कोरोना संक्रमण पर शहर व्यवस्था के लिए उच्च स्तरीय बैठक
नगर विधायक शैलेश पांडे, कलेक्टर डॉ संजय अलंग ,पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ रितेश अग्रवाल और नगर निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडे बैठक में हुए शामिल
बिलासपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम पर एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी जनता कर्फ्यू के बाद प्रदेश में 144 धारा लगाई गई है। इसके संक्रमण को रोकने, आम जनता और वस्तुओं और सेवाओं की सुविधाओं के संबंध में स्पष्ट दिशा निर्देश और कानून के दायरे में शहर में व्यवस्था बनाए रखने के लिए आज उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई । जिसमें नगर विधायक शैलेश पांडे ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर, और जिला पंचायत सीईओ के सामने जनता की सुविधा, व्यवस्था और बंद के दौरान मिलने वाली सेवाओं के संदर्भ में अनेक बातें रखी।
इन विषयों को गंभीरता से लेते हुए इस पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम और जिला पंचायत द्वारा जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त करने कहा गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगर विधायक शैलेश पांडे ने कहा कि एक दिवसीय जनता कर्फ्यू में देश भर के लोगों का समर्थन मिला और लोग इस गंभीर समस्या से लड़ने के लिए तैयार नजर आए। सभी ने अपने घरों में रहकर कोरोना से लड़ने का संदेश दिया है , लेकिन आज दूसरे दिन इस संक्रमण को लेकर लोगों में गंभीरता थोड़ी कम दिखाई दी है। इस बात के लिए जिला प्रशासनऔर पुलिस प्रशासन सहित सभी को गंभीर होने की जरूरत है। शहर के कई स्थानों में लोग घूमते और अन्य व्यवहार करते नजर आए इस पर जानकारी मिली और देखा गया है कि आम जनता के पास बंद को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं हैं। खासकर सुविधाओं और सेवाओं के बाजार मैं दुकानदारों और आम जनता में इस बात की दुविधा बनी हुई है , कि कौन सी दुकानें खुली रहेंगी और कौन सी दुकानें बंद रहेंगी। इसी तरह सेवाओं को लेकर भी अभी स्पष्ट दिशा-निर्देश और जानकारी नहीं होने के कारण लोग अपने अनुसार कार्य करते नजर आ रहे हैं। जोकि एक तरह से गंभीर समस्या का रूप ले सकती है। बैठक में हमने कहा है , कि आम जनता को कर्फ्यू के संबंध में स्पष्ट दिशा निर्देश दिए जाएं, कि वह क्या कार्य कर सकते हैं, और क्या नहीं। इसी तरह सभी व्यापारी, पेट्रोल पंप संचालक ,मेडिकल स्टोर संचालक उद्योगपति, सभी निजी संस्थान सहित अनेक क्षेत्रों को भी स्पष्ट निर्देश होना चाहिए कि कौन सी दुकान खुलेगी और कौन सी दुकानें बंद रहेंगी। यदि इन दुकानों और उद्योगों को खोलने और बंद करने की सीमा तय की जानी चाहिए तो वह भी स्पष्ट हो। उसके लिए स्पष्ट रूप से सूची जारी किए जाने की आवश्यकता है। श्री पांडे ने बताया कि बाजार में सैनिटाइजर और साबुन के व्यवस्था की जरूरत है। किराना दुकान और सरकारी दुकानों में यह कम से कम दाम पर उपलब्ध हो और यदि यह नि:शुल्क व्यवस्था कराई जाए तो और बेहतर होगा। प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि कुछ लोगों को रहने और खाने की भी दिक्कतें सामने आई हैं , इस पर उद्योगपतियों से भी कहा जाएगा कि वे रेडक्रॉस या अन्य एनजीओ के माध्यम से आर्थिक मदद करें। जिससे कि उन लोगों को नियम के तहत कानून के दायरे में भोजन व्यवस्था कराई जाए और लोगों को नि:शुल्क दवाएं भी दी जा सके। शैलेश पांडे ने यह भी बताया कि जो मजदूर बाहर से आ गए हैं, जिसे तिहारी मजदूर भी कहा जाता है। ऐसे लोगों की मजदूरी और उनकी प्रतिदिन की आय सुनिश्चित करना भी जरूरी है। इसके लिए मनरेगा के तहत उन्हें काम देने की जरूरत है। श्री पांडे ने बताया कि सभी लोगों को घर में रहने की समझाइश देने और संक्रमण के बारे में जानकारी देने के लिए स्वच्छ भारत वाले वाहन पर मुनादी कराने का भी फैसला लिया गया है। जिसके आदेश जल्द ही जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि निजी और सरकारी क्षेत्र में जो नर्स से और वार्ड बॉय सहित हमारे मेहनती और जांबाज चिकित्सा साथी काम कर रहे हैं , उन्हें कोई मकान मालिक या अन्य कोई व्यक्ति अपने मकान से ना हटाए उन्हें सम्मान मिले और सुविधा मिले, इस बात के लिए के लिए भी आदेश से जारी किया जाएगा। शैलेश पांडे ने कहा कि हमारा बिलासपुर पूरी तरीके से सुरक्षित है। बस हमें जरूरत है, तो सतर्क रहकर अपने आप को बचाए रखने की। इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग विभाग के सभी लोग तैयार हैं। उन्होंने जनता से अपील की है कि घर पर रहकर ही कार्य करें और अपने साथ समाज को भी सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभाए।