गुरुवार, 19 मार्च 2020

'फूल और कांटे' की रीमेक चाहते हैं अजय

मुंबई। बॉलीवुड के सिंघम स्टार अजय देवगन अपनी सुपरहिट फिल्म फूल और कांटे का रीमेक बनाना चाहते हैं। अयज देवगन ने वर्ष 1991 में प्रदर्शित सुपरहिट फिल्म फूल और कांटे से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत की थी। बॉलीवुड में इन दिनों रीमेक फिल्मों का चलन जोरों पर है। अजय देवगन से पूछा गया कि वह अपनी किसी एक फिल्म का रीमेक बनाना चाहेंगे। अजय ने ‘फूल और कांटे’ का नाम लिया है।


अजय देवगन का कहना है, कि मैं फूल और कांटे को प्रोड्यूस करना चाहूंगा। इसे किस तरह से पेश किया जाएगा, वो मैंने सोच रखा है। मैं इसे नए चेहरे के साथ बनाऊंगा। प्रस्तुतिकरण अलग हो सकता है, लेकिन इमोशन वैसा ही होगा।


करिश्मा की बेटी ने एक्टिंग डेब्यू किया

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर की बेटी समायरा कपूर ने एक्टिंग डेब्यू कर लिया है। करिश्मा कपूर की बेटी समायरा कपूर ने अपना एक्टिंग में डेब्यू कर दिया है। समायरा कपूर ने शॉर्ट फिल्म दौड़ से एक्टिंग की शुरुआत की है। फिल्म को चंकी पांडे की बेटी रीसा पांडे ने डायरेक्ट किया है। करिश्मा की बेटी समायरा के साथ संजय कपूर के छोटे बेटे जहान कपूर ने भी एक्टिंग डेब्यू किया है। चंकी पांडे ने इस फिल्म को प्रोडयूस किया है।


करीब साढ़े सात मिनट की शॉर्ट फिल्म दौड़ मुंबई की एक गरीब घर की बेटी मीरा की मुख्य भूमिका वाली कहानी है। मीरा मुंबई की लोकल में पेंसिंल बेचा करती है। लेकिन अचानक एक दिन बड़े घर के बच्चों के स्टेडियम दौड़ता देख उसको भी भागने का मन होता है। बड़े घर के बच्चों में तीन प्रमुख भूमिकाएं हैं, जिन्हें समायरा कपूर, जहान कपूर और धानिति पारेख ने निभाया है।


साथ नहीं छोड़ती ड्रेसिंग स्टाइल

कॉलेज लाइफ के दौरान स्टूडेंट्स अक्सर अपनी स्टडीज़ के साथ-साथ ढेरों रोचक अनुभव हासिल करते हैं। लेकिन इसी बीच लड़कियां खुद को स्टाइलिश दिखाने में भी कोई कसर नहीं छोड़तीं। पढ़ाई के साथ-साथ मौज मस्ती, दोस्तों के साथ उठना-बैठना, नए-नए लोगों से मिलना और तो और, कई बार अपना शहर छोड़कर नई जगह भी जाना पड़ता है। एक्साइटमेंट और नर्वसनेस के बीच आप कई नई चीज़ों से वाकिफ होती हैं। लेकिन इस बीच भी जो एक चीज आपका साथ नहीं छोड़ती वह है आपकी ड्रेसिंग स्टाइल। कॉलेज में पढाई के साथ-साथ खुद को स्टाइलिश दिखाने के भी ढेरों मौके मिलते हैं। ऐसे में आज हम बता रहे हैं कुछ ऐसे ही ट्रेंड्स के बारे में, जिन्हें पहनकर आप अपनी कॉलेज लाइफ में धूम मचा सकती हैं…
क्यूलॉट्स
बीते कुछ दिनों में क्यूलॉट्स का फैशन बहुत बढ़ गया है, ज्यादातर इस तरह के बॉटम को लड़कियां कूल दिखने वाली टीशर्ट या फिर ऑफ शोल्डर टॉप के साथ ट्राई कर रही हैं। यह काफी फ्लोई और कंफर्टेबल होता है। ऐसे में अगर आप पलाज़ो जैसा ही कोई दूसरा ऑप्शन ढूंढ रही हैं, तो ये आपके लिए एकदम परफेक्ट है। नी-लेंथ होने की वजह से इसमें आपको चलने या बैठने में भी कोई परेशानी नहीं आएगी। साथ ही साथ आप चाहें तो इसे अपने क्रॉप टॉप, ऑफ या कोल्ड शोल्डर के साथ पेयर करके भी पहन सकती हैं। 
वाइड लेग्ड पैंट्स
वाइड लेग्ड पैंट्स का फैशन बहुत तेजी से आगे बढ़ा है। करीना कपूर खान से लेकर से दीपिका पादुकोण तक बॉलीवुड डीवाज़ भी अपनी गर्मियों को इन पैंट्स के साथ काफी कूल और स्टाइलिश बना रही हैं। इन पैंट्स की सबसे अच्छी बात यह है कि यह आपको कॉटन से लेकर डेनिम तक हर फैब्रिक में बाजार में आसानी से मिल जाएंगे। इनकी पॉपुलैरिटी का ही तो नतीजा है कि बाजार में फ्लेयर्ड जींस को उतरा गया। लेकिन जनाब जब हमारे पास एक से एक बेहतरीन कलर्स में वाइड लेग्ड पैंट्स मौजूद हैं तो फिर जींस का रुख क्यों करना। इन पैंट्स को आप अपनी वाइट शर्ट (टक-इन करके) या फिटेड टॉप के साथ पेयर करें। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि अगर हाइट कम है तो ज़्यादा फ्लेयर्ड वाली पैंट ना चुनें। 
सिगरेट पैंट्स
अगर आप लगातार चूड़ीदार या लैगिंग्स पहनकर बोर हो गईं हैं, तो मैडम ये पैंट्स केवल और केवल बस आपके लिए हैं। जी हां, सिगरेट पैंट्स को आप अपनी लॉन्ग शर्ट या कुर्ती के साथ कैरी कर सकती हैं। इतना ही नहीं, अगर आप कालेज में होने वाले जॉब इंटरव्यू के लिए पहनकर जाने वाली हैं, तो फॉर्मल लुक के लिए नॉर्मल नी-लेंथ कुर्ते के साथ इस पैंट को कैरी करें।
धोती पैंट्स
सलवार-पटियाला सलवार और चूड़ीदार को थोड़ा सा ब्रेक देकर आप इस बार अपनी कुर्ती के साथ उससे मिलता-जुलता धोती पैंट्स को ट्राई करें। हमारा यकीन मानिए ये आपके लुक को परफेक्ट बनाने में कोई कोताही नहीं बरतेंगे। यही नहीं इसे व्हाइट शर्ट के साथ टक-इन करके भी पहन सकती हैं। अपने लुक को और स्टाइलिश बनाने के लिए आप उसके साथ सिल्वर नेकपीसे-बैंगल्स को भी अपनी लिस्ट में शामिल कर सकती हैं।
प्लाजो
आज के समय में हर महिलाएं और लड़कियों की जरूरत बन चुका प्लाज़ो एक बेहद कम्फर्टेबल बॉटम है। इस बॉटम को आप टी-शर्ट, शर्ट को टक-इन करके लॉन्ग कुर्ती के साथ या फिर किसी लूज़ टीशर्ट-टॉप के साथ भी कैरी कर सकती हैं। इन गर्मियों के लिए ये बॉटम एक लाजवाब ऑप्शन है।


पीड़ितों के खातों में आएगा पैसा

नई दिल्ली। कोरोना (Coronavirus) के कहर ने दुनियाभर में भारी तबाही मचा दी है, जिस कारण अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। जहां कई कंपनियां बंद होने की कगार पर भी आ गई हैंं तो वहीं कुछ ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दे दी है। ऐसे में रोजगार का संकट भी गहरा गया है, लोगों को अपना परिवार का खर्च उठाने की चिंता सता रही है। लोगों को इस संकट से उबारने के लिए अब मोदी सरकार ने कमर कस ली है। वह जल्द ही एक स्कीम लागू करने जा रही है, जिससे लोगों के खातों में पैसा आ जाएगा। लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिकस रकार कोरोना (Coronavirus) से प्रभावित लोगों को यूनिवर्सल बेसिक इनकम (Universal Basic Income- UBI) के जरिए मदद कर सकती है। यूनिवर्सल बेसिक इनकम एक निश्चित आय है, जो देश के सभी नागरिकों- गरीब, अमीर, नौकरीपेशा, बेरोजगार को सरकार से मिलती है। इस आय के लिए किसी तरह का काम करने या पात्रता होने की शर्त नहीं रहती।


आदर्श स्थिति है कि समाज के हर सदस्य को जीवन-यापन के लिए न्यूनतम आय का प्रावधान होना चाहिए। कई अर्थशास्त्रियों का ये मानना है कि यूबीआई से लाखों कर्मियों को इस वक्त मदद मिल सकती है। जिन्हें खुद को घर पर आइसोलेशन में रखना पड़ रहा है। ये हर राज्य में सभी व्यस्कों के लिए बिना शर्त नियमित भुगतान का एक विकल्प है। अगर इस स्कीम की शुरुआत भारत में हो जाती है तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का रूप ले सकती है।


बता दें कि लंदन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गाय स्टैंडिंग ने सबसे पहले गरीबी हटाने के लिए अमीर-गरीब, सबको निश्चित अंतराल पर तयशुदा रकम देने का विचार पेश किया है। उनका मानना है कि इस स्कीम का लाभ लेने के लिए किसी भी व्यक्ति को अपनी कमजोर सामाजिक-आर्थिक स्थिति अथवा बेरोजगारी का सबूत नहीं देना पड़े।


मचा हाहाकार 8,953 से अधिक मौत

नई दिल्ली। कोरोना दुनिया में बेकाबू होता जा रहा है। चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अबतक कोरोना की चपेट में आकर दुनिया में कुल 8,953 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के बाद इटली में कोरोना ने सबसे ज्यादा जान ली है। एक दिन में कोरोना से मौत का आंकड़ा चीन से भी आगे बढ़ गया है।


कोरोना के कहर से पूरी दुनिया में दहशत है। दुनिया भर में कुल 2 लाख से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में हैं जबकि 8,953 लोगों की मौत हो चुकी है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने एएफपी के हवाले से बताया है कि इटली में बुधवार को कुल 475 लोगों की मौत हो गई। यह एक दिन में कोरोना से दुनिया में मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इटली में कोरोना से अब तक कुल 2,978 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया में चीन के बाहर जितनी मौत हुई है, उसमें आधा से ज्यादा इटली में हुई है। जबकि कुल संक्रमित लोगों की संख्या 35,713 तक पहुंच गई है। इससे पहले रविवार को इटली में 368 लोगों की मौत हो गई थी।


वहां सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। इटली में 25 मार्च तक लोगों के एक साथ जमा होने पर रोक लगी है। इटली के कई शहरों में लॉकडाउन है। व्यापार पर बुरा असर पड़ा है। स्कूल-कॉलेजों में पहले ही छुट्टी घोषित की जा चुकी है। इटली के बड़े अधिकारी ने संकेत दिए हैं कि इसे और आगे बढ़ाया जा सकता है। चीन में कोरोना का संक्रमण धीरे-धीर कम हो रहा है। कोरोना से चीन में अबतक 3,237 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि अब भी वहां कुल 80,894 लोग कोरोना की चपेट में हैं।


चीन में अबतक 69,614 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी भी दी चुकी है। बता दें कि चीन का हुबेई प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित था और यहां का वुहान शहर कोरोना का केंद्र था। चीन के बाहर यूरोप में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा बरपा है और अब एशियाई देश इसकी चपेट में आ रहे हैं। ईरान में कोरोना से 147 और लोगों की मौत हो गई। इस तरह ईरान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1135 हो गई है, जबकि इस बीमारी की चपेट में आने वालों की संख्या 17,336 हो गई है।


खतरे के बीच 'अयोध्या' मेला आयोजन

अयोध्या। 25 मार्च से अयोध्या में रामनवमी का मेला शुरू हो रहा है जो कि 2 अप्रैल तक चलेगा। एक ओर जहां दुनिया के 117 देश कोरोना वायरस से संक्रमित है। आए दिन कोरोना से संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे है। भारत में सरकार ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल, कॉलेजों, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल, जिम सभी 2 अप्रैल तक बंद कर दिए हैं, कई जगह धारा 144 तक लागू कर दी है। ऐसे में अयोध्या में रामनवमी के मेले की शुरूआत होने जा रही है और अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस मेले में करीब 10 लाख श्रद्धालु जुटेंगे। ज्यादा भीड़ का मतलब है संक्रमण की ज्यादा संभावना लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार इन सब बातों को नजरअंदाज करती दिख रही है। श्रद्धालुओं की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।


24 मार्च से 2 अप्रैल तक अयोध्या में रामनवमी के मेले का आयोजन किया जाएगी साथ ही तैयारियां भी शुरू हो गई है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  भी इस मेले में शामिल होंगे। 24 मार्च के दिन वे अयोध्या में किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। 25 मार्च को मुख्यमंत्री अस्थायी मंदिर में रामलला के विराजमान होने पर प्राण प्रतिष्ठा का पूजन करेंगे। इस दौरान अयोध्या के संत और केन्द्र सरकार द्वारा गठित अयोध्या ट्रस्ट के सभी प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। अयोध्या विवाद अदालत की दहलीज पर पहली बार सन् 1885 में पहुंचा था और 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट से आए फैसले के बाद 25 मार्च से शुरू होना वाले मेले को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है इसीलिए कहा जा सकता है कि इस बार हर वर्ष से ज्यादा भक्तगण मेले में शामिल होंगे।


जिलाधिकारी अनुज कुमार झा का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने महामारी अधिनियम अधिसूचित कर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन को सभी प्रकार के उपाय करने की शक्ति प्रदान की है. कोरोना वायरस के प्रति एहतियात बरतने संबंधी 50,000 पोस्टर छपवाए हैं और उन्हें सार्वजनिक स्थलों पर लगाया जा रहा है. सिर्फ जागरूकता ही नहीं इस समय देश को सुरक्षित रहने की भी जरूरत है। ज्यादा भीड़ का मतलब है संक्रमण की ज्यादा संभावना।


मोदी आइडिया को जी-20 की स्वीकृति

नई दिल्ली। जी20 ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आइडिया स्वीकार करते हुए कोरोना वायरस के खिलाफ साझी रणनीति पर विचार के लिए संगठन में शामिल देशों के प्रतिनिधियों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के आयोजन लेकर सहमति दे दी है। जी20 का मौजूदा अध्यक्ष सऊदी अरब है।


ज्ञात रहे कि प्रधानमंत्री मोदी के आव्हान पर सार्क देशों ने कोरोना वायरस को लेकर वीडियो कांफे्रेंसिंग के जरिये चर्चा की थी, इसी तर्ज पर अब जी20 के सदस्य वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये साझा रणनीति पर चर्चा करेंगे।


सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भी प्रधानमंत्री के इस विचार पर आगे बढऩे का फैसला किया और कहा कि इस संबंध में सऊदी अरब और भारत के अधिकारी करीबी संपर्क में रहेंगे। इस बातचीत के बाद जी20 की तरफ से आधिकारिक बयान जारी किया गया है, जिसमें नेताओं का असाधारण सम्मेलन बुलाए जाने का आह्वान किया गया है।


इस आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अध्यक्ष सऊदी अरब जी20 देशों से अगले हफ्ते एक्स्ट्राऑर्डिनरी वर्चुअल जी20 समिट बुलाने की सूचना दे रहा है। ताकि कोविड-19 महामारी, इसके मानवीय और आर्थिक प्रभावों को लेकर समन्वित जवाबदेही पर विचार किया जा सके।


गौरतलब है कि जी20 के सदस्य देशों में अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूके और अमेरिका सहित 19 देशों के अलावा यूरोपियन यूनियन हैं।


5 करोड़ मौत की वजह 'स्पेनिश फ्लू'

स्पेनिश फ्लू ने 1918 में दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। कम से कम 5 करोड़ लोगों की मौत इसकी वजह से हुई थी। यह दुनिया के हर हिस्से में फैल गई थी। जापान, अर्जेंटिना और अन्य दर्जनों देशों में इससे लोग प्रभावित हुए थे। इस वक्त कई देशों में कोरोना वायरस की वजह से हेल्थ इमर्जेंसी जैसी हालत पैदा हो गई है। बड़ी संख्या में इसके कारण मौतें हो चुकी हैं और भारत में भी 40 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं।


कोरोना वायरस से पहले भी दुनिया में एक फ्लू ने कहर ढाया था जिसका नाम स्पैनिश फ्लू था। आइए आज स्पेनिश फ्लू के बारे में जानेंगे कि यहां कहां से शुरू हुआ और कैसे पूरी दुनिया में फैल गया, कैसे करोड़ों लोगों की इसकी वजह से मौत हो गई। कब और कैसे फैली? अमेरिका में स्पेनिश फ्लू के शुरुआती मामले मार्च 1918 में सामने आए थे।


अभी की तरह उस समय दुनिया आपस में नहीं जुड़ी हुई थी। समुद्री मार्गों से ही एक देश से दूसरे देश आना-जाना होता था। फिर भी यह बीमारी काफी तेजी से फैली। तुरंत ही यह महामारी अलास्का के सुदूर इलाकों में पहुंच गई। करीब दो सालों तक इसका कहर जारी रहा। ऐसा माना जाता है कि इस बीमारी की शुरुआत सैनिकों से हुई थी। उस समय पहला विश्वयुद्ध चल रहा था।


सैनिकों के बंकरों के आसपास गंदगी की वजह से यह महामारी सैनिकों में फैली और जब सैनिकों अपने-अपने देश लौटे तो वहां भी यह बीमारी फैल गई। स्पेनिश फ्लू की शुरुआत कहां से हुई? स्पेनिश फ्लू की शुरुआत कहां से हुई, इसको लेकर इतिहासकारों का अलग-अलग विचार है। कुछ का मानना है कि फ्रांस या अमेरिका स्थिति ब्रिटिश आर्मी के बेस से इसकी शुरुआत हुई थी।


हाल ही में एक नई थ्‍यौरी आई है जिसमें इसके लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया गया है। इस थ्‍यौरी के मुताबिक स्पेनिश फ्लू की शुरुआत साल 1917 के आखिरी हिस्से में उत्तरी चीन में हुई। वहां से यह बीमारी पश्चिमी यूरोप में फैली।


सीएम की बेटी ने नामांकन दाखिल किया

निजामाबाद। पूर्व सांसद और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता ने विधान परिषद के लिए निजामाबाद स्थानीय निकाय के कोटे से दो सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। कविता ने नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। गुरुवार को नामांकन पत्र दाखिल करने का आखिर दिन है। इससे पहले टीआरएस ने के कविता के नाम की आधिकारिक रूप से घोषणा की।


आपको बता दें कि तेलंगाना राष्ट्र समिति के अनेक नेताओं ने निजामाबाद विधान परिषद के स्थानीय निकाय के कोटे से टिकट की आस लगाये बैठे थे। मगर मुख्यमंत्री केसीआर ने अपनी बेटी कविता को ही उम्मीदवार बनाया है। पूर्व सांसद के कविता के नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया की जिम्मेदारी मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने पूरी की है।


कविता के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान टीआरएस के विधायक और पार्टी के नेताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि के कविता को जल्द ही मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। मगर सूत्र ने यह बताने से इंकार किया कि कविता को कौन सा मंत्री पद दिया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में के कविता निजामाबाद निर्वाचन से हार गई थी। तब से वह राजनीति के कार्यकलाप से दूर दिखाई दी।


मगर गत 13 फरवरी को राज्यसभा उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल करने के कार्यक्रम में भाग लिया। इसी क्रम में राज्यपाल कोटे के उम्मीदवार के नाम की घोषणा की जाएगी। पता चला है कि सीएम कार्यालय के ओएसडी देशपति श्रीनिवास, पार्टी के महासचिव तक्कल्लपल्ली रवींदर राव और टीएसआईआीसी चेयरमैन गैदरी बालमल्लू के नाम सीएम केसीआर के पास विचाराधीन हैं।


गोगोई ने राज्यसभा की शपथ ली

नई दिल्ली। भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने आज राज्यसभा सदस्यता की शपथ ले ली है। रंजन गोगोई की शपथ दौरान विपक्ष ने राज्यसभा में हंगामा किया। हालांकि शपथ लेने के बाद वे राज्यसभा के सदस्य बन गये हैं।


पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने 3 अक्टूबर 2018 को देश के 46वें प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ ग्रहण की थी। वे 17 नवंबर 2019 को सेवानिवृत्त हुए थे। वहीं रंजन गोगोई के राज्यसभा सदस्य मनोनित होने का विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस ने रंजन गोगोई के मनोनीत होने पर हमला बोलते हुए से पांच सवाल पूछे थे।


रंजन गोगोई के शपथ लेने के दौरान कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के सांसद शेम-शेम के नारे भी लगाए। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व में भी कई पूर्व सीजेआई एवं मशहूर हस्तियां इस सदन का हिस्सा बन चुके हैं। इसके बाद सभापति ने कहा कि सदन के बाहर किसी की भी राय की हम चिंता नहीं करते। लेकिन यहां हमें यह समझना होगा कि राष्ट्रपति के नामांकन को सच्ची भावना से माना जाना चाहिए।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मार्च 20, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-221 (साल-01)
2. शुक्रवार, मार्च 20, 2020
3. शक-1942,चैैत्र - कृष्ण पक्ष, तिथि- द्वादशी, संवत 2077


4. सूर्योदय प्रातः 06:23,सूर्यास्त 06:35
5. न्‍यूनतम तापमान 16+ डी.सै.,अधिकतम-27+ डी.सै., भारी बारिश की संभावना रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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cont.:-935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


बुधवार, 18 मार्च 2020

भारत बनाएगा कोरोना नाशक दवा

नई दिल्ली। कोरोना से निजात पाने के लिए स्वास्थ मंत्रालय ने खास कदम उठाए है। डीसीजीआई से जांच की मंजूरी के बाद स्विस फर्म रोशे डायग्नोस्टिक्स नाम की कंपनी देश में इस संक्रमण की जांच करने वाली पहली निजी फर्म बन गई है। सरकार ने हाल ही में निजी डायग्नोस्टिक केंद्रों को भी जांच करने की अनुमति देने की बात कही हैं।


साथ ही केंद्र सरकार एक अन्य निजी डायग्नोस्टिक फर्म ‘बायोम्रीक्स’ को भी लाइसेंस देने पर विचार कर रही है। क्योकिं इस फर्म ने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने की अनुमति मांगी है। बता दे कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने निजी क्षेत्र के डायग्नोस्टिक केंद्रों के लिए मंगलवार को दिशा-निर्देश जारी किए और उनसे यह जांच मुफ्त करने का अनुरोध किया है।


फिलीपींस में फंसे 1500 भारतीय छात्र

फिलीपींस। कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में दहशत का माहौल बना हुआ है। अब तक दुनिया भर में 7000 से ज्यादा लोगों की जान कोरोना की वजह से जा चुकी है। वहीं, फिलीपींस में 1500 भारतीय छात्रों के फंसे होने की जानकारी आ रही है। नितिन भाकल नाम के भारतीय मेडिकल स्टूडेंट ने ज़ी मीडिया से संपर्क कर बताया है कि पूरे फिलीपींस में तकरीबन 1500 मेडिकल स्टूडेंट लॉक डाउन की वजह से फंस गए हैं। फिलीपींस सरकार ने इन्हें 72 घंटों में देश छोड़ने के आदेश दिए हैं लेकिन भारत से हवाई सेवाएं बंद होने की वजह से ये लोग अब फिलीपींस में ही फंसे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, फंसे हुए छात्रों में तकरीबन 200 छात्र राजस्थान से हैं और उनमें भी 50 छात्र नागौर जिले के बताए जा रहे हैं। पूरे फिलीपींस में लॉकडाउन के बाद कर्फ्यू की स्थिति बनी हुई है। बाजार पूरी तरह से बंद हैं। लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत दी गई है, जिसकी वजह से यह छात्र भी फंस गए हैं और इनके पास खाने-पीने का सामान भी नहीं है। मेडिकल स्टूडेंट्स भारत सरकार से उनकी सहायता करने और एयर लिफ्ट की अपील कर रहे हैं। फिलीपींस में फंसे हुए कुछ लोग मलेशिया चले गए थे लेकिन ये लोग वहीं पर फंस गए, जिनको सरकार ने बुलाने की व्यवस्था का आश्वासन दिया है। लेकिन फिलीपींस में फंसे छात्रों के लिए सरकार की तरफ से अब तक कोई बयान नहीं आया है। ऐसे में यह सभी मेडिकल छात्र घबराए हुए हैं और सरकार से मदद की अपील कर रहे हैं।


राज्यसभा सदस्यों को दी शुभकामनाएं

राणा ओबराय

मुख्यमंत्री मनोहरलाल को हरियाणा से निर्वाचित 2 राज्यसभा सदस्य की दी अपनी शुभकामनाएं

चण्डीगढ़। हरियाणा से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दुष्यंत कुमार गौतम तथा रामचंद्र जांगड़ा को निर्विरोध राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने पर हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा मुझे पूर्ण विश्वास है, कि आपका कार्यकाल प्रदेश के विकास में सहायक होगा एवं प्रदेश की आवाज़ सदन में और सशक्त होगी।


विकास, विश्वास, सुशासन के तीन साल

तीन साल में हम प्रदेश में विकास, सुशासन और विश्वास का महौल बनाने में सफल रहे


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से यह सब मुमकिन हो सका


कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव को देखते हुए दिहाड़ी मजदूरों के भरण पोषण की व्यवस्था सरकार करेगी


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि तीन साल पहले, भाजपा नेतृत्व ने भरोसा कर मुझे सबसे बड़े प्रदेश की सत्ता की कमान सौंपी थी। उस समय के हालात किसी से छिपे नहीं हैं। कानून-व्यवस्था नाम की चीज थी ही नहीं। विकास बेपटरी हो चुका था। संवैधानिक संस्थाओं से लोगों का भरोसा उठ चुका था। हालात चुनौतीपूर्ण थे। उन चुनौतियों को हमने अवसर में बदला। आज हम प्रदेश में विकास, विश्वास और सुशासन का माहौल कायम करने में कामयाब रहे। हर क्षेत्र में हमनें विकास के नये मानक बनाए हैं।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर यहां लोकभवन में पत्रकारवार्ता की। इस दौरान योगी ने कहा कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से संभव हो पाया। इसमें केंद्रीय संसदीय टीम, प्रदेश भाजपा के संगठन, सहयोगी मंत्रीगण, अन्य जनप्रतिनिधियों का भी पूरा सहयोग रहा।


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सबकी मदद से ही पिछले साल प्रयागराज में भव्य और दिव्य कुंभ का आयोजन किया गया। किसानों की ऋण माफी, प्रधानमंत्री आवास, शौचालय, उज्जवला, आयुष्मान भारत, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेंहू और धान की रिकॉर्ड खरीद और भुगतान, गन्ना मूल्य का रिकॉर्ड भुगतान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, निवेश, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, सड़कों का संजाल और एयर कनेक्टिविटी आदि के क्षेत्रों में कीर्तिमान बनाया है।


संगठित अपराधों पर लगा प्रभावी अंकुश


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘’परित्राणाय साधूना विनाशाय च दुष्कृताम’’ को सूत्र बनाकर हमारी सरकार कार्य कर रही है। जिसका परिणाम है कि तीन वर्ष में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। 2016 के सापेक्ष 2019 में संगठित अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगा है। डकैती के मामले में 59.70 प्रतिशत, लूट के मामले में 47.09 प्रतिशत, हत्या के मामले में 21.71 प्रतिशत, बलवा में 27.20 प्रतिशत, अपहरण के मामले में 37.74 प्रतिशत और बलात्कार के मामले में 17.90 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा कि पुलिस के आधुनिकीकरण की दिशा में हमारी सरकार ने काफी काम किया है। 1.37 लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई है। पुलिस व फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी बनाने की दिशा में कार्यवाही आगे बढ़ाई गई है। हम हर रेंज में साइबर थाना और फॉरेंसिक लैब बनाने जा रहे हैं।


सभी 75 जिलों को मिल रही है बिजली


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 30 लाख गरीबों को आवास दिया गया। स्वच्छ भारत मिशन नारी गरिमा की रक्षा के साथ-साथ प्रत्येक नागरिक के जीवन में व्यापक परिवर्रत लाने वाला है। इस योजना के तहत 2 करोड़ 61 लाख परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय दिया गया। 2017 के पहले प्रदेश के 4-5 जनपदों को बिजली मिलती थी। आज हमारी सरकार सभी 75 जनपदों को बिना भेदभाव के बिजली दे रही है। सौभाग्य योजना के तहत 1 करोड़ 24 लाख से ज्यादा परिवारों को नि:शुल्क कनेक्शन दिया गया है। 1 लाख 67 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाई गई। सब स्टेशन बनाए गए, फीडर सप्रेशन की कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया। 


30 नये मेडिकल कॉलेज बनाने जा रहे हैं


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य के तहत प्रदेश में 5 लाख रुपये की स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है। प्रदेश के अंदर एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस को हर जनपद तक पहुंचाया गया है। 1947 से 2016 तक प्रदेश में कुल 12 मेडिकल कॉलेज बने थे। हमारी सरकार 30 नये मेडिकल कॉलेज बनाने जा रही है। दो नये एम्स में ओपीडी शुरू हो गई है। प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेला के माध्यम से अंतिम पायदन पर बैठे हुए व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जा रहा है।


ओडीओपी अभिनव योजना


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) अभिनव योजना है। इसके माध्यम से 28 प्रतिशत निर्यात बढ़ा है। इस योजना को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। इस बार के यूनियन बजट में इस बात का आह्वान किया गया है कि उत्तर प्रदेश की एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) देश के सभी राज्यों में लागू करना चाहिए।


केंद्र की योजनाओं में उत्तर प्रदेश नं. 1 पर


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 के पहले देश के अंदर केंद्र की योजनाओं में उत्तर प्रदेश की गिनती कहीं नहीं होती थी, हमारी सरकार के टीम वर्क का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश देश में नंबर एक पर है। इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत, स्वच्छ भारत मिशन, सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना शामिल हैं।


किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में कर रहे हैं कार्य


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 1 करोड़ 87 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। 36 हजार करोड़ रुपये से 86 लाख किसानों की कर्ज माफी की गई। किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में हमारी सरकार लगातार कार्य कर रही है। 2010 से गन्ना मूल्य बकाया था। हमारी सरकार ने 92 हजार करोड़ से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान किया है। पिछली सरकारों ने 29 चीनी मिलें बंद कर दी थीं। जब हम आए तो प्रदेश में 116 मिली थीं, आज हम 121 चीनी मिलें चल रहा रहे हैं। गन्ने से इथेनॉल बनाने की प्रक्रिया में आगे बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश गन्ना व चीनी उत्पादन के साथ इथेनॉल में भी अग्रणी होगा। उन्होंने कहा कि 46 वर्षों से लंबित बाण सागर परियोजना को हमारी सरकार ने पूर्ण कराया है। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना, मध्य गंगा राष्ट्रीय परियोजना और अर्जुन सहायक परियोजना जैसी डेढ़ दर्जन से ज्यादा सिंचाई परियोजनाएं दशकों से लंबित पड़ी हुई थीं। हमारी सरकार ने इसमें कुछ परियोजनाओं को पूर्ण कर लिया है, बाकी बची परियोजनाओं को अगले वित्तीय वर्ष तक पूर्ण कर लेंगे, 25 लाख हेक्टयेर अतिरिक्त भूमि को सिंचन की क्षमता उपलब्ध कराएगी।


इस साल जनता के लिए खुल जाएगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का काम तेजी से चल रहा है। इस साल के आखिर तक उसे खोल देंगे। अगले वर्ष के अंत तक बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर काम शुरू हो जाएगा। गंगा एक्सप्रेस वे पर काम चल रहा है। यह तीनों एक्सप्रेस-वे यूपी की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देंगे।


अक्षम लोगों तक सरकारी कर्मी पहुंचाएंगे राशन


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार हुआ है। 80 हजार से अधिक दुकानों पर ई-पॉश मशीनें लगाई गई हैं। राशन पोर्टेबिलिटी की सुविधा दी जा रही है। अभी 14 करोड़ यूनिट लोगों तक खाद्यान्न पहुंच रहा है। अंत्योदय परिवारों में अक्षम लोगों तक सरकारी कर्मी राशन पहुंचाएंगे। 


शिक्षा के क्षेत्र में हुआ व्यापक बदलाव


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में भी व्यापक बदलाव हुआ है। 50 लाख बच्चे बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में बढ़े हैं। 92 हजार स्कूलों का कायाकल्प हुआ है। माध्यमिक शिक्षा में आजादी के बाद जितने शासकीय इंटर कॉलेज नहीं बने थे, 3 साल में 193 कॉलेज बने हैं। पूरे प्रदेश में नकल विहीन परीक्षा हुई है। उच्च शिक्षा में भी प्रदेश ने नई छलांग लगाई है। प्रदेश में पहले 27 निजी विश्वविद्यालय थे। हमारी सरकार एक साथ 28 निजी विश्वविद्यालय बनाने के साथ ही 8 नए राज्य विश्वविद्यालय बना रही है। उन्होंने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के सेंटर उद्योग से जुड़ेंगे। पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग कॉलेज के युवाओं को अनिवार्य रूप से उद्यम से जोड़ेंगे। मुख्यमंत्री अप्रेंटिस योजना के तहत युवाओं को 2500 रुपये प्रति माह देंगे। पहले साल में 1 लाख युवाओं का लक्ष्य रखा गया है। युवा हब के लिए 1200 करोड़ रुपये की धनराशि पहले ही जारी की जा चुकी है।


33 लाख लोगों को मिला रोजगार


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रथम एवं द्वितीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी व अन्य माध्यमों से लगभग तीन लाख करोड़ रुपये का निवेश आने से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 33 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। इसके साथ ही तीन लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। जिनको लेकर कोई शिकायत सामने नहीं आई है।


1 लाख से अधिक गरीब कन्याओं का कराया विवाह


सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत इस बार के बजट में इसके लिए 1200 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। इसके तहत प्रदेश की बेटियों को 15 हजार रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत निर्धन परिवारों की 1 लाख से अधिक गरीब कन्याओं का विवाह कराया जा चुका है। महिलाओं एवं बेटियों की सुरक्षा देने के लिए बनाए गए एंटी रोमियो स्क्वॉएड कार्य कर रही है।


पर्यटन क्षेत्र का हुआ विकास


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि डिफेंस एक्सपो व नेशनल यूथ फेस्टिवल जैसे आयोजन से प्रदेश को नई पहचान मिली है। हमारी सरकार ने दीपोत्सव, देव दीपावली, बरसाना की होली और नवरात्रि के कार्यक्रमों को नई ऊंचाई दी है। इससे पर्यटन के क्षेत्र में विकास हुआ है और अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने में सफलता मिली है।


कोरोना वायरस को लेकर चलाए जा रहे हैं जागरुकता कार्यक्रम


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता, उपाय व बचाव के दृष्टिगत युद्ध स्तर पर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके कारण सभी सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। स्थगित कार्यक्रमों को अप्रैल के प्रथम सप्ताह में लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव को देखते हुए दिहाड़ी मजदूरों और रोज कामने-खाने वाले लोगों के भरण पोषण की व्यवस्था सरकार करेगी।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कराई थर्मल स्क्रीनिंग


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश करने से पहले कोरोना वायरस के ऐहतियातन थर्मल स्क्रीनिंग कराई। इसके साथ ही दोनों डिप्टी सीएम, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी थर्मल स्क्रीनिंग कराई। योगी सरकार ने इस मौके पर 'सुशासन के 3 वर्ष' नाम की पुस्तक का विमोचन भी किया। 


पत्रकार वार्ता में दोनों डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन मंत्री सुनील बंसल, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, निदेशक सूचना शिशिर, तीनों सूचना सलाहकार समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।


पीड़ित किसानों को डीएम का आश्वासन

अकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। हाल ही में हुई बिन मौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से गाजियाबाद में किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। जिससे किसानों के घर में चूल्हा तक नहीं चल पा रहा है। ऐसे में किसानों ने जिला प्रशासन से मदद मांगी है। किसानों का कहना है कि मदद नहीं मिलने पर किसान भुखमरी की कगार पर आ जाएगा। वहीं गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडे ने कहा है कि किसानों के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। और किसानों को बीमा और अन्य सहायता देने की तैयारी की जा रही है।


किसानों ने की डीएम से मुलाकातः बिन मौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से परेशान किसानों ने गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडे से मुलाकात की और अपना दर्द बताया।किसानों ने कहा कि कुछ किसान तो ऐसे हैं, जिनका पूरा वर्ष फसल पर ही टिका होता है। लेकिन फसल खराब होने से उनके लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है। हाल यह है की परिवार की रोजी-रोटी चलाना काफी मुश्किल हो जाएगा।



डीएम ने दिया आश्वासनः गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडे ने किसानों को आश्वासन दिया है। और कहा है कि किसानों की तकलीफ को जल्द दूर कर दिया जाएगा। सरकार तक उनकी बात भी पहुंचाई गई है। और हर संभव प्रयास किया जा रहा है। तहसील स्तर पर फसलों का आकलन किया जा रहा है। साथ ही किसानों से भी कहा गया है कि ऐसी कोई खराब फसल की जानकारी उनके पास है,तो तुरंत जिला प्रशासन को बताएं। जिससे कोई भी किसान आर्थिक सहायता से दूर ना रहे।


किसानों में जागी नई उम्मीदः डीएम के आश्वासन के बाद किसानों में नई उम्मीद जागी है। और किसानों ने थोड़ी बहुत राहत की सांस ली है।हालांकि किसान अभी भी इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं बिन मौसम ओले दोबारा ना पड़ जाए। जिससे बची कुची फसल भी खराब ना हो जाए। इससे आम लोगों को भी नुकसान होगा। क्योंकि फसल खराब होने से गेहूं और अन्य फसलों से पैदा होने वाला अनाज संकट के इस दौर में आम लोगों तक भी महंगा पहुंचेगा।


भाजपा का दावा 36,70 पर है पेट्रोल

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में संपन्न जीएसटी कौंसिल की बैठक में पेट्रोल व डीजल के दाम पर एक झटके में 3 रूपए बड़ा दिए है। जिसका असर साफ़ तौर पर मध्यमवर्गीय परिवार पर पड़ेगा। देश में पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए यह बहुत हानिकारक साबित हो रहा है।


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘दुनिया भर में कच्चे तेल के दाम घट चुके हैं मगर हिंदुस्तान में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे है। कच्चे तेल के दाम में गिरावट का फायदा आम लोगों को क्यों नहीं मिल रहा है? क्यों आम लोगो को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है?’


प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार को पुराने दिन याद दिलाते हुए कहा कि ‘दिल्ली-मुंबई में 36 रु में पेट्रोल बेचने का दावा करने वाले भाजपा नेताओं ने किस कम्पनी का टेप मुंह पर लगाया है जो पेट्रोल के दाम 70 पार होने पर भी चुप है।’


अमेरिका में 60 दिन निशुल्क इंटरनेट

नई दिल्ली। कोरोना से बचने के लिए दुनिया भर के देशों द्वारा हर संभव कोशिश की जा रही है। इस दौरान अमेरिका ने अपने नागरिकों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए अनूठी स्कीम शुरू की है।


अमेरिका में लोगों को कोरोना के कहर से बचाने के लिए एक अनूठा कदम उठाया गया है। अमेरिका में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कॉमकास्ट ने 60 दिनों के लिए फ्री वाईफाई देने का ऐलान किया है। ये कदम कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते उठाया गया है, जिससे कि लोगों को अपनों से जुड़े रहने में किसी तरह की परेशानी ना हो। साइबर सर्विस प्रोवाइडर कंपनी कॉमकास्ट के मुताबिक फ्री वाईफाई को पूरे देश में वाई फाई हाटस्पाट के ज़रिये लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। दरअसल, सरकार लोगों को घर में रहने के लिए कह रही है। लोग घर से काम कर रहे हैं। ऐसे में उनको मुफ्त इंटरनेट मिलने से अपना वक्त गुजारने में और भी आसानी रहेगी।


यूपी हाईकोर्ट-बेंच तीन दिन बंद रहेंगी

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। कोरोना वायरस के बढ़ते हुए खतरे को देखकर, प्रयागराज हाईकोर्ट ने 3 दिनों का अवकाश घोषित किया है। 19,20 और 21 मार्च को प्रयागराज हाईकोर्ट, लखनऊ बेंच में कोई कार्य नहीं होगा। इन 3 दिनों में किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं की जाएगी। हाईकोर्ट के प्रवक्ता के द्वारा न्यायालय परिसर में आवश्यक संसाधनों के अभाव को ध्यान में रखकर अवकाश घोषित किया गया है। साफ-सफाई और सैनिटाइजर के उपयोग लिए जनता से आग्रह किया है। न्यायालय परिसर में उचित व्यवस्थाओं का अभाव प्रतीत किया जा रहा था। जिसमें संसाधनों का अभाव भी सम्मिलित है। इन्हीं कारणों को ध्यान में रखते हुए संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। अवकाश के चलते  होने वाली कार्रवाई को 1, 2 जून और 4 अप्रैल में किया जाएगा।


हिंयुवा की प्रदेश, महानगर टीम गठित

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। राष्ट्रीय हिंदू वाहिनी की प्रदेश टीम एवं प्रयागराज महानगर की टीम द्वारा माननीय राजेश केसरवानी को भारतीय जनता पार्टी महानगर मीडिया प्रभारी बनाए जाने पर प्रदेश मंत्री आयुष श्रीवास्तव के आवास पर उनका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।


कार्यक्रम में उपस्थित राष्ट्रीय हिंदू वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्यांश श्रीवास्तव  प्रदेश उपाध्यक्ष विकास केसरवानी, प्रदेश मंत्री आयुष श्रीवास्तव, प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी सूरज मिश्रा, प्रदेश महानगर उपाध्यक्ष यश महाजन, महानगर उपाध्यक्ष  तरुण केसरवानी, महानगर मंत्री आकाश अग्रवाल, महानगर महामंत्री अर्पित शर्मा, महानगर मीडिया प्रभारी, रचित यादव, महानगर कार्यसमिति सदस्य, राहुल यादव उपस्थित रहे।


फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...