जिसमें टीम द्वारा घर-घर जाकर प्रत्येक सदस्यों का हालचाल व बाहर से आने वाले सदस्यों के बारे में भी जानकारी एकत्रित की। इसके साथ-साथ मलेरिया टीम द्वारा क्षेत्र में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एनटीईपी (टीबी) विभाग के श्री महेश कौशिक, नीरज कुमार शर्मा, रविंद्र कुमार भोजपुर, रविंद्र कुमार द्वितीय, सीपी गोड, राकेश कुमार बम्हेटा,पवन कुमार, कपिल कुमार, राजेंद्र सिंह, राजेश कुमार शर्मा, रविंद्र चौधरी, गौतम सिंह, प्रणेश कुमार दुबे जी एवं आरबीएसके की टीम की तरफ से डॉक्टर नवनीत कौशिक ,डॉक्टर आशुतोष सिंह,डॉ सुशांन्त, डॉक्टर चेतन वर्मा, वरुण शर्मा, स्वास्थ केंद्र लोनी से हैल्थ सुपरवाइजर श्री राधे कृष्ण शर्मा और विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम सदस्यों के साथ सभी ने अपना योगदान दिया।


 


बिहार के 56 संक्रमित हुए स्वस्थ

अजयदीप चौहान


पटना। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से आज पूरी दुनिया लड़ रही है। भारत में भी कोरोना का आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ रहा है। बिहार में भी इस सप्ताह काफी तेज रफ़्तार से कोरोना का डाटा बढ़ा है। इसी कड़ी में इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है पटना से जहां कोरोना के 11 मरीजों के ठीक होने की पुष्टि हुई है। इन मरीजों के ठीक होने के साथ ही यह आंकड़ा बिहार में 56 हो गया है।


11 नए मरीज हुए ठीक
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के मुताबिक के मुताबिक अब तक बिहार में कुल 251 मरीज सामने आये हैं। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एक बड़ी जानकारी साझा करते हुए इस बात कि सूचना दी कि सूबे में 11 और मरीज ठीक हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि बिहार में स्वस्थ हुए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या 56 हो गई है।


बिहार में 193 केस एक्टिव
इन दिनों बिहार में लगातार पॉजिटिव मामले सामने आने के बीच यह एक बड़ी राहत की खबर है। एक सप्तास की बात की जाए तो 7 दिनों में कुल 165 पॉजिटिव मरीज सामने आये हैं। जिसके कारण बिहार के 21 जिले कोरोना संक्रमित हो गए हैं। बिहार में दो लोगों की मौत और 56 लोगों के ठीक होने के बाद फिलहाल 193 केस एक्टिव हैं। किस जिले के कितने मरीज ठीक हुए हैं। बिहार सरकार की ओर से अभी फिलहाल यह स्पष्ट नहीं किया गया है।


शनिवार को मिले 28 नए पॉजिटिव केस
इससे पहले बिहार में शनिवार रात तक कोरोना के 28 नए मरीजों की पहचान हुई थी। शनिवार को मिले 28 नए पॉजिटिव केसों में 7 पटना, 6 कैमूर, 5 बक्‍सर, 3 मुगेर, 2 रोहतास व आरा, सारण, वैशाली, अरवल और गया के एक-एक मरीज शामिल थे। कोरोना से 22 जिले अबतक प्रभावित हो चुके हैं। बिहार में 45 मरीज स्‍वस्‍थ हो अस्‍पताल से घर लौट चुके हैं. जबकि दो लोगों की मौत हो गई है। जो मुंगेर और वैशाली जिले के रहने वाले थे।


स्वस्थ होने पर नवादा के डीएम ने सर्टिफिकेट देकर किया सम्मानित


पीएम मोदी बोले- कोरोना को हराना एकमात्र लक्ष्य
उधर, देश में जानलेवा कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा है कि आज पूरा देश कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई लड़ रहा है। सबका एक ही लक्ष्य है कि कोरोना को हराना है। उन्होंने कहा कि भारत जैसा विशाल देश जो विकास के लिए प्रयत्नशील है, आज वह गरीबों के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। हर कोई अपने सामर्थ्य के हिसाब से इस लड़ाई को लड़ रहा है। कोई अपनी पूरी पेंशन, पुरस्कार राशि को पीएम केयर्स में जमा करा रहा है। कोई खेत की सारी सब्जियां दान दे रहा है, कोई मास्क बना रहा है,कहीं मजदूर भाई-बहन क्वारंटीन में स्कूल की रंगाई-पुताई कर रहे हैं। लोगों की मद कर रहे कोरोना वॉरियर्स
पीएम मोदी ने आगे कहा कि डॉक्टर हों, सफाईकर्मी हों, अन्य सेवा करने वाले लोग हों। इतना ही नहीं हमारी पुलिस-व्यवस्था को लेकर भी आम लोगों की सोच में काफ़ी बदलाव हुआ है। हमारे पुलिसकर्मी ग़रीबों, ज़रुरतमंदो को खाना पंहुचा रहे हैं और दवा पंहुचा रहे हैं।


जांच में मिली हॉस्पिटल में बडी कमियां

शिव हॉस्पिटल की जांच में मिली कई बड़ी खामियां,


प्राइवेट अस्पताल पर एडिशनल सीoएमoओ एवं एसoडीoएम का छापा
    
मानक विहीन अस्पताल में नोटिस चस्पा कर 24 घंटे के अंदर मांगा जवाब


रोहित गोस्वामी


लखीमपुर। तहसील गोला गोकर्णनाथ लखीमपुर रोड स्थित शिव हॉस्पिटल की जांच में मिली कई बड़ी खामियां। जांच टीम में एडिशनल सीएमओ डॉ अश्वनी, एसडीएम गोला अखिलेश यादव ,गोला सीoएचoसी प्रभारी डॉ गणेश ने सामूहिक रूप से की जांच । एडिशनल सीएमओ डॉ अश्विनी ने बताया कि जांच के दौरान जिन कमियों को पाया गया उनको अगले दिन 11:00 बजे तक पूरा करके सीoएमoओ ऑफिस में स्पष्टीकरण दें। वहीं एसडीएम अखिलेश यादव ने बताया कि अस्पताल मानक के हिसाब से नहीं चल रहा था अस्पताल में सर्जरी हुई थी लेकिन सर्जरी करने वाला कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। मेडिकल वेस्टेज के लिए डिस्पोजल की कोई व्यवस्था नहीं पाई गई। मौके पर कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं था। सभी अस्पताल से भाग गए थे। सारे दस्तावेज सील कर दिए गए हैं। और नोटिस चस्पा कर दी गई है। 24 घंटे का समय दिया गया है अपना जवाब दें। अगर नहीं देते हैं तो उसके हिसाब से कार्यवाही की जाएगी।


सांस्कृतिक धरोहर 'भगवा ध्वज'

भारत की सनातन संस्कृति की धरोहर का सांस्कृतिक दूत है परम पवित्र भगवा ध्वज


कल झारखंड में कुछ हिन्दू व्यवसायी द्वारा अपने दुकान प्रतिष्ठान पे पर परम पवित्र भगवा ध्वज फहराने पे उन्हें रोका गया और उसी संदर्भ में उनके खिलाफ तहरीर भी लिखी गयी। जिसको लेकर हमने एक पोस्ट  डाली थी ,पोस्ट पर कुछ अतिविशिष्ट ज्ञानियों द्वारा ये मत दिया गया कि परम पवित्र भगवा ध्वज केवल देवालयों आवासों पर ही फहराया जा सकता है।


संस्कृति की समग्रता, राष्ट्रीय एकता जिसमें समाहित है,,आदि काल से वैदिक संस्कृति, सनातन संस्कृति, हिंदू संस्कृति, आर्य संस्कृति, भारतीय संस्कृति एक दूसरे के पर्याय हैं जिसमें समस्त मांगलिक कार्यों के प्रारंभ करते समय उत्सवों में, पर्वों में, घरों- मंदिरों- देवालयों- वृक्षों, रथों- वाहनों ,व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर भगवा ध्वज या केसरिया पताकाएं फहराई जाती रही हैं। यह ध्वजा परम पुरुषार्थ को प्राप्त कराती है एवं सभी प्रकार से रक्षा करती है।
हमारे धर्म हमारे कर्म क्षेत्र से जुड़े है ,फिर ऐसा मत क्यो??
कोई बताएगा कि क्या परम पवित्र भगवा ध्वज क्या देवालयों पर ही फहराया जा सकता है ??
किस वैदिक परिपाटी के अंतर्गत ये ,परिभाषित होता है ??


भारत में वैदिक काल से आज तक यज्ञ एवं ध्वज का महत्व है| भारत में, जिसे जम्बूद्वीप भी कहा जाता है, यज्ञमय यज्ञ पुरुष भगवान विष्णु का सदा यज्ञों द्वारा वंदन किया जाता है| यज्ञ भगवान विष्णु का ही स्वरूप है, यज्ञों यग्योमयी विष्णु यज्ञ की अग्नि शिखाएं उसी की आभानुसार भगवा रुप भगवा ध्वज बन,,अग्नि स्वर्ण को तपा कर शुद्ध सोना बना देती है,, शुद्धता त्याग, समर्पण, बलिदान, शक्ति और भक्ति का संदेश देती है| उसकी स्वर्णमयी हिरण्यमयी चमकती सी आमा का रंग ही तो भगवा ध्वज में दिखता है,,


हिंदू संस्कृति में सूर्य की उपासना प्रभात वेला में की जाती है| सूर्योदय के समय उपस्थित सूर्य की लालिमा भगवा ध्वज में समाहित है,,उसकी सर्वमयी रश्मियां अंधःकार को नष्ट करती हुई जग में प्रकाश फैलाती है,,अज्ञानता का, अविद्या का नाश करती है और प्रकृति में ऊर्जा का संचार करती है। प्रत्येक प्राणी अपने कार्य में जुट जाता है,, बड़े- बड़े संत महात्मा, ऋषिमुनि, त्यागी तपस्वी इससे ऊर्जा प्राप्त करते हैं| सैनिक लड़ाई के मैदान में जाते हैं तो केसरिया पगड़ी धारण करते हैं,, केसरिया बाना उन्हें जोश और उत्सर्ग करने की प्रेरणा देता है, उनके रथों में, हाथों में भगवा पताकाएं फहराती हैं। भगवे ध्वज में सूर्य का तेज समाया हुआ है। यह भगवा रंग त्याग, शौर्य, आध्यात्मिकता का प्रतीक है। भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा सारथ्य किये गये अर्जुन के रथ पर भगवा ध्वज ही विराजमान था। भगवा रंग भारतीय संस्कृति का प्रतीक है| उसके बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है| वेद, उपनिषद, पुराण श्रुति इसका यशोगान करते हैं| संतगण इसकी ओंकार, निराकार या साकार की तरह पूजा अर्चना करते हैं। चाहे गृह प्रवेश हो, पाणिग्रहण संस्कार हो या अन्य कोई हिंदू रीति-रिवाज, पूजा पर्व, उत्सव हो ,व्यावसायिक प्रतिष्ठान हो ,घर के शिखर पर प्रतिष्ठान के शिखर पर  ध्वजा फहराई जाती है और भगवान विष्णु से प्रार्थना की जाती है कि प्रभु हम सब का मंगल करें।


भगवान गरुड़ द्वारा रक्षित एवं सेवित ध्वजा हमारा मंगल करें,, हमारे ऊपर आने वाली विघ्न-बाधाएं दूर करें,,हमारे मंदिर, मकान,  व्यावसायिक प्रतिष्ठान महल, भवन, आवासीय परिसर से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त करें, नष्ट करें,,शिखर पर फहराने से समस्त विघ्न-बाधाएं, अनिष्टकारी शक्तियां, अलाय-बलाय व पाप नष्ट हो जाता है| गरुड़ ध्वजा हमारे लिए सुख समृद्धि, शक्ति और दैवीय कृपा सहित कल्याणकारी हो।
संदीप गुप्ता


कोरोना संक्रमित 31 पत्रकार हुए ठीक

मुंबई के कोरोना संक्रमित 31 पत्रकार स्वास्थ होकर घर लौटे, लोगों ने ताली बजाकर किया स्वागत
मुंबई। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हाल ही में 50 से अधिक पत्रकारों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उनमें से आज 31 मीडियाकर्मी स्वस्थ होकर अपने-अपने घर वापस लौट चुके हैं। इनका दूसरा कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल ने इन्हें छुट्टी दे दी है। साथ ही इन्हें 14 दिनों तक घर पर ही क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया है। यह जानकारी आज बीएमसी ने दी है।


मुंबई के प्रतीक्षा नगर के प्रेस एनक्लेव के हाउसिंग सोसाइटी के सदस्यों ने ताली बजाकर पत्रकारों का स्वागत किया। यहां रहने वाले दो पत्रकार भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे ।
 मुंबई में कम से कम 53 मीडियाकर्मी ऐसे थे, जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। बीएमसी ने बताया था कि कोविड-19 की जांच के लिए 16 और 17 अप्रैल को आजाद मैदान में विशेष शिविर लगाया गया था और इस दौरान 171 मीडियाकर्मियों के लार के नमूने लिए गए थे। इनमें इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के पत्रकार, फोटोग्राफर और कैमरामैन शामिल थे।
कुल 171 नमूनों में से 53 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इनमें से अधिकतर में कोई लक्षण नहीं थे। सभी संक्रमितों को क्वारंटाइन में रखा गया था।


 


नोएडा देहात में नए 3 संक्रमित मिले

नोएडा में कोरोना के तीन नए पॉजिटिव केस में एक मूक-बधिर बच्ची भी, मरीजों की संख्या हुई 117 


 विजय भाटी


गौतम बुध नगर। उत्तर प्रदश में गौतम बुद्ध नगर में जनपद रविवार तीन और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई जिसके साथ ही इस जनपद कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 117 हो गई है। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि रविवार को 92 लोगों की जांच रिपोर्ट आई हैं, जिससे 89 लोगों में संक्रमण नहीं होने और तीन के संक्रमित होने की बात सामने आयी। उन्होंने बताया कि जनपद में अब कुल लोग 117 कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं जिनमें से 71 मरीज ठीक होकर अब तक घर जा चुके हैं एवं 44 मरीजों का उपचार यहां के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।


कोरोना पॉजिटिव मरीजों की आई कुल 92 रिपोर्टों में 3 पॉजिटिव पाए गए हैं। पॉजिटिव पाए गए लोगों में दो बच्चियां शामिल हैं। इनमें एक एच्छर गांव की रहने वाली 9 साल की मूक बधिर बच्ची में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, बच्ची गलगोटिया हॉस्टल में बने क्वारंटाइन सेंटर में थी। पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे शारदा अस्पताल भेजा गया है, मूक बधिर बच्ची में कोरोना संक्रमण का जिले में यह पहला मामला बताया जा रहा है। बच्ची के ताऊ व ताई भी कोरोना संक्रमित हैं. उनका इलाज पहले से ही शारदा अस्पताल में चल रहा है. बताया जाता है कि वो जमात के संपर्क में आने से संक्रमित हुए थे। 


सूचना अधिकारी ने बताया कि तीन नये मरीजों में एक 9 वर्षीय बच्ची एच्छर गांव ग्रेटर नॉएडा की है, 32 वर्षीय व्यक्ति ग्रेटर नोएडा के तिलपता गांव का है, तथा 10 वर्षीय बच्ची सेक्टर 8 नोएडा से है। उन्होंने बताया कि अन्य जनपदों से आए दो मरीज भी कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनकी सूचना उनके गृह जनपद को दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि रविवार को नोएडा के विभिन्न अस्पतालों से ठीक होकर कोविड-19 के 12 मरीज घर पहुंचे. उनमें 8 मरीज ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में 21671 लोगों की विदेश यात्रा की पृष्ठभूमि है, सूचना अधिकारी ने बताया कि 3,053 लोगों का अब तक करोना संक्रमण के टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में अब कोरोना संक्रमण से सक्रिय मरीज 44 हैं।


सूचना अधिकारी ने बताया कि 570 संदिग्ध मरीज अभी विभिन्न जगहों पर पृथक वास में हैं।उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए जनपद में 400 पृथक बिस्तर तैयार हैं।उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली से नोएडा में प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।जिला प्रशासन द्वारा जारी पास के आधार पर ही डॉक्टर, मीडिया कर्मी, व कोविड-19 के उपचार से जुड़े स्वास्थ्य कर्मी तथा आवश्यक वस्तुओं और आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग दिल्ली से नोएडा आ पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति दिल्ली से नोएडा में आ रहा है, उसका थर्मल स्केनर मशीन की सहायता से तापमान देखा जा रहा है, तथा चेकिंग प्वाइंट पर खड़े डॉक्टर उसकी जांच कर रहे हैं, जांच में ठीक पाए जाने के बाद ही दिल्ली से नोएडा में प्रवेश दिया जा रहा है।


 


जरूरतमंदों को राहत सामग्री वितरित

श्रीबालाजी सेवा समिति द्वारा जरूरतमंदों को दी गई खाद्य सामग्री
लॉक डाउन के बाद प्रतिदिन दी जा रही खाद्य सामग्री व हरी सब्जी


सुनील पुरी
बिंदकी फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉक डाउन की स्थिति चल रही है ऐसी अवस्था में तमाम लोगों के पास खाने-पीने की समस्या खड़ी हो गई इस समस्या को लेकर श्री बालाजी सेवा समिति द्वारा लगातार लोगों को खाद्य सामग्री व हरी सब्जी देने का काम किया जा रहा है।
 सोमवार को नगर के मोहल्ला छिपहटी सहित कई इलाकों में श्री बालाजी सेवा समिति के मोना ओमर द्वारा तमाम जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री दी गई जिसने भी खाद्य सामग्री पाई उसको कुछ राहत समझ में आई। इसके अलावा उन्होंने नगर के विभिन्न इलाकों में भी खाद्य सामग्री और हरी सब्जी पहुंचाने का काम किया इस मौके पर श्री बालाजी सेवा समिति के अन्य सदस्य अश्विनी कुमार भी मौजूद रहे इस मौके पर श्री बालाजी सेवा समिति के मोना ओमर ने बताया कि जबसे लॉक डाउन उनकी स्थिति चल रही है वे लगातार लोगों को खाद्य सामग्री हरी सब्जी देने का काम कर रहे हैं ताकि लोगों को भोजन मिल सके उन्होंने कहा कि यह क्रम उनका लगातार जारी रहेगा जब तक लाख डाउन की स्थिति बनी रहेगी।


कोरोना फाइटर्स को श्रद्धांजलि अर्पित

सुनील पुरी


फतेहपुर। थाना किशनपुर अर्तगत दौराने ड्यूटी जमुना नदी में डुबने से कोराना फाइटर्स उ0नि0 श्री रामजीत व का0 शशिकांत कुमार की मृत्यु हो गयी थी। जिसके पार्थिव शरीर को रिर्जव पुलिस लाइन फतेहपुर में केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व खागा विधायिका श्रीमती कृष्णा पासवान सहित पुलिस महकमें के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा पुष्प गुच्छ अर्पित कर दिवंगत आत्म की शान्ति के लिए प्रार्थना की गयी। सेरमोनियल गार्द द्वारा शोक सलामी दी गयी । श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज, परिक्षेत्र प्रयागराज श्री कवीन्द्र प्रताप सिंह द्वारा गहरा दुख व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवगंत आत्माओं को शान्ति प्रदान करने व शोकाकुल परिवार को असीम पीड़ा सहन करने की शक्ति प्रदान करे । श्रीमान पुलिस अधीक्षक फतेहपुर व अन्य अधिकारियों द्वारा पार्थिव शरीर को कंधा देकर परिवारिजनोंको सुपुर्द कर उनके गन्तव्य को रवाना किया।


वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया

कॉलेज का वार्षिकोत्सव हवन पूजन करके मनाया गया
कोरोनावायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन का किया गया पालन
सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोनावायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन का पालन करते हुए इंटर कॉलेज का वार्षिकोत्सव धूमधाम से नहीं बल्कि सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए हवन पूजन करके मनाया गया और कोरोना वायरस बीमारी से देश और समाज को जल्द दिलाने की प्रार्थना भी की गई।
क्षेत्र के दरवेशाबाद गांव के पास स्थित स्वामी विज्ञानानंद इंटर कॉलेज का वार्षिकोत्सव धूमधाम से नहीं बल्कि कोरोनावायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए हवन पूजन करके मनाया गया इस मौके पर मौजूद संत सोम आनंद महाराज ने ईश्वर से कोरोनावायरस जैसी महामारी को देश और समाज से जल्द मुक्त करने की प्रार्थना भी की उन्होंने कहा कि हवन पूजन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके चलते वायु को शुद्ध किया जा सकता है वातावरण अच्छा हो सकता है और कोरोनावायरस जैसी बीमारी को जल्द समाप्त किया जा सकता है इस मौके पर कालेज के प्रबंधक राजेंद्र कुमार गुप्ता उनकी धर्मपत्नी मीना गुप्ता के अलावा रूपा मौर्या आदि मौजूद रहे।


आंधी-बरसात से फसल हुई बर्बाद

तेज आंधी व झमाझम बारिश से किसानों की फसलें हुई बर्बाद मची तबाही 


संवादाता सुनील पुरी 


फतेहपुर। कोरोनावायरस के चलते किसानों की हालत वैसे ही खराब चल रही है और आज दैवीय आपदा के कारण किसानों की हालत बुरी तरह बेकार हो गई है प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सायं 6:15 बजे के बाद तेज आंधी आने के कारण आम की फसलें करीब 50% बेकार हो गई है आंधी के बाद तेज बारिश होने के कारण किसानों की फसलें खराब हो गई जो गेहूं खेत पर कटा हुआ मड़ाई के लिए पड़ा है एवं जो फसलें कटने के लिए खेत पर खड़ी है दोनों बारिश के कारण गेहूं की फसलें जिसे पैदावार में कमी हो  होने की आशंका है क्योंकि तेज बारिश के कारण गेहूं की फसल कटी पड़ी हुई खेतों में बुरी तरीके से लथपथ गई है जिससे काफी मात्रा में गेहूं की फसलें बर्बाद हो गई है अभी 24 घंटे नहीं बीता था अमौली क्षेत्र में भी काफी मात्रा में बारिश एवं ओले गिरने से किसान बुरी तरीके से बर्बाद हो गया है इस दैवी आपदा के कारण किसान भूखों मरने की कगार पर आ खड़ा हुआ है किसानों के साथ साथ आम लोग भी दैवी आपदा की मार झेलने पर मजबूर नजर आ रहा है ।


प्लास्टिक कचरा पैदा करने वाला देश बना 'भारत'

प्लास्टिक कचरा पैदा करने वाला देश बना 'भारत'  डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। आपने कभी सोचा है कि आपका चाय-समोसा ख...