मंगलवार, 8 अक्तूबर 2019

पुलिस-पब्लिक मे सामजस को प्राथमिकता

पुलिस पब्लिक के मधुर संबंध पुलिस को बेहतर परिणाम देने में सहायक एवं सार्थक:एस पी देहात नेपाल सिंह


याद रहेगा आलोक शर्मा का बेहतरीन कार्यकाल


तस्लीम बेनकाब
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जनपद को अपराध की दृष्टि से काफी संवेदनशील माना जाता है इस जिले को कभी अपराध की नगरी तो कभी अपराध की जननी कभी क्राइम कैपिटल भी कहा जाता है यहां के अपराध को मीडिया में भी कुछ ज्यादा तूल दिया जाता है तूल देने की विषय पर कई पुलिस अधिकारी अपनी सहमति भी जता चुके हैं तथा मुजफ्फरनगर में अपराध कोई नई चीज नहीं है बरसों से अपराध और पुलिस का खेल चलता रहा है लेकिन जनता के साथ मिलजुल कर काम हो तो पुलिस के लिए सोने पर सुहागा साबित होता है।जनपद मुजफ्फरनगर में पुलिस अधीक्षक देहात के पद पर नवीन तैनाती की गई है आलोक शर्मा के स्थान पर अब नेपाल सिंह को लाया गया है आलोक शर्मा अपनी बेहतर सेवा के चलते जिले में काफी लोकप्रिय रहे तथा व्यवहार कुशल भी माने जाते थे उनका कार्यकाल बेहतरीन रहा तथा आलोक शर्मा ने अपने व्यवहार से सभी लोगों के दिलो पर एक छाप छोड़ी, अब उनकी जगह नेपाल सिंह को लाया गया है जो पूर्व में अपनी सेवाएं दे चुके हैं जब शामली जनपद अलग नहीं हुआ था मुजफ्फरनगर में था शामली में सी ओ के पद पर रहकर अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं अब वह मुजफ्फरनगर में एस पी देहात के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं नेपाल सिंह एक बहुत ही जुझारू और मेहनती अधिकारियों में शुमार किए जाते हैं उनका स्पष्ट कहना है कि बदमाशों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा तथा उन्हीं के अंदाज में पुलिस उन को करारा जवाब देगी पुलिस ऐसा कर भी रही है उन्होंने कहा कि जिले में एसएसपी अभिषेक यादव के नेतृत्व में पुलिस शानदार ढंग से काम कर रही है और निरंतर करती रहेगी उन्होंने कहा कि देहात क्षेत्र के सभी थानों का अवलोकन कर रहा हूं और सूचीबद्ध बदमाशों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा घेरा घेरा कर दौड़ा दौड़ा कर उनको उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस के साथ जनता के संबंध जितने मधुर एवं प्रगाढ़ होंगे उसका परिणाम उतना ही सार्थक आएगा क्योंकि आज का दौर वह दौर है जहां पुलिस और पब्लिक को मिलकर एक साथ काम करना होता है और उसी के परिणाम स्वरूप बदमाशों का सफाया भी हो रहा है इसमें जनता का हर प्रकार का समर्थन पुलिस को प्राप्त है। वैसे एसपी देहात नेपाल सिंह व्यवहार कुशलता के धनी माने जाते हैं और सभी की समस्याओं को सुनते हैं और उनका निस्तारण करते हैं काम करने वाले अधिकारी प्रतीत होते हैं वहीं दूसरी और अपराध के लिए बदनाम इस जिले में कितना काम करेंगे और कैसे करेंगे यह तो कभी नहीं कहा जा सकता लेकिन आशा की जाती है कि वह एक बेहतर पुलिस अधिकारी साबित होगा।


दुष्कर्म:बच्चों की गलती अपराध न समझे

यूपी:दलित किशोरी से दुष्कर्म; थानेदार बोले- बच्चों से गलतियां हो जाती हैं, इसे अपराध न मानें


बलिया। मनियर थाना इलाके में दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता अपनी मां के साथ थाने पहुंची तो थानाध्यक्ष ने केस दर्ज नहीं किया। आरोप है कि थानाध्यक्ष ने पीड़िता सेकहा- "बच्चों से छोटी-मोटी गलतियां हो जाती हैं। कानून की निगाह में ये जुर्म है, लेकिन इन्हें किसी अपराध के रूप में न देखा जाए। उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है।" एसपी ने मामले का संज्ञान लेकर केस दर्ज करवाया है। साथ ही बेतुका बयान देने वाले थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया गया है।


मनियर थाना इलाके केनाबालिग लड़के ने एक किशोरी को लंबे समय तक शादी का झांसा देकरदुष्कर्म किया। बाद में लड़की ने उससे मिलना-जुलना बंद कर दिया तो लड़का नाराज हो गया। पांच दिन पहले किशोरी शौच के लिए खेत जा रही थी,तभी आरोपी ने मौका पाकर उसे पकड़ लिया और दुष्कर्म किया। पीड़िता रोते हुए घर पहुंची और मांको घटना की जानकारीदी। पिता दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है।आरोप है किमां आरोपी के परिजनसे शिकायत करने घर गई तो उसके साथ बदसलूकी की गई।जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया। इसके बादपीड़िता औरउसकी मां को थानेदार सुभाष चंद्र यादव ने 5 दिनों तक दौड़ाया।लेकिन केस दर्ज नहीं किया।


इंस्पेक्टर बोले- दोनों के बीच प्रेम संबंध थे:-इंस्पेक्टर यादव ने बताया किदोनों के बीच प्रेम प्रसंग था। दोनों नाबालिग हैं। इनसे छोटी-मोटी गलतियां होती हैं। इन्हें किसी अपराध के रूप में न देखा जाए। उन्होंने कोई अपराध ही नहीं किया है।एसपी देवेंद्र नाथ ने विवादित बयान देने पर मनियर थाने के इंस्पेक्टर सुभाष चंद यादव को थाने से हटाते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही एएसपी संजय कुमार को जांच सौंपी है।


भौतिकी में तीन को नोबेल पुरस्कार

जर्मन। फिजिक्स क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार का ऐलान कर दिया गया है। इस साल फिजिक्स के लिए नोबेल पुरस्कार तीन लोगों को दिया गया है। जेम्स पीबल्स को भौतिक ब्रह्माण्ड विज्ञान में सैद्धांतिक खोज के लिए और मिशेल मेयर और डिडिएर क्वेलोज को संयुक्त रूप से एक्सोप्लैनेट की खोज के लिए दिया गया है।


दिल्ली में सिलेंडर फटा मां बेटे की मौत

नई दिल्ली। दिल्ली के करावल नगर इलाके में मंगलवार को सिलेंडर फटने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रुप से घायल हो गया। हादसा उस समय हुआ जब एक छोटे एलपीजी सिलेंडर में गैस भरी जा रही थी। इस दौरान अचानक सिलेंडर में आग लग गई और सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। इस हादसे की चपेट में तीन लोग आ गए, जिसमें 2 महिलाओं की मौत हो गई जबकि 1 गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतकों की पहचान रामश्री (62) और उसकी बेटी हेमलता (38) के रूप में हुई है। हादसे में घायल राजेश को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस के अनुसार हादसा करावल नगर के न्यू सभापुर स्थित धन-धन सतगुरु आश्रम में हुआ। यहां कुछ लोग बड़े सिलेंडर से छोटे एलपीजी सिलेंडर में गैस डाल रहे थे। इस दौरान अचानक रिसाव के बाद सिलेंडर में आग लग गई और वहां रखे 2 छोटे सिलेंडर फट गए। पास में ही मौजूद हेमलता राम श्री और राजेश इसकी चपेट में आ गए।
घटना के बाद इसकी सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी गई। इसके बाद पीसीआर की मदद से तीनों को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने हेमलता और रामश्री मृत घोषित कर दिया गया। जबकि राजेश का अस्पताल में उपचार जारी है।दछ


महिला से छेड़छाड़ रेप की कोशिश

आकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादगर थानाक्षेत्र के गांव निवासी महिला ने थाने में तहरीर देकर बताया कि अपने चार माह के बच्चे के साथ घर में अकेली थी, परिवार के लोग काम पर गये हुये थे। आरोप है कि महिला को घर में अकेली पाकर, पड़ोसी युवक घर में घुस आया, आरोपी ने महिला से छेड़छाड़ कर रेप की कोशिश की। विरोध कर महिला ने शोर मचा दिया, ग्रामीण और परिजनों को आता देख आरोपी मौके से फरार हो गये। कुछ समय बाद आरोपी अपने परिजनों के साथ आया और पीडि़ता के घर आकर मारपीट शुरू कर दी, इतना नहीं आरोपियों ने पथराव भी किया। महिलाओं की चीख पुकार सुनकर ग्रामीणों को आता देख आरोपी मौके से फरार हो गये। मारपीट पथराव में पीडि़त महिला, उसकी सास, तीन ननद और चार माह का बच्चा घायल हो गया। पुलिस का कहना है कि मामला नाली में कूडा डालने को लेकर मारपीट से जुड़ा है, शिकायत पर जांच की जा रही है।


दो शातिर बदमाश तमंचे सहित गिरफ्तार

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादनगर पुलिस ने दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो तमंचे मारुति कार बरामद की है lथाना प्रभारी ओपी सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से एक कार में कुछ बदमाश घूम रहे हैंl पुलिस ने ने चुंगी नंबर 3 पर श्मशान के पास बदमाशों की घेराबंदी कर धर दबोचाl थाना प्रभारी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ में अपना नाम फरमान पुत्र युसूफ निवासी ईदगाह कॉलोनी, नसीबुद्दीन पुत्र जुम्मा निवासी ईदगाह कॉलोनी मुरादनगर बताया है। तलाशी के दौरान उनके पास से दो तमंचे कारतूस व कार बरामद की गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि पकड़े गए बदमाश काफी शातिर हैं। चोरी लूट आदि की घटनाओं को अंजाम देते थे ।पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


महिला ने खुद को लगाई आग,मौत

मोहित श्रीवास्तव


गाजियाबाद। मोदीनगर थानाक्षेत्र में सीकरी कलां की निकट एक कैलाश बिहार क्लोनी की रहने वाली महिला ने आज खुद आग लगाकर की आत्महत्या। महिला की उम्र 60 वर्ष बताई जा रही हैं। परिजन निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहाँ डाक्टरों ने महिला को मर्तक घोषित कर दिया। इस घटना को देख क्लोनी वासियों में मचा हडंकप इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गयी। पुलिस मौके पर पहुंची । मोदीनगर थाना प्रभारी संजीव शर्मा ने बताया की आस.पास व परिजनों का कहना हैं। किसी कारण महिला मानसिक रूप से परेशान चल रही थी। पुलिस ने महिला के शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।


दुर्गा विसर्जन के दौरान चार की मौत

देवास। खजुरिया कनका की तलैया में डूबने से 5 बच्चों की मौत हो गई है। दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान ये दर्दनाक हादसा हुआ है। देवास। खजुरिया कनका की तलैया में डूबने से 5 बच्चों की मौत हो गई है। दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान ये दर्दनाक हादसा हुआ है।


इस पूरे घटनाक्रम प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है । भोपाल के खटलापुर हादसे के बाद भी प्रशासन ने विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा के कोई इंतजान महीं किए हैं,जिसकी वजह से ये गंभीर हादसा हो गया।


परिवार के चार सदस्यों की लाश मिली

झालावाड़। जिले के सुनेल थाना क्षेत्र के ढाबलाखींची गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। इस घटना में एक कमरे में एक ही परिवार के चार सदस्यों के शव मिले हैं। मृतकों में एक महिला और उसके तीन बच्चे शामिल हैं। महिला का पति रात से ही घर से लापता बताया जा रहा है। पुलिस इसे हत्या का मामला मानकर जांच में जुटी है. सुनेल थाना पुलिस के अनुसार इलाके के ढाबला खींची गांव मे एक घर में महिला व तीन बच्चों के शव मिले हैं। मृत बच्चों में दो लड़कियां हैं जबकि एक लड़का है।


सभी बच्चे किशोरवय के लगते हैं. मृतकों में महिला जाहिदा, दो लड़कियां मुस्कान व अल्फिया व लड़का अल्फेज शामिल हैं। दो मृतकों के मुंह से झाग निकले पाए गए। दो मृतकों के गले पर रस्सी से गला घोंटने के निशान मिले हैं। पुलिस प्रथम दृष्टया इसे हत्या से जुड़ा मामला मान कर जांच कर रही है। पूरे मामले में शक की सुई घर के मुखिया व महिला के पति की ओर घूम रही है, जो सोमवार की रात से लापता बताया जा रहा है। मामले की जानकारी मिलने पर सुनेल थाना पुलिस व पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। झालावाड़ से पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी व फारेंसिक टीम भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है। अब पुलिस गहनता से सारे मामले की जांच में जुटी है कि आखिर इतनी बड़ी वारदात के पीछे की वजह क्या थी?


2 महीने बाद, शीर्ष नेताओं से मुलाकात

श्रीनगर। जम्‍मू-कश्‍मीर के प्रमुख राजनीतिक दल नैशनल कॉन्‍फ्रेंस के 15 सदस्‍यीय प्रतिनिधिमंडल को आर्टिकल 370 और 35A को समाप्‍त किए जाने के करीब दो महीने बाद पहली बार अपने शीर्ष नेताओं फारूक अब्‍दुल्‍ला और उमर अब्‍दुल्‍ला से मुलाकात की अनुमति दी गई। यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है, जब एनसी ने आर्टिकल 370 को खत्‍म किए जाने के मुद्दे पर चुप्‍पी साध रखी है। उधर, पार्टी सूत्रों के मुताबिक यह मुलाकात एनसी की एक सोची-समझी रणनीति का एक हिस्‍सा है।


नसी के सूत्रों ने कहा कि यह इस बात का संकेत हो सकता है कि एनसी आर्टिकल 370 पर केंद्र के प्रति अपने रुख में नरमी ला रही है। उन्‍होंने कहा कि पार्टी आर्टिकल 370 की बजाय अब जम्‍मू-कश्‍मीर को पूर्ण राज्‍य का दर्जा देने के लिए दबाव डालने पर फोकस करेगी। प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के दौरान यह बेहद महत्‍वपूर्ण रहा कि एनसी के सदस्‍यों ने राज्‍य को मिले विशेष दर्जे को समाप्‍त किए जाने पर कोई बात नहीं की। एनसी के नेताओं का फोकस अपनी दो मांगों पर रहा। इसमें सभी फारूक और उमर समेत सभी राजनीतिक बंदियों की रिहाई और कश्‍मीर में जारी प्रतिबंधों को खत्‍म करना।


एनसी का केंद्र सरकार के प्रति रुख नरम
बता दें कि राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक द्वारा एनसी के सदस्‍यों को अपने नेताओं से मिलने की अनुमति देना राज्‍य में राजनीतिक गतिविधि को बहाल करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। मुलाकात के बाद लोकसभा सांसद हसनैन मसूदी ने कहा कि फारूक और उमर अब्‍दुल्‍ला से बहुत 'अच्‍छे माहौल' में मुलाकात हुई। एक राजनीतिक विश्‍लेषक ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि एनसी नेताओं के बयान, फारूक अब्‍दुल्‍ला का विक्‍ट्री साइन बनाना, इस बात का स्‍पष्‍ट संकेत है कि एनसी का केंद्र सरकार के प्रति रुख नरम हो रहा है।


आर्टिकल 370 पर पीडीपी का कड़ा रुख बरकरार
इस बीच राज्‍य में सामान्‍य स्थिति बहाल करने के लिए जहां एनसी का फोकस बदल गया है, वहीं पीडीपी ने आर्टिकल 370 और 35A को खत्‍म किए जाने पर अपना कड़ा रुख बरकरार रखा है। पीडीपी सूत्रों ने बताया कि इसी वजह से पार्टी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती और पीडीपी के नेताओं के बीच सोमवार को प्रस्‍तावित मुलाकात रद्द हो गई। पीडीपी ने रविवार को ऐलान किया था कि पार्टी के महासचिव वेद महाजन के नेतृत्‍व में एक प्रतिनिधिमंडल महबूबा से मुलाकात करेगा।


हालांकि बाद में यह बैठक रद्द कर दी गई। सोमवार को पीडीपी के सदस्‍य फिरदौस ताक ने कहा कि पार्टी के अंदर मतभेद के कारण इस बैठक को रद्द किया गया है। यह फैसला किया गया है कि 'आम सहमति बनने तक' महबूबा से मुलाकात नहीं की जाए। फिरदौस का यह स्‍पष्‍टीकरण ऐसे समय पर आया है जब पार्टी के महासचिव सुरिंदर चौधरी ने कहा था कि पीडीपी 'नैशनल कॉन्‍फ्रेस' की बी टीम नहीं है जो उसके पद चिन्‍हों पर चले।


राज्य में बीडीसी के चुनाव 24 अक्टूबर को
बता दें कि एनसी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने राज्य में कोई भी राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के बाद से हिरासत में लिए गए और नजरबंद किए गए सभी लोगों की बिना शर्त रिहाई की मांग रखी है। एनसी के प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने शिष्टमंडल से कहा कि राज्य के लोगों ने विशेष दर्जा समाप्त किए जाने और राज्य को दो हिस्से में बांटे जाने पर शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध जता दिया है और पार्टी इन भावनाओं को नजरअंदाज नहीं कर सकती है। राज्य में प्रखंड विकास परिषद (बीडीसी) के चुनाव 24 अक्टूबर को होने हैं और एनसी ने कहा है कि अगर उसके नेताओं को हिरासत में रखा जाता है तो वह इस चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाएगी।


कमीशन खोरी के चलते निर्माण में बाधा

कमीशनखोरी के चलते खालापार के नाला निर्माण में आइ बाधा
मुजफ्फरनगर। लंबे समय के बाद वार्ड 49 में चल रहे नाला निर्माण को लेकर मंगलवार को कमीशनखोरी के चलते एक बार फिर काम रुकने की कगार पर आ चुका है। खालापार के एक चर्चित सभासद ने ठेकेदार को खुली धमकी दी है कि अगर उसको कमीशन नही दी गए तो काम होने नही दिया जाएगा। नाला निर्माण को लेकर गलियों की  पुलिया भी तोड़ी जा चुकी है जिसकी वजह से मोहल्ले वासियों को काफी दिक्कतें आ रही है ।ऐसे में चर्चित सभासद द्वारा काम रुकवानी की धमकी के बाद , समस्त मोहल्ले के लोगो ने कमीशनखोर सभासद के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि वह इसकी शिकायत नगरपालिका, सिटी मजिस्ट्रेट, व डीएम से करने से भी पीछे नही रहेंगे,क्यों कि जो सभासद ठेकेदार से कमीशन मांग रहा है वो उस वार्ड का ही नही है।और मौजूदा सभासद सरफराज न भी साफ कहा है कि वह कभी भी कमीशनखोरी के काम मे विश्वाश नही रखते है।जो भी लोग सरकारी काम मे बाधा डाले उसकी शिकायत सीधा मुख्यमंत्री पोर्टल व डीएम से करे।नाला निर्माण के काम मे उनकी तरफ से कोई व्यवधान नही है।


डीएम से की शिकायत:-खलापर के मोहल्ला वासियों ने कमीशन खोरी के चलते जब ठेकेदार दीपक से बात की तो ठेकेदार ने कहा कि या तो मुझ से काम अच्छा करा लो,या कमीशन दिला लो। इस बात से नाराज़ लोगो ने सीधा डीएम सेल्वा कुमारी को इस मामले से अवगत कराया । डीएम ने मामला संज्ञान लेते ही कार्यवाही का आस्वासन दिया।और कहा कि जो लोग ठेकेदार से रिश्वत मांग रहे है अगर उन्होंने काम मे व्यवधान डाला तो ऐसे लोगो के खिलाफ कार्यवाही कराई जाएगी।


हरीश के नेत्रहीन पिता ने की आत्महत्या

अलवर। राजस्थान में पहलू खान मॉब लिंचिंग केस को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले तीन दिन से मामले में फिर से अपील की बात कर रहे हैं, लेकिन अब अलवर के ही एक और मॉब लिंचिंग केस पर बवाल शुरू हो गया है। दलित युवक हरीश जाटव की मॉब लिंचिंग में मौत के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने और कथित रूप से केस वापस लेने के धमकियों के बाद गुरुवार को मृतक के नेत्रहीन पिता रत्तीराम जाटव ने सुसाइड कर लिया। इस घटना के बाद पुलिस विभाग के अधिकारी डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं और शव के पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया जल्द करवाई जा रही है।
इस मॉब लिंचिंग केस में पुलिस की कथित लापरवाही और मजबूर पिता की आत्महत्या की खबर आने के बाद शुक्रवार को आक्रोशित दलित समाज के लोग टपूकड़ा में इकट्‌ठा हो रहे हैं। बीजेपी और बसपा नेता भी टपूकड़ा पहुंच रहे हैं। दलित समाज के आक्रोश को देखते हुए कस्बे में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।


राज्यस्तरीय खादी ग्राम उद्योग आयोजन

बनारस। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के शुभ अवसर पर दिनांक 4से 25 अक्टूबर तक खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा तेलियाबाग स्थित कार्यालय परिसर में राज्यस्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन राज मंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल के कर कमलों द्वारा आज संपन्न हुआ। राज्यस्तरीय प्रदर्शनी का विधिवत शुभारंभ फीता काटकर किया गया तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर माला पहनाया गया। तत्पश्चात माननीय राज मंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों से आई खादी संस्थाओं व ग्रामोद्योग इकाइयों द्वारा प्रदर्शित विभिन्न उत्पादों जैसे सूती रेशमी ऊनी वस्त्रों से निमित्त मोदी जैकेट शाल स्वेटर लोई कंबल रजाई इत्यादि तथा ग्राम उद्योगी सामानों जैसे राजस्थानी भुजिया नमकीन कानपुर के चर्म निर्मित उत्पाद अगरबत्ती साबुन तेल हर्बल उत्पाद व आयुर्वेदिक उत्पादों के अतिरिक्त आवाला से बने हुए उत्पाद को देखकर प्रसन्नता व्यक्ति की तथा उन्होंने प्रतिवर्ष खादी और ग्रामोद्योग द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रदर्शनी हेतु धन्यवाद दिया। उद्घाटन समारोह का शुभारंभ माननीय राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल एके गर्ग निदेशक द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी एवं खादी ग्रामोद्योग आयोग द्वारा क्षेत्र में चलाए जा रहे हैं। विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया कार्यक्रम मैं बोलते हुए मुख्य अतिथि रविंद्र जायसवाल ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी पर अपनी पसन्यता व्यक्त की तथा उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की भूरी भूरी प्रशंसा की। राज मंत्री ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग के कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए बताया कि आयोग के कार्यक्रमों द्वारा सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार एवं गरीब लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। राज मंत्री ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित उत्पादों पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि इन उत्पादों को प्रदर्शनी के माध्यम से अच्छा बाजार मिलेगा। जिससे छोटे व मझोले उद्योगों को प्रोत्साहन लाभ के अतिरिक्त गार के अवसर उपलब्ध होंगे। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन केपी मिश्रा निदेशक द्वारा किया गया उद्घाटन के अवसर पर डीके सिंह, एके सिंह ओपी सिंह आदि उपस्थित थे।


रिपोर्ट-राजेंद्र प्रसाद जायसवाल


असफल रहा गड्ढा मुक्त सड़क-अभियान

गोरखपुर। चौरी चौरा क्षेत्र के सरदारनगर ब्लॉक के भगवानपुर से जाने वाले रास्तें मे गड्ढे का भरमार लगा है।आने जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर स्कूली बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।मुंडेरा बाजार मुख्य बाजार होने के नाते यहाँ पर प्रतिदिन लगभग कई हजारों लोगों की भीड़ इसी रास्ते से गुजरती है।लेकिन कई महीनों से यह सड़क गड्ढा युक्त हुआ है।कई बार लोग गिर कर चोटिल भी हो चुके हैं। स्थानीय लोग कई बार शिकायत भी कर चुके हैं लेकिन कोई जिम्मेदार ध्यान नहीं देता है।


शशि जयसवाल


अल्पसंख्यकों पर अत्याचार रोके चीन

चीन अपने अंदरूनी मामलों पर किसी देश को हस्तक्षेप नहीं करने देता, किन्तु दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने में उसे कोई परहेज नहीं है। पाकिस्तान की शह पर चीन कश्मीर मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उछालने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। चीन जहाँ पाकिस्तान द्वारा फैलाये जा रहे दुष्प्रचार का समर्थन करता है, वहीं अपने ही देश के धार्मिक अल्पसंख्यकों का बर्बर दमन कर रहा है। 
चीन कई वर्षों से तिब्बती बौद्ध, वीगर मुस्लिम, हाउस क्रिस्चियन और फालुन गोंग साधना अभ्यासियों पर क्रूर अत्याचार कर रहा है। उनके अनुयायियों को गिरफ्तार कर लिया जाता है, कैद कर लिया जाता है, अत्याचार किया जाता है और अक्सर मार दिया जाता है। चीन में अरबों डॉलर का अवैध अंग व्यापार किया जा रहा है, जिसमें इन पीड़ित वर्गों के कैदियों की हत्या तक कर दी जाती है। 
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में आये दिन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा धार्मिक अल्पसंख्यकों पर किये जा रहे अत्याचारों की खबरें छपती रहती हैं । इस लेख के द्वारा हम आपको बताना चाहते हैं कि हमारे लिए यह जानकारी क्यों प्रासंगिक है। 
वीगर मुस्लिमों का दमन शिनजियांग प्रांत में चीनी प्रशासन और वहां के स्थानीय वीगर मुस्लिम समुदाय के बीच संघर्ष का बहुत पुराना इतिहास है। सांस्कृतिक और जनजातीय रूप से वे स्वयं को मध्य एशियाई देशों के नज़दीकी मानते हैं। 
कम्युनिस्ट चीन ने 1949 में इस क्षेत्र पर अतिक्रमण कर लिया, तभी से बीजिंग का लक्ष्य शिनजियांग को राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से एकीकृत करने और हान समुदाय को वहां बड़े पैमाने पर बसाने का रहा है। इस कारण वहां के वीगर निवासी अल्पसंख्यक बन गए। 
पिछले दशक के दौरान अधिकांश प्रमुख वीगर नेताओं को जेलों में ठूंस दिया जाता रहा या चरमपंथ के आरोप लगने के बाद वे विदेशों में शरण मांगने लगे। बीजिंग पर यह भी आरोप लगा कि इस इलाके में अपने दमन को सही ठहराने के लिए वो वीगर अलगवावादियों के ख़तरे को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करता है।यहां के मुसलमानों के प्रति रवैये के लिए चीन की दुनिया भर में खूब आलोचना हो रही है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार लगभग दस लाख वीगर मुसलमानों को री-एजुकेशन कैंप' में रखा गया है जहाँ उन पर दमन किया जाता है। विश्व वीगर कांग्रेस की अध्यक्षा रेबिया कदीर के अनुसार शिनजियांग प्रान्त की राजधानी उरुम्ची को “यातना शिविर” में तब्दील कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र की जिनेवा स्थित नस्ली भेदभाव उन्मूलन समिति ने कैदी वीगर नागरिकों को तत्काल रिहा करने की मांग की है।


फालुन गोंग साधना अभ्यास का दमन
फालुन गोंग (जिसे फालुन दाफा भी कहा जाता है) बुद्ध और ताओ विचारधारा पर आधारित साधना अभ्यास है जो सत्य-करुणा-सहनशीलता के सिद्धांतों पर आधारित है। यह मन और शरीर की एक परिपूर्ण साधना पद्धति है जिसमें पांच सौम्य और प्रभावी व्यायामों का भी समावेश है, किन्तु बल मन की साधना या नैतिक गुण साधना पर दिया जाता है। फालुन गोंग की शुरुआत 1992 में श्री ली होंगज़ी द्वारा चीन की गयी। आज इसका अभ्यास दुनिया भर में, भारत सहित, 114 से अधिक देशों में किया जा रहा है। इसके स्वास्थ्य लाभ और आध्यात्मिक शिक्षाओं के कारण फालुन गोंग चीन में इतना लोकप्रिय हुआ कि 1999 तक करीब 7 से 10 करोड़ लोग इसका अभ्यास करने लगे। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की मेम्बरशिप उस समय 6 करोड़ ही थी। उस समय के चीनी शासक जियांग जेमिन ने फालुन गोंग की शांतिप्रिय प्रकृति के बावजूद इसे अपनी प्रभुसत्ता के लिए खतरा माना और 20 जुलाई 1999 को इस पर पाबंदी लगा कर कुछ ही महीनों में इसे जड़ से उखाड़ देने की मुहीम चला दी। पिछले 20 वर्षों से फालुन गोंग अभ्यासियों को चीन में यातना, हत्या, ब्रेनवाश, कारावास, बलात्कार, जबरन मज़दूरी, दुष्प्रचार, निंदा, लूटपाट, और आर्थिक अभाव का सामना करना पड रहा है। अत्याचार की दायरा बहुत बड़ा है और मानवाधिकार संगठनों द्वारा दर्ज़ किए गए मामलों की संख्या दसियों हजारों में है।


तिब्बती लोगों का दमन
राजनीतिक दृष्टि से तिब्बत कभी चीन का अंग नहीं रहा। माओ ज़े दोंग को तिब्बत के बिना कम्युनिस्ट चीन की आजादी अधूरी लगी। अंतत: 7 अक्तूबर, 1950 को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने तिब्बत पर आक्रमण कर दिया और 1951 में तिब्बत को हड़प लिया।1956-1958 के दौरान तिब्बत में स्वतंत्रता के लिए कई संघर्ष हुए। 1959 तिब्बत के स्वतंत्रता इतिहास में बड़ा संघर्ष का वर्ष रहा। चीन ने स्वतंत्रता आन्दोलन को दबाने के लिए सभी हथकण्डे अपनाए। हजारों तिब्बतियों को पकड़कर चीन की जेलों में रखा गया। लगभग 60,000 तिब्बतियों का बलिदान हुआ। तिब्बत के बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा को रातों-रात निर्वासित हो कर भारत में शरण लेनी पड़ी। 
1959-2019 तक अर्थात पिछले 60 वर्षों से चीनियों का तिब्बत में यह खूनी दमन चक्र निरन्तर चल रहा है। चीन दलाई लामा और उनके समर्थकों को अलगाववादी ठहराता है। चीन के ऊपर तिब्बत में धार्मिक दमन और वहाँ की संस्कृति के साथ छेड़-छाड़ का आरोप लगता रहता है। तिब्बत में आज भी भाषण, धर्म या प्रेस की स्वतंत्रता नहीं है और चीन की मनमानी जारी है।


हाउस क्रिस्चियन समुदाय पर दमन 
हाल के वर्षों में चीन में ईसाइयों की संख्या में तेज़ी से वृ​द्धि हुई है। एक अनुमान के मुताबिक़ चीन में 10 करोड़ ईसाई रहते हैं किन्तु इनमें से अधिकतर भूमिगत चर्चों (हाउस चर्च) में पूजा करते हैं। चीन की सरकार ईसाइयों को राज्य-स्वीकृत चर्चों में से किसी एक में शामिल होने के लिए दबाव डालती है, जो कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा से सहमति रखते हैं।
इन हाउस चर्चों पर नियंत्रण के लिए कम्युनिस्ट पार्टी लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके तहत सैकड़ों चर्च तोड़ दिए गए। बाइबिल जला दी गईं। घरों में होली क्रॉस और जीसस की जगह राष्ट्रपति शी जिनपिंग के फोटो लगाने का आदेश जारी हुआ है। चीन की सरकार ने बाइबल की ऑनलाइन बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।


चीन में संगीन अंग प्रत्यारोपण अपराध
पिछले कुछ वर्षों में चीन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अंग प्रत्यारोपण के लिए पर्यटन केंद्र के रूप में उभरा है। आश्चर्यजनक यह है कि चीन में अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा अवधि बहुत कम है – केवल कुछ हफ्ते। जबकि दूसरे देशों में अनुकूल अंग मिलने में वर्षों लग जाते हैं। तो यह कैसे संभव है?
यह अविश्वसनीय लगता है, किन्तु चीन में अंगों के प्रत्यारोपण के लिए अंग न केवल मृत्युदण्ड प्राप्त कैदियों से आते हैं, बल्कि बड़ी संख्या में कैद फालुन गोंग व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों से आते हैं। चीन में मानवीय अंग प्रत्यारोपण के इस अपराध में बड़े पैमाने पर अवैध धन कमाया जा रहा है। चीन के अवैध मानवीय अंग प्रत्यारोपण उद्योग का सालाना कारोबार 1 बिलियन डॉलर का है।स्वतंत्र जाँच द्वारा यह प्रकाश में आया है कि चीनी शासन, सरकारी अस्पतालों की मिलीभगत से, कैदियों के अवैध मानवीय अंग प्रत्यारोपण के अपराध में संग्लित है। इस अमानवीय कृत्य में हजारों फालुन गोंग अभ्यासियों की हत्या की जा चुकी है।


यह भारत के लिए प्रासंगिक क्यों है?
पिछले कुछ समय से भारत और चीन के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। भारत पर दबाव बनाने के लिये चीन मसूद अजहर समर्थन, अरुणाचल प्रदेश, डोकलाम, कश्मीर आदि का इस्तेमाल करता रहा है। किंतु चीन स्वयं आज एक दोराहे पर खड़ा है। एक ओर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी है जिसका इतिहास झूठ, छल और धोखाधड़ी का रहा है। दूसरी ओर वहां लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की आवाजें उठ रही हैं। भले ही चीन आज एक महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य है किंतु उसके नागरिक स्वतंत्र नहीं हैं। 
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की धारणाएं और नीतियां उन सभी चीजों का खंडन करती हैं जिनका भारत जैसी एक प्राचीन संस्कृति और आधुनिक लोकतंत्र प्रतिनिधित्व करता है। भारत के पास चीन को सिखाने के लिये बहुत कुछ है। भारत को चीन में हो रहे घोर मानवाधिकार हनन की निंदा करनी चाहिए। यही सोच भारत को विश्वगुरु का दर्जा दिला सकती है। हम भारत को मानवता के पक्ष का समर्थन करने और इतिहास के सही पक्ष में खड़ा होते देखने के लिए उत्सुक हैं।


खबर-नेहा


अपमिश्रित शराब के साथ दो गिरफ्तार

अपमिश्रित शराब के साथ ,दो गिरफ्तार


रामायण यादव 
कुशीनगर। जनपद में अबैध शराब की परिवहन, निष्कर्षण,बिक्री पर नियंत्रण करने के लिये चलाये जा रहे पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र के सफल अभियान में आज तमकुहीराज पुलिस चौकी पुलिस ने दो लोगो को अपमिश्रित शराब के साथ गिरफ्तार किया है। मुखबीर की सूचना पर आज रास्ट्रीय राज मार्ग 28 स्‍थित माधोपुर के पास सुनील सिह पुत्र स्व राजेन्द्र सिंह निवासी पकड़ी गोसाई पट्टी थाना तुर्कपट्टी, अमलेश बैठा पुत्र चंडी बैठा निवासी गौरहा थाना तरयासुजान के पास से बीस लीटर अप मिश्रित शराब, दो किलो यूरिया के साथ गिरफ्तार किया है। चौकी प्रभारी शमसेर यादव ने बताया की सम्बंधित अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है।


प्रतिनिधि समेत चार पर रेप व उत्पीड़न दर्ज

प्रधान प्रतिनिधि समेत चार पर रेप व दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज
रामायण यादव


कुशीनगर। जनपद के हनुमानगंज थानाक्षेत्र के एक गांव की रहने वाली दलित महिला की तहरीर पर हनुमानगंज पुलिस ने गांव के प्रधान प्रतिनिधि सहित चार लोगों के विरुद्ध दुष्कर्म, मारपीट व दलित उत्पीड़न का मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी है।
थानाक्षेत्र के एक गांव की रहने वाली तीन बच्चों की मां ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि जुलाई माह में शाम को वह शौच के लिए गांव से बाहर गयी थी, तभी वर्तमान ग्राम प्रधान पति व उनके तीन सहयोगी पहुंचे और जबरदस्ती दो लोगों ने रेप किया। आरोप है कि गाली-गलौज व जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी दी। हनुमानगंज पुलिस ने रेप सहित दलित उत्पीड़न का मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र का कहना है कि तहरीर के आधार पर रेप व दलित उत्पीड़न आदि धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। साक्ष्य के आधार पर विवेचना की जाएगी।


हिंदू संस्कृति पर आघात बर्दाश्त नहीं

हिन्दू संस्कृति पर आघात सहन नही किया जाएगा।              हिन्दू जागरण मंच युवा वाहिनी गाज़ियाबाद के  नेतृत्व में बंथला तिराहा पर पुतला दहन किया गया कार्यक्रम के संयोजक प्रेमपाल वर्मा, लोनी नगर अध्यक्ष नितिन शर्मा ने सलमान खान की शव यात्रा बंथला तिराहे से बंथला फ्लाईओवर के नीचे चिरोड़ी रोड तक निकाली ओर जूतों की माला डालकर पुतला दहन किया। इस अवसर पर लोनी के हिन्दू ह्रदय सम्राट भाजपा नेता विजेन्द्र त्यागी ने बोलते हुये बताया कि बिग बॉस जैसे फूहड़ सीरियल में सलमान खान द्वारा हिन्दू संस्कृति को आघात पहुचाने का कुकृत्य किया जा रहा है। लव जेहाद को बढ़ावा देकर धार्मिक संस्कृति को छेड़ने का प्रयास किया जा रहा है। देश मे ऐसे लोगो के खिलाफ सभी समाजो को एक जुट होकर आवाज उठानी चाहिये। देश बदल रहा है लेकिन कुछ लोग अभी भी राष्ट्र की एकता और अस्मिता को भंग करने का प्रयास कर रहे हैै। ऐसे लोगो का हर रूप से बहिष्कार होना चाहिये। ऐसे लोगो का मुंह काला कर देश निकाला किया जाना चाहिये। कार्यक्रम में धर्मेन्द्र राठी थाना संयोजक लोनी,राजेश राय लोनी बॉर्डर थाना संयोजक ,अवधेश चौहान ,प्रचार प्रमुख,संजीव सिंह नगर कोषाध्यक्ष ,मोहित शर्मा कार्यकारिणी सदस्य , युवा हनुमान चालीसा टीम से सन्नी शर्मा ,जोनी चौधरी ,राहुल चौहान समेत सैकड़ो हिन्दू संघठन के कार्यकर्ता और आम जनमानस मौजूद रहे।


प्रियंका ने जमाया लखनऊ में डेरा

लखनऊ। पूर्व कैबिनेट मंत्री शीला कौल का घर होगा कांग्रेस महासचिव प्रियंका का नया ठिकाना।यूपी में पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने के लिए प्रियंका ने राजधानी में अधिकाधिक रुकने का फैसला भी किया है।लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रियंका ने यूपी के कांग्रेसियों को अलग-अलग बुलाकर दिल्ली में मुलाकात की थी। सभी ने उन्हें फीडबैक दिया कि अगर कांग्रेस को यूपी में मजबूत करना है तो उन्हें अधिक समय देना पड़ेगा।


पोस्टमार्टम के बाद सपाइयों का आक्रोश

पोस्टमार्टम होते ही सपाइयों का आक्रोश फूटा



झांसी। पुलिस के हाथों एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव का देर शाम शव जैसे ही कड़ी सुरक्षा के बीच फोर्स लेकर रवाना हुई, सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में सपाइयों ने परिजनों के साथ जमकर बवाल किया। मेडिकल कालेज के गेट नंबर तीन पर जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ पुलिस वालों से अभद्रता कर उनके साथ धक्कामुक्की भी सपाइयों ने की। परिजनों और सपा नेताओं का आरोप है कि षडयंत्र के तहत पुलिस वालों ने लेनदेन के विवाद में हत्या की है। दोषी पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर तत्काल गिरफ्तारी की जाएगी।


बुन्देलखंड स्थित झांसी में देर रात पुलिस की तरफ से किए गए खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव के एनकाउंटर पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद चंद्रपाल यादव ने पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए कहा कि “ एनकाउंटर नहीं यह मर्डर है”। सांसद का आरोप है कि लेनदेन में हत्या के बाद पुलिस ने कथित  एनकाउंटर की फेक “कहानी” गढ़ दी है। श्रीयादव ने दोषी पुलिस वालों के खिलाफ हत्या की FIR रजिस्टर्ड करने की मांग करते हुए कहा कि वे इस गंभीर मामले को संसद में उठाएंगे। उनके इस बड़े बयान के बाद से झांसी पुलिस“बैकफुट” पर है।


क्या है पूरा मामला ?


शनिवार देर रात मोंठ कोतवाल धर्मेंद्र सिंह चौहान Kanpur से Jhansi वापस जा रहे थे। वे छुट्टी पर घर आए थे। पुलिस अफसरों के मुताबिक बम्हौरी चौराहे के पास खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव ने कोतवाल को घेर लिया और मारपीट कर उन पर फायरिंग की। इसके बाद हमलावर इंस्पेक्टर की क्रेटा कार लूटकर भाग निकले। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की। गुरसरांय थाना एरिया में लोकेशन के बाद फोर्स ने घेरा तो पुष्पेंद्र ने फायरिंग की। क्रॉस फायरिंग में पुष्पेंद्र घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


मीडिया से बातचीत में पुष्पेंद्र के चचेरे भाई और चाचा ने बताया कि उसके खिलाफ कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं था। पुष्पेंद्र के पास दो ट्रक थे। वो बालू को काम करता था। कब और क्या हो गया ? किसी को मालुम ही नहीं चला। सुबह कुछ दोस्तों ने फोन कर जानकारी दी। जिसके बाद सभी लोग मऊरानीपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने सूचना देना भी मुनासिब नहीं समझा। वहीं, सूत्रों की मानें तो तनाव को देख पुष्पेंद्र के गांव में फोर्स की तैनाती की गई है।


नहीं जलेगा बाबा 'रावण' का पुतला

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख गांव में है रावण की जन्मस्थली, जानिए तांत्रिक चंद्रास्वामी ने यहां क्या किया 



गौतमबुध नगर। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख गांव को लंकापति रावण की जन्मस्थली माना जाता है। गांव में पहले रामलीला का मंचन नहीं होता था। रावण के पुतले का दहन तो आजतक नहीं हुआ है। लोगों का कहना है कि जब भी ग्रामीणों ने रावण के पुतले का दहन किया या करने का प्रयास किया तो गांव में कोई बड़ी दुर्घटना या अपशकुन हो गया। गांव के लोग रावण को बाबा कहते हैं।


गांव के लोग भगवान राम को आदर्श मानकर उनकी पूजा तो करते हैं लेकिन रावण को भी गलत नहीं मानते हैं। यही कारण है कि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजयदशमी पर्व बिसरख गांव में हर्षोल्लास से नहीं मनाया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि पहले तो विजयदशमी के मौके पर गांव में मातम जैसा माहौल रहता था। समय के साथ अब लोगों की सोच में बदलाव आया है। हालांकि, लोगों को न तो अब रामलीला के मंचन से परहेज है और न रावण दहन से कोई गुरेज है। देश-दुनिया में रावण को लेकर जो अवधारणा लोगों में है, वही बिसरख गांव के लोगों की भी है।


मान्यता है कि बिसरख में हुआ था रावण का जन्म -


बिसरख को रावण की जन्मस्थली माना जाता है। मान्यता है कि गांव में अष्टभुजाधारी शिवलिंग की स्थापना रावण के पिता महर्षि विश्रवा ने की थी। पुराणों में भी इसका उल्लेख है। इसी शिवलिंग के पास बैठकर उन्होंने घोर तपस्या की थी। इसके बाद ही रावण का जन्म हुआ। ऋषि विश्रवा के नाम पर ही गांव का नाम बिसरख पड़ा। अष्ठभुजाधारी मंदिर के पुजारी का कहना है कि ऐसा शिवलिंग किसी मंदिर में नहीं है। चर्चित तांत्रिक चंद्रास्वामी ने 1984 में मंदिर की खुदाई करवाई थी। 20 फीट तक खुदाई के बाद भी शिवलिंग का छोर नहीं मिला था। खुदाई के दौरान चंद्रास्वामी को 24 मुख का शंख मिला था। जिसे वह अपने साथ ले गया था। मंदिर के पास ही एक सुरंग मिली थी, जो थोड़ी दूर खंडरों में जाकर समाप्त हो गई। अब भी यह सुरंग मंदिर के पास बनी हुई है। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर भी एक बार शिव मंदिर पर आकर पूजा अर्चना कर चुके हैं। मान्यता है कि जो भी व्यक्ति मंदिर पर पूजा अर्चना करता है, उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है।


मन्दिर के पुजारी महंत रामदास की मानें तो बिसरख के इसी मंदिर पर ऋषि विश्रवा ने घोर तपस्या की थी। भगवान शिव ने खुश होकर ऋषि विश्रवा को पुत्र प्राप्ति का वरदान दिया था। इसके बाद रावण का जन्म हुआ। आगे चलकर रावण भी भगवान शिव के बड़े तपस्वी बने। रावण की अपार शक्ति और ज्ञान शिव की तपस्या से ही प्राप्त हुआ था।


गांव के चारों ओर बस चुका है शहर:- बिसरख गांव कभी हिंडन नदी के किनारे और चारों ओर जंगल से घिरा था। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने यहां उद्योग लगाने के लिए भूमि अधिग्रहण किया था। लेकिन वर्ष 2009 में भूमि उपयोग में परिवर्तन करके ग्रेटर नोएडा वेस्ट के रूप में नया शहर बसाने की प्रक्रिया शुरू की गई। अब बिसरख गांव चारों ओर ऊंची-ऊंची हाउसिंग सोसायटियों से घिर चुका है। गांव का भी पूरी तरह कायाकल्प हो चुका है। रावण के मंदिर का भी नए सिरे से जीर्णोद्धार किया गया है ।


राष्ट्रपति पुतिन ने 'परमाणु नीति' पर हस्ताक्षर किए

राष्ट्रपति पुतिन ने 'परमाणु नीति' पर हस्ताक्षर किए  अखिलेश पांडेय  मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक अहम फैसले के अंतर...