शनिवार, 25 अप्रैल 2020

अमेरिका ने फिर बढ़ाया 'लॉक डाउन'

वाशिंगटन। कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक दुनिया में इस महामारी से 1.90 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में करीब 50 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। ये दुनिया भर में कोरोना से हुई मौतों का करीब 25% है। मलेशिया में प्रधानमंत्री मुहिद्दीन यासिन ने शुक्रवार लॉकडाउन दो हफ्ते बढ़ाने का ऐलान किया। यहां 18 मार्च से 28 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया था। अब इसे 12 मई तक कर दिया गया है।


न्यूयॉर्क में मौत का आंकड़ा 20 हजार के ऊपर पहुंच चुका है। अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 3176 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 31 हजार से ज्यादा संक्रमण के केस सामने आ चुके हैं. अमेरिका में अब तक 8.8 लाख लोग संक्रमित हैं... अमेरिका के बाद इटली मौत के मामले में दूसरे नंबर पर है। यहां अब तक 25 हजार 549 लोगों की मौत हो चुकी। फ्रांस में संक्रमण और मौतों के आंकड़े बढ़े हैं। यहां अब तक 21856 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में संक्रमण के 1.38 लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं। अब तक 18 हजार 738 लोगों की मौत हो चुकी है। न में कोरोना से स्थिति अब काबू में है। यहां अब तक 82 हजार से ज्यादा केस सामने आए हैं। दुनिया भर के लिए नासूर बन चुके इसी वायरस के कहर के चतले बेल्जियम में भी हाहाकार मचा है। यहां कोरोना से मृत्यु दर काफी अधिक है। अब तक 42,797 केस सामने आए है। जबकि 228 लोगों की मौत हुई है। पाकिस्तान में संक्रमण के मामले 11 हजार पर पहुंच गए हैं। चिंता की बात यह है कि इनमें से 79% मामले स्थानीय हैं. डीएचए ने कोरोना वायरस के विभिन्य मौसमों में प्रभाव को देखते हुए एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया गया है कि गर्मी और आद्रता भरे मौसम में कोरोना वायरस के फैलने की दर काफी कम है। आस्ट्रेलिया क्षेत्र में भी सरकारें बेहद सतर्क हैं और इसको किसी भी रूप में न फैलने देने के तमाम प्रयास कर रही हैं।


779 लोगों की मौत, 24906 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में जानलेवा कोरोना वायरस का कहर जारी है। नोवेल कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में दिन पर दिन इजाफा होता जा रहा है। देश भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 1429 नए मामले सामने आए हैं और 57 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 24,506 हो गई है, जिसमें 18,668 सक्रिय हैं, 5,063 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 775 लोगों की मौत हो गई है।


छूट मिली है, लॉक डाउन नहीं खुला

लोक डाउन जैसा था वैसा ही रहेगा, अनावश्यक दुकानें नही खुलेगी 
बुलंदशहर। नगर सिकन्दराबाद में सभी प्रकार के सामानो की दुकानो को खोलने की न्यूज बीती रात केंद्र सरकार द्वारा प्रसारित की गयी थी। जिसको लेकर हमारे नगर सिकन्दराबाद  में  आमजनो के द्वारा सुनी जा रहा थी की सभी तरह के सामानो की दुकान सारे दिन खोली जायेगी। इसी मामले को लेकर हमारे जिले के संवाददाता ने नगर एस0डी0एम रविशंकर सिंह से वार्ता की तब नगर के मुखिया जी ने बताया कि हमारे पास शासन से कोई ऐसा आदेश नहीं आया है कि सभी प्रकार की दुकानो को खोला जाये। जैसा हे वैसा ही रहेगा कोई किसी प्रकार का बदलाव नहीं हुआ है। ओर यू0पी के मुखिया जी ने भी फ़रमान जारी करके साफ कह दिया है कि लोक डाउन जैसा है वैसा ही रहेगा कोई भी बदलाव नहीं किया जायेगा।
इसलिए सभी नगर निवासीयो व दुकानदार भाई यो से अनुरोध है की गलत अफवाह ना फैलाये ओर लोक डाउन का पालन अग्रिम आदेश तक करते रहे। 
  ब्यूरो- पवन शर्मा 
 


कटौती नहीं मदद की जरूरतः पूर्व पीएम

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में कटौती के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि मौजूदा दौर में कटौती की नहीं बल्कि लोगों की मदद करने की ज़रूरत है। डॉ. सिंह ने शनिवार को यहां जारी एक वीडियो सन्देश में कहा कि केंद्र को संकट के इस दौर में कर्मचारियों पर यह निर्णय थोपने की ज़रूरत नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह फैसला गलत है और सरकार को महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में कटौती नहीं करनी चाहिए थी। वीडियो में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी सरकार के इस फैसले की आलोचना की और कहा कि संकट के इस दौर में लोगों की मदद करने की बजाय उनके भत्तों में कटौती करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए सरकार के पास यदि पैसा नहीं था तो उसे कर्मचारियों की जेबों पर कैंची चलाने की बजाय बुलेट ट्रैन जैसी परियोजनाओं को रोकने तथा अपने खर्च में कटौती करने का निर्णय लेना चाहिए था।


16 लाख कर्मचारियों को दिया झटका

प्रशांत कुमार


लखनऊ। कोरोना वायरस महामारी और लगातार लॉकडाउन को देखते हुए प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश सरकार ने भी केंद्र की तरह अपने कर्मियों का जनवरी से प्रस्तावित महंगाई भत्ता व पेंशनरों का महंगाई राहत रोकने का एलान किया है।


इसके साथ ही सरकार ने छह तरह के भत्ते भी स्थगित कर दिए हैं। यूपी सरकार ने महंगाई भत्ते (डीए) पर भी रोक लगा दी है। अब कर्मचारियों और पेंशनरों को डीए भी नहीं मिलेगा। एक जनवरी 2020 से जून 2021 तक डीए बंद रहेगा। इसके अलावा सचिवालय भत्ता, पुलिस भत्ता भी बंद कर दिया गया है। इससे यूपी में 16 लाख से ज्यादा कर्मचारी प्रभावित होंगे। वहीं 11.82 लाख पेंशनरों को झटका लगा है। आर्थिक तंगी का सामना कर रही सरकार को कर्मचारियों के महंगाई भत्ते व महंगाई राहत पर फैसला लेने से करीब 10 हजार करोड़ रुपये की बचत हो सकती है।


वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम 11 के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि संक्रमण रोकने के लिए हर जिले में फोकस टीम बनाइए। किसी भी सूरत में वायरस के संक्रमण का प्रसार नहीं होना चाहिए। उन्होंने निर्देशित किया कि कोरोना योद्धाओं के लिए पीपीई किट्स N-95 मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित करें।


सीआरपीएफ के 9 जवान संक्रमित

दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर, सीआरपीएफ के 9 जवान पाए गए पॉजिटिव
नीरज जिंदल
नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने भारत समेत दुनियाभर में तबाही मचा रखी है। मोदी सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन कर रखा है। हालांकि इसके बावजूद कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस वैश्विक महामारी की चपेट में सुरक्षाकर्मी भी आ रहे हैं। अब दिल्ली में सीआरपीएफ के 9 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं ये जवान सीआरपीएफ की 31 बटालियन के हैं। इनको पहले से ही क्वारनटीन कर दिया गया था दरअसल, इससे पहले सीआरपीएफ का एक जवान कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद इन सभी को क्वारनटीन किया गया था और फिर जांच कराई गई थी। अब जांच में ये लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये जवान नोएडा में तैनात थे, तभी कोरोना वायरस की चपेट में आए वहीं, पूरे हिंदुस्तान में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होता जा रहा है। लॉकडाउन के बावजूद कोरोना के मरीजों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है।
भारत में अब तक कोरोना वायरस के 23 हजार 450 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 723 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 4 हजार 813 से ज्यादा लोग इलाज से ठीक हो चुके हैं, जिनको अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. वहीं, दुनियाभर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 27 लाख 45 हजार 670 से ज्यादा हो चुकी है, जिनमें से एक लाख 92 हजार 125 से ज्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं।


काम पर लौटेंगे ब्रिटेन प्रधानमंत्री

काम पर लौटेंगे ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन


लंदन। वहीं कोरोना को मात देने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सोमवार से काम पर लौट सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा- मैंने उनसे कल बात की थी, वे खुश थे। वे कब काम पर लौटेंगे इसका निर्णय उन्हें और उनके डॉक्टरों को करना है। कोरोना के लक्षण दिखाई पड़ने के बाद जॉनसन आइसोलेशन में चले गए थे। बाद में हालत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। कुछ दिनों पूर्व ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली है।


इंडोनेशियाः बडे इलाके में सुनामी खतरा

इंडोनेशिया बोर्नियो द्वीप को अपनी नई राजधानी बनाने की योजना बना रहा है। यूके और इंडोनेशिया के शोधकर्ताओं ने इस इलाके में सुनामी का खतरा बताया है।


इंडोनेशिया की वर्तमान राजधानी जकार्ता है। एक करोड़ आबादी वाला यह शहर दुनिया में सबसे तेज डूबते शहरों में से एक है। बोर्नियो और सुलावेसी के द्वीपों के बीच मकासार जलसंधि में कई भूमिगत भूस्खलन हुए हैं जिससे भारी लहरें उठेंगी। जिससे सुनामी का खतरा बना हुआ है।


जकार्ता। इंडोनेशिया की वर्तमान राजधानी जकार्ता है। एक करोड़ आबादी वाला यह शहर दुनिया में सबसे तेज डूबते शहरों में से एक है। माना जा रहा है कि सालों बाद यह शहर डूब जाएगा। इसलिए इंडोनेशिया बोर्नियो द्वीप को अपनी नई राजधानी बनाने की योजना बना रहा है। इसकी घोषणा इंडोनेशिया के योजना मंत्री ने की है। लेकिन, अब यहां भी खतरा मंडरा रहा है। यूके और इंडोनेशिया के शोधकर्ताओं ने इस इलाके में सुनामी ( Tsunami Warning ) का खतरा बताया है। शोधकर्ताओं ने कहा, भले ही इंडोनेशिया सरकार बोर्नियो द्वीप को नई राजधानी के रूप में निर्माण करना चाहती हो, लेकिन बोर्नियो और सुलावेसी के द्वीपों के बीच मकासार जलसंधि में कई भूमिगत भूस्खलन हुए हैं जिससे भारी लहरें उठेंगी। जिससे सुनामी का खतरा बना हुआ है। एडिनबर्ग में हेरियट-वाट विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने इस बात का दावा किया है।


सिंगापुरः12 हजार केस आए सामने

सिंगापुर: माइग्रेंट वर्कर्स ज्यादा पीड़ित


रकबा। सिंगापुर में संक्रमण के 12 हजार 75 मामले सामने आ चुके हैं। यहां सिंगापुर यहां देश सिंगापुर मलेशिया-इंडोनेशिया के बीच तट पर स्थित, राजधानी रकबा में शनिवार को 897 केस मिले हैं। इस हफ्ते में पहली बार संक्रमण का मामला 1000 से कम रहे हैं। देश में माइग्रेंट वर्कर्स सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां करीब 14 लाख के लगभग विदेशी गरीब काम करने वाले मजदूर रहते हैं। यहां ज्यादातर दक्षिण और दक्षिणपूर्व एशिया के मजदूर रहते हैं।


रूस में संक्रमण का हुआ विस्तार

रूस: 68,622 संक्रमित


मास्को। रूस में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 68,622 हो गई है। इस बीमारी से अब तक 615 लोगों की मौत हो चुकी है। रूस के मरमंस्क स्थित रिस्पॉन्स केंद्र के मुताबिक, 24 अप्रैल को मरमंस्क क्षेत्र में 193 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इस क्षेत्र में कुल केस 856 है और चार लोगों की मौत हो गई है।


रूस मेंमॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी के मुख्य भवन के पास एक सड़क को डिसइन्फेक्ट कर्मचारी करते हैं।


इटलीः पहली बार संक्रमण में कमी

इटली: 5 हफ्ते में पहली बार संक्रमण में कमी


रोम। इटली में संक्रमण के मामलों में कमी आई है। बीबीसी के मुताबिक, यहां पांच हफ्ते में पहली बार एक दिन में सबसे कम मौतें हुई हैं। इटली के डॉक्टर संघ ने मान्यता रूप से कहा कि देश में अब तक 150 डॉक्टर्स की मौत हो चुकी है। संक्रमण के मामलों में 10% स्वास्थ्यकर्मी बहुत ज्यादा बीमार हैं। यहां इटली देश राजधानी रोम में अब तक करीब 36 हजार लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 1 लाख 93 हजार संक्रमित हैं।


पुलिस ने कई वाहनों को सीज किया

लॉक डाउन सफल बनाने के लिए पुलिस बल रहा सख्त
सीओ की मौजूदगी में कई वाहनों को पकड़ा गया


बेवजह घरों से निकले लोगों को लगाई गई फटकार


फतेहपुर। पुलिस क्षेत्राधिकारी की मौजूदगी में भारी पुलिस बल चौराहे में मौजूद रहा लॉक डाउन को सफल बनाने के कई वाहनों को रोका गया पास या अन्य कागजात न दिखा पाने पर वाहनों को पकड़कर कोतवाली ले जाया गया बेवजह घरों से निकले लोगों को फटकार भी लगाई गई।


कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए लोगों का जीवन सुरक्षित बनाए रखने के लिए लॉक डाउन की स्थिति चल रही है जिस को सफल बनाने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी योगेंद्र सिंह मलिक तथा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नंदलाल सिंह के नेतृत्व में ललौली चौराहे में भारी पुलिस बल लगा रहा दो पहिया वाहन से लेकर चार पहिया वाहन तक गाड़ियों की चेकिंग की गई बिना पास के या अन्य कागजात ना होने पर उन्हें पकड़कर कोतवाली ले जाया गया इसके चलते हड़कंप मचा रहा तमाम लोग घरों से बेवजह निकलकर सड़कों में घूमते नजर आए ऐसे लोगों के फटकार भी लगाई गई और घर जाने के निर्देश दिए गए इस संबंध में सीओ योगेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलता रहेगा जो लोग कानून का उल्लंघन करते नजर आएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।


8 जमाती और 2 ट्रांसलेटर गिरफ्तार

जकार्ता। इंडोनेशिया के 8 जमातियों और दो ट्रांसलेटरों को सरधना पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उन्हें सर छोटूराम इंजीनियरंग कॉलेज में बनाई अस्थायी जेल में रखा गया है। उधर, मवाना पुलिस ने 10 विदेशी जमातियों व तीन ट्रांसलेटरों को 41-ए का नोटिस देकर जमानती उपलब्ध कराने को कहा है। यदि वे जमानती नहीं दे पाते हैं तो आज इन्हें भी जेल भेज दिया जाएगा।


21 मार्च को इंडोनेशिया के 9 जमाती और 2 ट्रांसलेटर निजामुद्दीन मरकज से सरधना के मोहल्ला आजादनगर स्थित मदीना मस्जिद में आए थे। 29 मार्च को पुलिस को इनके यहां आने का पता चला तो मस्जिद में ही सबको क्वारंटाइन कर दिया गया। सभी के कोरोना सैंपल लिए गए। जांच में दो जमाती पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद सभी को सुभारती अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया। पुलिस ने इस संबंध में सभी के खिलाफ महामारी अधिनियम, धारा-144 के उल्लंघन और विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया।


ब्राजील में 3,670 लोगों की मौत

ब्राजील: संक्रमितों की संख्या 52,995


ब्रासिलिया। ब्राजील में संक्रमितों के 3,503 नए मामले सामने आए हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़कर 52,995 हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने यह जानकारी दी, कि एक दिन पहले ब्राजील में 3,735 नए केस मिले थे। यहां ब्राजील देश  राजधानी ब्रासिलिया में अब तक 3,670 लोगों की मौत हो चुकी है। मंत्रालय के अनुसार ब्राजील में अब तक 27,600 से ज्यादा संक्रमित ठीक हो चुके हैं।


तुर्की में संक्रमण के नए केस 3122

तुर्की: 1 लाख 4 हजार 912 संक्रमित


अंकारा। तुर्की में संक्रमण के 3,122 नए केस मिले हैं। इसके साख ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर एक लाख चार हजार 912 हो गई है। तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोजा ने शुक्रवार को बताया कि 24 घंटे में 109 मौतें होने के साथ ही कुल संख्या 2,600 हो गई है। यहां देश तुर्की राजधानी अंकारा में पहला मामला 11 मार्च को सामने आया था।


तुर्की के चनाकैले प्रांत के गवर्नर ओरहान तवली ने गैलीपोली अभियान की 105वीं वर्षगांठ के मौके पर तुर्की स्मारक पर माल्यार्पण करते हैं।


ईरान में मृतको की संख्या-5574

ईरान में 93 और मौत


तेहरान। ईरान में पिछले 24 घंटों में 93 और लोगों की मौत हो गई। इस तरह वहां मरने वालों की संख्या 5574 हो गई है। देश में 88 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश का कोई भी प्रांत अब रेड जोन में नहीं है, लेकिन चेतावनी का स्तर यथावत है।


दुनिया में मृतकों की संख्या एक लाख 90 हजार से ज्यादा


पूरी दुनिया में कोरोना महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या एक लाख 90 हजार से ज्यादा हो गई है। जबकि संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा 27 लाख 50 हजार से ऊपर पहुंच गया है। अकेले दो-तिहाई मौतें यूरोप में हुई हैं। अमेरिका में 50 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं। ब्रिटेन में शुक्रवार को 684 लोगों की मौत के साथ ही वहां मरने वालों की कुल संख्या 19506 हो गई है।


स्पेनः 24 घंटे में 367 लोगों की मौत

मेड्रिड। कोरोना वायरस महामारी का सबसे ज्यादा असर यूरोपीय देशों में देखा जा रहा है। इनमें से भी स्पेन काफी प्रभावित है। स्पेन में पिछले 24 घंटे में 367 लोगों की मौत हुई। 21 मार्च के बाद यह पहला मौका है जब मृतकों की संख्या इतनी कम रही। एक दिन पहले 440 लोगों की मौत हुई थी। इसी के साथ देश में अब कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या करीब 22 हजार 500 हो गई है। अमेरिका और इटली के बाद स्पेन में ही कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। संक्रमण के 6700 नए मामले सामने आने के बाद देश में करीब 2 लाख 20 हजार लोग महामारी की चपेट में आ चुके हैं।


देश में मृतकों की संख्या कुछ कम होने के साथ सरकार ने प्रतिबंधों से छूट देने की गाइडलाइन तैयार करनी शुरू कर दी है। लॉकडाउन से सबसे पहले उन इलाकों को छूट दी जाएगी जहां एक लाख लोगों में रोजाना दो से ज्यादा लोग संक्रमित नहीं हुए। इसी के साथ सरकार ने सर्जिकल मास्क और सेनेटाइजर की कीमतों को नियंत्रित करना शुरू कर दिया है। इधर पाकिस्तान ने संक्रमितों की संख्या 11155 पर पहुंचने के बाद लॉकडाउन को 9 मई तक के लिए बढ़ा दिया है।


आपदा से ग्रस्त फसल बीमा-योजना

नई दिल्ली। वर्ष 2019-20 के खरीफ फसल प्राकृतिक कारणों से नुकसान होने के कारण किसानों को काफी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की फसलों को प्राकृतिक आपदा से होने वाली क्षति से किसानो को बचाने के लिए ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की गई थी। कोरोना वायरस लॉक डाउन के चलते देश में सभी को काफी नुकसानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में सर्कार किसानों को इस नुकसानी से बचाने के लिए किसानों को जल्द ही फसल बीमा योजना की सहयता दे रही है। इस फसल क्षतिपूर्ति की भरपाई के तहत फसल बीमा कंपनियां किसानों को बीमा राशि दे रही है।


कुछ राज्यों में राज्य सरकार के तरफ से राज्यांश प्रीमियम नहीं देने के कारण किसानों को फसल बीमा राशि अभी तक नहीं दी गई थी। राजस्थान सरकार ने वर्ष 2019 के खरीफ फसल की राज्यांश प्रीमियम राशी पिछले माह जमा कर दी थी, जिसके बाद राजस्थान राज्य के 9 जिलों के किसानों को 1240 करोड़ रूपये की बीमा राशी दे दी गई है। शेष किसानों को 1044करोड़ रूपये की बीमा राशी दिया जा रहा है। किसान समाधान फसल बीमा राशी की पूरी जानकारी लेकर आया है।


बाहर का खाना, सेहत खराब

हमारी सेहत ही नहीं बल्कि हमारी सोच, नजरिया और निर्णय लेने की क्षमता कैसी होगी यह सब भी हमारी डायट पर निर्भर करता है। क्योंकि हमारा खाना हमारे ब्रेन की हेल्थ पर सीधा असर डालता है। यहां जानें कि किस तरह की चीजें खाना हमारे दिमाग की सेहत को खराब कर सकता है....
हानिकारक हैं।


जिन ड्रिंक्स को हम एनर्जी ड्रिंक्स और स्पॉर्ट्स ड्रिंक के नाम पर दिन में कई बार लेते हैं वे हमें कितनी एनर्जी देती हैं, इस बारे में तो ठीक-ठीक कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन यह बात जरूर साफ है कि ये ड्रिंक्स हमारे ब्रेन की सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं। सोडा, फ्रूट्स ड्रिंक आदि में शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है। इससे ना केवल वेट बढ़ने के चांस होते हैं बल्कि डायबिटीज टाइप-2 होने का खतरा भी बढ़ जाता है। टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों में या जिन लोगों के ब्लड में शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है, उनमें डिमेंशिया यानी याददाश्त कम होना और अल्जाइमर होने के चांस बढ़ जाते हैं।


मलेशिया में स्टार्ट, कार्गो का परिचालन

नई दिल्ली/ कुआलालंपुर। विमानन क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों को केंद्र की ओर से यात्री सेवाओं की शुरुआत करने की घोषणा का इंतजार है। इस बीच इंडिगो ने अपने अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू कार्गो परिचालन का विस्तार करने की योजना बनाई है। इंडिगो की योजना निकट भविष्य में चीन, सिंगापुर और मलेशिया में कार्गो परिचालन शुरू करने की है।


एयरलाइन का बड़े पैमाने पर घरेलू नेटवर्क और भारत में सबसे बड़े विमान बेड़े के रूप में अब कार्गो क्षेत्र में और अधिक विस्तार करने का कदम महत्व रखता है। हालांकि इनमें से अधिकांश उड़ानें चिकित्सा उपकरणों और अन्य आवश्यक सामानों के लिए मुफ्त (फ्री-ऑफ-कॉस्ट) आधार पर संचालित की गई हैं। एयरलाइन के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) विलियम बौल्टर ने आईएएनएस को बताया, कार्गो हमारे लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, क्योंकि यात्री सेवाएं सक्रिय नहीं हैं। हम इस सेगमेंट में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, हमने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह की कार्गो सेवाओं का संचालन किया है, जो चिकित्सा संबंधी आवश्यक वस्तुओं और अन्य दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं का परिवहन करती हैं। अबू धाबी और मस्कट के लिए हमारी उड़ानों ने भारत की ताजा सब्जियों को वहां के एक प्रमुख खाद्य भंडार के लिए उपलब्ध कराया है। हम इसी तरह के अवसरों की तलाश कर रहे हैं। एयरलाइन ने पिछले सप्ताह दक्षिण भारत के कोच्चि से मस्कट और अबू धाबी के लिए पहली कार्गो उड़ान सेवा संचालित की थी। इंडिगो ने 18 अप्रैल को पहली बार कोच्चि और अबू धाबी के बीच उड़ान पर कार्गो लदान के लिए विमान के केबिन स्थान का उपयोग किया। खाड़ी देशों के अलावा एयरलाइन की निकट भविष्य में चीन, सिंगापुर और मलेशिया में भी माल ढुलाई की योजना है।बौल्टर ने कहा, अब कार्गो सेवा शुरू करने के लिए मलेशिया, सिंगापुर और चीन हमारी निगाह में हैं। उन्होंने कहा, घरेलू क्षेत्र में भी कार्गो सेगमेंट में हमारी उपस्थिति बढ़ेगी। केंद्र की लाइफलाइन उडान स्कीम के तहत इंडिगो ने अब तक तीन से 22 अप्रैल के बीच 84 टन माल लेकर 35 कार्गो उड़ानें संचालित की हैं। इससे इतर बौल्टर ने कहा कि एयरलाइन केंद्र के साथ लगातार संपर्क में है और यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए सरकार द्वारा सुझाए गए किसी भी स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी उपायों को लागू करने के लिए तैयार है। वर्तमान में इंडिगो से लेकर पूरा विमानन क्षेत्र ही राष्ट्रव्यापी बंद के बाद बुरे दौर से गुजर रहा है। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने सभी तरह की यात्री सेवाओं को निलंबित किया हुआ है। इंडिगो ने कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को छोड़कर अप्रैल के महीने के लिए किसी भी कर्मचारी का वेतन नहीं काटने का फैसला लिया है।


अमेरिकाः 30-45 साल के बीच की मौतें

वाशिंगटन। अमेरिका के डॉक्टर्स ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस की वजह से 30 से 49 साल के कई लोगों की अचानक मौतें हो रही हैं। इनमें कई लोग ऐसे होते हैं जो बिल्कुल भी बीमार नहीं दिखते और उनमें कोई लक्षण नहीं होता। लेकिन अचानक आए स्ट्रोक्स की वजह से लोगों की मौतें हो रही हैं। न्यूयॉर्क में कई लोगों की मौतें उनके घर में ही हो गईं। अमेरिका: कोरोना के लक्षण नहीं, 30 से 49 साल के लोगों की अचानक हो रहीं मौतें।


वाशिंगटन की रिपोर्ट के मुताबिक, मैनहटन के MSBI हॉस्पिटल के डॉक्टर थॉमस ऑक्सली ने बताया कि उनके एक मरीज ने कोई दवा नहीं ली थी, पहले से कोई दिक्कत नहीं थी। बाकी लोगों की तरह वह मरीज लॉकडाउन में घर में था। अचानक उसे बात करने में दिक्कत महसूस हुई।
अमेरिका: कोरोना के लक्षण नहीं, 30 से 49 साल के लोगों की अचानक हो रहीं मौतें। जांच में पता चला कि वे स्ट्रोक्स के शिकार हुए हैं और उनके सिर में काफी बड़ा ब्लॉकेज हो गया है। जांच में वे कोरोना से भी संक्रमित पाए गए। मरीज की उम्र सिर्फ 44 साल थी।हालांकि, इस तरह के गंभीर स्ट्रोक्स के शिकार होने वाले लोगों की औसत उम्र अब तक 74 साल रही है। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से कम उम्र के लोगों की जान स्ट्रोक्स की वजह से जा रही है।


फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...