मनोज सिंह ठाकुर
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया की उपस्थिथिति में प्रदेश कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक मंगलवार को वीडियो कांफ्रेन्सिंग से हुई। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस से बचाव के संदर्भ में राज्य सरकार की ओर से उठए गए कदमों, निर्णयों की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी से बचाव में छत्तीसगढ़ की बेहतर स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से आज इस महामारी से निपटने में कामयाब हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है, सतर्कता और सोशल डिस्टेंसिग बरकरार रखना है। गांव में भी यही संदेश देना है। खेतों में काम जरुरी है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिग के साथ। उन्होंने कहा कि आगे लॉक डाउन के संबंध में निर्णय सभी से विचार विमर्श कर परिस्थितयों के आधार पर होगा।उन्होंने विधायकों और जिलाध्यक्षों से उनके क्षेत्रों में आ रही परेशानियों की जानकारी ली और उसके निराकरण के आदेश भी दिए।
बैठक में प्रभारी पीएल पुनिया ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री की ओर से लिए निर्णयों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ की तारीफ पूरे देश में हो रही है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की भी तारीफ की कि उन्होंने बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए अच्छे इंतजाम किए। उन्होंने एआईसीसी के निर्देश पर गठित व्हाट्सएप ग्रुप का जिक्र किया। मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, राजेश तिवारी की भी प्रशंसा की। उन्होंने सीजी फाइट अगेन कोरोना ग्रुप के गठन के लिए शैलेश नितिन त्रिवेदी ,जयवर्धन बिस्सा,बेहतर समन्यवय के लिए गिरीश देवांगन, चंद्रशेखर शुक्ला की भी तारीफ की पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सरकार और मुख्यमंत्री की ओर से उठाए गए कदमों की तारीफ की। उन्होंने सभी जिला अध्यक्षों और पदाधिकारियों से राहत और बचाव कार्य में प्रशासन का पूरा सहयोग देने के निर्देश दिए। साथ ही किसी भी जरुरतमंद के लिए 24 घंटे खड़े रहने का निर्देश दिया।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस बात पर जोर दिया कि खतरा अभी टला नहीं है। इलाज के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। लॉक डाउन को और बढ़ाना चाहिए, दूरस्थ क्षेत्रों या जहां संक्रमण फैलने की संभावना कम हो, वहां पर इसमे छूट दी जा सकती है। बैठकमें सभी मंत्रियों ने अपने विभाग से संबंधित कोरोना बचाव के कार्यों की जानकारी दी। नगरी निकाय मंत्री शिव डहरिया ने बताया कि हर निगम क्षेत्रों में महापौरों और पार्षदों के निधि का ट्रांसफर किया जा चुका है। पार्षद चाहे तो इस निधि का उपयोग लोगों को राशन सामग्री, चावल के अतिरिक्त, तेल मसाला, आटा आदि दिलाने में भी उपयोग कर सकते हैं। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने राशन दुकानों और पंचायतों में खाद की उपलब्धता की जानकारी दी। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में 1957 राहत कैम्प चलाये जा रहे हंै। प्रदेश की सभी सीमाओं पर कैम्प चल रहे हैं, जिसमें 12000 से अधिक लोग भोजन कर रहे हंै। मंत्री अनिला भेडिय़ा ने बताया कि 11 लाख हितग्राहियों को 3 माह का पेंशन एकमुश्त देने की व्यवस्था की जा रही है।
मीटिंग में विभिन्न विधायकों-जिलाध्यक्षों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में जानकारी और सुझाव दिया। राजनांदगांव शहर अध्यक्ष ने राशन के साथ गैस के इंतजाम की बात कही। बिलासपुर जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने दूध स्टाल बढ़ाने की मांग रखी, जिसका कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने तत्काल आदेश दिया। जांजगीर अध्यक्ष चौलेश्वर चंद्राकर ने राज्य के बाहर गए मजदूरों कि समस्या उठाई। कवर्धा अध्यक्ष नीलू चंद्रवंशी ने किसान क्रेडिट कार्ड का मुद्दा उठाया विधायको ने अपने अपने क्षेत्र की बातें रखी।
बैठक में एआईसीसी के महामंत्री केसी वेणुगोपाल , प्रभारी सचिव चंदन यादव,प्रदेश सरकार के मंत्री ताम्रध्वज साहू रविन्द्र चौबे, ,मो.अकबर,शिव डहरिया कवासी लखमा,अमरजीत भगत, डॉ. प्रेम साय सिंह ,रुद्र गुरु,उमेश पटेल,अनिलाभेडिय़ा कांग्रेस के सांसद ज्योत्सना महंत, दीपक बैज,छाया वर्मा सहित सभी विधायक ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष ,महापौर और पीसीसी पदाधिकारी मीटिंग में शामिल हुए।