नई दिल्ली। पाकिस्तान अपनी कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। इंडो-पाक सीमा पर लगातार दूसरे दिन ड्रोन देखने का मामला सामने आया है। यह ड्रोन भारत पाकिस्तानी सीमा से लगे गांव टेंड्डी वाला के पास नजर आया। लोगों ने इस ड्रोन को कैमरे में कैद किया है। सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी बरतनी शुरू कर दी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पंजाब के फिरोज़पुर के हुसैनीवाला बॉर्डर के पास मंगलवार रात एक ड्रोन को देखा गया। सरहदी गांव हाजरा सिंह वाला के पास और टेंडीवाला गांव के पास पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया। थोड़ी ही देर बाद ड्रोन गुम हो गया। पुलिस-प्रशासन ने स्थानीय लोगों से सतर्कता बरने की अपील की है। इस घटना के बाद सरहदी गांवों में दहशत का माहौल है और ग्रामीण खौफ में हैं।
बुधवार, 9 अक्तूबर 2019
अर्थव्यवस्था की सुस्ती पर वैश्विक चेतावनी
वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने आर्थिक सुस्ती को लेकर चेतावनी जारी की है। आईएमएफ चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने कहा कि इस वक्त वैश्विक अर्थव्यवस्था में आर्थिक सुस्ती देखी जा रही है, जिसके कारण 90 फीसदी देशों की विकास की रफ्तार धीमी चल रही है। वहीं तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था होने के चलते भारत पर इसका अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि साल 2019 में हमें लगता है कि दुनिया के 90 फीसदी देशों में ग्रोथ रेट सुस्त रहेगी। वैश्विक अर्थव्यवस्था अब सुस्ती के दौर में है।
राफेल: मिनट में 2500 राउंड फायरिंग
नई दिल्ली। दशहरा विजयादशमी के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज पेरिस में राफेल विमान की पूजा की। फ्रांस ने भारत को RB 001 राफेल विमान सौंप दिया है। वायुसेना के लिए यह दिन ऐतिहासिक था। भारतीय वायुसेना (IAF) को आज अपना पहला राफेल (Rafale) लड़ाकू विमान मिल गया है। आज से वायुसेना की ताकत दोगुनी हो गई है. राफेल को रिसीव करने खुद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) फ्रांस पहुंचे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मेरीनेक स्थित डसॉ एविएशन प्लांट का भी जायजा लिया।
जानिए क्या है विमान की खासियत
भारत सरकार ने साल 2016 में 36 लड़कू विमान की खरीद के लिए फ्रांस से करार किया था। डील के बाद से ही पाकिस्तान-चीन घबराए हुए हैं। राफेल के आने से भारतीय वायुसेना की ताकत दोगुनी हो गई है। राफेल की खूबी है कि वो हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमले के साथ परमाणु हमले करने में भी सक्षम हैं। ये विमान बहुत कम ऊंचाई पर उड़ान के साथ हवा से हवा में मिसाइल दाग सकता है।
जानिए क्या हैं राफेल की ताकत
राफेल की सबसे बड़ी ताकत है उसकी फायरिंग क्षमता। राफेल एक मिनट में 2500 राउंड फायरिंग कर सकता है। इस विमान के दोनों तरफ से 30mm के तोपगोले दागे जा सकते हैं। राफेल परमाणु हमले, एंटी शिप अटैक, टोही क्षमता, क्लोज एयर सपोर्ट, एयर डिफेंस और लेजर निर्देशित लंबी दूरी की मिसाइल के हमले में भी सक्षम है।
मान-सम्मान,प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी:तुला
राशिफल
वृषभ:आज का दिन आपका व्यस्ततापूर्वक बीतेगा, अधूरे कार्य पूर्ण होंगे, व्यवसाय हो या नौकरी सभी कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होंगे। कलाकार एवं कारीगरों को उनकी कला का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा और उनकी कदर होगी। शत्रु बलहीन रहेंगें।
मिथुन:आज भाग्य का साथ पाएंगे तो सभी कार्य बनते जाएंगे। उपाय करके ही कार्य की शुरुआत करें तभी कार्य में आने वाली बाधाएं दूर होंगी। आय-संपत्ति के लिए दिन शुभ है। स्वास्थ्य अच्छा रहने से सुख और आनंद की अनुभूति होगी। आज अपनी प्रतिभा का पूर्ण लाभ ले सकेंगे।
कर्क:आज का दिन मध्यम फलदायी होगा। आज वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं। स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी बरतें। बिना सोच-विचार के आज कोई कार्य न करें। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें। सुनी-सुनाई बात पर विश्वास और अमल न करें।
सिंह:आज आपको आपके जीवनसाथी और प्रिय व्यक्ति का साथ मिलेगा। भावनात्मक संबंध स्थापित होंगे। नई योजनाएं लाभ देंगी। मनोरंजन कार्य पर धन खर्च हो सकता है। प्रेम प्रसंग में सफलता मिलेगी। सगे-संबंधियों या मित्रों की तरफ से उपहार मिलेगा।
कन्या:आज विरोधियों की आलोचना के प्रति ध्यान न दें। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। अचानक कोई शुभ सुचना से मन प्रसन्न रहेगा। प्रवास और स्वादिष्ट भोजन आपके दिन को आनंद पहुंचाएगा। आर्थिक लाभ की संभावना है।
तुला:आज आपको आपकी योग्यता के अनुसार मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। संतान से सुख प्राप्त होगा। यात्रा में सफलता के योग बन रहे हैं। आकस्मिक धन प्राप्ति से आपका दिन अत्यंत आनंदप्रद बना रहेगा। आय में वृद्धि होगी।
वृश्चिक:आज का दिन मिश्रित फलदायी होगा। आज आपकी मानसिक प्रवृत्ति नकारात्मक रहेगी। क्रोध एवं आवेश से बचें। आंख में पीड़ा हो सकती है। आध्यात्मिक व्यवहार मानसिक शांति दे सकेंगे। परिवार में क्लेश का वातावरण हो सकता है।
धनु:आप आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। प्रिय व्यक्तियों के साथ और मुलाकात यादगार रहेगी। यात्रा मंगलमय रहेगी। सभी कार्य पूर्ण होंगे। नौकरी में उत्साहजनक स्थिति रहेगी। कारोबार में लाभ होगा। शत्रु परास्त होंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा।
मकर:आज अचानक धन लाभ का योग बन रहा है। कोई नया कार्य या प्रोजेक्ट शुरू करना लाभदायक रहेगा, मौके बार-बार आपके दरवाजे पर दस्तक नहीं देंगे। कार्यक्षेत्र में अनुभवी लोगों से सहयोग मिलेगा। सामाजिक और पारिवारिक जीवन में माता-पिता से सहयोग लें।
कुंभ:आज सोचा हुआ कार्य पूर्ण होगा। आज कार्य सिद्धि का दिन है। आज मन और चित्त दोनों से आप प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। मानसिक भार आज हल्का रहेगा। जितनी मेहनत करेंगे उससे बढ़कर सफलता मिलेगी। आपके प्रभाव में वृद्धि होगी, मनोबल बढ़ेगा।
मीन:आज का दिन मध्यम फलदायी होगी। आज धन के अपव्यय का योग है। किसी को उधार न दें। यात्रा करने से परहेज करें। मानसिक तनाव से बचें। असंतोष छोड़कर आत्मसंतोषी बनें। स्वास्थ्य की चिंता परेशान कर सकती है। जलाशय से दूर रहना हितकर है।
उप-विषाणु का कण भी रोग
विषाणुओं के अध्ययन की एक मुख्य प्रेरणा यह तथ्य है, कि वे कई संक्रामक रोग पैदा करते हैं। इन रोगों में जुखाम, इंफ्लुएन्ज़ा, रेबीज़, खसरा, दस्त के कई रूप, हैपेटाइटिस, येलो फीवर, पोलियो, चेचक तथा एड्स तक आते हैं। कई विषाणु, जिन्हें ऑन्कोवायरस कहते है। कई तरह के कैंसर में भी योगदान देते हैं। कई उप-विषाणु कण भी रोग का] का निमित्त है एक उपग्रह विषाणु। विषाणु जिस शैली में रोग करते हैं, उसका अध्ययन विषाण्वीय रोगजनन या वायरल पैथोजैनेसिस कहलाता है। जिस श्रेणी तक कोई विषाणु रोग करता है, उसे "वायरुलेंस कहते हैं।
जब किसी कशेरुकी जीव की उन्मुक्ति प्रणाली का विषाणु से सामना होता है, वह विशिष्ट रोगप्रतिकारक या एंटीबॉडी का निर्माण करती है, जो विषाणु को बांध कर उसे विध्वंस के लिये विह्नित कर देती है| इन रोगप्रतिरोधकों की उपस्थिति कभि कभि यह जानने के लिये भि जांची जाती है, कि कोई व्यक्ति पूर्व में उस विषाणु से आक्रमित हुआ है या नहीं| ऐसे परीक्षणों में से एक है ऐलाइज़ा या ई एल आई एस ए| विषाणु जनित रोगों से बचाव हेतु टीकाकरण लाभदायी होता है, जिसमें व्यक्ति के शरीर में प्रतिरोधक तत्व पहले से ही डाल दिये जाते हैं, या उनमें प्रतिरोधकों का निर्माण कराया जाता है| खास तौर पर बनायी मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज़ का भी प्रयोग विषाणुओं की उपस्थिति जाँच हेतु किया जा सकता है, जिसे फ्ल्यूरोसेंस सूक्ष्मदर्शिकी या फ्ल्यूरोसेंस माइक्रोस्कोपी कहा जाता है। विषाणुओं के विरुद्ध कशेरुकियों की दूसरी रक्षा पद्धति है कोशिका मध्यस्थ उन्मुक्ति या सेल मेडियेटेड इम्म्युनिटी जिसमें प्रतिरोधित कोशिकाएं, जिन्हें टी-कोशिका कहते है, कार्यरत होते हैं| शरीर की कोशिकाएं, अन्वरत रूप से अपने प्रोटीन कोशिका का एक छोटा अंश कोशिका की सतह पर प्रदर्शित करतीं हैं| यदि टी-कोशिका को संदेहजनक विषाणु अंश वहां मिलता है, तो उसका होस्ट (आतिथेय) कोशिका मिटा दिया जाता है, व विषाणु विशिष्ट टी-कोशिका बढ़्ती जातीं हैं| यह पद्धति कुछ टीकों द्वारा आरंभ की जा सकती है।
पादप, पशु श्रेणी व कई अन्य यूकैर्योट्स में पायी जाने वाली, एक महत्वपूर्ण कोशिकीय पद्धति, आर एन ए इंटरफेयरेंस, विषाणुओं के विरुद्ध रक्षा कए लिये यथासंभव उपयुक्त है| इंटरैक्टिंग किण्वकों का एक समूह, डबल स्टअंडेड आर एन ए अणुओं (जो कि कई विषाणुओं में जीवन चक्र का भाग होते हैं) पहचानते हैं और फिर उस आर एन ए अणु के सभि सिंगल स्ट्रैंडेड अणुओं को नष्ट कर देते हैं।
हरेक हानिकारक विषाणु एक विरोधाभार प्रस्तुत करता है: होस्ट को नष्ट करना विषाणु के लिये आवश्यक नहीं है| फिर क्यों और कैसे इस विषाणु का विकास हुआ? आज यह माना जाता है, कि अधिकांश विषाणु, अपने होस्ट के भीतर अपेक्षाकृत कृपालु होते हैं| हानिकारक विषाणु रोगों को ऐसे समझा जा सकता है, कि कोई कृपालु विषाणु, जो अपनी जाति में कृपालु है, कूद कर एक नयी जाति में चला जाता है, जो उसकी देखि समझी नहीं है।
ज़ूनोसिस
उदा० इन्फ्लुएंज़ा विषाणु के प्राकृतिक होस्ट सुअर या पक्षी होते हैं, व एड्स को कृपालु मर्कट विषाणु से निकला बताया जाता है। हालांकि कई विषाणुजनित रोगों से बचाव टीकों द्वारा लम्बे समय तक संभव है, विषाणु विरोधी औषधियों का विकास, रोगों के उपचार हेतु, अपेक्षाकृत नया विकास है| पहला ड्रग था इंटरफैरोन, वह पदार्थ, जो कि प्राकृतिक रूप से कुछ उन्मुक्त कोशिकाओं द्वारा संक्रमण दिखने पर उत्पादित होते हैं, व उन्मुक्ति प्रणाली के अन्य भागों को उत्तेजित (स्टिमुलेट) करते हैं।
सबसे प्राचीन पालतू पशु
वह मनुष्य से जुड़ा हुआ संसार का सबसे प्राचीन पालतू स्तनपोषी प्राणी है, जिसने अज्ञात काल से मनुष्य की किसी ने किसी रूप में सेवा की है। घोड़ा ईक्यूडी (Equidae) कुटुंब का सदस्य है। इस कुटुंब में घोड़े के अतिरिक्त वर्तमान युग का गधा, जेबरा, भोट-खर, टट्टू, घोड़-खर एवं खच्चर भी है। आदिनूतन युग (Eosin period) के ईयोहिप्पस (Eohippus) नामक घोड़े के प्रथम पूर्वज से लेकर आज तक के सारे पूर्वज और सदस्य इसी कुटुंब में सम्मिलित हैं।
इसका वैज्ञानिक नाम ईक्वस (Equus) लैटिन से लिया गया है, जिसका अर्थ घोड़ा है, परंतु इस कुटुंब के दूसरे सदस्य ईक्वस जाति की ही दूसरों छ: उपजातियों में विभाजित है। अत: केवल ईक्वस शब्द से घोड़े को अभिहित करना उचित नहीं है। आज के घोड़े का सही नाम ईक्वस कैबेलस (Equus caballus) है। इसके पालतू और जंगली संबंधी इसी नाम से जाने जातें है। जंगली संबंधियों से भी यौन संबंध स्थापति करने पर बाँझ संतान नहीं उत्पन्न होती। कहा जाता है, आज के युग के सारे जंगली घोड़े उन्ही पालतू घोड़ो के पूर्वज हैं जो अपने सभ्य जीवन के बाद जंगल को चले गए और आज जंगली माने जाते है। यद्यपि कुछ लोग मध्य एशिया के पश्चिमी मंगोलिया और पूर्वी तुर्किस्तान में मिलनेवाले ईक्वस प्रज़्वेलस्की (Equus przwalski) नामक घोड़े को वास्तविक जंगली घोड़ा मानते है, तथापि वस्तुत: यह इसी पालतू घोड़े के पूर्वजो में से है। दक्षिण अफ्रिका के जंगलों में आज भी घोड़े बृहत झुंडो में पाए जाते है। एक झुंड में एक नर ओर कई मादाएँ रहती है। सबसे अधिक 1000 तक घोड़े एक साथ जंगल में पाए गए है। परंतु ये सब घोड़े ईक्वस कैबेलस के ही जंगली पूर्वज है और एक घोड़े को नेता मानकर उसकी आज्ञा में अपना सामाजिक जीवन व्यतीत करतेे है। एक गुट के घोड़े दूसरे गुट के जीवन और शांति को भंग नहीं करते है। संकटकाल में नर चारों तरफ से मादाओ को घेर खड़े हो जाते है और आक्रमणकारी का सामना करते हैं। एशिया में काफी संख्या में इनके ठिगने कद के जंगली संबंधी 50 से लेकर कई सौ तक के झुंडों में मिलते है। मनुष्य अपनी आवश्यकता के अनुसार उन्हे पालतू बनाता रहता है।
लंबी यात्रा कर पहुंचा शकरकंद
शकरकंद (sweet potato ; वैज्ञानिक नाम : Ipomoea batatas - ईपोमोएआ बातातास्) कॉन्वॉल्वुलेसी (Convolvulaceae - कोन्वोल्वूलाकेऐ) कुल का एकवर्षी पौधा है, पर यह अनुकूल परिस्थिति में बहुवर्षी सा व्यवहार कर सकता है। यह एक सपुष्पक पौधा है। इसके रूपान्तरित जड़ की उत्पत्ति तने के पर्वसन्धियों से होती है जो जमीन के अन्दर प्रवेश कर फूल जाती है। जड़ का रंग लाल अथवा भूरा होता है एवं यह अपने अन्दर भोजन संग्रह करती है।
यह उष्ण अमरीका का देशज है। अमरीका से फिलिपीन होते हुए, यह चीन, जापान, मलेशिया और भारत आया, जहाँ व्यापक रूप से तथा सभी अन्य उष्ण प्रदेशों में इसको खेती होती है। यह ऊर्जा उत्पादक आहार है। इसमें अनेक विटामिन रहते हैं विटामिन "ए' और "सी' की मात्रा सर्वाधिक है। इसमें आलू की अपेक्षा अधिक स्टार्च रहता है। यह उबालकर, या आग में पकाकर, खाया जाता है। कच्चा भी खाया जा सकता है। सूखे में यह खाद्यान्न का स्थान ले सकता है। इससे स्टार्च और ऐल्कोहॉल भी तैयार होता है। बिहार और उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से इसकी खेती होती है। फलाहारियों का यह बहुमूल्य आहार है। इसका पौधा गरमी सहन कर सकता है, पर तुषार से श्घ्रीा मर जाता है।
शकरकंद सुचूर्ण तथा अच्छी जोती हुई भूमि में अच्छा उपजता है। इसके लिए मिट्टी बलुई से बलुई दुमट तथा कम पोषक तत्ववाली अच्छी होती है। भारी और बहुत समृद्ध मिट्टी में इसकी उपज कम और जड़ें निम्नगुणीय होती हैं। शकरकंद की उपज के लिए भूमि की अम्लता विशेष बाधक नहीं है। यह पीएच ५.० से ६.८ तक में पनप सकता है। इसकी उपज के लिए प्रति एकड़ लगभग ५० पाउंड नाइट्रोजन की आवश्यकता होती है। फ़ॉस्फ़ेट और पौटैश उर्वरक लाभप्रद होते हैं। पौधा बेल के रूप में उगता है। पौधा में कदाचित ही फूल और बीज लगते हैं।
रासायनिक अभियांत्रिकी
रासायनिक अभियान्त्रिकी (en:Chemical Engineering) रसायन शास्त्र, भौतिकी, अर्थशास्त्र वगैरह और उनके सिद्धान्तों को औद्योगिक उपयोगों में प्रयुक्त कराने वाला विज्ञान या व्यवसाय है। इसका मुख्य हिस्सा प्रक्रम अभियान्त्रिकी कहलाता है, जिसमें भारी मात्रा में निर्मित रसायनों को औद्योगिक स्तर पर सहज तरीके से बनाने का अध्ययन किया जाता है। लेकिन आज रासायनिक अभियान्त्रिकी सिर्फ़ इसी तक सीमित नहीं है। आज रासायनिक अभियन्ता जैवप्रौद्योगिकी (जेनेटिक्स, ख़मीरीकरण आदि) विषयों पर काम और शोध करते हैं और विमान, अन्तरिक्ष यान, खाद्य पदार्थ, जैवमेडिकल संयन्त्र, सिलिकॉन तकनीकी. नैनोतकनीकी, इलेक्ट्रॉनिक्स वगैरह के क्षेत्रों में नये और उच्च कोटि के पदार्थों का निर्माण भी सहज तरीके से करते हैं।
उपयोग
रासायनिक इंजीनियरी अनेकानेक प्रकार के उत्पादों के निर्माण में प्रयुक्त होती है। अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायनों का निर्माण करना, सिरैमिक्स, ईंधन, पेट्रोरसायन, कृषिरसायन (agrochemicals जैसे उर्वरक, कीटनाशक, घासफूसनाशक (herbicides)), प्लास्टिक एवं एलास्टोमर, विस्फोटक, डिटरजेंत एवं डिटरजेन्ट उत्पाद (जैसे साबुन, शैम्पू, सफाई में प्रयुक्त द्रव आदि]], इत्र, फ्लेवर, एवं औषधियों आदि का निर्माण रसायन इंजीनियरी के प्रमुख अनुप्रयोग हैं।
रसायन इंजीनियरी से सम्बन्धित विषय हैं - काष्ठ प्रसंस्करण (wood processing), खाद्य प्रसंस्करण (food processing), पर्यावरण तकनीकी (environmental technology), तथा पेट्रोलियम, काँच, पेंट, चिपकाने वाले पदार्थ (adhesives) आदि।
संकल्पमयी संसार की विशेषता
गतांक से...
मेरे प्यारे जब यह वाक्य कहा गया संभव ब्रहे, मुझे ऐसा स्मरण आ रहा है पुत्रों, राम ने कहा कि मैं राष्ट्र को नहीं चाहता। मैं भयंकर वन में जाकर तप करना चाहता हूं। क्योंकि तप से ही मानव का जीवन उन्नत होता है और तप से ही मानव की तमोगुण की तरंगे सतोगुण में प्रवेश कर जाती हैं। इसलिए मैं अपने में तपस्वी बनना चाहता हूं। यह वाक्य उन्होंने स्वीकार कर लिया और स्वीकार करके उन्हीं ने कहा, भरतम् ब्रवहे, हे विधाता भरत, इस राष्ट्र को तुम भोगो। उन्होंने कहा प्रभु मुझे कोई अधिकार नहीं है आप जेष्ठ है। आपका यह राज्य है इसे भोगीए प्रभु। उन्होंने कहा है भरत मैं तपस्या करने जा रहा हूं जब तक मैं तपस्वी नहीं बनूंगा मैं राज्य का अधिकारी नहीं हूं। क्योंकि तप करने के पश्चात ही मानव को राज्य का अधिकार होता है। जब उन्होंने ऐसा कहा उन्होंने कहा तपम ब्रह्मा, महात्मा भरत ने आचार्य से कहा, आचार्यजन इसका निपटारा कीजिए। यह क्या शब्द कह रहे हैं। उन्होंने कहा है राम को पूर्णता को प्राप्त नहीं कर सकूंगा। क्योंकि मैं राष्ट्र का अधिकारी नहीं हूं तो भी मैं तपस्या करूंगा। परंतु देखो उन्होंने उसे शिक्षा दी और शिक्षा देने के पश्चात वह अध्ययन करने लगे। मेरे प्यारे, राम अयोध्या को त्याग कर वन में चले गए और वन में जाकर के तपस्या करने लगे। तपस्या क्या है? देखो दूषित अन्न को पान नहीं करना चाहिए। उसको पान करने का नाम तपस्या है। मुझे स्मरण आता रहता है कि राम ने उसको पान किया। जिस पर किसी का अधिकार नहीं था उसको एकत्रित करके उसका दुग्ध बनाते और अग्नि में तपा करके खरल बना करके उसको पान करते। उन्होंने 12 वर्ष का इस प्रकार कठोर तप करने का निश्चय किया। राम प्रातः काल और सांयकाल तक रात्रि के काल में भी प्रभु के ऊपर मनन करते रहते और यह प्रार्थना करते रहते प्रभु तेरा कैसा उधरवा जगत है। यह कैसी भव्यशाला है। जिसमें आपको पुरोहित बना करके हम तपस्या में परिणत होने जा रहे हैं। मेरे प्यारे राम के यहां ऋषि-मुनियों का आवागमन होता रहता और तपस्या में परिणत होते रहते। उनका जीवन बड़ा भव्यता में परिणत होता रहता। राम ने 12 वर्ष का अनुष्ठान किया ,12 वर्षों में अध्ययन करते उनको पान करने के लिए तिर्यकसंग कोई कर्तव्य करते। अन्न को पान करने के लिए राम का जीवन बड़ा संचालित हो रहा है। विचार में मग्न है। महात्मा वशिष्ठ मुनि महाराज माता अरुंधति एक समय तपस्वी के दर्शन करने जा पहुंचे। राम ने उनके चरणों की पादुका का जल से स्पर्श करके उसका आचमन किया। आचमन करने के पश्चात भब्रहे कृतम, राम तपस्या में परिणित है। वे तपस्या कर रहे हैं मानव मन को पवित्र बना रहे हैं। क्योंकि मन को पवित्र बनाने का नाम ही तप कहा जाता है। पुराणों को शोधन करने का नाम ही तपस्या कहा जाता है। मेरे प्यारे देखो तपस्यम ब्रह्मा कृतम् लोका:, तपस्या में परिणत है। परंतु ऋषि वशिष्ठ मुनि महाराज और माता अरुंधति दोनों अपने आश्रम से भ्रमण करते हुए राम के समीप पहुंचे। राम उन्हें दृष्टिपात करते हुए उनकी हर्ष की कोई सीमा नहीं रही। ऋषि के चरणों को स्पर्श करते बोले कि प्रभु मेरा यह कैसा अहोभाग्य है। भगवान जो ब्रहमवेता का मुझे दर्शन हो रहा है। मानव देखो दर्शनम ब्रह्मा:, विचार विनिमय कर रहे थे और अपने को विचारशील बनाते हुए, इस सागर से पार होना चाहते हैं। वह अनुपम सागर है जिस सागर के लिए प्रत्येक मानव परंपरागतो से ही महान से महान कल्पना करता रहा है। राम उस अन्न को पान करके तपस्यम्, वशिष्ठ मुनि ने कहा राम तुम इस प्रकार का यह तप क्यों कर रहे हो। उन्होंने कहा प्रभु मैंने लंकापति से संग्राम किया है और संग्राम में मेरी रजोगुण और तमोगुण प्रवृत्ति विशेष कर रही है। उस रजोगुण में मैंने लंका के प्राणी मात्र को नष्ट किया है। मैं इसलिए पापाचार में परिणित हो रहा हूँ। विचारने से यह प्रतीत होता है कि मेरे अंतःकरण में हृदय में जो संस्कार विधमान हो गए हैं। जो संस्कारों की उपलब्धियां हो गई है उन्हें नष्ट करना मेरा कर्तव्य कहलाता है।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस
हिंदी दैनिक
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
October 10, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-67 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार,10 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्विन,शुक्लपक्ष,तिथि- द्वादशी,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 06:16,सूर्यास्त 06:05
5. न्यूनतम तापमान -22 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी,नमी बनी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102
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cont.935030275
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मंगलवार, 8 अक्तूबर 2019
सितारों ने दी विजयदशमी की शुभकामना
दशहरा 2019- अमिताभ बच्चन, सारा अली खान, अक्षय कुमार और अन्य सितारों ने दीं शुभकामनाएं
मुबंई। आज पूरे देश में दशहरे के त्योहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। पीएम मोदी से लेकर खेल जगह व बॉलीवुड सितारों ने अपने-अपने अंदाज में देशवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं दी है। इस कड़ी में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन, खिलाड़ी अक्षय कुमार, अनिल कपूर, अनुष्का शर्मा, सारा अली खान, अर्जुन कपूर, सोनाली बेंद्रे, तापसी पन्नू, करण जौहर, जूही चावला, निमरत कौर, तमन्नाह भाटिया और काजल अग्रवाल जैसी बॉलीवुड हस्तियों ने सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं दी हैं ।
बिग बी ने टि्वटर पर एक कोलाज साझा किया है। जिसमें उनकी एक तस्वीर भी थी और उन्होंने लिखा- "दशहरा व विजय दशमी की बधाई ,सुख शांति सम्मृद्धि की दुहाई ,
स्नेह आदर। " जबकि अक्षय कुमार ने ट्वीट किया कि "सभी को खुश दशहरा। आशा है कि इस त्योहारी सीजन में बहुत सारी समृद्धि और खुशी आए।
सारा अली खान ने अपनी, अपनी मां अमृता सिंह और उनके भाई इब्राहिम अली खान की एक तस्वीर साझा की और लिखा "सभी को दशहरे की शुभकामनाएं। आप के अंदर और आपके आस-पास की बुराई का रावण के पुतलों की तरह विनाश हो।"अनुष्का शर्मा ने अपनी इच्छा को सरल और मधुर रखा और लिखा- "हैप्पी दशहरा। चलो विजय और अच्छाई की भावना का जश्न मनाएं! यह शुभ दिन आपके और आपके परिवार के लिए खुशी और समृद्धि लाए।
अर्जुन कपूर ने अपने प्रशंसकों के लिए "समृद्धि और खुशी से भरा वर्ष" की कामना की और ट्वीट किया- "इस दशहरे, आइए हम अपने भीतर की बुराई को नष्ट करें और एक उज्जवल वर्ष की आशा करें। सभी को समृद्धि और खुशियों से भरा वर्ष की शुभकामनाएं। शुभ दशहरा!"
एके-207, एक मिनट में 600 गोलियां
अमेठी। रक्षा उद्योग के क्षेत्र में तेजी से उभरते यूपी के अमेठी जिले में जल्द ही दुनिया की सबसे घातक राइफलों में शुमार एके-203 का निर्माण शुरू हो जाएगा। 'मेक इन इंडिया' अभियान के तहत अमेठी राइफल फैक्ट्री में 6.7 लाख क्लाशनिकोव राइफलों का निर्माण किया जाएगा। सेना तकनीकी शर्तों को मंजूरी देने जा रही है और अगले महीने तक व्यावसायिक बोली दाखिल कर दी जाएगी। इसके बाद अमेठी फैक्ट्री में राइफलों के निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा। बताया जा रहा है कि इंडो-रसियन राइफल प्राइवेट लिमिटेड जॉइंट वेंचर के साथ एके 203 राइफलों को बनाने का करार होगा। बता दें कि इस साल मार्च में अमेठी की फैक्ट्री का औपचारिक उद्घाटन हुआ था लेकिन अभी राइफल बनाने का ऑर्डर नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि रूस इस अत्याधुनिक राइफल की पूरी तकनीक भारत को ट्रांसफर करेगा। प्रारंभिक चरण में सेना के लिए 6.7 लाख राइफलें बनाई जाएंगी। इसके बाद अद्र्धसैनिक बलों को भी यह राइफल दी जा सकती है। इससे राइफलों की कुल संख्या 7.5 लाख को पार कर सकती है। ऐसी योजना है कि एक लाख राइफलों के जरूरी उपकरणों को रूस से लाया जाएगा और इसके बाद इसे भारत में ही बनाया जाएगा। अमेठी फैक्ट्री में इस राइफल को बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। सेना के एक मेजर जनरल को इस पूरे प्रॉजेक्ट का हेड बनाया गया है। बताया जा रहा है कि एक एके-203 राइफल करीब 1000 डॉलर की पड़ेगी। रूस निर्मित एके-203 राइफल दुनिया की सबसे आधुनिक और घातक राइफलों में से एक है। इसके आने पर सेना को अक्सर जाम होने वाली इंसास राइफलों से मुक्ति मिल जाएगी। एके-203 बेहद हल्की और छोटी है जिससे इसे ले जाना आसान है। इसमें 7.62 एमएम की गोलियों का इस्तेमाल किया जाता है। यह राइफल एक मिनट में 600 गोलियां या एक सेकंड में 10 गोलियां दाग सकती है। इसे ऑटोमेटिक और सेमी ऑटोमेटिक दोनों ही मोड पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी मारक क्षमता 400 मीटर है। सुरक्षाबलों को दी जाने वाली इस राइफल को पूरी तरह से लोड किए जाने के बाद कुल वजन 4 किलोग्राम के आसपास होगा।
आस्था के नाम पर जनसामान्य को लूटा
आस्था के नाम पर की गयी लाखों की लूट
जुबां बंद करने अधिकारियों को बांटे पास
रायगढ़। कल रात डांडिया नाईट के नाम पर टी. वी. कलाकार को बुलाकर शहर के थ्री स्टार होटल ट्रिनीटी ग्रेड ने लाखो की लूट खसोट की 500 रुपये के प्रवेश शुल्क के साथ खाने पीने का समान प्रिंट रेट से भी ऊंची दरों पर बेचें गयें। 25 रुपये में मिलने वाले कोल्ड ड्रींक के 40 से 45 रुपये वसूले गये। इसी तरह 40 से 50 रुपये की कुकीज को 140 से 150 रुपये में बेचा गया खाने पीने के सभी समानों के दुगने से तीगुने दाम वसूलने के अरोप लगाये जा रहें हैं। जिसके लिये बकायदा आयकर, आबकारी व प्रशासनिक अधिकारियों को मुफ्त पास बांटे गये। ताकी इस बंदरलूट पर उनकी जुंबान को बंद रखा जा सकें बडे़ अधिकारियों की उपस्थिती में की गयी इस तरह मनोरंजन के नाम पर लोगों से लाखो की सार्वजनिक लूट का अधिकार किसी को भी नहीं दिया जा सकता। लेकिन कल रात सारे नियम कायदों को ताक पर रख कर सरकार व प्रशासन की नाक के नीचे खुले आम लोगों की जेबें काटी गयी और पूरा प्रशासन मूक दर्शक बना इस लूट के खेल को देखता रहा उसने होटल प्रबंधन पर कोई कार्यवाही करने की बजायें टी.वी.कलाकार के साथ ठुमके लागाने को ज्यादा तबज्जो दी।ऐसा पहली बार नहीं हुआ। इसके पहले भी हर साल इस प्रकार के आयोजन होते रहें हैं। जिसके लिये सुनियोजित तरिकें से योजना बनाकर लूट के खेल को अंजाम दिया जाता हैं। बकायदा पहले फ्री पास देकर लोगों का मुंह बदं कियें जातें हैं ताकी 'लूट के इस खेल' को लेकर 'सबकी' बोलती बंद रहें। जिसके लिये लोगों को विश्वास दिलाया गया। पूरा शहर इस अयोजन का लुफ्त उठा सकेगाा। लेकिन प्रवेश पर 500 रुपये का शुल्क लगाये जाने से एक बडे़ तबकें की भावनायें आहत हुयी और वह कार्यक्रम में शामिल होनें से महरुम हो गयेंं। खैर यह तो जगजाहिर हैं कि इस प्रकार के आयोजनों का ऐंजेडा पैसा कमाना ही होता हैं। करोड़ो का होटल कोई जनसेवा के लिये तो खोलेगा नहीं निश्चित रुप से इसके पीछे, उसका एक व्यवसायिक उदेश्य होगा और इस प्रकार के आयोजन भी इससे केसे अछूते रह सकते हैं।
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ट्रिनीटी डायरेक्टर का वर्सन
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होटल ट्रिनीटी ग्रेड के डायरेक्टर शरणदीप सलूजा का इस संबध में कहना हैं की यह सभी आरोप बेबुनियाद हैं। यदि कोई धार्मिक मूवी होगी तो उसकी भी टिकिट लगती हैं। फ्री में नहीं दिखायी जाती मिडीया को सकारात्मक सोच रखनी चाहिये। इस प्रकार टांग खिचाई होगी तो शहर में आयोजन बंद हो जायेगें। कल के आयोजन की लोगों ने प्रशंसा की हैं। वे यह नहीं बता सकते की आयोजन की अनुमति किससे ली गयी। लेकिन सभी प्रकार के परमिशन लिये गये हैं। खाने के रेट अन्य स्थानों से कम थे और क्वालिटी बेहतर थी। उन्होनें स्विकार किया की दो दिन के लिये प्रवेश शुल्क के रुप में 500 रुपये प्रति व्यक्ति लिये गयेे। प्रिंट रेट से अधिक रेट लेने पर वे कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सकें।
रमेश पत्रकार
24 हजार गायत्री जाप, लघु साधना संपूर्ण
बागपत,बड़ौत। विजय दशमी के अवसर पर कल्याण भारती सेवा संस्थान के कार्यालय आजाद नगर बड़ौत पर संस्थान के प्रबन्ध निदेशक गोपी चन्द सैनी द्वारा, 24 हजार गायत्री जाप लघु साधना का पुर्ण आहुति यज्ञ का आयोजन कर साधना को पूर्ण किया गया। यज का आयोजन आचर्य श्री रामपाल जी के सानिध्य में सम्पूर्ण किया गया। 9 दिवसीय गायत्री जप साधना का अनुष्ठान गोपी चन्द सैनी द्वारा नवरात्रों में प्रारम्भ किया गया था। और कार्यक्रम में संस्थान की ओर से निशुल्क भजन कीर्तन के आयोजन हेतु श्री हरि संकीर्तन मण्डल बड़ौत का गठन मुख्य रूप से किया गया। जो इच्छुक परिजनों के आवास पर श्री हरि किर्तन के आयोजन हेतु तत्पर रहेगा। संस्थान की ओर से श्री हरि कीर्तन के निशुल्क आयोजन का मुख्य दायीत्व संस्थान की सदस्या श्रीमति नेमवती को दिया गया।
कार्यक्रम में शोमदत, श्री हरबीर सिंह, अनिल कुमार, गौरव कुमार, श्रीमति सुमित्रा, शकुंतला, सुनीता, चन्द्र प्रभा, प्रतीक्षा उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्ति सहयोगी रहे।
पुतला दहन करने द्वारका पहुंचे पीएम
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के द्वारका में रावण दहन कार्यक्रम में पहुंच गए हैं। पीएम मोदी यहां पर 107 फीट रावण के पुतले का दहन करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी और पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार लालकिले की रामलीला से दूर दिल्ली के द्वारका सेक्टर 10 में होने वाली रामलीला में शामिल हो रहे हैं। पीएम मोदी के आने के चलते इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस को 5 दिन पहले ही प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम की जानकारी दे दी गई थी।
एक पल नहीं जाएगी यूपी की बिजली ?
लखनऊ। इस बार त्यौहारों पर शहरों के साथ गांवों में भी पूरी बिजली मिलेगी। त्यौहारों के लिए यूपी पावर कारपोरेशन ने अतिरिक्त बिजली आपूर्ति के इंतजाम किए है। दशहरा से लेकर दीपावली तक गांवों में पर्याप्त बिजली देने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके लिए कॉरपोरेशन ने शेड्यूल जारी किया है। इस दौरान स्थानीय फाल्ट या ब्रेकडाउन अधिक न हों इसके लिए स्थानीय अधिकारियों को पहले से तैयारियों के लिए निर्देशित किया गया। गैंग की संख्या अधिक रखने और सभी जरूरी उपकरणों का इंतजाम पहले से करने के लिए कहा गया है।
पिछले दिनों बारिश के बाद बिजली की मांग काफी नीचे चली गई थी। लेकिन अब एक बार फिर डिमांड 15 से 16 हजार मेगावाट के बीच पहुंच गई है। यूपी के प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने बताया है कि पूरे प्रदेश में बिना रुकावट के बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए गए हैं। सभी जनपदों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बचाया कि अगर बिजली आपूर्ति में बाधा की कोई शिकायत आती है तो उसे तुरंत दूर करने का प्रयास किया जाएगा। ब्रेकडाउन भी जल्द से जल्द ठीक करने के लिए कहा गया है।
अजय को बनाया कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस को मजबूत करने की कसरत में जुटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने लंबी कसरत के बाद नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया है। कांग्रेस ने बड़ा फेरबदल करते हुए अजय कुमार लल्लू को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है और राज बब्बर की छुट्टी कर दी गई है। अजय कुमार लल्लू मौजूदा वक्त में कुशीनगर जिले की तमकुहीराज विधानसभा सीट से विधायक हैं।
यूपी कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में 4 उपाध्यक्ष, 12 महासचिव और 24 सचिव भी बनाए गए हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी घोषित होने के साथ ही 18 वरिष्ठ नेताओं की एक सलाहकार समिति भी गठित की गई है, जिसकी अध्यक्षता खुद प्रियंका गांधी करेंगी। इसके अलावा एक 8 सदस्यों का स्ट्रेटिजी ग्रुप भी बनाया गया है, जिसमें तेज-तर्रार अनुभवशाली नेताओं को रखा गया है।
2019 के लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही यूपी कांग्रेस में सर्जरी की ख़बरें आ रही थीं, प्रियंका गांधी ने मैराथन बैठकों के बाद नई टीम तैयार की और अब औपचारिक ऐलान किया गया है। नई कार्यकारिणी के सामने सबसे पहली चुनौती 11 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना है। उसके बाद संगठन की मजबूती और खुद को विपक्षियों में नंबर वन साबित करने की भी चुनौती होगी।
प्रियंका गांधी ने 2022 में कांग्रेस को उत्तर प्रदेश की सत्ता तक पहुंचाने का दावा किया है, लिहाजा नई टीम भी उसके आधार पर ही तैयार की गई है। अब सवाल इसी बात का है कि क्या अजय कुमार लल्लू प्रियंका गांधी की उम्मीदों पर खरे उतर पाएंगे? क्या यूपी कांग्रेस की नई टीम जनता के बीच पकड़ बना पाएगी? क्या यूपी कांग्रेस के नए पदाधिकारी हर जिले, हर विधानसभा में संगठन को मजबूत कर पाएंगे?
मोहन भागवत ने किया शस्त्र-पूजन
नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय नागपुर में विजयादशमी उत्सव मनाया जा रहा है. इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने सुबह 7.40 पर शस्त्र पूजन किया. इससे पहले कार्यक्रम का प्रारंभ पथसंचलन सें हुआ. संघ के विजयादशमी उत्सव में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस शामिल हुए. इस वर्ष के कार्यक्रम में शिव नाडर, अध्यक्ष एवं संस्थापक HCL, मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया. थोड़ी देर में सरसंघचालक मोहन भागवत संबोधित करेंगे.
RSS पर महापुरुषों के वचन
'RSS के सामाजिक कार्यों में मैं राष्ट्रहित देख रहा हूं. व्यक्तिगत चरित्र ध्येय के प्रति प्रतिबद्धता है, इस कार्य में आपको सफलता न मिलने का प्रश्न ही नहीं उठता'
'समाज को संगठित करने में संघ का बताया हुआ मार्ग सही है पर मैं राजनीति के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ चुका हूं. इस समय आपके साथ चलना संभव नहीं है. क्षमा करें.'
'लोग मुझे Royal Beggar कहकर बुलाते हैं. अगर आप चाहे तो, मैं संघ के लिए धन जुटाऊंगा.' मदन मोहन मालवीय
'मुझे आश्चर्य होता है यह देखकर कि यहां पर स्वयंसेवक किसी भी प्रकार के भेदभाव के बिना, किसी दूसरे की जाति जाने बगैर परस्पर भाईचारे से रह रहे हैं.' डॉ. भीमराव आंबेडकर
'आरएसएस के ऊपर दंगा और दहशतगर्दी का आरोप हैं, ये बिल्कुल बेबुनियाद है. परस्पर प्रेम, सौहार्द, संगठन ऐसे विचार, मुसलमानों को संघ से सीखना चाहिए.'डॉ. जाकिर हुसैन
"मैं संघ का समर्थक हूं. अनुशासन, देशभक्ति और समाज सेवा के लिए यह संगठन जाना जाता है."दलाई लामा
'मेरी पार्टी का संघ के साथ वैचारिक मतभेद हो सकता है लेकिन जब देश संकट में हो तो हम सबको एकजुट होकर काम करना चाहिए ' पंडित जवाहर लाल नेहरू
संघ के स्वयंसेवकों की देशभक्ति किसी प्रधानमंत्री से कम नहीं है ।
अगर जनसंघ फासीवादी है तो मैं भी फासीवादी हूं. जय प्रकाश नारायण
संघ की स्थापना में कांग्रेस का रोल !
-संघ के संस्थापक डॉक्टर के बी हेडगेवार कांग्रेस के नेता बी एस मूंजे के शिष्य थे।
-बी एस मूंजे, बाल गंगाधर तिलक के समर्थक कांग्रेसी नेता थे।
-तिलक के निधन के बाद उनके समर्थक कांग्रेस में किनारे किए जाने लगे।
-महात्मा गांधी ने मुस्लिमों के ख़िलाफ़त आंदोलन के समर्थन का एलान किया।
-तब हिंदुओं को एकजुट करने के लिए डॉक्टर हेडगेवार ने RSS की स्थापना की।
RSS मुस्लिमों के लिए क्या कर रहा है ?
मुस्लिमों को साथ जोड़ने के लिए संघ ने एक संगठन बनाया
साल 2002 में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का गठन हुआ।
संघ मुस्लिमों में आधुनिकता का प्रचार प्रसार चाहता है।
मदरसे का आधुनिकीकरण संघ के एजेंडे में ऊपर है।
संघ मुस्लिमों में धार्मिक कट्टरता का विरोध करता है।
RSS इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ मुस्लिमों को जागरुक करता है।
RSS ने ट्रिपल तलाक़ खत्म करने की वकालत की थी।
पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह ने छोड़ी कांग्रेश
राणा ओबराय
पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह ने छोड़ी कांग्रेस
हिसार। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व में मंत्री रहे प्रोफेसर संपत सिंह ने आज आखिरकार कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। प्रोफेसर संपत सिंह नलवा हलके से अपनी टिकट काटे जाने पर नाराज चल रहे थे और आज प्रेस वार्ता कर इस बारे में घोषणा की। संपत सिंह ने प्रेस वार्ता में कांग्रेस के नेताओं पर गंभीर आरोप भी लगाए। साथ ही खुलासा किया कि किस तरीके से टिकटों को बेचा गया या फिर आपस में बंदरबांट की गई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शामिल संपत सिंह ने प्रेस वार्ता कर प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। संपत सिंह ने कहा कि कांग्रेस के कुछ गिने चुने नेताओं ने एक तरीके से पार्टी पर कब्जा कर लिया है और मात्र सात चेहरों ने 90 सीटों का आपस में बांटकर निर्णय लिया है। साथ ही संपत सिंह का पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी दर्द छलका और उन्होंने कहा कि हुड्डा साहब ने हिसार जिले की सात विधानसभा में से किसी भी सीट पर पैरवी नहीं की और उन्हें इसके चलते टिकट से मरहूम रहना पड़ा।
संपत सिंह ने कांग्रेस के बड़े नेता कुलदीप बिश्नोई पर भी निशाना साधा और कहा कि यह परिवार हमेशा से ही मुझ पर अत्याचार करता रहा है। संपत सिंह ने कहा कि 1993 में मुख्यमंत्री रहते हुए स्वर्गीय भजनलाल ने उन पर छापेमार कार्यवाही करवाई और साथ ही मुकदमे दर्ज करने का काम किया जिससे उन्हें सालों तक अदालतों के चक्कर काटने पड़े। संपत सिंह ने कुलदीप बिश्नोई पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए उन्हें झूठा भी करार दिया और कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने स्वयं मुझे सामने बैठा कर कहा था कि मैं आपकी टिकट की जोरदार तरीके से पैरवी करूंगा, लेकिन कुलदीप बिश्नोई अपनी बातों से मुकरते हुए नज़र आए।
प्रोफेसर सिंह ने कहा कि कांग्रेस में सालों से काम करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस बार निराशा हाथ लगी है और एक तरीके से सांठगांठ कर बड़े और दिग्गज नेताओं की टिकटें काटने का काम किया है। संपत सिंह ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई के चलते उनकी टिकट कटी है और मैं अब आदमपुर हलके में अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ प्रचार करूंगा और कुलदीप बिश्नोई को हराने का काम किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि नलवा और फतेहाबाद हल्के में भी कुलदीप बिश्नोई के चहेते उम्मीदवारों को हराने का काम किया जाएगा। नलवा हलके से कांग्रेस प्रत्याशी रणधीर पनिहार को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी हार पहले से ही निश्चित थी लेकिन हम जमानत जब्त करवाने का काम करेंगे।
कल रोहतक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में प्रोफेसर संपत सिंह ने कहा कि यह गलत तरीके से प्रचार किया जा रहा है और उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि जब मैं दिल्ली से वापस आ रहा था और मात्र कुछ समय टॉयलेट यूज़ करने के लिए रेस्ट हाउस में रुका था लेकिन मुझे नहीं पता था कि भारतीय जनता पार्टी का पहले से कोई कार्यक्रम पर है और उसमें मुख्यमंत्री जी आए हैं। संपत सिंह ने कहा कि औपचारिक तौर पर मेरी मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात हुई थी लेकिन इस तरीके की चर्चाएं बिल्कुल गलत है कि मैं पार्टी ज्वाइन करने गया था और शर्तों पर सहमति नहीं बनी।
जेजेपी की टिकट को लेकर उड़ी अफवाहों पर विराम लगाते हुए संपत सिंह ने कहा कि जेजेपी समेत कई पार्टियों के ऑफर उन्हें आए थे लेकिन परिवार से सलाह मशवरा कर विनम्रता पूर्वक उन्हें मना कर दिया गया था। उन्होंने साफ किया कि मैंने किसी भी तरीके से उनकी टिकट पर चुनाव लड़ने की हामी नहीं भरी थी। आगामी राजनैतिक निर्णय पर बोलते हुए प्रोफेसर संपत सिंह ने कहा कि वह अपने कार्यकर्ताओं से सलाह मशवरा कर रहे हैं और जल्द ही इस बारे में घोषणा कर दी जाएगी।
नेपाल चीन से करेगा खास समझौता
नेपाल करने वाला है चीन के साथ खास समझौता
काठमांडू। 06 जुलाई को तिब्बती धर्म गुरू और 14वें दलाई लामा तेनजिंग ग्यात्सो का 84वां जन्मदिन पूरी दुनिया में मनाया गया, लेकिन नेपाल ने वहां रह रहे तिब्बती निर्वासितों को उनका जन्मदिन नहीं मनाने का आदेश जारी कर दिया। नेपाल पर चीन का प्रभाव किस कदर बढ़ रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है।
नेपाल अपने नए दोस्त चीन को नाराज नहीं करना चाहता है, वह भी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पहले नेपाल दौरे से ठीक पहले। वहीं अब चीन ने नेपाल के साथ ऐसी संधि करने जा रहा है, जिसके बाद वहां तिब्बितयों का रहना मुश्किल हो जाएगा। नेपाल में तकरीबन 20 हजार निर्वासित तिब्बती शरणार्थी रहते हैं और लगातार चीन के खिलाफ काठमांडू में प्रदर्शन करते रहते हैं। वहीं अक्टूबर के मध्य में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पहला नेपाल दौरा है।
हालांकि इससे पहले जिनपिंग दो दिवसीय भारत की यात्रा पर रहेंगे, जहां केरल के मल्लापुरम में प्रधानमंत्री मोदी और जिनपिंग के बीच द्वपक्षीय संबंधों पर चर्चा होगी। जिसके बाद चीनी राष्ट्रपति नेपाल के लिए रवाना हो जाएंगे। किसी चीनी राष्ट्रपति की 23 साल बाद नेपाल की यात्रा होगी, इससे पहले 1996 में झियांग झेमिन ने नेपाल की यात्रा की थी। वहीं 2012 में चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ नेपाल गए थे।
पाकिस्तान मे प्याज सौ रुपए पार
पाकिस्तान में प्याज का दाम 100 रुपये किलो तक पहुंचा
इस्लामाबाद। प्याज का दाम पाकिस्तान में लोगों की आंखों में आंसू ले आया है। इसकी कीमत यहां सौ रुपये किलो तक पहुंच गई है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि संबंधित विभाग और व्यापार मंत्रालय की गलत नीतियों के कारण पाकिस्तान में प्याज का दाम नब्बे से सौ रुपये किलो तक पहुंच गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बारिश से बलोचिस्तान और सिंध में प्याज की फसलों को काफी नुकसान पहुंचने के बावजूद इनका निर्यात पहले की ही तरह जारी है। एक तरफ देसी प्याज बाहर भेजा जा रहा है जबकि स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान और ईरान का प्याज देश के बाजारों में बिक रहा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्याज के व्यापारियों का कहना है कि अब इन देशों से प्याज का आयात रोक दिया गया है जबकि देसी प्याज का निर्यात धड़ल्ले से जारी है। नतीजा यह हुआ है कि प्याज का दाम, जो पहले से ही अधिक चल रहा था, बीस रुपये प्रति किलो तक बढ़ गया और एक किलो प्याज की कीमत सौ रुपये तक जा पहुंची।
राष्ट्रपति पुतिन ने 'परमाणु नीति' पर हस्ताक्षर किए
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...