मंगलवार, 15 अक्तूबर 2019

किसी ने कहा,प्यारी श्रद्धा और चीन

मुंबई। ऐक्ट्रेस श्रद्धा कपूर की गिनती बॉलिवुड की सबसे स्टाइलिश ऐक्ट्रेसेस में होती है। हर आउटिंग पर उनका फैशन सेंस देखने वाला होता है। हाल ही में उन्हें जिम के बाहर स्पॉट किया गया और इस दौरान भी उनके लुक ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। 


श्रद्धा ने येलो कलर की स्पोर्टस ब्रा के साथ ट्रांसपैरंट क्रॉप टॉप पहना था। इसके साथ उन्होंने ट्रांसपैरंट स्ट्रैप डिजाइन वाले टाइट्स पहने थे। साथ में गॉगल्स उनके लुक को और भी हॉट और सेक्सी बना रहे थे। श्रद्धा का यह जिम लुक देखते ही देखते सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। लोगों ने श्रद्धा के इस लुक की खूब तारीफें कीं। किसी ने उन्हें मेरी प्यारी श्रद्धा कहा तो किसी ने चीन।
प्रफेशनल फ्रंट की बात करें, तो श्रद्धा कपूर हाल ही में साहो और छिछोरे में नजर आई थीं। इन फिल्मों में उनकी ऐक्टिंग और लुक को काफी सराहा गया। अब जल्द ही वह स्ट्रीट डांसर 3 डी और बागी 3 में नजर आएंगी। स्ट्रीट डांसर 3 डी में जहां उनके ऑपोजिट वरुण धवन हैं, तो वहीं बागी 3 में वह टाइगर श्रॉफ के साथ नजर आएंगी।


एफएटीएफ की बैठक में पाक अलग-थलग

नई दिल्ली। फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक में पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। बैठक‍ में पाकिस्तान अलग-थलग पड़ता नजर आ रहा है। अब एफएटीएफ पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठा सकता है। एफएटीएफ द्वारा कड़ी कार्रवाई के कगार पर खड़े पाकिस्तान को 'डार्क ग्रे' सूची में डाला जा सकता है, जो सुधरने की अंतिम चेतावनी है। संकेतों के अनुसार आर्थिक कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की यहां चल रही बैठक में भाग लेने वाले अधिकारियों ने कहा है कि अगर पाकिस्तान ने जरूरी कदम नहीं उठाये तो उसे सभी सदस्यों द्वारा अलग-थलग कर दिया जाएगा।
एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान के अपर्याप्त प्रदर्शन को देखते हुए वह एफएटीएफ द्वारा कड़ी कार्रवाई के कगार पर है और वह 27 में से केवल छह बिंदुओं को पारित करने में कामयाब रहा। एफएटीएफ 18 अक्टूबर को पाकिस्तान पर अपने फैसले को अंतिम रूप देगा। एफएटीएफ के नियमों के अनुसार 'ग्रे' और 'ब्लैक' सूचियों के बीच एक अनिवार्य चरण है, जिसे 'डार्क ग्रे' कहा जाता है। 'डार्क ग्रे' का अर्थ है सख्त चेतावनी ताकि संबंधित देश को सुधार का एक अंतिम मौका मिल सके। एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी निकाय है, जिसे धन शोधन, आतंकवादी वित्तपोषण और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली की अखंडता के लिए अन्य खतरों का मुकाबला करने के लिए स्थापित किया गया है।


सरकारी बंगले में रहेंगे जोशी-आडवाणी

नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और जसवंत सिंह के लुटियन दिल्ली स्थित सरकारी बंगलों का आवंटन विभिन्न आधार पर बरकरार रखने का सरकार ने फैसला किया है। सरकारी संपत्ति से अनधिकृत कब्जों की बेदखली के लिए हाल ही में संसद द्वारा पारित कठोर प्रावधानों वाले सार्वजनिक परिसर (अनधिकृत कब्जाधारियों की बेदखली) अधिनियम 2019 के तहत आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा पूर्व सांसदों के बंगले खाली कराए जाने की प्रक्रिया के बीच आडवाणी और जोशी को सुरक्षा कारणों से और सिंह के बंगले का आवंटन स्वास्थ्य कारणों से बरकरार रखा जाएगा। उल्लेखनीय है कि तीनों नेता अब संसद सदस्य नहीं हैं। आडवाणी और जोशी ने 17वीं लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा था और सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। मंत्रालय के संपदा निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि संशोधित कानून के तहत सभी भूतपूर्व सांसदों के बंगलों का आवंटन रद्द कर बंगले खाली कराने की प्रकिया को तेजी से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आडवाणी और जोशी के बंगले का आवंटन सुरक्षा कारणों से और सिंह के बंगले का आवंटन स्वास्थ्य कारणों से बरकरार रहेगा। उल्लेखनीय है कि 91 वर्षीय आडवाणी को पृथ्वीराज रोड और 85 वर्षीय जोशी को रायसीना रोड स्थित बंगला अवंटित हैं जबकि पूर्व रक्षामंत्री जसवंत सिंह को तीन मूर्ति लेन में सरकारी आवास आवंटित है।


महाराष्ट्र भाजपा का घोषणा पत्र जारी

मुंबई। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। भाजपा के इस घोषणापत्र का नाम 'संकल्प पत्र' रखा गया है। घोषणापत्र जारी करने के बाद जेपी नड्डा ने कहा, 'देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति में मूल परिवर्तन किया है। पांच साल पहले महाराष्ट्र एक भ्रष्टाचार से ग्रसित प्रदेश था। आज देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र भ्रष्टाचार से मुक्त प्रदेश बन गया है। जेपी नड्डा ने कहा,'यह संकल्प पत्र केवल कागज का एक टुकड़ा नहीं है बल्कि एक गंभीर दस्तावेज है और इसे बहुत अच्छी तरह से अध्ययन कर के तैयार किया गया है। कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने घोषणापत्रों और इस तरह के अन्य पत्रों के प्रभाव को कम किया है। उन्होंने कहा,'घोषणापत्र को समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रखकर बनाया गया है। हम गरीबों, गांवों, किसानों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जेपी नड्डा ने कहा, 'आने वाले 5 वर्षों में महाराष्ट्र को सूखे से मुक्त करेंगे। पश्चिम से बहने वाली नदियों के पानी को गोदावरी की घाटी से रुकवाकर मराठवाड़ा व उत्तर महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त भाग में पहुंचाएंगे। मराठवाड़ा वाटर ग्रिड महत्वकांक्षी योजना के माध्यम से 11 बांधों को आपस में जोड़कर संपूर्ण मराठवाड़ा को पाइप लाइन से आपूर्ति करेंगे। कृष्णा कोयना व अन्य नदियों में बाढ़ के कारण बह जाने वाले अतिरिक्त पानी को पाश्चिम महाराष्ट्र के स्थायी सूखे भाग में लेकर जाएंगे।
उन्होंने कहा, 'आने वाले पांच सालों में एक करोड़ नौकरियों का निर्माण करेंगे। एक करोड़ परिवारों को महिला बचत समूह से जोड़कर रोजगार के विशेष अवसर उपलब्ध कराएंगे। 2022 तक प्रत्येक घर को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध कराएंगे। मूलभूत सुविधाओं के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।


2016 से पहले मामलों में कानून लागू

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने काले धन के खिलाफ बने कानून के अप्रैल 2016 से पहले के मामलों में लागू न होने के दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को निरस्त कर दिया है। पिछले 18 सितम्बर को जब सुप्रीम कोर्ट ने काला धन मामले में फंसे वकील गौतम खेतान पर आदेश सुरक्षित रखा था तभी इस बात का संकेत दिया था कि खेतान को राहत देने वाला दिल्ली हाईकोर्ट का आदेश निरस्त हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट को निर्देश दिया कि वह गौतम खेतान की याचिका पर नए सिरे से सुनवाई करे।


दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि खेतान का मामला 1 अप्रैल 2016 से पहले का है। इसलिए काले धन के खिलाफ कानून लागू नहीं हो सकता। इस मामले में केंद्र सरकार ने दलील दी थी कि इसका हर मामलों पर बुरा असर होगा।


पिछले 21 मई को कोर्ट ने काले धन के खिलाफ बने कानून के अप्रैल 2016 से पहले के मामलों में लागू न होने के दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दिया था। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। केंद्र सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने की मांग की थी।


पिछले 16 मई को दिल्ली हाईकोर्ट ने इनकम टैक्स विभाग को निर्देश दिया था कि वो काले धन के मामले के आरोपी गौतम खेतान के खिलाफ अगले आदेश तक कोई भी निरोधात्मक कार्रवाई नहीं करे। जस्टिस सिद्धार्थ मृदुल की अध्यक्षता वाली बेंच ने इनकम टैक्स विभाग के 22 जनवरी को गौतम खेतान के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने के आदेश पर रोक लगा दिया था।


गौतम खेतान ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर केंद्र सरकार के उस नोटिफिकेशन को चुनौती दी थी जिसमें अप्रैल 2016 में लागू काले धन से संबंधित कानून को जुलाई 2015 से लागू करने का आदेश दिया गया है। गौतम खेतान की ओर से वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा था कि जब काले धन का कानून ही अप्रैल 2016 में लागू हुआ तो उसे जुलाई 2015 से कैसे प्रभावी माना जा सकता है। उन्होंने कहा था कि उनके खिलाफ उनकी संपत्तियों को लेकर कार्रवाई की गई है जो काले धन के कानून आने के पहले लागू ही नहीं होता है। लूथरा ने कहा था कि इनकम टैक्स विभाग की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस में टैक्स असेसमेंट किया जाना था। लेकिन असेसमेंट वर्ष 2019-20 के लिए कोई टैक्स असेसमेंट नहीं किया गया।


25 हजार होमगार्ड की सेवाएं समाप्त

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग में तैनात 25 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था कायम करने के लिए पुलिस महकमे के बजट से लगाए गए 25 हजार होमगार्ड की सेवाएं लेने से पुलिस महकमे ने मना कर दिया है। एडीजी पुलिस मुख्यालय बीपी जोगदंड ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।


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इसमें कहा गया है कि कानून व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस विभाग में रिक्तियों के सापेक्ष 25000 होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई थी। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 28 अगस्त को हुई बैठक में इस ड्यूटी को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था। इसी क्रम में शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय प्रयागराज की ओर से आदेश जारी कर होमगार्ड की तैनाती तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।


एडीजी पुलिस मुख्यालय ने आदेश में कहा है कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 28 अगस्त 2019 को हुई बैठक में होमगार्ड स्वयंसेवकों की तैनाती समाप्त करने का फैसला किया गया था।


आदेश में कहा गया है कि होमगार्ड स्वयंसेवकों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के लिए मानदेय के रूप में भुगतान की जाने वाली धनराशि का आकलन माहवार कराकर एक हफ्ते के अंदर पुलिस मुख्यालय को अवगत कराएं। आकलन चार्ट पर जनपद प्रभारी का नाम व पदनाम सहित स्वयं का हस्ताक्षर होना चाहिए।


इस आदेश से पुलिस थानों और ट्रैफिक नियंत्रण में होमगार्ड स्वयंसेवकों की तैनाती समाप्त हो गई है। माना जा रहा है कि होमगार्ड स्वयंसेवकों का दैनिक भत्ता 500 रुपये से बढ़ाकर 672 रुपये करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह छंटनी की जा रही है, क्योंकि सरकार बजट बढ़ाने को तैयार नहीं है। प्रदेश में लगभग 90 हजार होमगार्ड के स्वयंसेवक हैं। पुलिस विभाग के इस फैसले से 25 हजार होमगार्ड स्वयंसेवक कम हो जाएंगे।


पेट्रोल डीजल की कीमत में राहत

नई दिल्‍ली। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने त्‍योहारी सीजन में ग्राहकों को थोड़ी राहत तीन दिन बाद फिर मंगलवार को दी। ओएसमी ने पेट्रोल और डीजल की प्रति लीटर कीमत में 5 पैसे की कटौती की है। तेल कंपनियां अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतों के आधार पर ही घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमत तय करती हैं।


इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक राजधानी दिल्‍ली में पेट्रोल 73.27 रुपये और डीजल 66.41 रुपये प्रति लीटर में उपलब्ध है। मुंबई में पेट्रोल की 78.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 69.61 रुपये प्रति लीटर हो गया है। कोलकाता में पेट्रोल 75.92 रुपये और डीजल 68.77 रुपये प्रति लीटर उपलब्‍ध है। चेन्नई में पेट्रोल की कीमत गिरावट के बाद 76.09 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 70.15 रुपये प्रति लीटर हो गई है।


भावनाओं को वश में रखे: मेष

राशिफल


मेष-दूर से बुरी सूचना प्राप्त हो सकती है। किसी व्यक्ति से विवाद संभव है। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। भावनाओं को वश में रखें। मन की बात किसी को न बताएं। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।


वृष-शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। मेहनत का फल मिलेगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता तथा उत्साह से काम कर पाएंगे। मित्रों तथा संबंधियों की सहायता करने से मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में सहयोगी सहायता करेंगे। व्यापार ठीक चलेगा।


मिथुन-भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। व्यय होगा। आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। दुष्ट व्यक्तियों से सावधान रहें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। व्यस्तता रहेगी। थकान हो सकती है। व्यापार ठीक चलेगा।


कर्क-यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट उपहार की प्राप्ति हो सकती है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें। प्रमाद न करें। निवेश शुभ फल देगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।


सिंह-नए संबंध बनाने से पहले विचार कर लें। अपरि‍चितों पर अधिक भरोसा ठीक नहीं। फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। आर्थिक तंगी रहेगी। नौकरी में अधिकारी की अपेक्षाएं बढ़ेंगी। मन में दुविधा रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। कारोबार अच्‍छा चलेगा।


कन्या-डूबी हुई रकम प्राप्ति होने के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय बढ़ेगी। व्यापार- व्यवसाय से संतुष्टि रहेगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। किसी समस्या का अंत होगा। प्रसन्नता व उत्साह में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ रहेगा।


तुला-कार्यकारी नए अनुबंध हो सकते हैं। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर सुधार या परिवर्तन हो सकता है। मित्रों तथा संबंधियों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। काम में मन लगेगा।


वृश्चिक-कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में गति आएगी। चिंता में कमी रहेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा।


धनु-चोट व दुर्घटना आदि से शारीरिक व आर्थिक हानि की आशंका है। लापरवाही न करें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। हताशा का अनुभव होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी। कारोबार ठीक चलेगा। नौकरी में जिम्मेदारी बढ़ सकती है।


मकर-जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। घर में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। बाहरी वातावरण सुखद रहेगा। निवेश शुभ फल देगा। भाग्य का साथ रहेगा। सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।


कुंभ-भूमि व भवन संबंधी क्रय-विक्रय की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। परीक्षा व प्रतियोगिता आदि में सफलता प्राप्त होगी। आय में वृद्धि होगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। शारीरिक कष्ट की आशंका प्रबल है।


मीन-शैक्षणिक व शोध इत्यादि के कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। नौकरी में कोई नया काम कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। अधिकारी वर्ग प्रसन्न रहेगा। किसी लंबी यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। प्रसन्नता रहेगी।


प्रोटीन से भरपूर मूंगफली

मूँगफली वस्तुतः पोषक तत्त्वों की अप्रतिम खान है। प्रकृति ने भरपूर मात्रा में इसे विभिन्न पोषक तत्त्वों से सजाया-सँवारा है। 100 ग्राम कच्ची मूँगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होता है। मूँगफली में प्रोटीन की मात्रा 25 प्रतिशत से भी अधिक होती है, जब कि मांस, मछली और अंडों में उसका प्रतिशत 10 से अधिक नहीं। 250 ग्राम मूँगफली के मक्खन से 300 ग्राम पनीर, 2 लीटर दूध या 15 अंडों के बराबर ऊर्जा की प्राप्ति आसानी से की जा सकती है। मूँगफली पाचन शक्ति बढ़ाने में भी कारगर है। 250 ग्राम भूनी मूँगफली में जितनी मात्रा में खनिज और विटामिन पाए जाते हैं, वो 250 ग्राम मांस से भी प्राप्त नहीं हो सकता है


मूँगफली में सभी पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। भारत में इसे 'गरीबों का काजू' के नाम से भी जाना जाता है।भारत में सिकी हुई मूँगफली खाना काफी प्रचलित है, इसे 'टाइम पास' के नाम से भी जानते हैं।जो लोग टाइम पास के नाम पर मूँगफली का सेवन करते हैं, उनमें से अधिकतर इसके गुणों के बारे में नहीं जानते और अनजाने में ही कई पौष्टिक तत्व ग्रहण कर लेते हैं, जो उनके शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहते हैं।मूँगफली में प्रोटीन, चिकनाई और शर्करा पाई जाती है। एक अंडे के मूल्य के बराबर मूँगफलियों में जितनी प्रोटीन व ऊष्मा होती है, उतनी दूध व अंडे से संयुक्त रूप में भी नहीं होती।इसकी प्रोटीन दूध से मिलती-जुलती है, चिकनाई घी से मिलती है। मूँगफली के खाने से दूध, बादाम और घी की पूर्ति हो जाती है।मूँगफली शरीर में गर्मी पैदा करती है, इसलिए सर्दी के मौसम में ज्यादा लाभदायक है। यह खाँसी में उपयोगी है व मेदे और फेफड़े को बल देती है।भोजन के बाद यदि 50 या 100 ग्राम मूँगफली प्रतिदिन खाई जाए तो सेहत बनती है, भोजन पचता है, शरीर में खून की कमी पूरी होती है और मोटापा बढ़ता है। इसे भोजन के साथ सब्जी, खीर, खिचड़ी आदि में डालकर नित्य खाना चाहिए। मूँगफली में तेल का अंश होने से यह वायु की बीमारियों को भी नष्ट करती है। मुट्ठीभर भुनी मूँगफलियाँ निश्चय ही पोषक तत्वों की दृष्टि से लाभकारी हैं। मूँगफली में प्रोटीन, केलोरिज और विटामिन के, इ, तथा बी. होते हैं, ये अच्छा पोषण प्रदान करते हैं।


आंवला सर्वोत्कृष्ट फल

आँवला एक फल देने वाला वृक्ष है। यह करीब २० फीट से २५ फुट तक लंबा झारीय पौधा होता है। यह एशिया के अलावा यूरोप और अफ्रीका में भी पाया जाता है। हिमालयी क्षेत्र और प्राद्वीपीय भारत में आंवला के पौधे बहुतायत मिलते हैं। इसके फूल घंटे की तरह होते हैं। इसके फल सामान्यरूप से छोटे होते हैं, लेकिन प्रसंस्कृत पौधे में थोड़े बड़े फल लगते हैं। इसके फल हरे, चिकने और गुदेदार होते हैं। स्वाद में इनके फल कसाय होते हैं।


संस्कृत में इसे अमृता, अमृतफल, आमलकी, पंचरसा इत्यादि, अंग्रेजी में 'एँब्लिक माइरीबालन' या इण्डियन गूजबेरी (Indian gooseberry) तथा लैटिन में 'फ़िलैंथस एँबेलिका' (Phyllanthus emblica) कहते हैं। यह वृक्ष समस्त भारत में जंगलों तथा बाग-बगीचों में होता है। इसकी ऊँचाई 2000 से 25000 फुट तक, छाल राख के रंग की, पत्ते इमली के पत्तों जैसे, किंतु कुछ बड़े तथा फूल पीले रंग के छोटे-छोटे होते हैं। फूलों के स्थान पर गोल, चमकते हुए, पकने पर लाल रंग के, फल लगते हैं, जो आँवला नाम से ही जाने जाते हैं। वाराणसी का आँवला सब से अच्छा माना जाता है। यह वृक्ष कार्तिक में फलता है।


आयुर्वेद के अनुसार हरीतकी (हड़) और आँवला दो सर्वोत्कृष्ट औषधियाँ हैं। इन दोनों में आँवले का महत्व अधिक है। चरक के मत से शारीरिक अवनति को रोकनेवाले अवस्थास्थापक द्रव्यों में आँवला सबसे प्रधान है। प्राचीन ग्रंथकारों ने इसको शिवा (कल्याणकारी), वयस्था (अवस्था को बनाए रखनेवाला) तथा धात्री (माता के समान रक्षा करनेवाला) कहा है।


पुष्पक पौधा यूडीकॉट

युडिकॉट​ (Eudicot) सपुष्पक पौधों का एक समूह है जिनके बीजों के दो हिस्से (बीजपत्र) होते हैं, जिसके विपरीत मोनोकॉट (Monocot) पौधों के बीजों में एक ही बीजपत्र होता है। फूलधारी (सपुष्पक) पौधों की यही दो मुख्य श्रेणियाँ हैं। इन्हें पहले द्विबीजपत्री (Dicotyledon या Dicot) बुलाया जाता था लेकिन वह एक मोनोफेलटिक (एक ही पूर्वज जाति से फैला) समूह नहीं है जबकि युडिकॉट​ में वही द्विबीजपत्री शामिल किये जाते हैं जो एक मोनोफेलटिक गुट की जातियाँ हैं। युडिकॉट​ समूह में आने वाले सभी के फूलों के पराग की यह भी विशेषता है कि उसके कणों में अक्ष के साथ चलने वाली तीन नालियाँ (कटी हुई धारियाँ) होती हैं - यदि पराग के कण के ध्रुव से देखा जाए तो उसके तीन हिस्से दीखते हैं। अनुवांशिकी (जेनेटिक) अनुसंधान से पता चला है कि इन पौधों में और भी बहुत से सांझे गुण होते हैं।


विश्व का उड़ने वाला विशाल पक्षी

सारस विश्व का सबसे विशाल उड़ने वाला पक्षी है। इस पक्षी को क्रौंच के नाम से भी जानते हैं। पूरे विश्व में भारतवर्ष में इस पक्षी की सबसे अधिक संख्या पाई जाती है। सबसे बड़ा पक्षी होने के अतिरिक्त इस पक्षी की कुछ अन्य विशेषताएं इसे विशेष महत्व देती हैं। उत्तर प्रदेश के इस राजकीय पक्षी को मुख्यतः गंगा के मैदानी भागों और भारत के उत्तरी और उत्तर पूर्वी और इसी प्रकार के समान जलवायु वाले अन्य भागों में देखा जा सकता है। भारत में पाये जाने वाला सारस पक्षी यहां के स्थाई प्रवासी होते हैं और एक ही भौगोलिक क्षेत्र में रहना पसंद करते हैं।
सारस पक्षी का अपना विशिष्ट सांस्कृतिक महत्व भी है। विश्व के प्रथम ग्रंथ रामायण की प्रथम कविता का श्रेय सारस पक्षी को जाता है। रामायण का आरंभ एक प्रणयरत सारस-युगल के वर्णन से होता है। प्रातःकाल की बेला में महर्षि वाल्मीकि इसके द्रष्टा हैं तभी एक आखेटक द्वारा इस जोड़े में से एक की हत्या कर दी जाती है। जोड़े का दूसरा पक्षी इसके वियोग में प्राण दे देता है। ऋषि उस आखेटक को श्राप देते हैं।पूरे विश्व में इसकी कुल आठ जातियां पाई जाती हैं। इनमें से चार भारत में पाई जाती हैं। पांचवी साइबेरियन क्रेन भारत में से सन् २००२ में ही विलुप्त हो गई। भारत में सारस पक्षियों की कुल संख्या लगभग ८००० से १०००० तक है। इनका वितरण भारत के उत्तरी, उत्तर-पूर्वी, उत्तर-पश्चिमी एवं पश्चिमी मैदानो में और नेपाल के कुछ तराई इलाको में है। विशेषतः गंगीय प्रदेशों के मैदानी भाग इनके प्रिय आवासीय क्षेत्र होते हैं। भारत में पाए जाने वाले सारस प्रवासी नहीं होते हैं और मुख्यतः स्थाई रूप से एक ही भौगोलिक क्षेत्र में निवास करते हैं। इनके मुख्य निवास स्थान दलदली भूमि, बाढ़ वाले स्थान, तालाब, झील, परती जमीन और मुख्यतः धान के खेत इत्यादि हैं। ये मुख्यतः २ से ५ तक की संख्या में रहते हैं। अपने घोसले छिछले पानी के आस-पास में जहां हरे-भरे पौधों (मुख्यतः झाड़ियां और घास) की बहुतायत होती है वहीं बनाना पसंद करते हैं। ये मुख्यतः शाकाहारी होते हैं और कंदो, बीजों और अनाज के दानों को ग्रहण करते हैं। कभी कभी ये कुछ छोटे अकशेरुकी जीवों को भी खाते हैं।


महर्षि वशिष्ठ का राष्ट्रवाद उपदेश

गतांक से...
 वह वेद के मर्म को जानने वाले विवेकी पुरुषों से विचार-विनिमय करता है और विचार-विनिमय करता हुआ, अपने राष्ट्र को उन्नत बनाने में लगा रहता है। हे राम, तुम्हारे पूर्वजों में भी इसी प्रकार रहा है। महाराजा दिलीप ने संतान उत्पत्ति के लिए एक महान तप किया। उन्होंने रेणु के पीछे 12 वर्ष का जीवन उपार्जन किया और वह अपने में महानता का गान गाने लगे। तपस्या के पूर्ण होने पर देवताओं की उद्गीथ वाली आमोध वाणी का वहां उपयोग होता रहता है। उसे श्रवण करता हुआ मानव अपने में मानवता की आभा में रत हो जाता है। मेरे पुत्रों, देखो विचार है आता रहता है आज केवल यह कि राष्ट्रवाद किसे कहते हैं? यह विचार आ रहा है। मेरे प्यारे जब उन्होंने महर्षि वशिष्ठ से इस प्रकार का विश्लेषण किया। तो राम ने वशिष्ठ मुनि महाराज से कहा कि महाराज यह राष्ट्रवाद क्या है? उन्होंने कहा राष्ट्रवाद वह होता है जब प्रजा के एक कर्तव्य वाद की धारणा बलवती हो जाती है। तो राजा एक चुनौती लिए होता है वह राजा वशिष्ठ कहलाता है। जो समय से प्रजा को अपना उपदेश देना प्रारंभ कर देता है। वह राष्ट्रवाद क्या है। यह विचार प्रसंग है। देखो महात्मा वशिष्ठ मुनि महाराज ने कहा कि राष्ट्रवाद वह कहलाता है जो राजा राष्ट्रधर्म, जो धर्म और मानवता को लेकर गमन करता है और अपने राष्ट्र का पालन करता है। संसार में वह राष्ट्र कहलाता है। जिस राजा के राष्ट्र में प्राण चला जाए, धर्म ही तो राष्ट्र का प्राण कहलाता है। मेरे प्यारे जैसे मानव के शरीर से जब धर्म चला जाता है तो यह आत्मा नग्न रह जाती है। जब राष्ट्र से धर्म चला जाता है तो राष्ट्र अपंग बन जाता है। मेरे प्यारे विचार आता है कि धर्म क्या है? जिसके ऊपर मानव कितना बल देता चला आया है। मुनिवरो देखो, वह धर्म कहलाता है जो देवताओं की ध्वनि है अथवा धरोहर है। वही तो ध्वनि बनकर के राष्ट्र को उन्नत बनाती है। राष्ट्रवाद बेटा वही कहलाता है जहां धर्म को, मानवता को उधरवा में गमन कराके इस सागर से पार होने का मानस प्रयास करता है। वही तो राष्ट्रवाद कहलाता है। राष्ट्रतम ब्रह्म:, जो धर्म और मानवता को लेकर गमन करता है और अपने राष्ट्र का पालन करता है। विद्यालय में अध्ययन कराने वाला आचार्य ब्रह्मचारी को अनुशासन में लाता है। अनुशासित होता हुआ अपने ग्रह को भी त्याग देता है। मेरे प्यारे विचार-विनिमय यह हो रहा है कि महात्मा से यह प्रश्न किया गया कि राष्ट्रवाद क्या है। जब उन्हें यह प्रसन्न हुआ कि राष्ट्रवाद क्या है। तो वशिष्ठ बोले हे राम, राष्ट्रवाद उसे कहते हैं जहां प्रत्येक मानव शांति प्रिय ‌हो। जिस राजा के राष्ट्र में अश्वमेघ यज्ञ होते हैं और अश्वमेघ यज्ञ इस प्रकार होते हो। वहां वृति विद्यमान हो और राष्ट्र अपनी आभा मे रत होने वाला हो। मैंने तुम्हें कई काल में वर्णन कराते हुए कहा हे राम, तुम्हारे पूर्वज महाराजा सागर ने जिस समय अश्वमेघ यज्ञ किया तो उससे पूर्व यह जानकारी दी कि मेरा कोई शत्रु तो नहीं है। जब कोई शत्रु नहीं रहेगा तो राजा को यह अधिकार है कि वह राष्ट्र का पालन करें और राष्ट्र को पालन करता हुआ देखो अश्वमेघ यज्ञ को रचने वाला हो। मेरे प्यारे, मुझे स्मरण आता रहता है कि महाराज सगर ने अपनी चौमुखी सेना को कहा कि तुम इस घोड़े के पीछे चले जाओ और जो भी इस घोड़े को अपने आसन पर नियुक्त कर लेता है। उस राजा को विजय करना है। महाराजा सगर ने अपने पुत्र सुखमंजस से कहा हे सुख मंजस मेरा यह अश्व जा रहा है। अश्वमेघ के लिए इसकी सुरक्षा करना है। उन्होंने कहा बहुत प्रियतम राजा का श्रृंगार से सुशोभित है। स्वर्णमयी उसका श्रृंगार बना है। उसके मस्तक पर एक लेखनी बध्द कर दी। यह अश्वमेघ यज्ञ का प्रतीक है और जो भी इसे अपने में धारण करेगा। उसको विजय करना होगा। देखो यह विचार हो रहा था अमृताम ब्राह्मणे: प्रहा सधनम् दृश्वता: ऐसा मुझे स्मरण आता रहता है कि वेद के मंत्रों को जानने के लिए तत्पर रहता है। उसको जानता हुआ अपने में कृति करता रहता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


हिंदी दैनिक


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 16, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-73 (साल-01)
2. बुधवार,16 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,कृष्णपक्ष,तिथि- तीज,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:18,सूर्यास्त 06:00
5. न्‍यूनतम तापमान -21 डी.सै.,अधिकतम-31+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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सोमवार, 14 अक्तूबर 2019

एक्सप्रेस वे पर किसानों का धरना जारी

अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद,मोदीनगर। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर किसानों द्वारा चलाया जा रहा धरना सातवे दिन भी जारी रहा। कई संगठन के नेताओं ने ध्ररना स्थल पहुंचकर अपना समर्थन दिया। इसमें मुख्य रूप से देहात मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह आर्य, प्रदेश सचिव मंतराम नागर, बसपा के वरिष्ठ नेता सतपाल चौधरी, सपा के मुरादनगर अध्यक्ष परवेज चौधरी, लोक दल के वरिष्ठ नेता रेखा चौधरी, राजपूत उत्थान सभा मोदीनगर के अध्यक्ष सोनू ठाकुर आदि शामिल हैं। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की सभी मांगे जायज हैं और जब तक इनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी। तब तक किसानों का यह धरना जारी रहेगा। साथ ही तब तक वह लोग एक्सप्रेव कार्य नहीं होने देंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भोजराज अमराला ने की तथा संचालन पूर्व जिला पंचायत सदस्य सतीश राठी ने किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य बबली गुर्जर, डॉक्टर दीपक त्यागी, दलबीर नेता, कपिल खटाना,राजेंद्र प्रधान, भूले शर्मा, चरण सिंह मास्टर व महेश प्रधान सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।


पुलिस ने चलाया सघन जांच अभियान

यातायात के विरुद्ध चलाया अभियान


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। लोनी क्षेत्र में डग्गामार वाहन के साथ प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की भरमार है। जिसमें थ्री व्हीलर के द्वारा ज्यादा आतंक मचाया गया है। यातायात नियमों के विरुद्ध आवागमन किया जा रहा था। जिसको ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक देहात नीरज कुमार जादौन एवं क्षेत्र अधिकारी राजकुमार पांडेय के नेतृत्व में लोनी तिराहे पर सघन जांच अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान 30 वाहनों का चालान किया गया। जिसमें ज्यादातर के पास गाड़ी से संबंधित पूरे कागज नहीं थे। उसके बाद 54 गाड़ियों को सीज किया गया। जिनके पास गाड़ी से संबंधित किसी प्रकार का कोई कागजात नहीं पाया गया। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में अवैध यातायात की भरमार है। जिसके विरुद्ध इस प्रकार के अभियान की क्षेत्र में सख्त आवश्यकता है। अवैध वाहनों का उपयोग चोरी, चकारी ,लूट और छीना-झपटी में भी किया जाता है। यदि पुलिस इसी प्रकार के अभियान को संचालित रखेगी तो निसंदेह पुलिस सामान्य अपराध में कमी महसूस करेगी।


जन विकास के लिए संत का संकल्प

गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर क्षेत्र के बेहटा हाजीपुर नहर रोड स्थित रेलवे फाटक पर अंडर पास बनने का कार्य शुरू हो चुका है। जबकि पाइपलाइन रोड वर्षो से बंद पड़े फाटक की समस्या का कोई समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। वर्षों से बंद पड़े फाटक पर अंडरपास या ओवर ब्रिज की मांग को लेकर कई बड़े आंदोलन भी हो चुके हैं। फाटक के दोनों तरफ 8 वार्ड है। जिसमें दोनों तरफ लाखों लोग निवास करते हैं। यह रास्ता लोनी बॉर्डर से मुरादनगर जाता है दर्जनों कॉलोनी एवं ग्रामों का रास्ता है।


हालांकि क्षेत्रीय विधायक गंभीर है विधानसभा में भी प्रश्न उठा चुके हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि हमारे गाजियाबाद के सांसद श्री वीके सिंह इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं हैं। चाहे तो लोकसभा में समस्या को रखकर अंडरपास या ओवर ब्रिज पास करा सकते हैं। उनके लिए कोई बड़ा काम नहीं है। वही बागपत के सांसद श्री सतपाल सिंह ने अपने क्षेत्र के सभी अंडरपास रेलवे अंडरपास बनवा दिए हैं। क्षेत्र की जनता अपने को ठगा सा महसूस कर रही है। वही एक शिव भक्त कई महीनों से बंद फाटक पर  अंडरपास या ओवर ब्रिज की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक कोई समाधान नहीं होता  मंदिर में जल नहीं चढाएंगे। अब देखना यह है कि कब तक लोगों को इंतजार करना पड़ेगा। क्षेत्र की जनता अपने जनप्रतिनिधियों पर आस लगाए बैठी है।


रिपोर्टर-प्रमोद गर्ग


दूसरी मुठभेड़ में मारा गया पुष्पेंद्र:योगी

लखनऊ। झांसी में पुष्पेंद्र यादव की पुलिस एनकाउंटर में हुई मौत के बाद गरमाई सियासत पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि पुष्पेंद्र यादव की पुलिस से दो बार अलग-अलग मुठभेड़ हुई थी, जिसमें वह मारा गया। उन्होंने अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपराधियों पर कार्रवाई होने से उन्हें बुरा लग रहा है।


न्यूज18 से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, "पहले दरोगा को गोली मारी गई। फिर दूसरी टीम ने रोकने की कोशिश की तो मुठभेड़ हुई और अपराधी मारा गया। जानबूझकर लोगों को नहीं मारा जा रहा है। मुझे लगता है कि अखिलेश यादव की जो प्रकृति रही है, उन्होंने सत्ता में रहते हुए भी हर माफिया, गुंडा, अपराधी और प्रदेश-देश की सुरक्षा के लिए जो भी लोग खतरा बने हुए थे उनके सगे बने हुए थे। आज जब उनके अंदर भय पैदा हुआ तो इनको बुरा लगना स्वाभाविक है।


झांसी में जो कुछ हुआ वह एक एनकाउंटर था


उन्होंने कहा, "झांसी की घटना पूरी तरह इनकाउंटर की घटना है। गाड़ी के लिए किया गया एनकाउंटर नहीं था। लेकिन पुलिस को जब मैसेज किया की इंस्पेक्टर को गोली मारकर गाड़ी को लूटा गया है तो 40 किलोमीटर दूर पुलिस की दूसरी टीम से उसका सामना हुआ। जिसके साथ हुए मुठभेड़ में अपराधी मारा गया। इसमें जो भी होगा उसमें सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुझे लगता है कानून हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं है। न पुलिस को, न नेता को और न ही अपराधियों को. कानून का राज होगा।


परंपरा का पालन गुनाह नहीं: सिंह

करनाल । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राफेल पूजा विवाद पर विरोधियों को करारा विवाद दिया है। उन्होंने कहा इस मुद्दे को बेवजह इतना तूल क्यों दिया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या भारतीय परंपरा का पालन करना कोई गुनाह है।  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा विमान पर ऊं लिख दिया तो इसमें कौन सा गजब कर दिया। विपक्ष ने इस पर विवाद पैदा कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस बिना सोचे समझे आरोप लगाती है। एक चुनावी सभा में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने मौजूद लोगों से कहा मैं आप लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या आपके घरों में ऊं नहीं लिखा होता। जब कोई नया वाहन खरीदते हैं तो क्या मंदिर में पुजारी से पूजा नहीं कराते।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की तारीफ करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हरियाणा के पुराने मुख्यमंत्री, चाहे कांग्रेस के हों या आईएनएलडी के, दिल्ली से सरकार चलाते थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जमीनी स्तर पर सरकार चलाते हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिह ने दशहरा के अवसर पर 8 अक्टूबर को 36 राफेल विमानों की खेप में से पहला विमान औपचारिक रूप से प्राप्त किया। 
राफेल ग्रहण करने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पूरे विधि-विधान से इसकी पूजा की थी। उन्होंने राफेल पर नारियल चढ़ाया और फूल अर्पित किए। धागा बांधा और उसपर ऊं लिखा। पूजा के दौरान उसके पहिए के नीचे नींबू रखे गए थे। इसके बाद राजनाथ सिंह ने एक फाइटर पायलट की तरह ड्रेसअप होकर फाइटर प्लेन से पहली उड़ान भरी।


यूपी कांग्रेस को मिलेगा मंत्र,होगा बदलाव

रायबरेली । कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का 14 अक्टूबर को होने वाला रायबरेली दौरा अपरिहार्य कारणों से टल गया है। प्रियंका गांधी के नेतृत्व में रायबरेली में होने वाला कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर अब 22 अक्टूबर से होगा। उपचुनाव की वजह से कार्यक्रम में यह बदलाव किया गया है। अब उपचुनाव के बाद तीन दिन के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी 14 और 15 अक्टूबर को रायबरेली दौरे पर आने का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम को अब विधानसभा उप-चुनाव के बाद आयोजित किया जाएगा।
इस दौरान पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से नए पदाधिकारियों का औपचारिक परिचय भी कराया जाएगा। प्रियंका गांधी के महासचिव बनने के बाद उत्तर प्रदेश में बनी इस नई टीम को सोनिया गांधी कई मंत्र देना चाहती हैं। सोनिया की रायबरेली यात्रा के दौरान पार्टी पदाधिकारियों के कार्यों का भी बंटवारा किया जाएगा। प्रियंका गाधी ने अजय कुमार लल्लू को प्रदेश अध्यक्ष और आराधना मिश्रा को विधान मंडल दल का नेता बनाने के साथ साथ कई नए और नौजवान चेहरों को संगठन में जगह दी है। अजय कुमार लल्लू को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही चार उपाध्यक्ष, 12 महासचिव और 24 सचिव भी बनाए गए हैं।


सुधार के सामने बाधा बनता है विपक्ष

फरीदाबाद। हरियाणा  विधानसभा चुनाव 2019  के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बल्लभगढ़ में हुंकार भरी। पीएम मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा आकर मुझे लगता है, जैसे मैं अपने घर में आया हूं। हरियाणा ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का विकास मेरी प्राथमिकता है। वहीं विपक्षियों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिखरे हुए लोग हरियाणा का विकास नहीं कर सकते है। कांग्रेस अपनी बिगड़ी टीम जोडऩे में मशहूर है। विपक्षियों में स्वार्थ और अहंकार है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश के विकास के लिए कदम उठा रहा हूं। आपने मुझे 5 साल का समय दिया है। मैंने संकल्प पूरा करना शुरू कर दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि देश में हो रहे हर सुधार और हर परिवर्तन के सामने कांग्रेस और उसके जैसे दल दीवार बनकर खड़े हो जाते हैं। आपने देखा है कि कैसे तीन तलाक के खिलाफ कानून को इन लोगों ने हर बार रोका, हर तरह के बहाने बनाकर रोका। राफेल मुद्दे का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राफेल विमान को लेकर इन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान कैसी हायतौबा मचाई थी? इन लोगों ने पूरा जोर लगा दिया था कि ये विमान समझौता रद्द हो जाए, भारत में नया लड़ाकू  विमान न आने पाए, लेकिन इन लोगों की तमाम कोशिशों के बावजूद भारत को पहला राफेल विमान सौंपा जा चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये कितना भी विरोध करें, कितनी ही साजिशें करें, राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना के सशक्तीकरण के लिए भाजपा प्रतिबद्ध है और हम लगातार उसे गति दे रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा की धरती और यहां के लोगों का सहयोग और समर्थन है, जिन्होंने मनोहर लाल जी और उनकी टीम को ताकत दी है। आपका यही आशीर्वाद हमें लोकसभा चुनाव के दौरान भी मिला है। पीएम ने कहा कि आज आप देख रहे हैं कि कैसे पूरी दुनिया, दुनिया के बड़े-बड़े नेता भारत के साथ खड़े होने के लिए, भारत के साथ आने के लिए दुनियाभर में आतुर नजर आते हैं।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...