अब्दुल सलाम क़ादरी
लहसुन
लहसुन खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा है लेकिन इससे कोरोना वायरस को नहीं मारा जा सकता। लेकिन इम्युनिटी सिस्टम बढ़ा कर बच सकते है। कोरोना वायरस का असर चीन की सरहदों को पार करता हुआ कई देशों तक पहुंच चुका है और अभी तक इस वायरस का इलाज नहीं खोजा जा सका है।
भय के इस माहौल में कई ऐसी जानकारियां सोशल मीडिया पर चल रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि इनके इस्तेमाल से कोरोना वायरस के असर को कम किया जा सकता है। लेकिन ये तमाम जानकारियां ना सिर्फ़ भ्रांति फैला रही हैं बल्कि इनका उपयोग करना किसी भी व्यक्ति को अस्वस्थ कर सकता है। हमने ऐसे ही कुछ दावों की पड़ताल की और यह जानने की कोशिश की कि क्या ये दावे सच में कोरोना वायरस पर असर दिखा सकते हैं या इससे लोगों को नुक़सान हो सकता है।
आइए देखते हैं सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले ऐसे ही कुछ दावेः
1. लहसुन का सेवन
फ़ेसबुक पर ऐसी बहुत सी पोस्ट देखने को मिल रही हैं जिनमें ये बताया जा रहा है कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस के असर को ख़त्म किया जा सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) लहसुन को एक अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ मानता है जिसमें कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता है, लेकिन इस बात के कोई सबूत नहीं है कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस का असर ख़त्म किया जा सकता है। वैसे तो लहसुन खाने से किसी को नुक़सान नहीं होता लेकिन यह सोचकर कि इससे कोरोना वायरस नहीं होगा, उसका अधिक सेवन करना हमारे स्वास्थ्य पर ज़रूर असर डाल सकता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार एक महिला ने इसी झूठे दावे पर यक़ीन कर के क़रीब 1.5 किलो कच्चा लहसुन खा लिया, जिसके बाद उसके गले में बहुत ज़्यादा परेशानी हो गई। यह बात सभी को पता है कि फल, सब्ज़ियां खाना और पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है लेकिन इस बात के सबूत नहीं है कि कौन सा खाना खाने से कोरोना वायरस को समाप्त किया जा सकता है।
2. चमत्कारी मिनरल
जॉर्डन सेथर एक यूट्यूबर हैं, जिनके अलग-अलग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर कई फॉलोवर्स हैं. उन्होंने दावा किया कि ‘मिरेकल मिनरल सप्लिमेंट’ जिसे वो MMS बुलाते हैं, इसके सेवन से कोरोना वायरस ठीक हो सकता है। उन्होंने बताया कि इस चमत्कारी मिनरल में क्लोरीन डाइऑक्साइड है। सेथर और कुछ अन्य लोगों ने इस प्रोडक्ट को कोरोना वायरस के फैलने से पहले ही प्रमोट करना शुरू कर दिया था. जनवरी में उन्होंने ट्वीट किया था, ”क्लोरीन डाइऑक्साइड (उर्फ़ एमएमएस) से ना केवल कैंसर सेल को ख़त्म किया जा सकता है, बल्कि इससे कोरोना वायरस को भी समाप्त किया जा सकता है।”